हरे कृष्णा आपने बताया था की भगवान् का स्मरण करना और चिंतन करना दोनों एक है मैंने एक दिन आपसे प्रश्न किया था की नाम जप करते समय भगवान् का क्या चिंतन करे तो आपने उत्तर दिया सिर्फ हरि नाम को सुनना है फिर जब मन भागे तो फिर से मन को पकड़कर हरि नाम सुनने मे लगाना है अगर हम नाम सुनने मे मन को फोकस करेंगे तो भगवान् का स्मरण और चिंतन करेगे जो नवधा भक्ति का तीसरा अंग है अगर हम नाम सुनने मे फोकस करेंगे तब तो हम भगवान् का चिंतन नही कर पाएंगे
Hare Krishna Prabhu ji sader pranam 🙏
हरे कृष्णा आपने बताया था की भगवान् का स्मरण करना और चिंतन करना दोनों एक है मैंने एक दिन आपसे प्रश्न किया था की नाम जप करते समय भगवान् का क्या चिंतन करे तो आपने उत्तर दिया सिर्फ हरि नाम को सुनना है फिर जब मन भागे तो फिर से मन को पकड़कर हरि नाम सुनने मे लगाना है अगर हम नाम सुनने मे मन को फोकस करेंगे तो भगवान् का स्मरण और चिंतन करेगे जो नवधा भक्ति का तीसरा अंग है अगर हम नाम सुनने मे फोकस करेंगे तब तो हम भगवान् का चिंतन नही कर पाएंगे