सिर्फ Reservation मिल जाने से कुछ नही होता है बहूत ज्यादा मेहनत करना होता है ! लोगो को बरगलाओ मत! अभी भी ST के बहुत से पद suitable candidate के अभाव मे vacant रह जाते है! बेसरा जी, आप आदिवसियो को कम शराब पीने की अपील करो! सही रास्ता बताओ!
आदिवासी होने का सब आधिकार तो खात्म हैं। कयोंकि आदिवासीयों का पर्व त्योहार, जन्म मरण एवं रिती रिवाज, संस्कृति सब बदल जाता हैं। और मिशनरी (विदेशी धर्म) का होता हैं सब!
ये जो है हिन्दू धर्म का ठेकेदार है . इसको अभी तक जाती और धर्म मे क्या अंतर है सब जानते हुए भी आदिवासी समाज को दो भाग करने मे लगा हुआ है .और लड़ावाने मे आगे है . आदिवासी समाज से निवेदन है कि ऐसे लोगों से बच के रहे .
सूर्य सिंह साहब आप बताओ शिक्षा का शुरुआत किसने किया था, ईसाई लोग धर्म परिवर्तन नहीं करता है, मन परिवर्तन करता है, हंडिया दारू छोड़ना क्या धर्म परिवर्तन नहीं बताओ, चोरी काम छोड़ दिया तो क्या धर्म परिवर्तन हुआ बताओ, किसी को प्रलोभन नहीं दिया जाता है, यीशु मसीह सच्चा परमेश्वर है, यीशु मसीह को छोड़ कोई खुदा नहीं है, यीशु ने कहा मार्ग सत्य और जीवन मैं ही हूं बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।
Mandir,masjhid,church jane se kisi ki jati nhi badal jati h,Arakshan jati k adhar par milti h na ki dharm k, constitutionaly adhikar h, Mandir,masjhid,church kahin v jane se rokne ka adhikar kisi k pass nhi h,bharat dharmnirpeksh desh h.
सरना धर्म मानने वाले आदिवासी अनपढ़ गंवार रहते हैं। उन्हें आरक्षण रहने से भी नौकरी कहां से मिलेगा। ईसाई लोग पढ़ते लिखते हैं।मेहनत करते हैं।तब नौकरी मिलता है। सरना धर्म वाले ईसाई धर्म के प्रति जलना बंद कीजिए और अपने बच्चों का पढ़ाई लिखाई पर ज्यादा ध्यान दीजिए तब ही सरना आदिवासी आगे बढ़ेगा। नहीं तो अभी भी पीछे है ना और पीछे चले जाएंगे।
What is d proof that some tribals follow Hinduism ..You fellow have d certificate that u follow Christianity from start from your birth till your death.
सूर्य सिंह बेसरा बिलकुल सही कह रहे है. बात reservations का नहीं अस्तित्व का भी है जिन लोगो ने धर्म परिवर्तन किया है अपने आदिवासीे मूल संस्कृति, रीती रीवाज को छोड़ कर विदेशी संस्कृति को अपना लिया ऐसे convert लोगो आदिवासी मे रखना नहीं चाहिए.
Kishe kah diya bhai?? Apni sanskriti toa hindu dharam apna kar st kar rhe h.. Yahan hindu dharam apna kar apni sanskriti chor rhe pair chu kar pranaam kar rhe... Wo kya h??
@@vandanabhartimurmu3466 आपको एजुकेशन की बहुत जरुरत है. और हम धर्म बदलने वालो पर कहाँ है एक धर्म पर नहीं बोला है. जिनलोगो ने भी धर्म बदला है चाहे ईसाई हो या हिन्दू. और कृपया करके तुमलोग संथाल समुदाय के बारे में कुछ बोलो भी मत ज़िस जड़ के उपज हो उस जड़ को काटने में तुले हुए हो. ये सब चर्च में भी दिखता ही है. तुमलोग सोंचते हो धर्म बदल लिये तो बहुत समझदार हो गये है और जो नहीं बदल वो सब बुडबक है यही तो चर्च में सिखाया जाता है.
@@vikramkumar.2856 sir aapne sahi kaha dharam parivartan k baare me lekin aaj kitne log hain jo dharam parivartan jisme hindu aur muslim dharam ko apna na ye bhi aata hai....pure video me bs isai aur isai hi sunai de rha hai...kya sirf isai ban ne se log apna culture bhul rhe hain aaj isai dharam ko apane Wale adivasi gharon me bhi wahi riti riwaj ki jaati hai jo baap dadon k samay se chali aa rhi hai jisme bhej bhusa aur khaan paan ityadi aata hai bs prakriti pujne ki pratha ka ab palan nahi hota mere Kai jaan parichit k log hain jo adivasi hokar khud ko hindu mante hain wo aaj hinduwo ki tarah Puja paath aur kundli dekh kar chejen kar rhe hain...kya delisting me wah bhi aayenge ya ye suvidha bas isai aadivasi k liye hai ?
@@janet763 ईसाई धर्म पर इसीलिए बोलते और विरोध किया जाता है मैं संथाल समुदाय से हूँ हमारे संथाल समाज मे जितने भी ईसाई धर्म में कन्वर्ट हुए वो लोग हमलोग आस्था और भगवान को गाली और चर्च में अपमान किया जाता है. आप से एक बात पूछना है येशु कब हमलोग भगवान से लड़े थे कुछ बता सकते है...? कन्वर्ट संथाल लोग चर्च में बतया जाता है संथालो का देवी,देवता मतलब प्रकृति के देवता मरांग बुरु येसु से युद्ध किया था. आपसे पूछना चाहते ऐसा घटना क़ब हुई आप बता सकते है..? बहुत बदमाश लोग है कन्वर्ट आदिवासी सब कुछ पता चल चूका.
आदिवासी भी हिन्दू धर्म में बदलाव किया है। हिन्दू धर्म मानने वाले आदिवासी को आरक्षण दिया जाना उचित है या नहीं। आज केवल ईसाई धर्म मानने वाले आदिवासी को बहिष्कार कर रहे हो।
Agar Community chor raha hai toh usko apna title bhi chor dena chahiye. Iss chiz pe discussion hoga toh kuch hoga. Reservation kisi bhi religious ko nhi manta. *Aise bahut so called schedule tribe hai jo hindu & Christian dharam ko follow karte hai much before getting reservation. Sab apna apna area aur unke Majhi Pargana (head system) through unlog ko mila hain.
@@desi523 because india is a Hindu majority no adivasi were from any religion they are nature worshipers But many of them accepted Christianity, Hinduism and islam
Kon bana rha hai bhai mujhe bato or kitna paisa milega koi kisi ko jabardasti kaise dhram badal sakta hai jab tak khod ka icha na hoto me bhi yeshu mashi ko manti hu par mujhe kisi ne jabardast nhi kiya jab vachan badi to mujhe acha laga to me yeshu mashi ko manti hun
ईसाई धर्म देखकर किसी भी आदिवासी को नौकरी नहीं मिलती है बल्कि talent के दम पर मिलती है ये भ्रम में हमें नहीं रहना चाहिए कि ईसाई आदिवासी को हटा देंगे तो हमें बिना talent का ही नौकरी मिल जाएगी।
धर्म परिवर्तन का सीधा मतलब है अपनी आस्था में बदलाव लाना। लेकिन संघ परिवार और आरएसएस धर्म परिवर्तन को अपने एक अलग तराजू से तौलती है, और उस तराज़ू के अनुसार धर्म परिवर्तन उसे ही कहा जाएगा जो ईसाई या मुस्लमान हुए। जैन, बौद्ध, सिख के लिए नहीं और हिन्दू के लिए तो बिलकुल भी नहीं क्योंकि हिन्दू हुए तो घरवापसी का नाम देते हैं
Hundred percent... Sahi... Why beshra... Sahab is becoming beshram.... Aadivasi logo ke liye keya kar rahe hai... Tabhi... Baat kare.... Sadharan Adivasiyio... Ke liye keya kar rahe hai..... Gareebi.. Pechhadapan bhi... To.. Human rights ke birodh hai.... Keyo....?... Sabako ek saman.. Hona chahiye... Sab chiz... Kaun dega usako
इन्हें इतनी सी बात समझ नहीं आ रही कि, आरक्षण का लाभ जाती के आधार पर मिलता है न कि धर्म के आधार पर। अगर आप लोग पीछे रह गए हैं तो इसमें धर्म का दोष नहीं है। किसी धर्म ने आपको पढ़ने लिखने से नहीं रोका है, अगर आप आरक्षण का लाभ नहीं ले पा रहे तो इसका कारण साक्षरता में कमी और अज्ञानता है।
आदिवासी अपने पुर्वजों के रीति-रिवाज आदिवासी संस्कृति को आगे बढ़ाते हैं ना कि अंग्रेजों की रीति-रिवाज संस्कृति को आगे बढ़ाने वाले कैसे अपने संस्कृति को छोड़कर अंग्रेजों की रीति-रिवाज संस्कृति अपनाना कहां तक सही है
लगता हैं तुम भी "हिन्दू का वेश्या बनना चाहते हो,,, • पहले """सरना धर्म कोड "" लागु करवाओ,,, फिर डीलिस्टिंग मुद्दे पर बात करो... • one क्लास में पढ़ कर 10th क्लास का exam देने की गलती मत करना,,, • step by step... कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे नहीं तो,,, ब्रह्मणों का पोटी साफ करते फिरोगे...😂😂😂
पत्रकार महोदय आदिवासियों का ईसाई धर्म को मानना आदिवसियत के लिए आपने खतरा बताया। और आदिवासियों का हिंदुत्व को अपनाने से क्या लाभ या नुकसान ये तो आपने चर्चा में रखा ही नहीं।
तुम कौन, भारत का संविधान हम भारतीयो को अपने विवेक से किसी भी धर्म अपनाने का अधिकार देता है,मेरा ईश्वर प्रभु येशु है, था और सदा रहेगा ,तो क्या मै मुलनिवाशी नहीं, क्या ईश्वर विदशी होता है, ईश्वर तो सारी सृष्टि का कर्ता,मालिक और पालनकर्ता है धन्य है धन्य है प्रभु येशु की जय
De-listing => why not de listing do in CASTE BASED in all religion ? because after De-listing in Adiwasis policies by RSS/BJP, Vedic Hindu System (Divide and rule) 1 = The Land of Adiwasis can buy anyone due to some become Minority Category. 2 = Adiwasi Population will decrease so that "Chief Minister can be any one" in Jharkhand. 3 = Decrease population in Adiwasis, The SEAT will also reduce. 4 = Adiwasi & Cristian Adiwasis will be separate, then "RSS Hindu Conflict Organization" can easily organize "Riots, massacres etc." between them.. if some adiwasi people's EYES are not infected from Vedic Hindu wretched bastard system, more DIS ADVANTAGES can be shown. डी-लिस्टिंग => सभी धर्मों में जाति के आधार पर डी-लिस्टिंग क्यों नहीं की जाती? क्योंकि आरएसएस/बीजेपी द्वारा आदिवासी नीतियों में डी-लिस्टिंग के बाद, वैदिक हिंदू प्रणाली (फूट डालो और राज करो) 1 = कुछ अल्पसंख्यक श्रेणी में आ जाने के कारण आदिवासियों की जमीन कोई भी खरीद सकता है। 2=आदिवासी जनसंख्या घटेगी जिससे झारखंड में "मुख्यमंत्री कोई भी हो सकता है"। 3=आदिवासियों की जनसंख्या कम हो जाएगी, SEAT भी कम हो जाएगी. 4 = आदिवासी और क्रिस्टियन आदिवासी अलग-अलग होंगे, तो "आरएसएस हिंदू संघर्ष संगठन" आसानी से "दंगे, नरसंहार आदि" आयोजित कर सकता है। उन दोनों के बीच.. यदि कुछ आदिवासी लोगों की आंखें वैदिक हिंदू दुष्ट व्यवस्था से संक्रमित नहीं हैं, तो और अधिक नुकसान दिखाए जा सकते हैं।
किसी को प्रलोभन देकर धर्म बदलने को मजबूर नहीं किया जाता है, वो अपनी इच्छा से धर्म बदलता है तो वह उसका अधिकार है, आज के नेता लोग को संविधान को अच्छी तरह से समझना चाहिए, और आरक्षण जाति के आधार पर मिलता है, धर्म के आधार पर नहीं।
हिंदू, मुस्लिम, सिख आदि धर्म मानने वाले भी ईसाई धर्म अपना रहा है अंध विश्वास से निकल कर सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए सब स्वतंत्र है, अगर कोई धर्म नहीं बदलेगा तो क्या सूर्य सिंह बेसरा अपना घर से सबको नौकरी देगा ।
Missionaries ne to conversion kar ke aadiwadi bhaiyon ki sanskriti hi badal di north east eska example hai north east me shadi aur antim sanskar kya isai riti se nahi hota ???
आदिवासियों का कोई धर्म नहीं है तो लाखों लोग हिन्दू धर्म मान रहे है उनका भी एक तरह से धर्म परिवर्तन है। जाति और धर्म दोनों अलग है धर्म आस्था है और जाती जन्मजात है जाती उसका मूल है ।😊
सत्य सांगितले. धर्मांतरण केलेले आदिवासींना आरक्षण कशाला हवे. आदिवासी संस्कृती ,आदिवासी ओळख धर्मांतरणने आपोआप नष्ट होते. आरक्षण मिळवण्याचा हक्क राहत नाही. जय सनातन धर्म हर हर महादेव जय विठ्ठल रूखमाई जय सनातन धर्म जय छत्रपती शिवाजी महाराज जय छत्रपती संभाजी महाराज जय पृथ्वीराज चव्हाण जयमहाराणा प्रताप जय महाराष्ट्र जय भारत वंदे मातरम्
Suru se hi toh veabstha thik hi nahi hai; agar aap ke kahne ke anusaar delisting gharwapasi dharam code ho jaata hai toh Kya veabstha thik ho jayega? Jo aadivasi isai bane Hain aur Jo nahi bane Hain sabb ka jamin. Jungle sabarn log aur bahri log harapte ja rahen Hain Kya woh Sab ruk jayega? Jitne Aaj. Bare bare baat kar rahen hain wehh Sab ke sab mission school men par kar birodhi baten kar rahen Hain. Inko achhi tarah malum hai ki kuch bhi pralobhan nahi hai..parivaftit aadivasi Oraon ya Munda donor ka galat brabar hai . Donor ko ko koi labh nahi mil Raha hai. Pralobhan ka koi pramaan bhi nahi hai lekin ishi ko tota ke mafik ratted rahte Hain. Kaisi bidamna hai. Jo is hai bane Hain we bhi aur Jo nahi bane weh bhi India ke Charon taraf kuli kabari aur Utah bhata men mazduri jindagi bhar kar kar ke Mar rahen hain.koi puchnewala nahi. Na apna koi school/collage hai na koi. Dharam pothi hai. Rajnitik roti sek sek paise Kama kar moteh ho rahen aur ishai aadivasi aur Oraon aadivasi ka jiwan Sankar men daalte ja rahen. Hamare samne roj inka jamino ko sabarn kahlane wale harapte ja rahen aur ham Baba's aur lachar Hain.Bolne se Marne ka dhami dete Hain.Aur ye log apash me larane ka kaam kar Hain.Upareala aap Sab ko subudhi de. Dhanyabaad. Jai johar.
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है तो अगर अन्य जातियों के लोग अपना धर्म छोड़कर आदिवासी धर्म /सरना धर्म अपना लें, तो क्या उन्हे आदिवासी मन लेना उचित है? आप सोचिए।
सरना किस भाषा का शब्द है और इस का क्या अर्थ है अन्त भला तो सब भला, आप ने बहुत अच्छा बात बताया है, जाति और धर्म दोनों अलग चीज है, इस बात को अन्य सरना धर्म के लोग नहीं समझ रहे हैं, आप को बहुत धन्यवाद।
बहुत बुद्धि जीवि लगते हो बेसरा जी कितने लोग लालन देकर आदिवासी को ईसाई बनाया गया है।संख्या बताया जाए। और कितने आदिवासी को जबरदस्त ईसाई बनाया गया है उसका संख्या भी बताया जाए।
@@anuragkullu7094सिर्फ पैसा से ही इसाई बनेगा ये बात नही है,और भी तरीका है हमको कोई पैसा ऑफर नही दिया था ,इसका लंबा कहनी है क्या क्या बताएंगे। लडकी नौकरी।
जातिवाद और धर्मवाद दोनों अलग अलग है।हमरे लिडरो से निवेदन है कि जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करना बंद कीजिए। सबको अपना पसंद का धर्म ,मानने का अधिकार मिलना चाहिऐ। अगर ऐसा नहीं होगा तो भारत को लोकतंत्र,स्वतंत्रता का देश कैसे कहंगे?
Aadivasi is aadivasi. Whether they may take up any religion Christian, Buddhist, muslim. But they remain Aadivasi. India is really secular country. We actually should not deteriorate.
आदिवासी जिधर रसगुल्ला देखता है उधर जाता। उसे अपने धर्म मैं विश्वास नहीं है, यदि आदिवासी जहेर थान मैं उसी विश्वाश से जाए तो। उसका भी देवता उसे जरूर सहायता करेगा।
अब सूर्या सिंह बेसरा और सलाखन मुर्मू बी.जे.पी. जाने वाले है. मेरी राय है, जो आदिवासी एक बार आरक्षण ले लिया है उनको बच्चों को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। जो एक बार विधायक/सांसद बन जाता है दोबारा
आदिवासी धर्मपरिवर्तन karke ईसाई धर्म में शामिल हुआ है but मुस्लिम to आज तक नहीं देखा na suna h क्योंकि मुस्लिम समुदाय obc category me ata h na ki SC St
पत्रकार महोदय जी, बेसरा जी को नहीं बरगाला सकते हैं, उसे हड़िया पीला दो आप के पीछे बकने लगेगा और जमीन भी दे देगा, बेसरा जी का आदर करता हूँ, अब आदिवासी आपनी आधिकार समझ रहे हैं, आदिवासी धर्म कोड हमें चाहिए
De-listing => why not de listing do in CASTE BASED in all religion ? because after De-listing in Adiwasis policies by RSS/BJP, Vedic Hindu System (Divide and rule) 1 = The Land of Adiwasis can buy anyone due to some become Minority Category. 2 = Adiwasi Population will decrease so that "Chief Minister can be any one" in Jharkhand. 3 = Decrease population in Adiwasis, The SEAT will also reduce. 4 = Adiwasi & Cristian Adiwasis will be separate, then "RSS Hindu Conflict Organization" can easily organize "Riots, massacres etc." between them.. if some adiwasi people's EYES are not infected from Vedic Hindu wretched bastard system, more DIS ADVANTAGES can be shown. डी-लिस्टिंग => सभी धर्मों में जाति के आधार पर डी-लिस्टिंग क्यों नहीं की जाती? क्योंकि आरएसएस/बीजेपी द्वारा आदिवासी नीतियों में डी-लिस्टिंग के बाद, वैदिक हिंदू प्रणाली (फूट डालो और राज करो) 1 = कुछ अल्पसंख्यक श्रेणी में आ जाने के कारण आदिवासियों की जमीन कोई भी खरीद सकता है। 2=आदिवासी जनसंख्या घटेगी जिससे झारखंड में "मुख्यमंत्री कोई भी हो सकता है"। 3=आदिवासियों की जनसंख्या कम हो जाएगी, SEAT भी कम हो जाएगी. 4 = आदिवासी और क्रिस्टियन आदिवासी अलग-अलग होंगे, तो "आरएसएस हिंदू संघर्ष संगठन" आसानी से "दंगे, नरसंहार आदि" आयोजित कर सकता है। उन दोनों के बीच.. यदि कुछ आदिवासी लोगों की आंखें वैदिक हिंदू दुष्ट व्यवस्था से संक्रमित नहीं हैं, तो और अधिक नुकसान दिखाए जा सकते हैं।
क्या मीना आदिवासी परिवर्तित ईसाई हैं जो देश में आदिवासियों का अधिकतर आरक्षण का हिस्सा वे प्राप्त करते हैं ? यदि वे परिवर्तित ईसाई नहीं हैं तो अन्य आदिवासी पीछे क्यों रहते हैं ? क्या मीना आदिवासियों को डिलिस्टिंग किया जाना चाहिये क्योंकि ये आदिवासियों का अधिकतर आरक्षण का लाभ ले लेते हैं। ईसाई आदिवासियों से इतना जलन क्यों ?
St ka arakchhan bhil meena ko diya gya hai jo samajik aur saichhnik roop se pichhe hue hai. Lekin general meena jati ke log bhil meena bankr st arakchhan ka labh lete hai. Issai se Jalan ish liye hai ki st ka reservation ka labh lete hai aur yeshu masih ko iska srey dete hai st ke ritiriwaz parampra ko nhi mante hai
और जो बौद्ध, जैन, मुस्लिम, हिन्दू धर्म अपनाएं हैं तो उनका क्या होगा? इन लोगों के पीछे कौन है जरूर पता लगाइए। इनका नेतागिरी शायद नहीं चल रहा है इसलिए अनर्गल बयान बाजी कर रहे हैं
Agar Community chor raha hai toh usko apna title bhi chor dena chahiye. Iss chiz pe discussion hoga toh kuch hoga. Reservation kisi bhi religious ko nhi manta. *Aise bahut so called schedule tribe hai jo hindu & Christian dharam ko follow karte hai much before getting reservation. Sab apna apna area aur unke Disom Majhi Pargana (head system) through unlog ko mila hain.
कोई नयी बात नहीं है ।जब हम बीमार पडे रहते हैं तब आप कहां घूसे रहते हैं । कर लो जो करना है मैं ईसाई ही रहूंगा । कहा गया है " अंतिम दिनों में मेरे नाम के कारण सब राष्ट्र में तुमसे बैर किया जाऐगा " । तुम लोगों को जलन है । चाहे नौकरी न मिले लेकिन मैं ईसाई ही रहूंगा। और दिखाओ कौन दोहरा लाभ ले रहा है ।मूंह से बस मत कहो। और जजमान आपका ज्ञान संविधान के लिऐ बताया जा रहा 0 है। निकल दो हमें कुछ फर्क नहीं पडेगा । हम जनरल में जाऐ के लिऐ तैयार है।मुझे ईशवर पर भरोसा है।
क्या सूर्या सिंह बेसरा को मालूम है । केरल बनना चंद्रमोहन सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट फ़ैसला किया था और ST अध्यादेश 1950 , आदिवासी हिन्दू मुस्लिम ईसाई धर्म नहीं हो सकता है क्योंकि शादी तलाक और रूढ़ी प्रथा, रीति रिवाज परंपरा संस्कृति त्यौहार जन्म से मृत्यु संस्कार नामकरण तक अलग है अलग अलग धर्म में ।
नौकरी में आरक्षण ही डीलिस्टिंग का कारण है। आज मुल्यांकन करने की अवश्यकता है कि इस अरक्षण का लाभ लेने के लिए कौन सी संस्थाएं सबसे ज़्यादा आदिवासियों को अरक्षित स्थान तक पहुंचाने का कार्य किया है। हिन्दू संस्थान,सरना संस्थान, ईसाई संसथान।
इतना नफरत फैलाया जा रहा है कि किसी भी जाति के लोग हिंदू धर्म मानने लगेंगे या मानेंगे तो वाह वाह ,, बहुत बढ़िया। फिर बोलेंगे सरना , सनातन हिंदू एक है!!! ऐसा बोल के झारखंड के मूलनिवासी क्रिस्टियन आदिवासी जाति लोगो से भी लड़ाई करेंगे। बाहर प्रदेश में बौद्ध अनुयाई लोग से भी लड़ाई, अभी भी आदिवासी बीपीएल में ही है इसके लिए कुछ करो। BJP डूबा देगा सबको लड़ा के। ,,, सचाई यही है कि,,जो लोग ऐसा लड़ाई झगड़ा करता है वो लोग नदी को माता मानता है उसी में मूतता दूषित करता है। भारत देश के एकता अखंडता को नष्ट कर रहा है। गाय को माता मानता है उसको ऐसे ही भूखे नंगे छोड़ देता है। भईया दूज, रक्षा बंधन सब मानता है लेकिन दूसरे धर्म के भाई बहन को ऐसा लोग कोई इज्ज़त नहीं करता (आजकल )। इत्यादि
I can see how much he is afraid of Christianity 😂 I don't think there is any possibility of delisting but we Christian should not only depend on the reservation coz it's the talent and the faith in lord Christ, we can achieve anything we want ✝️
$ आज झारखंड अलग राज्य की बात करते हैं तो उसकी भी लड़ाई जयपाल सिंह मुंडा जो इस आए थे उन्होंने ही शुरुआत की थी जब वह गलत है तो वह इस लड़ाई में बेसराजी क्यों कूदे और जो आदिवासी हिंदू धर्म अपना लिए हैं उनका भी आरक्षण समाप्त होना चाहिए
Besra ji...Jati aur dharm me bohot fark hai hum aadiwaasi hai lekin savidhan sabhi ko apna dharm apnane ka adhikaar deta hai... Aap apni marji se koi bhi dharm apna sakte ho...
बेसरा जी आप कितने में बिक गये है , पहले ये बताइए, कुछ भी अनाप-शनाप बोलकर सुर्खियों मे आने की कोशिश मत करो आप को इसाई धर्म का ज्ञान नहीं है अगर होता तो ऐसे मुर्खों वाली बात नहीं करते आज कल की पिढी पढी लिखी है और उन सब को अपना अपना अधिकार जमा या है सब मालुम है देश के संसद कितने आदिवासी नेता चुन कर गये है और वो लोग क्या कर रहे हैं पहले उनसे पुछो अगर हिंमत है तो , नही तो चुप रहो।
@@sahilgill157 isai hone ka tumko garb hai tum apna jati dharm chhod Kar angrejon ka dharm ko puja Kar rahe ho. Ap log pahle Jan lo bhai, aplog jis yishu mashih ko puj rahe ho o angrejon ka hi tha pata karlo itihas pads lo hum jhut nahi bol rahe hain
Sbhi aadivashi bhai bhno s khna chahti hu ki jitne bhi pde likhe log h sbhi sanvidhan ko padhe aur samjhe..aur jo nhi jante h unhe jrur samjhaye....qki dharm k nam pe dange karne wale hajron log hai but all aadivashi bhai behno s aagrh h ki uper wale ne dekhne k liye ,sunne k liye kan,samajhne k liye vivek diya h sb utilise karein. lekin insaniyat kafi km logo k pas h hamare society ko grow krne k liye hame education ko apnana hoga tabhi hamara dimag jinda hoga ....hm indians h so ,hm apni bat rakhne ka adhikar h..kisi bhi insan ko dharm m na bante ...hm aadivashi h hme unity m rhna chahiye.yh tb possible h jb hm school ,shiksha, hospital, socially work pr kam karenge.....
Adiwashi logo ko bevkuf bana raha hai ye beshra dushre dharam ko manne se v adiwashi wans jo khun hai wahi rahega sabhidhaan adhikaar diya hai kisi v dharam ko manne ka god ne dharam nahi banaya agar log adiwashi k wans esai god ko mante hain aur jindagi me bahut kuch ka badlao ho raha hai to fir esme achi baat hai satipartha galat tha khatam huwa esliye log usi jindagi me jeete rahe ye galat hai adiwashi apne hi wans ka arkshan khatam karwa doge adiwashi kam padenge arkshan hindu logo ko milega aur adiwashi banne k liye maan karenge aur ban v jaynge to kya o log adiwashi ho jaynge sahu kurmi ye log adiwashi maag kar rahe hain adiwasi log v hindu god ko puja karte hain to fir bana do hindu aur unka v arkshan khatam kar do agar ye sab soch rakhte ho to apna jindagi badlna galat nahi hai apna khun aur wans adiwashi hi rahega adiwashi logo ko ab hindu apne hisaab se chala rahe hain aur bevkuf bana rahe hain
अगर आदिवासी लोग जिनको लगा इस समाज लोग हम से वेधभाव कर नीचा जाति का बोलते है और अगर उन आदिवासी को क्रिटीशियन बना कर समाज के साथ एक साथ रहना खाना इज्जत सब मिला तोह गलत क्या हुआ।। इन पर कुछ बोले।। पहले भी सिस्टम जाति के नाम पॉलिटिक्स होता था अभी सिस्टम से जाति पॉलिटिक्स हो रहा है कुछ चेंज नही हुआ सोच वही है
सिर्फ Reservation मिल जाने से कुछ नही होता है बहूत ज्यादा मेहनत करना होता है ! लोगो को बरगलाओ मत! अभी भी ST के बहुत से पद suitable candidate के अभाव मे vacant रह जाते है! बेसरा जी, आप आदिवसियो को कम शराब पीने की अपील करो! सही रास्ता बताओ!
Ab dhora lavh nhi chleyga aur isme arachkn ki bat mat bolo hamra sanskrity retyrewaj se mat khelo aur cherchar krna band karo salo
@@ashoktirkey7461
Correct
Dohri lav nhi milna Chahiye
@@hamiramurmu3516 ईसाई धर्म से अगर कोई सरकारी लाभ मिलता है तो बता दे,जिंदगी भर तेरा गुलाम खटूंगा 🙏🙏
आदिवासी होने का सब आधिकार तो खात्म हैं। कयोंकि आदिवासीयों का पर्व त्योहार, जन्म मरण एवं रिती रिवाज, संस्कृति सब बदल जाता हैं। और मिशनरी (विदेशी धर्म) का होता हैं सब!
ये जो है हिन्दू धर्म का ठेकेदार है . इसको अभी तक जाती और धर्म मे क्या अंतर है सब जानते हुए भी आदिवासी समाज को दो भाग करने मे लगा हुआ है .और लड़ावाने मे आगे है .
आदिवासी समाज से निवेदन है कि ऐसे लोगों से बच के रहे .
सूर्य सिंह साहब आप बताओ शिक्षा का शुरुआत किसने किया था, ईसाई लोग धर्म परिवर्तन नहीं करता है, मन परिवर्तन करता है, हंडिया दारू छोड़ना क्या धर्म परिवर्तन नहीं बताओ, चोरी काम छोड़ दिया तो क्या धर्म परिवर्तन हुआ बताओ, किसी को प्रलोभन नहीं दिया जाता है, यीशु मसीह सच्चा परमेश्वर है, यीशु मसीह को छोड़ कोई खुदा नहीं है, यीशु ने कहा मार्ग सत्य और जीवन मैं ही हूं बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।
Ghanta , sabse jayada world me convert karane ka kaam Christen hi karata hai
@@Rational_thinker-pz7cu क्या सबूत है आपके पास बताओ
@@MmbChurch-RusuAbhishekSulanki news bhare pade hai google it
LOVE JESUS CHRIST PROUD TO BE A CHRISTIAN ✝️✝️✝️
Kisne kha uske aalawa koi khuda nhi h?
सूर्य shi,bisra एक बार फिर से भारत का संविधान को पढ़ो।
जो आदिवासी हिंदू धर्म अपना लिए हैं उनके बारे में भी बोलिए।
Mandir,masjhid,church jane se kisi ki jati nhi badal jati h,Arakshan jati k adhar par milti h na ki dharm k, constitutionaly adhikar h, Mandir,masjhid,church kahin v jane se rokne ka adhikar kisi k pass nhi h,bharat dharmnirpeksh desh h.
E motherchud suryasingh besra adivasi jo hindu hue h unke bare boliye
सरना धर्म मानने वाले आदिवासी अनपढ़ गंवार रहते हैं। उन्हें आरक्षण रहने से भी नौकरी कहां से मिलेगा। ईसाई लोग पढ़ते लिखते हैं।मेहनत करते हैं।तब नौकरी मिलता है। सरना धर्म वाले ईसाई धर्म के प्रति जलना बंद कीजिए और अपने बच्चों का पढ़ाई लिखाई पर ज्यादा ध्यान दीजिए तब ही सरना आदिवासी आगे बढ़ेगा। नहीं तो अभी भी पीछे है ना और पीछे चले जाएंगे।
Yahi baat ye budhao bol nai rha hai, Aadivaasi sab Hindu kahe likhta hai,likhna v nai chaiye.
What is d proof that some tribals follow Hinduism ..You fellow have d certificate that u follow Christianity from start from your birth till your death.
सूर्य सिंह बेसरा बिलकुल सही कह रहे है.
बात reservations का नहीं अस्तित्व का भी है
जिन लोगो ने धर्म परिवर्तन किया है अपने आदिवासीे मूल संस्कृति, रीती रीवाज को छोड़ कर विदेशी संस्कृति को अपना लिया ऐसे convert लोगो आदिवासी मे रखना नहीं चाहिए.
Kishe kah diya bhai?? Apni sanskriti toa hindu dharam apna kar st kar rhe h.. Yahan hindu dharam apna kar apni sanskriti chor rhe pair chu kar pranaam kar rhe... Wo kya h??
@@vandanabhartimurmu3466 आपको एजुकेशन की बहुत जरुरत है.
और हम धर्म बदलने वालो पर कहाँ है एक धर्म पर नहीं बोला है. जिनलोगो ने भी धर्म बदला है चाहे ईसाई हो या हिन्दू.
और कृपया करके तुमलोग संथाल समुदाय के बारे में कुछ बोलो भी मत ज़िस जड़ के उपज हो उस जड़ को काटने में तुले हुए हो.
ये सब चर्च में भी दिखता ही है.
तुमलोग सोंचते हो धर्म बदल लिये तो बहुत समझदार हो गये है और जो नहीं बदल वो सब बुडबक है यही तो चर्च में सिखाया जाता है.
RIGHT SIR JI
@@vikramkumar.2856 sir aapne sahi kaha dharam parivartan k baare me lekin aaj kitne log hain jo dharam parivartan jisme hindu aur muslim dharam ko apna na ye bhi aata hai....pure video me bs isai aur isai hi sunai de rha hai...kya sirf isai ban ne se log apna culture bhul rhe hain aaj isai dharam ko apane Wale adivasi gharon me bhi wahi riti riwaj ki jaati hai jo baap dadon k samay se chali aa rhi hai jisme bhej bhusa aur khaan paan ityadi aata hai bs prakriti pujne ki pratha ka ab palan nahi hota mere Kai jaan parichit k log hain jo adivasi hokar khud ko hindu mante hain wo aaj hinduwo ki tarah Puja paath aur kundli dekh kar chejen kar rhe hain...kya delisting me wah bhi aayenge ya ye suvidha bas isai aadivasi k liye hai ?
@@janet763 ईसाई धर्म पर इसीलिए बोलते और विरोध किया जाता है
मैं संथाल समुदाय से हूँ हमारे संथाल समाज मे जितने भी ईसाई धर्म में कन्वर्ट हुए वो लोग हमलोग आस्था और भगवान को गाली और चर्च में अपमान किया जाता है.
आप से एक बात पूछना है येशु कब हमलोग भगवान से लड़े थे कुछ बता सकते है...?
कन्वर्ट संथाल लोग चर्च में बतया जाता है संथालो का देवी,देवता मतलब प्रकृति के देवता मरांग बुरु येसु से युद्ध किया था. आपसे पूछना चाहते ऐसा घटना क़ब हुई आप बता सकते है..?
बहुत बदमाश लोग है कन्वर्ट आदिवासी सब कुछ पता चल चूका.
आदिवासी भी हिन्दू धर्म में बदलाव किया है। हिन्दू धर्म मानने वाले आदिवासी को आरक्षण दिया जाना उचित है या नहीं। आज केवल ईसाई धर्म मानने वाले आदिवासी को बहिष्कार कर रहे हो।
Agar Community chor raha hai toh usko apna title bhi chor dena chahiye. Iss chiz pe discussion hoga toh kuch hoga. Reservation kisi bhi religious ko nhi manta.
*Aise bahut so called schedule tribe hai jo hindu & Christian dharam ko follow karte hai much before getting reservation. Sab apna apna area aur unke Majhi Pargana (head system) through unlog ko mila hain.
Jati aur dharm 2no alag hai
@@akaldular5706 akele baith k discussion karna murkh !
Article 25 khta h ki 60℅ aadivasi hindu janjati h 👈👈👈😃
@@desi523 because india is a Hindu majority no adivasi were from any religion they are nature worshipers
But many of them accepted Christianity, Hinduism and islam
बिलकुल 100पार्टिसत सत्य है। जय सरना जय धर्मेश।बेसरा जी जिंदाबाद ।
Andhvakti ho kya brother jata thik se suno to ,jai samvidhan jay mul niwasi j mk .
ईसाई आदीवासीयों से इतना नफरत है तो उनके आरक्षण को खत्म करवा दीजिए ताकि आप को चैन मिले ईश्वर आपको बहुत-बहुत आशीष दे
😂😂😂 issai dharam mukt ho nahi st reservation khatam ho
Jesus ne khud ka Jaan bachane Nahin saka tum logon ko kya bataega dilsting se.
फाटेगा लालची मनुष्य अपना धर्म छोड़कर दुसरा धर्म मानाने माजा आ रहा है😀😀😃😃😃 पैसा के लोभ मे अपना धर्म को बेच दिया। लालची मनुष्य शर्म करो : .......
@@rastrajanmat499
Wah bete 🤣🤣
Jao tum Church me reservations lelo
मुझे तो हैरानी होती है 3% लोग पूरे भारत को जबरदस्ती ईसाई बना रहे है। 🤔😁
Kon bana rha hai bhai mujhe bato or kitna paisa milega koi kisi ko jabardasti kaise dhram badal sakta hai jab tak khod ka icha na hoto me bhi yeshu mashi ko manti hu par mujhe kisi ne jabardast nhi kiya jab vachan badi to mujhe acha laga to me yeshu mashi ko manti hun
@@neetukumari3599 mere comment ko achhe se padhiye
भाई साहब जबरदस्ती का क्या मतलब
@@NotrotBara comments achhe se padhe
Surya singh Besra एक बार फिर भारत की संविधान को पढ़ो! धर्म के नाम पर राजनीति करना छोड़ दो
Surya singh besra ji sahi kah rahe hai inke anusar sawindhan me sansodhan hona chaiye fir sansodhit sawindhan aap padhna
Aao padate hai tumko sanvidhan kuch bhi Mt bola Karo kudh pahle jano santhal vidroh koi hua hai ?? Padh likh kr murkh wala Baat Mt karo
Sanvidhan ne hi ham sabhi ko permission diya hai koi bhi dharm mana sakta isliye bharat ek dharm nirpeksh desh hai e@@krishnadevmurmu5283
Parbhu yishu masih ne kaha ki ek andha dusre andha ko kavi rasta nahi dekha sakta___Amen❤❤❤
ईसाई धर्म देखकर किसी भी आदिवासी को नौकरी नहीं मिलती है बल्कि talent के दम पर मिलती है ये भ्रम में हमें नहीं रहना चाहिए कि ईसाई आदिवासी को हटा देंगे तो हमें बिना talent का ही नौकरी मिल जाएगी।
Yes.
बिलकुल सही।
You are absolutely right
Yes
Utna hi talent hai to Samanya kota se job lo na. reservation kota garib ke liye hai
धर्म परिवर्तन का सीधा मतलब है अपनी आस्था में बदलाव लाना। लेकिन संघ परिवार और आरएसएस धर्म परिवर्तन को अपने एक अलग तराजू से तौलती है, और उस तराज़ू के अनुसार धर्म परिवर्तन उसे ही कहा जाएगा जो ईसाई या मुस्लमान हुए। जैन, बौद्ध, सिख के लिए नहीं और हिन्दू के लिए तो बिलकुल भी नहीं क्योंकि हिन्दू हुए तो घरवापसी का नाम देते हैं
सरकारी स्कूल में पढ़ाकर कितना आया आईपीएस बना है मिशनरी के चलते आदिवासी आगे बढ़ा है शिक्षित हुआ है और नहीं तो अभी तक जंगल में पड़ा रहता है
ये बात इसको कौन समझाए
जितने हमलोग अभी अपना अधिकार पहचान रहे है
इसका मुख्य काम ईसाई मिशनरी का काम है
लेकिन ये BJP नेता हमे बांटना चाहता है,
Hundred percent... Sahi... Why beshra... Sahab is becoming beshram.... Aadivasi logo ke liye keya kar rahe hai... Tabhi... Baat kare.... Sadharan Adivasiyio... Ke liye keya kar rahe hai..... Gareebi.. Pechhadapan bhi... To.. Human rights ke birodh hai.... Keyo....?... Sabako ek saman.. Hona chahiye... Sab chiz... Kaun dega usako
Ye bhai jungle me basne ke aadaar se st darja diye bhai
Isai bane wale ka to arakhsan ko rad karne par gand parti h
@@arjungopehokahaniyan8576 मार्गदर्शन जरूरी है बेटा
इन्हें इतनी सी बात समझ नहीं आ रही कि, आरक्षण का लाभ जाती के आधार पर मिलता है न कि धर्म के आधार पर। अगर आप लोग पीछे रह गए हैं तो इसमें धर्म का दोष नहीं है। किसी धर्म ने आपको पढ़ने लिखने से नहीं रोका है, अगर आप आरक्षण का लाभ नहीं ले पा रहे तो इसका कारण साक्षरता में कमी और अज्ञानता है।
हमें पहले बहुत बातों से धकेला। है और कहते हो किसी धर्म ने नहीं धकेला है 626
डिलिसटिग जरुरी है आदिवासी लोगों को बचाने के लिए।
बहुत सुंदर जबाब है
@@bimlakindo8753 डिलिसटिग होने दीजिए फिर देखिए कितने लोग ईसाई धर्म अपनाते हैं या ईसाई धर्म में रहते हैं।
आदिवासी अपने पुर्वजों के रीति-रिवाज आदिवासी संस्कृति को आगे बढ़ाते हैं ना कि अंग्रेजों की रीति-रिवाज संस्कृति को आगे बढ़ाने वाले कैसे अपने संस्कृति को छोड़कर अंग्रेजों की रीति-रिवाज संस्कृति अपनाना कहां तक सही है
झारखंड अलग राज्य के आंदोलन की शुरुवात इसाई आदिवासी ने की ।जयपाल सिंह एन ई होरो इत्यादि
अरे गँवार
बिरसा मुंडा ने खुद ईसाइयत का विरोध किया था।
@@Rajendrasingh-rk2xe are bhai birsa munda ne isai dharam ka nahi balki angrejo ka virodh Kiya tha.
@@Rajendrasingh-rk2xe kya birsa munda ne kaha tha ki isai dharam bura hai?
@@Rajendrasingh-rk2xeaur jharkhand ki real black diamond baba kaartik oraon ❤
❤श्री सूर्य सिंह बेसरा जी द्वारा विद्वतपूर्ण तकॆ को मै 100% सही मानता हूं ।
लगता हैं तुम भी "हिन्दू का वेश्या बनना चाहते हो,,,
• पहले """सरना धर्म कोड "" लागु करवाओ,,, फिर डीलिस्टिंग मुद्दे पर बात करो...
• one क्लास में पढ़ कर 10th क्लास का exam देने की गलती मत करना,,,
• step by step... कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे नहीं तो,,, ब्रह्मणों का पोटी साफ करते फिरोगे...😂😂😂
पत्रकार महोदय आदिवासियों का ईसाई धर्म को मानना आदिवसियत के लिए आपने खतरा बताया। और आदिवासियों का हिंदुत्व को अपनाने से क्या लाभ या नुकसान ये तो आपने चर्चा में रखा ही नहीं।
साइट aap esai hai
@@Abilasmurmu sayt aap hindu h
Adivasi = prakritik pujak
Hindu= surya .chandra . Pani . Aag . Jamin pujak .
Ab ye btao koun hindu or koun adivasi
बिलकुल आप सही पकड़े जी ।
@@bad-rf3neSarna dharm main Krishna,Shiva,Ram nhi hai lekin hindu dharm main hai
तुम कौन, भारत का संविधान हम भारतीयो को अपने विवेक से किसी भी धर्म अपनाने का अधिकार देता है,मेरा ईश्वर प्रभु येशु है, था और सदा रहेगा ,तो क्या मै मुलनिवाशी
नहीं, क्या ईश्वर विदशी होता है,
ईश्वर तो सारी सृष्टि का कर्ता,मालिक और पालनकर्ता है
धन्य है धन्य है
प्रभु येशु की जय
Thanks bro jay masih ki
Kitna chawal mil raha hai tujhe 😅😅😅😅
Converted chooje 😅😅😅
जितने नेता लोग आज लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बरगलाने का काम कर रहे हैं। वास्तव में वो नेता जनता द्वारा पहले ही नकार दिया गया है।
De-listing => why not de listing do in CASTE BASED in all religion ?
because after De-listing in Adiwasis policies by RSS/BJP, Vedic Hindu System (Divide and rule)
1 = The Land of Adiwasis can buy anyone due to some become Minority Category.
2 = Adiwasi Population will decrease so that "Chief Minister can be any one" in Jharkhand.
3 = Decrease population in Adiwasis, The SEAT will also reduce.
4 = Adiwasi & Cristian Adiwasis will be separate, then "RSS Hindu Conflict Organization" can easily organize "Riots, massacres etc." between them..
if some adiwasi people's EYES are not infected from Vedic Hindu wretched bastard system, more DIS ADVANTAGES can be shown.
डी-लिस्टिंग => सभी धर्मों में जाति के आधार पर डी-लिस्टिंग क्यों नहीं की जाती?
क्योंकि आरएसएस/बीजेपी द्वारा आदिवासी नीतियों में डी-लिस्टिंग के बाद, वैदिक हिंदू प्रणाली (फूट डालो और राज करो)
1 = कुछ अल्पसंख्यक श्रेणी में आ जाने के कारण आदिवासियों की जमीन कोई भी खरीद सकता है।
2=आदिवासी जनसंख्या घटेगी जिससे झारखंड में "मुख्यमंत्री कोई भी हो सकता है"।
3=आदिवासियों की जनसंख्या कम हो जाएगी, SEAT भी कम हो जाएगी.
4 = आदिवासी और क्रिस्टियन आदिवासी अलग-अलग होंगे, तो "आरएसएस हिंदू संघर्ष संगठन" आसानी से "दंगे, नरसंहार आदि" आयोजित कर सकता है। उन दोनों के बीच..
यदि कुछ आदिवासी लोगों की आंखें वैदिक हिंदू दुष्ट व्यवस्था से संक्रमित नहीं हैं, तो और अधिक नुकसान दिखाए जा सकते हैं।
Bilkul thik kaha sir
किसी को प्रलोभन देकर धर्म बदलने को मजबूर नहीं किया जाता है, वो अपनी इच्छा से धर्म बदलता है तो वह उसका अधिकार है, आज के नेता लोग को संविधान को अच्छी तरह से समझना चाहिए, और आरक्षण जाति के आधार पर मिलता है, धर्म के आधार पर नहीं।
Shi bat
हिंदू, मुस्लिम, सिख आदि धर्म मानने वाले भी ईसाई धर्म अपना रहा है अंध विश्वास से निकल कर सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए सब स्वतंत्र है, अगर कोई धर्म नहीं बदलेगा तो क्या सूर्य सिंह बेसरा अपना घर से सबको नौकरी देगा ।
Sahi bole bhai surya shing sobko nokri nahi de sakta hei nita log hi dharam ke nam se lalkar raha hei
सालखान मुर्मू और सुर्यसिंह बेसरा राजनीति के लिए आदिवासी को धर्म के नाम से बोका बना रहा है!
ईसाइयत है तो ये रोशनी है और उड़ने को पंख मिला है हिंदू धर्म से तो मुस्किल है ये तो देख ही रहे हैं
@@susmittigga9948
Lund hai
और ईसाई देश नास्तिक बन चुका है 🤣🤣
बुद्धिमान महाशय जी आरक्षण जाति के आधार पर मिलता है धर्म के आधार पर नहीं! किसी को पागल मत करो खुद ही बने रहो जी🎉
Missionaries ne to conversion kar ke aadiwadi bhaiyon ki sanskriti hi badal di north east eska example hai north east me shadi aur antim sanskar kya isai riti se nahi hota ???
छोटा गोदी मीडिया है ।
आदिवासियों का कोई धर्म नहीं है तो लाखों लोग हिन्दू धर्म मान रहे है उनका भी एक तरह से धर्म परिवर्तन है।
जाति और धर्म दोनों अलग है
धर्म आस्था है और जाती जन्मजात है
जाती उसका मूल है ।😊
जय जोहार
बेसरा जी दोहरी नीति का बात करते हैं परंतु खुद दोहरा नीति
ईसा मसीह सत्य जीवन मार्ग है उसके सिवा कोई और नहीं लोग सत्य के पास जा रहे हैं परेशान मत हो
Tera mind wash ho gya hai
Amen
सरना क्या असत्य जीवन मार्ग है?
जल्द से जल्द डिलिस्टिंग हो बड बना चाल ईसाई
Father will give you Everything
Proud to be a Christian ✝️
@@jai_ji499 rice bag tumko dene ka auakat rakhte h khud k kheti k dm pr😂so rice bag ka baat mt kr
@@travellingphotography6666। गधा तुम्हारा धर्म इतना सस्ता है क्या जो एक बोरा चावल से बिक जाएगा 😂😂😂😂😂
सत्य सांगितले. धर्मांतरण केलेले आदिवासींना आरक्षण कशाला हवे. आदिवासी संस्कृती ,आदिवासी ओळख धर्मांतरणने आपोआप नष्ट होते. आरक्षण मिळवण्याचा हक्क राहत नाही. जय सनातन धर्म हर हर महादेव जय विठ्ठल रूखमाई जय सनातन धर्म जय छत्रपती शिवाजी महाराज जय छत्रपती संभाजी महाराज जय पृथ्वीराज चव्हाण जयमहाराणा प्रताप जय महाराष्ट्र जय भारत वंदे मातरम्
धर्म और जाति में क्या अंतर हैं... सभी को जानना चाहिए।
शिक्षा को गहण करो धर्म की आवश्यकता नही होगा।
व्यस्था ttik रहता तो ये सब नहीं होता लेकिन ...... इतिहास मे लिखा है
Suru se hi toh veabstha thik hi nahi hai; agar aap ke kahne ke anusaar delisting gharwapasi dharam code ho jaata hai toh Kya veabstha thik ho jayega? Jo aadivasi isai bane Hain aur Jo nahi bane Hain sabb ka jamin. Jungle sabarn log aur bahri log harapte ja rahen Hain Kya woh Sab ruk jayega? Jitne Aaj. Bare bare baat kar rahen hain wehh Sab ke sab mission school men par kar birodhi baten kar rahen Hain. Inko achhi tarah malum hai ki kuch bhi pralobhan nahi hai..parivaftit aadivasi Oraon ya Munda donor ka galat brabar hai . Donor ko ko koi labh nahi mil Raha hai. Pralobhan ka koi pramaan bhi nahi hai lekin ishi ko tota ke mafik ratted rahte Hain. Kaisi bidamna hai. Jo is hai bane Hain we bhi aur Jo nahi bane weh bhi India ke Charon taraf kuli kabari aur Utah bhata men mazduri jindagi bhar kar kar ke Mar rahen hain.koi puchnewala nahi. Na apna koi school/collage hai na koi. Dharam pothi hai. Rajnitik roti sek sek paise Kama kar moteh ho rahen aur ishai aadivasi aur Oraon aadivasi ka jiwan Sankar men daalte ja rahen. Hamare samne roj inka jamino ko sabarn kahlane wale harapte ja rahen aur ham Baba's aur lachar Hain.Bolne se Marne ka dhami dete Hain.Aur ye log apash me larane ka kaam kar Hain.Upareala aap Sab ko subudhi de. Dhanyabaad. Jai johar.
आदिवासियों का कोई धर्म नहीं है जो केवल प्रभु यीशु में विश्वास करके धर्म को बदल सकता है
ईसाई धर्म मानने वाले दोहरा लाभ किस आधार पर कह रहे हैं। ईसाई स्कूलों से पढ़े लोग ही सरकारी पदों में हैं जो आज भी ईसाई नहीं हुए हैं।
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है तो अगर अन्य जातियों के लोग अपना धर्म छोड़कर आदिवासी धर्म /सरना धर्म अपना लें, तो क्या उन्हे आदिवासी मन लेना उचित है? आप सोचिए।
सरना किस भाषा का शब्द है और इस का क्या अर्थ है अन्त भला तो सब भला, आप ने बहुत अच्छा बात बताया है, जाति और धर्म दोनों अलग चीज है, इस बात को अन्य सरना धर्म के लोग नहीं समझ रहे हैं, आप को बहुत धन्यवाद।
बहुत बुद्धि जीवि लगते हो बेसरा जी कितने लोग लालन देकर आदिवासी को ईसाई बनाया गया है।संख्या बताया जाए। और कितने आदिवासी को जबरदस्त ईसाई बनाया गया है उसका संख्या भी बताया जाए।
आपको इसका पता नही है संख्या मत पूछो ,हमको पता है ,मेरे साथ भी हुआ था लेकिन फसा नही सका,।
@@gondamunda6394 to apko kitne paise mil rhe the isai ban ne ke liye
@@anuragkullu7094सिर्फ पैसा से ही इसाई बनेगा ये बात नही है,और भी तरीका है हमको कोई पैसा ऑफर नही दिया था ,इसका लंबा कहनी है क्या क्या बताएंगे। लडकी नौकरी।
फालतु बात
साइट आप ईसाई है
जातिवाद और धर्मवाद दोनों अलग अलग है।हमरे लिडरो से निवेदन है कि जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करना बंद कीजिए। सबको अपना पसंद का धर्म ,मानने का अधिकार मिलना चाहिऐ। अगर ऐसा नहीं होगा तो भारत को लोकतंत्र,स्वतंत्रता का देश कैसे कहंगे?
संविधान के मौलिक अधिकार के धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता है.
अरे दोगला दोमुँहा साँप
आरक्षण लुट सकते हो
@@PublicService78
धर्मांतरित ईसाई गैर आदिवासी है।
इनको ST 2 list बनाकर ST से Delisting कर देना चाहिए।
@@_S.RAJ_TOPPO usse tumhara koi faida ni hoga kyuki tum murkh ho pehle class 10 to pass kar lo.
@@villagetriballife1267
Hum Padai likhai nhi kiye hai...
इस नेता को कभी वोट नहीं देना चाहिए। जो धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं , यदि इसको सरकार बना दिया जाए तो 75 साल झारखंड को पीछे कि ओर ले जायेगा।
फुट डालो राज करो नीति कहाँ से लाए चाचा जी, चुनाव हर गये तो खिसया गए हैं न, गुस्सा क्रोध में जो भी फैसला लिया जाता है, बोला जाता है नुकसानदायक होता है,
भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है,
Aadivasi is aadivasi. Whether they may take up any religion Christian, Buddhist, muslim. But they remain Aadivasi. India is really secular country. We actually should not deteriorate.
Apka name sir
@@careermonitering99 $$$$$70
I like it 😊😊
Bilkul sahi kaha 👍
डिलिस्टिंग केवल झारखंड के ईसाई बने आदिवासियों का या राजस्थान के हिंदू धर्म मानने वाले मीणा आदिवासियों का भी।
Sabka hona chahiye
Chhatisgarh me bhi andolan ho rha hai.
बहुत अच्छा वक्तव्य है ।
सूर्य सिंह बेसरा को मेरा सलाम है
I'm Proud of being Christian!!
Khak proud feel karte ho
@@krishnadevmurmu5283 christian 💪💪💪 world king 👑
@@sahilgill157 😂🤣🤣🤭🤭🤭😂
@@Chunuram99 Nobra 🤣😂😂🤣😂😂🤣😂🦵🦵🦵
Very good St/sc chodo Or general catogery main jaaoo
आदिवासियों का कोई धर्म नहीं है कोई भी धर्म अपना सकते हैं।
आदिवासी को आदिवासी रहणे मे क्या दिक्कत है 🗿
Shankar Tuddu बिहार से सरना धर्म को मान्यता मिलनी चाहिए।
क्रिस्चियनिटी ही आदिवासी का जीवन स्तर को ऊँचा उठाया है।
धर्म बदलने से जात मांग नही बदलता है।
Jaat nahi badalta to st reservation khatam ho issai manane ka
Jaati ke Aadhar per Nahin dharm ke Aadhar per aarakshan milta Hai. Tumhara dharm Christian hai to aarakshan se bye bye tata.
Caste me aadhaar per aarkchan milta hai
@@pankajpawanxaxa6712arakshan Ka labh Christian ko nhi diya jaega. Kya sun rahe ho bhai.
@@manasmarandi4368 Apne kis dharm ka theka liya hai?
Jai mashi ki
आदिवासी जिधर रसगुल्ला देखता है उधर जाता।
उसे अपने धर्म मैं विश्वास नहीं है, यदि आदिवासी जहेर थान मैं उसी विश्वाश से जाए तो। उसका भी देवता उसे जरूर सहायता करेगा।
I chalenge you bro 😊😊😊
Manlo
Ek tarph letring or dusre rasgulla app kiso chunoge😅😅😅😅😅😂😂😂
कोई भी अपना धर्म,अपनी मर्जी से मान सकता है।
अब सूर्या सिंह बेसरा और सलाखन मुर्मू बी.जे.पी. जाने वाले है. मेरी राय है, जो आदिवासी एक बार आरक्षण ले लिया है उनको बच्चों को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। जो एक बार विधायक/सांसद बन जाता है दोबारा
सूरज सिंह बेसरा बिल्कुल सही व्यक्ति हैं आदिवासी समुदाय के अच्छे नेता में से हैं|
आदिवासी धर्मपरिवर्तन karke ईसाई धर्म में शामिल हुआ है but मुस्लिम to आज तक नहीं देखा na suna h क्योंकि मुस्लिम समुदाय obc category me ata h na ki SC St
दोहरी लाभ नहीं मिल रहा है.शिक्षित हो रहे हैं.
पत्रकार महोदय जी, बेसरा जी को नहीं बरगाला सकते हैं, उसे हड़िया पीला दो आप के पीछे बकने लगेगा और जमीन भी दे देगा, बेसरा जी का आदर करता हूँ, अब आदिवासी आपनी आधिकार समझ रहे हैं, आदिवासी धर्म कोड हमें चाहिए
सूर्य सिंह बेसरा सही में पागल हो गया है।
आदिवासी तो आदिवासी ही है, ईसाई धर्म हो या सरना धर्म हो, परन्तु आदिवासीयत और जाति नहीं बदलता है।
ऐसे ही नेता लोग आदिवासी को और नीचे ले जाएगा
Ye netaghatiya hai😂
सरना धर्म कोड के बारे में बिचार सही कह रहे हैं।
दादा जी सही बोल रहे है हम लोगो को सम्झना चाहिऐ और हमे मुल धर्म को ही मानना चाहिऐ
भारत में तमाम आदिवासियों के लिए अलग पहचान 🌹कोड 🌹आदिवासी कोड होना चाहिए 💪
जय जोहार 🙏
जय आदिवासी 💪
De-listing => why not de listing do in CASTE BASED in all religion ?
because after De-listing in Adiwasis policies by RSS/BJP, Vedic Hindu System (Divide and rule)
1 = The Land of Adiwasis can buy anyone due to some become Minority Category.
2 = Adiwasi Population will decrease so that "Chief Minister can be any one" in Jharkhand.
3 = Decrease population in Adiwasis, The SEAT will also reduce.
4 = Adiwasi & Cristian Adiwasis will be separate, then "RSS Hindu Conflict Organization" can easily organize "Riots, massacres etc." between them..
if some adiwasi people's EYES are not infected from Vedic Hindu wretched bastard system, more DIS ADVANTAGES can be shown.
डी-लिस्टिंग => सभी धर्मों में जाति के आधार पर डी-लिस्टिंग क्यों नहीं की जाती?
क्योंकि आरएसएस/बीजेपी द्वारा आदिवासी नीतियों में डी-लिस्टिंग के बाद, वैदिक हिंदू प्रणाली (फूट डालो और राज करो)
1 = कुछ अल्पसंख्यक श्रेणी में आ जाने के कारण आदिवासियों की जमीन कोई भी खरीद सकता है।
2=आदिवासी जनसंख्या घटेगी जिससे झारखंड में "मुख्यमंत्री कोई भी हो सकता है"।
3=आदिवासियों की जनसंख्या कम हो जाएगी, SEAT भी कम हो जाएगी.
4 = आदिवासी और क्रिस्टियन आदिवासी अलग-अलग होंगे, तो "आरएसएस हिंदू संघर्ष संगठन" आसानी से "दंगे, नरसंहार आदि" आयोजित कर सकता है। उन दोनों के बीच..
यदि कुछ आदिवासी लोगों की आंखें वैदिक हिंदू दुष्ट व्यवस्था से संक्रमित नहीं हैं, तो और अधिक नुकसान दिखाए जा सकते हैं।
क्या मीना आदिवासी परिवर्तित ईसाई हैं जो देश में आदिवासियों का अधिकतर आरक्षण का हिस्सा वे प्राप्त करते हैं ? यदि वे परिवर्तित ईसाई नहीं हैं तो
अन्य आदिवासी पीछे क्यों रहते हैं ? क्या मीना आदिवासियों को डिलिस्टिंग किया जाना चाहिये
क्योंकि ये आदिवासियों का अधिकतर आरक्षण का
लाभ ले लेते हैं। ईसाई आदिवासियों से इतना जलन क्यों ?
St ka arakchhan bhil meena ko diya gya hai jo samajik aur saichhnik roop se pichhe hue hai. Lekin general meena jati ke log bhil meena bankr st arakchhan ka labh lete hai. Issai se Jalan ish liye hai ki st ka reservation ka labh lete hai aur yeshu masih ko iska srey dete hai st ke ritiriwaz parampra ko nhi mante hai
Sahi HAI DADU , ST CONVERTED KO ST SE DELETE HONA CHAHIYE .
कोई प्रलोभन से नहीं जाता यदि आपको कह दिया जाए तो आप चले जाएंगे
Hum Aadiwasio me ekta nahi jiske karan code nahi milega.
आदिवासी के बीच में धर्म नही आना चाहिए। पड़ी लिखी जनता हो नौकरी उन्ही की है।
मैं तीस वर्ष से ईसाइयों के बीच रह रहा हूँ लेकिन अबतक कभी भी किसी ने मुझे ईसाई धर्म अपनाने के लिए नहीँ कहा।
और जो बौद्ध, जैन, मुस्लिम, हिन्दू धर्म अपनाएं हैं तो उनका क्या होगा? इन लोगों के पीछे कौन है जरूर पता लगाइए। इनका नेतागिरी शायद नहीं चल रहा है इसलिए अनर्गल बयान बाजी कर रहे हैं
Aap thik bol rhe hai Bhai, sirf isai dharm ko dekh ke Surya sigh besra aur salkhan murmu ko jalan lag raha hai, dusra dharm manne walon par nhi.
Agar Community chor raha hai toh usko apna title bhi chor dena chahiye. Iss chiz pe discussion hoga toh kuch hoga. Reservation kisi bhi religious ko nhi manta.
*Aise bahut so called schedule tribe hai jo hindu & Christian dharam ko follow karte hai much before getting reservation. Sab apna apna area aur unke Disom Majhi Pargana (head system) through unlog ko mila hain.
Sahi baat h
@@anilkisku855 mirchi lg rha h inko dalaal h, suriyah singh aur salkhan
Bat aapne Sahi kaha
कोई नयी बात नहीं है ।जब हम बीमार पडे रहते हैं तब आप कहां घूसे रहते हैं ।
कर लो जो करना है
मैं ईसाई ही रहूंगा ।
कहा गया है " अंतिम दिनों में मेरे नाम के कारण सब राष्ट्र में तुमसे बैर किया जाऐगा " ।
तुम लोगों को जलन है ।
चाहे नौकरी न मिले लेकिन मैं ईसाई ही रहूंगा।
और दिखाओ कौन दोहरा लाभ ले रहा है ।मूंह से बस मत कहो।
और जजमान आपका ज्ञान संविधान के लिऐ बताया जा रहा 0 है।
निकल दो हमें कुछ फर्क नहीं पडेगा । हम जनरल में जाऐ के लिऐ तैयार है।मुझे ईशवर पर भरोसा है।
क्या सूर्या सिंह बेसरा को मालूम है । केरल बनना चंद्रमोहन सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट फ़ैसला किया था और ST अध्यादेश 1950 ,
आदिवासी हिन्दू मुस्लिम ईसाई धर्म नहीं हो सकता है क्योंकि शादी तलाक और रूढ़ी प्रथा, रीति रिवाज परंपरा संस्कृति त्यौहार जन्म से मृत्यु संस्कार नामकरण तक अलग है अलग अलग धर्म में ।
आदिवासी कया कोई नस्ल है जाति है
आदिवासी तो हिन्दू ईसाई इस्लाम बोदध धर्म को मानने वाले जनजाति लिस्ट में भारत सरकार के विभिन्न जनजाति लिस्ट में
नौकरी में आरक्षण ही डीलिस्टिंग का कारण है। आज मुल्यांकन करने की अवश्यकता है कि इस अरक्षण का लाभ लेने के लिए कौन सी संस्थाएं सबसे ज़्यादा आदिवासियों को अरक्षित स्थान तक पहुंचाने का कार्य किया है। हिन्दू संस्थान,सरना संस्थान, ईसाई संसथान।
आज भी कई पद ऐसे हैं जो योग्यता के अभाव में खाली रह जा रहे हैं।
इतना नफरत फैलाया जा रहा है कि किसी भी जाति के लोग हिंदू धर्म मानने लगेंगे या मानेंगे तो वाह वाह ,, बहुत बढ़िया। फिर बोलेंगे सरना , सनातन हिंदू एक है!!! ऐसा बोल के झारखंड के मूलनिवासी क्रिस्टियन आदिवासी जाति लोगो से भी लड़ाई करेंगे। बाहर प्रदेश में बौद्ध अनुयाई लोग से भी लड़ाई, अभी भी आदिवासी बीपीएल में ही है इसके लिए कुछ करो। BJP डूबा देगा सबको लड़ा के।
,,, सचाई यही है कि,,जो लोग ऐसा लड़ाई झगड़ा करता है वो लोग नदी को माता मानता है उसी में मूतता दूषित करता है। भारत देश के एकता अखंडता को नष्ट कर रहा है। गाय को माता मानता है उसको ऐसे ही भूखे नंगे छोड़ देता है। भईया दूज, रक्षा बंधन सब मानता है लेकिन दूसरे धर्म के भाई बहन को ऐसा लोग कोई इज्ज़त नहीं करता (आजकल )। इत्यादि
Sahi bat katu satya bola dada
बेसरा जी, आदिवासी और धर्म दोनों अलग-अलग चीज है। आदिवासी ईसाई होते हुए भी आदिवासियी ही रहेगा!
Achaa...?😂 Dono taraf se kheloge ye kaise chalega bhaiya?
I can see how much he is afraid of Christianity 😂
I don't think there is any possibility of delisting
but we Christian should not only depend on the reservation coz it's the talent and the faith in lord Christ, we can achieve anything we want ✝️
धर्म और जाति मे अंतर है कि नहीं मेरा धर्म अलग है जाति को धर्म के साथ न जोड़े
Kartik oraon ne bhi Aisa hi kaha tha 👍👍👍kaya ho gaya kuch nahi hua... delisting karo sabse jada nuksan sarna samaj ko hi hoga education matters a lot
$ आज झारखंड अलग राज्य की बात करते हैं तो उसकी भी लड़ाई जयपाल सिंह मुंडा जो इस आए थे उन्होंने ही शुरुआत की थी जब वह गलत है तो वह इस लड़ाई में बेसराजी क्यों कूदे और जो आदिवासी हिंदू धर्म अपना लिए हैं उनका भी आरक्षण समाप्त होना चाहिए
Besra ji...Jati aur dharm me bohot fark hai hum aadiwaasi hai lekin savidhan sabhi ko apna dharm apnane ka adhikaar deta hai... Aap apni marji se koi bhi dharm apna sakte ho...
Savidhan dekh ke dharm badalte rhe kvi kuchh, aur kuchh
ईसाई के लोग शिक्षा में आगे है
बेसरा जी आप ईसाई को रोक नहीं सकता है
बेसरा जी आप कितने में बिक गये है , पहले ये बताइए, कुछ भी अनाप-शनाप बोलकर सुर्खियों मे आने की कोशिश मत करो आप को इसाई धर्म का ज्ञान नहीं है अगर होता तो ऐसे मुर्खों वाली बात नहीं करते आज कल की पिढी पढी लिखी है और उन सब को अपना अपना अधिकार जमा या है सब मालुम है देश के संसद कितने आदिवासी नेता चुन कर गये है और वो लोग क्या कर रहे हैं पहले उनसे पुछो अगर हिंमत है तो , नही तो चुप रहो।
दारु पिना बन्द करो हमारे आदिवासी लोग उन्नत होंगे
Praise the lord,Amen
कोई भी लालच देकर धर्म परिवर्तन नहीं कराते हैं।
आदिवासी को पेंट शार्ट नहीं पहनना चाहिए, आदिवासी को भुगा पहनना चाहिए पाहाड़ो में रहना चाहिए तब आदिवासी माना जाएगा......बात करता है।
जात पात जांच से ग्रसित पीड़ित भी अन्य धर्म में जाने के विचार मे क्योंकि उसे टॉर्चर के बाद वो क्या करेगा।
आदिवासी तो सिर्फ एक आप का बहाना है दिक्कत तो ईसाई धर्म से है।मुझे ईसाई होने पर गर्व है
Han 😀😀😀
Tum ab bhi angrjon ka gulam ho samajh me aa raha hai ki nahi
@@faguhansda876 Ka ab hamra
desh me Angraj raj kar raha ha Ab to kohi ve ne kar raha tum par Angraj ab raj kar raha
@@sahilgill157 isai hone ka tumko garb hai tum apna jati dharm chhod Kar angrejon ka dharm ko puja Kar rahe ho. Ap log pahle Jan lo bhai, aplog jis yishu mashih ko puj rahe ho o angrejon ka hi tha pata karlo itihas pads lo hum jhut nahi bol rahe hain
@@faguhansda876 और हम पंजाबी और पंजाबी ईसाई हैं।
सरना धर्म का कोड मिलना चाहिए।
Cnt,spt, act भी ईसाई लोग ही बनाया है इसे भी ख़त्म होना चाहिए ।
Sbhi aadivashi bhai bhno s khna chahti hu ki jitne bhi pde likhe log h sbhi sanvidhan ko padhe aur samjhe..aur jo nhi jante h unhe jrur samjhaye....qki dharm k nam pe dange karne wale hajron log hai but all aadivashi bhai behno s aagrh h ki uper wale ne dekhne k liye ,sunne k liye kan,samajhne k liye vivek diya h sb utilise karein. lekin insaniyat kafi km logo k pas h hamare society ko grow krne k liye hame education ko apnana hoga tabhi hamara dimag jinda hoga ....hm indians h so ,hm apni bat rakhne ka adhikar h..kisi bhi insan ko dharm m na bante ...hm aadivashi h hme unity m rhna chahiye.yh tb possible h jb hm school ,shiksha, hospital, socially work pr kam karenge.....
आदिवासी हिंदू हैं मंदिर जाते हैं
जनता द्वारा नकार दिए गए नेता का दिमाग खिसकना लाजिमी है।
Bilkul dilisting hona chahiye
सदर अस्पताल में भी मुक्त दवा दिया जा रहा है उसमे भी बोलो
आपके हिसाब से ईसाई धर्म के लोगों को ST का दर्जा नहीं मिलना चाहिए। सही बात है नहीं मिलना चाहिए।
Thank you Besra ji what you said is right that religion and cats both are different from each.
Adiwashi logo ko bevkuf bana raha hai ye beshra dushre dharam ko manne se v adiwashi wans jo khun hai wahi rahega sabhidhaan adhikaar diya hai kisi v dharam ko manne ka god ne dharam nahi banaya agar log adiwashi k wans esai god ko mante hain aur jindagi me bahut kuch ka badlao ho raha hai to fir esme achi baat hai satipartha galat tha khatam huwa esliye log usi jindagi me jeete rahe ye galat hai adiwashi apne hi wans ka arkshan khatam karwa doge adiwashi kam padenge arkshan hindu logo ko milega aur adiwashi banne k liye maan karenge aur ban v jaynge to kya o log adiwashi ho jaynge sahu kurmi ye log adiwashi maag kar rahe hain adiwasi log v hindu god ko puja karte hain to fir bana do hindu aur unka v arkshan khatam kar do agar ye sab soch rakhte ho to apna jindagi badlna galat nahi hai apna khun aur wans adiwashi hi rahega adiwashi logo ko ab hindu apne hisaab se chala rahe hain aur bevkuf bana rahe hain
@@youngwolfe7493 tumlog culture bhul jate ho convert hoke hmlog ko khrab lagta hi
Dilisting
अगर आदिवासी लोग जिनको लगा इस समाज लोग हम से वेधभाव कर नीचा जाति का बोलते है और अगर उन आदिवासी को क्रिटीशियन बना कर समाज के साथ एक साथ रहना खाना इज्जत सब मिला तोह गलत क्या हुआ।।
इन पर कुछ बोले।।
पहले भी सिस्टम जाति के नाम पॉलिटिक्स होता था अभी सिस्टम से जाति पॉलिटिक्स हो रहा है कुछ चेंज नही हुआ सोच वही है
Bahut sahi kaha h