रोजी-रोटी से जुड़ा धर्म? जमकर बरसे ये सन्यासी... खोल दी पोल BY Swami Sampurnanand Saraswati Ji

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 22 гру 2024

КОМЕНТАРІ •

  • @kalaahlawat743
    @kalaahlawat743 8 місяців тому +3

    सभी आर्यो को सादर नमस्ते 🙏🙏

  • @omvirarya5164
    @omvirarya5164 8 місяців тому +7

    दुनिया के अंदर जिंदा रहेंगे वे लोग जिनका धर्म जिंदा है और धर्म उनका जिंदा है जिनका धर्म, धर्म पर उठे हुए सवालों का जवाब देता है।

  • @rajubawa4372
    @rajubawa4372 8 місяців тому +3

    ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त

  • @harishgupta3892
    @harishgupta3892 8 місяців тому +6

    आर्य समाज अमर रहेगा।🙏🙏

  • @chandrabhushandwivedi546
    @chandrabhushandwivedi546 8 місяців тому +5

    कृण्वन्तो विश्वमार्यम। आर्यावर्त का पुनरूत्थान हो।सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का उदय हो।वैदिक ज्ञान विज्ञान का पादुर्भाव हो। वन्देभारतमातरम।

  • @ramprasadarya8678
    @ramprasadarya8678 7 місяців тому

    नमस्ते स्वामी जी 🙏🙏

  • @parsottambhairangapariya9156
    @parsottambhairangapariya9156 8 місяців тому

    Jay bhagavaan pir hargovandas Bapu, jay ma meladi

  • @kalaahlawat743
    @kalaahlawat743 8 місяців тому

    ओम का झण्डा ऊंचा रहे 🚩

  • @omvirarya5164
    @omvirarya5164 8 місяців тому +4

    सादर नमस्ते आचार्य जी। आप छोटी ही विडियो लेकिन बराबर डालिए । बहुत ही शिक्षा प्रद और ज्ञान वर्धक होती है आपकी विडियो धन्यवाद

  • @kalaahlawat743
    @kalaahlawat743 8 місяців тому +2

    वेद की ज्योति जलती रहे ।

  • @sarvandhull3114
    @sarvandhull3114 8 місяців тому +1

    नमस्ते जी🙏 कैथल हरियाणा

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv 8 місяців тому +3

    बाल्मीकि रामायण रचना सत्य सनातन अनुपम घटना।। सिया राम पद पथ अनुसरिये संध्या हवन कर्म शुभ करिये।। वेद पढ़े बिन विप्र कहावै ्सपरिवार नरक में जावै।। सत्य कथा जो समझ ना पाऐ हंस नहीं वे काग कहाये।। जय श्री राम।। जय सत्य सनातन संस्कृति।।

  • @KrishnaThakur-po6qb
    @KrishnaThakur-po6qb 8 місяців тому +2

    आज कल देश की जो स्थिति है खण्डन मंडन नहीं करना चाहिए। आज राम के नाम पर अगर हिन्दू एकजुट हो रहा है तो क्या बुरा है

  • @chandrabhushandwivedi546
    @chandrabhushandwivedi546 8 місяців тому +13

    बड़ा दुर्भाग्य है कि वैदिक आर्य धर्म के धर्माचार्य, मठाधीश , साधु-संत लोगों के रहते हुए वेदविरुद्ध मूर्ति पूजा की परम्परा कैसे चल पड़ी और स्थायी बन गई। आपका कथन सत्य है कि मूर्ति पूजा आज पंडित पुरोहितों का धन्धा बन गया है, जिसे मिटाना कठिन हो गया है।वन्देभारतमातरम।

    • @satyapalyadav9537
      @satyapalyadav9537 8 місяців тому

      तो भैया दयानंद सरस्वती की फोटो क्यों लगाते हैं जो फोटो ही नहींलगानी तो इनको अलग ज्ञान है भा आर्य समाज में देश समाज कानाश किया है

    • @freefireroorkee
      @freefireroorkee 8 місяців тому

      Arya namaj

    • @freefireroorkee
      @freefireroorkee 8 місяців тому

      😂😂😂😂😂😂 bache hai bichare

    • @umashanker8
      @umashanker8 8 місяців тому +1

      ​@@satyapalyadav9537murkh malum hote ho arya samaj ne desh aur hindu dharm ko bachaya hai

    • @sarvandhull3114
      @sarvandhull3114 8 місяців тому

      ​@@satyapalyadav9537जी फोटो तो हम अपने घर में अपने दादा व पिता की भी लगाते हैं

  • @binduarya4731
    @binduarya4731 8 місяців тому

    अति उत्तम व्याख्यान

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb 8 місяців тому +1

    🎉 ओउम नाम परमात्मा का नहीं है। ओम नाम तीन गुणों से बना है। अकार उकार मकार सतोगुण रजोगुण तमोगुण। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद तिरगुणा तीत है।🎉🎉 प्रणाम जी

  • @ramchandrayadav5378
    @ramchandrayadav5378 8 місяців тому

    Swamiji, you exposed the so called Arya Samajis in a very nice manner. I salute you.

  • @baburam-qy3hf
    @baburam-qy3hf 8 місяців тому +1

    धर्म प्रचार से केवल और केवल अधर्मी को समस्या होती है। स्वामी जी के धर्म प्रचार के विरूद्ध टिप्पणी करने वाले कहीं अधर्मी तो नहीं ? स्वामी जी ने धर्म (किसी के कर्तव्यों) का खण्डन तो नहीं किया फिर स्वामी जी के विरोध में टिप्पणी करने वाले अधर्मी की संज्ञा से कैसे बचेंगे???

  • @PoonamGarg-xs9wv
    @PoonamGarg-xs9wv 8 місяців тому

    🎉🙏🙏

  • @rohitsihag2829
    @rohitsihag2829 8 місяців тому +2

    badiya ji

  • @kanubhaigajjar9839
    @kanubhaigajjar9839 8 місяців тому +1

    Suraj apna km kare

  • @khushirajput7482
    @khushirajput7482 2 місяці тому

    Jalore ke peer shantinathjee se bada koi sant nahi huaa or vo bhi murti puja karte the
    Aarya samaj mulo se juda huaa he yeh panth gay ko mata manta

  • @amarchand7259
    @amarchand7259 8 місяців тому +1

    Baqbas ore baqkbas or kuch nahin

    • @baburam-qy3hf
      @baburam-qy3hf 8 місяців тому

      इसका अर्थ तुम्हारी माता भी नहीं और पिता भी नहीं अर्थात् आपके अलावा इस विश्व में कुछ नहीं। तो तुम हि एक पदार्थ हो जिससे सारा संसार वना है, समझाओ मित्र कहना क्या चाहते हो?

  • @satyasanatan5100
    @satyasanatan5100 8 місяців тому

    TRUE HINDUS ARE IDOLATORS. THOSE WHO THINK THAT IDOL WORSHIP IS FALSEHOOD. THEY ARE NOT TRUE HINDUS....

  • @satyapalyadav9537
    @satyapalyadav9537 8 місяців тому +1

    कोई भी आर्य समाज मेरे सामने अगर 5 मिनट पड़ जाए तो मैं गारंटी के साथ कहता हू महेश सिद्धांत की फोटो क्यों लगाते अगर मूर्ति पूजा सही नहीं है तो उसका फोटो भी लगाना चाहिए किसी का भी नहीं लगना चाहिए

    • @baburam-qy3hf
      @baburam-qy3hf 8 місяців тому +2

      फोटो लगाना बुरा नहीं, फोटो को खीर खिलाई जाती है यह बुरा है। खण्डन का अर्थ समझिए, अनर्गल प्रलाप करने कुछ हासिल नहीं होगा।

    • @yogendranathshukla3841
      @yogendranathshukla3841 8 місяців тому

      इतिहास अगर पड़ते तो शायद ऐसी बात नही करते ४० पंडितो को एक साथ हराया था स्वामी जी जो आज घर वापसी हो रही हैं वह स्वामी जी की डेन है

    • @umashanker8
      @umashanker8 8 місяців тому

      Theek bat yahi hai murti lagane me dosh nahi par murti kee Puja theek nahi hai

  • @amarchand7259
    @amarchand7259 8 місяців тому +1

    Ye vaidik prachar naam pr sanatan dharma ko galat thehrana hai sanatan birodhi h aarya samaj pracharak hinki sabha ka boycott karein

    • @baburam-qy3hf
      @baburam-qy3hf 8 місяців тому

      अंधे को सब अंधे दिखते हैं। आपके साथ यह कहावत बिल्कुल सही है।

  • @rameshverma4461
    @rameshverma4461 8 місяців тому +2

    तुम्हारा धर्म कोई धर्म नहीं है वो तो पैगम्बर दयानंद के द्वारा स्थापित नव वैदिक कल्ट है, तुम्हारा नव वैदिक ईश्वर एक नल्ला ईश्वर है जो कुछ नहीं करता बस निठल्ला बैठा रहता है

    • @HaridevSharma-rc1jv
      @HaridevSharma-rc1jv 8 місяців тому +3

      महर्षि दयानंद जी ने कोई नया धर्म नहीं बनाया धर्म तो एक ही है सत्य सनातन जो आदि सृष्टि से चलता आया है उसमें संशोधन किया है सत्य का समर्थन और असत्य का खण्डन किया है मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र और योगेश्वर श्रीकृष्ण भगवान् हमारे आदर्श है महापुरुषों मे सबका साझा होता है। सिया राम पद पथ अनुसरिये संध्या हवन कर्म शुभ करिये।। सत्य कथा जो समझ ना पाऐ हंस नहीं वे काग कहाये।। लौमश ऋण के वचन ना मानै काकभुशुण्डि भये सब जानै।। वेद पढ़े बिन विप्र कहावै ्सपरिवार नरक में जावै।। जय श्री राम।। ओउम्।।

    • @rameshverma4461
      @rameshverma4461 8 місяців тому

      @@HaridevSharma-rc1jv धर्म में किये गए संशोधन और सुधार के बाद धर्म धर्म नहीं रहता एक नया पंथ बन जाता है फिर वो सनातन भी नहीं रहता सनातन का एक अर्थ है जो हमेसा से ऐसा ही है फिर वो धर्म वैसा ही नहीं रहता | क्या वाल्मीकि रामायण में कागभुसुंडि का नाम है ? वेद न पढ़ने से कोई नरक कैसे जायेगा दयानंद का कहना था की स्वर्ग नरक कुछ नहीं होता और उनके अनुयाई नरक के नाम पर लोगो को मुर्ख बना रहे है ये भी कमाल ही है लोग वेद की बात करते है और दिखाते चतुर्वेद को है इसको पाखंड कहते है क्योंकि वेद एक है चार नहीं और राम और कृष्ण को दयानंद के अनुयायियों का महापुरुष मानना वैसा ही है जैसे मुस्लिमों का ईसाइयो के ईशा मसीह को एक संदेशवाहक मानना

    • @baburam-qy3hf
      @baburam-qy3hf 8 місяців тому

      आपकी तरह अप्रमाणिक कथन कहने वालों को हि मूर्ख कहते हैं फिर आपको हम क्या समझें?

    • @umashanker8
      @umashanker8 8 місяців тому

      ​​@@rameshverma4461 murkh lagte ho ya fir purvagrah se girsit ho

    • @nksharma4514
      @nksharma4514 7 місяців тому

      मित्र येआर्यसमाजी भी हमारे सनातन के पाखंड व अति अंधविश्वासों के कारण ही उत्पन्न हुए,आदि शंकराचार्य जी को अद्वैत को स्वीकार करने के बाद भी संशोधन करना पड़ा, उन्होंने तो सनातन को बांधा ----वैष्णवाचार्य तो चार(व अधिक) सम्प्रदायों में बंट गये व दर्शन की एक रूपता का अभाव है----मित्र कमी हमारे सनातन में बहुत हो गई हैं और इन कमियों से ही हममें से ही , गुरू नानक देव जी, कबीर जी,जैन, बौद्ध,शैव मे भी पाशुपति,कालमुख, कापालिक व लिंगायत(इसमें भी शाखाएं)-----कुछ सुधार तो जरूरी है ज्ञान व धर्म पर कथावाचक,पुजारी, धर्माचार्य, पंडित व अंधविश्वास ये इतने हावी हो चुके जितनी कि किसी पेड़ फर अम्बरबेल 🕉️🚩🌹🇮🇳🙏 क्षमा सहित