महाशिवपुराण का अध्याय 13 शिवजी अन्तर्धान हो गये। हे नारद !भगवान सदाशिव से इस प्रकार वरदान प्राप्त कर

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  • Опубліковано 15 вер 2024
  • शिवजी अन्तर्धान हो गये। हे नारद !भगवान सदाशिव से इस प्रकार वरदान प्राप्त कर मनु तथा शतरूपा मेरे समीप
    श्रीकृष्णचन्द्र ने अवतार लिया। मनु के दूसरे पुत्र का नाम उत्तानपाद था। उसके वंश में भगवान् श्रीकृष्णचन्द्र ने अवतार लिया। मनु के दूसरे उत्तानपाद था। उसके वंश में ध्रुव के समान योगी भक्त का जन्य हुआ। मनु की पहली पुत्री का नाम अनुमति था। उसका विवाह मेरे पुत्र रुचि नामक मुनि के साथ हुआ था। वह पुत्र मुझे अत्यन्त प्रिय था। उसके द्वारा यज्ञ और दीक्षा नामक दो संतानों की उत्पत्ति हुई।#motivation #facts #mahashivpuran #god#shiv story#bhole Shankar#krishna #Narad Muni
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