गोष्ट अतिशय सुंदर डोळ्यात अंजन घालणारी असुन आज एकाने जरी गोष्टींचे अनुकरण केले तरी आपले हेतू आणि आपले कष्ट सफल होतील🎉मी आपला ऋणी आहे🎉 आपल्या अशा ज्ञानर्वक आणि कर्तव्याची जाणिव निर्माण करणाऱ्या गोष्टी कथा वाचायला आणि कर्तव्याची जाणिव जोपासण्यासाठी कायम स्मरणात राहतील. मी आपला ऋणी आहे. 🎉🎉🎉🎉
धन्यवाद आपने इस कलियुग मे होरही शिक्षाप्रद कहानी क़ो सोशल मिडिया में उजगार किया ऐसे 100 मेसे सित्तर बेटे ऐसे ही आपने माँ बाप साथ बुरा बर्ताव करते हमने देखा सुना औओर सुनभिराहे हैं धन्यवाद
एक आदर्श शिक्षक का एक आदर्श शिष्य जो हर बाधा एवं कठिनाई का सामना कर लक्ष्य को प्राप्त कर शिक्षक को उचित सम्मान दे कर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। बहुत ही शिक्षा प्रद एवं अनुकरणीय कहानी है लेखक को धन्यवाद
🌹🕋🔯🕉️✝️💒⛪🕌🏯🌹🌹,,यह काहानी सुनकर मैं बहुत भावुक हो गया हुं,,,, मैं भी एक सेवानिवृत्त शिक्षक हु,,, मुझे भी आपने छात्रों से बहुत सम्मान मिला है और मिल रहा है,,,,
आज भी मेरे भारत में (अनमोल) मिल जाएंगे : शीतल सर का दायित्व निभाने वाले बिरले ही हैं । भौतिक युग है । तलाश करने पर ही हीरे मोती मिल ही जायेंगे । नैतिकता की रक्षा हमारा दायित्व है। इति शुभम् ।
@@amanvashisht9853 Well said, sir,. We shouldn't be disappointed. We are bound to see a day after a black night. Hope is the best remedy for all odds. Definitely we'll find out Pandt. Jwaharlal Nehru and Lal Bahadur Shashtri Ji.
आपकी कहानी से से हमें बहुत अच्छी प्रेरणा मिलती है की वृद्धि का एवं गुर्जरों का या वृद्ध माता पिता का बराबर सम्मान करना चाहिए और उनका समय से भोजन देना चाहिए उनकी संभाल के देख रहा देख रहा करनी चाहिए और वृद्ध आश्रम नहीं छोड़ना चाहिए यह जॉब होती है जब वह आपके छोटे से लालन पालन करते हैं उनकी क्या सोच होती है कि इनको पढ़ा लिखा के अधिकारी बनेंगे आपके जो नसीब में लिखा होता है वही होता है उनकी उसमें कोई गलती नहीं है आपने किस बात की सजा देते हैं वृद्ध आश्रम क्यों छोड़ते हैं आप की कहानी सुनकर हमें बहुत अच्छा लगा l
Humanity of teacher and great full pupil is a lesson for present youth. Such stories were many in the old times upto 1980. Now there is no such relationship exist due to materialistic and commercialisation of education.
अति उत्तम कहानी,आँखो में आसू आ गया।पहले सरकारी स्कूल ऐसे ही महान शिक्षकों से संचालित होते थे तब के।बच्चों में इसीलिए नैतिक मूल्य बहुत जादे होता था।शिक्षा में राजनीति का प्रवेश और राज नेताओं का शिक्षा का व्यवसायिक करण करके निजी क्षेत्र में स्कूल खोले जाने की नीति तैयार करके शिक्षा को बिकाऊ बना दिया और सरकारी स्कूल को दिखावे के लिये ऐसे ही चलते रहने के छोड़ दिया।स्कूल शिक्षक पढ़ाने के काम को छोड़कर बाकी सभी काम सरकार के इशारे पर कर रहे हैं।स्कूल बस यूँ ही चल रहे हैं।हर जगह निजी स्कूल मे शिक्षा खरीदने वाले बच्चे ही शासन प्रशासन चिकित्सा मे अपना कब्जा कर रखे हैं जिसका दुष्परिणाम सामने है।काश फिर से वैसे ही विद्यालय और अध्यापक हो जाते।
आपकी कहानी सुनने के क्रम में बहुत बहुत ही भावुक हो गए और काफी रोया। मुझे लगता है इसे सुनकर समाज में काफी बदलाव आएगा जिससे बूढ़े माता-पिता के प्रति सम्मान बढ़ेगा। जय हिन्द जय भारत।
शिक्षक का स्थान अर्थात गुरु का स्थान सर्वोपरि है इनकी तुलना कोई नहीं कर सकता है l रही बात बेटा के प्रति अनमोल सर का निर्णय बिल्कुल सही है l🙏🙏जय गरुदेव 🙏🙏
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है जरूरतमंद की सहायता करनी चाहिए । कर भला हो भला । कई आदमी उपकार को भूल जाते हैं । किंतु कलेक्टर साहब नहीं भूले यह उनकी नैतिकता थी ।😊 महेंद्र शर्मा कायला भिवानी हरियाणा
गुरु शिष्य की परंपरा निभाते हुए एक शिष्य ने अपने गुरुजी की जो मदद की, एक भाई ने लिखा था, यदि यह कहानी वास्तविक हो, सो बहुत बहुत धन्यवाद, नही वास्तविक हो या न हो, किंतु प्रेरणा दायक कहानी, चाहे वह वास्तविक हो या काल्पनिक, ऐसे भाई को इस कहानी को प्रस्तुत करने के लिए साधुवाद।🎉🎉🎉🎉
Most inspirable story which will definitely some change amongst new generation who have got to fulfill their moral duty regarding their parents.. excellent, excellent, excellent i heard it word to word because I myself.....
पितजीने अपने बच्चे के साथ जो व्यवहार किया, वो बिलकूल उचित था I पिताजी की प्रतिमा और उंची हो गयी. धन्य है, कलेक्टर साहब जिन्होंने गुरुको पिताजी की जगह न सिर्फ देखा बल्कि देखभाल भी की l💐💐❤️😊👏👏
कहानी अच्छी है पर आजकल के ज़माने मैं ऐसा नही हो पायेगा, कलयुग है, भ्रष्टाचार है, हां शिक्षक ऐसे मिला जायेंगे अपना संपत्ति लगा देते है नेक कार्य के लिए स्कूल में फ्री सर्विस, स्कूल खोलना, मटेरियल देना पढ़ाई लिखाई आदि पर इन कलेक्टर के जैसे असम्भव है कलयुग mey
आजकल यही हो रहा है बड़े बुजुर्गो के साथ अपने विडियो बहुत ही मार्मिक और ज्ञान वर्धक बंनाया है आपका बहुत बहुत धन्यवाद शुक्रिया जय हिन्द जय भारत जय जवान-जय किसान
यह कहानी किसी आरएसएस के विचारधारा वाले ने लिखी है जो मानव स्वभाव के बिल्कुल विपरीत है यह कहानी ढेर सारे प्रश्नों को पैदा करती है कलेक्टरने अपने अधिकारों का प्रयोग करके पिता को लड़के के पास भेजना चाहिएथा क्या अध्यापक लड़की विहीन था था दूसरी बात पिता के बगैर इतनी गरीब मां के बच्चे व्यवहार में ज्यादातर पढ़ाई नहीं करते यह कहानी सामाजिक रिश्तों पर भी उंगली उठाती है क्योंकि क्या भारत के समाज में रिश्तेदार इस घटना को सहनकर लेंगे क्या उस अध्यापक का गांव में कोई मददगार नहीं था ़ इसलिए यह कहानी मुझे पसंदनहीं
बुरा करोगे तो बुरा ही फल मिलेगा । बुरा करते समय कोई चश्मदीद गवाह हो या नहीं हो मगर यह विश्वास करिए परमात्मा जरुर चश्मदीद गवाह होता है । वो दिखता किसी को भी नहीं हैं । बुरे कर्मों की सजा देते समय ईश्वर की अदालत में ना जज होता है , ना ही कोई वकील होता है और ना ही कोई गवाह । तय वक्त पर उसको ब्याज सहित सजा मिल ही जाती हैं । इसी तरह अच्छे कर्मों का फल भी मिलता हैं । ऊपर वाले से जो डरता रहेगा वो उतना ही सुखी और संपन्न बनेगा इसमें दो मत नहीं हैं ।
❤❤❤❤❤कहानी बहुत ही खूबसूरत सुंदर, मार्मिक और ह्रदय स्पर्शी है, इस कलयुग में अगर कलेक्टर साहब जैसे शिष्य और उनकी माता जी और धर्मपत्नी जैसे नेक इंसान ऐसी इंसानियत दर्शायेगे और एक गुरु ने अपने शिष्य जे साथ जी परोपकारी कार्य किया फिर कलेक्टर साहब ने उसे किस प्रकार चुकाया बाकई में दिल को ❤ झकझोड़ने वाली मार्मिक कहानी है। काश आज भी ऐसे ही गुरु और शिष्य चेला होते ❤❤❤❤❤ जय भारत वंदे मातरम् मां तुझे प्रणाम ❤❤❤❤
कलयुग ऐसे इन्सान है तो उनमें बहुत बड़ी शक्ति है।
अत्यंत प्रेरणादायक व पथप्रशस्तक है यह कथानक। सादर।
एक बहुत ही सुंदर कहानी पढी और मुन्शी प्रेमचंद तथा साने गुरूजी की याद ताजा हो गयी.धन्यवाद.
कहानी बहुत अच्छी लगी आपकी जय हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️दिल से प़णम 🪴🪴🪴🪴
ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਕਹਾਣੀ ਇਹੋ ਜਿਹੀਆਂ ਕਹਾਣੀਆਂ ਦੀ ਸਾਡੇ ਸਮਾਜ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਲੋੜ ਹੈ।
Very very nice and lovely beautiful Historical khani hai
खूपच सुंदर आहे.मला एकदम भिडणारी.असे शिक्षक आणि असे विद्यार्थी मिळणे अवघड झाले आहेत. 🙏🙏
Wii weep so xxxii bhi
Story bahut hi sunder or educational h.❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
गोष्ट अतिशय सुंदर डोळ्यात अंजन घालणारी असुन आज एकाने जरी गोष्टींचे अनुकरण केले तरी आपले हेतू आणि आपले कष्ट सफल होतील🎉मी आपला ऋणी आहे🎉 आपल्या अशा ज्ञानर्वक आणि कर्तव्याची जाणिव निर्माण करणाऱ्या गोष्टी कथा वाचायला आणि कर्तव्याची जाणिव जोपासण्यासाठी कायम स्मरणात राहतील. मी आपला ऋणी आहे. 🎉🎉🎉🎉
सर जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर मेरे पास शब्द नही है इस कहानी के लिये.. गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुदेवो महेश्वरा..❤❤❤❤❤
polo0⁰00000000p00000😊00
Rajesh kumar 2gh220kurihausingboard jodhpur
धन्यवाद आपने इस कलियुग मे होरही शिक्षाप्रद कहानी क़ो सोशल मिडिया में उजगार किया ऐसे 100 मेसे सित्तर बेटे ऐसे ही आपने माँ बाप साथ बुरा बर्ताव करते हमने देखा सुना औओर सुनभिराहे हैं धन्यवाद
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@@sohanlal523the 😅😅
Ii no HB@@sohanlal523
Bahut hi Immotional story hai. Kahani dil ko chhoo gayi...kahani ki jitni taareef ki jaye vo km hi hogi...very nice story...
एक आदर्श शिक्षक का एक आदर्श शिष्य जो हर बाधा एवं कठिनाई का सामना कर लक्ष्य को प्राप्त कर शिक्षक को उचित सम्मान दे कर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। बहुत ही शिक्षा प्रद एवं अनुकरणीय कहानी है
लेखक को धन्यवाद
बहुत अच्छी शिक्षाप्रद दिल छूने वाली मार्मिक कहानी
बहुत अच्छी कहानी ज्ञान वर्धक आपको बहुत - बहुत धन्यवाद।
बहुत ही अच्छा सराहनीय कार्य किया है, कोई ने मदद की हुई हो तो भुलना नहीं चाहिए,यह बात कलीयुग मे जीवित है,मानवता धर्म लौटा है
बहुत अच्छी और समझदार कहानी हैं धन्यबाद 🙏
अच्छी कहानी है
टीचरने मदत करके एक लडका को अच्छा ईनसान बनाया
टिचरको सलाम नमस्कार
Bahut he dil ko chhune wali kahani sath he nalayak auladon ke liye bahut Bari naseehat
बेहतरीन शिक्षाप्रद कहानी 🙏🙏🙏 16:17
Mey ese apni kelekter sahab danbad deta hu ki apne papa kitarah mana or gar me raha ok sar asa hi ansan hona chahiya
कहानी बहुत अच्छी एवं शिक्षाप्रद हैं
This is a very emotional story & one should take lesson & accord accordingly.
This is a very emotional story
बहुत ही प्रेरणादायक प्रस्तुति है🎉🎉🎉
Bahut hi motivation wali story hai
अच्छी ही नहीं बल्कि बहुत अच्छी ❤ लगी। शाबाश बेटा ✍️
Ati marmik dilko chunewal storyI toomuch impressed
बहुत सुंदर है हमेशा मदद करने की भावना रखनी चाहिए
🌹🕋🔯🕉️✝️💒⛪🕌🏯🌹🌹,,यह काहानी सुनकर मैं बहुत भावुक हो गया हुं,,,, मैं भी एक सेवानिवृत्त शिक्षक हु,,, मुझे भी आपने छात्रों से बहुत सम्मान मिला है और मिल रहा है,,,,
तुम एक पैसा दोगे 10 लाख दूंगा गरीबों को सुनो हो तुम्हारी सुनेगा जय हिंद जय गुरु
Mere bhi kuch teacher aise rahe h ki unki ek Aawaaj par kuch bhi kiya ja sakata h. Heartiest regards .. 🙏🙏🙏🙏🙏
हे भाइयों अपने माता पिता को आदरसमान करें माता पिता भगवान बराबर हैं
आज भी मेरे भारत में (अनमोल) मिल जाएंगे : शीतल सर का दायित्व निभाने वाले बिरले ही हैं । भौतिक युग है । तलाश करने पर ही हीरे मोती मिल ही जायेंगे । नैतिकता की रक्षा हमारा दायित्व है। इति शुभम् ।
@@amanvashisht9853 Well said, sir,. We shouldn't be disappointed. We are bound to see a day after a black night. Hope is the best remedy for all odds. Definitely we'll find out Pandt. Jwaharlal Nehru and Lal Bahadur Shashtri Ji.
ਬਹੁਤ ਬਹੁਤ ਸ਼ੁਕਰੀਆ ਧੰਨਵਾਦ ਬਹੁਤ ਹੀ ਵਧੀਆ ਅਤੇ ਪ੍ਰੇਰਨਾ ਦੇ ਦਾਇਕ
आपकी कहानी से से हमें बहुत अच्छी प्रेरणा मिलती है की वृद्धि का एवं गुर्जरों का या वृद्ध माता पिता का बराबर सम्मान करना चाहिए और उनका समय से भोजन देना चाहिए उनकी संभाल के देख रहा देख रहा करनी चाहिए और वृद्ध आश्रम नहीं छोड़ना चाहिए यह जॉब होती है जब वह आपके छोटे से लालन पालन करते हैं उनकी क्या सोच होती है कि इनको पढ़ा लिखा के अधिकारी बनेंगे आपके जो नसीब में लिखा होता है वही होता है उनकी उसमें कोई गलती नहीं है आपने किस बात की सजा देते हैं वृद्ध आश्रम क्यों छोड़ते हैं आप की कहानी सुनकर हमें बहुत अच्छा लगा l
Humanity of teacher and great full pupil is a lesson for present youth. Such stories were many in the old times upto 1980.
Now there is no such relationship exist due to materialistic and commercialisation of education.
शब्द विहिन हूं लेकिन ऐसे मास्टर जी को मेरा दंडवत प्रणाम और ऐसे ही उस ऑफिसर को मेरा बहुत बहुत प्यार और नमस्कार🙏❤️
अति उत्तम कहानी,आँखो में आसू आ गया।पहले सरकारी स्कूल ऐसे ही महान शिक्षकों से संचालित होते थे तब के।बच्चों में इसीलिए नैतिक मूल्य बहुत जादे होता था।शिक्षा में राजनीति का प्रवेश और राज नेताओं का शिक्षा का व्यवसायिक करण करके निजी क्षेत्र में स्कूल खोले जाने की नीति तैयार करके शिक्षा को बिकाऊ बना दिया और सरकारी स्कूल को दिखावे के लिये ऐसे ही चलते रहने के छोड़ दिया।स्कूल शिक्षक पढ़ाने के काम को छोड़कर बाकी सभी काम सरकार के इशारे पर कर रहे हैं।स्कूल बस यूँ ही चल रहे हैं।हर जगह निजी स्कूल मे शिक्षा खरीदने वाले बच्चे ही शासन प्रशासन चिकित्सा मे अपना कब्जा कर रखे हैं जिसका दुष्परिणाम सामने है।काश फिर से वैसे ही विद्यालय और अध्यापक हो जाते।
Kahani acchi hai aur aaj ke samay Avadh main logon Ko Hardik Prerna Dene wali hai dhanyvad
आपकी कहानी सुनने के क्रम में बहुत बहुत ही भावुक हो गए और काफी रोया। मुझे लगता है इसे सुनकर समाज में काफी बदलाव आएगा जिससे बूढ़े माता-पिता के प्रति सम्मान बढ़ेगा। जय हिन्द जय भारत।
बहुत ही सुन्दर प्रेरणादायक कहानी है। मर्म स्पर्शी है ❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉 से धन्यवाद।
कहानी बहुत अच्छीभाई
बहुत ही बढ़िया और प्रेरणा दे दायक प्रेरणादायक कहानी है आपका बहुत बहुत शुक्रिया आज का समाचार
Sabhee ko Aisa hi Help Karna Chahiya Thank Yoy sir
शिक्षाप्रद कहानी है बहुत बडीया
bahut hi shikshaprd Kahani Hai सभी को शिक्षा लेनी चाहिए पता मां-बाप की सेवा करनी चाहिए जिससे आपको भविष्य में कभी कोई दुख नहीं होगा
सीतल साहब जी के साथ बहुत अच्छा हुवा जो होना चाहिए था। जय हिन्द जय भारत
Desh our samaj ko aap par sada garv rahega
Thanks a lot for such a heart touching story. Sourya Kumar Acharya. Odisha.
शिक्षक का स्थान अर्थात गुरु का स्थान सर्वोपरि है इनकी तुलना कोई नहीं कर सकता है l रही बात बेटा के प्रति अनमोल सर का निर्णय बिल्कुल सही है l🙏🙏जय गरुदेव 🙏🙏
कहानी अच्छी है और आज के समयावधि में लोगों को हार्दिक प्रेरणा देने वाली है धन्यवाद।
आपकी कहानी बहुत ही अच्छी लगी बहुत बहुत बधाई भगवान शिव आपको सदा खुश रखे परिवार सहित व लंबी आयु प्रदान करे
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है जरूरतमंद की सहायता करनी चाहिए । कर भला हो भला । कई आदमी उपकार को भूल जाते हैं । किंतु कलेक्टर साहब नहीं भूले यह उनकी नैतिकता थी ।😊 महेंद्र शर्मा कायला भिवानी हरियाणा
Excellent Story ❤
बहुत ही प्राणाया दायक कहानी है इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं दिल की गहराई से
शुभ संकेत है गुरु शिष्य के महत्व के लिए, सबक सहित आज के माहौल में,
साधुवाद आपको
बहुत ही शिक्षाप्रद कहानी है बहुत अच्छा सम्मान किया उसने अपने गुरु का
गुरु शिष्य की परंपरा निभाते हुए एक शिष्य ने अपने गुरुजी की जो मदद की, एक भाई ने लिखा था, यदि यह कहानी वास्तविक हो, सो बहुत बहुत धन्यवाद, नही वास्तविक हो या न हो, किंतु प्रेरणा दायक कहानी, चाहे वह वास्तविक हो या काल्पनिक, ऐसे भाई को इस कहानी को प्रस्तुत करने के लिए साधुवाद।🎉🎉🎉🎉
आपका बहुत बहुत धन्यावाद ❤️
Bahut sundar kahani hai...aisi kahaniyan nishchit roop se samaj ko ooncha uthane mein sakcham rehti hain 🎉
इस तरह की कहानी सुनकर दिल और दिमाग पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है धन्यवाद
कलेक्टर सहाब जी को धन्यवाद बहुत ही अच्छा लगा
Kahani bahut hi acchi hai shikshaprd hai iske liye aapko Sadhu hath
धन्य है ऐसे गुरूजी जिन्होंने शिक्षा के साथ ऐसे संस्कार दिए आपके पावन चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन प्रणाम
Most inspirable story which will definitely some change amongst new generation who have got to fulfill their moral duty regarding their parents.. excellent, excellent, excellent i heard it word to word because I myself.....
ज्ञानवर्धक कहानी हैं इसके लिए आपको धन्यवाद
पितजीने अपने बच्चे के साथ जो व्यवहार किया, वो बिलकूल उचित था I पिताजी की प्रतिमा और उंची हो गयी. धन्य है, कलेक्टर साहब जिन्होंने गुरुको पिताजी की जगह न सिर्फ देखा बल्कि देखभाल भी की l💐💐❤️😊👏👏
😊😊😊😊😊
👌🙏
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बहुत सुन्दर बधाई हो चिरंजीवी और स्वस्थ्य भव सर्वमंगल हेतु हार्दिक शुभकामनाएं धन्यवाद । जय श्री राम ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ।
Ab to aise teacher bahut rare hain aur students to rare me bhi rare hain .unki wajah se sansaar chal raha hai warna doobne me koi kami nahi hai.
Kahani la jawab hai samaj me kahani ki achchhi garima drasti gochar ho Rahi hai sukriya
Thanks to teacher and student ki aaj ke duniya mein aisa nhi mila ga❤❤❤🎉🎉🎉👌👌💐💐💐🌹🌹🌹🌺🌺🌺✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨
धन्यवो शिक्षजी और ओ विद्यार्थी दोनो को शतशत प्रणाम 🙏🌷
अति उत्तम
बहुत ही बेहतरीन स्टोरी बनाया है आपने आपको कोटि कोटि धन्यवाद।
Very-Very Ex Lent Story Tq.Kalektar Sahab ji.
Bahut sundr
सर, ऐसी अच्छी अच्छी कहानीया सुनाते रहीये ताकी हम हमारी बच्चों को सुनाकर अच्छे संस्कार कर सके, जय हिंद जय भारत वंदे मातरम. भारत माता की जय.
एक विद्वान शिक्षक व समझ दार शिष्य को ऐसा ही होना चाहिए। धन्यवाद।
अत्युत्तम कहानी।
इस धरती पर हर प्रकार के लोग रहते हैं, कुछ अपनो के अपने नही हुए
और कुछ पराए भी अपने हो गए ,
बहुत बढ़िया वीडियो अकिरतघण
बच्चों का यही हाल होनाचाहिए बहुत अच्छी प्रेण आत्मक कहानी है
Thanks to teacher and student ki aaj ke duniya mein aise
हर बेटे और स्टूडेंट को इस कहानी से एक सच्चे इन्सान बनने का सबक मिलता है।So nice, God bless you.
बहुत ही अच्छी कहानी है जो हमारे मन को भी छू कर भावुक कर ग ई
कहानी बहुत ही अच्छी है
Usne Ek bete ka farj Jyada kiya tha bahut Achcha Ladka tha❤❤❤❤
प्रतुति सुन कर दिल को छू लिया और हृदय से भाउक कर दिया
Best Story ji.
बहुत ही शिक्षाप्रद कहानी है धन्यवाद
Bahut achchi kahani lagi sir bahut bahut dhanyabad....shikh mili
कहानी अच्छी है पर आजकल के ज़माने मैं ऐसा नही हो पायेगा, कलयुग है, भ्रष्टाचार है, हां शिक्षक ऐसे मिला जायेंगे अपना संपत्ति लगा देते है नेक कार्य के लिए स्कूल में फ्री सर्विस, स्कूल खोलना, मटेरियल देना पढ़ाई लिखाई आदि पर इन कलेक्टर के जैसे असम्भव है कलयुग mey
वेरी गुडकहानी है
आजकल यही हो रहा है बड़े बुजुर्गो के साथ अपने विडियो बहुत ही मार्मिक और ज्ञान वर्धक बंनाया है आपका बहुत बहुत धन्यवाद शुक्रिया जय हिन्द जय भारत जय जवान-जय किसान
Dil ko Chhu Gya Hai Super Story ❤️👍
Very impressive,very treatful for humen being, a great lesson for for young youth of world.
आपकी कहानी अच्छी लगी इससे लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए आपका शुभचिंतक उप निरीक्षक महेश मिश्र
This is a heart❤❤❤❤❤touching story. Thanks🙏🙏
धन्य हो ऐसे महान शिष्य को नमस्कार
The teacher is the great person who change the life of his students to motivate them.
बहुत अच्छा उदाहरण दिया है टीचर और शिष्य का।
बहुत अच्छी लगी ये कहानी सुनकर आंखो मे आंसू आ गए भगवान के घर देर है अंधेर नहीं जय श्री राम
यह कहानी किसी आरएसएस के विचारधारा वाले ने लिखी है जो मानव स्वभाव के बिल्कुल विपरीत है यह कहानी ढेर सारे प्रश्नों को पैदा करती है कलेक्टरने अपने अधिकारों का प्रयोग करके पिता को लड़के के पास भेजना चाहिएथा क्या अध्यापक लड़की विहीन था था दूसरी बात पिता के बगैर इतनी गरीब मां के बच्चे व्यवहार में ज्यादातर पढ़ाई नहीं करते यह कहानी सामाजिक रिश्तों पर भी उंगली उठाती है क्योंकि क्या भारत के समाज में रिश्तेदार इस घटना को सहनकर लेंगे क्या उस अध्यापक का गांव में कोई मददगार नहीं था ़ इसलिए यह कहानी मुझे पसंदनहीं
बुरा करोगे तो बुरा ही फल मिलेगा । बुरा करते समय कोई चश्मदीद गवाह हो या नहीं हो मगर यह विश्वास करिए परमात्मा जरुर चश्मदीद गवाह होता है । वो दिखता किसी को भी नहीं हैं । बुरे कर्मों की सजा देते समय ईश्वर की अदालत में ना जज होता है , ना ही कोई वकील होता है और ना ही कोई गवाह । तय वक्त पर उसको ब्याज सहित सजा मिल ही जाती हैं । इसी तरह अच्छे कर्मों का फल भी मिलता हैं । ऊपर वाले से जो डरता रहेगा वो उतना ही सुखी और संपन्न बनेगा इसमें दो मत नहीं हैं ।
Sanawad Madhya Pradesh bahut badhiya bahut badhiya bahut badhiya 🙏🙏💐💐
बहुत बहुत अच्छा डीएम साहब को धन्यवाद ऐसे ही शिष्य होना चाहिए गुरु और शिष्य की परंपरा बनी रहेगी
यदि ये कहानी वास्तविक है तो आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं धन्यवाद।। जय श्री कृष्णा राधे राधे।।
❤❤❤❤❤कहानी बहुत ही खूबसूरत सुंदर, मार्मिक और ह्रदय स्पर्शी है, इस कलयुग में अगर कलेक्टर साहब जैसे शिष्य और उनकी माता जी और धर्मपत्नी जैसे नेक इंसान ऐसी इंसानियत दर्शायेगे और एक गुरु ने अपने शिष्य जे साथ जी परोपकारी कार्य किया फिर कलेक्टर साहब ने उसे किस प्रकार चुकाया बाकई में दिल को ❤
झकझोड़ने वाली मार्मिक कहानी है। काश आज भी ऐसे ही गुरु और शिष्य चेला होते ❤❤❤❤❤ जय भारत वंदे मातरम् मां तुझे प्रणाम ❤❤❤❤