मन्च सन् चालक महोदय जी, आप बहुत ही महान व्यक्तित्य के धनी हैं, आप महान हो भाई जिसने अशोक चक्रधर, और मेरे हरियाणा के सवा शेर स्व. सुरेन्द्र शर्मा, पापुलर जी (इनकी तो उपस्थिति ही हास्यास्पद होती है.)
भाई सईद अन्सारी जी आप महान हो, क्योंकि आप पत्रकार हो, आपको पब्लिक को एक जुट करने का,लोगो का ध्यान आकर्षित करने का,अपनी तरफ सबको आकर्षित करने का बहुत अधिक अभ्यास है, हालांकि मैं कवि सम्मेलनों की असलियत जानता हूँ, और मेरे हरियाणा के सवा शेर, डेढ शेर और अढाई शेर स्वर्गीय सुरेन्द्र शर्मा जी , पापुलर जी और मेरे हरियाणा के आज के अढाई शेर अरूण जेमिनी
हास्य के माध्यम से पतियों की दुर्दशा और पत्नियों के प्रभुत्व को दर्शाया है। कविता में समाज में पति-पत्नी के रिश्ते को बेहद सटीक तरीके से चित्रित किया गया है। पत्नी के प्रभुत्व और पति की लाचारी को हास्य के माध्यम से दर्शाया गया है।
Surendra Sharma's poem is a humorous take on the dynamics of husband-wife relationships in India. He uses satire to highlight the perceived dominance of wives and the often-exaggerated helplessness of husbands.
कुछ जनता में बैठे नौ जवान युवक युवती ऐसे दिख रहे हैं जैसे उनको किसी ने जबरदस्ती बुलाया हो , बहुत हास्य व्यंग पर भी वो हंस नहीं पा रहे हैं। कूल बनने के चक्कर में पास खरीद के तो आ गए लेकिन न तो यहां गाली गलौच हो रहा है ना रैप। ये सब जो दिख रहा है ये अनुभव करा रहा है कि भारत में गांव का बने रहना कितना जरूरी है
सुरेंद्र शर्मा जी की यह कविता पति-पत्नी के रिश्ते पर एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी है। कवि ने हास्य के माध्यम से रिश्तों की गंभीरता को भी उजागर किया है। कविता श्रोताओं को हंसाने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करती है।
Aaj ki govt ka ek hi kaam hai salary badao employee ghatao GST badao income tax ghatao rich logon ko khus karna nerdhano Ko dukh dena car badao bus local train ghatao. ------------------- RAM ------------------ unemployment accountant and social media writer
Ratan Tata apni sampatti ka adhiktar hissa daan kar deta tha magar yeh baat hamara desh ka Jan pratenedhiyo Ko kab samajh aayegi Jo apna ek hi karyakaal ma arabpati banna ka baad bhee bhukh nahin metti hai ------------------RAM---------------------- --------------unemployment accountant and social media writer
Wah kya baat hai all my favorites on this manch..👏👏👏👏
😢😢😢😢😊
कवि ने गंभीर विषय को भी हास्य के साथ प्रस्तुत किया है, जिससे श्रोता कविता का आनंद लेते हुए रिश्तों की सच्चाई को भी समझ पाते हैं।
मन्च सन् चालक महोदय जी, आप बहुत ही महान व्यक्तित्य के धनी हैं, आप महान हो भाई जिसने अशोक चक्रधर, और मेरे हरियाणा के सवा शेर स्व. सुरेन्द्र शर्मा, पापुलर जी (इनकी तो उपस्थिति ही हास्यास्पद होती है.)
भाई सईद अन्सारी जी आप महान हो, क्योंकि आप पत्रकार हो, आपको पब्लिक को एक जुट करने का,लोगो का ध्यान आकर्षित करने का,अपनी तरफ सबको आकर्षित करने का बहुत अधिक अभ्यास है, हालांकि मैं कवि सम्मेलनों की असलियत जानता हूँ, और मेरे हरियाणा के सवा शेर, डेढ शेर और अढाई शेर स्वर्गीय सुरेन्द्र शर्मा जी , पापुलर जी और मेरे हरियाणा के आज के अढाई शेर अरूण जेमिनी
❤ सुरेन्द्र, सुतिहार,❤ सनातन, संस्कृति,❤ धर्म, बिहार ❤❤
आदरणीय सुरेंद्र जी शर्मा की अंतिम पंक्तियां आजतक चैनल के लिए सबक है । ले सको तो ले लो आजतक वालों
हास्य के माध्यम से पतियों की दुर्दशा और पत्नियों के प्रभुत्व को दर्शाया है। कविता में समाज में पति-पत्नी के रिश्ते को बेहद सटीक तरीके से चित्रित किया गया है। पत्नी के प्रभुत्व और पति की लाचारी को हास्य के माध्यम से दर्शाया गया है।
Surendra Sharma and all performance ❤❤
Surendra Sharma's poem is a humorous take on the dynamics of husband-wife relationships in India. He uses satire to highlight the perceived dominance of wives and the often-exaggerated helplessness of husbands.
सुरेंद्र शर्मा जी ❤️❤️❤️😌😌🙏🙏🙏
👏👏👏👏👏👏👏👏
हिंदुस्तान को मुस्लिम से गर्व है जो हिंदुस्तान के लिए मा मिलते हैं राष्ट्रवादी है पुष्पा झुकेगा नहीं साला😊
The poem is a lighthearted yet insightful commentary
57:18 the best ❤
Surendra Sharma The Great
Shubh shivanjali prabhaa vandan
कुछ जनता में बैठे नौ जवान युवक युवती ऐसे दिख रहे हैं जैसे उनको किसी ने जबरदस्ती बुलाया हो , बहुत हास्य व्यंग पर भी वो हंस नहीं पा रहे हैं। कूल बनने के चक्कर में पास खरीद के तो आ गए लेकिन न तो यहां गाली गलौच हो रहा है ना रैप।
ये सब जो दिख रहा है ये अनुभव करा रहा है कि भारत में गांव का बने रहना कितना जरूरी है
Anchoring Superb
कवि ने बच्चों के रिश्ते पर पड़ने वाले प्रभाव को भी दर्शाया है। कैसे बच्चे पति-पत्नी को बंधे रखते हैं।
I came for only Surendra Sharm
सुरेंद्र शर्मा जी की यह कविता पति-पत्नी के रिश्ते पर एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी है। कवि ने हास्य के माध्यम से रिश्तों की गंभीरता को भी उजागर किया है। कविता श्रोताओं को हंसाने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करती है।
आजतक चैनेल का यही एक अकेला कार्यक्रम है जिसे देखने का मन करता हैं । वरना घिन आती है इस चैनल पे
👌👌👌🌹🌹🌹❤️❤️❤️❤️
❤
Better
His poem playfully exaggerates the dynamics between husbands and wives
Legend SS🙏
Today's Reality
Nice
इन कविताओं का 40 करोड़ दलित समाज की समस्या व अधिकारों से कोई लेना देना नहीं है । ये नाच गाने स्वर्णों के जारी है दुखद
Ek se bd kr ek ....
Very nice
भाई ठीक सै
HIRA KA HAAR BANANE BALON KO NAMAN
Aaj ki govt ka ek hi kaam hai salary badao employee ghatao GST badao income tax ghatao rich logon ko khus karna nerdhano Ko dukh dena car badao bus local train ghatao. ------------------- RAM ------------------ unemployment accountant and social media writer
Ratan Tata apni sampatti ka adhiktar hissa daan kar deta tha magar yeh baat hamara desh ka Jan pratenedhiyo Ko kab samajh aayegi Jo apna ek hi karyakaal ma arabpati banna ka baad bhee bhukh nahin metti hai ------------------RAM---------------------- --------------unemployment accountant and social media writer
अशोक चक्रधर ने सब कुछ सिखाया तो उनके सम्मान में जी शब्द का उनके नाम के आगे कर लिया होता। यह भी क्या ठीक लगता है।
🌺🧿🪷🌺🧿
अंसारी ऐ ड्रामा खत्म करो घर बैठो योग्य नहीं तो क्या झक मारने आये हो मुद्दे कि बात बोलो
Chakra Dhar ji ,sorry maza nahi aaya.
मंच संचालन बहोत बोअरिंग हैं...
यह कवी संमेलन है या फिर अँकर का आत्मचरित्र. घर बात में खुद की बात बता रहा है.
😅
Chor super thanks fraud.
😂
❤