पहले से ही पुलिस की गलत गिरफ्तारी से कितने लोग युवा बर्बाद हो गये है जिंदगी बर्बाद हो गई है ऐसे कानून देश मे और जिंदगी बर्बाद करेंगी ईश्वर से प्रार्थना है देश को गलत हाथों से मुक्त करे
कांग्रेस ने गलत हाथो को सज्जा नही दिआ आज वही गलत हाथ कांग्रेस का गला दबा रही है। आज के टाइम मे जब सगे भाई अपने नही है। जाती धर्म के लोग सगे है यह एक धोखा है और कुछ नही। हर धर्म के लिए धर्म लाभ धन है।
@@SachinOLYfTechye log dalit isai or Muslim hai jo name badlkar coment karte hai mera bara bhi police me hai wo bolte hai Sc CT no hindu isai Muslim banchuke hai
बाबा साहब डॉ अम्बेडकर ने संबिधान पेश करते समय यह कहा था कि किसी भी देश का संबिधान कितना भी बुरा क्यों ना हो,अगर उसे लागू करने बाले लोग अच्छे हैं,तो संबिधान अच्छा साबित होगा, एवं संबिधान कितना भी अच्छा हो,अगर चलाने बाले लोग ठीक नहीं हैं,तो संबिधान बुरा साबित होगा।
एक इस चूतिये कों देखो सालों जिस मोदी कों गरियाते हों उसने पुनिया&साक्षी मलिक की जिद मान ली डायरेक्ट नेशनल खेलों जाओ रिज़ल्ट क्या दिया कुत्ते पुनिया कों जापान के पहलवान ने एक के बदले दस बार गाड़ के बल पटक-पटक के हरा के सुवर बना दिया यही हाल साक्षी का हुआ फिरभी सालों का घमंड नहीं टूटा चुनाव लड़ें बुरी तरह हारे फिर बोलें रूसूख से जीतें तों जापानी पहलवान को पुनिया ने अपनी गांड़ तुड़वाने के लिये रसूख लगवाया था साले कॉर्गेसियो के इशारे पे नाच रहे हैं पुनिया साले हरियाणा सरकार ने ढाई करोड़ का चेक और सरकारी नौकरी दी थी वो भी लौटाओ वो भूल गये कितने हरामी हों पुनिया & साक्षी मलिक एक बाप की औलाद हों ईनाम में मिलें करोड़ों के चेक और सरकारी नौकरी से ईस्तीफा दें यें रोने-धोने का ड्रामा बाद में करना
कोई सुबूत है नहीं फिर भी कार्यवाही कर दी जाए... अजीब चोमू है... ऐसे तो तुझपे भी कोई तेरे साथ काम करने वाली महिला कोई आरोप मढ़ देगी तो तू क्या कर पायेगा... इसलिए दूसरों के लिए गड्ढा मत खोद उसमे तू या तेरे परिवार का भी कोई गिर सकता है...
क्यों कि तुम जैसें चूतिये गुलामी की मानसिकता से ग्रसित हैं अबे गंधें मेरा बाप कौन हैं ये डीएम तय करता था क्योकि उस समय डीएम अंग्रेज होता था भारतीयों को ज़लील करनें के लिये कि तेरी अम्मा जिसको बाप बता रही हैं सरकार नही मानेगी तेरी मां अपमानित होतीरहे अबे कहां से तुम जैसें ग़ुलाम ज़ाहिल आते हो
ये सभी संशोधन सवर्ण समाज के लिए लागू नहीं होंगे। ये लागू किये जायेंगे केवल दलित समाज को गुलाम बनाने के लिए ये बदलाव किए गए हैं। सवर्ण समाज को तो पुलिस सहयोग करती है। दलित समाज को न तो पुलिस सहायता करती है और न प्रशासन सहायता करता है। नतीजा यही होगा कि दलित लोग सवर्ण समाज की सहायता पर निर्भर होगा और वह तभी संभव जब दलित व्यक्ति सवर्णों की गुलामी स्वीकार कर ले। पुलिस और सवर्णों का गठजोड़ पहले से ही क्रियाशील रहा है और अब बढ जायेगा।
कौन सी भावना। संविधान में सौ से ज्यादा संशोधनों के बाद यह मान लो कि अब संविधान में फिर से संशोधन हो गया है। समझो मूल भावना बदल गई है। आखिर चुनें हुए लोगों ने संविधान नाम का कानून बहुमत से बनाया और अब यह कानून भी बहुमत ने बनाए हैं
कानून में चाहे 100 गुनाहगार छूट जाए लेकिन 1 भी बेकसूर को सज़ा नही होनी चाहिये। लेकिन यह कानून उल्टा है । बहुत बेकसूर जिंदगी अब बर्बाद हो जाएगी। झूठे केस हजारों की संख्या में होते है भारत मे। अगर पुलिस अपना काम ईमानदारी से करे तो पुराने कानून ही बहुत थे न्याय प्रनाली को सुधारने के लिए । दण्ड पे ज्यादा जोर है न्याय पे कम।
समस्या का सरल तरीका है जब तक वैलिड पेपर से वोटिंग नहीं तब तक चुनाव नहीं अनिश्चितकालीन हो बहिष्कार जय संविधान जय जवान जय किसान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ जी जिंदाबाद
नए कानून से भारत का संविधान खतरे में पड़ गया भारत की जनता बहुत बुरी तरह से टॉर्चर की जाएगी इस कानून को बदलने के लिए संपूर्ण भारत एक जो ठोकर आवाज़ उठाएं
झूठा केश भी ज्यादा करेगा और इसमें गरीब ज्यादा फसेगा। शोषण बढ़ेगा। करप्शन पर ठोस कानून व्यवस्था करना चाहिए ताकि कमीशन खोरी बंद होता। पुलिस से लेकर सभी अफसर कमीशन खोर है बीजेपी चाहता ही नहीं है कि कमीशन खोरी बंद हो l
मुझे इन एडवोकेट साहिब के तथ्यों में दम लगता है,हम ऐसे कानून बना रहे है,जिससे यह मालूम होता है,की हम सब ही उग्र बादी बन गए है,इसलिए इन कानून की जरूरत पढ़ी।
हा बस यही काम बचा है पंडित जी कही तो बक्श दो देश को हर जगह दंगे फ़साद वाद विवाद मे उलझाकर रखोगे क्या देश को ब्रह्मण जो समाज न ब्रह्मण इसीलिए बनाए थे के पढ़ लिख कर मार्गदर्शन करे लेकिन तुम आजकल कि पता नहीं कोनसी नस्ल पैदा होगयी हो हर समय दो पक्ष को लड़वाने मरवाने दंगे फ़साद वाद विवाद देख ख़ुश रहते हो
Defects as pointed out by Senior Advocate, Supreme Court shall be considered and shall be discussed in the Parliament Anil Kumar Srivastava, Advocate, High Court, Allahabad.
जब तक सख्त कानून नहीं बनेगा अपराधियों के मन में डर कैसे जागेगा। सारा कुछ अपराधियों के समर्थन में ही कर दिया जाए तो अपराधों की बाढ नहीं आ जाएगी। अरब कंट्री में कितने अपराध होते हैं क्योंकि वहां कानून बेहद सख्त है।
आखिर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और सीनियर वकील परीक्षा पास करके क्यों नहीं बनाये जाते जैसे सेना और प्रशासन में उच्च स्तर पर लोग जाते हैं। फिर न्यायालय सेवाओं में जो परीक्षा देकर चुनें गये है, उन्हीं में से क़ाबिल को सुप्रीम कोर्ट तक जाने दो। यदि क़ाबिल नहीं है तो वह किसी भी न्यायधीश पद पर ही क्यों है।
औपनिवेशिक कानूनों में सुधार जरूरी है। वे कानून ब्रिटिश साम्राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए बनाए गए थे। अब भारत लोकतंत्र है .. तो नए कानून में 'लोक' यानी the people का ध्यान सबसे पहले रखा जाना चाहिए। ऐसा कानून न बने कि लोगों को और अधिक परेशानी हो।
जय श्री राम सरकार कितने भी नियम बदले रसूखदार लोग दुरुपयोग ही करेगा अपराध तो तभी बंद होगा जब इंसान ईमानदार होगा और इंसान का ईमानदार होना असंभव है जय श्री राम धन्यवाद
India में नैया कानून लाने के लिए एक सर्वे होना चाहिए और अखवार में कानून के नुकसान और फायदे दोनो बताना चाहिए फिर जनता के कहने पर ही कानून लागू होना चाहिए
मुझे लगता है,की अब न्याय पालिका की जरूरत नही,पुलिस को सभी अधिकार दिए जा रहे है,बहा पर अब सिर्फ अपनो की पोस्टिंग करवानी होगी,एक अगर सिफारिश लग गई,तो भर्ष्टाचार खत्म।
ओम प्रकाश भाई.. आज bjp का समर्थन कर रहे हो अच्छी बात है लेकिन कल को तेरे परिवार या तुझे किसी केस मे पुलिस न उठा लिया... तो रोते रहना..अंग्रेजो वाले क़ानून है ये अब... रोल्ट एक्ट...😂😂 उसीदिन फिर ये ना कहना के मेने मोदी को vot दिया में हिन्दू हूँ 😂 मुझे छोड़ दो 😂 और पुलिस कितनी भृष्ट है भारत को 99% सब जानते है
NOT INCLUDING THE CJI IN SELECTION OF CHIEF ELECTION COMMISSIONER IS FULL CONSPIRACY TO MANIPULATE THE UPCOMING ELECTION THROUGH APPOINTING PUPPET CHIEF ELECTION COMMISSIONER BY PASSING DANGEROUS BILL IN PARLIAMENT BY BJP.
क्या चीफ इलेक्शन कमिश्नर सीजेआई की नियुक्ति के पैनल में शामिल हैं। नहीं तो फिर यह सुझाव क्यों। प्रमुख हैं सरकार और संसद। चुनाव आयोग और न्यायालय चुनाव नहीं लड़ते। जनता सरकार और संसद को हर बात का जिम्मेदार मान कर हरवाती है या जितवाती है। अगर चुनाव आयोग या न्यायालय में कोई गड़बड़ी होती है तो यही कहा जाता है कि सरकार ने इन व्यवस्थाओं पर कब्जा किया हुआ है। अतः सभी नियुक्ति केवल सरकार को ही जिम्मेदारी से करनी है और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ता है। क्या चीफ इलेक्शन कमिश्नर सीजेआई की नियुक्ति के पैनल में शामिल हैं। नहीं तो फिर यह सुझाव क्यों। प्रमुख हैं सरकार और संसद। चुनाव आयोग और न्यायालय चुनाव नहीं लड़ते। जनता सरकार और संसद को हर बात का जिम्मेदार मान कर हरवाती है या जितवाती है। अगर चुनाव आयोग या न्यायालय में कोई गड़बड़ी होती है तो यही कहा जाता है कि सरकार ने इन व्यवस्थाओं पर कब्जा किया हुआ है। अतः सभी नियुक्ति केवल सरकार को ही जिम्मेदारी से करनी है और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ता है।
क्या चीफ इलेक्शन कमिश्नर सीजेआई की नियुक्ति के पैनल में शामिल हैं। नहीं तो फिर यह सुझाव क्यों। प्रमुख हैं सरकार और संसद। चुनाव आयोग और न्यायालय चुनाव नहीं लड़ते। जनता सरकार और संसद को हर बात का जिम्मेदार मान कर हरवाती है या जितवाती है। अगर चुनाव आयोग या न्यायालय में कोई गड़बड़ी होती है तो यही कहा जाता है कि सरकार ने इन व्यवस्थाओं पर कब्जा किया हुआ है। अतः सभी नियुक्ति केवल सरकार को ही जिम्मेदारी से करनी है और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ता है।
मैं तो बोलूं 😂 नया कानून और भी ज्यादा खतरनाक है 😂 तो खतरनाक खिलाड़ी ही तो ख़तरों से खेलता है😂 अपुन का क्या😂 अपुन का तो तीन पीढियां बीत गबा😂 किसी पुलिस या किसी से दूशमनी झंझट झगड़ा नहीं हुआ 💪 तो अपुन को डरर काहे का बे 😂😅 डरे वो जिस के गांव में अपराधी का कीड़ी काटता हो 😂😂😂
आप दोनों सज्जनों का तहे दिल से शुक्रिया हूं जो आपने इतनी अच्छी तरह समझाया पर इससे यह जहर होता है कि सरकार यह सोच रही है कि हमेशा वही पावर में रहेंगे वह कभी आम इंसान की तरह नहीं होंगे वह खुद या उनके ब्लड रिलेशन में कभी कोई आम इंसान नहीं रहेगा जब यही कानून उन पर खुद लागू होंगे तब उनको इसका एहसास होगा कि यह कानून किस हद तक खतरनाक और गलत है😮
tumko lagta pura desh 200 saal angrez ke kanoon manta raha .. ? pure desh mein kisi ko kanoon ka kuch pata nahi tha or kanoon na pata honey ke karan hi desh mein 1 crore se jyada court case pending hain...
साढ़े चार करोड़ मुकदमे भारत की निचली अदालतों में पेंडिंग पड़े हैं और आम गरीब भारतीय इन मुकदमों में पीस रहा है तो क्या सरकार भी तुम वकीलों और अदालतों के गैंग के सामने तमाशबीन बनी रहे । पुराने कानून भी तो हम भारतीयों को न्याय कहां दे पाए थे। अब नये कानूनों को भी लागू करने और उनके परिणाम सामने आने का समय देना होगा।
इस सरकार का एजेंडा ही अंग्रेज समर्थन का रहा है तो कानून कैसे किसी और का चलेगा। हां लोगों को जगा देने की सोच हो तो आपकी बातों में दम हो सकता है पर मुर्दों में तो कतई नहीं और हम सभी उसी श्रेणी के मुर्दे हैं। सड़क पर उतरना होगा सबों को लेकर, है हिम्मत! है हिम्मत!!!!
People will be deprived of justice.if these criminal laws are implemented. Even on false and fake cases the people have to face severe actions as many of safety provisions have been removed.
@ironman-tv3iw अबे कटवे, नया कानून ठिक से पढ, उसके Provission पढ, criminals law मे जो सुधार किए है वह पढ फिर बहस कर WhatsApp University के Student, कितना चाटोगे आयेगा मोदी ही 🚩🚩🚩
कभी तुम भी जेल जाओगे तो तुम्हारे भी गाड़ फट जाएगी कयोंकि किसी को पता नही होता है कब किसको जेल जाना पड़ जाये मादरचोद नरेंद्र दामोदरदास मोदी के नाजायज औलाद
भगवान ना करे कोई कांड तेरे हाथ से होजाये... फिर पुलिस नए कानूनों द्वारा तेरी gand मे डंडा देगी 3महीने तक फिर ये ना कहना के... में हिन्दू हूँ मेने मोदी को vot दिया था मुझे बक्श दो
When opposition was not available then in Demacracy how important Bill can be passed ?. This law is also not in favour of public ,may in interest of ruling party / Govt. Also it seems present Govt. Is not much interested for public benefit. Hope Higher Judiciary ( Hon'rable Supreme Court) may examine this in detail and decide whether it is judicious in favor of public in Majority or not. Thanks.
Sambidhan ko paro aur realise karo. Bhram dhire dhire kat jayega. sc ka 1973 ka judgement paro. Malum ho jayega ki, floor me sirf majority sufficient hai, minority nehi. To, bill apna jaga ne aur minority apna jaga me hai. Koi sambandh nehi. Ye bharat ka public ka authority.
अमित शाह और मोदी जी दोनों ने इस कानून में नार्को टेस्ट हर केस में अनिवर्ज होना चाहिए तथा इसके साथ साथ पुरुष और स्त्री को चरित्र हीनता पर कठोर से कठोर सजा होनी चाहिए ताकि सनातन धर्म और संस्कृति पर आघात पहुंचा दिया गया है
मादरचोद साले नरेंद्र मोदी और मनुवादियों के नाजायज औलाद हर बात पर जय श्रीराम बोलने की क्या बात मादरचोद नरेंद्र मोदी तलवे चाटने वाले नाजायज औलाद साले क्या दिया है राम ने भिखारी साले मादरचोद
Hindi songs " Divano eisa kam na karo, ram ka nam badnam na karo, badnam na karo... Is good for the labour surplus democracies nation of the world...!!!????
सर, नमस्कार.. मैं आपके मध्यम से ,, माननीय , गृहमंत्री से एक विनंती करता हू , की भ्रष्टाचार, बेनामी संपत्ती, दलाली, जमाखोरी, लाचखोरी, कमिशन खोर,, इन सबको सिर्फ फासी की सजा हो... तभी देश समृद्ध होगा.. राष्ट्र सर्व परी
@@madhukarsharma2550 laws can’t be passed on the basis of only votes. The discussion on the subject with all pros and cons and then to go through a process of certain committees of parliament are necessary. If no discussion then it is not a democracy and only dictatorship.
@@dilbaghsingh5182 whatever are the pros and cons, when it comes to voting, it is done to toe the party line. Places of worship act was passed despite the opposition from BJP.
अगर जज और नेता घोटाले करे तो इसके लिए कोई कानून बना की नहीं
😂😂😂😂😂 drama
Exactly, 💯
Exactly
200% right
Karega nahi..karta he.
पहले से ही पुलिस की गलत गिरफ्तारी से कितने लोग युवा बर्बाद हो गये है जिंदगी बर्बाद हो गई है ऐसे कानून देश मे और जिंदगी बर्बाद करेंगी ईश्वर से प्रार्थना है देश को गलत हाथों से मुक्त करे
कांग्रेस ने गलत हाथो को सज्जा नही दिआ आज वही गलत हाथ कांग्रेस का गला दबा रही है।
आज के टाइम मे जब सगे भाई अपने नही है।
जाती धर्म के लोग सगे है यह एक धोखा है और कुछ नही।
हर धर्म के लिए धर्म लाभ धन है।
विना विपक्ष सहमति के कोई भी कानून पास करना पुरे भारत देश का अपमान है।
और जो पुरे भारत देश का अपमान करे ओ देश भक्त नही देश द्रोही है।
अगर विपक्ष ही देशभक्त ना हो तो? जैसे, कांग्रेस की इतिहास बताती है, इन लोगों में देश भक्ति होती ही नहीं।
To Desh ka man ho Kahan rahaa hai shary am to man marjee kar rahy hai rato raat kanoon parit hotaa hai subhaa lagu kar diya jataa hai
@@BalwantSingh-bn9rlk
2011 danga bill pe bat karlo
@@SachinOLYfTechye log dalit isai or Muslim hai jo name badlkar coment karte hai mera bara bhi police me hai wo bolte hai Sc CT no hindu isai Muslim banchuke hai
बाबा साहब डॉ अम्बेडकर ने संबिधान पेश करते समय यह कहा था कि किसी भी देश का संबिधान कितना भी बुरा क्यों ना हो,अगर उसे लागू करने बाले लोग अच्छे हैं,तो संबिधान अच्छा साबित होगा, एवं संबिधान कितना भी अच्छा हो,अगर चलाने बाले लोग ठीक नहीं हैं,तो संबिधान बुरा साबित होगा।
भाई साहब आपने सही कहा आपने कानून जितना भी अच्छा क्यो न हो उस कानून लागू करने वाला सिस्टम सही नही होगा उस कानून कोई मतलब नहीं होता है
समानता का अधिकार सही से बनाया जाना चाहिए बिना जाँच के किसीको जेल में ना डाला जाय
घूसखोरी ,नशा और भ्रष्ट्राचार,,इन दो पर कानून बन जाए तो अपराध अपने आप कम हो जायेगा।
😂😂😂 sbse phle PM fir HM fir ministers for CMs 😂😂😂😂😂😂😂😂
Sab k sab jad me aayenge 😂😂😂😂😂
Jo daru ka dukan khula hai har jagah par usko Nasha nahin nahin bolnaa chahiye 😂😂
सत्ताधीश अपने राजनीतिक विरोधियों पर इन कानूनों का (इस्तेमाल) दुरुपयोग करेंगे
सत्ता तो किसी के हाथ में जा सकती है ।
Bhagawan Janata ki najar badal jay..Aur bjp ke vajay Congress aa jay 2024 me ..bjp ka neta ka Jach hone lage...to in kanoon se majaa aa jaye....
@@dimpaldimpal1955 कांग्रेस के आने की दूर दूर तक उम्मीद नहीं है । लेकिन सनातन संस्कृति बचाने के लिए 15 साल तक ऐसी कानून को सख्त जरूरत है ।
सबसे पहले तो बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ इस कानून के तहत मामला दर्ज होना चाहिए
HA BHN K LOBDE JRA VIHAR K CM KA BYAN SUN LE KYA KHA THA USNE MAHILAON KE LIYE 😢😢😢
बिल्कुल आपने सही कहा उसके खिलाफ जरूर करें
एक इस चूतिये कों देखो सालों जिस मोदी कों गरियाते हों उसने पुनिया&साक्षी मलिक की जिद मान ली डायरेक्ट नेशनल खेलों जाओ रिज़ल्ट क्या दिया कुत्ते पुनिया कों जापान के पहलवान ने एक के बदले दस बार गाड़ के बल पटक-पटक के हरा के सुवर बना दिया यही हाल साक्षी का हुआ फिरभी सालों का घमंड नहीं टूटा चुनाव लड़ें बुरी तरह हारे फिर बोलें रूसूख से जीतें तों जापानी पहलवान को पुनिया ने अपनी गांड़ तुड़वाने के लिये रसूख लगवाया था साले कॉर्गेसियो के इशारे पे नाच रहे हैं पुनिया साले हरियाणा सरकार ने ढाई करोड़ का चेक और सरकारी नौकरी दी थी वो भी लौटाओ वो भूल गये कितने हरामी हों पुनिया & साक्षी मलिक एक बाप की औलाद हों ईनाम में मिलें करोड़ों के चेक और सरकारी नौकरी से ईस्तीफा दें यें रोने-धोने का ड्रामा बाद में करना
कोई सुबूत है नहीं फिर भी कार्यवाही कर दी जाए... अजीब चोमू है...
ऐसे तो तुझपे भी कोई तेरे साथ काम करने वाली महिला कोई आरोप मढ़ देगी तो तू क्या कर पायेगा...
इसलिए दूसरों के लिए गड्ढा मत खोद उसमे तू या तेरे परिवार का भी कोई गिर सकता है...
नेता, पुलिस विभाग के लिये एक कानून बने, इनकी संपत्ति की जाँच करे और देश की जनता का खून चूस रहे कर्मियों से बचाये
पुलिस को पहले ही गुंडागर्दी का सर्टिफिकेट मिला हुआ है नए कानून से और ज्यादा गुंडागर्दी करगी
चौकीदार और तड़ीपार और बुलडोजर बाबा चोर, डाकू और सड़कछाप दहशतगर्द ही तो हैं। 😊😊😊
मैं कोलिंन गोंजाल्विस से पूरी तरह सहमत हूं।
नागरिकों के अधिकार की पूरी तरह से अनदेखी की गई है।
Christ and Christians are the best people in the world. They stand for the truth and justice. Jesus Christ is truly from God. Amen 🙏
मैं भी सहमत हूं
देश की आम जनता जिनकी इज़्ज़त पुलिस वाले नहीं करते हैं अमीरों के इसारे पर काम करती है ओ और हावी हो सकती है
क्यों कि तुम जैसें चूतिये गुलामी की मानसिकता से ग्रसित हैं अबे गंधें मेरा बाप कौन हैं ये डीएम तय करता था क्योकि उस समय डीएम अंग्रेज होता था भारतीयों को ज़लील करनें के लिये कि तेरी अम्मा जिसको बाप बता रही हैं सरकार नही मानेगी तेरी मां अपमानित होतीरहे अबे कहां से तुम जैसें ग़ुलाम ज़ाहिल आते हो
ये आ गया मुला 😅😅😅
ये सभी संशोधन सवर्ण समाज के लिए लागू नहीं होंगे। ये लागू किये जायेंगे केवल दलित समाज को गुलाम बनाने के लिए ये बदलाव किए गए हैं। सवर्ण समाज को तो पुलिस सहयोग करती है। दलित समाज को न तो पुलिस सहायता करती है और न प्रशासन सहायता करता है। नतीजा यही होगा कि दलित लोग सवर्ण समाज की सहायता पर निर्भर होगा और वह तभी संभव जब दलित व्यक्ति सवर्णों की गुलामी स्वीकार कर ले। पुलिस और सवर्णों का गठजोड़ पहले से ही क्रियाशील रहा है और अब बढ जायेगा।
तीनों नये कानून संविधान की मूल भावना के खिलाफ है
कौन सी भावना। संविधान में सौ से ज्यादा संशोधनों के बाद यह मान लो कि अब संविधान में फिर से संशोधन हो गया है। समझो मूल भावना बदल गई है। आखिर चुनें हुए लोगों ने संविधान नाम का कानून बहुमत से बनाया और अब यह कानून भी बहुमत ने बनाए हैं
Koi bahumat se nahi bana h@@sanmatikumarjain3193
@@sanmatikumarjain3193. Kya aap ko gareeb , kamzor bharat wasiyo par daya nahi aati nahi . .
इस कानून के टी वी चेनल पे बताए अनुसार तो पुलस को पुलिस नही सरकारी गुन्डा जनता कहने ना लग जाए .जनता के अधिकारो की सुरक्षा बहुत जरूरी है
जनता के सारे अधिकार सन १९८९/९० में कशमिरी हिंदुओ के छिन लीये गये थे,कुछ याद भी है ?
कानून में चाहे 100 गुनाहगार छूट जाए लेकिन 1 भी बेकसूर को सज़ा नही होनी चाहिये। लेकिन यह कानून उल्टा है । बहुत बेकसूर जिंदगी अब बर्बाद हो जाएगी। झूठे केस हजारों की संख्या में होते है भारत मे। अगर पुलिस अपना काम ईमानदारी से करे तो पुराने कानून ही बहुत थे न्याय प्रनाली को सुधारने के लिए । दण्ड पे ज्यादा जोर है न्याय पे कम।
समस्या का सरल तरीका है जब तक वैलिड पेपर से वोटिंग नहीं तब तक चुनाव नहीं अनिश्चितकालीन हो बहिष्कार जय संविधान जय जवान जय किसान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ जी जिंदाबाद
अब समय आ गया है की न्याय की देवी का आंखों की पट्टी को खोला जाए, क्योंकि भारतीय कानून अंधा नहीं हो सकता ! जय हिंद जय भारत !!
नए कानून से भारत का संविधान खतरे में पड़ गया भारत की जनता बहुत बुरी तरह से टॉर्चर की जाएगी इस कानून को बदलने के लिए संपूर्ण भारत एक जो ठोकर आवाज़ उठाएं
अगर इतने सांसद सदन से बाहर है तो बिना विचार विमर्ष कानुन कैसे पास होते है इसपर कोई कानुनन प्रावधान नही है क्या.
झूठा केश भी ज्यादा करेगा और इसमें गरीब ज्यादा फसेगा। शोषण बढ़ेगा। करप्शन पर ठोस कानून व्यवस्था करना चाहिए ताकि कमीशन खोरी बंद होता। पुलिस से लेकर सभी अफसर कमीशन खोर है बीजेपी चाहता ही नहीं है कि कमीशन खोरी बंद हो l
पुलिस को सामंती शक्ति दे दी गई है ये नियम से नर्क हो जायेगी लोगों की जिंदगी । इनका शक्श से शख्त विरोध सबको करना चाहिए।
नया कानून ज्यादा खतरनाक, माओ माफिया के लिए 👈👈
भौंडसी के जिस दिन सत्ता परिवर्तन हुआ न तब पता चलेगा कि ये तुम्हारे लिए भी खतरनाक है
आम आदमी के लिए भी खतरनाक हैं
पिसता तो आम आदमी गरीब ही है 2024 चुनाव सेट करने में लगी है सरकार@@raghurajsinghgautamraghura2155
Kuchh,galat,bhi,hua,hai,
@@raghurajsinghgautamraghura2155आम आदमी अपराध करता ही क्यों है। अगर करता है तो कानून से डरता क्यों है।
मुझे इन एडवोकेट साहिब के तथ्यों में दम लगता है,हम ऐसे कानून बना रहे है,जिससे यह मालूम होता है,की हम सब ही उग्र बादी बन गए है,इसलिए इन कानून की जरूरत पढ़ी।
All these points should be discussed in high power committee inviting law veteran. Law should be made considering the views of all sectors.
जनता मे दहसत फलाने के लिए ही ये कानून है। पुलिस को इस तरह की छुट देना अत्याचार और भष्टाचार ज्यादा बढेगा। सरकार जिसको चाहे जब चाहें जैल मे डाल सकती है।
आपका कहना गलत है, क्योंकि गवाह के लिए वीडियो ग्राफी जरूरी किया गया है।
अब यही कानून जब कट्टपा जेल जाएगा तो लागू होगा और अपने ही बनाये कानून द्वारा सजा भुगतेगा😂😂😂
अब इस कानून से Gay Rahul Gandhi Khan हिजरा जेल में सड़ेगा अपनी मां बार डांसर सोनिया गांधी के साथ 😂😂😂
😂थानेदार उम्र भर नही ना रहेगा ?
नए कानून के विषय में पक्ष और विपक्ष के वकीलों में वाद-विवाद कराया जाए ।
हा बस यही काम बचा है पंडित जी कही तो बक्श दो देश को हर जगह दंगे फ़साद वाद विवाद मे उलझाकर रखोगे क्या देश को ब्रह्मण जो समाज न ब्रह्मण इसीलिए बनाए थे के पढ़ लिख कर मार्गदर्शन करे लेकिन तुम आजकल कि पता नहीं कोनसी नस्ल पैदा होगयी हो हर समय दो पक्ष को लड़वाने मरवाने दंगे फ़साद वाद विवाद देख ख़ुश रहते हो
बहुत ही बढ़िया और ज्ञान वर्धक सच्चाई युक्त विश्लेषण किया जा रहा है धन्यवाद आपका ।
इंसे बिल को पास करने से पहले सारे विपक्ष को बाहर निकाल दिया गया.
Defects as pointed out by Senior Advocate, Supreme Court shall be considered and shall be discussed in the Parliament Anil Kumar Srivastava, Advocate, High Court, Allahabad.
जब तक सख्त कानून नहीं बनेगा अपराधियों के मन में डर कैसे जागेगा। सारा कुछ अपराधियों के समर्थन में ही कर दिया जाए तो अपराधों की बाढ नहीं आ जाएगी। अरब कंट्री में कितने अपराध होते हैं क्योंकि वहां कानून बेहद सख्त है।
Arab kantri me police or neta imandar he tab chaltahe ye kanun
Where is going our. Country and what is the future of. India
आखिर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और सीनियर वकील परीक्षा पास करके क्यों नहीं बनाये जाते जैसे सेना और प्रशासन में उच्च स्तर पर लोग जाते हैं। फिर न्यायालय सेवाओं में जो परीक्षा देकर चुनें गये है, उन्हीं में से क़ाबिल को सुप्रीम कोर्ट तक जाने दो। यदि क़ाबिल नहीं है तो वह किसी भी न्यायधीश पद पर ही क्यों है।
Kya es kanoo ko chalange hova sc me
वकील का दर्द यह है कि तारीख पे तारीख न होने से, न्यायजिवी प्राणियों को क्षति होगी।
औपनिवेशिक कानूनों में सुधार जरूरी है। वे कानून ब्रिटिश साम्राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए बनाए गए थे। अब भारत लोकतंत्र है .. तो नए कानून में 'लोक' यानी the people का ध्यान सबसे पहले रखा जाना चाहिए। ऐसा कानून न बने कि लोगों को और अधिक परेशानी हो।
जैसा बताया जा रहा है आम आदमी को परेशानी और बढेगी
Bhagwan aapka samna ho un kanuno se fir dekhte h kitna opnivesak yaad aata h 😅
Agar aap school gaye hote to apki ye halat nahi hoti bhaiya
Bhgwan apko sadbudhi de 😂😂😂😂😂
जय श्री राम सरकार कितने भी नियम बदले रसूखदार लोग दुरुपयोग ही करेगा अपराध तो तभी बंद होगा जब इंसान ईमानदार होगा और इंसान का ईमानदार होना असंभव है जय श्री राम धन्यवाद
India में नैया कानून लाने के लिए एक सर्वे होना चाहिए और अखवार में कानून के नुकसान और फायदे दोनो बताना चाहिए फिर जनता के कहने पर ही कानून लागू होना चाहिए
मुझे लगता है,की अब न्याय पालिका की जरूरत नही,पुलिस को सभी अधिकार दिए जा रहे है,बहा पर अब सिर्फ अपनो की पोस्टिंग करवानी होगी,एक अगर सिफारिश लग गई,तो भर्ष्टाचार खत्म।
प्रश्न यह नहीं कि कानून में खामी है या नहीं ।
प्रश्न यह है कि अब तक ऐसे कानून में बदलाव क्यों नहीं हुआ।
Jb kanun h to badlav kya krte
ओम प्रकाश भाई.. आज bjp का समर्थन कर रहे हो अच्छी बात है लेकिन कल को तेरे परिवार या तुझे किसी केस मे पुलिस न उठा लिया... तो रोते रहना..अंग्रेजो वाले क़ानून है ये अब... रोल्ट एक्ट...😂😂 उसीदिन फिर ये ना कहना के मेने मोदी को vot दिया में हिन्दू हूँ 😂 मुझे छोड़ दो 😂 और पुलिस कितनी भृष्ट है भारत को 99% सब जानते है
Congress ka chatukar
सर एक्सीडेंट मे ढाईवर को कोई हाथ नही लगा सकता ऐसा कानून होना चाहिए तभी ढाईवर वहा रूक सकता है
मतलब ड्राइवर का आरती उतारे, जो जानबूझकर दादागिरी करते हुए ड्राइव एकअरे
इन कानूनों से देश पुलिस स्टेट में बदल जाएगा।
आतंकवादियों और देशद्रोहियों के खिलाफ कड़े से कड़ा कानून बनना चाहिए और यही मोदी सरकार ने किया है इसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है
Are bhai police me naukari to ham log hi karenge
Police officers will now become Millionaires n politicians Billionaires very easily!!? Courtesy : New Act New Law.
अनैतिकता में लिप्त लोग नया कानून और रिवाज बनावे, आखिर भविष्य क्या है?
😢
सुख भरे दिन बीते re भया eb दुख आयो re 😂
NOT INCLUDING THE CJI IN SELECTION OF CHIEF ELECTION
COMMISSIONER IS FULL
CONSPIRACY TO MANIPULATE THE UPCOMING ELECTION THROUGH
APPOINTING PUPPET CHIEF
ELECTION COMMISSIONER BY PASSING DANGEROUS BILL IN PARLIAMENT BY BJP.
Pll
Its evident
क्या चीफ इलेक्शन कमिश्नर सीजेआई की नियुक्ति के पैनल में शामिल हैं। नहीं तो फिर यह सुझाव क्यों। प्रमुख हैं सरकार और संसद। चुनाव आयोग और न्यायालय चुनाव नहीं लड़ते। जनता सरकार और संसद को हर बात का जिम्मेदार मान कर हरवाती है या जितवाती है। अगर चुनाव आयोग या न्यायालय में कोई गड़बड़ी होती है तो यही कहा जाता है कि सरकार ने इन व्यवस्थाओं पर कब्जा किया हुआ है। अतः सभी नियुक्ति केवल सरकार को ही जिम्मेदारी से करनी है और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ता है।
क्या चीफ इलेक्शन कमिश्नर सीजेआई की नियुक्ति के पैनल में शामिल हैं। नहीं तो फिर यह सुझाव क्यों। प्रमुख हैं सरकार और संसद। चुनाव आयोग और न्यायालय चुनाव नहीं लड़ते। जनता सरकार और संसद को हर बात का जिम्मेदार मान कर हरवाती है या जितवाती है। अगर चुनाव आयोग या न्यायालय में कोई गड़बड़ी होती है तो यही कहा जाता है कि सरकार ने इन व्यवस्थाओं पर कब्जा किया हुआ है। अतः सभी नियुक्ति केवल सरकार को ही जिम्मेदारी से करनी है और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ता है।
क्या चीफ इलेक्शन कमिश्नर सीजेआई की नियुक्ति के पैनल में शामिल हैं। नहीं तो फिर यह सुझाव क्यों। प्रमुख हैं सरकार और संसद। चुनाव आयोग और न्यायालय चुनाव नहीं लड़ते। जनता सरकार और संसद को हर बात का जिम्मेदार मान कर हरवाती है या जितवाती है। अगर चुनाव आयोग या न्यायालय में कोई गड़बड़ी होती है तो यही कहा जाता है कि सरकार ने इन व्यवस्थाओं पर कब्जा किया हुआ है। अतः सभी नियुक्ति केवल सरकार को ही जिम्मेदारी से करनी है और उसका नतीजा भी भुगतना पड़ता है।
Well said
बिल्कुल देश की शान बेटियां अपना पद्म भूषण त्याग दे इतना कडा कानून 😂😂😂😂 डर तो बहुत लग रहा है
कानून खतरनाक होगा तभी लोग अपराध कम करेंगे और वैसे भी हमारे देश में लगभग 5 करोड़ case pending हैं।
waqf board act bill kyu pass nahi Kara modi bhul gaye vo ganv bhul gaye vo mandir jaha waqf ne kabza kara hai 😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓😓
बीजेपी क्या कर रही है... भाँग खाकर क़ानून बना रही है क्या... मोदी जी के हम सपोटर है.. इसीलिए सुन के दुख होता है
Papa ki baat to manana podega beta😂😂
विपक्ष मुस्लिम दलित आदि वासियों को डराने और गुलामी की ज़िंदगी गुज़ा र ने पर मजबूर कर ना है
मैं तो बोलूं 😂 नया कानून और भी ज्यादा खतरनाक है 😂 तो खतरनाक खिलाड़ी ही तो ख़तरों से खेलता है😂 अपुन का क्या😂 अपुन का तो तीन पीढियां बीत गबा😂 किसी पुलिस या किसी से दूशमनी झंझट झगड़ा नहीं हुआ 💪 तो अपुन को डरर काहे का बे 😂😅 डरे वो जिस के गांव में अपराधी का कीड़ी काटता हो 😂😂😂
😅
Nanga nahayega kya aur nichodega kya😅
पता नहीं कि कौंन कानून की जानकार से सलाह मशविरा लेकन नया कानून बनाया जो विधि संगत नहीं । सच्ची जानकारी के लिए धन्यवाद महोदय जी ।
All these new laws are like agricultural laws, all avenues of justice are closed for the poor. Advocate Saheb has done an accurate analysis.
Farm laws were excellent laws,
बधाई हो मोदी सर अमितशाह सर भारत के सुंदर लोकप्रिय सर्वश्रेष्ठ नेता ठीक है धन्यवाद
जजे ke लिये UPSC परीक्षा होनी चाहिए, बढती के लिये कार्य क्षमता, परीक्षा होनी चाहिए.
BHAI WOH PAREEKSHA DEKAR HII AATE HAIN JII STATE JUDICIARY EXAM HOTA HAI JII
This law has opened a large scope for IO to make money by corruptions.
ईवीएम विश्वसनीय नहीं है 😢
आप दोनों सज्जनों का तहे दिल से शुक्रिया हूं जो आपने इतनी अच्छी तरह समझाया पर इससे यह जहर होता है कि सरकार यह सोच रही है कि हमेशा वही पावर में रहेंगे वह कभी आम इंसान की तरह नहीं होंगे वह खुद या उनके ब्लड रिलेशन में कभी कोई आम इंसान नहीं रहेगा जब यही कानून उन पर खुद लागू होंगे तब उनको इसका एहसास होगा कि यह कानून किस हद तक खतरनाक और गलत है😮
सच्चे एव अच्छे वकीलो एवं जजों को मेरा नमन 🙏
पुराने कानून दंड देनेके लिए थे, नये कानून न्याय के लिए है। गुनहगारों को कानून का डर लगना चाहिए ना कि कानून का मजाक उडाया जाय।
tumko lagta pura desh 200 saal angrez ke kanoon manta raha .. ? pure desh mein kisi ko kanoon ka kuch pata nahi tha or kanoon na pata honey ke karan hi desh mein 1 crore se jyada court case pending hain...
अरे विश्व गुरु है तो सब मुमकिन है जब वह खिलाड़ियों पर आरोप लगा सकता है न्याय नहीं दे सकता है तो उससे क्या उम्मीद है l
आतंकवादियों और देशद्रोहियों के खिलाफ कड़े से कड़ा कानून बनना चाहिए और यही मोदी सरकार ने किया है इसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है
इन तीनों ने कानून में ह्यूमन राइट का क्या रोल रहेगा उसे पर कुछ नहीं कहा गया😜😜😜😜
साढ़े चार करोड़ मुकदमे भारत की निचली अदालतों में पेंडिंग पड़े हैं और आम गरीब भारतीय इन मुकदमों में पीस रहा है तो क्या सरकार भी तुम वकीलों और अदालतों के गैंग के सामने तमाशबीन बनी रहे । पुराने कानून भी तो हम भारतीयों को न्याय कहां दे पाए थे। अब नये कानूनों को भी लागू करने और उनके परिणाम सामने आने का समय देना होगा।
कभी भी,, कानून बनाने वाले को यह घ्यान रखना चाहिए कि।
सरकार बदलती रहती है।।
वहीं कानून,, आप पर।✍️या✍️ उस पर
लागूं होसक्ता है।।
कानून, हथियार है
ये भारत देश है इसलिए यहां देशी कानून लागू होने चाहिए।
देश मे टानासह का साशन चल रहा है😂
We need it to handle corruption and enemies within the country. Still BJP even if they turn to facism
इस सरकार का एजेंडा ही अंग्रेज समर्थन का रहा है तो कानून कैसे किसी और का चलेगा। हां लोगों को जगा देने की सोच हो तो आपकी बातों में दम हो सकता है पर मुर्दों में तो कतई नहीं और हम सभी उसी श्रेणी के मुर्दे हैं। सड़क पर उतरना होगा सबों को लेकर, है हिम्मत! है हिम्मत!!!!
People will be deprived of justice.if these criminal laws are implemented. Even on false and fake cases the people have to face severe actions as many of safety provisions have been removed.
बिना विपक्ष के बिल पास होना और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर करना दुखद है। पोलिस अब औरअधिक टार चर करेगी।
इन कानूनों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मानता ही नहीं देने चाहिए। चूंकि ये कानून बिना विपक्ष की बहस के बनाए गए है।
संविधान में सबसे बड़ी संस्था भारतीय संसद होती है जहां जनता के जनादेश से चुनकर आए प्रतिनिधि कानून बनाते हैं। सुप्रीम कोर्ट कुछ भी नही कर सकता।
J log apni suvida k anusar law bnate he decorator ship government
नए कानून देश कि जरुरत थी . यह अपराधी पर दबाव है
@ironman-tv3iw अबे कटवे, नया कानून ठिक से पढ, उसके Provission पढ, criminals law मे जो सुधार किए है वह पढ फिर बहस कर WhatsApp University के Student, कितना चाटोगे आयेगा मोदी ही 🚩🚩🚩
मोडानी और तड़ीपार है तो कुछ भी मुमकिन है 😢😢😢
दलाल वकील का खेल खत्म इस लिए बिल बिला रहे है . अब ईमानदार वकील और यंग वकील आगे आयेंगे .
कभी तुम भी जेल जाओगे तो तुम्हारे भी गाड़ फट जाएगी कयोंकि किसी को पता नही होता है कब किसको जेल जाना पड़ जाये मादरचोद नरेंद्र दामोदरदास मोदी के नाजायज औलाद
जिसकी जरूरत देश को सबसे ज्यादा है बस वो जनसंख्या कानून नहीँ आयेगा भले ही दोनों माँ बाप के साथ साथ छः नौ या गयारह बच्चो को राशन दिया जाए
सबिधान भी बदला जाना चाहिए अराजक लोगो से देश कोबचाना है
2023 में संसद द्धारा पारित तीनों नए कठोर कानून देशद्रोहियों के लिये है। यह आम जनता पर प्रभावी नहीं है।
भगवान ना करे कोई कांड तेरे हाथ से होजाये... फिर पुलिस नए कानूनों द्वारा तेरी gand मे डंडा देगी 3महीने तक फिर ये ना कहना के... में हिन्दू हूँ मेने मोदी को vot दिया था मुझे बक्श दो
Yeh chakki gehu pista hai. Ghun nahi.
Andhbhakt spotted.. kabhi nhi sudhrega 😂😂😂
@@shahlalhashmi 6 साल की बच्ची आइशा से निकाह करने वाले बलात्कारी शैतान को पैगम्बर मानने वालो ही असली अंधभक्त होते है।
Mama jo police wala 500 rupees leta ha wo 5 lack lega😅😅😅😅
बदलाव। कानून। में। नही। डीआरकेआर। में। होना। चाहिए। 2024। में। परिवर्तन। भगवी। बीजेपी। लवो। आजादी❤। से 🎉🎉🎉। लड़ना। ही। गांधी। की। लाठी। से
AB EK POLICE TORCHER BILL-2024 IMMEDIATELY AANA CHAHIYE
तुम्हारा मतलब है अपराधी को जेल में रखकर खीर खिलाया जाए और उन लोगों को मालिश भी मुहैया कराया जाए
अबकी बार सही पंगा लिया है हर घर में एक ड्राइवर होगा आज़ से यह संकल्प लें कि ड्राईवर भाई भाजपा सरकार को वोट नहीं देंगे यह तो आप के हाथ में है
😂 Jinka Apna Degrees ka pa-ta nahin, wo Desh keliye Kanoon banate hain. Durbhagyam Atyant Durbhagyam 😅
The Honourable Supreme Court of India should look into it.
ये सब आवश्यक है, कानून के बारे में सबको पता लगना चाहिये जिससे कोई भी अपराध करने से पहले लोग सौ बार सोचेगा |
दिक्कत कानून में नही पुलिस,सरकार,न्यायपालिका अर्थात सिस्टम में है। ये आम आदमी को ही खायेगा अमीर तो वैसे भी बच जायेगा जैसे अभी बचते है।
गलत है यह कानून।जाँच में समय बर्बाद होगा।विचाराधीन अपराधी के साथ पुलिस ज्यादती करेगी।
When opposition was not available then in Demacracy how important Bill can be passed ?.
This law is also not in favour of public ,may in interest of ruling party / Govt.
Also it seems present Govt. Is not much interested for public benefit. Hope Higher Judiciary ( Hon'rable Supreme Court) may examine this in detail and decide whether it is judicious in favor of public in Majority or not. Thanks.
Sambidhan ko paro aur realise karo. Bhram dhire dhire kat jayega. sc ka 1973 ka judgement paro. Malum ho jayega ki, floor me sirf majority sufficient hai, minority nehi. To, bill apna jaga ne aur minority apna jaga me hai. Koi sambandh nehi. Ye bharat ka public ka authority.
अमित शाह और मोदी जी दोनों ने इस कानून में नार्को टेस्ट हर केस में अनिवर्ज होना चाहिए तथा इसके साथ साथ पुरुष और स्त्री को चरित्र हीनता पर कठोर से कठोर सजा होनी चाहिए ताकि सनातन धर्म और संस्कृति पर आघात पहुंचा दिया गया है
ऐसे वकीलों की राय से ही कानून में बदलाव करना चाहिए
अनपढ़ नेता देश को बर्बाद कर दिए
mange to the suggestions 🥴
अब आतंकवादी लोग डर कर जिने लगेगे.और भी बदलाव करणे की आवश्यकता है लेकिन समय के अनुसार वह भी हो जायेग. नाराज मत हो भाई
मतलब साफ है कि अब भारत पुलिस स्टेट बनेगा, सरकार जो चाहेगी पुलिस से करवाएगी, ये सारे कठोर कानून मुझे छोड़ कर सभी आम जनता पर लागू होगी, जय श्री राम
मादरचोद साले नरेंद्र मोदी और मनुवादियों के नाजायज औलाद हर बात पर जय श्रीराम बोलने की क्या बात मादरचोद नरेंद्र मोदी तलवे चाटने वाले नाजायज औलाद साले क्या दिया है राम ने भिखारी साले मादरचोद
Democracy has been gone
सबसे बड़ी ड्राइवर भाइयों को दिक्कत आएगी ट्रांसपोर्ट की गाड़ी चलाते हैं रात दिन एक करते हैं इस कानून को ड्राइवर से हटाना जरूरी है
Abolution of dk vasu and lalita kumari judgements and police custody and medical provisions are to be relooked.
Hindi songs " Divano eisa kam na karo, ram ka nam badnam na karo, badnam na karo... Is good for the labour surplus democracies nation of the world...!!!????
जज साहब इतनी शक्ति यदि न्याय करने में दिखाई होती तो शायद विडियो बनाने की जरुरत नही पड़ती
आतंकवादियों और देशद्रोहियों के खिलाफ कड़े से कड़ा कानून बनना चाहिए और यही मोदी सरकार ने किया है इसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है
अंधभक्त
@@manukumar-wr7wxgirdhari
These laws are against the public interest. So public should protes against these laws immediately. 100% citizens should protest. It is my appeal .
सबसे अच्छी न्याय व्यवस्था तो योगी सरकार की है एनकाउंटर बुलडोजर और गाड़ी पलटना यह सबसे अच्छा तुरंत न्याय योगी जी को 100 बार प्रणाम जय श्री राम
In Civil suits time for judgement should be fix.
Bht acha kanun bna hai... I am support these law..
कानून लागू करने के लिए फिर कानून के पास जाना पड़ता है।जैसे फेरीवालों के लिए कानून बनाया किन्तु अभी तक लागू नहीं किया है।कानून बना है।
सबसे पहले ईवीएम हटाओ और बैलेट पेपर से चुनाव कराओ अबकी 2024 का चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए ।
स्वतन्त्र है भारत ❤❤❤❤❤❤
सर, नमस्कार.. मैं आपके मध्यम से ,, माननीय , गृहमंत्री से एक विनंती करता हू , की भ्रष्टाचार, बेनामी संपत्ती, दलाली, जमाखोरी, लाचखोरी, कमिशन खोर,, इन सबको सिर्फ फासी की सजा हो... तभी देश समृद्ध होगा.. राष्ट्र सर्व परी
How the laws can be passed in parliament without any discussion.
laws are passed on the basis of votes, not on the basis of discussion
@@madhukarsharma2550 laws can’t be passed on the basis of only votes. The discussion on the subject with all pros and cons and then to go through a process of certain committees of parliament are necessary. If no discussion then it is not a democracy and only dictatorship.
@@dilbaghsingh5182 whatever are the pros and cons, when it comes to voting, it is done to toe the party line. Places of worship act was passed despite the opposition from BJP.
किसान और क्रिषी को बचाने वाला कानुन बनाना चाहिए था/