बाबा मस्तनाथ के चमत्कार-7/Baba Mastnath Katha -7 -KPS- Maina -1997
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- Опубліковано 23 сер 2024
- बाबा मस्तनाथ के चमत्कार-7
आशीर्वाद- श्री चान्दराम जी योगी,
रचयिता-श्री कर्मपाल शर्मा, श्री रामपाल,
गायक-कर्मपाल शर्मा, मंजु शर्मा व साथी
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1. आरती श्री मस्तनाथ की जी, श्री नौ नाथों के नाथ की जी
2. यज्ञ स्वरूप मेरे धुणे का करा नहीं सम्मान,
आहूति ली काढ़ हवन की ओढ़ बड़ा अपमान।।
3. मैं थारी शरण आई मेरै हाथ धरो बाबा।
बाबा जी थारी लीला अपरम्पार, सारी दुनिया करती जय-जयकार।
4. करदे जोग लेण की टाल, यो सै बहुत बड़ा जंजाल,
जिन्दगी क्यूं बेकार करै, योग हो सै खाण्डे की धार।
5. भगतो सुणलो मेरी बात, अजर अमर सै गोरखनाथ,
चान्द और सूरज मेरे गवाह सैं देखैं दिन-रात, सन्तजन आवैं
6. खाली खोड़ पड़ी रहग्यी जब पंछी पिंजरा तोड़ चला,
लिकड़ आत्मा बाहर हुई श्री मस्तनाथ मुंह मोड़ चला।।
7. बोहर की सिद्धों का स्थान,
श्री चान्दनाथ योगी जी आडै़ सै मठाधीश वर्तमान।।
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हिलों je
कुंडू जी कर्मपाल शर्मा जी की आवाज में बाबा मस्तनाथ के किस्से का भाग 7 सुनवाने के लिए हम आपका सहृदय: धन्यवाद करते हैं