लालची और स्वार्थी नेताओं पर बहुत ही अच्छी और वास्तविक विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए जनता को सावधान करने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद आपको आदरणीय प्रदीप सिंह साहब।
BJP ko kisi bhi keemat par Udhav thakre ko saath rakhna chahiye thha. Godhi me bithha ke nas dabana asaan hota he. Hindu ikathha hotey aur Muslim vote Congress aur Sharad Pawar me bant jatey.
ममता bano का अंत भी इसी विधान सभा election में हो जायेगा लेकिन इसके लिए बिना डर के fair election करवाना जरूरी है जिसके लिए 6 महीने पहले बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी है ।
वैसे देखा जाये तो शरद पवार की विकृत राजनीति ने महाराष्ट्र को बहुत नुकसान पहुंचाया है, सबसे ज्यादा दंगे बम धमाके इन्ही के कार्यकाल में हुए मगर महाराष्ट्र का बहुत बड़ा वर्ग इनको लेकर अति भावुकता से ग्रस्त है चुनावों में कामयाबी इसी का परिणाम है, सीटें बगैर संघर्ष के मिल गईंः
सत्ता में बने रहने के लिए अलर्ट मोड़ में रहना चाहिए जैसे की नीतीश कुमार के आने के बाद बहुत विरोध हुआ था आज अगर नीतीश नही होते तो कितना मुश्किल हो जाता रिजल्ट सामने है
Bjp की अबतक की सबसे बड़ी भूल अजित पवार को बेवजह और बेमतलब साथ तो लिया ही अपनी बहुमत वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया जिससे bjp का महाराष्ट्र में बेड़ागर्क हुआ है।
एक गलती हो तो बताएं इस पार्टी ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं वहीं जाकर पैर मारा है और अभी भी संभालने की तरफ़ नहीं हैं वही सबका साथ सबका विस्वास वाली थ्योरी चल रही है अभी 0000 होंगे तब पता चलेगा
अजीत पवार के कारण ही पूरी बीजेपी पार्टी ने सैद्धांतिकता को ताक पर रखकर समझोता किया और फड़नवीस जी को अर्श से फर्श पर ले आये। मोदी जी का अति आत्मविश्वास और पार्टी की उन पर निर्भरता ने चुनाव में असर दिखाया है नीयत और नीति को जुमले के तौर पर इस्तेमाल मंहगा पड़ा .....
मोदी जी के बाद प्रदीप सिंह जी का ही नाम लेना होगा 😁😁 इस उम्र में एक से एक कलर के और डिजाइन के कपड़ों के संग्रह के बारे में। जैसे मोदी जी आने के बाद जैकेट के डिजाइन,कलर, देखने मिल रहे हैं वैसे दादा के कुर्ते के कलर की फैशन चलेगी।😂😂😂😂😂
आपका विश्लेषण बहुत ही सटीक है। साधारण जनमानस को अजीत पवार और कांग्रेस नेता को राज्य सभा भेजना ठीक नहीं लगा संघ के कार्यकर्ताओं को भी और ना भाजपा को भी ठीक नहीं लगा। ये दोनों पार्टियों की वजह से भाजपा की पार्टी को हानि हुई। उनकी पार्टी में एक से बढ़कर अनेक कर्मठ नेता है। बाहरी नेता जैसे इंसान मुख्यमंत्री शर्मा जी जो एक समर्पित नेता हैं। बहुत बहुत धन्यवाद
अगर मोदी सरकार ने अभी भी इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं की तो अगली बार बी जे पी का सूपड़ा साफ हो जाएगा वैसे भी इस पार्टी का कांग्रेसीकरण शुरू हो चुका है और अगर यही हाल रहा तो वो दिन दूर नही कि इनकी हालत खांगरेस से भी बदतर हो जायेगा जनता ने इन्हे सबक सिखाया है सुधरना या मिट्टी में मिलना ये इनके हाथ है
प्रदीप जी सादर नमस्कार। आपकी भाषण शैली अति संतुलित और शालीन होती है। जिसे सुनकर विदेश में भी होकर देश में होने का आभास करवाता है। सटीक और सामयिक जानकारी देने के लिए आभार। साधुवाद।
Bjp vale sattaa me ane k bad rss k karyakartao ko ku de k barabar samjhte hain jaise cg m bjp ke purva mukhyamntri ko bharosa nahi tha lakin rss vale ko bharosa tha ki sarkar banegi rss n kam b bahut kiya lakin ab sarkar ban jane k bad unki koi puch parakh nahi hai
बीजेपी को वाशिंग मशीन का काम बन्द कर देना चाहिए।वैसे भी सर बीजेपी का महाराष्ट्र में बंटाढार हो गया है।बहुत दुर्गती हुई है।अब बीजेपी महाराष्ट्र में जीत नही पायेगी।सरकार तो बनने से रही अब।
प्रदीप जी हमारा निवेदन है आप एक ऐसे टॉपिक पर एक वीडियो बनाया इस देश में बीजेपी के सामने कोई भी पार्टी खड़ी हो उनको 25 या 30% मुस्लिम वोट फ्री के मिल रहे हैं क्या यह लोकतंत्र के लिए सही बात है इसका मतलब यह हुआ कि अगर उनकी जनसंख्या 30 40% से ज्यादा हो गई तो भारत में उनकी इच्छा के अनुसार ही कोई पार्टी अपना सरकार बनेगी वह कभी विकास एजुकेशन और कोई और मुद्दे पर अपना वोट नहीं देते उनके लिए सिर्फ धर्म ही सर्वोपरि है यह कैसा लोकतंत्र है सिर्फ एक समुदाय के लोग धर्म के नाम पर ही वोट दे रहे हैं
आप सही है सरजी, परंतु शरदपवार इस समय केवल BJP के कार्यकर्ताओंके लापरवाही तथा अतिरिक्त आत्मविश्वास और बुद्धीमंत सेक्यूलर लिब्रांडूओके कारण ज्यादा सांसद जितवा चूके है।फिलहाल मराठा समाज समय सुचकताकेनुसार BJP के और शिंदे शिवसेनाके साथ निकल पडा है। मुस्लिम समाज BJP को हमेशासें अपना शत्रुही घोषित कर चूका है।
जिस प्रकार से आपने चारों नेताओं का बखान किया है उससे लगता है कि उन सभी नेताओं की नेतागिरी समाप्त होने की कगार पर है और उनको दोबारा मौका मिलना सम्भव नही दिखाई दे रहा है ।
षड्यंत्र का खुलासा अब दिल्ली आबकारी नीति के इस अवैध विचार को जन्म देने के बाद, भाजपा या मोदी को दोष देना केजरीवाल के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उन्हें पूरी तरह से दोषी ठहराया जाना चाहिए और उनके सहयोगियों सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह को गौण भूमिका निभानी चाहिए। यह मामला कैसे आगे बढ़ता है, यह देखने वाली बात होगी।
प, बंगाल अब कश्मीर बन चुका है बस अन्तर यह है कि वहां मु, मंत्री एक हिन्दू महिला है। स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है।मालिक यानी देश की जनता ध्यान दे।
जय श्री राम प्रदीप सिहं जी, बिलकुल सही विषलेशण किया है आपने।यह जो चारो राजनितिज्ञो वाकई में इतने महत्वकांक्षी थे कि खुद को जल्द से जल्द बिना कुछ खुबियो के बड़े बड़े सपने देखने लगे और नतिजन जमीन पर ओंधे मुंह गिरे। जय भारत जय हिन्द वन्दे मातरम 🇮🇳
अब भाजपा का भी हाल यही होने वाला है अगर अभी भी सावधान नही हुए इसलिये मेरा सुझाव है कि बिना लाग लपेट के जंता के हित और राष्ट्र हित मे काम करना चाहिये आज कल दलित ,ओबीसी , आदिवासी एक अलग अलख जगाने की कोशिस कर रहे है अतः बडे सोच विचार की आवश्कता है केवल वाहवाही या हित की बात नही होनी चाहिये वास्तविक हित परिलक्षित होना चाहिये ।पेपर लीक पर ठोस कानून , भृष्टाचार पर ठोस कानून, सीएए जैसे ठोस कानून ,जातिवाद पर रोक और नौकरियो पर ध्यान देना होगा।बडबोलापन रोकना होगा।
अजीत पवार खुद ही एनडीए से बहार हो जायेंगे। अभी महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव देखना होगा। बीजेपी ने अजीत को लेकर गलती की लेकिन डबल गेम का दांव बराबर जमा नही अगर जम जाता तो दोनों प्रादेशिक पार्टी एक झटके में धाराशाई हो जाती। विधानसभा में शरद पवार कितना एक्टिव रहेंगे यह देखने वाली बात रहेगी।शरद पवार के बाद संगठन पर पकड़ जयंत पाटिल की रहेगी वैसे पहले से ही वो संगठन का काम देख रहे हैं तो पार्टी में उनके समर्थक भी है।इस वजह से पार्टी में टुट हो सकती है। अजीत पवार ने चुनाव लडा है हमेशा शरद पवार की देखरेख में लड़वाने का यह पहला मौका था अजीत का।अब पाटिल लोग पार्टी पर कब्जा जमाने की कोशिश में रहेंगे उसके चलते अजीत की घर वापसी हो सकती है।
बहुत सटीक विश्लेषण किया है, केजरीवाल राजनीति को भी आंदोलन की तर्ज़ पर चलाना चाहते हैं जो मुमकिन नहीं है, उन्होंने झूठ और मनगढ़ंत विमर्श से राजनीति में कदम रखा ,जबकि राजनीति में आने के बाद वह स्वयं भ्रष्टाचार में घिर गये जबकि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ ही वह सत्ता में आयें और उसी तरह डूब गए।
आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ पूर्ण रूप से राजनीतिक हो गया है। निश्चित रुप से सत्ता का पक्ष लेने वाले पत्रकार फ़ायदे में रहते हैं इसलिए अधिकतर पत्रकार सत्ता पक्ष के पक्ष में दलीलें देते हैं। हालत यह हैं कि लोग टीवी पर पत्रकारों को देखते ही समझ जाते हैं कौन क्या कहने वाला है।
ओम । कटु सत्य। सार्वभौम सचाईयां। म्रत आतमाऐ जीवित प्रतिमाएं । ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः। प्रदीपजी आपका विशैषण का समझानै का तरीका अति सुंदर व सटीक है। मै सबको भेजता रहता हूं। केजरीवाल जी पर जितना बोला जाए उतना कम है।
केजरीवाल जैसा सच्चा नेता कोई नहीं है। बन्दे ने कहा था दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल भेजूंगा।करके दिखा दिया।भले शीला दीक्षित की जगह खुद जाना पड़ा।
😂😂😂😂👍👍
😂😂
Aap ke is comment ke liye kotisah dhanyavad. Maza aa gaya.
😂😂😂
जय श्री राम 🌹💐🌹🙏🙏🙏😅😅😅😅😅
लालची और स्वार्थी नेताओं पर बहुत ही अच्छी और वास्तविक विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए जनता को सावधान करने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद आपको आदरणीय प्रदीप सिंह साहब।
बहुत सुन्दर विश्लेषण ।आपने हकीकत बयां कर दी है ।बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनायें ।
Very nicely explained thanks
बहुत ही ज्ञानवर्धक और आंखें खोलने वाला अंक। इन चोरों ....मेरा मतलब चारों की जो दुर्दशा हुई वो सब इसी लायक हैं।
प्रदीप जी आप हमेशा एक दम सटीक विश्लेषण करते हैं। I always admire you❤you for your bold criticism.
अजीत पवार को लाना भाजपा की भारी बहुत भारी गलती हुई थी। और शरद पवार को पीटने के प्रयास में महाराष्ट्र भाजपा ने ये मूर्खता पूर्ण प्रयास किया।
अजीत पवार को लेकर भाजपा ने सबसे वडी राजनेतिक भूल थी
BJP ko kisi bhi keemat par Udhav thakre ko saath rakhna chahiye thha. Godhi me bithha ke nas dabana asaan hota he. Hindu ikathha hotey aur Muslim vote Congress aur Sharad Pawar me bant jatey.
Bhool nhi thi,ye Sharad Pawar ko kmjor karne ki niti thitaki vo PM ko chellenge na kr ske
अरविंद केजरीवाल जैसी प्रवृत्ति, भारतीय राजनीति से समाप्त होना, देश के हित का ही है__
Delhi walo K liye achha h 😂😂😂
Andhbhkto Ko samjhana namumkin h 😮😮😮
Pradipji बहूत सही आक्लैं।
एक अति विशिष्ट विष्लेषण किया आपने, इन नेताओं केजरीवाल, kcr जैसौं की औकात एक एक कर पोल खोल दी
I totally agree with you 🙏
अब अरविंद केजरीवाल को शातिराना धूर्तता और देश विरोधी षड्यंत्रकारी क्रिया कलाप को दिल्ली की जनता अब अच्छी तरह से समझ चुकी है।।
Pradip ji,Bahut hee Sundar Analysis Kiya hai.We have seen all these Netas & yet we never thought like you.Brilliant,Well said.
6❤
very very true. ये शातिल ही नही,पातालयंत्री शकुनी लगते है।
Bahut sunder anklan pesh kiya. Pradeep ji apka dhannyabad .
Sir namaste bilkul sahi Kaha aapane aapko bahut pasand karta hun sir
ममता bano का अंत भी इसी विधान सभा election में हो जायेगा लेकिन इसके लिए बिना डर के fair election करवाना जरूरी है जिसके लिए 6 महीने पहले बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी है ।
बिहार को लालू से आजादी तब मिली जब राष्ट्रपती शासन मे चुनाव हूवा अब बंगाल की बारी है
बंगाल में इतनी बुरी स्तिथि के बावजूद बीजेपी का वोट परसेंट लगभग वही है
Jab Modi prachand bahumat pas kar 10 saal mein President Rule nahi laga paaye to ab kya kha kar aisa action lengen.
RASHTRAPATI Raj too Modi ji kavi nahi lagayangay,Dartay hain.
राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए दम चाहिए
Thank you pradip ji.
बहुत सुन्दर सत्य एवम् सटीक आंकलन... श्रीमान 🙏
Bhut bahut sunder vishleshan hai ❤❤
Real Analysis sir Pradeep excellent
बहुत-बहुत धन्यवाद
इसी तरह आगे भी मार्गदर्शन करते रहिए
केजरीवाल जैसा ईमानदार बना इस ब्रह्मांड में न है न होगा। वे जेल में बंद हैं उन्हें वहीं रहने की जरूरत है
वैसे देखा जाये तो शरद पवार की विकृत राजनीति ने महाराष्ट्र को बहुत नुकसान पहुंचाया है, सबसे ज्यादा दंगे बम धमाके इन्ही के कार्यकाल में हुए मगर महाराष्ट्र का बहुत बड़ा वर्ग इनको लेकर अति भावुकता से ग्रस्त है चुनावों में कामयाबी इसी का परिणाम है, सीटें बगैर संघर्ष के मिल गईंः
जब भाजपा के तथाकथित चाणक्य अजीत पवार को लाये थे,तभी आपने आगाह किया था,भाजपा को,
सत्ता में बने रहने के लिए अलर्ट मोड़ में रहना चाहिए जैसे की नीतीश कुमार के आने के बाद बहुत विरोध हुआ था आज अगर नीतीश नही होते तो कितना मुश्किल हो जाता रिजल्ट सामने है
@@jitendrakumarpatel8621
Nitish kumar is not corrupt like Ajit pawar
@@sirji668 ये बात सही कहा आपने
@@sirji668nitish ke pass cm ki kursi bas rehna chahiye 😂😂
Overconfidence me Amit sah ne Maharashtra up bjp ko nipta diya .Ajit pawar ko bahar kare bjp
Bjp की अबतक की सबसे बड़ी भूल अजित पवार को बेवजह और बेमतलब साथ तो लिया ही अपनी बहुमत वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया जिससे bjp का महाराष्ट्र में बेड़ागर्क हुआ है।
Aur us chor ko Finance Minister bhi bana diya.
एक गलती हो तो बताएं इस पार्टी ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं वहीं जाकर पैर मारा है और अभी भी संभालने की तरफ़ नहीं हैं वही सबका साथ सबका विस्वास वाली थ्योरी चल रही है अभी 0000 होंगे तब पता चलेगा
बहुत सटीक और सुंदर विश्लेषण। धन्यवाद 🙏
बहुत शानदार विश्लेषण
यह इनकी करनी फल है धन्यवाद प्रदीप बाबू
इनके विकृति भरी करनी के फल है।
अजीत पवार के कारण ही पूरी बीजेपी पार्टी ने सैद्धांतिकता को ताक पर रखकर समझोता किया और फड़नवीस जी को अर्श से फर्श पर ले आये। मोदी जी का अति आत्मविश्वास और पार्टी की उन पर निर्भरता ने चुनाव में असर दिखाया है नीयत और नीति को जुमले के तौर पर इस्तेमाल मंहगा पड़ा .....
Sabse bada ghotalewaz hai Ajeet Pawar BJP ko isko hath bhi nahin lagana chahiye.
Good analysis of four leaders
प्रदीप जी नमस्कार धन्यवाद आभार
जबरदस्त विशलेषण , भाईसाहब 👌👌👌🤟🤟✌✌🙌🙌🌹🌹🙏🙏
आज क्रीम कलर के कुर्ते में आप बहुत अच्छे लग रहें हैं
मोदी जी के बाद प्रदीप सिंह जी का ही नाम लेना होगा 😁😁 इस उम्र में एक से एक कलर के और डिजाइन के कपड़ों के संग्रह के बारे में। जैसे मोदी जी आने के बाद जैकेट के डिजाइन,कलर, देखने मिल रहे हैं वैसे दादा के कुर्ते के कलर की फैशन चलेगी।😂😂😂😂😂
Sajjan insaan Jo b pehne vah achche lagte h durjan admi ka designer dress b bekar lagta hai
निश्चित रूप से वास्तविक एवं बेबाक विश्र्लेषण.
आपका विश्लेषण बहुत ही सटीक है। साधारण जनमानस को अजीत पवार और कांग्रेस नेता को राज्य सभा भेजना ठीक नहीं लगा संघ के कार्यकर्ताओं को भी और ना भाजपा को भी ठीक नहीं लगा। ये दोनों पार्टियों की वजह से भाजपा की पार्टी को हानि हुई।
उनकी पार्टी में एक से बढ़कर अनेक कर्मठ नेता है। बाहरी नेता जैसे इंसान मुख्यमंत्री शर्मा जी जो एक समर्पित नेता हैं।
बहुत बहुत धन्यवाद
Great message 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जंबूद्वीप अखंड भारत की जय वंदेमातरम
Good,Lesson for all Politicians. Pranam.
पीछले कुछ दिनों से इन्डिया टीवी पर कोफी वीथ कुरुक्षेत्र में आपको देख सुन रहे हैं, काफी कुछ नया जानने को मिला।
Sahi Analysis 🙏🙏🌹👍
अपनी कही हुई बात को पूरा करने के लिए खुजली वाल जेल गया ।
बिल्कुल सही।
अगर मोदी सरकार ने अभी भी इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं की तो अगली बार बी जे पी का सूपड़ा साफ हो जाएगा वैसे भी इस पार्टी का कांग्रेसीकरण शुरू हो चुका है और अगर यही हाल रहा तो वो दिन दूर नही कि इनकी हालत खांगरेस से भी बदतर हो जायेगा जनता ने इन्हे सबक सिखाया है सुधरना या मिट्टी में मिलना ये इनके हाथ है
जेल का फैसला तो वोटसे मिल गया,फैसला सर ऑखोपर रखकर इस्तिफा देना था.
प्रदीप जी सादर नमस्कार। आपकी भाषण शैली अति संतुलित और शालीन होती है। जिसे सुनकर विदेश में भी होकर देश में होने का आभास करवाता है। सटीक और सामयिक जानकारी देने के लिए आभार। साधुवाद।
अत्यंत सराहनीय विश्लेषण।
Excellent analysis
बीजेपी को हर चुनाव मे अकेले ही लड़ना चाहिए क्योंकि बीजेपी के कैडर का खयाल रखना चाहिए l बीजेपी और RSS मिलकर चले तो आराम से सत्ता में आ सकते है l
Satta K liye kuch bhi kar lena 🤣🤣🤣
Bjp vale sattaa me ane k bad rss k karyakartao ko ku de k barabar samjhte hain jaise cg m bjp ke purva mukhyamntri ko bharosa nahi tha lakin rss vale ko bharosa tha ki sarkar banegi rss n kam b bahut kiya lakin ab sarkar ban jane k bad unki koi puch parakh nahi hai
बिहार को छोड़कर।
Sir ji accepted and Correct. Truth. Always speak the truth. Always did not played blackmail.
बीजेपी को वाशिंग मशीन का काम बन्द कर देना चाहिए।वैसे भी सर बीजेपी का महाराष्ट्र में बंटाढार हो गया है।बहुत दुर्गती हुई है।अब बीजेपी महाराष्ट्र में जीत नही पायेगी।सरकार तो बनने से रही अब।
Lakin andhbhkto ko samjhana namumkin h 😊😊😊
@@RamKumar-ep1li correct
Excellent analysis.
प्रदीप जी हमारा निवेदन है आप एक ऐसे टॉपिक पर एक वीडियो बनाया इस देश में बीजेपी के सामने कोई भी पार्टी खड़ी हो उनको 25 या 30% मुस्लिम वोट फ्री के मिल रहे हैं क्या यह लोकतंत्र के लिए सही बात है इसका मतलब यह हुआ कि अगर उनकी जनसंख्या 30 40% से ज्यादा हो गई तो भारत में उनकी इच्छा के अनुसार ही कोई पार्टी अपना सरकार बनेगी वह कभी विकास एजुकेशन और कोई और मुद्दे पर अपना वोट नहीं देते उनके लिए सिर्फ धर्म ही सर्वोपरि है यह कैसा लोकतंत्र है सिर्फ एक समुदाय के लोग धर्म के नाम पर ही वोट दे रहे हैं
Iska ilaaj janta hi kr skti h use mil kr bjp ko vote Krna chahiye jati pr nhi
म
Aap ki vishleshan shiksha prad jaisi hoti hai Vartmaan samay ke anusaar desh hit ko dhyan mein rakhte huye khari_ khoti vishleshan ki avasyakta hai
हकीकत की फर्श पर मोदी ,योगी और करोड़ों भाजपा समर्थक एवं राष्ट्र भक्त आ गए ।बाकी किसी का क्या होगा इससे क्या लेना देना।
बहुत अच्छा विश्लेषण, प्रदीप जी आपने सही और सुंदर आकलन किया है इन नेताओं का। धन्यवाद
माननीय प्रदीप सर जी को सादर प्रणाम
एक था खेजड़ी बवाल जिसका आम आदमी पार्टी था अब इतिहास के पन्नों में लिखा जायेगा
शरद पवारा अजित पवार दोनो एकही है अंदर से आनेवाले विधानसभा में अजित पवार बीजेपी के साथ रहकर बीजेपी का सफाई करेंगे
ठाकुर साहब, जुग jug जियो।
प्रदीप सिह जी आप जैसे गयानी पत्रकार इतनी कुंठासे ग्रसित है ।
आप इनडिया गठबंधन को इनडी बोल रहे है। दरशक सुनेगे तो आपके लिऐ अचछी राय नहीहोगी सायद।
आप सही है सरजी, परंतु शरदपवार इस समय केवल BJP के कार्यकर्ताओंके लापरवाही तथा अतिरिक्त आत्मविश्वास और बुद्धीमंत सेक्यूलर लिब्रांडूओके कारण ज्यादा सांसद जितवा चूके है।फिलहाल मराठा समाज समय सुचकताकेनुसार BJP के और शिंदे शिवसेनाके साथ निकल पडा है। मुस्लिम समाज BJP को हमेशासें अपना शत्रुही घोषित कर चूका है।
बिल्कुल स्टीक विश्लेषण ।जय श्री राम जय राम जी की ।
Well said you sir
जिस प्रकार से आपने चारों नेताओं का बखान किया है उससे लगता है कि उन सभी नेताओं की नेतागिरी समाप्त होने की कगार पर है और उनको दोबारा मौका मिलना सम्भव नही दिखाई दे रहा है ।
akali dal ,pdp mahbuba 2 party ka naam nhi liye
Correct analysis of 4 leaders
-Kejriwal, Ajit Pawar,Tejaswi Yadav,KC Rao
ऐसे झूठे नेताओं से देश को कब मुक्ति मिलेगी
प्रणाम,अत्यंत महत्वपूर्ण विश्लेषण ।
दिल्ली को चण्डीगढ की तरह यू टी बना दे भारत सरकार बस चेयरमैन हो सांसद हो ।
विश्व भर की नज़र होती है दिल्ली पर और नैशनल सुरक्षा के लिए केंद्र के अधीन हो
षड्यंत्र का खुलासा
अब दिल्ली आबकारी नीति के इस अवैध विचार को जन्म देने के बाद, भाजपा या मोदी को दोष देना केजरीवाल के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उन्हें पूरी तरह से दोषी ठहराया जाना चाहिए और उनके सहयोगियों सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह को गौण भूमिका निभानी चाहिए। यह मामला कैसे आगे बढ़ता है, यह देखने वाली बात होगी।
Right
प, बंगाल अब कश्मीर बन चुका है बस अन्तर यह है कि वहां मु, मंत्री एक हिन्दू महिला है। स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है।मालिक यानी देश की जनता ध्यान दे।
Thanks pradeep singh ji. For updates and facts with analysis.
जय श्री राम प्रदीप सिहं जी, बिलकुल सही विषलेशण किया है आपने।यह जो चारो राजनितिज्ञो वाकई में इतने महत्वकांक्षी थे कि खुद को जल्द से जल्द बिना कुछ खुबियो के बड़े बड़े सपने देखने लगे और नतिजन जमीन पर ओंधे मुंह गिरे। जय भारत जय हिन्द वन्दे मातरम 🇮🇳
प्रदीप जी आप का हर समाचार इतना साफ और विस्तार से जन मानव के सामने प्रस्तुत करते इसका खूब आसानी से समझ में आता है, धन्यवाद
Vvnice true news outstanding congrats ❤❤❤DrJPP
अति उत्तम विश्लेषण
अब भाजपा का भी हाल यही होने वाला है अगर अभी भी सावधान नही हुए इसलिये मेरा सुझाव है कि बिना लाग लपेट के जंता के हित और राष्ट्र हित मे काम करना चाहिये आज कल दलित ,ओबीसी , आदिवासी एक अलग अलख जगाने की कोशिस कर रहे है अतः बडे सोच विचार की आवश्कता है केवल वाहवाही या हित की बात नही होनी चाहिये वास्तविक हित परिलक्षित होना चाहिये ।पेपर लीक पर ठोस कानून , भृष्टाचार पर ठोस कानून, सीएए जैसे ठोस कानून ,जातिवाद पर रोक और नौकरियो पर ध्यान देना होगा।बडबोलापन रोकना होगा।
Very good analysis Thanks
चोर का साथ चोर ही दे सकता है।
Jai Siya Ram 🙏, Perfect analysis
जूठ्ठा और अफवाह फैलानेवाले को कडी सजा का कानून होना चाहिए👌👌🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏
बिलकुल सही ढंग से आपने सब के मन की बात कह डाली.
शानदार प्रस्तुति। प्रदीप सिंह जी स्वागत
बहुत अच्छा विश्लेषण.
अजीत पवार को बीजेपी से जितना जल्द निकाले उतना कम नुकसान उठाना पड़ेगा
अजीत पवार खुद ही एनडीए से बहार हो जायेंगे। अभी महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव देखना होगा। बीजेपी ने अजीत को लेकर गलती की लेकिन डबल गेम का दांव बराबर जमा नही अगर जम जाता तो दोनों प्रादेशिक पार्टी एक झटके में धाराशाई हो जाती। विधानसभा में शरद पवार कितना एक्टिव रहेंगे यह देखने वाली बात रहेगी।शरद पवार के बाद संगठन पर पकड़ जयंत पाटिल की रहेगी वैसे पहले से ही वो संगठन का काम देख रहे हैं तो पार्टी में उनके समर्थक भी है।इस वजह से पार्टी में टुट हो सकती है। अजीत पवार ने चुनाव लडा है हमेशा शरद पवार की देखरेख में लड़वाने का यह पहला मौका था अजीत का।अब पाटिल लोग पार्टी पर कब्जा जमाने की कोशिश में रहेंगे उसके चलते अजीत की घर वापसी हो सकती है।
One of the best analysis. Your narration in outstanding. Thank you
बहुत सटीक विश्लेषण किया है, केजरीवाल राजनीति को भी आंदोलन की तर्ज़ पर चलाना चाहते हैं जो मुमकिन नहीं है, उन्होंने झूठ और मनगढ़ंत विमर्श से राजनीति में कदम रखा ,जबकि राजनीति में आने के बाद वह स्वयं भ्रष्टाचार में घिर गये जबकि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ ही वह सत्ता में आयें और उसी तरह डूब गए।
बहुत ही सटीक विश्लेषण सर 👍
विपक्ष की, आज की राजनीति, विकृति के चरम सीमा पर है, लोकतंत्र है, अपना भी क्रमांक आ सकता यह भूल गए___
सही खबर
आज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ पूर्ण रूप से राजनीतिक हो गया है। निश्चित रुप से सत्ता का पक्ष लेने वाले पत्रकार फ़ायदे में रहते हैं इसलिए अधिकतर पत्रकार सत्ता पक्ष के पक्ष में दलीलें देते हैं। हालत यह हैं कि लोग टीवी पर पत्रकारों को देखते ही समझ जाते हैं कौन क्या कहने वाला है।
Ye Stithi kab nahi thi
Respected sir your analysis is always intelligent and perfect
सटीक विश्लेषण ।
Pradeep G aapko mera namaskar 👏 Sir Ur Great Great how U explain is awesome 👏
Jai Jai Sree Ram 🙏
Bahut Achcha vishleshan
सटीक
धन्यवाद श्रीमान ।
ओम ।
कटु सत्य।
सार्वभौम सचाईयां।
म्रत आतमाऐ जीवित प्रतिमाएं ।
ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः।
प्रदीपजी आपका विशैषण का समझानै का तरीका अति सुंदर व सटीक है। मै सबको भेजता रहता हूं। केजरीवाल जी पर जितना बोला जाए उतना कम है।
Really very balanced , knowledgeable and impartial explanation of these blind ambitious leaders
Thank you sir
यूपी में बीजेपी की सबसे बड़ी गलती थी uppsc की सीबीआई जांच पर कार्यवाई न करना
बहुत सटीक विश्लेषण केजरी अजीत केसीआर इसी के लायक थे
जय श्री राम जय हिंदू राष्ट्र भारत माता की जय