महर्षि प्रणाम, आपकी वायख्या सुनकर निशब्द हू।आपने टेक्नलॉजी और मूल वैदिक विज्ञान का जो चर्चा की है वह अद्भुत है।चेतना के रूप में ईश्वर का इस श्रृष्टि निर्माण और संचालन और नाशदीय सूत्र की व्याख्या पूर्ण विज्ञान है। माननीय प्रधान मंत्री जी से अनुरोध है की महर्षि अग्निव्रत जी की व्याख्या को यदि बल दिया जाय तो पूरा विश्व ही वेद की छाव में आ जायेगा।
आदरणीय आचार्य जी सादर अभिवादन ! आप भौतिकी के अनेकानेक रहस्य खोल रहे हैं ? ये रश्मि क्या है ? तत्व क्या है ? आत्मा क्या है ? जीव क्या है ? जगत क्या है ? ईश्वर क्या है ? सृष्टि क्या है ? परमात्मा और ईश्वर मैं क्या भेद है ? ब्रह्म क्या है ? मन क्या है ? ध्यान और समाधि क्या है ? मैं कौन हूं ? मैं क्यों हूं ? साइंस क्या है ? ज्ञान क्या है ?
अद्भुत, अति सुन्दरमय सरस्वती वाणी! जय माँ वेद मारती! नमस्ते महर्षि अग्निव्रत श्री, ओ३म् की आज्ञा, संदेशादि के सूक्ष्म विषय आदि को आपने वेद के प्रत्येक अक्षर पदादि को अति वेदविज्ञानमय प्रकाशित किए। आपके प्रत्येक वाक्यों से यह निष्कर्ष निकलता है की आपमें ऋषियों के प्रति कितनी शुद्ध पवित्र भावना और विचारादि हैं। संसार ओ३म् सत्ता को स्विकार करे और उस चेतना को माने, वैसा जानकर आचरणादि करे। आपके वेद भाष्य ऐसा है जो अविद्यांधकार के आवरण को भेद कर विनाश कर देता है और सत्य, शुद्ध, पवित्र, निर्मल, यथार्थ कल्याणी वाणी को सूर्य की किरणों की तरह प्रकाशित कर देता है। जो विचार महर्ष दयानंद का था ठीक वैसा ही विचार आपका भी है की संसार में वेद विज्ञान का भाष्य अति शीघ्र प्रकाशित होवे। भुरिशह धन्यवाद!
Thanks for giving platform to Acharya Agnivrat ji whose work is like a diamond hidden inside a Coal Mine. If he had been in USA or China he would have got immense support from their governments. But Indians being mental slaves of west could not understand the importance of his valuable work.
Thank you for inviting this esteemed individual. He possesses a wealth of knowledge on the Vedas, which is currently of utmost importance to individuals worldwide.Acharya Ji ko Pranam !!!
पुरुष ओर प्रकृति में पुरुष का मतलब ईश्वर+शरीर ऑर प्रकृति मतलब ब्रह्मांड, ब्रह्मांड की रचना और परमाणु की रचनामे कार्य प्रणाली एक समान है ईश्वर प्रोटॉन की तरह काम करता है और शरीर न्यूट्रॉन की तरह, ब्रह्मांड इलेक्ट्रॉन की तरह काम करता है entanglement पुरुष के शरीर में फ़ेरफार होने
मनुष्य का अर्थ उसका ...... शरीर+ आत्मा उसी प्रकार भगवान= पदार्थ+परमात्मा ब्रह्मांड ही ईश्वर हैं। ब्रह्मांड उनका शरीर हैं और आत्मा को हम परमात्मा कह सकते हैं।
Namaskar acharya jee. Ajkal ek sarcha bohot ho raha hai . Kundalini jagaran. Kya kundalini jagakar sahastrar se nikal dene se Ishwar prapti hota hai? Akhir ye mamla kya hai kripaya batane ni kast kare!
Sarakar aur sattadhisho ki jimmedari banti hai ki aaise bibhutiyo ka sanrakshan karke Unki har prakar se sahayta karke Gyan shakti ko ek disha Dene me Sahbhajee Bane jisse sanatan baidik Gyan ke prash punj se duniya aalokit ho . Samay nahi hai tatkal Prarambh kare.harbkshetra me ek se ek medha upasthit hai per upekshit hai na samaj se na satta se
There are uncountable crores of galaxies are there in space. Also there are uncountable universes are there in space. That means uncountable crores of suns( stars), uncountable earths (planets) are there in space . In uncountable earths uncountable human beings, uncountable other creatures are there. Because in Vedas it is said that prakruthi is anant ( endless) . Also souls are uncountable.
काश इनके जीवन काल मे ही इनके प्रमाण को वर्तमान भौतिक विज्ञानं भी समझ पा लेता... तभी पुरे संसार मे असत्य को छोड़ लोग सनातन सत्य तक पहुंचेंगे, सत्यमेव जयते 🚩
SUN KA SAAR JAHAN TAK KWHLAYA SUNSAAR SAAR RAAS SAAR RAAS SAAR RAAS SAAR RAAS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS KARAN NARAK KARAN NARAK KARAN NARAK KARAN NARAK KARAN NARAK
JO MALAK USKA ASTITQV HOTA HAI JO GULAMA WO BANTA HUA HOTA HAI GULAMA KO JAAT PAAT ME VANT AAMI MAULA JAAT TUMI SIKHA JAAT GLOBE KE GULAMA KO BANDO TE RAAJ KARO JI WAH JAAT TAAJ JAAT TAAJ DUNIYA KA DEEN JAGANA JI SANATAN SUNNAT KA GULAMA GALI GALI BRAHAM ABRAHAM IBRAHIM EBRAHAM KA PURAN QURAN KA GULAMA GALI JHATKA HALLAL KA GULAMA KARWN NARAK KARAN NARAK NADAM MADAN NADAM MADAN MEETAY YATEEM MEETAY MEETAY YATEEM JAGAO JAGAO GULAMA MAULA JAAT MALAK SIKHA JAAT MALAK
महर्षि प्रणाम,
आपकी वायख्या सुनकर निशब्द हू।आपने टेक्नलॉजी और मूल वैदिक विज्ञान का जो चर्चा की है वह अद्भुत है।चेतना के रूप में ईश्वर का इस श्रृष्टि निर्माण और संचालन और नाशदीय सूत्र की व्याख्या पूर्ण विज्ञान है।
माननीय प्रधान मंत्री जी से अनुरोध है की महर्षि अग्निव्रत जी की व्याख्या को यदि बल दिया जाय तो पूरा विश्व ही वेद की छाव में आ जायेगा।
आदरणीय आचार्य जी सादर अभिवादन !
आप भौतिकी के अनेकानेक रहस्य खोल रहे हैं ?
ये रश्मि क्या है ?
तत्व क्या है ?
आत्मा क्या है ?
जीव क्या है ?
जगत क्या है ?
ईश्वर क्या है ?
सृष्टि क्या है ?
परमात्मा और ईश्वर मैं क्या भेद है ?
ब्रह्म क्या है ?
मन क्या है ?
ध्यान और समाधि क्या है ?
मैं कौन हूं ?
मैं क्यों हूं ?
साइंस क्या है ?
ज्ञान क्या है ?
चैनल के संचालक महोदय जी का बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने आचार्य श्री को मंच दिया 🎉🎉❤
✅✅✅
अद्भुत, अति सुन्दरमय सरस्वती वाणी! जय माँ वेद मारती!
नमस्ते महर्षि अग्निव्रत श्री, ओ३म् की आज्ञा, संदेशादि के सूक्ष्म विषय आदि को आपने वेद के प्रत्येक अक्षर पदादि को अति वेदविज्ञानमय प्रकाशित किए। आपके प्रत्येक वाक्यों से यह निष्कर्ष निकलता है की आपमें ऋषियों के प्रति कितनी शुद्ध पवित्र भावना और विचारादि हैं। संसार ओ३म् सत्ता को स्विकार करे और उस चेतना को माने, वैसा जानकर आचरणादि करे। आपके वेद भाष्य ऐसा है जो अविद्यांधकार के आवरण को भेद कर विनाश कर देता है और सत्य, शुद्ध, पवित्र, निर्मल, यथार्थ कल्याणी वाणी को सूर्य की किरणों की तरह प्रकाशित कर देता है। जो विचार महर्ष दयानंद का था ठीक वैसा ही विचार आपका भी है की संसार में वेद विज्ञान का भाष्य अति शीघ्र प्रकाशित होवे।
भुरिशह धन्यवाद!
Thanks for giving platform to Acharya Agnivrat ji whose work is like a diamond hidden inside a Coal Mine. If he had been in USA or China he would have got immense support from their governments. But Indians being mental slaves of west could not understand the importance of his valuable work.
अपने सत्य कहा जी
नमस्तेमैं ऋषि जी अति उत्तमजानकारी ऐसी जानकारी सभी को होनी चाहिए सभी को यह वीडियो देखनी चाहिए वेदों के बारे में सभी को जानकारी होनी चाहिए
Thank you for inviting this esteemed individual. He possesses a wealth of knowledge on the Vedas, which is currently of utmost importance to individuals worldwide.Acharya Ji ko Pranam !!!
नमस्ते गुरुदेव।
बहुत ज्ञान बर्धक भिडियो है।
आचार्य जी, आप के द्वारा बताये गये ज्ञान से सहमत हूँ।
Greatest of all time
Ahead of science
Braham Rishi Ji ko Mera Pranam
He is real Aacharya ji ❤ and no one other 🕉️💫🫰✌️🫶
जय हो 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
जय गुरुदेव।
Sadar Pranam bahut bahut dhanyvad Satyam Shivam Sundaram
Jay guru dev
आज का विग्यान व्यापार करता है, इसी लिए धर्म से दूरी रखता है।
अतिसुंदर
धन्यवाद
सादर प्रणाम आचार्य जी🙏🙏
Jai gurudev ji
Hariomtatsat ❤
धन्यवाद दुबारा बुलाने के लिए
Good connect between Theology n science
I m speech less, full of knowledge and wisdom. Only possible in India. Jai Gurudev
पुरुष ओर प्रकृति में पुरुष का मतलब ईश्वर+शरीर ऑर प्रकृति मतलब ब्रह्मांड, ब्रह्मांड की रचना और परमाणु की रचनामे कार्य प्रणाली एक समान है ईश्वर प्रोटॉन की तरह काम करता है और शरीर न्यूट्रॉन की तरह, ब्रह्मांड इलेक्ट्रॉन की तरह काम करता है entanglement पुरुष के शरीर में फ़ेरफार होने
❤❤❤
Guru aap gyan bta rahe hai aap enhe code me boliye guru ji
🥀🙏🙏🙏🥀
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏❤❤❤
Guru ji adhik gahrai me aap jarahe hai ham is jante hai
Guru ji ved kaise kharid sakate hai kripya aap ham eski jankari ham watt sop par dijiye n ji guru ji
❤
Sadar pranam.kya he achha ho yadi aapka Gyan universities mein padaya jaye.
😮😮
मनुष्य का अर्थ उसका ...... शरीर+ आत्मा उसी प्रकार
भगवान= पदार्थ+परमात्मा
ब्रह्मांड ही ईश्वर हैं। ब्रह्मांड उनका शरीर हैं और आत्मा को हम परमात्मा कह सकते हैं।
Namaskar acharya jee. Ajkal ek sarcha bohot ho raha hai . Kundalini jagaran. Kya kundalini jagakar sahastrar se nikal dene se Ishwar prapti hota hai? Akhir ye mamla kya hai kripaya batane ni kast kare!
Sarakar aur sattadhisho ki jimmedari banti hai ki aaise bibhutiyo ka sanrakshan karke
Unki har prakar se sahayta karke
Gyan shakti ko ek disha Dene me
Sahbhajee Bane jisse sanatan baidik Gyan ke prash punj se duniya aalokit ho . Samay nahi hai tatkal
Prarambh kare.harbkshetra me ek se ek medha upasthit hai per upekshit hai na samaj se na satta se
same question here
There are uncountable crores of galaxies are there in space. Also there are uncountable universes are there in space. That means uncountable crores of suns( stars), uncountable earths (planets) are there in space . In uncountable earths uncountable human beings, uncountable other creatures are there. Because in Vedas it is said that prakruthi is anant ( endless) . Also souls are uncountable.
काश इनके जीवन काल मे ही इनके प्रमाण को वर्तमान भौतिक विज्ञानं भी समझ पा लेता... तभी पुरे संसार मे असत्य को छोड़ लोग सनातन सत्य तक पहुंचेंगे, सत्यमेव जयते 🚩
SUN KA SAAR JAHAN TAK
KWHLAYA SUNSAAR
SAAR RAAS SAAR RAAS SAAR RAAS SAAR RAAS
SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS SUN NUS
KARAN NARAK KARAN NARAK KARAN NARAK KARAN NARAK KARAN NARAK
Government ko kaun samjhaye
श्रीमानजी वैदिक दर्शन भी अपराहप्रकृति है प्रह्प्रकृति नहीं है।
आचार्य जी, प्रणाम। पृथ्वी की परिधि 40 लाख किलोमीटर नही, 40 हजार किलोमीटर है।
JO MALAK USKA ASTITQV HOTA HAI
JO GULAMA WO BANTA HUA HOTA HAI
GULAMA KO JAAT PAAT ME VANT
AAMI MAULA JAAT TUMI SIKHA JAAT
GLOBE KE GULAMA KO BANDO TE RAAJ KARO JI
WAH JAAT TAAJ JAAT TAAJ
DUNIYA KA DEEN JAGANA JI
SANATAN SUNNAT KA GULAMA GALI GALI
BRAHAM ABRAHAM IBRAHIM EBRAHAM KA
PURAN QURAN KA GULAMA GALI
JHATKA HALLAL KA GULAMA
KARWN NARAK KARAN NARAK
NADAM MADAN NADAM MADAN
MEETAY YATEEM MEETAY MEETAY YATEEM
JAGAO JAGAO GULAMA
MAULA JAAT MALAK
SIKHA JAAT MALAK
Nothing new
Yah video itna jyada informative hai ki main har roj thoda thoda sunta hun
If you have scientific theory, you must have a definition, mathematical figure , prediction and experimental determination.
❤❤❤