Ahinsa tatva bhagvat geeta main bataya gaya hain jo Gandhi ko digest nahi hua ya nibha nahi paye netaji ke vajh se hindustan jaldi Azad ho paya,jai hind
जो कहते हैं गांधीजी सर्वकालिक महान नेता थे वो बुद्धि,राजनीति,और दुरदर्शिता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पैर के नाखून के बराबर भी नहीं थे। अफसोस नेताजी,हम अकृतज्ञ भारतीय जनता आपके अपराधीयों के वंशजों को आज भी सजा नहीं दे पाए। भारत का ऐक मात्र सपूत आपकी आत्मा आज भी रो रही होगी।
आप दोनों को सादर प्रणाम। कल्पना कीजिये अगर नेताजी अपने उद्देश्य में 100 प्रतिशत कामयाब हो जाते तो भारत का भूगोल और भारत से शेष विश्व के रिश्ते कैसे होते। आम भारतीय का जीवन कैसा होता। अगर मुझसे आप पूछे इस सवाल का जवाब तो बेहिचक में यही कहूंगा कि हम नेताजी के सपनों के भारत से लगभग 200 साल पीछे चल रहे हैं। नेताजी के द्वारा निर्मित भारत दुनिया में मनुष्यता और मानव क्षमताओं का सर्वोच्च उदाहरण होता। दुर्भाग्य से नेताजी ही लापता नहीं हुए, वल्कि नेताजी के साथ भारत का उज्जवल भविष्य भी लापता हो गया। परम पिता परमात्मा कुछ ऐसा करिश्मा करे कि नेताजी के सपनों का भारत निर्मित हो। निश्चित ही नेताजी जैसी अदम साहस, उद्यम, धेर्य, वुद्धि, विवेक, पुरुषार्थ, और पराक्रम से ओतप्रोत हस्ती दुनिया में दूसरी पैदा नहीं हुई है। हम भारत वासियों के लिए यह अत्यंत गर्व का विषय है। पुनः आप दोनों को सादर प्रणाम। जय हिन्द, जय भारत, वंदेमातरम्
200 साल पीछे ?? 400 साल पीछे लिख देते, नेताजी हिटलर से मिले थे, हिटलर के बाद उसके साथियों को चुन चुन कर अमेरिका ने दुनिया भर में खत्म कराया था, इसलिए अन्य देशों के टारगेट पर थे,। जाहिर में रहते तो टपका दिए जाते। अब जितने मुंह उतनी बातें हैं। परिवार के बच्चे जो जानकारी दें उसे माना जा सकता है बाकी बकवास बाजी है।
मेरा सौभाग्य है कि मेरी बहन जी के ससुर नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की आज़ाद हिन्द फौज में के बहादुर सिपाही थे। 95 वर्ष की आयु में भी नेता जी का नाम सुनते ही उनकी रीढ़ एकदम सीधी हो जाती थी,वे तुरंत कहते लाला नेता जी मरे नहीं यह झूठ है 🙏 सरासर झूठ है 🙏 नेता जी सुभाष चन्द्र बोस मरे नहीं हैं यह विमान क्रेश वाला झूठ एक प्रोपेगंडा है 🙏 उनको मारने वाला कोई जमीन पर पैदा ही नहीं हुआ । वे जहां गोलियों की बरसात होती वहां भी नेत्र बंद करके अचल ध्यान में लीन होकर घंटों तक बैठे रहते और गोलियां उन्हें छूकर भी नहीं जाती थी वे एक अवतार पुरुष हैं 🙏
@@rahulsrivastava5858 brother kucha un ko Netaji boltai kuch dada kuch log lala ji boltai in mai se Merai dadha ji un ko netaji boltai Merai dhada un se 7saal badai Tai mujai aaj bhi yaad hsi1997 mai boltai khash netaji ko dek lu ho jindha hai boktai1998ko dhadha ka chal basai
बहुत ही शानदार भावनात्मक लगाव के साथ सुभाष बोस के लिए खोज की story मैंने पूरी सुनी सुनी एतिहासिक है ये रहस्य है Subhash love to India so our lover leader
इस interview ने आत्मा को अंदर तक हिला दिया। भारत माता के एक सच्चे वीर सपूत का रहस्यमय ढंग से गायब हो जाना ।यह रहस्य हर हिन्दुस्तानियों के सर पर बदनुमा दाग है।😢
यह भारतीय लोगों,सरकारों तथा इतिहासकारों के लिए शर्म,लानत और दुख का विषय है कि हमने स्वार्थ,मक्कारी,मूर्खता और अज्ञान के कारण अपने सच्चे नायकों को पहचानने की कोशिश ही नहीं की। हां,कुछ जनूनी, सत्य के खोजी लोगों के व्यक्तिगत प्रयासों से सत्य को खोजकर सामने लाया जाता रहा है, ये लोग धन्य हैं। सत्य को जिंदा रखने के प्रयास में लगे ऐसे समस्त योद्धाओं को नमन है।
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी के अंतिम दिनों उत्तर प्रदेश में एक कुटिया में साधु, संन्यासी ,वनवासी के रूप में रहते थे,जब उनकी मृत्यु हुई तब उनके चश्मा और कुछ लिखित डायरी मिली जिसमें बंगाली में लिखे हुए थे जबकि वे सुद्ध हिन्दी में आम तौर पर बातचीत करते थे,और नेहरू उनको विदेशियों के हाथों में न सौंप दे इसीलिए वे उत्तर प्रदेश में एक साधारण साधु के रूप में बहुत छोटी कुटिया में भगवान को पूजा करते रहते थे,एक बेसहारा साधु के जैसा लेकिन उनका रहन-सहन सादा कपड़ों में एक साधारण इंसान के तरह ही रहते थे! जय हिन्द,जय भारत, जय श्री राम जी
Saja se bachne ke liye azad Hind fauj ka Sahara Liya Japan me parivar basa kar shadi karke mauj maare kabhe bhe maurche per laraye nahe lare vo desh bhakti kis kone se hua .
तथ्यपरक बातों के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद नमस्काr आप दोनों लोगों ने नेताजी के बारे में जानकारी दी कांग्रेसियों के चलते gumnami Baba ke roop mein आजाद भारत में apna jivan vyatit karna pada ऋचा जी ने कहा था tum mujhe khoon mein aaja de dunga
मोदी जी तो फाइल मंगाकर देखा और फिर दुबारा जांच करने से हाथ क्यों खीच लिए । फिर भी बात आपकी समझ में नहीं भाई साहब । अपनी झूठ का रायता फैलाते रहिए । अगर वे जिंदा होते तो क्या अपनी बहन से नही मिलते
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस , उर्फ गुमनामी बाबा के बारे बहुत समय से चर्चा होती रही है । आज भी हो रही है । आश्चर्य की बात यह है कि सन्,१९६२ ई० में भी यह चर्चा चल रही थी ,जब मैं आठवीं कक्षा का छात्र था । उन दिनों चर्चा थी कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस फैज़ाबाद में गुमनामी बाबा के नाम से मौजूद थे ।उन दिनों क्या आस पास के सारे लोग इतने डरपोक थे कि हकीकत से पर्दा उठाकर पुनः छुपा दिया उसे ? बाद में दशकों तक इस बात की चर्चा भी नहीं हुई । इधर कुछ समय से यह चर्चा शुरू हुई है । अगर ईमानदार कोशिश होती तो नेता जी को हमलोग अपनी युवावस्था में देख पाते , गर्व होता उन्हें देखकर । उनकी पूजा करते आरती उतारते । लेकिन अब यह चर्चा किस काम की ? अब तो गुमनामी बाबा रहे नहीं , नेता जी की पहचान भी तो मिट गयी । उन दिनों यह सम्भव था कि नेताजी तत्कालीन समाज के मध्य मौजुद होते , किसी संचिका की खोजबीन आवश्यक नहीं होती । अभी भी अगर हकीकत से पर्दा उठ सके , तो एक सफल प्रयास कहा जाएगा । जय हो , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जय , शतकोटि नमन उनको ।
अब सही सही समझ में आया Sir. मेरे बाबूजी कहते थे कि नेताजी जहाज़ दुर्घटना में नहीं मरे थे। चूंकि देश के शीर्ष नेताओं जैसे अंग्रेज़, गांधी,नेहरू आदि को उनकी ज़रूरत भी महसूस नहीं हुई और और वे देश नहीं लौटे। बाद में उन्होंने देश के बंटवारे के कारण भारत वापस नहीं आने का निर्णय लिया और वे आजीवन गुप्त रहे।
बहुत ही बढ़िया, जानकारी से भरा, श्रद्धेय सुभाष चंद्र बोस जी के संघर्षों की स्मृतियों का ताजा करता हुआ वीडियो । जिस व्यक्ति ने अपना सारा जीवन देश की आजादी के लिए बलिदान कर दिया उसे देश और देश वासियों ने कुछ नहीं दिया। आजादी का सारा आनंद कुछ तंग दिल लोगों ने ही भोगा। बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत सुन्दर साक्षात्कार है श्रद्धैय नेता जी के विषय में , इस संदर्भ में भोपाल से निर्दलीय साप्ताहिक पत्रिका से पता चला तत्कालीन रुस में राजदूत रहे राधाकृष्णन जी ने नेता जी को रुक के साइबेरिया जैल के बेरक न० 224 में देखा था और उनहोंने भारत आकर नेहरु को बतलाया लेकिन नेहरु ने उन्हें झडप कर चुप ही नही पागल घोषित करके निलंबित कर दिया था , एक दुसरे समाचार पत्र उत्तर उजाला हल्द्वानी उतराखंड में भी कोई महिला स्तम्भकार ने लिखा था कि इन्द्रागाधी के प्रारम्भिक शासन काल में रुस के नेता जी को वापस ले जाने के लिए कहने पर नेता जी को गुपचुप तरीके से भारत लाया गया और लालकिले में हत्या कर दी.थी... लेकिन लाल बहादुर शास्त्री जी के रुस जाने पर उन्हें मिले हैं ऐसा दिखाया गया है लेकिन यह बात स्पस्प नही हो सकी है । आप लोगों का नेता जी के प्रति अगाध श्रद्धा के लिए बहुत बहुत साधुवाद जय हो जयहिंद बंदेमातरम.... योगेश्वर प्रसाद सती जोशीमठ उ.
मल्होत्रा जी की बातो मे बहुत स्पष्टता है। पूरी सच्चाई निकले, और यह भी कि देश की स्वतंत्रता के बाद, अंग्रेजो को इतनी दिलचस्पी क्यो थी नेताजी मे, और भारत मे किन लोगो ने अंग्रेजो का साथ दिया और क्यो।
@@हिंदी-ह6छ इतना विलंब क्यो। इसमे सरकार की भूमिका क्या। मोदी जी के आने से कुछ फाइल्स डिक्लासिफाई हुई है, लेकिन पूर्णतया से सच्चाई का पता लगना अभी बाकि।
इस कांग्रेस की सरकार और मौकापरस्त नेताओं के कारण ही हमारे प्रिय नेता जी को गुम होने के लिए मजबूर होना पड़ा। मन करता है कि उस जमाने के जिम्मेदार नेताओं को ढूंढ ढूढ़ कर सजा दिलवाई जाए।
नेताजी जैसे वीर देशभक्त के साथ बहुत ही ज्यादा बुरा हुआ था , सबकी पहली पसंद थे ,नेताजी अगर होते तो देश की इतनी दुर्गति न होती ।कितना बड़ा षड्यंत्र हुआ था ।
@@dherrajhari3177 आप क्यों भ्रमित हो रहे हैं। आप को लग रहा है क्या मैं तुक्का मार रहा हूं। मेरी उम्र साठ साल है। तब अठारह साल थी मैं तब बी कॉम में पढ़ता था। और क्लर्क तब के गार्ड कृष्ण पाल सिंह के बैंक में ही पीछे बने आवास में रहता था। और आजाद हिंद फौज में रहे चौधरी साहब भी इन्ही के साथ गार्ड थे। कृष्ण पाल जी तो अभी भी जिंदा हैं। कहो तो फ़ोन नंबर भी दे दूं।
बहुत ही महत्वपूर्ण और रोचक साक्षात्कार आप दोनों को हार्दिक बधाई। गुमनामी बाबा ही नेताजी थे। यह बात बिल्कुल स्पष्ट है। सरकारे बताना नहीं चाहती। वह उत्तर प्रदेश में भिन्न भिन्न स्थानों पर गुमनाम होकर निवास किया करते थे। हृदय में एक टीसउठाती है कि उनके आसपास रहकर भी हम उन्हें जान नहीं पाए।
आप दोनों को सादर प्रणाम❤ आपने बहुत ही गहराई से इस विषय पर स्टडी की है नेताजी की मौत के रहस्य से पर्दा उठाना ही चाहिए lजनता लंबे समय से इसका इंतजार कर रही है l जय हिंद जय भारत l❤
Conundrum written by Anuj Dhar is a book whr it is written that Neta ji gone through difficult days..even without meals for days. My heart was broken 💔. I still find it unable to finish the book. I wish all the bad lucks to gandhi and nehru.
मैंने आज ही इनका एक वीडियो देखा जिसमें पाकिस्तानी एटम बम के बारे में जानकारी मिली फिर मैंने आज ही वह पुस्तक ऑर्डर कर दी है । मल्होत्रा जी महान काम कर रहे हैं । बहुत बहुत शुभ कामनाएं एवम् साधुवाद ।
This podcast also confirms that there were Russia, America, Japan, Germany, France, Britain and even Israel was there, who never wanted to reveal the truth of his life after 1945. And all had their own common interest in that. Truly Subhash Babu was one of the rarest and bravest International Leader of the world.
People say that Netaji was declared War Criminal by British Govt so that they can hang him and India has signed for that is why although alive his whereabouts will be kept secret Kindly reply on this aspect
There are lot of twists an turns. Netaji never came in front because he never wanted to create a chaos in the country among common people. He loved common man that is why never came out in lime light.
सुभाषचंद्र बोस की मृत्यु की तथाकथित खबर के बाद उनके जीवन की संभावनाओं पर बहुत ही रोचक पॉडकास्ट।बहुत से अनसुलझे रहस्य रशिया के पास होंगे और बहुत कुछ यहाँ की सरकार ने दबा दिए होंगे।
आज अचानक सुभाष बाबू के बारे में यह सुन्ने को मिला। और जगह के अलावा यहाँ उनके बारे में काफी कुछ है। नेताजी के बारे में पुनः इन फाइलों को डिक्लासिफाय करके पति लगाना बहुत जरूरी है। श्री इकबाल चन्द मलहोत्रा नितिन को असंख्यों धन्यवाद। India has to be united again. All citizens of this country should now have maximum two children and the animosity between Pakistan and the rest of India should be wiped out and they should be united agai.
अति उत्तम और रहस्य मय ज्ञान दर्शन,, हम नमन करते हैं महान देशभक्त सर्वोच्च बलिदानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को व आप जैसे नेताजी पर फिल्म बनाने वाले राष्टभक्त को,,,, अनुज धर जी की पुस्तक से आगे कार्य नई खोज को दिखाया है,,, नमन है,,,,
नेता जी हम आपके सामने शर्मिंदा है । आपके त्याग और बलिदान के बदले हम स्वतन्त्र भारतीयों ने कुछ नही किया । इतने दशकों तक तो कांग्रेस सरकार ने आपकी याद ही दबा दी , उन्हें तो सिद्ध करना था - दे दी हमे आज़ादी बिना खडग बिना ढाल साबरमती के संत ( ? ) तूने कर दिया कमाल
नेहरू और गांधी की पॉलिटिक्स के शिकार होने वाले पहले महानायक नेताजी थे क्योंकि अगर सुभाष सर के होते ना इनको गद्दी मिलती ना इनमे एक देश लुटता ना दूसरा बरहमचर्य का नई नई लड़कियों के साथ एक्सप्रीमेंट कर पाता नेताजी हर भारतीय की धड़कन थे हैं और रहेंगे🙏
@@narayanbhambhani8171 gulamo se adhik zian hai ,, isliye ithihash ki baat karte hain suni sunai baat par nahi,, sab mil jaega goigle par gulam manshikata se niklige to nazar bhi aaega tumko 😃
Anuj Dhar Hiatorian had done lot of reserach on Netaji and bannergee family was regularly was visiting Netaji .Netaji was given place by a gentleman . Netaji was staying alone , a lady and her son were helping him ,lady was cooking and taking care of him . And after her, her son was looking after him .A Bannergy family was visiting him regularly , seems Netaji was afraid of coming out openly..netajis samadhi is also there..he was living very simple life was meeting very few people..and was talking in English new lot about foreign countries as oer Bannergy family.
हमारे शिमला में एक व्यक्ति है जिसके पिता महात्मा बन गए थे ने अपने पुत्र को बताया था कि उनके गुरु श्री सुभाष चन्द्र बोस थे जो कि महात्मा बनकर रहते थे और अन्त समय तक नेहरु को कोसते रहते थे ।
Bilkul mujhe bhi ek babaji ney baat btayi thi. Subah subah roj uthkar wo Nehru ko gaaliyaan dete they. Mujhe to yeh tak bhi sunne ko mila ki bose ji key dono taraf asli tenduye bhi baithe hotey they.
सारे बुद्धिमान और साहसी लोगों के साथ नेहरू खान दान ने जालसाजी की अपने और अपने परिवार का वर्चस्व बनाए रखने के लिए। चाहे नेताजी हो, डा राजेंद्र प्रसाद , बाबा साहब अम्बेडकर, लाल बहादुर शास्त्री , और ढेर सारे राष्ट्रवादी नेता थे जिनका जीवन और महत्व को बर्बाद कर दिया। डा राजेंद्र प्रसाद देश के प्रथम राष्ट्रपति, को सीलन भरी कोठरी में दम तोड़ना पड़ा, बाबा साहब जो उस समय के अति विद्वान महत्व पूर्ण और देश के प्रथम कानून मंत्री होकर भी उनकी मौत का रहस्य आज तक स्पष्ट नहीं कि उनकी मौत कैसे हुई? शास्त्री जी की मौत का रहस्य आज तक स्पष्ट नहीं है।पंडित दिन दयाल उपाध्याय की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई, आज तक स्पष्ट नहीं हुई।
After extensive research on Netaji for 20 years, I find Anij Dhar and Majumdar da book CONUNDRUM most reliable and convincing that Gumnami baba was Netaji.
The brave honest patriot Bharat Mata ki Veer Suputr jinke vajah se Bharat ko freedom mila Unko gumnaam tatike se rehna pada bohot dukh hota hai soch ke jo swarthi log ke karan ye hua kyun bahar nahi aya Sir ese Mahan atma ko koti koti naman Jay Hind🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤Jay Bharat🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤
This podcast confirmed what my aunt told me in the eighties that Subash C bose is alive because one of her cousins who was in his army INA, was receiving letters from Bose. I was at arm's length to go to said person and see letters but i was a teenager and never cared. I will still try to trace the letters and find out whatever. One thing I can make clear is that bose was not a prisoner and he had enough liberty to write letters to his men. i am sure Russia kept him alive for the gold and probably got what it needed. india kept him alive due to some agreement from Russia.
अमेरिका और ब्रिटेन, उन्हें युद्ध बंदी घोषित कर दिया था, जिसका समझौता किया गया था भारत से ऐसा आज भी कहा जाता है, इसलिए वो चाहकर भी सामने आ नहीं पायें होंगे और गुमनामी जिंदगी गुजार दी,,,,, यदि सामने आते तो, उनके गिरफ्तारी पर भारत में बहुत बड़ा हंगामा हो जाता, ये ही सोच कर नहीं सामने आये होंगे?
गुमनामी बाबा ही नेता जी थे🙏 मेरे बडे भाई जैसे राम तीर्थ विकल( पत्रकार) ने सबसे पहले वर्तमान अयोध्या के उस समय के नये लोग अखबार में सबसे पहले यह खबर छापी इसके बाद ही खोज बीन शुरू हुई🙏 राजेश सिंह मानव उ॰प्र॰ अयोध्या🙏🙏🙏🙏🙏
Sir...suna he us samay koi taiyar nahi tha...ashok tandon, v n arora aur Qausar hussain ne inquiry ki thi...jismy se tandon n aroraji aaj bhi zinda hen aur unky interviews bhi mauzood henn.apny bhaiya k prasason k liye bhi pranaam
Very much informative interview about the great Indian freedom fighter. There are two misteries still unresolved one the disappearance of Netaji Subhash Chandra Bose and suspicious death of Laalbahaddur shaastriji while they were outside the Indian Territory. Why and how? I am very small person to comment on their decisions but feel to state that Netaji and Veer Savarkar both had equal and equitable common goal. Both of them had highest calibre and vision. Had they jointly organised the execution of their respective planes the result could have been positive. Instead they remained compartmentalised . Both of them were disrespected by our relevant time politicians.and their single handed efforts in freedom struggle remained cornered till now. Very unfortunate that highest quality talents got wasted by our own countrimem. My hearty❤ Salute to both Stalverts.
Great interview...IC Malhotra and the interviewer both are praiseworthy..though long I didn't feel to leave it.. Wonder how many countries economy has stood up due to Indian gold -money -wisdom and labour.. England Japan Mauritius Arab world Mongol Kazakhstan and Switzerland and many others are the beneficiaries of Indian langars alms
Bahut badhiya video hai thankyou very much. Jahan Tak mujhe dhyan hai ki 1975-1982 ke kisi year m govt n Shri Subhash ji k Milne/ pragat hone/ dikhai dene ki Miyad ( time ) ko extend kar Diya tha.asa Mane svayam radio par suna tha. us samay Mai unke bare m adhik se adhik janne ka junun rakhta tha. Unko gayab kar Diya Gaya tha asa mujhe vishvas hai.
I however, agree with this Mr. Iqbal Chand Malhotra unequivocally on one point that, NETAJI SUBHAS CHANDRA BOSE was a political leader with exceptional leadership qualities of international grade with brilliant mind & vision !
First, Let’s Be clear… His name was NOT “ Netaji Bose”.. his name was “Netaji Shubhash Chandra Bose”. Being a proud Bengali from Kolkata, India we are very sensitive about our Netaji. Whole group of North Indian Congress folks including Nehru at that time was afraid of him. They knew if REAL NETAJI COMES OUT IN THE FRONT , then all those so called “ Chuhes will be totally vanished from Indian politics. They did everything to stop Shubhash Bose to come in the front. Plus those stupid British use to afraid of Shubhash Bose. All Indians supported him especially Punjabis besides Bengalis in India. He was greater than life. He one time ask all Indians saying “ Give me blood and I will give you Freedom” He created “ Ajad Hind Fouj” or “ Indian National Army” (INA). Which was later Ban by the British Govt. That was our Netaji..🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳😁😁Jai Hind…🌺🌹🌸🌹Bande Mataram 🇮🇳🇮🇳👍🏼
Snmaniy नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी अमर थे अमर है अवर हमारे दिल में रहे गे कूच लोगो ने नीचा दिका नका काम कर ते रहे अपने नाम के लिये नेताजी महा विद्वान थे देश के लिये अपना बलिदान दिया जय श्री राम
नेताजी सुभाषचंद्र बोस प्रधानमंत्री बनते तो भारत १९६० में ही विश्वगुरु बन जाता । इसीलिए ब्रिटिश सरकार ने नेताजी को युद्ध अपराधी घोषित करके गांधी नेहरू के साथ मिलकर साजिश की ।
Salute to Netaji, the greatest Indian ever. I am unable to figure out a response to this question. Why did Netaji joined the Indian National Congress, when it was obvious that INC was against resorting to violent means to achieve Independence? For instance, Bhagat Singh did not.
हिंदुस्तानियों का दुर्भाग्य है कि आज नेताजी हमारे बीच नहीं है नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमारे बीच आज होते और उनका बनाया हुआ आजादहिंद ई होता तो हर एक हिंदुस्तानी आमिर होता गरीब का तो नाम तो निशान नहीं होता
प्लेन क्रेश में नेताजी नहीं मरे, इसके सुबूत हैं। नेताजी इतने लोकप्रिय थे कि उप्र के आश्रम में गुमनामी बाबा नहीं हो सकते।वे नेहरू का षड़यंत्र हो सकता है, क्यों कि नेताजी बहुत लोकप्रिय थे और उनकी लोकप्रियता नेहरू की सत्ता में घातक न हो। नेताजी की मृत्यु विदेश में, गुमनामी या षड़यंत्र में हत्या हुई,इसी की सम्भावना सर्वाधिक है।
bhut shandaar vyktitva wala banda jisne mjbur kr diya itne sare desh ko apne bare main na btane k liye.kya shaandaar banda jisne Desh pr sb kuch kurbaan kr diya bs unko vo samman nhi mila ye dukh ki baat hai
Captain Ajit Vadakayil also deals with atrocities of Japan upon prisoners-of-war of Bharat in detail in his blogs. Thanks for exposing Truth so fearlessly n please do ptoduce more.God bless you.🙏🕉🙏👍🌷👍👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
ग्रेटर नोएडा में एक बाबा जो आज़ाद हिंद फौज में थे वो काफ़ी बार गुमनामी बाबा से मिले थे उनके बेटे आज भी सारी बातें बताते थे, गुमनामी बाबा की कहानी सभी को रुला देगी एक दिन देश को 😢😢
पढ़ाकू नितिन को पहली बार सुना इतनी ढेर सारी जानकारी देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद हम एक बार जानना चाहते हैं कि नेहरू का रुझान सोवियत संघ की तरफ कैसे रहा
Iqbal Chand Malhotra के साथ धमाकेदार खुलासों से भरा 'पढ़ाकू नितिन' का एक और एपिसोड आ गया है: ua-cam.com/video/NuPaccrtqik/v-deo.html
Ahinsa tatva bhagvat geeta main bataya gaya hain jo Gandhi ko digest nahi hua ya nibha nahi paye netaji ke vajh se hindustan jaldi Azad ho paya,jai hind
@@VijayalaxmiBhosale-y2i😊
Nitin ji आप सुभाष ऐसे बोल रहे जैसे कोई आपका छोटा भाई या कोई ऐरा गैरा हो
😊⅕1st
.
नितिन भाइ को हार्दिक नमन और आभार 🙏
जो कहते हैं गांधीजी सर्वकालिक महान नेता थे वो बुद्धि,राजनीति,और दुरदर्शिता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पैर के नाखून के बराबर भी नहीं थे। अफसोस नेताजी,हम अकृतज्ञ भारतीय जनता आपके अपराधीयों के वंशजों को आज भी सजा नहीं दे पाए। भारत का ऐक मात्र सपूत आपकी आत्मा आज भी रो रही होगी।
आप दोनों को सादर प्रणाम।
कल्पना कीजिये अगर नेताजी अपने उद्देश्य में 100 प्रतिशत कामयाब हो जाते तो भारत का भूगोल और भारत से शेष विश्व के रिश्ते कैसे होते। आम भारतीय का जीवन कैसा होता।
अगर मुझसे आप पूछे इस सवाल का जवाब तो बेहिचक में यही कहूंगा कि हम नेताजी के सपनों के भारत से लगभग 200 साल पीछे चल रहे हैं।
नेताजी के द्वारा निर्मित भारत दुनिया में मनुष्यता और मानव क्षमताओं का सर्वोच्च उदाहरण होता। दुर्भाग्य से नेताजी ही लापता नहीं हुए, वल्कि नेताजी के साथ भारत का उज्जवल भविष्य भी लापता हो गया।
परम पिता परमात्मा कुछ ऐसा करिश्मा करे कि नेताजी के सपनों का भारत निर्मित हो।
निश्चित ही नेताजी जैसी अदम साहस, उद्यम, धेर्य, वुद्धि, विवेक, पुरुषार्थ, और पराक्रम से ओतप्रोत हस्ती दुनिया में दूसरी पैदा नहीं हुई है। हम भारत वासियों के लिए यह अत्यंत गर्व का विषय है।
पुनः आप दोनों को सादर प्रणाम।
जय हिन्द, जय भारत, वंदेमातरम्
100% कटु सत्य
You are 100 percent correct. It would have been different India had Netaji taken the reigns of this country in 1947.👌🏽👍🙏
सही कहा बन्धुवर आपने !
ये हमारे देश का दुर्भाग्य है कि ऐसी विलक्षण और दुर्लभ शख्सियत को हम आज भी ढूंढ नहीं रहे हैं ।😢😢😢
200 साल पीछे ?? 400 साल पीछे लिख देते,
नेताजी हिटलर से मिले थे, हिटलर के बाद उसके साथियों को चुन चुन कर अमेरिका ने दुनिया भर में खत्म कराया था, इसलिए अन्य देशों के टारगेट पर थे,।
जाहिर में रहते तो टपका दिए जाते।
अब जितने मुंह उतनी बातें हैं। परिवार के बच्चे जो जानकारी दें उसे माना जा सकता है बाकी बकवास बाजी है।
सहमत
मेरा सौभाग्य है कि मेरी बहन जी के ससुर नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की आज़ाद हिन्द फौज में के बहादुर सिपाही थे। 95 वर्ष की आयु में भी नेता जी का नाम सुनते ही उनकी रीढ़ एकदम सीधी हो जाती थी,वे तुरंत कहते लाला नेता जी मरे नहीं यह झूठ है 🙏 सरासर झूठ है 🙏 नेता जी सुभाष चन्द्र बोस मरे नहीं हैं यह विमान क्रेश वाला झूठ एक प्रोपेगंडा है 🙏 उनको मारने वाला कोई जमीन पर पैदा ही नहीं हुआ । वे जहां गोलियों की बरसात होती वहां भी नेत्र बंद करके अचल ध्यान में लीन होकर घंटों तक बैठे रहते और गोलियां उन्हें छूकर भी नहीं जाती थी वे एक अवतार पुरुष हैं 🙏
लाला नेताजी क्यूं बोलते थे।
बिल्कुल सही 🙏
@@rahulsrivastava5858 brother kucha un ko Netaji boltai kuch dada kuch log lala ji boltai in mai se Merai dadha ji un ko netaji boltai Merai dhada un se 7saal badai Tai mujai aaj bhi yaad hsi1997 mai boltai khash netaji ko dek lu ho jindha hai boktai1998ko dhadha ka chal basai
@@rahulsrivastava5858लाला प्यार भरा संबोधन है।
नेताजी को नही बोले
पूछने वाले को बोलते थे
Very well said..
जय हिंद ! जय हो सुभाष चंद्र बोस ! नेताजी सुभाषचंद्र बोस हमारे दिलं मे हैं .
बहुत ही शानदार भावनात्मक लगाव के साथ सुभाष बोस के लिए खोज की story मैंने पूरी सुनी सुनी एतिहासिक है ये रहस्य है
Subhash love to India so our lover leader
इस interview ने आत्मा को अंदर तक हिला दिया। भारत माता के एक सच्चे वीर सपूत का रहस्यमय ढंग से गायब हो जाना ।यह रहस्य हर हिन्दुस्तानियों के सर पर बदनुमा दाग है।😢
9.Le 9.Le 09
इतना वीर पुरुष चुप नहीँ बैठ सकता है। सामने आते तो प्र मं बनते। हीरो थे वो उनके सामने कौन टिक सकता था। गुमनामी बाबा बनने की क्या जरूरत थी।
@@yogendra268शाबाश आपने बिल्कुल सही कहा है अगर सुभाषचंद्र बोस जीवित होते तो स्वतंत्र भारत में प्रधानमंत्री वो ही बनते।
Plzz do this same video in English,tooo
really
यह भारतीय लोगों,सरकारों तथा इतिहासकारों के लिए शर्म,लानत और दुख का विषय है कि हमने स्वार्थ,मक्कारी,मूर्खता और अज्ञान के कारण अपने सच्चे नायकों को पहचानने की कोशिश ही नहीं की। हां,कुछ जनूनी, सत्य के खोजी लोगों के व्यक्तिगत प्रयासों से सत्य को खोजकर सामने लाया जाता रहा है, ये लोग धन्य हैं।
सत्य को जिंदा रखने के प्रयास में लगे ऐसे समस्त योद्धाओं को नमन है।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस हमारे दिल में बसते हैं
मल्होत्रा आपने बहुत ज्यादा मेहनत की है भगवान आपकी मेहनत में एक दिन जरुर रंग लाएगा नेताजी सुभाष चंद्र
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी के अंतिम दिनों उत्तर प्रदेश में एक कुटिया में साधु, संन्यासी ,वनवासी के रूप में रहते थे,जब उनकी मृत्यु हुई तब उनके चश्मा और कुछ लिखित डायरी मिली जिसमें बंगाली में लिखे हुए थे जबकि वे सुद्ध हिन्दी में आम तौर पर बातचीत करते थे,और नेहरू उनको विदेशियों के हाथों में न सौंप दे इसीलिए वे उत्तर प्रदेश में एक साधारण साधु के रूप में बहुत छोटी कुटिया में भगवान को पूजा करते रहते थे,एक बेसहारा साधु के जैसा लेकिन उनका रहन-सहन सादा कपड़ों में एक साधारण इंसान के तरह ही रहते थे! जय हिन्द,जय भारत, जय श्री राम जी
Gumnami baba
Aapko lagta hein neta ji aise gumnami se jindgi jine wale the ..ye ek dam jhooti banayi Hui kahani lagti hein humko toh
पूरा interview सुना। बहुत रोचक लगा। महान देशभक्त सुभाष चंद्र बोष पर documentary बनाने वाले इकबाल सर को नमन।
Saja se bachne ke liye azad Hind fauj ka Sahara Liya Japan me parivar basa kar shadi karke mauj maare kabhe bhe maurche per laraye nahe lare vo desh bhakti kis kone se hua .
नेताजी के बारे में सच बाहर आना बहुत ज़रूरी है। प्रभु नेताजी की आत्मा को उर्ध्वगति प्रदान करें। जय हिंद। 🙏🇮🇳🙏
गुमनामी बाबा ही नेता जी थे, उनके बत्तीस बक्सों की जांच होनी चाहिए, मेरे बड़े भाई, आप को, कोटि कोटि प्रणाम,।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳💐♥️♥️💐🌹🌷👋
तथ्यपरक बातों के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद नमस्काr आप दोनों लोगों ने नेताजी के बारे में जानकारी दी कांग्रेसियों के चलते gumnami Baba ke roop mein आजाद भारत में apna jivan vyatit karna pada ऋचा जी ने कहा था tum mujhe khoon mein aaja de dunga
गुमनामी बाबा ही सुभाष चन्द्र बोस थे।
मोदी जी तो फाइल मंगाकर देखा और फिर दुबारा जांच करने से हाथ क्यों खीच लिए । फिर
भी बात आपकी समझ में नहीं भाई साहब । अपनी झूठ का रायता फैलाते रहिए । अगर वे जिंदा होते तो क्या अपनी बहन से नही मिलते
Aaj bhi neta ji ke liye kuch bhi such nahi pata chal raha ..q ...ye baat samajh nahi aati
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस , उर्फ गुमनामी बाबा के बारे बहुत समय से चर्चा होती रही है । आज भी हो रही है ।
आश्चर्य की बात यह है कि सन्,१९६२ ई० में भी यह चर्चा चल रही थी ,जब मैं आठवीं कक्षा का छात्र था । उन दिनों चर्चा थी कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस फैज़ाबाद में गुमनामी बाबा के नाम से मौजूद थे ।उन दिनों क्या आस पास के सारे लोग इतने डरपोक थे कि हकीकत
से पर्दा उठाकर पुनः छुपा दिया उसे ? बाद में दशकों तक इस बात की
चर्चा भी नहीं हुई । इधर कुछ समय से यह चर्चा शुरू हुई है । अगर ईमानदार
कोशिश होती तो नेता जी को हमलोग अपनी युवावस्था में देख पाते , गर्व होता
उन्हें देखकर । उनकी पूजा करते आरती
उतारते । लेकिन अब यह चर्चा किस काम की ? अब तो गुमनामी बाबा रहे नहीं , नेता जी की पहचान भी तो मिट गयी । उन दिनों यह सम्भव था कि नेताजी तत्कालीन समाज के मध्य मौजुद होते , किसी संचिका की खोजबीन आवश्यक नहीं होती ।
अभी भी अगर हकीकत से पर्दा उठ सके , तो एक सफल प्रयास कहा जाएगा । जय हो , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जय , शतकोटि नमन उनको ।
अब सही सही समझ में आया Sir.
मेरे बाबूजी कहते थे कि नेताजी जहाज़ दुर्घटना में नहीं मरे थे। चूंकि देश के शीर्ष नेताओं जैसे अंग्रेज़, गांधी,नेहरू आदि को उनकी ज़रूरत भी महसूस नहीं हुई और और वे देश नहीं लौटे। बाद में उन्होंने देश के बंटवारे के कारण भारत वापस नहीं आने का निर्णय लिया और वे आजीवन गुप्त रहे।
Wo 1980 tk india me the jinda the log
Agr government document public kre to sbhi ko pta chla jayega
Yah Sahi Nahin Hai Netaji Bharat mein hi the aur Yahi Unka swargvas Hua yah bilkul Satya hai
बहुत ही बढ़िया, जानकारी से भरा, श्रद्धेय सुभाष चंद्र बोस जी के संघर्षों की स्मृतियों का ताजा करता हुआ वीडियो । जिस व्यक्ति ने अपना सारा जीवन देश की आजादी के लिए बलिदान कर दिया उसे देश और देश वासियों ने कुछ नहीं दिया। आजादी का सारा आनंद कुछ तंग दिल लोगों ने ही भोगा। बहुत बहुत धन्यवाद।
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
कितनी जलन है और कितनी नफरत भरी है ??
सपने में भी दोष नेहरू, गाँधी पर ही देना है ??
@@narayanbhambhani8171कुछ लोग नेहरू गांधी के अलावा और कुछ देख ही नही पाते।
बहुत सुन्दर साक्षात्कार है श्रद्धैय नेता जी के विषय में , इस संदर्भ में भोपाल से निर्दलीय साप्ताहिक पत्रिका से पता चला तत्कालीन रुस में राजदूत रहे राधाकृष्णन जी ने नेता जी को रुक के साइबेरिया जैल के बेरक न० 224 में देखा था और उनहोंने भारत आकर नेहरु को बतलाया लेकिन नेहरु ने उन्हें झडप कर चुप ही नही पागल घोषित करके निलंबित कर दिया था , एक दुसरे समाचार पत्र उत्तर उजाला हल्द्वानी उतराखंड में भी कोई महिला स्तम्भकार ने लिखा था कि इन्द्रागाधी के प्रारम्भिक शासन काल में रुस के नेता जी को वापस ले जाने के लिए कहने पर नेता जी को गुपचुप तरीके से भारत लाया गया और लालकिले में हत्या कर दी.थी... लेकिन लाल बहादुर शास्त्री जी के रुस जाने पर उन्हें मिले हैं ऐसा दिखाया गया है लेकिन यह बात स्पस्प नही हो सकी है ।
आप लोगों का नेता जी के प्रति अगाध श्रद्धा के लिए बहुत बहुत साधुवाद जय हो जयहिंद बंदेमातरम....
योगेश्वर प्रसाद सती जोशीमठ उ.
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
सच्चे लोग गुमनाम जिए और गद्दारों ने सत्ता ke मजे लिए
Kyun huye gumnaan log gumnaam? Aisa kya darr tha unhein? Kuchh paap kiye the kya unhone? BJP ko 9 saal ab aur 6 saal Atal ke andar sach nahin nikala. Gaddar ki kya definition hai tere liye?
1
And still same trend is continuing
True
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
अयोध्या जी के गुमनामी बाबा ही नेता जी सुभाष चन्द्र बोस थे, मेरे बड़े भाई भी उनसे मिलने जाते थे।
मल्होत्रा जी की बातो मे बहुत स्पष्टता है। पूरी सच्चाई निकले, और यह भी कि देश की स्वतंत्रता के बाद, अंग्रेजो को इतनी दिलचस्पी क्यो थी नेताजी मे, और भारत मे किन लोगो ने अंग्रेजो का साथ दिया और क्यो।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
@@हिंदी-ह6छ इतना विलंब क्यो। इसमे सरकार की भूमिका क्या। मोदी जी के आने से कुछ फाइल्स डिक्लासिफाई हुई है, लेकिन पूर्णतया से सच्चाई का पता लगना अभी बाकि।
इस कांग्रेस की सरकार और मौकापरस्त नेताओं के कारण ही हमारे प्रिय नेता जी को गुम होने के लिए मजबूर होना पड़ा। मन करता है कि उस जमाने के जिम्मेदार नेताओं को ढूंढ ढूढ़ कर सजा दिलवाई जाए।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
इसमें कांग्रेस या किसी नेता को जिमेदार ठहराना गलत होगा क्युकी हम reality नही जानते है।
@@Ujjwal2303chup kr khangressi angrezo ke chatukar
Only कॉंग्रेस ❤❤❤
Oh ,Greatest Leader of World is Netaji Subash Bose
Jai Hind
Bharat Mata ki Jai.
बहुत अच्छा वार्तालाप, सत्य के साथ।।साधुवाद।।
नेताजी जैसे वीर देशभक्त के साथ बहुत ही ज्यादा बुरा हुआ था , सबकी पहली पसंद थे ,नेताजी अगर होते तो देश की इतनी दुर्गति न होती ।कितना बड़ा षड्यंत्र हुआ था ।
आजाद हिंद फौज के एक सैनिक ने 42 वर्ष पूर्व मुझे बताया था कि नेता जी जिंदा हैं। हमें मिले थे।
कहां मिले थे
@@rishishukla2412 स्टेट बैंक हापुड़ में एम्प्लॉय थे। उन्हें दिल्ली में मिले थे।
Sach me kya bhai apki age kya hai
इनको पक्का याद है की dot. 42 साल पूर्व ही इन्के परिचत ne inko बताई bhaisab आपकी आयु कितनी है? एंड वो मिलिट्री परिचित की ४२ साल पहले उनकी आयु कितनी थी?
@@dherrajhari3177 आप क्यों भ्रमित हो रहे हैं। आप को लग रहा है क्या मैं तुक्का मार रहा हूं। मेरी उम्र साठ साल है। तब अठारह साल थी मैं तब बी कॉम में पढ़ता था। और क्लर्क तब के गार्ड कृष्ण पाल सिंह के बैंक में ही पीछे बने आवास में रहता था। और आजाद हिंद फौज में रहे चौधरी साहब भी इन्ही के साथ गार्ड थे। कृष्ण पाल जी तो अभी भी जिंदा हैं। कहो तो फ़ोन नंबर भी दे दूं।
Netaji - A brilliant mind, a brave heart, a pious soul. A soldier monk. A patriot of patriots.
बहुत ही महत्वपूर्ण और रोचक साक्षात्कार आप दोनों को हार्दिक बधाई।
गुमनामी बाबा ही नेताजी थे। यह बात बिल्कुल स्पष्ट है। सरकारे बताना नहीं चाहती। वह उत्तर प्रदेश में भिन्न भिन्न स्थानों पर गुमनाम होकर निवास किया करते थे। हृदय में एक टीसउठाती है कि उनके आसपास रहकर भी हम उन्हें जान नहीं पाए।
शास्त्री जी की हत्या का राज भी छुपा हो सकता हैं ? ?
नेताज़ी आज़ ज़िन्दा है या नहीं उसका रहश्य कोई नहीं ज़ानता ज़य हिन्द
आप दोनों को सादर प्रणाम❤ आपने बहुत ही गहराई से इस विषय पर स्टडी की है नेताजी की मौत के रहस्य से पर्दा उठाना ही चाहिए lजनता लंबे समय से इसका इंतजार कर रही है l
जय हिंद जय भारत l❤
Conundrum written by Anuj Dhar is a book whr it is written that Neta ji gone through difficult days..even without meals for days. My heart was broken 💔. I still find it unable to finish the book. I wish all the bad lucks to gandhi and nehru.
मैंने आज ही इनका एक वीडियो देखा जिसमें पाकिस्तानी एटम बम के बारे में जानकारी मिली फिर मैंने आज ही वह पुस्तक ऑर्डर कर दी है । मल्होत्रा जी महान काम कर रहे हैं । बहुत बहुत शुभ कामनाएं एवम् साधुवाद ।
Good job
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
Compliments to I C Malhotra sir for enlightening the viewers about Subhash Bose. He remembers everything by heart. Excellent.
This podcast also confirms that there were Russia, America, Japan, Germany, France, Britain and even Israel was there, who never wanted to reveal the truth of his life after 1945. And all had their own common interest in that. Truly Subhash Babu was one of the rarest and bravest International Leader of the world.
Why Israel?
People say that Netaji was declared War Criminal by British Govt so that they can hang him and India has signed for that is why although alive his whereabouts will be kept secret
Kindly reply on this aspect
@@rajendrashrivastava8637haan..Nehru ko PM jo bn na tha ftafat se. Why congitard even agreed to sign the deal.. Our first PM was Neta ji
इजरायल का क्या इंटरेस्ट हो सकता था?
There are lot of twists an turns. Netaji never came in front because he never wanted to create a chaos in the country among common people. He loved common man that is why never came out in lime light.
सुभाषचंद्र बोस की मृत्यु की तथाकथित खबर के बाद उनके जीवन की संभावनाओं पर बहुत ही रोचक पॉडकास्ट।बहुत से अनसुलझे रहस्य रशिया के पास होंगे और बहुत कुछ यहाँ की सरकार ने दबा दिए होंगे।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
आज अचानक सुभाष बाबू के बारे में यह सुन्ने को मिला। और जगह के अलावा यहाँ उनके बारे में काफी कुछ है। नेताजी के बारे में पुनः इन फाइलों को डिक्लासिफाय करके पति लगाना बहुत जरूरी है।
श्री इकबाल चन्द मलहोत्रा नितिन को असंख्यों धन्यवाद।
India has to be united again. All citizens of this country should now have maximum two children and the animosity between Pakistan and the rest of India should be wiped out and they should be united agai.
श्री सुभाष चंद्र बोस के बारे में अंत तक का पता लगाने में सतत प्रयास रत रहने का निवेदन है ❤🇮🇳
इकबाल चंद्र मल्होत्रा के साथ इंटरव्यू से सुभाष चन्द्र बोस के संबंध में बहुत अच्छी और महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई है। धन्यवाद।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
अति उत्तम और रहस्य मय ज्ञान दर्शन,, हम नमन करते हैं महान देशभक्त सर्वोच्च बलिदानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को व आप जैसे नेताजी पर फिल्म बनाने वाले राष्टभक्त को,,,, अनुज धर जी की पुस्तक से आगे कार्य नई खोज को दिखाया है,,, नमन है,,,,
बहुत ही खोजपूर्ण-अनुसंधानपूर्ण ,अद्भुत जानकारी ।बहुत ही साहसिक काम।बहुत-बहुत आभार।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
Thousands of blessings to Iqbal Sir for keeping this issue alive
Iqbal ji apko koti naman
नेता जी हम आपके सामने शर्मिंदा है । आपके त्याग और बलिदान के बदले हम स्वतन्त्र भारतीयों ने कुछ नही किया । इतने दशकों तक तो कांग्रेस सरकार ने आपकी याद ही दबा दी , उन्हें तो सिद्ध करना था - दे दी हमे आज़ादी बिना खडग बिना ढाल
साबरमती के संत ( ? ) तूने कर दिया कमाल
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
करमचंद कि नही करीम कि औलाद होगी
@@vidyapatil2023 nathuram was correct
Pura desh aap dono ka shukraguzar hai.
नेहरू और गांधी की पॉलिटिक्स के शिकार होने वाले पहले महानायक नेताजी थे क्योंकि अगर सुभाष सर के होते ना इनको गद्दी मिलती ना इनमे एक देश लुटता ना दूसरा बरहमचर्य का नई नई लड़कियों के साथ एक्सप्रीमेंट कर पाता नेताजी हर भारतीय की धड़कन थे हैं और रहेंगे🙏
बड़ा ज्ञान है तुमको ??
ये व्हाट्सप्प यूनिवर्सिटी का ज्ञान पेलने से पहले थोड़ी मेहनत कर लिया करो,
मूर्खता को ज्ञान मत समझा करो
@@narayanbhambhani8171 gulamo se adhik zian hai ,, isliye ithihash ki baat karte hain suni sunai baat par nahi,, sab mil jaega goigle par gulam manshikata se niklige to nazar bhi aaega tumko 😃
@@narayanbhambhani8171 ua-cam.com/video/7CRmYOPOJvw/v-deo.htmlsi=364qks02Br0VQlaG
किसीने गलत समझाया कि गांधी वादी इन्सानको सच बात से कभी मिर्ची नहीं लगती तो यह क्या हुआ ?
❤😂🎉
दो तीन एक एक दो तीन
जैन साहब आप बिल्कुल सही कह रहे हैं --
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
Thank you for this Valuable Information! I LOVE & RESPECT SHRI. NETAJI SUBHASHCHANDRA BOSE!
महान क्रांतिकारी 🌹
प्रथम प्रधानमंत्री🌹
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी को कोटि कोटि नमन🌹
Anuj Dhar Hiatorian had done lot of reserach on Netaji and bannergee family was regularly was visiting Netaji .Netaji was given place by a gentleman . Netaji was staying alone , a lady and her son were helping him ,lady was cooking and taking care of him . And after her, her son was looking after him .A Bannergy family was visiting him regularly , seems Netaji was afraid of coming out openly..netajis samadhi is also there..he was living very simple life was meeting very few people..and was talking in English new lot about foreign countries as oer Bannergy family.
हमारे शिमला में एक व्यक्ति है जिसके पिता महात्मा बन गए थे ने अपने पुत्र को बताया था कि उनके गुरु श्री सुभाष चन्द्र बोस थे जो कि महात्मा बनकर रहते थे और अन्त समय तक नेहरु को कोसते रहते थे ।
Bilkul mujhe bhi ek babaji ney baat btayi thi. Subah subah roj uthkar wo Nehru ko gaaliyaan dete they. Mujhe to yeh tak bhi sunne ko mila ki bose ji key dono taraf asli tenduye bhi baithe hotey they.
Haan ia pe kaun kaam kaam karta hai
@@Thakur18395kya baat hai
जिन लोगों ने देश के लिए अपना जीवन समर्पित किया उन को कांग्रेस ने गुमनाम कर दिया और कांग्रेस के नेता आजादी के बाद ऐश करते रहे।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
सारे बुद्धिमान और साहसी लोगों के साथ नेहरू खान दान ने जालसाजी की अपने और अपने परिवार का वर्चस्व बनाए रखने के लिए। चाहे नेताजी हो, डा राजेंद्र प्रसाद , बाबा साहब अम्बेडकर, लाल बहादुर शास्त्री , और ढेर सारे राष्ट्रवादी नेता थे जिनका जीवन और महत्व को बर्बाद कर दिया। डा राजेंद्र प्रसाद देश के प्रथम राष्ट्रपति, को सीलन भरी कोठरी में दम तोड़ना पड़ा, बाबा साहब जो उस समय के अति विद्वान महत्व पूर्ण और देश के प्रथम कानून मंत्री होकर भी उनकी मौत का रहस्य आज तक स्पष्ट नहीं कि उनकी मौत कैसे हुई? शास्त्री जी की मौत का रहस्य आज तक स्पष्ट नहीं है।पंडित दिन दयाल उपाध्याय की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई, आज तक स्पष्ट नहीं हुई।
Brilliant ,!!
Very engaging and thought provoking ...!!
Loved the talk.
Brilliant. But without gumnami baba episode the interview appears to me incomplete. Otherwise Mr. Malhotra explained the mystery nicely.
Please get Anuj Dhar & Chandrachur Ghosh to discuss about Netaji's disappearance
After extensive research on Netaji for 20 years, I find Anij Dhar and Majumdar da book CONUNDRUM most reliable and convincing that Gumnami baba was Netaji.
Where did you find that book pl let me know
@@jaideeppowersolutionpvtltd650google
A brilliant podcast..completely fascinating
धन्यवाद,इतने ज्ञानवर्धक वीडियो चर्चा के लिए। नेताजी के बारे में जितना पढ़ो, सुनो मन ही नहीं भरता.........🙏🙏🙏🙏
The brave honest patriot Bharat Mata ki Veer Suputr jinke vajah se Bharat ko freedom mila Unko gumnaam tatike se rehna pada bohot dukh hota hai soch ke jo swarthi log ke karan ye hua kyun bahar nahi aya Sir ese Mahan atma ko koti koti naman Jay Hind🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤Jay Bharat🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤
नेता जी , हम शर्मिंदा हैं।
आपको जिंदा दफन करने वाली कांग्रेस पार्टी और नेता और उनके वंशज अभी जिंदा हैं ।।
नेताजी और अयोध्या में रहने वाले गुमनामी बाबा एक ही थे -- इसके लिए डीएनए टेस्ट शीघ्रता शीघ्र पूरी करनी चाहिए ---
ua-cam.com/video/DikVzVY20qA/v-deo.htmlsi=yIO1kJktzNlfrFeq
शर्मिंदा न हो मोदीजी के हाथ मजबूत करे
Modi hain to mumkin hain
ये कैसी नफ़रत फैला रहे हो भाई।।।।
This podcast confirmed what my aunt told me in the eighties that Subash C bose is alive because one of her cousins who was in his army INA, was receiving letters from Bose. I was at arm's length to go to said person and see letters but i was a teenager and never cared. I will still try to trace the letters and find out whatever. One thing I can make clear is that bose was not a prisoner and he had enough liberty to write letters to his men. i am sure Russia kept him alive for the gold and probably got what it needed. india kept him alive due to some agreement from Russia.
Did you get those letters?
पर सबसे हैरानी वाली बात यह है कि नेता जी बाद में गुमनामी की जिंदगी क्यों जीते रहे
अमेरिका और ब्रिटेन, उन्हें युद्ध बंदी घोषित कर दिया था, जिसका समझौता किया गया था भारत से ऐसा आज भी कहा जाता है, इसलिए वो चाहकर भी सामने आ नहीं पायें होंगे और गुमनामी जिंदगी गुजार दी,,,,,
यदि सामने आते तो, उनके गिरफ्तारी पर भारत में बहुत बड़ा हंगामा हो जाता, ये ही सोच कर नहीं सामने आये होंगे?
Probably his life was in danger
Lagta hein ye baat bhi banayi hogi ...neta ji gumnami ki jindgi kabhi nahi ji sakte the
@@sushilkumargupta5797 बिल्कुल सही वो गुमनामी की जिंदगी जीने वाले इंसान नहीं थे क्योंकि वो दलेर इंसान थे
Are bhai chandrachood anuj dhar or Rita Banerjee ko suno fir bolna
Excellent discussion.🙏👍👍👍🙏very informative.
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को केवल सुभाष कह कर संबोधित करना थोड़ा असहज लगता है। वैसे कुल मिलाकर कार्यक्रम बहुत सुंदर और शानदार बन पड़ा है।
गांधी नेहरू ने सुभाष चंद्र जैसे हीरो को साइड लाइन किया था।
They conspired against Netaji Subhash Chandra Bose
दोनों की लोकप्रियता का अंत हो जाता, यदि सामने आ जाते?
जिसके साथ, पूरा देश साथ था बिना किसी लालच के।
बड़ी गलतफहमी में जी रहे हो, ये व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी का ज्ञान मत बांटो,
खोजो रोजाना गूगल करो, सारे तथ्यों को समझ के फिर ज्ञान देना।
@@narayanbhambhani8171 दुरात्मा देशद्रोही गांधी की काली सच्चाई अब दुनिया के सामने आ रही है
@@girnar231yes
आप की बातों का जवाब नहीं।
Jai Hind,Netaji ki sachai zarur Bahar aani chahiye.ABGurung.Biratnagar Nepal.
गुमनामी बाबा ही नेता जी थे🙏 मेरे बडे भाई जैसे राम तीर्थ विकल( पत्रकार) ने सबसे पहले वर्तमान अयोध्या के उस समय के नये लोग अखबार में सबसे पहले यह खबर छापी इसके बाद ही खोज बीन शुरू हुई🙏 राजेश सिंह मानव उ॰प्र॰ अयोध्या🙏🙏🙏🙏🙏
Sir...suna he us samay koi taiyar nahi tha...ashok tandon, v n arora aur Qausar hussain ne inquiry ki thi...jismy se tandon n aroraji aaj bhi zinda hen aur unky interviews bhi mauzood henn.apny bhaiya k prasason k liye bhi pranaam
The host should not keep continuously interjecting while the guest is speaking
❤
L
Mo hu
Baba ji jinda they .ye baat hum chote they per humare dada ji ne batayi thi..wo mile bhi they.
Very much informative interview about the great Indian freedom fighter. There are two misteries still unresolved one the disappearance of Netaji Subhash Chandra Bose and suspicious death of Laalbahaddur shaastriji while they were outside the
Indian Territory. Why and how? I am very small person to comment on their decisions but feel to state that Netaji and Veer Savarkar both had equal and equitable common goal. Both of them had highest calibre and vision. Had they jointly organised the execution of their respective planes the result could have been positive. Instead they remained compartmentalised . Both of them were disrespected by our relevant time politicians.and their single handed efforts in freedom struggle remained cornered till now.
Very unfortunate that highest quality talents got wasted by our own countrimem.
My hearty❤ Salute to both Stalverts.
Great interview...IC Malhotra and the interviewer both are praiseworthy..though long I didn't feel to leave it..
Wonder how many countries economy has stood up due to Indian gold -money -wisdom and labour.. England Japan Mauritius Arab world Mongol Kazakhstan and Switzerland and many others are the beneficiaries of Indian langars alms
Bahut badhiya video hai thankyou very much. Jahan Tak mujhe dhyan hai ki 1975-1982 ke kisi year m govt n Shri Subhash ji k Milne/ pragat hone/ dikhai dene ki Miyad ( time ) ko extend kar Diya tha.asa Mane svayam radio par suna tha. us samay Mai unke bare m adhik se adhik janne ka junun rakhta tha. Unko gayab kar Diya Gaya tha asa mujhe vishvas hai.
Malhotra sir you must continue your research at any cost because you are faithful patriot
I was about to close after 2-3 minutes but conversation was very interesting
I however, agree with this Mr. Iqbal Chand Malhotra unequivocally on one point that, NETAJI SUBHAS CHANDRA BOSE was a political leader with exceptional leadership qualities of international grade with brilliant mind & vision !
Gandhi एक कायर इन्सान था जो किसी को खुद से ऊपर नहीं देख सकता था। Bose हमारे रियल हीरो है।
First, Let’s Be clear… His name was NOT “ Netaji Bose”.. his name was “Netaji Shubhash Chandra Bose”. Being a proud Bengali from Kolkata, India we are very sensitive about our Netaji. Whole group of North Indian Congress folks including Nehru at that time was afraid of him. They knew if REAL NETAJI COMES OUT IN THE FRONT , then all those so called “ Chuhes will be totally vanished from Indian politics. They did everything to stop Shubhash Bose to come in the front. Plus those stupid British use to afraid of Shubhash Bose. All Indians supported him especially Punjabis besides Bengalis in India. He was greater than life. He one time ask all Indians saying “ Give me blood and I will give you Freedom” He created “ Ajad Hind Fouj” or “ Indian National Army” (INA). Which was later Ban by the British Govt. That was our Netaji..🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳😁😁Jai Hind…🌺🌹🌸🌹Bande Mataram 🇮🇳🇮🇳👍🏼
Bahat bahat aur bahat aabhaar aap ki ye sharing ka....inspiring data points discussed....🙏🙏🌷🌷
Aap dono ka Abhinandan 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Subhash Chandra Bose वास्तव में एक्स्ट्रा ब्रिलिएंट मनुष्य थे जिन के बारे में सच इस देश को जानने का पूराअधिकार है
सुभाष बोष आजादी के बाद भारत में होते तो अभी भारत अनुशासित और विकसित राष्ट्र होता। बोस का योगदान अतुलनीय है। जय हिन्द
True Analysis by Iqbal Sir.
नेता जी अपने भाई-बहनों को बहुत प्रेम करते थे वह दलेर आदमी थे बाबा वाली कहानी हज़म नहीं होती
Snmaniy नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी अमर थे अमर है अवर हमारे दिल में रहे गे कूच लोगो ने नीचा दिका नका काम कर ते रहे अपने नाम के लिये नेताजी महा विद्वान थे देश के लिये अपना बलिदान दिया जय श्री राम
Very nice opinion brilliant explain
नेताजी सुभाषचंद्र बोस प्रधानमंत्री बनते तो भारत १९६० में ही विश्वगुरु बन जाता । इसीलिए ब्रिटिश सरकार ने नेताजी को युद्ध अपराधी घोषित करके गांधी नेहरू के साथ मिलकर साजिश की ।
MY First passion is the Netaji Subhash Chandra Bose ❤ Still Netaji is my role model ❤
Knowledgeable information I could gather n enlightened myself from this conversation.
Hearty thanks for this enlightment.
What an intelligent analysis and information... Wow..!!!
Lots of insights into the mystery. please give the links of the films made by Mr. Malhotra.
Salute to Netaji, the greatest Indian ever. I am unable to figure out a response to this question. Why did Netaji joined the Indian National Congress, when it was obvious that INC was against resorting to violent means to achieve Independence? For instance, Bhagat Singh did not.
हिंदुस्तानियों का दुर्भाग्य है कि आज नेताजी हमारे बीच नहीं है नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमारे बीच आज होते और उनका बनाया हुआ आजादहिंद ई होता तो हर एक हिंदुस्तानी आमिर होता गरीब का तो नाम तो निशान नहीं होता
Very interesting! Truth should come out. I hope so.
उनकी लोकप्रियता से उस वक्त तथा कथित आजादी दिलाने वालों पर मुसीबत ही आ जाती?
Thanks for sharing the great information Subash Chander Boss.
प्लेन क्रेश में नेताजी नहीं मरे, इसके सुबूत हैं। नेताजी इतने लोकप्रिय थे कि उप्र के आश्रम में गुमनामी बाबा नहीं हो सकते।वे नेहरू का षड़यंत्र हो सकता है, क्यों कि नेताजी बहुत लोकप्रिय थे और उनकी लोकप्रियता नेहरू की सत्ता में घातक न हो। नेताजी की मृत्यु विदेश में, गुमनामी या षड़यंत्र में हत्या हुई,इसी की सम्भावना सर्वाधिक है।
bhut shandaar vyktitva wala banda jisne mjbur kr diya itne sare desh ko apne bare main na btane k liye.kya shaandaar banda jisne Desh pr sb kuch kurbaan kr diya bs unko vo samman nhi mila ye dukh ki baat hai
Everyone in Ayodhya knows that gumnami baba was Netaji only. 26 steel trunks full of his belongings were found confirming this
Excellent program sir thank you please share more such programs
You must visit our playlist - Padhaku Nitin for more such videos. ua-cam.com/play/PLW8nwheTMPtH8lO0_2DGVgqmssrGJRk-5.html
Captain Ajit Vadakayil also deals with atrocities of Japan upon prisoners-of-war of Bharat in detail in his blogs. Thanks for exposing Truth so fearlessly n please do ptoduce more.God bless you.🙏🕉🙏👍🌷👍👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
ग्रेटर नोएडा में एक बाबा जो आज़ाद हिंद फौज में थे वो काफ़ी बार गुमनामी बाबा से मिले थे उनके बेटे आज भी सारी बातें बताते थे, गुमनामी बाबा की कहानी सभी को रुला देगी एक दिन देश को 😢😢
पढ़ाकू नितिन को पहली बार सुना इतनी ढेर सारी जानकारी देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद हम एक बार जानना चाहते हैं कि नेहरू का रुझान सोवियत संघ की तरफ कैसे रहा
Very good discussion.