टिकट वितरण से जीते थे उप्र और उसी से हार भी गए
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- Опубліковано 5 чер 2024
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टिकट वितरण से जीते थे उप्र और उसी से हार भी गए #EP1897 @apkaakhbar
लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं लेकिन नतीजों की समीक्षा का सिलसिला अभी चल रहा है और कुछ समय तक चलता रहेगा। बहुत सी नई नई बातें सामने आ रही हैं। भाजपा के गिरे हुए प्रदर्शन के सबसे बड़े दो कारण हैं। एक टिकट वितरण। भाजपा टिकट वितरण से ही आधा चुनाव हार गई। टिकट वितरण बाज़ी अखिलेश यादव के नाम रही। उन्होंने उम्मीदवारों के चयन में जातीय समीकरण को प्राथमिकता दी। उन्होंने अपने कोर वोट के बाहर के लोगों को टिकट दिया। इससे उन्होंने नए मतदाता समूह को जोड़ा। उनके इस फ़ैसले का उनके कोर वोटर ने समर्थन किया। भाजपा पिछले चार चुनावों की अपनी ही रणनीति भूल गई। उसने सामाजिक समीकरण साधने पर कोई ध्यान नहीं दिया। उसका नतीजा यह हुआ कि उसके सामाजिक समीकरण में सेंध लगाने में समाजवादी पार्टी सफल हो गई। उसका नतीजा सबके सामने है।
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पता नही भाजपा के नेताओ को कितना दुख हुआ पर हम जैसे तो खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है
भाजपा में संघ बाहर के लोग जो घुसमारी कर चुके है।वे ही भाजपा की घोर खोद रहे है।
Mai bhi
अब भाजपा और उनके समर्थकों को निराश होने और हिंदुओं को कोसने का प्रयास नहीं करना चाहिए। अब इससे आगे ऐसी गलती दोबारा नहीं हो इस बात को ध्यान में रखकर आगे सोचने और कार्य करने की आवश्यकता है।
Hum bhi
Koi baat ni bhai, next time it will improve
बीजेपी की इस अवस्था में लाने में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा का बहुत बड़ा हाथ है।
सत्य
शिवराज मामा नये अध्यक्ष बने
Kaise par ? Pls explain ...can't understand 🙏
Amit shah aur modiji is responsible for this decline of party
Up में बेरोजगारी बहुत ज्ञयादा हे इसीलिए भाजपा हारी है
सर यूपी में भाजपा को झटका अमितशाह कि वजह से मिला है। यदि बाबा को विश्वास में लेकर टिकिट का बटवारा करते तो आज ये नौबत नहीं आती।
वैसे भी अमित शाह योगी जी से वैमनस्य रखते हैं।
ऐसा नहीं है, लोकसभा मे कैंडिडेट मायने नही रखता
Abe bhai jo obc vote milta hai vo sirf modi ki wajah se milta hai, yogi ka koi yogdaan nhi hai up me. Dekhna jab modi hatega tab pata chalega obc voto ka gyan jada na pelo
@@pramodkumarpatel6156 जी ठीक है ओबीसी SC ST General ही करते रहो future अच्छा-खासा रहेगा
बनारस में तो मोदीजी के नाम पर दोनों राज़ी थे तो फिर क्यों मोदीजी का जीत का अंतर पांच लाख से घट कर डेढ़ लाख हो गया? 😅
नड्डा तो बीजेपी मुख्यालय ही नहीं जाते थे।घर से बैठ कर दफ़्तर चलाते थे।कार्यकर्ताओ को मिलना मुश्किल हो जाता था।पिछले चुनावों में भी इनका प्रदर्शन अच्छा नही था।केवल मोदी के भरोसे रहे।हमेशा फेल रहे।
मोदी ne कोई teer नहीं mara
Jite to modi or hare to nadda 😂
Shivraj Singh Mama ko party ka adhyakhs banana chahiya. Nadda ek nikkama aur bakwaas adyaksha hain. Aur Amit shah bahut jyaada power leke baita Hain.
@pralhadsingh तो देश मे इतने काम हुवे देखे नहीं ज्या. 60 सालो मे नहीं हुवे वो. एक घर हमे नहीं चलाने आता और मोदीजी को अक्ल सिखाने चले.
इनको अध्यक्ष पद से अब हट जाना चाहिए ।
जाती में बंटा हिंदू समाज देश हित में सही निर्णय लेने में बुरी तरह चुक गया है जिसका खामियाजा पुरे देश को भुगतना ही पड़ेगा,
जय श्री राम 💐💐💐🙏
@@parasnathyadav3869 जयश्रीराम 🌹🌹🙏🙏
अति आत्मविश्वास, अहंकार और कार्य करताओं की अनदेखी बीजेपी को ले डूबा
बस्ती जिले के पूर्व सांसद हरीश दिवेदी 10 साल संसद रहे, मोदी के नाम पर 2 बार जीत गए थे, लेकिन अबकी बार हम लोगों ने वोट नहीं किया क्योंकि इन्होंने 10 साल कुछ काम नहि किया, कितनी बार इनको वोट दे इनको, इसलिए हरा दिया
बीजेपी को फिर से अपने पुराने रंग में आना है तो चाहे अमित शाह या शिवराज सिंह चौहान को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए
नड्डा जी को तुरंत बदला जाये
नड्डा ही गड्ढा हैं ! तुरंत भरा जाए।
भाजपा के उदास कार्यकर्ता घरों से निकलने का प्रयास ही नहीं किया।
@@s.ptripathi8664
सर जब से रिजल्ट आये है मन बहुत बहुत व्यथित ,और बहुत वेदना से भरा हुआ है अपने को इलाहाबाद का कहने में शर्मिंदा हूं सर अब आगे क्या करना चाहिए ,कैसी रणनीति बनाई जाये हमे सर हर हाल में हिन्दू राष्ट्र चाहते हैं सर आगे की रणनीति बताए अयोध्या से हारना यूपी वालों को डूब कर मर जाने जैसा है
Hindu tatkalin labh se uppar nahi uth paya tat biradari mai bata ye soya samaj aaram parath ho gaya jo gaya vote dena usne bhi jati ke nam par voting ki
*जब 2 सीटें थी तब भी सीना तानकर खड़े रहते थे*
अभी तो गीदड़ों के झुंड पर अपना शेर Modi अकेले ही भारी है...
*कम ज्यादा तो चलता रहता है*✌️🇮🇳
Allahabad me sarminda ho rhe ho to . Prayagraj bolo... Thoda to sarmindagi km lgega. Hindusukh milega.
Qki yhi policy rhi hai is govt ki.
ऐसी ही मनोस्थिति में, मैं भी हूं और सभी देशभक्त भी हैं । एक तरह से एक दूसरे को सांत्वना दें रहे हैं । मोदी जी को 6 माह , सदन में विश्वास मत हासिल करने के बाद मिल जायें तो वह बहुत कुछ काम कर डालेंगे और शायद अपनी सरकार की स्थिति भी मजबूत कर लेंगे।
@@omshankarsharma5001 इसी उम्मीद पर खुद को रोने नहीं दिया.
🙏🙏🙏🙏🙏
घर पर मतदान पर्ची पहुंचने वाली बात प्रदीप जी आपकी सही है इटावा लोकसभा क्षेत्र में हमारे कई लोगों की पर्ची नहीं आई
हमारे जौनपुर संसदीय क्षेत्र मे भाजपा 2014 से ही इस प्रत्यासी उतरती है जिसकी सकल जनता चुनाव से पहले कभी नही देखी होती
भाजपा के जौनपुर के सांसद होली दीपावली दसहरा पर भी अपने घर से नही निकलते
जब जब भाजपा ने अपने आप को राष्ट्रीय स्वयं सेवक यानी संघ से ऊपर समझने का प्रयास किया है तब तब उसने केंद्र में मात खाई है चाहे वो 2004 हो या 2024 , नड्डा जी को सोच समझ कर बोलना चाहिए था। भाजपा संघ से है लेकिन संघ भाजपा से नहीं। परिणाम सबके सामने है।
पुरी तरह सहमत हूं
जय श्री राम 💐💐🙏
परंतु सबक सिखाने के लिए आरएसएस ने भारत माता को नीचा दिखा दिया मोदी जी को नीचा दिखा दिया को इसके लिए तो आरएसएस कोधिक्कार है 2004 में भी इन्होंने गद्दारी की थी और संघ की को भी बट्टा लगा है
अब ज़रूरी है कि किसी तरह से उत्तर प्रदेश बचाया जाए 2027 में
Ab kuch hone wala nahi h 😮😮😮
उत्तर प्रदेश मे इन पाखंडियो की पोल खुल गई
तब पछताएं होत का जब चिड़िया चुग गई खेत!
Mushkil h , janta hindu muslim se polarize nhi ho rhi😅
Naukari mang rhe yuva
Babaji ka mushkil h😢😢
@@Baaghiazamgadiya-dk7lv मान लो अखिलेश की सरकार आ भी गई, तब भी paper leak रुकेंगे इसकी कोई guarantee नहीं। साथ ही नौकरियां तो यादवों में ही बांटनी है सपा वालों ने।
रोजगार के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के युवा योगी सरकार से बहुत नाराज हैं
ये उसी का नतीजा है, सवर्ण युवाओं ने भाजपा के विरोध में वोट दिया है
कोई भी पार्टी हो,पप्पू और उसके जैसे पप्पू हमेशा बेरोजगार ही रहेगा...😂
जिनके पास skills हें वो कभी बेरोजगार नहीं रहेगा...!!
मोदी जी के हिन्दुत्व से मुस्लिम हृदय सम्राट बनने की कोशिश और मोदी के विकास के असर का जनता पर अति विश्वास करना। असफल इलेक्शन प्रबंधन। नड्डा जी का अहंकार।
बीजेपी का IT सेल भी फेल रहा।इसको तो तत्काल प्रभाव से बन्द कर देना चाहिए।विपक्षी पार्टी के नैरेटिव की काट नही निकाल पाये।अपना नैरेटिव न बना पाये न चला पाये।
It cell ka adhyasha Amit malviya ko hatana chahiye
कांग्रेस का आईटी सेल बहुत सक्रिय था अफवाह फैलाने में।
Ye sabse bada karn tha BJP ki har ka. Amit Malwiya IT cell head bilkul anpad hai. Usne BJP ko duba Diya.
Sir आप की बात बिल्कुल सही है लेकिन up मे टिकट बितरण किसने किया sir योगी जी को महत्व ही नही दिया गया केवल प्रचारक थे
Fire nakamma nada
बहुत अच्छा परिणाम आया है। लंबी रेस में ऐसे झटके जरूरी होते हैं अन्यथा घमण्ड और गलतफहमी हो जाता है।
सही पकड़े हैं
ये तो मन को समझाने वाली बात हो गई !
Correct
Very true
BILKUL .SAHI
कोन कोन ये मानते है की आज यदि मोदी 400 पार कर लेते तो पक्का आज EVM गलत होता ना चम्चो
प्रदीप जी,
स्मृति इरानी ने तो बहुत अच्छा कार्य किया फिर वो क्यों हार गई?
मोदी जी और राजनाथ जी भी बहुत कम वोट से जीते?
दरअसल खटाखट खटाखट एक लाख के जुमले ने अपना काम कर दिया और कुछ भी नही हैं।
यही झूठ राहुल मध्य प्रदेश मे बोला था किसानो का कर्ज माफ करेंगे किसान ने दबाव बनाए ,सरकार गिर गई वही झूठ खटाखट वाला जुमला है आज लखनऊ के काग्रेस आफिस पर मुस्लिम महिलाए पहुंच गई फार्म लेने,गठबंधन को बेरोजगारी,महगाई, नकल,ये जुला इनको खत्म करेगा।
अखिलेश को पत्ता था की उसका कोर वोटर बीजेपी को तो वोट करेगा नहीं,लेकिन बीजेपी में तो ऐसे लोगों को भर लिया जो दूसरी पार्टियों में अलग थलग पड़ गए थे,इसलिए बीजेपी का कार्यकर्ता का मान सम्मान कम हो गया,इसके लिए तो संगठन ही जिम्मेवार है। जे पी नड्डा कितने भी सज्जन हों लेकिन अध्यक्ष के रूप में फेलियर है।
राईट
Yeh jimmedari BJP ki Rajya ikai ki hai na ki Rastriya ijai ki
अब मोदी जी को सबका साथ,सबका विकास छोड़ कर ,जिसका साथ उसका विकास वाली नीति अपनानी चाहिए।
चंदौली, ग़ाज़ीपुर और जौनपुर के टिकट वितरण ने बीजेपी को पहले ही दिन हरा दिया था । इन तीनों जगहों की नाराज़गी ने बनारस में मोदी जी की जीत को भी कठिन कर दिया था । शेष दिल्ली से बनारस पहुँचे नेताओं ने होटलों में हवाई क़िले बनाकर पूरे कर दिए ।
चंदौली में पांडे जी को टिकट नहीं देना था,,,
Ayodhya mein candidate ke kaaran hi bjp haari
अति आत्मविश्वास
सब कुछ योगी मोदीजी करें सासंद पांचों बर्ष मौज में रहे
जेपी नद्दा अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी organisation weak होगया
👍
प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका की भी जाँच करानी होगी !
कार्य कर्ता की अनदेखी से वह घर बैठ गया । अब यह साबित हो गया कि बीजेपी का टिकट जीत की गारंटी नहीं । जनता ही जनार्दन है 🙏🙏🚩🚩
आपने बहुत ही सटीक एवं सार्गर्भित विश्लेषण किया हैं अब भाजपा के आला कमान को अखिलेश यादव के टिकट वितरण के फार्मूले पर विचार करना चाहिए श्री मोदी जी कब तक भाजपा को जितायेंगे चुनाव परिणाम आने के बाद से बहुत व्यथित हैं बहुत दुख हुआ जय श्रीराम
प्रदीप जी इतना दिल तो किसी का पहला प्यार खो देने पर भी नहीं टूटता, अब व्याख्या करते रहिए।
टिकट वितरण में योगीजी को अनदेखा किया गया था
तो मोदी जी की वोट % मोदी की सीट मे क्यू कम हो गया ये भी तो बताओ
जनता की मूलभूत समस्याओं पर सरकार की पहुंच नहीं है
जनता बहुत ही आक्रोश है भाजपा से,बेबसी में, अगर भाजपा ने नहीं सुधारा तो मजबूरी में भाजपा से विमोह हो रहा है। अगले विधानसभा चुनाव में नुकसान होने की सम्भावना है।
@@prajesh1550 पैसेंजर ट्रेन में एक्सप्रेस का किराया वसुला जा रहा था
रेलवे और एससी में सरकारी नौकरियां नहीं आ रही थी
पेपर लीक की समस्या लगातारहोती जा रही थी
महंगाई को कंट्रोल नहीं कियागया था
छोटे नेताओं द्वारा आरक्षण खत्म करने के बात और संविधान बदलने की बात कही जा रही थी
घोषणा पत्र में नौकरी और रोजगार पर कोई बात नहीं कहा गया था
@@user-ie2gd3ty5cAAP Ki baat Sahi h 🙏🌹🌹
Lakin andhbhkto ko samjhana namumkin h 😄😄😄
बीजेपी के नेताओं ने कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं की। प्रदीप जी आपका विश्लेषण सही है
उत्तर प्रदेश में क्षत्रियों की अवहेलना तथा जाटों,औम प्रकाश राजभर एवं दारा सिंह नोनिया को जबरदस्ती महत्व देना बीजेपी को बहुत भारी पड़ा है।
Bilkul sahi bat hai.Ese koi nahi bol Raha hai.
Jat aur Rajput aksar alag alag guto mei rehte hai .
Jat samaj to 2013 ke dangai ke samarthan mei aa gaya tha 2019 mei hi.
BJP ne Jat samaj ko mnane ka paryaas kiya aur RLD ko shamil kiya jis se Jat vote toh aa gaye lekin SC chale gaye SP-Cong ki jholi mei.
Dakkan ka. Jatu. Na. ,MEERUT GHAZIABAD NOIDA. BULANDSHAR ,AMROHA BAGPAT BIJNOR ,ALIGARH MAI JAT. CANDIDATE THA USKO. JATU. NE. HARAYS. HA DAKKAN KA ,,,HATRASH ,,MATURA FAITHPUR. SIKRI MAI. RAJPUT. MUGAL. TO. HARWA. DETA. ANTIM. TIME. ,JAAT HO. JAYANT NE. JITA DIYA. ,,HA , MUFFARNAGAR RAJPUT NE. GADDARI. KI. 20 PERCENT ,EASTERN UP 25. MIA. ,,,4. AIU. HA. MODI AUR. YOGI. SIRA HA 8 CENTRAL MINISTER HA 24. MINISTER EASTERN UP. SA. SUB. HATE DU. PM 1 LAKHS. SA. JITA. LADIES KI. VIJAH. SA.
ISI JAT VAD SE HARI
Sahi hai choti jat Wale kuch bada nahi kar sakte,inhe jaha mal milega wahi bhag jayenge
दद्दा, आज आपका विश्लेषण एकदम सटीक है।
सांसद महोदय और विधायक जी अहंकारी हो गए थे। बंद गाड़ी में बंद शीशा में मोबाइल कान पर लगाए लोगों से विमुख, रोजगार के कम अवसर उपलब्ध कराना, आत्मा मुग्धता आदि अनेक कारण है।
Vibhago me pde bharti ka nhi nikalna paper leak
सहारा के जमाकर्ता और कार्यकर्ता बहुत बड़े कारण थे , जिसके कुछ लोगों ने नोटा और कुछ लोगों ने विपक्ष को वोट किये ! लोगों को लगा की बीजेपी सहारा पर कार्यवाही नहीं की !
उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण उम्मीदवारों का गलत चयन है।
JAI HIND JAI BHARAT
Very correct analysis.
Fir Modi ji ka vote share kam kyu hua Varanasi me?
May be.we in Assam give full 10 seat to BJP
Ye nahi huwa wo naahi huwa andhbhkto ko samjhana 😅😅😅
तत्काल प्रभाव से नड्डा कों हटाया जाना चाहिये और अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह जी से सलाहकर उत्तर प्रदेश से नियुक्त किया जाना चाहिए
ये सब बातें क्या मोदीजी,शाह,योगी तक नही पहुंच सकीं। मोदी जी ने तो सदैव कामगार को पूर्ण सम्मान देते रहे
देवेंद्र फाड़नवीस resign करने को तैयार है लेकिन नाद्दा के एक शब्द भी नहीं निकले हार कि responsibility मैं लेता हूँ और resign करता हूँ , ये महानुभाव में organisational skills नहीं है
Theek kaha aapnai JP NADAA party pad bahut badee LIABILITY hai
JAI HIND
जय श्री राम 💐🌹🙏🙏
उत्कृष्ट समीक्षा,
प्रदीप जी, इस तरह की समीक्षा-विवेचना बीजेपी के राज्य संगठन और केंद्रीय संगठन को करना चाहिए। आपका यह एपिसोड ही देख-सुन लें तो उनकी आँखें खुल जाएगी।
प्रदीप जी, मुस्लिम क्यों नहीं सोचते कि ' उन्हे क्या मिलेगा' ? क्या हम हिन्दू ही इतने स्वार्थी है?
Exactly RT sirji
अखलेश के टिकट वितरण में स्मार्टनेस, जाती को देखकर, पुराने घिसे, आलोक प्रिय उम्मीदवार को टिकट देना, मायावती का वोट एसपी को ट्रांसफर होना, मुस्लिम का बीजेपी को वोट न देना, मुख्य कारण है
मुसलमान वोट तो बीजेपी को कभी मिलेगा ही नहीं. इनके उलमा सारे आम खुल कर कह रहे थे कि वोट बंटना नहीं चाहिए. इसका मतलब क्या है - बीजेपी का विरोध करो. अगर बीजेपी को भी सिक्यूलरिज्म की खुजली लगी है - जैसे अटल बिहारी वाजपेयी को लगी थी - तो ऐसा ही नतीजा होगा
मैं प्रतापगढ़ से हूं यहां का MP ने कुछ काम नहीं किया और कई भाजपा समर्थक इन्हें हटाना चाहते थे बस इसलिए सपा को वोट दिया गया शायद और जिलों जैसे अयोध्या में भी यही हुआ
Yahi huaa hai jyada tar
Nota ko dete vote...Sp Ko q diya
@@bharat77770 भाई हमारा पूरा परिवार और पड़ोसी बीजेपी को दिया लेकिन कई लोग नाखुश थे
यदि केवल टिकट वितरण की ही ख़ामी रही होती तो , राहुल गांधी जी को 3 लाख से अधिक अंतर से जीतना , स्मृति ईरानी का हारना , मोदी जी का मात्र 1.25 लाख की ही बढ़त लेने जैसी परिस्थितियों क्यों बनती ।
Sahi kaha bhai , ye log perception bna rhe candidate ki wajah haare😂😂
Lekin 2027 mein dekhna halat bjp ka😂😂
Ab bhi nhi samajh paye reason ye log 😅😅
Modi ji ki lead 5 lakh se 1.5k aa jaati h 😂😂
सत प्रतिशत सही पकड़ा आपने बहुसंख्यक समाज का परसेप्शन क्या है इसको आपने समझा और व्यक्त किया नमन आपको
श्रीमान जी, आपके लगातार और 99% सभी एपिसोड मैं सुनता रहा हूं। आपके विश्लेषण में एक शब्द लाभार्थी वर्ग कई बार सुना था, मगर उस वर्ग ने भाजपा का साथ नहीं दिया। उनका मानना है, उनका ये अधिकार है, इस लिए वोट विरोधी पक्ष को दल कर, आंखें खोल दी हैं। Tax देने वाले मध्यम वर्ग या नौकरी पेशा की अनदेखी भी एक मुद्दा रहा, जिसने वोटिंग किया ही नहीं, परिणाम 55% मतदान ,,, । नई सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए।
बिलकुल सही मध्यम वर्ग को भाजपा कोई अहमियत नही देता .
जब तक सरकार नहीं होती है तब तक सभी नेता पार्टी और जनता के साथ रहते हैं मगर जब सत्ता आती है और सरकार बन जाती है तब पार्टी और जनता से दूर होते जाते हैं.. दूर होते होते इतना दूर हो जाते हैं कि समर्पित मतदाताओं की चीख-पुकार भी नहीं सुन पाते हैं इसलिए पार्टियों का पतन होता है । कमोबेश शाइनिंग इंडिया का ही मामला है।
एक दम सही बात
आपकी पूरी बात सुनने के बाद मैं कोई निष्कर्ष निर्धारित नहीं कर पा रहा हूं। पूरी वार्ताअनर्गल थी
यह बात तो सच है की भाजपा के नेता जनता से दूरी बनाए बैठ गए है।मत दाताओं की बात छोड़िए कार्यकर्ताओ के जायज़ काम भी नही होते।नगर पालिका के स्तर पर भारी भ्रष्टाचार है।बिना पैसे किसका भी काम नही होता।राजकोट दुर्घटना में खुद बीजेपी के सांसद यह बात स्वीकार कर चुके है
नड्डा को बदलने पर विचार करना चाहिए
एकदम सही कहे है आप 🙏
बहुत ही जबर्दस्त सटीक सुंदर एनालिसिस
प्रदीप जी खुल के बोलिये ना की २०१३-१४ में अमित शा ने समीककरण सादा तो जब समीकरण बिगाड़ने के वक़्त बीजेपी मत बोलिए ना नाम ले शा जी का
योगी जी का क़द कम करने कि लिए समीकरण बिगड़ा भीं उन्होंने ही
अहमद शाह की वजह से हार हुई
मेरे एक मित्र धार्मिक कथाकार है ,ये संसद के निर्वाचन से पूर्व अयोध्या गये थे अपनी आगामी कथा की व्यवस्था के लिए तथा निर्वाचन के पश्चात पुनः गये व्यवस्थाओं के पुन:निरिक्षण के लिए पहले जब गये थे तो स्थानीय संत ,महंत, व्यक्तियों ने कहा था की अयोध्या से ललनसिंह यहां से नहीं जीत पाएंगे , सदस्य सही नहीं है ,रिजल्ट लाले दिन भी वही हुआ ।
आपका आंकलन बहुत सहि होता है ।
उससे बड़ा सवाल ये है कि धार्मिक कथाकार और संतों को राजनीति में विशेष दिलचस्पी क्यों है। हर धर्म में सारी परेशानियों की जड़ यहीं से शुरू होती है।
बहुत ही सही आप अंदरूनी गडबड़ी भाजपा की पेश कर रहे हो । एकदम सही चित्रण किया आपने ।
अखिलेश यादव जी जिंदाबाद🇮🇳🇮🇳
आदरणीय
बहुत ही सुन्दर विश्लेषण किया आप ने जमीनीस्तर की सच्चाई।
अग्नि वीर से युपी का युवा बहुत नाराज था और 400 पार के नारे ने दलित समाज को अखिलेश और कांग्रेस की तरफ जाने पर मजबूर कर दिया क्योंकि दलितों को लगा अब तो आरक्षण गया
संविधान की दुहाई देकर हर जगह रैलियों में कांग्रेस कि नेता और गठबन्धन के सभी पार्टियाँ संविधान बदलाव का हल्ला उड़ाकर जनता को भ्रमित करने में सफल रहे और पॉकेट में रखकर घूम रहे थे राहुल गाँधी 🤣😂😁
अग्निवीर में आपको पकड़ कर कोई नहीं ले जा रहा था. अगर आपको नहीं ठीक लगा तो जॉइन नहीं करते.
AGNIVEER ME MODIFICATION JARURI
आप सही कह रहे है सर जी,,। मछली सहर लोक सभा जौनपुर में यही था । बीपी सरोज को कोई दोबारा नहीं देखना चाहता था
पूरा शिक्षा विभाग + शिक्षा मित्र आदि सभी BJP की नीतियों के खिलाफ थे
संगठन में कार्यकर्ता की अहमियत ही नहीं है, बस पदाधिकारी इतने बड़े हो गए कि उनको किसी की जरूरत नहीं है, ये सोचना पड़ेगा भाजपा को,
टिकिट वितरण के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है क्योंकि क्षेत्रीय प्रतिनिधि की उपेक्षा करने की जरूरत क्यों हुई
करो अमित शाह पर
मोदी जी तो विश्व स्तरीय नेता हैं और बनारस के लिये किया भी बहुत है फिर उन्हें इतना वोट कम क्यों मिला । बहुत दुःख हुआ ।
Paisa nhi bata hota 2000 ek ek vote ke liye to margin aur kam ho jati hai. Modi ek number ka jhootha hai, din rat jhooth bolta hai bas.
सटीक विश्लेषण
सबका साथ सबका विकास भूल कर जिसने दिया साथ उसका हो बिकास के नीति पर चलना है
जय जय श्रीराम 🚩🚩🚩
अ ब आपने सटीक विश्लेषण किया है । जनता का दोस है नहीं है अर्कमय नेताओं की वजह से जनता में असतोष था।
एकदम सही विश्लेषण,आगे अब कुछ बोलने के लिये बचा नहीं।
प्रणाम प्रदीप जी
हो सकता हो लेकिन इस का मतलब ये नहीं कि हम बीजेपी को वोट ना दे एक मुस्लिम समाज है जो कांग्रेस से कितना भी नाराज हो जाय लेकिन कभी बीजेपी को वोट नहीं देता है ज्ञान व्यापी में शिव है मथुरा में कृष्ण है लेकिन अब उनको वही रहने दो 😢😢😢😢😢😢😢
Shri Krishna b jante the isliye mathura chod ker gujrat chale gye
@@kailashvijayvergiya6055 और तुम नहीं गए
प्रदीप जी, जो कहिये, सौ बात की एक बात।संघ मोदी के बढ़ते कद को बर्दाश्त नही कर पाई।
एकदम यही चीज़ हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा ने किया। 10 में से 2 टिकट जाट को दिया बाकी 8 अन्य जाति को। 0 से 5 पर आ गयी कांग्रेस।
Haryana se bjp Gaye 😮😮
Assembly election November 2024 me 😮😮
Note kar lena 🙏🙏
एक दम सही बात है
क्या प्रदीप जी जैसे मध्यप्रदेश में शिवराज जी को हराने जैसा दुख वहा की जनता को हुआ था ऐसा ही दुख देश की जनता को होगा प्रदीप जी आप इसपर वीडियो जरूर बनाना
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
भाजपा के लोगो ने मतदाताओं से संपर्क करना ही बंद कर दिया हैँ। इस चुनाव मे मुझे मेरे क्षेत्र मे कोई भाजपा कार्यकर्ता दिखाई ही नहीं दिया। एक और मुख्य कारण हैँ भाजपा की हार का ओर वो हैँ संघ का निष्क्रिय रहना।
सादर
sansad log jab apne chamcho se aage bade tab na chhetra me lokpriyta banana pdta hai kaam se lekin inn sbko kuch aata nhi
JP Nanda जी को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए😊
baat chal rhi hai hataya jayega
एक बात और है , योगी जी के हाथ बांधे गए ,अधिकारी केंद्र से थोपे गए ,मुख्य सचिव केंद्र से थोपे गए ।
योगी को निपटाने का अंदरूनी षड्यंत्र 2022से ही चल रहा है
बहुत सटीक विश्लेषण 🙏 प्रदीप जी इसके अतिरिक्त प्रमुख कारण कम मतदान भी था, भीषण गर्मी से लोग वोट डालने नही निकले, कम से कम 50-60 सीट पर मामूली अंतर से हार गए 🙏
garmi virodhiyo ko nhi lgti ye glt baat hai lekin ye shi baat hai ki vote percentage jab 60% se jyda 65 % 67% pdta hai toh jeet ki % bad jata hai
आदरणीय श्रीमान , मैं आपके विश्लेषण का क़ायल है । मेरा चुनाव प्रचार के समय से ही दृढ़ मानना था कि कांग्रेस, सपा, राजद , आप पार्टी - सभी का एक मात्र फोकस इसी बात पर था कि मुसलमानों को एकजुट रखते हुए भाजपा के विरुद्ध बनाये रखा जाये और हिंदुओं को जातिगत गणना- यादव - sc नाम से पृथकता को हवा दी जाये जिससे वो एकजुट होकर भाजपा के समर्थन में वोट नहीं कर पायें
रूपाला के बयानसे राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भाजपा को आधा किया राजपूत नाराज थे
Ye kho na inki naaak jyada unchi ho jati h chhoti chhoti bt pe mafiya manga tha na usne...or bt modi g ki thi..unko PM bnana tha..rajput bnke nhi hindu bnke thoda jhuk nhi skte the.sari nautanki hindu logo me hi h
केशव मौर्य , ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाना , योगीजी के प्रभाव को कम करना था । पावर का केंद्रीकरण हुआ , अधिकारियों की चलती रही ।
आपकी सभी बातों से सहमत होते हुए मैं यह जोड़ना चाहता हूं कि अधिकतर प्रत्याशी पहली बार तो सभी कार्यकर्ताओं से सम्पर्क बनाता है लेकिन जब वह एक बार जीत जाता है तो कुछ चुनिंदा लोगों को ज्यादा महत्व देने लगता है जिससे गुटबाजी बढ़ती है जो संगठन को कमजोर करती है।
बिल्कुल ठीक बात, ज्यादातर सांसद अपने क्षेत्र में पब्लिक से मिले ही नहीं, सभी साथियों को साथ लेकर नहीं किया, जय श्री राम
मायावती को पूरी तरह निपटाना भी बीजेपी को भारी पड़ा,, वो मैदान में रहती तो पिछड़े मुस्लिम वोट बंटते,,, जो नहीं हुआ
Bhai BJP PAISA DE k to MAYAWATI JI ko to ni ldwaegi na
जीत का एक ही कारण होता है सबसे अच्छा होना । हार के कारण बहुत होता है । अब आप लोग भूसा कूटते रहिए ।
छोटे कार्यकर्ता का कोई सम्मान नही ।
बिपछ का झुट संविधान बदल देगे जनता मे असर कर गया ।
गलत टिकट बितरण ।
बेरोजगारी ।
बीजेपी कि सरकार मे दुसरे प्रार्टी के कार्यकर्ता का ज्यादा सुनवाई।
बीजेपी का आई टी सेल का योगदान एकदम बिल्कुल कम
यूपी प्रदेश अध्यक्ष से भी सख्त सवाल जवाब होना होंना चाहिये टिकट वितरण क्यों होने दिया गलत
सरजी आपने सही और सटीक विश्लेषण किया सत्यता यही है बुथपर कार्य करता नही थे परचिया नही मिली सब घर बैठकर हाक रहे थे
Great analysis by U 🇮🇳❤️
Good analysis sir,
Namaskar
Jai Shri Ram
Jai Hind Jai Bharat Maa.
मतदान सूची में तो मेरे कई जानने वालों के नाम गायब थे | जबकि सब वोट भाजपा के थे | फ्री राशन बंद होना चाहिए | जो समुदाय सबसे अधिक फायदा उठा रहा वही वोट नहीं देता
अगर टिकट वितरण गलत था तो बनारस से मोदी जी क्यों हारे ?!! जी हां मेरे हिसाब से मोदी जी को हरा ही माना जाएगा क्योंकि पिछली बार से 2 लाख वोट कम मिले हैं !!
Sahi kaha
सही
@bharatjoshi4140 SACHHAI yeh hai ki jayaadatar HINDUON ka DNA hi DOUBTFUL hai ITIHAAS aissai LOGON sai bharaa padaa hai
JAI HIND
Mere hisab se androoni ldai thi or bjp ko rojgar pr dhyan dena pdega
@@swaggeryoutuber4242 ROJGAAR ROJGAAR chilaanai sai kuchh nahin hogaa LOG CHAR CHAR SHADIAN aur 10/12 BACHHAI paidaa karatai rahengai toh koi SARKAR KUCHH NAHIN KAR SAKATEE POPULATION CONTROL BILL SAB SAI JAROORI HAI
JAI HIND
प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका की भी जाँच करानी होगी !
कार्य कर्ता की अनदेखी से वह घर बैठ गया । अब यह साबित हो गया कि बीजेपी का टिकट जीत की गारंटी नहीं । जनता ही जनार्दन है 🙏🙏🚩🚩
Attitude 👌
बीजेपी गैर हिन्दुओं का तृप्तीकरण बहुत जोर से कर रही थी कि गैर हिन्दुओं के वोट लेकर वह 420 ही बनेगी लेकिन गैर हिन्दुओं ने बीजेपी की सारी मलाई चट कर डाली और वोट कांग्रेस को दे दिया
resign dene wala hai main whi tha bhupendra chaudhary aur jp nadda gadda
प्रदीप सर जी
आपको कोटि कोटि प्रणाम
जो हम जैसे कम जानकार भाइयों को हकीकत से रूबरू कराते हो।
आज चौथा दिन है खाना ही नहीं अच्छा लग रहा। ये खरपतवार पार्टीयां फिर से फल फूल रही हैं।
मोदी जी को उदास देख कर रोना आ रहा है।
क्योंकि मैं और मेरा परिवार, समाज,BJP का कोर वोटर है। हम कहीं नहीं जाते
आपका विश्लेषण एकदमसे ठीक है
सही कहा आपने और अफवाह फैला कर की एक लाख रुपये मिलेगें
आपने सबसे पहले चेताया था कम वोटिंग पर की हिंदुओ ने क्या खोया था कालांतर में जब पंजाब का हिस्सा पाकिस्तान चला गया था
ये सारी चीज़ें लेकिन बहुत भारी पड़ गई,,हमारी पूरी उम्मीदें टूट गई,,
आप लोग हिन्दू मुस्लिम और आरक्षण पर जितना भी बहस करते रहिए लेकिन इस बार BJP का कम मत आना मेरे को युवाओं का प्रधानमंत्री के प्रति गुस्सा लगा। क्योंकि युवाओं का सेना भर्ती के प्रति जो लगाव था वही सेना का अस्थाई करण करना इस बार BJP को भारी पड़ा।
SENA kai liye 1% YUVA bhi APPLY nahin karatai
JAI HIND
@@user-ek1ry2ib7y lekin jo paper leaks ho rhe hai....unmey aur Sena me kul milakar kitne % krte hai,Zara bta andhbhakt
गलत चयन एक कारण हो सकता है पर मोदीजी ,राजनाथ सिंह का जीतने का अंतरण कम होना और स्मृति ईरानी का हारना दलित ओबीसी का कांग्रेस तरफ जाना यादव और मुस्लिमों का एक जुटता है
🚩अब योगी जी को सिर्फ़ और सिर्फ़ अपना पूरा फोकस UP में लगाना पड़ेगा,BJP को पूरी ताक़त और सूझबूझ के साथ अभी से जुटना पड़ेगा आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए, नहीं तो गुंडे तैयार बैठे हैं UP लूटने के लिए.......
vibhago me pde bharti ko turant bhara jaye wrna ghatak abhi hua hai aage aur ghatak hoga
बहुत ही स्टिक और वस्तुनिष्ठ विश्लेषण किया है अiपने।
क्या मोदी जी को , राजनाथ जी को भी ग़लत टिकट दिया गया था ? दोनों की ही बहुत कम मार्जिन से अपनी सीटों पर जीत पाये ? श्रीमान गडकरी जी की भी जीत का मार्जिन अत्यधिक गिर गया ?
Bhai janta ka kuchh nahin kah sakte Modi jaisa neta aur itne kaam Varanasi mein karne ke baad bhi janta lochha kar sakti iska koi rule nahin hai ...Janta hi janardan hai
काका जी सादर चरण स्पर्श। मैं आपका बहुत सम्मान करता हूं और करता रहुंगा, लेकिन एक शिकायत है आपसे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव और अभी सम्पन्न लोकसभा चुनाव में आपका आकलन सही नहीं हुआ।