प्रभु का पवित्र वचन : वचन को ग्रहण करना अनंत जीवन

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  • Опубліковано 15 жов 2024
  • #प्रभु का पवित्र वचन : यीशु के वचन को ग्रहण करना अनंत जीवन
    #प्रभु का पवित्र वचन : जो वचन को सुनकर समझता कई गुना फल लाता है
    #प्रभु का पवित्र वचन : बीज बोने का दृष्टांत सुने यीशु की जुबानी
    #प्रभु का पवित्र वचन : स्वर्ग का राज्य और अनंत जीवन यीशु के पास
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    क्योंकि मैं तुम से सच कहता हूँ, कि बहुत से भविष्यद्वक्ताओं और धर्मियों ने चाहा कि जो बातें तुम देखते हो, देखें पर न देखीं; और जो बातें तुम सुनते हो, सुनें, पर न सुनीं। “अब तुम बोनेवाले का दृष्टान्त सुनो जो कोई राज्य का वचन सुनकर नहीं समझता, उसके मन में जो कुछ बोया गया था, उसे वह दुष्ट आकर छीन ले जाता है; यह वही है, जो मार्ग के किनारे बोया गया था। और जो पत्थरीली भूमि पर बोया गया, यह वह है, जो वचन सुनकर तुरन्त आनन्द के साथ मान लेता है। पर अपने में जड़ न रखने के कारण वह थोड़े ही दिन रह पाता है, और जब वचन के कारण क्लेश या उत्पीड़न होता है, तो तुरन्त ठोकर खाता है। जो झाड़ियों में बोया गया, यह वह है, जो वचन को सुनता है, पर इस संसार की चिन्ता और धन का धोखा वचन को दबाता है, और वह फल नहीं लाता। जो अच्छी भूमि में बोया गया, यह वह है, जो वचन को सुनकर समझता है, और फल लाता है कोई सौ गुना, कोई साठ गुना, कोई तीस गुना।”

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