Apne bohut he sundar tarah se kiya pratah sandhyopasana .. Please make a video of saayam sandhyopasna and madhyamika sandhyopasana i request ..kripaya madhyamika & saayam ka bhi banaye🙏🙏
गुरु जी प्रणाम। 🙏🙏 मेरे पास संध्या की पुस्तक है मैने आचमन विनियोग इत्यादि सब पढ़ लिया है।। इस वीडियो के माध्यम से विधि भी समझ गया हूँ।। बस आपने जो वो हस्त मुद्राएं बनाई है उसपर एक वीडियो बनाकर अच्छे से सारी मुद्रा बनाना सीखा दीजिये। कुछ मुद्राएं तो आसान है मगर कुछ बहुत जटिल है समझ मे नही आता कि कौन सी उंगली कैसे मिलाऊँ।। प्रणाम।।🙏🙏
हरि शरणम संध्या घर में बैठकर भी की जा सकती है क्योंकि संध्या का जो प्रातः कालीन समय है वह वह ब्रह्म मुहूर्त का है उस समय नदी किनारे मंदिर इत्यादि में पूर्व कaल में किया जाता था परंतु आज के समय में घर उत्तम है आप घर में कर सकते हैं
प्रणाम आचार्य जी। मैंने पढ़ा था कि सुबह और दोपहर को एक एड़ी उठाए हुए खड़े होकर अर्घ्य देना चाहिए। किन्तु यह नहीं लिखा था कि कौन सी एड़ी उठानी है। कृपया मार्गदर्शन करें।
Jai shree Hari ❤❤
सबसे अच्छा संध्या का वीडियो हैं ये, यूट्यूब पर।। धन्यवाद पंडित जी।।। प्रणाम।।।
❤आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Very good information bhai, thanks
Bhut sundr or sarl sndhya vidhi btaai guru aapko koti koti prnaam🙏🙏
बहुत ही सुन्दर
Bahu achchha
बहुत अच्छा
Jai ho
धन्यवाद
Very beautiful jai shree Krishna
जय श्री सीताराम🙏
अति सुंदर आचार्य जी
आपका बहुत बहुत दहन्यवाद!
Dhanyabad ,Mai bahut dino se Sandhya ka video search Kar raha tha
Guru dev jay shree ram
जय श्री हरि
Apne bohut he sundar tarah se kiya pratah sandhyopasana .. Please make a video of saayam sandhyopasna and madhyamika sandhyopasana i request ..kripaya madhyamika & saayam ka bhi banaye🙏🙏
जी बहुत जल्दी बनाकर आपके सामने प्रेषित होगा
बहुत अच्छा ह बस थोड़ी गति तेज ह
🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री राम
जय जय श्री राम
Pandit ji pernam
Pandit ji mudrao ke bare main plz batye
Guruji sandhya karne ke baad kuldevi ki puja bhi karni cahiye ki sandhya vandan ke sath sath
हरि स्मरण
आप अलग से कर सकते हे यदि आपके कुलरीति मे हे तो
Sham sandhya ka pura video banayi ye
जय श्री राधे जय महाकाल .. आप गायत्री की मुद्रा बनाना सिखाये कृपया और बहुत अच्छी तरह से...☺️👍👍
बहुत श्रेष्ठ प्रयास है आचार्य प्रवर। एक विचार है- संध्या शब्द संधि से न होकर सम्यक् ध्यायते अनेनेति होना ज्यादा उचित जान पड़ता है
हरि स्मरण जी
संध्या भाष्य मे दिया हे उस अनुसार कहा गया हे जी
@@धर्मपथईश्वरकीओर महाजनो येन गतः स पंथा🙏
nitya karma puja prakash sabke paas hona chahiye
गुरु जी प्रणाम। 🙏🙏
मेरे पास संध्या की पुस्तक है मैने आचमन विनियोग इत्यादि सब पढ़ लिया है।। इस वीडियो के माध्यम से विधि भी समझ गया हूँ।। बस आपने जो वो हस्त मुद्राएं बनाई है उसपर एक वीडियो बनाकर अच्छे से सारी मुद्रा बनाना सीखा दीजिये। कुछ मुद्राएं तो आसान है मगर कुछ बहुत जटिल है समझ मे नही आता कि कौन सी उंगली कैसे मिलाऊँ।।
प्रणाम।।🙏🙏
Guru ji pranam.
sankalp yagyopaveet ke sath karna chahiye ya nahi.
Shriman Aap kaunsey granth se sahayta le rahey hein?
स्वामी करपात्री जी द्वारा प्रकाशित संध्या विधि
Arghya ghar k andar de sakte hain ya bahar hee sandhya karke dena chahiye
अंदर दे सकते हे
मै भी हूँ बहा से
Kya bina kush k gayatri tarpan kr sakte h , 🙏🙏🙏
यदि चांदी आदि धातु की अंगूठी आपने अनामिका ऊँगली मे धारण की होतो
@@धर्मपथईश्वरकीओर tamba dhatu ki h
संध्या जल का उपयोग अथवा विसर्जन किस प्रकार से करें
Acharya ji prnam क्या संध्या वंदन सूर्य भगवान के समक्ष घर के बाहर बैठ कर करना चाहिए या घर के मंदिर बैठ कर भी ककर सकते है क्या ? कृपया मार्गदर्शन करें
हरि शरणम संध्या घर में बैठकर भी की जा सकती है क्योंकि संध्या का जो प्रातः कालीन समय है वह वह ब्रह्म मुहूर्त का है उस समय नदी किनारे मंदिर इत्यादि में पूर्व कaल में किया जाता था परंतु आज के समय में घर उत्तम है आप घर में कर सकते हैं
धन्यवाद पंडित जी मार्गदर्शन करने के लिए
महाराज हम महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा प्रतिपादित संध्या करते हैं । किन्तु आपकी संध्या काफी अलग है ।
ओर तीनो कालो की वीडियो डालो
आप से बात करनी है
संस्कृत साहित्य का भी ध्यान रखना चाहिए
जी🎉 धन्यवाद
प्रणाम आचार्य जी। मैंने पढ़ा था कि सुबह और दोपहर को एक एड़ी उठाए हुए खड़े होकर अर्घ्य देना चाहिए। किन्तु यह नहीं लिखा था कि कौन सी एड़ी उठानी है। कृपया मार्गदर्शन करें।
सीधे पेर की
सीधे पेर
Sandhya Vandan krne k bad fir alag se surya argh to nhi dena hoga
नही
Lekin mai morning time hi sandhyavandan kr pata hu , q ki fir time nhi mil pati h🙏😔
Ji to subah dijiye
Iska pdf milega kya ... Kyu ki smj nhi aa rha ... Humari sahayata kare
आचार्य जी जिस बर्तन में विनियोग किया जाता है उसी बर्तन में अर्घ्य दे सकते हैं सूर्य के
दुसरा लेवे तो उत्तम पक्ष हे
एक तो थोड़ा स्लो करो पंडित जी ताकि समझ तो आये
Ye Pandit ji Mantra bahut Fast bol rahe hai. Isliye Samajh mein nahi aa raha hai
अग्ली बार पुरा ध्यान रखेंगे जी
Hi
@@CricketCreation320 ji
नंबर दे