चमचो की लंबी लाइन है जो सुधार कराऐंगे वाह! एक ही विषय पर भूल कितनी बार होती है भाई,? चमचे अखबार भी देश की आंखों में धूल झौंक कर बात को रफा दफा करने पर लगे हुऐ है ।
विदेशों की धरती पर राहुल गांधी की मुलाकातों और बयानों से लेकर उनके इंडियन स्टेट से विरोध वाले बयान को एक श्रृंखला में पिरोते हुए एक शो करना भी व्यूवर्स को बहुत भाएगा।
स्वामी विवेकानन्द जी ने 1897 में कहा था कि 50 वर्षों में भारत आजाद होगा लेकिन वह पूर्ण आजादी नहीं होगी . भारत पूर्ण आजाद 100 बर्षो बाद होगी जिसकी शुरुआत 2014 से शुरू हुआ जो क्रमिक ढ़ग से आगे बढ़ रहा है श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम एक पड़ाव मात्र है ।
अग्निहोत्री कितना बड़ा समझदार है, बुद्ध 2500 साल पहले आए, और उन्होंने मध्य रास्ते अपनाने के लिए बोला, 1947 में देश आजाद हुआ उसको बुद्ध कैसे जस्टिफाई कर रहे थे .
यहां हमारे सामने जितनी महानुभावी लोग बैठे है इन से एक जिज्ञासा है! भारत को आजादी मिला किस से मिला और किसको मिला इसका उत्तर मुझे आशा है कि आप लोग मेरे को उत्तर देंगे।
नमस्ते बहूतही बठीया चर्चा की है. पौर्णिमाजी एक बात स्पष्ट है की स्वातंत्र्य के बाद हमने अपनी परंपरा गत सनातन संस्कृती का तिरस्कार तथा उपेक्षा अवहेलना करते रहे. उस वजेसे हम हिंदू मुस्लीम एकता का प्रयास कर रहे. थे. अपितू ७५ साल मे जो दंगे हुये ऊसके दंगलखोर हम ऊने दंडीत नही किया. भले वो हिंदू है या मुस्लिम हो. पहीली बार गोध्रा दंगलखोर को दंडीत हुवा. ऊसका परीणाम हुवा आज गत दस वर्षोसे दंगल करने की हिंमत नही. यदी प्रभु श्रीरामचंद्र के जन्म स्थान का विषय जिस प्रकारसे भारत के बुध्दीवादी साम्यवादी मुस्लिम परस्त काँग्रेस समाजवादी ने जो भुमिका लियी ऊसका प्रतिवाद ऐसाही भाषा मे करनाही उचित है. जिस वजेसे ये चर्चा व ज्ञान बठेगा. क्या लोकशाही व्यवस्था मे संवैधानिक संस्था लोकप्रतिनिधी के चंगुल से मुक्त करना आवश्यक है? यदी पंतप्रधान का अजेंडा लागु करना यदी व्यवस्था का कार्य है तो विरोध क्यो? ईस विषय पर चर्चा करे. धन्यवाद
Bilkul sahi hai Badi pakka madam bilkul sahi samjhi yah Padhi likhi Bhasha hai BJP wale to Chahte ke Koi Rahul Gandhi ka point nikale Gandhi ne BJP party ke naak Mein Dam kar rakha hai Achcha bola achcha hi Kaha usne
रागा की मुश्किलअग्रेजी समझना पक्षपाती पत्रकारों के लिए बहुत कठिन है। उन्होंने बहुत सही कहा. है। कोई चूक नहीं हुई है। विश्लेक अपनी विद्वता के अनुसार बोल रहे हैं।रागा के विरोध मैं यह देश का अहित न करें।
Rahul Gandhi ke shabd Sahi the state ke sath ladna padega p yadi sari sansthaen Sarkar ne kabje mein karke detail receive laga rakhi hai aur Sahi Lada jaega
congress ka fithrath hai..if in election people vote them out...they ill blame EVM....and now since they are out of power...they will fight against country....and this deshadrohis ar allowed to roam freely in INDIA
शपथ तो संसद मे सांसद असदुद्दीन ओवेसी जो सपथ ही फलस्तीन की जय बोलकर लेते है,तो कैसे मान लिया जाय कि उनकी निष्ठा भारत राष्ट्र और संविधान के प्रति है,ये कैसे माना लिया जाय,ये तो देशद्रोह है और इस पर कोर्ट को सोचना पडेगा कि ऐसी शपथ संविधान सम्मत है ।
जिसकी फितरत है हगांमा खडा करना है ईसको क्या किसने क्या बोला किस कन्टेंन्स से बोले ईससे कोही लेनादेना. नही है जनता भि समज चुकी है ईसलीये बार बार पराजय हो रही है
अग्निहोत्री जी कंगना रनौत राहुल गांधी से ज्यादा समझदार है राहुल गांधी जो भी बोलते हैं इसमें उनका अहंकार झलकता है "snse of entitlement " सब गड़बड़ी यहीं है
Use per hai na usne galat bola to usmein Deshdrohi ka hai na ki chalva De nahin tum mein Himmat Ho BJP party ki sarkar Mein To usko bhej do Tum Koi padha likha Nahin Hai Uske barabar bilkul sahi bola hai bilkul sahi bola hai
भगवत जी ने यह कब कहा कि आजादी 1947 को नहीं मिली किंतु ये भी सही है कि 2014 तक जो तुष्टि कारण चला सविधान में जो संशोधन हुए और संस्कृति के साथ जो खिलवाड़ होता था क्या उसपर कभी पूर्णिमाजी ने चिंतन किया है ये कहने से काम नहीं चलेगा हम काग्रेस परिवार से हैं हम भी काग्रेस परिवार है काग्रेस अभी तक इसलिए जिंदा थी लगभग सभी परिवार काग्रेस से ही भ्रमित थे
Vinod ji ko dekh ke ye lag raha hai ki ye khangress ke pakke wale hai. Aisa isliye bol raha hun ki Wo Rahul ke bat per ek line bol ke Bhagwat ji ke statement ko critise karne lage, jabki Bhagwat ji ne aisa kuch Nahi bola Tha
Rahul ji Bharat ki sadev aalochna karte rahenge. Such hai hum congress ki mansik gulami me aaj bhi ji rahe hai. Rahul agar indra gandhi ji ki Virasat me na hote to apne dam per munispilty ka chunav nahi jeet sakte hai 😊
काहे का डिबेट, मिला जुला कर बोल दिया हम दोनों के पक्षधर हैं। राष्ट्र जाय भांड में। डरते हैं। पक्षधर को या तो स्टेच्यू बनने पड़ते हैं या पद प्रतिष्ठा प्राप्त होता है।
Rahul Gandhi ki bhasha ki galtiya ya bhav ki galtiya sirf Bharat aur Hindu o ke liye hi kyo hoti hai ?? Kabhi Muslaman ya Allah ya Jjesus ke liye kyo kabhi aisi halki bhasha galti se bhi nahi hoti ?
Congress's PM-in-waiting, Rahul Gandhi, seems to have taken a supari not only to finish Congress but also to destroy India - politically, economically and socially - in collaboration with India's enemies, both internal and external, including inter alia American Deep State, China and ISI, as he doesn't anticipate his chance of becoming India's Prime Minister, which his privileged family considers it as family's birthright. RaGa hates PM NaMo and his BJP/RSS, being the major stumbling block in fulfilling his dream. RaGa's hatred for NaMo/BJP/RSS has grown so acute that he has started hating India and its political system itself. On 15th January 2025, RAHUL GANDHI HAS NOW DECLARED AN OPEN WAR AGAINST THE INDIAN STATE. Article 12 of the Constitution of India defines the term "State", according to which the "State" includes: * The Government and Parliament of India * The Government and the Legislature of each State * All local and other authorities within the territory of India or under the control of the Government of India. The term "other authorities", as interpreted by Supreme Court and High Courts from time to time, is wide enough to include within it every authority created by a statute on which powers are conferred to carry out governmental or quasi-governmental functions and functioning within the territory of India or under the control of the Government of India. The manner in which Congress's spokespersons have been defending this anti-national statement of RaGa in TV debates and on social media confirms that waging war against Indian State is the single-point agenda of the entire Congress and its ecosystem. So, RAHUL GANDHI AND HIS CONGRESS HAVE NOW WAGED AN OPEN WAR AGAINST THE FOLLOWING SPECIFIC ENTITIES/AUTHORITIES (the list is illustrative only and not exhaustive): * Government of India (including President of India, Vice President of India, Prime Minister of India and members of Union Cabinet). * Indian Parliament (including Speaker of Sabha and Chairman of Rajya Sabha). * Supreme Court of India ( including Chief Justice and other Judges). * High Courts of India (including Chief Justices and other Judges). * Election Commission of India (including Chief Election Commissioner and two ECs). * Comptroller and Auditor General of India (CAG). * Indian Defence Forces (Army, Air Force and Navy) and other Para Military Forces. * Central Police Forces like BSF, CRPF, CISF etc. * Intelligence and Investigating Agencies (CBI, IB, ED, NIA, RAW etc). * Central Public Sector Undertakings (CPSUs). RAHUL GANDHI AND HIS CONGRESS HAVE NOW ATTAINED A UNIQUE DISTINCTION OF BEING THE NEW ENTRANTS TO THE ALREADY EXISTING NOTORIOUS GANG OF INDIA's ENEMIES, BOTH INTERNAL AND EXTERNAL (the list is illustrative only and not exhaustive): * Maoists and Naxalites * Islamic Terrorists * Khalistanis operating from foreign soil like Canada * NGOs engaged in Conversion business * Drug Suppliers and Distributers, including human trafficking * Pakistan and ISI * China * American Deep State (including George Soros, Hindanburg Research etc) * ISIS Actually, RaGa is the "Gatochkach" of Mahabharata era in the 21st century India. Like Gatochkach, our black-belt pahalwan RaGa has also a vardaan (boon) to grow his body exponentially, without any knowledge/understanding of the utility of the growth (positive or negative). In Mahabharata, at the last moment of his life, Lord Krishna advised Gatochkach to grow exponentially and ensure his fall on the side of Kaurva sena killing its thousands of soldiers merely by his fall. As RaGa doesn't have the sane advice of Lord Krishna in his team of advisers, he through his tantrums would eventually cause huge damage to his own Congress and India itself.
Yah Dekho paripath kar bol raha hai Sudhar Karen Rahul Gandhi Tujhe cal Hai Tujhe Kisi naam ka pata hai ki main kya bolna chahie vah padha likha insan hai usko Sahi Samjha aur Sahi samajh Le vah Sahi bol raha hai
पूर्णिमा जी ने सही कहा है- राहुल जी भारतीय को समझा ही नहीं रहे हैं. वह जो कहना चाहते थे. जिसको बताना चाहते थे , अंग्रेजी में ही उसको बताना है. जो केरल में है और जो विदेश में बैठे हैं
Badtamiz varishth patrakaar channel wale Jo Court mein bhi ke chalta hai to Barish Rajya Sarkar hoti hai cal Tumhen Hai dimag usne kya bola hai padha likha insan hai tum jaise beiman Bhasha per desh ki Janata Vishwas Nahin karegi
जिन्ना को तो पाकिस्तान चाहिए था, राहुल को क्या चाहिए। राहुल गांधी जो बोल रहे हैं वह अनजाने या नासमझी में नहीं,जानबूझकर और सोची समझी रणनीति के तहत बोल रहे हैं।उनका लक्ष्य स्पष्ट है।उनके मन में कोई दुविधा नहीं है।पर मुश्किल यह है कि दिन पर दिन उनका संकट बढ़ता जा रहा है।और मददगारों की संख्या घटती जा रही है।देश बाहर बैठे मददगारों की रीढ़ टूटने वाली है और देश के अंदर वाले ईकोसिस्टम में निराशा छाई हुई है। २०१५ में उम्मीद थी, २०१९ में प्रयास था और २०२४ में विश्वास । पर हर बार असफलता ही उनके हिस्से में आई। इससे भी ज़्यादा चिंता की बात यह है कि उम्मीद की कोई किरण दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही है । हताशा में राहुल गांधी आपा खोते जा रहे हैं।
Vinod Agnihotri aur Purnima ji ko patrakar kekna galat hai. Ye dono Congress ke agents hain. Wohi mansikta jo Pappuji jainsi hamesha desh vieodhi rehti hai.
करनिकजी आप के विश्लेषण से हम प्रभावित हुए आप बात अच्छा स्पष्टीकरण किए हैं
चमचो की लंबी लाइन है जो सुधार कराऐंगे वाह!
एक ही विषय पर भूल कितनी बार होती है भाई,? चमचे अखबार भी देश की आंखों में धूल झौंक कर बात को रफा दफा करने पर लगे हुऐ है ।
राहुल गांधी की काबिलियत को पूर्णिमा त्रिपाठी जी को ज्यादा भरोसा है इसलिए उनके बातों बयान को सबसे ज्यादा समझती हैं।😢
विनोद जी को राहुल के पर्सनल कार्यालय में कार्यग्रहण करना चाहिए ताकि ये राहुल को सद्बुद्धि देंगे अभी उसके इर्द गिर्द शी लोग नहीं है
जयदीप सर व अवधेश श्रीमानजी बिल्कुल सही कह रहे है ❤❤
Our Rahul dictum is absolutely correct. No confusion
चूक नहीं यह जानी समझी बात है,ms पूर्णिमा जी आपसे समझदार शायद इस देश में नहीं है....
Jay shree Ram ji 🙏🙏
विनोद जी और पूर्णिमा जी पत्रकार नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के पक्षकार है।
Exactly visible. Saaf dikhai de raha hai. Bachane ki koshish naakam hoti dikh rahi hai.
Belkul sahi hai
Rahul Gandhi is right.. No need for confusion..
मन की बात हर कोई बोल देता है
पूर्णिमा जी का विश्लेषण पक्षपातपूर्ण है।
Public itna moorkh nahi hai jitna netagan samjhte hain.
Good news chanel thanks
विदेशों की धरती पर राहुल गांधी की मुलाकातों और बयानों से लेकर उनके इंडियन स्टेट से विरोध वाले बयान को एक श्रृंखला में पिरोते हुए एक शो करना भी व्यूवर्स को बहुत भाएगा।
राहुल और अखिलेश पर योगी जी वो बात बिल्कुल सही है विरासत में सत्ता मिल सकती हैं पर बुध्दि विवेक नहीं।
स्वामी विवेकानन्द जी ने 1897 में कहा था कि 50 वर्षों में भारत आजाद होगा लेकिन वह पूर्ण आजादी नहीं होगी . भारत पूर्ण आजाद 100 बर्षो बाद होगी जिसकी शुरुआत 2014 से शुरू हुआ जो क्रमिक ढ़ग से आगे बढ़ रहा है श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम एक पड़ाव मात्र है ।
अग्निहोत्री कितना बड़ा समझदार है, बुद्ध 2500 साल पहले आए, और उन्होंने मध्य रास्ते अपनाने के लिए बोला, 1947 में देश आजाद हुआ उसको बुद्ध कैसे जस्टिफाई कर रहे थे .
यहां हमारे सामने जितनी महानुभावी लोग बैठे है इन से एक जिज्ञासा है! भारत को आजादी मिला किस से मिला और किसको मिला इसका उत्तर मुझे आशा है कि आप लोग मेरे को उत्तर देंगे।
इतनी बारीकी राहुल गांधी को समझना बहुत मुश्किल है
नमस्ते बहूतही बठीया चर्चा की है. पौर्णिमाजी एक बात स्पष्ट है की स्वातंत्र्य के बाद हमने अपनी परंपरा गत सनातन संस्कृती का तिरस्कार तथा उपेक्षा अवहेलना करते रहे. उस वजेसे हम हिंदू मुस्लीम एकता का प्रयास कर रहे. थे. अपितू ७५ साल मे जो दंगे हुये ऊसके दंगलखोर हम ऊने दंडीत नही किया. भले वो हिंदू है या मुस्लिम हो. पहीली बार गोध्रा दंगलखोर को दंडीत हुवा. ऊसका परीणाम हुवा आज गत दस वर्षोसे दंगल करने की हिंमत नही. यदी प्रभु श्रीरामचंद्र के जन्म स्थान का विषय जिस प्रकारसे भारत के बुध्दीवादी साम्यवादी मुस्लिम परस्त काँग्रेस समाजवादी ने जो भुमिका लियी ऊसका प्रतिवाद ऐसाही भाषा मे करनाही उचित है. जिस वजेसे ये चर्चा व ज्ञान बठेगा. क्या लोकशाही व्यवस्था मे संवैधानिक संस्था लोकप्रतिनिधी के चंगुल से मुक्त करना आवश्यक है? यदी पंतप्रधान का अजेंडा लागु करना यदी व्यवस्था का कार्य है तो विरोध क्यो? ईस विषय पर चर्चा करे. धन्यवाद
Bilkul sahi hai Badi pakka madam bilkul sahi samjhi yah Padhi likhi Bhasha hai BJP wale to Chahte ke Koi Rahul Gandhi ka point nikale Gandhi ne BJP party ke naak Mein Dam kar rakha hai Achcha bola achcha hi Kaha usne
Fool is supported by fools
रागा की मुश्किलअग्रेजी समझना पक्षपाती पत्रकारों के लिए बहुत कठिन है। उन्होंने बहुत सही कहा. है। कोई चूक नहीं हुई है। विश्लेक अपनी विद्वता के अनुसार बोल रहे हैं।रागा के विरोध मैं यह देश का अहित न करें।
Yehi congress shasan me ķaha gya hota to
Rahul Pappu tha , hai aur aage bhi Pappu hi rahega
Rahul Gandhi ke shabd Sahi the state ke sath ladna padega p yadi sari sansthaen Sarkar ne kabje mein karke detail receive laga rakhi hai aur Sahi Lada jaega
congress ka fithrath hai..if in election people vote them out...they ill blame EVM....and now since they are out of power...they will fight against country....and this deshadrohis ar allowed to roam freely in INDIA
modi bhakto ko jo samjhna so samje desh janta hai
देश को आजादी कब मिली, माफ़ीवीर बताएंगे,,?
और जिनको आजादी अभी मिली है वो देश द्रोही नहीं है गज़ब है गोदी मीडिया का हॉल
Rahul ji said we people know these people spreading negative things!
Binod Agnihotriit is the part of tool kit. He can not criticise congress.
गलथेथरी क्यों।वे कहना चाहते थे( हिन्दू राष्ट्र) India state को
RSS का स्वतंत्रता आंदोलन में क्या भूमिका है ????
शपथ तो संसद मे सांसद असदुद्दीन ओवेसी जो सपथ ही फलस्तीन की जय बोलकर लेते है,तो कैसे मान लिया जाय कि उनकी निष्ठा भारत राष्ट्र और संविधान के प्रति है,ये कैसे माना लिया जाय,ये तो देशद्रोह है और इस पर कोर्ट को सोचना पडेगा कि ऐसी शपथ संविधान सम्मत है ।
जिसकी फितरत है हगांमा खडा करना है ईसको क्या किसने क्या बोला किस कन्टेंन्स से बोले ईससे कोही लेनादेना. नही है जनता भि समज चुकी है ईसलीये बार बार पराजय हो रही है
राहुल गाँधी जी को भारतीयता को समझना पड़ेगा सनातन को ठीक से समझना होगा
इनसे गलती नहीं हुई है, ये सोच समझ कर दिया गया बयान है, नहीं तो माफी मांगने चाहिए
Amar ujala pure godi paper and channel,
अग्निहोत्री जी कंगना रनौत राहुल गांधी से ज्यादा समझदार है
राहुल गांधी जो भी बोलते हैं इसमें उनका अहंकार झलकता है "snse of entitlement " सब गड़बड़ी यहीं है
Kuwait nahi Iraq Jaydeep sir
क्या आप पत्रकारिता की संवैधानिक दायित्व के निर्वहन हेतु भारतीय नागरिकों के सरोकार के सवाल भारतीय जनता पार्टी जो सत्तासीन से करेंगे
Use per hai na usne galat bola to usmein Deshdrohi ka hai na ki chalva De nahin tum mein Himmat Ho BJP party ki sarkar Mein To usko bhej do Tum Koi padha likha Nahin Hai Uske barabar bilkul sahi bola hai bilkul sahi bola hai
जय श्रीराम
नाथूराम गोडसे जिंदाबाद, नाथूराम गोडसे अमर रहेंगे
Purnima Ji Rahul ji jo samjhana chahiye Rahe the wo koi samjhe ya nahi , Aap jarur Samajh gayi, kryonki aajtak congress ka namak Khana hai aapne
भगवत जी ने यह कब कहा कि आजादी 1947 को नहीं मिली किंतु ये भी सही है कि 2014 तक जो तुष्टि कारण चला सविधान में जो संशोधन हुए और संस्कृति के साथ जो खिलवाड़ होता था क्या उसपर कभी पूर्णिमाजी ने चिंतन किया है ये कहने से काम नहीं चलेगा हम काग्रेस परिवार से हैं हम भी काग्रेस परिवार है काग्रेस अभी तक इसलिए जिंदा थी लगभग सभी परिवार काग्रेस से ही भ्रमित थे
Vinod ji ko dekh ke ye lag raha hai ki ye khangress ke pakke wale hai. Aisa isliye bol raha hun ki Wo Rahul ke bat per ek line bol ke Bhagwat ji ke statement ko critise karne lage, jabki Bhagwat ji ne aisa kuch Nahi bola Tha
Rahul ji Bharat ki sadev aalochna karte rahenge. Such hai hum congress ki mansik gulami me aaj bhi ji rahe hai.
Rahul agar indra gandhi ji ki Virasat me na hote to apne dam per munispilty ka chunav nahi jeet sakte hai 😊
B j p only
Amar ujala ka Malik he dalal hai
काहे का डिबेट, मिला जुला कर बोल दिया हम दोनों के पक्षधर हैं। राष्ट्र जाय भांड में। डरते हैं। पक्षधर को या तो स्टेच्यू बनने पड़ते हैं या पद प्रतिष्ठा प्राप्त होता है।
गोदी मीडीया का बोलेगे आब
देश विरोधी नारे की कीमत सूद समेत चुकानी पड़ेगी कांग्रेस को। कांग्रेस में राहुल गांधी बयान देता है और दूसरे नेता उसके मतलब समझाते हैं।
Desh to 1947 Mein Azad Hua Ab Thodi Hua Hai yah RSS ki language ho raha hai Sardar Virodhi Hai yah
1947 power of transfer tha
Purnima singh is left liberals.she will not find any thing wrong in pappu' s. Statement.
RAHUL KI BHASA MEIN HUI CHOOK .BJP KO MILA RAHUL KI MOOT
Rahul gandhi desh ki akhandta aur ekta ko khuleaam challenge kar raha hai
राहुल गांधी को ये सोचकर बोलना चाहिए की यहाँ विश्लेषण करने वाले कितने विद्वान हैं।जहरीले विचारों वाले लोग हमेशा गलत मतलबही निकालेंगे।
Vinod.ji.rahul.ji.sabindan.ka.sapat.lekar.desh.drohi.bat.kartey.hai.aap.jintana.bhi.bachale.nahi.bacheyga.
Ramkrapal awdhesh jase dalal ko betha lo
Rahul Gandhi nahi ye jocker Gandhi hai
Purnama.ji.aap.rahul.ko.bacha.le.nahi.bach.payaka.rahul.desh.drahi.bat
Karta.hai.kiya.cong.ke.samay.me.masnary.ka.kitna.duryup.kiya.hai.
Yah patrakaar bol raha hai ismein akl hai kya usne sahi bola ki nahin bola Tum padhe likhe Ho Tum Nahin Ho
Rahul Gandhi ki bhasha ki galtiya ya bhav ki galtiya sirf Bharat aur Hindu o ke liye hi kyo hoti hai ?? Kabhi Muslaman ya Allah ya Jjesus ke liye kyo kabhi aisi halki bhasha galti se bhi nahi hoti ?
Congress's PM-in-waiting, Rahul Gandhi, seems to have taken a supari not only to finish Congress but also to destroy India - politically, economically and socially - in collaboration with India's enemies, both internal and external, including inter alia American Deep State, China and ISI, as he doesn't anticipate his chance of becoming India's Prime Minister, which his privileged family considers it as family's birthright. RaGa hates PM NaMo and his BJP/RSS, being the major stumbling block in fulfilling his dream. RaGa's hatred for NaMo/BJP/RSS has grown so acute that he has started hating India and its political system itself.
On 15th January 2025, RAHUL GANDHI HAS NOW DECLARED AN OPEN WAR AGAINST THE INDIAN STATE.
Article 12 of the Constitution of India defines the term "State", according to which the "State" includes:
* The Government and Parliament of India
* The Government and the Legislature of each State
* All local and other authorities within the territory of India or under the control of the Government of India.
The term "other authorities", as interpreted by Supreme Court and High Courts from time to time, is wide enough to include within it every authority created by a statute on which powers are conferred to carry out governmental or quasi-governmental functions and functioning within the territory of India or under the control of the Government of India.
The manner in which Congress's spokespersons have been defending this anti-national statement of RaGa in TV debates and on social media confirms that waging war against Indian State is the single-point agenda of the entire Congress and its ecosystem.
So, RAHUL GANDHI AND HIS CONGRESS HAVE NOW WAGED AN OPEN WAR AGAINST THE FOLLOWING SPECIFIC ENTITIES/AUTHORITIES (the list is illustrative only and not exhaustive):
* Government of India (including President of India, Vice President of India, Prime Minister of India and members of Union Cabinet).
* Indian Parliament (including Speaker of Sabha and Chairman of Rajya Sabha).
* Supreme Court of India ( including Chief Justice and other Judges).
* High Courts of India (including Chief Justices and other Judges).
* Election Commission of India (including Chief Election Commissioner and two ECs).
* Comptroller and Auditor General of India (CAG).
* Indian Defence Forces (Army, Air Force and Navy) and other Para Military Forces.
* Central Police Forces like BSF, CRPF, CISF etc.
* Intelligence and Investigating Agencies (CBI, IB, ED, NIA, RAW etc).
* Central Public Sector Undertakings (CPSUs).
RAHUL GANDHI AND HIS CONGRESS HAVE NOW ATTAINED A UNIQUE DISTINCTION OF BEING THE NEW ENTRANTS TO THE ALREADY EXISTING NOTORIOUS GANG OF INDIA's ENEMIES, BOTH INTERNAL AND EXTERNAL (the list is illustrative only and not exhaustive):
* Maoists and Naxalites
* Islamic Terrorists
* Khalistanis operating from foreign soil like Canada
* NGOs engaged in Conversion business
* Drug Suppliers and Distributers, including human trafficking
* Pakistan and ISI
* China
* American Deep State (including George Soros, Hindanburg Research etc)
* ISIS
Actually, RaGa is the "Gatochkach" of Mahabharata era in the 21st century India. Like Gatochkach, our black-belt pahalwan RaGa has also a vardaan (boon) to grow his body exponentially, without any knowledge/understanding of the utility of the growth (positive or negative). In Mahabharata, at the last moment of his life, Lord Krishna advised Gatochkach to grow exponentially and ensure his fall on the side of Kaurva sena killing its thousands of soldiers merely by his fall. As RaGa doesn't have the sane advice of Lord Krishna in his team of advisers, he through his tantrums would eventually cause huge damage to his own Congress and India itself.
Yah Dekho paripath kar bol raha hai Sudhar Karen Rahul Gandhi Tujhe cal Hai Tujhe Kisi naam ka pata hai ki main kya bolna chahie vah padha likha insan hai usko Sahi Samjha aur Sahi samajh Le vah Sahi bol raha hai
पूर्णिमा जी ने सही कहा है- राहुल जी भारतीय को समझा ही नहीं रहे हैं. वह जो कहना चाहते थे. जिसको बताना चाहते थे , अंग्रेजी में ही उसको बताना है. जो केरल में है और जो विदेश में बैठे हैं
Vinidji bahut jada papu ki chaplusi na kare.Time has proved his thinking is anti national.Madam bhi tumare line mey khadi hey.
Badtamiz varishth patrakaar channel wale Jo Court mein bhi ke chalta hai to Barish Rajya Sarkar hoti hai cal Tumhen Hai dimag usne kya bola hai padha likha insan hai tum jaise beiman Bhasha per desh ki Janata Vishwas Nahin karegi
मोदी क्या बोलते हैं उस पर चर्चा करें तो मानें आप शुद्ध पत्रकारिता कर रहे हैं नहीं तो गोदी मिडिया?
Naukri bhi aur padhai bhi
जिन्ना को तो पाकिस्तान चाहिए था, राहुल को क्या चाहिए।
राहुल गांधी जो बोल रहे हैं वह अनजाने या नासमझी में नहीं,जानबूझकर और सोची समझी रणनीति के तहत बोल रहे हैं।उनका लक्ष्य स्पष्ट है।उनके मन में कोई दुविधा नहीं है।पर मुश्किल यह है कि दिन पर दिन उनका संकट बढ़ता जा रहा है।और मददगारों की संख्या घटती जा रही है।देश बाहर बैठे मददगारों की रीढ़ टूटने वाली है और देश के अंदर वाले ईकोसिस्टम में निराशा छाई हुई है। २०१५ में उम्मीद थी, २०१९ में प्रयास था और २०२४ में विश्वास । पर हर बार असफलता ही उनके हिस्से में आई। इससे भी ज़्यादा चिंता की बात यह है कि उम्मीद की कोई किरण दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही है । हताशा में राहुल गांधी आपा खोते जा रहे हैं।
Vinod Agnihotri aur Purnima ji ko patrakar kekna galat hai. Ye dono Congress ke agents hain. Wohi mansikta jo Pappuji jainsi hamesha desh vieodhi rehti hai.