हिंदी दिवस पर आज का ये कार्यक्रम पूरी तरह गर्व करने योग्य था ।। बहुत सी बातें जो हम जानते है पर कह नहीं पाते वो आपने सरल और प्रभावशाली ढंग से आंकड़ो सहित रखकर हिंदी बोलने लिखने पढ़ने को बढ़ावा देने की बात कही ।। बहुत बहुत धन्यवाद ।।
सुधिर Sir शायद आपका यह न्यूज सुनकर हमारे देश के सोये हुए लोगो मे जागरूकता आयेगी।बहुत ही शर्म कि बात है कि हमारे देश में बडे बडे डिग्री हासिल करने वाले कुछ लोगों को हिन्दी लिखना बोलना नहीं आता है।🙏🚩🚩
भाषा भावना है जो हमें एकता के सूत्र में पिरोती है। भाषा हमारी गौरवशाली संस्कृति और परंपराओं की संवाहक है। भाषा हमें अपने समृद्ध अतीत से जोड़ने और सुनहरे भविष्य के सामूहिक लक्ष्य निर्धारित करने का सशक्त माध्यम है। विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं।
मैं हिंदी भाषा में स्नातक कर रहा हूँ और इस पर मैं बहुत गर्व करता हूँ। मुझे ये बात जानकर बहुत दुख हुआ कि भारत के प्रतिष्ठित जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय में हिंदी के अलावा सभी विदेशी भाषाओं में स्नातक कराया जाता हैं।
हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत के संविधान में किसी भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया है
@@subham4367 भाई तू ये भी बोल दे इस देश का कोई एक प्रधान मंत्री भी नही हो सेकता। अगर प्रधान मंत्री एक हो सकता तो देश का एक प्रमुख भाषा क्यों नही हो सकता। इस देश का एक ही प्रमुख भाषा है वो है हिंदी। गर्व है हमे हिंदी हमारी देश की मातृभाषा है
@@मातृभाषासंस्कृतिहीहमारीपहचानहै Aap hindi sikh ke bare huye ho । Agar kisi din desh ki har nagrik hindi likhna aur bolna sikh jaye usi din hindi ko matri bhasa karna thik hoga ।
विश्व हिंदी दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें। हिंदी को समर्पित-- *_काव्यात्मक वर्णावली_* *अ* मर कहानी हिंद धरा की, शब्दों में बतलाता हूँ । *आ* कर देखी पृष्ठ भूमि तो, गर्वित हो हर्षाता हूँ ।। *इ* तराती कलियों से शोभित, उपवन रंग बिरंगे हैं । *ई* श्वर की अनुकंपा ऐसी,भू पर माता गंगे हैं।। *उ* त्तर में गिरिराज श्रंखला, सागर दक्षिण में भारी। *ऊ* पर से पूरब-पश्चिम तक, छटा निराली है प्यारी ।। *ऋ* षि - मुनियों की तपो भूमि है,ओम-ओम लगता नारा । *ए* क नहीं हैं कई कहानी,कह इतिहास रहा प्यारा ।। *ऐ* सा -वैसा नहीं गणित को, शून्य खोज दे डाला था। *ओ* झल दिखते भूमंडल का,भानु नाप ले डाला था। *औ* रों से उत्तम अस्त्र-शस्त्र, तीर,तेग,बरछी भाला। *अं* ग-अंग में रक्त खौलता,वीर उगलते हैं ज्वाला ।। *अः* हा तलक नहिं कोई करता, निर्मल प्रेम भिगोता है।। *क* था भागवत घर-घर होती, राम भजन नित होता है ।। *ख* गकुल नित कलरव करता है, मीठा गान सुनाता है। *ग* जरा बांध यहाँ पर यौवन, हृदय लूट ले जाता है।। *घ* टा कहीं पर कहीं धूप अति, कहीं बर्फ सा है पाला । *ङ* हमेशा मध्य बाद में, कहती हिंदी की शाला ।। *च* हल-पहल नगरों में रहती, श्रेष्ठ धाम मथुरा, काशी । *छ* तरी सा गोवर्धन टांगा, मुरलीधर थे अवनाशी ।। *ज* गह-जगह पर मंदिर-मस्जिद, जगह-जगह गुरुद्वारे हैं। *झ* गड़ा दूर क्षितिज में रहता, ऐसे भाई चारे हैं ।। *ञ* मध्य में हरदम आये,मेरी भी मजबूरी है । *ट* कराना सीखा शैलों से, कविता अभी अधूरी है।। *ठ* हरा हुआ अभी भी पानी, धार तेज दिखलानी है। *ड* टकर लड़ना युद्ध भूमि में, कौशल कला पुरानी है।। *ढ* ककर चुनरी से रखती है, घूंघट से मुखड़ा गोरी। *ण* मोकार है मंत्र प्रेम का, जैन धर्म बांधे डोरी ।। *त* जकर अपनी प्रेम कुटी को, ज्ञान बुद्ध ने पाया था। *थ* के नहीं अनवरत चले थे, बौद्ध धर्म फैलाया था।। *द* या धर्म की परंपरा है, मानवता के चेरे हैं । *ध* नी कर्ण से दानवीर भी, हुए भूप बहुतेरे हैं ।। *न* दियों का संगम प्यारा है, घाट-घाट होती पूजा। *प* नघट पर पायल की छम-छम ,रंग चढ़ाती है दूजा । *फ* टक सूप की अद्भुत होती, थोथा अन्न उडाती है ।। *ब* रगद,पीपल देव वृक्ष हैं, जिनकी पवन लुभाती है।। *भ* रते झोली दीन-दुखी की,देवों में बाबा भोले । *म* खमल,नहीं सिंह की छाला, पहन दिगंबर थे डोले। *य* म को नियम बदलने पड़ते, सावित्री मां के आगे। *र* क्षा करती पिय प्राणों की, सत्यवान मृत हो जागे ।। *ल* हराती है विश्व पटल पर,शान तिरंगे की प्यारी । *व* र्षा,शीत,बसंत,शरद, ॠतु,हेमंत, ग्रीष्म की फुलवारी ।। *श* हद सरीखी भाषाओं के, भिन्न-भिन्न कुनबे होते। *ष* ष्टमुखी बन कार्तिकेय प्रभु, कष्ट गजत के हैं ढोते ।। *स* रस, सलिल हैं ग्रंथ यहां के,घर-घर पुजती है गीता। *ह* रण हुआ तो अग्नि परीक्षा, देती है माता सीता।। *क्ष* त्रप बड़े-बड़े बलशाली, रोचक बड़ी कहानी है । *त्र* णभर नहीं प्राण की आशा, एक-एक बलदानी है।। *ज्ञा* न सिंधु है भारत अपना, ज्ञानपीठ नालंदा था । *श्र* द्धा प्रेम देश हित भारी,भगत चूमता फंदा था।। _(नोट-हिंदी वर्णमाला के कुछ स्वर एवं व्यंजन ऐसे हैं जिनसे शब्द का प्रारंभ होना दुर्लभ होता है उन वर्णों को अन्य वर्णों की सहायता से शब्द का रूप देकर वर्णावली में पिरोने का प्रयास किया है)_ *_रचयिता- रवि पाल "खामोश"-इटावा (उत्तर- प्रदेश)_*
लाखो बच्चे इंग्लिश में पढ़कर 90% मार्क लेते हैं पर क्या उनको विषय की समझ हैं ? आर्यभट कोई नहीं बना। राजनीति भी 2014 के बाद समझ अा रही हैं क्यों कि नेता हिंदी बोल रहे हैं
बिलकुल ठीक कहा भाई इस देश की सरकार जब ऐसी हो तो देश का क्या होगा। आजदी का ढोंग लगाना बंद कर दो देश अभी आजादी पाई नही है। जब लोक देश में कही भी गर्व से हिंदी बोल पायेंगे तभी जा कर देश आजाद होगा
*हम अनपढ़ नहीं है साहब.... मुझे हिंदी में लिखना उतना ही अच्छा लगता है जितना मां के हाथ का खाना..... विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🌿🌿* 🌹10 जनवरी🌹
India is not yours. ! Hindi native people can form their own country if they want Hindi as their national language. Don't bring Hindi to other regions.
कैसी हिन्दी यहाँ upsc में भी अँग्रेजी को प्राथमिकता दी जाती है यहाँ हिन्दी मिडियम वाले बच्चे परेशान रहते है की 1st रैंक आ जाए या टॉप 10 मे कम से कम आ जाए 😔😔😞😞
आज अगर राजीव दीक्षित जी जिंदा होते तो इस अंग्रेजी को भगा चुके होते। नमन है उस महान देश भक्त राजीव दीक्षित जी को देश के लिए अकेले निकल पड़े थे। राजीव दीक्षित अमर रहे अमर रहे
अगर आप के जैसे सोच अगर हमारी देश की सभी न्यूज चैनल रखे तो जल्दी हम इस अंग्रेजियत की गुलामी से आजाद हो जाए। इस देश की मातृभाषा संस्कृति को आप न्यूज चैनल ही बचा सकते है इस तरह हिंदी में ही सब न्यूज दिखाना हमे हिंदी को विश्व के सबसे उपर ले जाना है। मातृभाषा संस्कृती ही हमारी पहचान है इस डूबना मत। जब ये विलुप्त हो गया समझ लेना भारत विलुप्त हो गया
@@garvbehl9732 Sir darasal baat ye he ki pura world system hi jab English me chal rha he to for society me officially kisi aur language ka prayog karne ka sense nhi nikalta.... Vedic civilization ki baat alag thi
jis desh ke customer care service wale ....apni caller tune me kahe ki English k liye 1 dabaye ....or Hindi k liye 2 dabaye ... 🙁us desh k hindi divas ki bahot bohot shubh kamna🙏🏻🙏🏻
ये फिल्म स्टार वाले दाना तो हिंदी का खाते है लेकिन गाना अंग्रेजी का गाते है। और यही स्टार को देख देख कर आज की युवा पीड़ी इनके पीछे चलकर अपनी मातृभाषा को भूलने की कगार पर आ गए है।
दुनिया का कोई भी भाषा या अक्षर हो फिर भी हिन्दी के ही अक्षरों से ही पढ़ीं जाती है मानो या ना मानो । एक बार सोच के देखो क्या पढ़ते हो और क्या सुनते हो ( जय हिन्दी , भारत माता की जय 🙏🙏🇮🇳🇮🇳) डंके के चोट पर कह रहा हूं 💪💪 💪💪💪 देव
एक बार मेरे पास फीजी में भारत के उच्चायुक्त ने कॉल किया कि उसने सुना है कि एक समय मैं हिंदी में पत्रिका निकालती थी और उसने मुझसे कहा कि मैं समय निकाल कर भारतीय उच्चायोग आकर कुछ टाइपिंग में सहयोग दूँ। जब मैंने कहा कि आजकल समय नहीं है तो उसने मुझसे मेरे काम के बारे में पूछा। जब मैंने कहा कि मैं जनरल मैनेजर ह्यूमन रिसोर्स हूँ तो वह न ही सिर्फ विनम्र हो गया बल्कि अंग्रेजी में बोलने लगा। यह तो भारत के प्रतिनिधियों का हाल है।
❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽 Sudhir ji meri matrubhasha telgu hai meri likhai padahai Hindi mey Hui hai aur mujhey jaha log Hindi mey baat kartey hai toh merey Dil bhi Hindi mey hii baat karta hai I love Hindi. ❤️❤️❤️ 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
काश यह हो सकता,यह 1947 मै हो जाता तो बहुत तो बहुत अच्छा होता, पंडित तो हिन्दु था ही नही, तो वह हिन्दी मे भाषण क्यु देता, यह भारत का दुर्भाग्य है कि भारत मे ही हिन्दी की कोई सम्मान नही है
हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान तभी बनेगा देश महान। हिन्दी हमारी पहचान है हिन्दुस्तान की शान हैं। सब काम काज हिन्दी में भी होना चाहिए तभी देश की तलक्की होगी। अंग्रेजी का ज्यादा यूज होने के कारण कितने लोग बेरोजगार है और अंग्रेजी दवाओ का उन्हें क्या पता जिनपर अंग्रेजी नहीं आती। महान पत्रकार है आप
🌄🙏⛳श्री मान जी आप का कार्यक्रम हिन्दी भाषा पर अंधे लोगों को ऐनक का काम करेगा.... मुझे तो संस्कृत और हिंदी पर गर्व होता है..... क्योकि पूरे विश्व में अपने भाषा पर गर्व करते है// तो हम अपनी मात्र भाषा पर क्यों नही गर्व होने चाहिए........
हिंदी को अंग्रेजी तथा उर्दू दोनो भाषाओंसे मुक्त करना है। दमदार व्यक्ती शुद्ध हिंदी बोलते हैं तो सामान्य जन भी बोलते हैं। सारी तथाकथित हिंदी दूरदर्शन वाहिनियां वास्तवमें उर्दू वाहिनियां हैं। उन्हे दमदार बनना होगा।शुद्ध हिंदी दमदार बनाती है। उर्दू ,अंग्रेजी वाहिनियां अलग हैं।स्वतंत्र हैं।हिंदी स्वतंत्र क्यों नहीं?
*अंग्रेजी Apple से शुरू होती है और Zebra जानवर बना कर छोङती है। हिंदी विश्व की एकमात्र भाषा है जो अ - अनपढ़ से शुरू होती है और ज्ञ से ज्ञानी बनाती है।।।*
काहे का मोदी बे वो तो अंग्रेज का सबसे बड़ा गुलाम है। देश का पीएम है चाहे तो एक चुटकी में देश में लागू कर सकता है हिंदी में ही सब काम किया जाए पर ये वो करता नही और मोदी मोदी कर रहे हो हम को गुलामी का पाठ पढ़ा रहा है ये मोदी। हम हिन्दुस्थान में रहते है और हिन्दुस्थान में नोकरी करने के लिए अंग्रेजी आना चाहिए ये कैसा सरकार है ये क्या हम अंग्रेजों के साथ हमारे देश में काम करने वाले है जो अंग्रेजी आना अनिवार्य है ऐसी लोक की वहा वही कर रहे हो। शर्म आना चाहिए भाई। लगता है हिंदी भाषा इतिहास में ही रहा जाएगा आने वाले समय में लोक सिर्फ इतिहास में इस के बारे में जानेंगे लगता है इस सरकार को देख के लगता तो यही है।
भाषा का पतन, राष्ट्र का पतन | अब तो जाग जाओ! भारतीय मध्यम वर्ग और निम्न-मध्यम वर्ग के लिए प्रगति का एक बड़ा तरीका रहा है शिक्षा, खासतौर पर व्यावसायिक शिक्षा (प्रोफ़ेशनल एजुकेशन), और अगर आपने सारी व्यावसायिक शिक्षा-चाहे वो इंजीनियरिंग की हो, चाहे मेडिकल की हो, चाहे अकाउंटेंसी की हो, वकालत की हो-अंग्रेज़ी में कर दी। तो बताइए मुझे कि हिंदी वाले या तेलुगु वाले या बंगाली वाले या मराठी वाले के पास अब क्या कारण बचता है कि वो अपनी मातृभाषा के साथ जुड़े रहें? हाँ, कुछ भावना-केंद्रित कारण बचते हैं। वो कहेगा कि मेरे घर में ये भाषा बोली जाती है, तो मैं उसको बोलता हूँ। भावना के आधार पर जुड़ा रहे तो जुड़ा रहे, आपने भौतिक कारण सारे छीन लिए। आपने कह दिया, "रोटी तू नहीं पाएगा अपनी मातृभाषा में। बात समझ ले सीधी!" ये काम विश्व ने नहीं करा है; ये काम हमारी व्यवस्था ने करा है। दुनिया हमसे नहीं कहने आयी थी कि तुम अपने बच्चों को उनकी मातृभाषा में या राष्ट्रभाषा में या क्षेत्रीय भाषा में भौतिक तरक्की के मौके मत देना। ये खुद हमारी करतूत है, ये हमारे नीति-निर्धारकों के फैसले हैं। चीन हो, जापान हो, तरक्की कर गए वो, बिना अपनी मातृभाषा को लात मारे, और ज़बरदस्त तरक्की कर गए। आज़ादी के बाद से, बहुत कारणों से, भारतीयों में उनके धर्म के प्रति हीनभावना भर दी गयी। जिसके मन में तुम धर्म के प्रति हीनभावना भर दोगे, वो भाषा को भी छोड़ ही देगा। यह मैं कोई बहुत दूर का रिश्ता नहीं बैठा रहा हूँ। यह मैं एक ज़बरदस्ती का संबंध नहीं स्थापित कर रहा हूँ। कृपा करके विचारें और प्रयोग करें। देखें कि ऐसी बात है कि नहीं है। वह सब कुछ जो आपकी 'मूल पहचान' का परिचायक है, आप उसके प्रति अवमानना से भर चुके हैं, आप उसके प्रति हीन-भाव से भर चुके हैं। हमें यह बता दिया गया है कि हमारा सब कुछ ही निकृष्ट है, घटिया है। हमें बता दिया गया है कि भारत का अतीत एक लंबी-काली-अंधेरी रात जैसा है बस, जिसमें रोशनी आयी ही पाश्चात्य सूरज के उदय के बाद है। जो लोग अपनी भाषा की ही इज्ज़त नहीं कर सकते, कहाँ आगे बढ़ेंगे? आध्यात्मिक रूप से नहीं, भौतिक रूप से भी नहीं आगे बढ़ेंगे। भारत को पुनर्जागरण (रेनेसां) चाहिए; हमें सुधार नहीं चाहिए, हमें पुनर्जागरण चाहिए। हमें अपने आप पर यकीन करना सीखना होगा। बड़ा बुरा बदला लिया गया भारत के साथ। भारत चला था दुनिया को अध्यात्म सिखाने, दुनिया ने बड़ा करारा बदला लिया। दुनिया ने भारत को 'अध्यात्म' भुला दिया।
जयपुर में हमारी संख्या क़रीब 10 लाख थी फिर भी हम अनुशासन में थे और फ़िरोज़पुर में “ख़ालिस्तानीओं” की संख्या महज़ 1000 के क़रीब थी और उन्होंने देश के प्रधानमंत्री का अपमान करके उन्हें वापस लौटा दिया , हम अनुशासन में रहते हैं क्यूँकि ये देश हमारे पुरखों का है लेकिन ये बात ये राजनीतिक पार्टियों के समझ नही आती है 🤔
हिंदी दिवस पर आज का ये कार्यक्रम पूरी तरह गर्व करने योग्य था ।। बहुत सी बातें जो हम जानते है पर कह नहीं पाते वो आपने सरल और प्रभावशाली ढंग से आंकड़ो सहित रखकर हिंदी बोलने लिखने पढ़ने को बढ़ावा देने की बात कही ।। बहुत बहुत धन्यवाद ।।
सुधिर Sir शायद आपका यह न्यूज सुनकर हमारे देश के सोये हुए लोगो मे जागरूकता आयेगी।बहुत ही शर्म कि बात है कि हमारे देश में बडे बडे डिग्री हासिल करने वाले कुछ लोगों को हिन्दी लिखना बोलना नहीं आता है।🙏🚩🚩
सुधीर सर में यही तो अलग है जो सभी मीडिया वालों से अलग बनाता है !!!✌️✌️
सही कहा आपने सुधीर सर बहुत अच्छा बोलते है भाई🙏❤️😀🇮🇳
@@trialgamer1233 ha
Haa
Ha
Ha
भाषा भावना है जो हमें एकता के सूत्र में पिरोती है। भाषा हमारी गौरवशाली संस्कृति और परंपराओं की संवाहक है। भाषा हमें अपने समृद्ध अतीत से जोड़ने और सुनहरे भविष्य के सामूहिक लक्ष्य निर्धारित करने का सशक्त माध्यम है।
विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं।
अत्यंत ही शुद्ध विचार।
इसलिए मुझे नीरज चोपड़ा पसंद है मेडल के लिए नहीं उसकी हिंदी भाषा के लिए उसके ज्यादातर इंटरव्यू हिंदी में ही होते हैं🙄🙂
बचपन के हिंदी के पहाड़े आज भी ही याद हैं जो भी पूछो। 40 की उम्र में आज के बच्चे 6 साल से रट रहे टेबल फिर भी उन्हें याद नहीं।
मैं हिंदी भाषा में स्नातक कर रहा हूँ और इस पर मैं बहुत गर्व करता हूँ। मुझे ये बात जानकर बहुत दुख हुआ कि भारत के प्रतिष्ठित जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय में हिंदी के अलावा सभी विदेशी भाषाओं में स्नातक कराया जाता हैं।
😢
देश वो ही आगे बढ़ता है जिसे अपनी भाषा पर गर्व होता है।
❤
सुधीर चौधरी जी आप हिंदी और हिन्दुस्तान के लिए एक सच्चे देश भक्त हैं भगवान आपको स्वस्थ बनाए रखें। जय हिन्द ।
हिंदी हमारा मातूभाषा है अतः हमारे देश के सभी जनता से अनुरोध है कि हिन्दी को प्रमुखता देना चाहिए।मुझे गर्व है कि हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है🙏🌹🙏🌹🙏🚩
Iss desh ka koi ek matra bhasa nehi ho sakta . Samajh ne ki kosis kare , Bohot karan hai 🙏🏻
हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत के संविधान में किसी भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया है
Hindi is not our National language.
All 22 indian regional languages including Hindi also.. Should be National language of India.
@@subham4367 भाई तू ये भी बोल दे इस देश का कोई एक प्रधान मंत्री भी नही हो सेकता। अगर प्रधान मंत्री एक हो सकता तो देश का एक प्रमुख भाषा क्यों नही हो सकता। इस देश का एक ही प्रमुख भाषा है वो है हिंदी। गर्व है हमे हिंदी हमारी देश की मातृभाषा है
@@मातृभाषासंस्कृतिहीहमारीपहचानहै
Aap hindi sikh ke bare huye ho । Agar kisi din desh ki har nagrik hindi likhna aur bolna sikh jaye usi din hindi ko matri bhasa karna thik hoga ।
विश्व हिंदी दिवस की आप सभी को हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं - जय हिंद
विश्व हिंदी दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें।
हिंदी को समर्पित--
*_काव्यात्मक वर्णावली_*
*अ* मर कहानी हिंद धरा की, शब्दों में बतलाता हूँ ।
*आ* कर देखी पृष्ठ भूमि तो, गर्वित हो हर्षाता हूँ ।।
*इ* तराती कलियों से शोभित, उपवन रंग बिरंगे हैं ।
*ई* श्वर की अनुकंपा ऐसी,भू पर माता गंगे हैं।।
*उ* त्तर में गिरिराज श्रंखला, सागर दक्षिण में भारी।
*ऊ* पर से पूरब-पश्चिम तक, छटा निराली है प्यारी ।।
*ऋ* षि - मुनियों की तपो भूमि है,ओम-ओम लगता नारा ।
*ए* क नहीं हैं कई कहानी,कह इतिहास रहा प्यारा ।।
*ऐ* सा -वैसा नहीं गणित को, शून्य खोज दे डाला था।
*ओ* झल दिखते भूमंडल का,भानु नाप ले डाला था।
*औ* रों से उत्तम अस्त्र-शस्त्र, तीर,तेग,बरछी भाला।
*अं* ग-अंग में रक्त खौलता,वीर उगलते हैं ज्वाला ।।
*अः* हा तलक नहिं कोई करता, निर्मल प्रेम भिगोता है।।
*क* था भागवत घर-घर होती, राम भजन नित होता है ।।
*ख* गकुल नित कलरव करता है, मीठा गान सुनाता है।
*ग* जरा बांध यहाँ पर यौवन, हृदय लूट ले जाता है।।
*घ* टा कहीं पर कहीं धूप अति, कहीं बर्फ सा है पाला ।
*ङ* हमेशा मध्य बाद में, कहती हिंदी की शाला ।।
*च* हल-पहल नगरों में रहती, श्रेष्ठ धाम मथुरा, काशी ।
*छ* तरी सा गोवर्धन टांगा, मुरलीधर थे अवनाशी ।।
*ज* गह-जगह पर मंदिर-मस्जिद, जगह-जगह गुरुद्वारे हैं।
*झ* गड़ा दूर क्षितिज में रहता, ऐसे भाई चारे हैं ।।
*ञ* मध्य में हरदम आये,मेरी भी मजबूरी है ।
*ट* कराना सीखा शैलों से, कविता अभी अधूरी है।।
*ठ* हरा हुआ अभी भी पानी, धार तेज दिखलानी है।
*ड* टकर लड़ना युद्ध भूमि में,
कौशल कला पुरानी है।।
*ढ* ककर चुनरी से रखती है, घूंघट से मुखड़ा गोरी।
*ण* मोकार है मंत्र प्रेम का, जैन धर्म बांधे डोरी ।।
*त* जकर अपनी प्रेम कुटी को, ज्ञान बुद्ध ने पाया था।
*थ* के नहीं अनवरत चले थे, बौद्ध धर्म फैलाया था।।
*द* या धर्म की परंपरा है, मानवता के चेरे हैं ।
*ध* नी कर्ण से दानवीर भी, हुए भूप बहुतेरे हैं ।।
*न* दियों का संगम प्यारा है, घाट-घाट होती पूजा।
*प* नघट पर पायल की छम-छम ,रंग चढ़ाती है दूजा ।
*फ* टक सूप की अद्भुत होती, थोथा अन्न उडाती है ।।
*ब* रगद,पीपल देव वृक्ष हैं, जिनकी पवन लुभाती है।।
*भ* रते झोली दीन-दुखी की,देवों में बाबा भोले ।
*म* खमल,नहीं सिंह की छाला, पहन दिगंबर थे डोले।
*य* म को नियम बदलने पड़ते, सावित्री मां के आगे।
*र* क्षा करती पिय प्राणों की, सत्यवान मृत हो जागे ।।
*ल* हराती है विश्व पटल पर,शान तिरंगे की प्यारी ।
*व* र्षा,शीत,बसंत,शरद, ॠतु,हेमंत, ग्रीष्म की फुलवारी ।।
*श* हद सरीखी भाषाओं के, भिन्न-भिन्न कुनबे होते।
*ष* ष्टमुखी बन कार्तिकेय प्रभु, कष्ट गजत के हैं ढोते ।।
*स* रस, सलिल हैं ग्रंथ यहां के,घर-घर पुजती है गीता।
*ह* रण हुआ तो अग्नि परीक्षा, देती है माता सीता।।
*क्ष* त्रप बड़े-बड़े बलशाली, रोचक बड़ी कहानी है ।
*त्र* णभर नहीं प्राण की आशा, एक-एक बलदानी है।।
*ज्ञा* न सिंधु है भारत अपना, ज्ञानपीठ नालंदा था ।
*श्र* द्धा प्रेम देश हित भारी,भगत चूमता फंदा था।।
_(नोट-हिंदी वर्णमाला के कुछ स्वर एवं व्यंजन ऐसे हैं जिनसे शब्द का प्रारंभ होना दुर्लभ होता है उन वर्णों को अन्य वर्णों की सहायता से शब्द का रूप देकर वर्णावली में पिरोने का प्रयास किया है)_
*_रचयिता- रवि पाल "खामोश"-इटावा (उत्तर- प्रदेश)_*
बहुत सुंदर
हिंदी वर्णमाला का बहुत सुंदर विश्लेषण प्रस्तुत किया है धन्यवाद
इग्लिश अग्रेजों कि देन है लेकिन अग्रेज़ों को हम सब कब का भगा चुके हैं फिर हमें अग्रेजी को भी बहुत जल्द भगाना है।🙏🚩
Aur Hindi mughalo ka thuka hua language hai mughalo khatam ho gaya hai to unka language kyu
लाखो बच्चे इंग्लिश में पढ़कर 90% मार्क लेते हैं पर क्या उनको विषय की समझ हैं ? आर्यभट कोई नहीं बना। राजनीति भी 2014 के बाद समझ अा रही हैं क्यों कि नेता हिंदी बोल रहे हैं
Ya bhut acchi baat kahi
मैं आप से सहमत हूं। बालक की प्रारंभिक शिक्षण की उसकी मातृभाषा में ही होनी चाहिए।
UPSC तो अंग्रेज लोक सेवा आयोग बन गया है जो रोजगार का एक माध्यम है।
क्या हिंदी के उत्थान का दायित्व सिर्फ गांव और आम आदमी ने ले रखा है
बिलकुल ठीक कहा भाई इस देश की सरकार जब ऐसी हो तो देश का क्या होगा। आजदी का ढोंग लगाना बंद कर दो देश अभी आजादी पाई नही है। जब लोक देश में कही भी गर्व से हिंदी बोल पायेंगे तभी जा कर देश आजाद होगा
हिंदी बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए
*हम अनपढ़ नहीं है साहब.... मुझे हिंदी में लिखना उतना ही अच्छा लगता है जितना मां के हाथ का खाना..... विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🌿🌿* 🌹10 जनवरी🌹
🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌💖💖👍
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सभी देशवासियों को 🙏🙏
हम हिंदी है और हमारा हिंदुस्तान है
India is not yours. ! Hindi native people can form their own country if they want Hindi as their national language. Don't bring Hindi to other regions.
धन्यवाद हिंदी के बारे में बताने के लिए हिंदी दिवस की सभी देश वासियों को शुभ कामनाएं आज से सभी देश वासियों स्पथ ले लो कि आज से हम हिंदी बोले गे
हमें गर्व है हमारी हिंदी भाषा पर♥️🚩🇮🇳🌈👍
हिंदी को जो एक बार जान समझ लेता है !ओ फिर इसे छोड़ नही पता!! 🌹💕
हिंदी हमारी मातृभाषा है और हमें इस पर गर्व है
हिंदी हमारी मातृभाषा है और हमारी मां की तरह है हमें हिंदी भाषा का आदर करना चाहिए और हमें गर्व होना चाहिए कि हम हिंदी बोलते हैं
आज का डीएनए बेहद रोचक था, बहुत अच्छा लगा, शुक्रिया सुधीर भाई
सुधीर जी सबसे पहले आपका और आपके चैनल का बहुत धन्यवाद काफी दिनों के बाद इस विषय को पहली बार उठाया है |
ये इतना ही जरूरी है जितना सांस लेना
हिंदी ही पूरे देश को एक सूत्र में पिरो सकती है।
राष्ट्र पितामह स्वामी दयानन्द सरस्वती
कैसी हिन्दी यहाँ upsc में भी अँग्रेजी को प्राथमिकता दी जाती है यहाँ हिन्दी मिडियम वाले बच्चे परेशान रहते है की 1st रैंक आ जाए या टॉप 10 मे कम से कम आ जाए 😔😔😞😞
अति सुन्दर रचना आपको कोटि कोटि प्रणाम करता हूं सुधीर सर 🙏 जय हिन्द
Sudhir ji english nhi jante isliy hindi ko promot kar rhe 😀😀
@@stmtyper kisi gore ka to .......?
जान कर मन प्रफुल्लित हुआ, की अभी भी लोग हैं जो हिन्दी को जीवित रखना चाहते हैं।।
सुधीर चौधरी जी आपका विशेष आभार
सुधीर चौधरी दुनिया की सबसे अच्छी मीडिया कर्मी है आप ने यह सिद्ध कर दिया कि आप से बढ़कर मीडिया कर्मी कोई नही है मेरा नाम डूमेन्द्र लोधी है
आज अगर राजीव दीक्षित जी जिंदा होते तो इस अंग्रेजी को भगा चुके होते। नमन है उस महान देश भक्त राजीव दीक्षित जी को देश के लिए अकेले निकल पड़े थे। राजीव दीक्षित अमर रहे अमर रहे
हम हमेशा हिंदी ही बोलेगें यह प्रतिज्ञा करते है। जय हिंदी दिवस।।। हिंदी दिवस की सभी देशवासियो को हार्दिक शुभकामनाएँ।।।
सबसे पहले तो हमे अपने काम करने के लिए अंग्रेजी की अनिवार्यता को हटाना चाहिए..
वैसे आप के इस तरह के analysis से उम्मीद जाग जाती है की ये एक दिन होगा।
हिन्दी बोलता हूं और हमेशा बोलता ही रहूंगा
अगर आप के जैसे सोच अगर हमारी देश की सभी न्यूज चैनल रखे तो जल्दी हम इस अंग्रेजियत की गुलामी से आजाद हो जाए। इस देश की मातृभाषा संस्कृति को आप न्यूज चैनल ही बचा सकते है इस तरह हिंदी में ही सब न्यूज दिखाना हमे हिंदी को विश्व के सबसे उपर ले जाना है। मातृभाषा संस्कृती ही हमारी पहचान है इस डूबना मत। जब ये विलुप्त हो गया समझ लेना भारत विलुप्त हो गया
Modiji is a leader with difference 🙏🙏🙏🙏🙏he taught me to love Hindu, Hindi and Hindustan
आप इसे अंग्रेजी में कह रहे हैं
Jai Modi Ji
@@garvbehl9732 😀
@@garvbehl9732 Sir darasal baat ye he ki pura world system hi jab English me chal rha he to for society me officially kisi aur language ka prayog karne ka sense nhi nikalta....
Vedic civilization ki baat alag thi
First hindi PM
हिंदी तो राष्ट्र भाषा हे । हर राज्य में हिंदी चलता हे ।
Hindi is not National language.. only language
आप सभी हिन्दूशतानियो को हिन्दी दिवस पर बहुत बहुत शुभकामनाएं एवं बधाई🙏💐💐
नेताओ और विद्वानों ने ही हिंदी को अपाहीज बनाया है... 🙏
हिंदी हमारी माँ है माँ को छोड़ना नही चाहिए
सही कहा जी आपने 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🇮🇳🇮🇳
Tumhari maa parsi thi kya kyuki Hindi pasri bhasa ka word hai
Hindi humara bhasa nahi hai
@@ashis445Bakwas band kar hindi teri matra basha nahi hogi ,hmari he
Kaha se itna adbhut gyan lekar aate ho, hindi was influenced by Persian ,it is one of the prakit languages ,descended from sanskrit.
Fir toh hame harappan civilisation bhi pakistan ka hoga
Me Hindu hu,
Hindi Bolta hu
Jay hind...
Hindi hamari rashtrabhasha Sudhir Chaudhary ji ke yes news ke liye thanks 👌👌👌🇮🇳🇮🇳🇮🇳
jis desh ke customer care service wale ....apni caller tune me kahe ki English k liye 1 dabaye ....or Hindi k liye 2 dabaye ... 🙁us desh k hindi divas ki bahot bohot shubh kamna🙏🏻🙏🏻
बहुत अच्छा लगा कि आप हिन्दी का ख्याल रखते है l
हिंदी भाषा के लिए इससे अच्छा विश्लेषण कभी नहीं सुना था।
वाह!
ये फिल्म स्टार वाले दाना तो हिंदी का खाते है लेकिन गाना अंग्रेजी का गाते है।
और यही स्टार को देख देख कर आज की युवा पीड़ी इनके पीछे चलकर अपनी मातृभाषा को भूलने की कगार पर आ गए है।
मैं तो हमेशा से हिंदी बोलता हूं क्यों की अंग्रेजी पे उतना ध्यान ही नही दिए,😂😂😂😂😂😂😂 और आगे भी ध्यान नही देंगे
👍🙌आप तो हमारे जैसे हैं 😂😂
दुनिया का कोई भी भाषा या अक्षर हो फिर भी हिन्दी के ही अक्षरों से ही पढ़ीं जाती है मानो या ना मानो । एक बार सोच के देखो क्या पढ़ते हो और क्या सुनते हो ( जय हिन्दी , भारत माता की जय 🙏🙏🇮🇳🇮🇳) डंके के चोट पर कह रहा हूं 💪💪 💪💪💪 देव
हिंदी विश्व की सबसे बढ़िया भाषा है
एक बार मेरे पास फीजी में भारत के उच्चायुक्त ने कॉल किया कि उसने सुना है कि एक समय मैं हिंदी में पत्रिका निकालती थी और उसने मुझसे कहा कि मैं समय निकाल कर भारतीय उच्चायोग आकर कुछ टाइपिंग में सहयोग दूँ। जब मैंने कहा कि आजकल समय नहीं है तो उसने मुझसे मेरे काम के बारे में पूछा। जब मैंने कहा कि मैं जनरल मैनेजर ह्यूमन रिसोर्स हूँ तो वह न ही सिर्फ विनम्र हो गया बल्कि अंग्रेजी में बोलने लगा। यह तो भारत के प्रतिनिधियों का हाल है।
यही बात आपकी अलग लगती है ❣️
❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽 Sudhir ji meri matrubhasha telgu hai meri likhai padahai Hindi mey Hui hai aur mujhey jaha log Hindi mey baat kartey hai toh merey Dil bhi Hindi mey hii baat karta hai I love Hindi. ❤️❤️❤️ 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
हमे गर्व है कि हम भारत में जन्मे है, हिन्दी भाषा हमारी मात्री भाषा है,जाे हमारे लिए अम्रित के समान है, हिन्दी भाषा हमारी माँ की अम्रित वाणी हैं
काश यह हो सकता,यह 1947 मै हो जाता तो बहुत तो बहुत अच्छा होता, पंडित तो हिन्दु था ही नही, तो वह हिन्दी मे भाषण क्यु देता, यह भारत का दुर्भाग्य है कि भारत मे ही हिन्दी की कोई सम्मान नही है
सरकारी कामकाज और कानून की भाषा सरल और समझ आने वाली हिंदी बनाई जाये और यह कार्य आम नागरिक का नहीं सरकार का है।
Haa
हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान तभी बनेगा देश महान। हिन्दी हमारी पहचान है हिन्दुस्तान की शान हैं। सब काम काज हिन्दी में भी होना चाहिए तभी देश की तलक्की होगी। अंग्रेजी का ज्यादा यूज होने के कारण कितने लोग बेरोजगार है और अंग्रेजी दवाओ का उन्हें क्या पता जिनपर अंग्रेजी नहीं आती। महान पत्रकार है आप
अंग्रेज चले गए पर हम अंग्रेजी के गुलाम बन गए,, यह सच्चाई है
मुझे गर्व है कि मैं एक हिन्दुस्तानी हुं और मुझे हिन्दी लिखना पढ़ना और बोलना आता है।जय हिंद।
मातृभाषा हिंदी की जय हो
When people start getting good job by learning Hindi solely like English... Hindi will be loved again...
@Risky Mahi Unfortunately my friend you missed my point...
@Risky Mahi correct
@Risky Mahi correct
@@DeepakKumar-qx3eo हिन्दी में भी बोल सकते हो या आती नहीं
@@realvigyapandey 😂😂👍👍
सुधीर जी ने अति उत्तम,अति सुन्दर, अति,आवश्यक,अति दुर्लभ अति महत्त्वपूर्ण जानकारी दी है। इतनी अच्छी जानकारी बताने के लिए आपका धन्यवाद व आभार
हिंदी हमारी मातृभाषा है हमे इस पर गर्व है
हिंदी है हम वतन है हिंदुस्ता हमारा सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता ..........♥️🌹🌹🌹♥️
🌄🙏⛳श्री मान जी आप का कार्यक्रम हिन्दी भाषा पर अंधे लोगों को ऐनक का काम करेगा.... मुझे तो संस्कृत और हिंदी पर गर्व होता है..... क्योकि पूरे विश्व में अपने भाषा पर गर्व करते है// तो हम अपनी मात्र भाषा पर क्यों नही गर्व होने चाहिए........
हिन्दी हमारी मात्र भाषा है । थी और रहेगी ।
अब जब से भारतीय लोगो में राष्ट्रवाद की भावना जागृत हुई है, लोगो में हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं को बोलने के प्रति झिझक कम हो गयी है।
भारत में ऐसा कानून अतिशीघ्र बनना जरूरी है कि हिंदू धर्म छोड़ चुके लोगों को हिंदू नाम छोड़ना होगा
मोदी जी आप चुनौतियों से निपटो !!!!
चमचों से हम निपट लेंगे !!✌️✌️
साउथ इंडिया में तो हिंदी का विरोध होता है अगर कोई हिंदी बोलता तो उसको गाली भी दिया जाता है
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं जी 🙏
सुधीर सर हम तो हिंदी ही बोलते हैं हमको इंग्लिश आती नहीं मुझे हिंदी अच्छा लगता मेरा मां है मेरे देश का भाषा है
हिंदी को अंग्रेजी तथा उर्दू दोनो भाषाओंसे मुक्त करना है।
दमदार व्यक्ती शुद्ध हिंदी बोलते हैं तो सामान्य जन भी बोलते हैं।
सारी तथाकथित हिंदी दूरदर्शन वाहिनियां वास्तवमें उर्दू वाहिनियां हैं।
उन्हे दमदार बनना होगा।शुद्ध हिंदी दमदार बनाती है।
उर्दू ,अंग्रेजी वाहिनियां अलग हैं।स्वतंत्र हैं।हिंदी स्वतंत्र क्यों नहीं?
शरीर से देखने में भारतीय आत्मा सब की अंग्रेज हैं
भाषण तो ठीक है सुधीर जी,लेकिन zee news क्यों, zee समाचार क्यों नहीं।
*अंग्रेजी Apple से शुरू होती है और Zebra जानवर बना कर छोङती है। हिंदी विश्व की एकमात्र भाषा है जो अ - अनपढ़ से शुरू होती है और ज्ञ से ज्ञानी बनाती है।।।*
Hii so beautiful !!!✌️
Absolutely
Hindi he hum.. Vatan he Hindustan hamara..... 🇮🇳 🇮🇳 🇮🇳
हिंदू है हिंदी है हिंदुस्तान हमारा देश
Neeraj चोपड़ा को नमन है दिल से
भारत की आत्मा है, हिंदी हिंदुस्तान की शान है हिंदी ।।
सुधीर जी इतना दिमाग कहा से लाते हो आपको तो मोदी जी के साथ रहना चाहिए🙏
काहे का मोदी बे वो तो अंग्रेज का सबसे बड़ा गुलाम है। देश का पीएम है चाहे तो एक चुटकी में देश में लागू कर सकता है हिंदी में ही सब काम किया जाए पर ये वो करता नही और मोदी मोदी कर रहे हो हम को गुलामी का पाठ पढ़ा रहा है ये मोदी। हम हिन्दुस्थान में रहते है और हिन्दुस्थान में नोकरी करने के लिए अंग्रेजी आना चाहिए ये कैसा सरकार है ये क्या हम अंग्रेजों के साथ हमारे देश में काम करने वाले है जो अंग्रेजी आना अनिवार्य है ऐसी लोक की वहा वही कर रहे हो। शर्म आना चाहिए भाई। लगता है हिंदी भाषा इतिहास में ही रहा जाएगा आने वाले समय में लोक सिर्फ इतिहास में इस के बारे में जानेंगे लगता है इस सरकार को देख के लगता तो यही है।
हिन्दी हमारी मातृभाषा है हमें इस पर गर्व है हमारा साहित्य हिन्दी भाषा में ही लिखा गया है
हिंदी ही विश्व की श्रेष्ठ भाषा है।
हिंदी.. बहुत ही खुबसूरत, प्रभावशाली और प्राचीन भाषा है। और हिंदी भाषी होने के लिए मुझे सुकून भी है और फ़क्र भी।
जय हिन्दू जय हिन्दी जय हिंद
बहुत ही अच्छी जानकारी सुधीर जी 👍👍👍🇮🇳🇮🇳⛳⛳🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सर आप ने फिर जस्टिस रंजन गोगोई जी का इंटरव्यू इंग्लिश भाषा में क्यों लिया? जिसमे आप ज्यादातर इंग्लिश में उनसे सवाल पूछ रहे थे।
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 इस खबर के लिए
Don't write in English, today
क्या आप भी अंग्रेजी वाले हैं।
हिंदी के लिए दो दlबlने वाले सभी देशवाशियों को हार्दिक शुभकामनायेl🙏
हिन्दी वालो को हीन समझने की जरूरत नही रहेगी यदि वे अंग्रेजी भी अच्छी तरह बोल सकें जब जरूरत हो.
भाषा का पतन, राष्ट्र का पतन | अब तो जाग जाओ!
भारतीय मध्यम वर्ग और निम्न-मध्यम वर्ग के लिए प्रगति का एक बड़ा तरीका रहा है शिक्षा, खासतौर पर व्यावसायिक शिक्षा (प्रोफ़ेशनल एजुकेशन), और अगर आपने सारी व्यावसायिक शिक्षा-चाहे वो इंजीनियरिंग की हो, चाहे मेडिकल की हो, चाहे अकाउंटेंसी की हो, वकालत की हो-अंग्रेज़ी में कर दी।
तो बताइए मुझे कि हिंदी वाले या तेलुगु वाले या बंगाली वाले या मराठी वाले के पास अब क्या कारण बचता है कि वो अपनी मातृभाषा के साथ जुड़े रहें? हाँ, कुछ भावना-केंद्रित कारण बचते हैं। वो कहेगा कि मेरे घर में ये भाषा बोली जाती है, तो मैं उसको बोलता हूँ।
भावना के आधार पर जुड़ा रहे तो जुड़ा रहे, आपने भौतिक कारण सारे छीन लिए। आपने कह दिया, "रोटी तू नहीं पाएगा अपनी मातृभाषा में। बात समझ ले सीधी!"
ये काम विश्व ने नहीं करा है; ये काम हमारी व्यवस्था ने करा है। दुनिया हमसे नहीं कहने आयी थी कि तुम अपने बच्चों को उनकी मातृभाषा में या राष्ट्रभाषा में या क्षेत्रीय भाषा में भौतिक तरक्की के मौके मत देना। ये खुद हमारी करतूत है, ये हमारे नीति-निर्धारकों के फैसले हैं।
चीन हो, जापान हो, तरक्की कर गए वो, बिना अपनी मातृभाषा को लात मारे, और ज़बरदस्त तरक्की कर गए।
आज़ादी के बाद से, बहुत कारणों से, भारतीयों में उनके धर्म के प्रति हीनभावना भर दी गयी। जिसके मन में तुम धर्म के प्रति हीनभावना भर दोगे, वो भाषा को भी छोड़ ही देगा।
यह मैं कोई बहुत दूर का रिश्ता नहीं बैठा रहा हूँ। यह मैं एक ज़बरदस्ती का संबंध नहीं स्थापित कर रहा हूँ। कृपा करके विचारें और प्रयोग करें। देखें कि ऐसी बात है कि नहीं है।
वह सब कुछ जो आपकी 'मूल पहचान' का परिचायक है, आप उसके प्रति अवमानना से भर चुके हैं, आप उसके प्रति हीन-भाव से भर चुके हैं। हमें यह बता दिया गया है कि हमारा सब कुछ ही निकृष्ट है, घटिया है।
हमें बता दिया गया है कि भारत का अतीत एक लंबी-काली-अंधेरी रात जैसा है बस, जिसमें रोशनी आयी ही पाश्चात्य सूरज के उदय के बाद है।
जो लोग अपनी भाषा की ही इज्ज़त नहीं कर सकते, कहाँ आगे बढ़ेंगे?
आध्यात्मिक रूप से नहीं, भौतिक रूप से भी नहीं आगे बढ़ेंगे।
भारत को पुनर्जागरण (रेनेसां) चाहिए; हमें सुधार नहीं चाहिए, हमें पुनर्जागरण चाहिए। हमें अपने आप पर यकीन करना सीखना होगा।
बड़ा बुरा बदला लिया गया भारत के साथ। भारत चला था दुनिया को अध्यात्म सिखाने, दुनिया ने बड़ा करारा बदला लिया। दुनिया ने भारत को 'अध्यात्म' भुला दिया।
HINDI HAI HUM, HINDI HAI HUM HINDUSTAN HAMARA HAMARA .
SARE JAHAN SE ACCHA HINDUSTAN HAMARA .
Very nice video bhai jabardasth good job bhai jabardasth good job bhai 👍👍👍👍👍
जयपुर में हमारी संख्या क़रीब 10 लाख थी फिर भी हम अनुशासन में थे और फ़िरोज़पुर में “ख़ालिस्तानीओं” की संख्या महज़ 1000 के क़रीब थी और उन्होंने देश के प्रधानमंत्री का अपमान करके उन्हें वापस लौटा दिया ,
हम अनुशासन में रहते हैं क्यूँकि ये देश हमारे पुरखों का है लेकिन ये बात ये राजनीतिक पार्टियों के समझ नही आती है 🤔
Hindi ko international Bhasa banaya Jaye🚩🚩🚩🙏
🎯🎯🎯🚩🚩 हो सकता है भाई
अगर हम लोग हिंदी बोलने में शर्म न करे तो।
और ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें।
जब तक आप किसी भाषा को रोजगार के साथ नहीं जोड़ेंगे, तो वो भाषा कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है
हां, भाई कुछ सही कह रहे हो।
थैंक्यू भाई आपने वह जागृत करने के
हिन्द , हिंदुस्तानी , हिन्दी की जय हो
Sir aap ke program ka naam bhi to DNA hai Jo english mai hai
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Please change the name Sir
Neeraj chopra ❤️❤️ u sir