शाकाहारी सम्मेलन आध्यात्मिक सत्संग शाकाहारी सदाचारी रहने के लिए आखिर क्यों...
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- Опубліковано 15 жов 2024
- जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव
🙏परम पूज्य संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी परम पूज्य संत बाबा उमाकांत जी महाराज जी का सत्संगी प्रेमी भाई - बहिनों के लिए नवीनतम आदेश👈
*🙏सभी सत्संगी प्रेमीजन कृपया ध्यान दें -*
👉" सभी प्रेमीजन 24 घंटे में कम से कम 1 घंटे सुबह के समय में एवं कम से कम 1 घंटे रात्रि के समय में अवश्य साधना करें। इससे अधिक साधना करने वालों के लिए कोई समय-सीमा नही है। इसके साथ ही कम से कम 1 घंटे जयगुरुदेव नाम ध्वनि दिन में एक साथ या सुबह - शाम 30-30 मिनट मिलाकर यथासंभव दिन में अवश्य करें। 🙏 सभी प्रेमीजन स्वयं भी साधन-भजन व जयगुरुदेव नाम ध्वनि करें एवं अन्य प्रेमियों को भी साधना व जयगुरुदेव नाम ध्वनि के लिए अवश्य प्रेरित करेें। "👈
*🙏परम पूज्य महाराज जी ने कहा है कि -
*👉" अब यह *परिवर्तनकारी समय चल रहा है। ऐसे-ऐसे परिवर्तन होने वाले है, और रहस्य खुलने वाले है, जो किसी के दिलों-दिमाग में नही है। अब ऐसा समय आ गया है कि सब को एक मिनट में परमात्मा याद आ जाएगा, नहीं तो बाद में सिर धुन-धुनकर पछताना पड़ेगा।👈
🙏 प्रेमियों ! आज का साधन-भजन व जयगुरुदेव नाम ध्वनि किया ?
यदि नहीं किया तो अवश्य कीजिये नागा ना होने पाएं।
परम पूज्य महाराज जी का आदेश है कि जयगुरुदेव नाम की अखंड नाम-ध्वनि प्रेमियों बराबर चलती रहनी चाहिए। महाराज जी ने आगे कहा कि जब तक मालिक के नाम का एवं शाकाहार-सदाचार का यह प्रचार-प्रसार चल रहा है, और ये सत्संग चल रहा है, तब तक प्राकृतिक प्रकोप रुके हुए है और जिस दिन सत्संग और प्रचार-प्रसार बन्द हुआ तो समझों ये दैवीय प्रकोप प्राकृतिक आपदाएँ शुरू हो जाएगी। सभी सत्संगी भाई-बहिन जयगुरुदेव नाम ध्वनि को यथासंभव बराबर बोलते रहें। इसे मन ही मन में एवं एक-दो से अधिक प्रेमी हो तो मुख से यथासंभव अवश्य बोलें। ऐसा हर प्रेमी को अपने-अपने क्षेत्र में अवश्य करना चाहिए। "👈
*👉🙏 परम पूज्य महाराज जी ने इसके साथ ही आगे कहा कि -*
" प्रेमियों !
जयगुरुदेव अखंड नाम-ध्वनि के साथ-साथ कम खाओ और गम खाओ और कम बोलो ऐसा करने से लोक-परलोक भी बनेगा और मन जिह्वा (अधिक मात्रा में व तामसिक चीजों को खाने-पीने) एवं नभ्या (काम वासनाओं) के क्षणिक भोगों व स्वादों के पीछे अर्थात पाशविक प्रवृतियों के पीछे भागना बंद कर देगा, और सुरत के घाट पर भी यह मन रूकने लगेगा। महाराज जी ने आगे कहा है कि ब्रह्मचर्य में रहने से और संयमित जीवन शैली अपनाने से ही साधकों की आत्मिक उन्नति संभव है। इससे तन व मन स्वस्थ रहता है जिससे कि विवेक-बुद्धि सही ढ़ंग से काम करती है। "
🙏🙏 हम सभी प्रेमियों को आदेश का पालन करना है क्योकि आदेश का पालन करना ही गुरू भक्ति होती है। 👏👏
👉" अभी आने वाले विनाशकारी समय में आपके द्वारा प्रतिदिन की जा रही जयगुरुदेव नाम ध्वनि एवं आपका रोज़ का सुमिरन, ध्यान एवं भजन ही ढ़ाल का काम करेगा। "👈
👉" माँस, मछली, अण्डा, शराब व बुद्धिनाशक नशे का सेवन ना करें।" 👈
👉" शाकाहारी-सदाचारी, जीवों के लिए जयगुरुदेव नाम हमेशा मददगार है। "👈
Jay Guru Dev 🙏🙏🙏🙏
जय गुरु dev🙏🙏🙏
Jaigurudev naam parbhu ka jaigurudev mere malik thum he ho diya baniya rakho mere malik jaigurudev
Jai gurudev Malik
जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव
जय गुरु देव
🌷🌷🌷🙏🙏Jai guru dev name prbhu ka 🌷🌷🌷🙏🙏🙏