Ek avyakt murli me baba master mahakaleshwar banne ko kaha hai vo murli kounsi saal ka mujhe yaad nahi aaraha hai vaha mere pati jaladiya tha shayad 70 ya 71 ka pata nahi aap usse kabhi pada hai tho aap dekh kar padsakte hai please bhaiji mujhe vo murli phir se kabhi padne ko sunne ko nahi mila hai
AVYAKT MURLI 14-09-75 ओम शान्ति अव्यक्त बापदादा मधुबन अकाल तख्त-नशीन और महाकाल-मूर्त्त बन समेटने की शक्ति का प्रयोग करो अकाल मूर्त्त, महाकालेश्वर, सर्वशक्तिवान्, अशरीरी शिव बाबा बोले - अपने को हर परिस्थिति से पार करने वाले, शक्तिशाली स्थिति में अनुभव करते हो? शक्तिशाली परिस्थितियों को मास्टर सर्व-शक्तिवान् स्थिति वाले ही सहज पार कर सकते है। दिन-प्रतिदिन प्रकृति द्वारा विकराल रूप से परिस्थितियाँ दिखाई देती जायेंगी। अब तक यह साधारण परिस्थितियाँ हैं। विकराल रूप तो प्रकृति अब धारण करेगी जिसमे विशेष आपदाओं का वार अचानक ही होगा। अभी तो थोड़ा समय पहले मालूम पड़ जाता है। लेकिन प्रकृति का विकराल रूप क्या होगा? एक ही समय प्रकृति के सभी तत्व साथसाथ और अचानक वार करेंगे। किसी भी प्रकार के प्रकृति के साधन बचाव के काम के नहीं रहेगे और ही साधन समस्या का रूप बनेंगे। ऐसे समय पर प्रकृति के विकराल रूप का सामना करने के लिये किस बात की आवश्यकता होगी? अपने अकाल-तख्त नशीन अकालमूर्त बनने से महाकाल बाप के साथ-साथ ‘मास्टर महाकाल’ स्वरूप में स्थित होंगे तब ही सामना कर सकेंगे। महाविनाश देखने के लिये मास्टर महाकाल बनना पड़ेगा। मास्टर महाकाल बनने की सहज विधि कौन-सी है? अकालमूर्त्त बनने की विधि है -- हर समय अकाल-तख्त नशीन रहना। जरा-सा भी देहभान होगा, तो अकाले मृत्यु के समान अचानक के वार में हार खिला देगा! जैसे प्रकृति के पाँच तत्व विकराल रूप को धारण करेंगे, वैसे ही पाँच विकार भी अपना शक्तिशाली रूप धारण कर अन्तिम वार अति सूक्ष्म रूप में ट्रायल करेंगे अर्थात् माया और प्रकृति दोनों ही अपना फुल फोर्स का अन्तिम दाव लगायेंगे। जैसे किसी भी स्थूल युद्ध में भी अन्तिम दृश्य हृस (हास) पैदा करने वाला होता है और हिम्मत बढ़ाने वाला भी होता है, ऐसे ही कमज़ोर आत्माओं के लिये भी हृस पैदा करने वाला दृश्य होगा - मास्टर सर्वशक्तिवान् आत्माओं के लिये वह हिम्मत और हुल्लास देने वाला दृश्य होगा।
om shanti mere meethe pyare baba 🙏
Om shanti❤❤ thank you Baba thank you bhai ji 🙏🙏
Om Shanti baba shukriya baba 🙏🙏🙏 om Shanti Bhai ji shukriya Bhai ji 🙏🙏🙏🎉🎉🎉
Om shanti 🌷
ओम शांति मीठे मीठे प्यारे प्यारे बाप दादा जी शुक्रिया बाबा शुक्रिया भाई जी🇲🇰🙏🏻🇲🇰🙏🏻🇲🇰
om Shanti Pyara mitha Baba❤❤❤
Om santi mera baba
Sukriya
Very nice
Om Shanti mere mithe mithe mithe pyare pyare Shiv Baba aap ka barambar Dil se har pal har ghadi ka Padma padam shukriya shukriya shukriya 💞💞💝🌹💐
Om shanti baba sukriya
Dhanyavad bhai ji
❤❤❤❤❤🎉
Sukri
OK BABA THANK YOU
Bahut bahut Acha laga
❤
Bahut acha….Dhanyvad Bhai🙏
Repeat horaha mere liye jarurat thi
Ek avyakt murli me baba master mahakaleshwar banne ko kaha hai vo murli kounsi saal ka mujhe yaad nahi aaraha hai vaha mere pati jaladiya tha shayad 70 ya 71 ka pata nahi aap usse kabhi pada hai tho aap dekh kar padsakte hai please bhaiji mujhe vo murli phir se kabhi padne ko sunne ko nahi mila hai
AVYAKT MURLI
14-09-75 ओम शान्ति अव्यक्त बापदादा मधुबन
अकाल तख्त-नशीन और महाकाल-मूर्त्त बन समेटने की शक्ति का प्रयोग करो
अकाल मूर्त्त, महाकालेश्वर, सर्वशक्तिवान्, अशरीरी शिव बाबा बोले -
अपने को हर परिस्थिति से पार करने वाले, शक्तिशाली स्थिति में अनुभव करते हो? शक्तिशाली परिस्थितियों को मास्टर सर्व-शक्तिवान् स्थिति वाले ही सहज पार कर सकते है। दिन-प्रतिदिन प्रकृति द्वारा विकराल रूप से परिस्थितियाँ दिखाई देती जायेंगी। अब तक यह साधारण परिस्थितियाँ हैं। विकराल रूप तो प्रकृति अब धारण करेगी जिसमे विशेष आपदाओं का वार अचानक ही होगा। अभी तो थोड़ा समय पहले मालूम पड़ जाता है। लेकिन प्रकृति का विकराल रूप क्या होगा? एक ही समय प्रकृति के सभी तत्व साथसाथ और अचानक वार करेंगे। किसी भी प्रकार के प्रकृति के साधन बचाव के काम के नहीं रहेगे और ही साधन समस्या का रूप बनेंगे। ऐसे समय पर प्रकृति के विकराल रूप का सामना करने के लिये किस बात की आवश्यकता होगी? अपने अकाल-तख्त नशीन अकालमूर्त बनने से महाकाल बाप के साथ-साथ ‘मास्टर महाकाल’ स्वरूप में स्थित होंगे तब ही सामना कर सकेंगे। महाविनाश देखने के लिये मास्टर महाकाल बनना पड़ेगा। मास्टर महाकाल बनने की सहज विधि कौन-सी है? अकालमूर्त्त बनने की विधि है -- हर समय अकाल-तख्त नशीन रहना। जरा-सा भी देहभान होगा, तो अकाले मृत्यु के समान अचानक के वार में हार खिला देगा!
जैसे प्रकृति के पाँच तत्व विकराल रूप को धारण करेंगे, वैसे ही पाँच विकार भी अपना शक्तिशाली रूप धारण कर अन्तिम वार अति सूक्ष्म रूप में ट्रायल करेंगे अर्थात् माया और प्रकृति दोनों ही अपना फुल फोर्स का अन्तिम दाव लगायेंगे। जैसे किसी भी स्थूल युद्ध में भी अन्तिम दृश्य हृस (हास) पैदा करने वाला होता है और हिम्मत बढ़ाने वाला भी होता है, ऐसे ही कमज़ोर आत्माओं के लिये भी हृस पैदा करने वाला दृश्य होगा - मास्टर सर्वशक्तिवान् आत्माओं के लिये वह हिम्मत और हुल्लास देने वाला दृश्य होगा।
क्या आप इस मुरली की बात कर रहे थे
Ha bhai ji yahi tha aap ka bahut bahut dhanyawad hai thank you so much
Aap iss murli ke saal ka avyakt murli pad sakte ho sabko sunne ko milega isme bahot bahot shaktishali baat baba ne sunaya hai
@@vijaykumarba1083 welcome
Om Shanti mithee baap dada ji 💐💐💖💖🇲🇰🇲🇰🍓🍓
Sukriya
❤❤❤