@@vaibhavsen4582 nahi bhai ye pure bharose ke saath nahi kah rahe hai. Ye bas ek anumaan laga rahe hai kyunki aisi anumaan se sabhi questions ka answer bhi mil raha hai. Vaise sahi ho ya galat kamsekam apna tark to rakhe hai. baaki jisko jo sahi lage vahi kre lekin kisi ke bhaavnaao ko kabhi bhi thes na pauchaaye na hi gaali de.
Bhai ese nakara bhi nhi ja sakta ye bilkul sochne wali baat hai ki 75% pani hai dhrti pe to 25% dharti kaise tiki hai kis pe tiki hai etne unche unche pahad kaise khade hai 60%baat se mai sahmat hu
आपकी व्याख्या काफी हद तक तार्किक है।श्री सूक्त में भी कहा गया है - "लक्ष्मी प्रिय सखी देवी भूमि अच्युत वल्लभाम"।साथ ही अच्युत व प्रशांत दोनों ही विष्णु के नाम हैं।सुंदर वीडियो- धन्यवाद।
महाशय आपका समझाने का तरीका बिल्कुल सही लगा और आपकी कल्पना सही हो सकती है सच क्या है या झूठ क्या है यह तो मैं नहीं जानता परंतु आपकी कल्पना बहुत अच्छी है
Wah bhut hi logical aur ved purano ki baton ko shi dhang se smjhane k liye swayam parmatma ne aapko chuna hai aapka koti koti dhanyawad hume is gyan ko saral sabdom me bayan krne k liye🙏🙏
आपके समग्र तथ्य शत प्रतिशत विज्ञान पे आधारित है। आपके ज्ञान का वहाँ कर अंतरात्मा शांत हो गई। विगत कई वर्षो से मेरे अंदर एक ज्वाला सी उठती थी की कृष्ण ब्रह्म है या शिव जी । किन्तु एक तथ्य आज भी सभी के लिए संशय का कारण बना हुआ है आपने अपने ज्ञान अनुसार यह बताया की शिव जी है परम ब्रह्म किन्तु गीता मे भगवान कृष्ण ने जो विराट स्वरूप दिखाया था जिसमे सभी देवी देवता विध्यमान थे जिसमे सारा ब्र्हाम मांड विसद्यमान था जिसमे शिव भी थे और ब्रम्हा भी और केंद्र मे थे कृष्ण तो अब आपके ज्ञान अनुसार शिव ही परम ब्रहम है और गीता मे कृष्ण कृपया उत्तर दे आपका उत्तर करोड़ो की जिंदगी सवार सकता है।
UA-cam tutorial shri krishna hi almighty authority hai. Nirakar Parbrahm hai. Shiv ji bhi nirakar brahm hai. Par vo bhi krshna ka roop hi hai. Dono me koi antar nhi hai. Dono ko alag na samjhe. Ise sirf bhakti se jana ja sakta hai. Iss bhotik srishti me sab shiv se hi uttpann hua hai.. sab shiv ke hi adhin hai. Par mool me sabke krishna hi hai. Har har mahadev.. jai shri krishna.
इसका उत्तर मैं देता हूँ ! -यशवर्द्धन दरअसल शिव एक शक्ति है ! परम शक्ति ! जो निराकार है और हर जगह विद्यमान है । परम ब्रह्म का यह वह रूप है जिसमे वह सबका संहार ( यानी कल्याण ) करते है !! लेकिन कृष्णा विष्णु के अवतार थे ! मतलब कृष्ण ही पालनहार थे ! वे परम ब्रह्म के 16 गुण लेकर पृथ्वी पर आए थे ! (मतलब थे तो सम्पूर्ण ब्रह्म ही लेकिन अपनी सम्पूर्ण शक्तियों को जिसने पूरे के पूरे ब्रमांड की रचना कर डाली को लेकर पृथ्वी बिंदु पर केंद्रित करना असंभव है ) यानी मनुष्य रूप में यह सबसे ज्यादा शक्तिशाली थे । परंतु बहुत ऊँचो अवतारों पर एक दशा आती है जब वह 'परम ब्रह्म' से मिलकर एक हो जाते है और वास्तव में परम ब्रह्म ही हो जाते है ! उसी अवस्था में भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था ! यह हमारी धारणा है ! शक्ति और शक्तिवान में कोई भेद नही होता शिव शक्ति है तोह कृष्णा शक्तिवान थे !
प्रणाम । आप सच्चे आस्तिक हैं । शास्त्रों में सही मायने में आस्थाशील हैं । तभी आप के अंतःकरण में यह दृष्टिकोण आया जो नास्तिक या आधा आस्तिक सोच ही नही पाएं ।
App ke elaba koi nahi Bata shakatha esi Rahasya Ko app ne Vistar se samajhane ke liye dhanyavad thanku sir app itne saralta se bolte hai ki koi bhi log asani se samaj Jae ga
सही कहा आपने सर, पहेलीबार कीसीकी बातोका विश्र्वास कर सकता हु। आपकी सोच सही में अत्यंत रोमांचक हे और सही भी लग रही हे । भगवान की महेरबानी हुई की आपका वीडीयो देखना को मीला।
सर अपने bahut अच्छा समझाया ,अब कृपया इस प्रश्न का भी उत्तर जरूर दे ,जब हिरण्याक्ष प्रथ्वी को समुद्र में डूबने ले गया था ओर उसे रोकने के लिए भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया और प्रथ्वी को अपने दांतो पर रखकर समुद्र से ऊपर लाये थे ,तब आप कृपया ये बताए कि वो सागर कौन सा था क्या पृथ्वी के नीचे भी कोई समुद्र है ,,,
Hare Krishna....Thank you uncleji....bohot accha laga aapka video dakh ke....hum ne like subscribe aur share bhai kya hain....thank youji aaise video kindly banate rahe
जो लोग आपके सिद्धांत से असहमत है ये वही लोग है जो आज के विज्ञान को सर्वोपरि मान कर चल रहे है जबकि सत्यता यह हैकि हमारे ऋषि मुनियों ने जो सिद्धांत और खोज इस दुनिया को दी है आज के विज्ञान मूल में वही सिद्धांत नजर आएंगे। आपने जो प्रयास किया है सराहनीय है आपके सिद्धांत से हम अपने पौराणिक सिद्धान्त के निकट खड़े नजर आते है।धन्यवाद।
Mai bhi apki tarah dharmik paheli pe vichar karta rahta hu to muje bhi yahi khyal aya ki Sheshnaag ka matlab lavaras hi hai jo ek saap ki tarah pruthvi me ghumta rahta hai. Aapke tark bahut hi achchhe hai.
इस विषय पर मैंने नया वीडियो बनाया है उसका लिंक ua-cam.com/video/aKrj2n7dc3M/v-deo.html इसे भी देखें। Description box में मेरे अन्य वीडियो के लिंक दिए गए हैं वहाँ से उन्हें देख सकते हैं।
Highly appreciable & excellent video, sir I requested you to make more videos in such way to understand our ancient & true science based on Vedas & puranas. Warm regards 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@technicalbadalxyz8929 ईसमे कोनसी बैज्जती है नादान मनूष्य तू , ये सबूत पढ ले या एसा क्यै ये बता दे @राम सेतु man made hai ye proof ho chuka hai , Kisne banaya ?? @ Shri Lanka me Maximum purane mahal , Caves & Aag se jale huve Mahal Caves , Kaise hai fir ?? @ Lankan Log Fir Q Ravan ko mante hai aur Lanka ka mahan king bolte hai ?? @ Kabhi Gujrat Chale ja place " Dwarika" Vaha Arabi Samundar me ek Lost City & Mahal Q hai ?? @ Mahabharat me Jo Bhim ki Caves Jagah Batai gai Vo Exactly State Madhya Pradesh ki " Bhimbetka" UNESCO world heritage Q hai ?? @ Afghanistan , & Indus valley Civilization me 3000+ saal purane सिक्के पर पशूपतीनाथ , और त्रीशूल धरे देवता का फोटो कैसे आया ? @ सनातन का स्वास्तिक चिन्ह भारत के सिवा बाकी दूनिया के कोनै मै क्यू मीला ?? @ South East Asia - Indonesia Malaysia Cambodia मे पूरातन काल के मंदीर और मूर्तीया क्यू मीले ?? @ Indonesia मूस्लिम देश होके , फीर भी हिंदू रामायन क्यो पसंद करता , उनके नोटो पर गणेश भगवान क्यै है , उनके Airlines ka naam जटायु Airlines & गरूडा Airlines Q hai ?? @ मकरध्वज पाताल लोक का राजा था तो अमेरीका खंड मे होंडारूस देश मे "Lost Monkey Kingdom " कैसे मीला ? जहा लोग पहले मंकी गोड को मानते थे ?? @ अर्जून की एक पत्नी पाताल लोक की " नागवंशी Naag kingdom " ki beti thi तो आज भारत के नीचे अमेरीका खंड मे , Maxico ke pass "Mayan Civilization Sneak kingdom" Ke अवशेस कैसे मीलै ?? जवाब तू दे
सात फन सात महाद्वीप पर टिके है आप ये भी कह सकते है । और टेढ़ी मेढ़ी पूँछ पर छोटे छोटे द्वीप इस्थित है उनकी पूँछ के इस्थित परिवर्तन पर नए द्वीप बनते है तथा पुराने छोटे दीप जलमग्न होते है । इसको भी ऐड कर लो अपने शिद्धान्त मे ।
Aap bilkul sahi kahe rahe ho sir....hamari science ne bhi itni khoj nahi ki hai....me bhi yahi manta hu sir...k hamari pruthvi ko sheshnaag bhagvan ne apne fano pe uthai hai....aap iske baad bhi hame deep me thoda alag video banake dikhaye....please sir...🙏🙏🙏 jay bholebath...jay vishnu bhagvan... sab bhagvan ko me dil se pranaam karta hu....🙏🙏🙏🙏
धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें, जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . . *लेकिन अभी तक की खुदाई में ना ब्रम्हा मिले,* *ना विष्णु मिले , ना शिव मिले, ना राम मिले* *ना कृष्ण ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*! इन्हें आसमान निगल गया या धरती ? यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके अस्तित्व से किनको फायदा है जानो, छानो ,फिर मानों इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है:👇 1. मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता । 2. जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला । 3. अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया । 4. दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता हैं। इसका अर्थ भगवान भी एक नहीं। 5. दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे हैं। 6. अलग-अलग प्रार्थनाएं हैं। 7. "माना तो भगवान, नहीं तो पत्थर"... यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी। 8. दुनिया में देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने की लिए अलग-अलग पूजा । 9. अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नहीं हैं। 10. भगवान को मानने वाला और न मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है। 11. भगवान किसी का भी भला या बुरा नहीं कर सकता। 12. भगवान भ्रष्टाचार अन्याय, चोरी, बलात्कार आतंकवाद, अराजकता रोक नहीं सकता । 13. छोटे मासूम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नहीं पकड़ सकता । 14. मंदिर मठ आश्रम प्रार्थना स्थल जहाँ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। 15. मंदिर मस्जिद चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नहीं किया । 16. बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नहीं मिला । 17. बहुत सारे भगवान ऐसे हैं जिनको 25 साल पहले कोई नही जानता था । वह अब प्रख्यात भगवान हो गये। 18. खुद को भगवान समझने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं । 19. दुनिया में करोडों लोग हैं जो भगवान को नहीं मानते फिर भी वह सुख चैन से रह रहे हैं । 20. ●हिन्दू अल्लाह को नहीं मानते। ●मुस्लिम भगवान को नहीं मानते। ●इसाई भगवान और अल्लाह को नहीं मानते। ●हिन्दू मुस्लिम गाॅड(christ) को नहीं मानते। फिर भी भगवानों ने एक दुसरे को नहीं पूछा कि ऐसा क्यों ????????? 21. ●एक धर्म कहता है कि भगवान का आकार नहीं । ● दूसरा धर्म भगवान को आकार देकर फैन्सी कपड़े पहनाता है। ●तीसरा धर्म अलग ही बताता है । मतलब सच क्या है ? 22. भगवान है तो लोगों में उसका डर क्यों नहीं ? 23. मांस भक्षण करने वाला भी जी रहा है और नहीं करने वाला भी जी रहा है । और जो दोनों खाता है वह भी जी रहा है। 24. रूस, अमेरिका भगवान को नहीं मानते फिर भी वे महासत्ता हैं। 25. ●जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो फिर चार वर्ण की व्यवस्था सिर्फ भारत में क्यों पाई जाती है ? अन्य देशों में क्यों नही पाई जाती है ? ●जब पिछले जन्म के कर्म के आधार पर जातियों का निर्माण किया गया है तो भारतीय जातियां अन्य देशों में क्यों नहीं पायी जाती है ? 26. जब वेद ईश्वर की वाणी है तो भारत के अलावा अन्य देशों में वेद क्यों नहीं हैं ? तथा वेद सिर्फ ब्राह्मणों की भाषा संस्कृत में क्यों है अन्य भाषाओं जैसे बंगाली, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगू, फारसी, आदि में क्यों नहीं है ? दिमाक की बत्ती जलाओ अंधविश्वास को दूर भगाओ पाखंड कुरीतियां अज्ञानता को छोड़ो
Kruti Shukla vaha ravan ki naabhi me jo amrit tha vo hanuman ji ne rakkha tha aur doosra tark ye bhi hai ki sursa naam ki rakshini k pass ye power thi usse jab hanuman ji jab laat marte hsi toh vo udhar khisak jaati hai
विज्ञान को न तो कोई समझ सका है और न ही कोई समझ सकेगा विज्ञान सभी तर्कों से परिपुर्ण है केवल विज्ञान के लिए मनुष्य को योग्य होना चाहिए ।अभी तक जितने तर्क विज्ञान ने दिये है कोई भी शास्त्र उसे झुठला नहीं सकता है।
लोग कहते हैं कि लक्ष्मण ओर बलराम दोनों ही शेषनाग के अवतार थे । जब लक्ष्मण ओर बलराम दोनों ही धरती पर अवतरित हुए थे ।तब धरती को किसने उठाये रखा था। क्या तब धरती अपनी कक्ष सीमा में नहीं थी।मन से केवल कल्पना ही की जा सकती है। परन्तु विज्ञान सबुत मांगता है, ओर सबुत देता है। इसलिए विज्ञान पर विश्वास किया सा सकता है।
science me .itni aukat nahi hai ki o ved puran Ko chunoti de sake .......Kyu ki ved puran Ko samjhna kitabi kido ki bs ki bat nahi hai .....science bahot kuch kr sakta hai lekin .sab kuch nahi kr sakta ........yanha jitne bhi kitabi kide bil bila rahe hai ..unhe mera ek sawal .......kailash parwat pr aaj tak koi Kyu nahi Chad paya ......dusra sawal prathvi paye Jane wali pratek prakratik vastu jaise ped fall barish ki bunde .manusya k saririk sanrachna bhi gol akar me hai ...aur suno science k mandhbudhiyo .anu aur parmanu bhi gol hi hai ..aur gol chakar lagate hai tare brahmand bhi gol hai ..me isliye bol raha hu taki tumhe pata Chale ki hamare purvaj itne budhiman the jinhone sunya ank Ko pehchana aur aur duniya ne iska istmal kiya .Kyu ki sunya k bina har nomber adhura lagta hai ....hamara bharat rashyo se bhara hua des hai .jisko samjhna science k samjh se bahar ......
Bhai scince kahta hai ki kechuye se bandar aur bandar se manav bana hai to aaj kyon nahin koi bandar manav ban jata aap apne aap ko kechuye ki utpatti mante hai kya hum to nahin mantey
बहुत बहुत धन्यवाद आपको। भगवान श्री हरि विष्णु जी की कृपा से आपको ये दिव्य ज्ञान प्राप्त हुवा। आपने हम लोगो को अवगत करवाया। सही कहा आपने पुष्कर की जो पहाड़ी उसका नाम भी नाग पहाड़ी है। उसके आगे हमारा नागौर जिला है। जिसका पुराना नाम अहिछत्रपुर है जिसका अर्थ है नाग का छत्र अर्थात फण का स्थान या महल अथवा किला इत्यादि। क्योकि पुष्कर स्थान पर पितामह श्रीब्रह्मा जी उत्पन्न हुवे। आपका तर्क पूर्ण रूप से सत्य है। नागौर शहर के आगे ही ऐसा स्थान जहाँ पर भगवान वामन अवतार में विष्णु जी ने जिस एक पैर से सारा भू भाग मापा था उसी एक पैर की यहाँ पूजा की जाती है। ये कथा भी शेषनाग, पाताल, नागौर आदि के रहस्यों को खोल रही है। जय श्री कृष्ण।
धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें, जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . . *लेकिन अभी तक की खुदाई में ना ब्रम्हा मिले,* *ना विष्णु मिले , ना शिव मिले, ना राम मिले* *ना कृष्ण ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*! इन्हें आसमान निगल गया या धरती ? यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके अस्तित्व से किनको फायदा है जानो, छानो ,फिर मानों इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है:👇 1. मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता । 2. जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला । 3. अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया । 4. दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता हैं। इसका अर्थ भगवान भी एक नहीं। 5. दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे हैं। 6. अलग-अलग प्रार्थनाएं हैं। 7. "माना तो भगवान, नहीं तो पत्थर"... यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी। 8. दुनिया में देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने की लिए अलग-अलग पूजा । 9. अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नहीं हैं। 10. भगवान को मानने वाला और न मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है। 11. भगवान किसी का भी भला या बुरा नहीं कर सकता। 12. भगवान भ्रष्टाचार अन्याय, चोरी, बलात्कार आतंकवाद, अराजकता रोक नहीं सकता । 13. छोटे मासूम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नहीं पकड़ सकता । 14. मंदिर मठ आश्रम प्रार्थना स्थल जहाँ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। 15. मंदिर मस्जिद चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नहीं किया । 16. बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नहीं मिला । 17. बहुत सारे भगवान ऐसे हैं जिनको 25 साल पहले कोई नही जानता था । वह अब प्रख्यात भगवान हो गये। 18. खुद को भगवान समझने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं । 19. दुनिया में करोडों लोग हैं जो भगवान को नहीं मानते फिर भी वह सुख चैन से रह रहे हैं । 20. ●हिन्दू अल्लाह को नहीं मानते। ●मुस्लिम भगवान को नहीं मानते। ●इसाई भगवान और अल्लाह को नहीं मानते। ●हिन्दू मुस्लिम गाॅड(christ) को नहीं मानते। फिर भी भगवानों ने एक दुसरे को नहीं पूछा कि ऐसा क्यों ????????? 21. ●एक धर्म कहता है कि भगवान का आकार नहीं । ● दूसरा धर्म भगवान को आकार देकर फैन्सी कपड़े पहनाता है। ●तीसरा धर्म अलग ही बताता है । मतलब सच क्या है ? 22. भगवान है तो लोगों में उसका डर क्यों नहीं ? 23. मांस भक्षण करने वाला भी जी रहा है और नहीं करने वाला भी जी रहा है । और जो दोनों खाता है वह भी जी रहा है। 24. रूस, अमेरिका भगवान को नहीं मानते फिर भी वे महासत्ता हैं। 25. ●जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो फिर चार वर्ण की व्यवस्था सिर्फ भारत में क्यों पाई जाती है ? अन्य देशों में क्यों नही पाई जाती है ? ●जब पिछले जन्म के कर्म के आधार पर जातियों का निर्माण किया गया है तो भारतीय जातियां अन्य देशों में क्यों नहीं पायी जाती है ? 26. जब वेद ईश्वर की वाणी है तो भारत के अलावा अन्य देशों में वेद क्यों नहीं हैं ? तथा वेद सिर्फ ब्राह्मणों की भाषा संस्कृत में क्यों है अन्य भाषाओं जैसे बंगाली, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगू, फारसी, आदि में क्यों नहीं है ? दिमाक की बत्ती जलाओ अंधविश्वास को दूर भगाओ पाखंड कुरीतियां अज्ञानता को छोड़ो
@@s.gpatel5270 Naach na jaane. Aangan terha. Aap pehle Jambu Dweep ke baare mein gyan lein. Phir aapko itna bada essay likhne ki zarurat nhi padegi. Ya apne swalon ka jwab lene ke liye meditation karein aur apni third eye matlab apne unconscious mind ko jagayein. Aapko sansaar ke har swaal ka jwab mil jayega. Bhagwaan ek hi hain. Aapki bhaawna se woh apna roop dikhate hain. Wo us roop mein pragat hote hain jis roop meinn aap dekhna chahte hain.
@@s.gpatel5270 भाई ये बात आप सही नहीं बता रहे है। ईश्वर क्या है कैसा है और कैसे उनको जाना जाता है। ये पदति बड़ी सुगम और अत्यधिक कठिन है। जो हम नही जान सके उसका अर्थ ये कदापि नहीं कि वो ज्ञान है ही नहीं। जय श्री कृष्ण।
@@s.gpatel5270 भाई आपका उद्देश्य तो सही है पर संसार में सिर्फ मानव को पहले आत्मकल्याण करना चाहिए और जो हमसे शिक्षा लेने आये उसको ही अपना दिव्य अनुभव किया ज्ञान देना चाहिए। आप अच्छे मानव प्रतीत हो रहे है। अगर मैन कुछ गलत बोल दिया तो छोटा भाई समझते हुए क्षमा करें। जय श्री कृष्ण।
धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें, जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . . *लेकिन अभी तक की खुदाई में ना ब्रम्हा मिले,* *ना विष्णु मिले , ना शिव मिले, ना राम मिले* *ना कृष्ण ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*! इन्हें आसमान निगल गया या धरती ? यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके अस्तित्व से किनको फायदा है जानो, छानो ,फिर मानों इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है:👇 1. मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता । 2. जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला । 3. अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया । 4. दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता हैं। इसका अर्थ भगवान भी एक नहीं। 5. दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे हैं। 6. अलग-अलग प्रार्थनाएं हैं। 7. "माना तो भगवान, नहीं तो पत्थर"... यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी। 8. दुनिया में देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने की लिए अलग-अलग पूजा । 9. अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नहीं हैं। 10. भगवान को मानने वाला और न मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है। 11. भगवान किसी का भी भला या बुरा नहीं कर सकता। 12. भगवान भ्रष्टाचार अन्याय, चोरी, बलात्कार आतंकवाद, अराजकता रोक नहीं सकता । 13. छोटे मासूम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नहीं पकड़ सकता । 14. मंदिर मठ आश्रम प्रार्थना स्थल जहाँ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। 15. मंदिर मस्जिद चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नहीं किया । 16. बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नहीं मिला । 17. बहुत सारे भगवान ऐसे हैं जिनको 25 साल पहले कोई नही जानता था । वह अब प्रख्यात भगवान हो गये। 18. खुद को भगवान समझने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं । 19. दुनिया में करोडों लोग हैं जो भगवान को नहीं मानते फिर भी वह सुख चैन से रह रहे हैं । 20. ●हिन्दू अल्लाह को नहीं मानते। ●मुस्लिम भगवान को नहीं मानते। ●इसाई भगवान और अल्लाह को नहीं मानते। ●हिन्दू मुस्लिम गाॅड(christ) को नहीं मानते। फिर भी भगवानों ने एक दुसरे को नहीं पूछा कि ऐसा क्यों ????????? 21. ●एक धर्म कहता है कि भगवान का आकार नहीं । ● दूसरा धर्म भगवान को आकार देकर फैन्सी कपड़े पहनाता है। ●तीसरा धर्म अलग ही बताता है । मतलब सच क्या है ? 22. भगवान है तो लोगों में उसका डर क्यों नहीं ? 23. मांस भक्षण करने वाला भी जी रहा है और नहीं करने वाला भी जी रहा है । और जो दोनों खाता है वह भी जी रहा है। 24. रूस, अमेरिका भगवान को नहीं मानते फिर भी वे महासत्ता हैं। 25. ●जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो फिर चार वर्ण की व्यवस्था सिर्फ भारत में क्यों पाई जाती है ? अन्य देशों में क्यों नही पाई जाती है ? ●जब पिछले जन्म के कर्म के आधार पर जातियों का निर्माण किया गया है तो भारतीय जातियां अन्य देशों में क्यों नहीं पायी जाती है ? 26. जब वेद ईश्वर की वाणी है तो भारत के अलावा अन्य देशों में वेद क्यों नहीं हैं ? तथा वेद सिर्फ ब्राह्मणों की भाषा संस्कृत में क्यों है अन्य भाषाओं जैसे बंगाली, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगू, फारसी, आदि में क्यों नहीं है ? दिमाक की बत्ती जलाओ अंधविश्वास को दूर भगाओ पाखंड कुरीतियां अज्ञानता को छोड़ो
@@s.gpatel5270 Kya pata hai aapko vedo ke bare Mai pehele samaz to lo padh ke. Aapne jo dharm Bata diye unka nirman 2500 saal pehele pakad lo wo Sabhi ne bhi Kabul kiya hai ki sabse prachin dharm Hindu hai. Aapke sawal Mai bhi muze bramha dikhai deta hai kyuki Hindu dharm Mai sawal ko bhramha kaha gaya hai, aap puch rahe the ki bhagwan kidhar nahi dikhe are aapke paas hi hai! aapke andar hi hai! Aapke adnyan ki vajah se aapko prashna ke alava kuch nahi samaz raha. Ek baar padh to lo adhyatma aapke Sabhi prashno ka nivaran usme hai ye sab itna prachin hai ki is likhavat ki aayu pata hone Wala 5000 saal pehele bhi koi nahi tha.
आप बिल्कुल सही कह रहे हैं भाई साहब आप को कोटि-कोटि नमन जय श्री राम जय श्री कृष्ण बोलो परमात्मा भगवान विष्णु जी की जय
Jai
महोदय जी आपने जो पुराणों के अनुसार जो पृथ्वी का वर्णन किया वह अद्भुत है.....💐
आपकी कल्पना सत्य प्रतीत होता है। आपके विचार एकदम सत्य के निकट है।
मेरी समझ से आप पुराणों के अनुसार सही तथ्य साबित कर रहें हैं। आप एक अच्छे शोधकर्ता हैं। आपको कोटि कोटि प्रणाम।
जय श्री राम🌷👏🚩📿🇮🇳
जय श्री कृष्ण🌷👏🚩📿🇮🇳
सर् जी आपको कोटि कोटि प्रणाम👏👏👌👌👍👍मेने अभी तक इतिहास ,पुराणों में पड़ा था आज देख भी लिया।।👏👏👌👌👍👍.
Very nice sir 100% yahi hua hoga ......bhut acha samjaya apne
जय श्री राम जय श्री कृष्णा अति सुन्दर गुरू जी
वाह!! ऐसी सोच... ऐसी दृष्टिकोन की दिमाग झुटला ही नही सकता ...आपका बहुत ही आभार आज सच पता चला शेष नाग कहा हे।
this is only conjecture and not reality take it as lightly.
आपकी बातें सुनकर मन भगवदभक्ति से भावविभोर हो गया.. हृदय की अनन्त गहराइयों से आपको धन्यवाद 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
आपकी सोच एकदम सही है। अब तक इस दृष्टिकोण से भी सोचा जा सकता है जिससे हमारे पुराणोंकी बाते सच्ची साबित होती है। आपको शत शत प्रणाम ।
Awesome, 🙏🙏💐👍👍
जबरदस्त श्रीमान जी इतनी सुंदरता से शेषनाग जी का वर्णन आपने किया जो कि मुझे भी एक कल्पना नहीं अपितु सत्य प्रतीत होता है
Full bkawas
AAP jese Mahanubhav ki wajah se aise chutiya log maje lete hei
@@vaibhavsen4582 nahi bhai ye pure bharose ke saath nahi kah rahe hai. Ye bas ek anumaan laga rahe hai kyunki aisi anumaan se sabhi questions ka answer bhi mil raha hai. Vaise sahi ho ya galat kamsekam apna tark to rakhe hai. baaki jisko jo sahi lage vahi kre lekin kisi ke bhaavnaao ko kabhi bhi thes na pauchaaye na hi gaali de.
Bhai ese nakara bhi nhi ja sakta ye bilkul sochne wali baat hai ki 75% pani hai dhrti pe to 25% dharti kaise tiki hai kis pe tiki hai etne unche unche pahad kaise khade hai 60%baat se mai sahmat hu
बहुत ही सटीक व्याख्या । इस पहेली को आपने बहुत ही सरलता से समझा दिया।
Koi asthik hi itne sunder soch rak sakta hai. Apko koti koti pranam
अगर पुराणो कि बातो को ध्यान दिया जाये तो आपकी कथन बिलकुल मिलते है।। आपकी कथन बिलकुल सहि है।।मै आपकी कथन को प्रणाम करता हुँ🙏🙏🙏
Bohot sahi research kari hai aapne Sir. ☺️ Thank you. I never thought this way, but now I believe it.
आपके चरणों को बार बार नमन आप सच मे बहुत ज्ञानी हैं
आपकी व्याख्या काफी हद तक तार्किक है।श्री सूक्त में भी कहा गया है - "लक्ष्मी प्रिय सखी देवी भूमि अच्युत वल्लभाम"।साथ ही अच्युत व प्रशांत दोनों ही विष्णु के नाम हैं।सुंदर वीडियो- धन्यवाद।
Aisa Hee Hosakta Hai Jaisa Aapne Bataya Hai. Aapka Jo Reasoning Hai Top Class Hai. Aapko World Famous Hona Chahiye.
भाईजी,
जय श्री राम।
आपने बहुत ही सार्थक तथ्यों के द्वारा समझाया। मैं पूरी तरह से सहमत हूं।
धन्यवाद।
बहुत अच्छी तरह से आपने बताया सर,निश्चित तौर पर ऐसा ही होता होगा ,,
महाशय आपका समझाने का तरीका बिल्कुल सही लगा और आपकी कल्पना सही हो सकती है सच क्या है या झूठ क्या है यह तो मैं नहीं जानता परंतु आपकी कल्पना बहुत अच्छी है
Wah bhut hi logical aur ved purano ki baton ko shi dhang se smjhane k liye swayam parmatma ne aapko chuna hai aapka koti koti dhanyawad hume is gyan ko saral sabdom me bayan krne k liye🙏🙏
हमारे इतिहास बहुतही पौराणिक हैं पवित्र है सनातन ही सत्य है सत्य ही शिव है शिव ही सुंदर है 🙏🌹🌺❣️💥👌
Your imagination is very realistic, great imagination.
आपके समग्र तथ्य शत प्रतिशत विज्ञान पे आधारित है। आपके ज्ञान का वहाँ कर अंतरात्मा शांत हो गई। विगत कई वर्षो से मेरे अंदर एक ज्वाला सी उठती थी की कृष्ण ब्रह्म है या शिव जी । किन्तु एक तथ्य आज भी सभी के लिए संशय का कारण बना हुआ है आपने अपने ज्ञान अनुसार यह बताया की शिव जी है परम ब्रह्म किन्तु गीता मे भगवान कृष्ण ने जो विराट स्वरूप दिखाया था जिसमे सभी देवी देवता विध्यमान थे जिसमे सारा ब्र्हाम मांड विसद्यमान था जिसमे शिव भी थे और ब्रम्हा भी और केंद्र मे थे कृष्ण तो अब आपके ज्ञान अनुसार शिव ही परम ब्रहम है और गीता मे कृष्ण कृपया उत्तर दे आपका उत्तर करोड़ो की जिंदगी सवार सकता है।
UA-cam tutorial shri krishna hi almighty authority hai. Nirakar Parbrahm hai. Shiv ji bhi nirakar brahm hai. Par vo bhi krshna ka roop hi hai. Dono me koi antar nhi hai. Dono ko alag na samjhe. Ise sirf bhakti se jana ja sakta hai. Iss bhotik srishti me sab shiv se hi uttpann hua hai.. sab shiv ke hi adhin hai. Par mool me sabke krishna hi hai. Har har mahadev.. jai shri krishna.
Both are the same.... We should not differentiate..... Dono ek dusre se jude hai
इसका उत्तर मैं देता हूँ ! -यशवर्द्धन
दरअसल शिव एक शक्ति है ! परम शक्ति ! जो निराकार है और हर जगह विद्यमान है । परम ब्रह्म का यह वह रूप है जिसमे वह सबका संहार ( यानी कल्याण ) करते है !! लेकिन
कृष्णा विष्णु के अवतार थे ! मतलब कृष्ण ही पालनहार थे ! वे परम ब्रह्म के 16 गुण लेकर पृथ्वी पर आए थे ! (मतलब थे तो सम्पूर्ण ब्रह्म ही लेकिन अपनी सम्पूर्ण शक्तियों को जिसने पूरे के पूरे ब्रमांड की रचना कर डाली को लेकर पृथ्वी बिंदु पर केंद्रित करना असंभव है )
यानी मनुष्य रूप में यह सबसे ज्यादा शक्तिशाली थे । परंतु बहुत ऊँचो अवतारों पर एक दशा आती है जब वह 'परम ब्रह्म' से मिलकर एक हो जाते है और वास्तव में परम ब्रह्म ही हो जाते है !
उसी अवस्था में भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था !
यह हमारी धारणा है !
शक्ति और शक्तिवान में कोई भेद नही होता
शिव शक्ति है तोह कृष्णा शक्तिवान थे !
s
@@aabhashivputra6323 *वाह बहुत बढ़िया, " शिव शक्ति है तो विष्णु शक्तिवान।*
Very beautiful knowledge📚.
आपने जो तार्किक विश्लेषण एवं विवेचन किया है।वह कुछ हद तक सही लगता हे।धर्म ग्रन्थों एवं आपके विवेक के दृष्टीकोण प्रस्तुत किया हे।। सुर्यवंशीं।।
mai bhi es bat se presan tha par aaj mil gya
प्रणाम । आप सच्चे आस्तिक हैं । शास्त्रों में सही मायने में आस्थाशील हैं । तभी आप के अंतःकरण में यह दृष्टिकोण आया जो नास्तिक या आधा आस्तिक सोच ही नही पाएं ।
Aap Ka comments bahoot pyaara laga !
Yahi Satya hai !
Video Chhote हो तो देखने का मन karta है.. लेकिन आपके videos का लंबा duration देख कर दिल खुश हो जाता है 😍
सर, आपने बहुत अच्छे से समझाया, धन्यवाद
Thank you 🙏🙏🙏🌹❤ So much Sir your very very 👌👌👌👌👌👍 nice Story . Very Beautiful Story Sir.. God bless you sir. Jay 🙏🙏🙏🙏🙏jagannath ji
Very brilliantly explained sir.Great logic. Please upload more such interesting videos about our dharm. 👌👌🙏
Apne jo bataya hai usko easily co relate kar sakte hai. Bahot acchese samjhaya har cheez ko apne.
Bahut achchi or Satya jaankari, Dhanyawad aapko.
bahut badhiya socha sir aapne dhanyavaad aapka
App ke elaba koi nahi Bata shakatha esi Rahasya Ko app ne Vistar se samajhane ke liye dhanyavad thanku sir app itne saralta se bolte hai ki koi bhi log asani se samaj Jae ga
सही कहा आपने सर, पहेलीबार कीसीकी बातोका विश्र्वास कर सकता हु। आपकी सोच सही में अत्यंत रोमांचक हे और सही भी लग रही हे । भगवान की महेरबानी हुई की आपका वीडीयो देखना को मीला।
Shshanag has 7 heads ! And the earth has 7 continents
आपका अनुमान बिल्कुल सही है। हमारा मार्गदर्शन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद।
सर अपने bahut अच्छा समझाया ,अब कृपया इस प्रश्न का भी उत्तर जरूर दे ,जब हिरण्याक्ष प्रथ्वी को समुद्र में डूबने ले गया था ओर उसे रोकने के लिए भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया और प्रथ्वी को अपने दांतो पर रखकर समुद्र से ऊपर लाये थे ,तब आप कृपया ये बताए कि वो सागर कौन सा था क्या पृथ्वी के नीचे भी कोई समुद्र है ,,,
समुद्र भी यही है और धरती भी यही है। लोगों ने गलत चित्रण किया, इससे सारा तथ्य तर्क विहीन हो गया। समय मिलने पर मैं वीडियो बनाऊंगा।
Hare Krishna....Thank you uncleji....bohot accha laga aapka video dakh ke....hum ne like subscribe aur share bhai kya hain....thank youji aaise video kindly banate rahe
जो लोग आपके सिद्धांत से असहमत है ये वही लोग है जो आज के विज्ञान को सर्वोपरि मान कर चल रहे है जबकि सत्यता यह हैकि हमारे ऋषि मुनियों ने जो सिद्धांत और खोज इस दुनिया को दी है आज के विज्ञान मूल में वही सिद्धांत नजर आएंगे।
आपने जो प्रयास किया है सराहनीय है आपके सिद्धांत से हम अपने पौराणिक सिद्धान्त के निकट खड़े नजर आते है।धन्यवाद।
Bahut sundar. Dhanyawad mahoday.
अद्भुत विश्लेषण।
Very well explained thankyou
Bhut accha explain kiya aapne accha laga. sheshanag ji prithvi pe paap badhne ke karan hilte hai aane wale samay mai aur jyada bhukamp ayenge aur tej ayenge kyoki paap badhta jaa rha hai.
बहुत ही बढ़िया आपने बताया धन्यवाद।
अद्भुत, जय हो गुरुदेव, ऐसे ही वीडियो लाते रहीये 🙏🌺
Wah sir ji, apne puran ka yeh bate bohothi achchhi tarah samjhaya, maja aa gaya. thank you.
Very very True
Everything explained though spiritually even then very well scientifically
God has empowered ur wisdom Himself
Aapne bhut acche tarike se samjhaya hai
ॐ चतुर्मुखाय ब्रह्मा पुष्कराय विजयते।
यह पृथ्वी का दुर्लभ ज्ञान परम् ब्रह्मा ने आपको दिया आप दुर्लभ ऋषि हैं,
Aapki Kalpana bahut achchha hai sir ji
Logical and astonishing!! Thanks sir
Mai bhi apki tarah dharmik paheli pe vichar karta rahta hu to muje bhi yahi khyal aya ki Sheshnaag ka matlab lavaras hi hai jo ek saap ki tarah pruthvi me ghumta rahta hai. Aapke tark bahut hi achchhe hai.
इस विषय पर मैंने नया वीडियो बनाया है उसका लिंक ua-cam.com/video/aKrj2n7dc3M/v-deo.html इसे भी देखें।
Description box में मेरे अन्य वीडियो के लिंक दिए गए हैं वहाँ से उन्हें देख सकते हैं।
bht badiya sir ...aapki kalpana bilkul sahi h 1000 prsent......is video ko sabko dekhna chahiye....very good ...
Apne to prathvi ka pura rahsya samjha diya. Great sir. Jai shri ram
Good
Aapne Jis tarike se bataya sachme puri tarah sahmat hu, sach me ye Research ke vishay hai.
Amazing. Sir u done a great great job. U solved this huge mystery. Hats off to ur intelligence. Superb.
गजब का विश्लेषण हैं sir ji THANKYOU
Keep it up you have got great imagination and logical thinking attitude and a great faith in our scriptures so just go on you have given me a angle
आप के बातो में बिलकुल सच्चाई है
Very nice knowledge sir. Thank you for sharing this video.
Namaskar ji very nice super vidyo. jai shri hari vishnu bhagwan.
Amazing and very interesting. Thanks
Bahut accha explain kiya sir apane
Wow, i m really impressed with your conclusion and way of thinking
Aarti Bhatia Kya yar ap log bhi
en murkho ka sach manatee ho
सत्य प्रकाशसर जी आप अच्छे ज्योतिषाचार्य हैं आप सही सही कह रहे हैं मैं आपके समझाने से बहुत सहमत हूं और बहुत खुश हूं आपको अच्छी जानकारी है
Highly appreciable & excellent video, sir
I requested you to make more videos in such way to understand our ancient & true science based on Vedas & puranas.
Warm regards
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Shirji vishnuji ki murti kaha se liye he aap.bahut sundar he
BEAUTIFULLY EXPLAINED 👏👏👏👏
वा वा बेस्ट मै भी एसी स्टडी करना चाहूगा । आपके व्हिडीयो तो बहोत बेस्ट है सरजी , एसे ही आप करते रहो , जय सनातन धर्म की ।
Shyam S Sumbar हा ऐसे ही बेज्जती करवाओ
@@technicalbadalxyz8929 ईसमे कोनसी बैज्जती है नादान मनूष्य तू , ये सबूत पढ ले या एसा क्यै ये बता दे
@राम सेतु man made hai ye proof ho chuka hai , Kisne banaya ??
@ Shri Lanka me Maximum purane mahal , Caves & Aag se jale huve Mahal Caves , Kaise hai fir ??
@ Lankan Log Fir Q Ravan ko mante hai aur Lanka ka mahan king bolte hai ??
@ Kabhi Gujrat Chale ja place " Dwarika" Vaha Arabi Samundar me ek Lost City & Mahal Q hai ??
@ Mahabharat me Jo Bhim ki Caves Jagah Batai gai Vo Exactly State Madhya Pradesh ki " Bhimbetka" UNESCO world heritage Q hai ??
@ Afghanistan , & Indus valley Civilization me 3000+ saal purane सिक्के पर पशूपतीनाथ , और त्रीशूल धरे देवता का फोटो कैसे आया ?
@ सनातन का स्वास्तिक चिन्ह भारत के सिवा बाकी दूनिया के कोनै मै क्यू मीला ??
@ South East Asia - Indonesia Malaysia Cambodia मे पूरातन काल के मंदीर और मूर्तीया क्यू मीले ??
@ Indonesia मूस्लिम देश होके , फीर भी हिंदू रामायन क्यो पसंद करता , उनके नोटो पर गणेश भगवान क्यै है , उनके Airlines ka naam जटायु Airlines & गरूडा Airlines Q hai ??
@ मकरध्वज पाताल लोक का राजा था तो अमेरीका खंड मे होंडारूस देश मे "Lost Monkey Kingdom " कैसे मीला ? जहा लोग पहले मंकी गोड को मानते थे ??
@ अर्जून की एक पत्नी पाताल लोक की " नागवंशी Naag kingdom " ki beti thi तो आज भारत के नीचे अमेरीका खंड मे , Maxico ke pass "Mayan Civilization Sneak kingdom" Ke अवशेस कैसे मीलै ??
जवाब तू दे
आपने बहुत मेहनत की है जो साफ झलकती है
झूठ
aapke har video sunane mein bahut maja aati hai aur jankari bhi milati hai Dhanyawad guruji dhanyawad koti koti pranam 🙏🙏
💯% agree with your imagination... thanks a lot.
आपकी कल्पना सत्य ही पुराणों के अनुसार सत्य है पर यही सत्य है
Very interesting explanation! Sounds logical, with good reasoning behind it!
Bahut sunder vyakhya
You know much more about Hinduism than many of the modern Gurus who spend their time amusing foreigners. Salute to your perseverance
Kya bakwas hai Bhai.... Isko basic dharm ya basic science ki b jankari nhi hai ...tum Kya inko Bharat ratna de rhe ho ???
@@aryanroy76 Tereso to zyada hai na paagal chutiye.
बहुत सही विवेचन है आपका।धन्यवाद
सात फन सात महाद्वीप पर टिके है आप ये भी कह सकते है । और टेढ़ी मेढ़ी पूँछ पर छोटे छोटे द्वीप इस्थित है उनकी पूँछ के इस्थित परिवर्तन पर नए द्वीप बनते है तथा पुराने छोटे दीप जलमग्न होते है ।
इसको भी ऐड कर लो अपने शिद्धान्त मे ।
Yes
Kuchh v..
Hahahah
O bhaiii....ha ha ha ha gajjjabbb
😂
Doubt clear hua thanking you
Marvelous explanation !
Aap bilkul sahi kahe rahe ho sir....hamari science ne bhi itni khoj nahi ki hai....me bhi yahi manta hu sir...k hamari pruthvi ko sheshnaag bhagvan ne apne fano pe uthai hai....aap iske baad bhi hame deep me thoda alag video banake dikhaye....please sir...🙏🙏🙏 jay bholebath...jay vishnu bhagvan... sab bhagvan ko me dil se pranaam karta hu....🙏🙏🙏🙏
Solid sir, real है sir, i agree with you...
I Will Kill evil
Aap ke tark aur soch ko sat sat naman
Amazing!! Sir, Bermuda Triangle ke bare me please video banayiye...that's a mystery too!
Bermuda triangle me sheshnag ki gaad hai jisse
@@Prashantwrs 😂😂😂😂
@@amitchaurasia692 kisi achche aadmi ke liye aisi tippni nahi karni chahiye
धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें, जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . .
*लेकिन अभी तक की खुदाई में
ना ब्रम्हा मिले,*
*ना विष्णु मिले ,
ना शिव मिले,
ना राम मिले*
*ना कृष्ण
ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*!
इन्हें आसमान निगल गया या धरती ?
यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके अस्तित्व से किनको फायदा है जानो, छानो ,फिर मानों
इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है:👇
1. मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता ।
2. जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला ।
3. अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया ।
4. दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता हैं। इसका अर्थ भगवान भी एक नहीं।
5. दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे हैं।
6. अलग-अलग प्रार्थनाएं हैं।
7. "माना तो भगवान, नहीं तो पत्थर"... यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी।
8. दुनिया में देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने की लिए अलग-अलग पूजा ।
9. अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नहीं हैं।
10. भगवान को मानने वाला और न मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है।
11. भगवान किसी का भी भला या बुरा नहीं कर सकता।
12. भगवान भ्रष्टाचार अन्याय, चोरी, बलात्कार आतंकवाद, अराजकता रोक नहीं सकता ।
13. छोटे मासूम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नहीं पकड़ सकता ।
14. मंदिर मठ आश्रम प्रार्थना स्थल जहाँ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
15. मंदिर मस्जिद चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नहीं किया ।
16. बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नहीं मिला ।
17. बहुत सारे भगवान ऐसे हैं जिनको 25 साल पहले कोई नही जानता था । वह अब प्रख्यात भगवान हो गये।
18. खुद को भगवान समझने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं ।
19. दुनिया में करोडों लोग हैं जो भगवान को नहीं मानते फिर भी वह सुख चैन से रह रहे हैं ।
20. ●हिन्दू अल्लाह को नहीं मानते। ●मुस्लिम भगवान को नहीं मानते। ●इसाई भगवान और अल्लाह को नहीं मानते। ●हिन्दू मुस्लिम गाॅड(christ) को नहीं मानते।
फिर भी भगवानों ने एक दुसरे को नहीं पूछा कि ऐसा क्यों ?????????
21. ●एक धर्म कहता है कि भगवान का आकार नहीं ।
● दूसरा धर्म भगवान को आकार देकर फैन्सी कपड़े पहनाता है।
●तीसरा धर्म अलग ही बताता है । मतलब सच क्या है ?
22. भगवान है तो लोगों में उसका डर क्यों नहीं ?
23. मांस भक्षण करने वाला भी जी रहा है और नहीं करने वाला भी जी रहा है । और जो दोनों खाता है वह भी जी रहा है।
24. रूस, अमेरिका भगवान को नहीं मानते फिर भी वे महासत्ता हैं।
25. ●जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो फिर चार वर्ण की व्यवस्था सिर्फ भारत में क्यों पाई जाती है ? अन्य देशों में क्यों नही पाई जाती है ?
●जब पिछले जन्म के कर्म के आधार पर जातियों का निर्माण किया गया है तो भारतीय जातियां अन्य देशों में क्यों नहीं पायी जाती है ?
26. जब वेद ईश्वर की वाणी है तो भारत के अलावा अन्य देशों में वेद क्यों नहीं हैं ? तथा वेद सिर्फ ब्राह्मणों की भाषा संस्कृत में क्यों है अन्य भाषाओं जैसे बंगाली, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगू, फारसी, आदि में क्यों नहीं है ?
दिमाक की बत्ती जलाओ अंधविश्वास को दूर भगाओ पाखंड कुरीतियां अज्ञानता को छोड़ो
Kruti Shukla vaha ravan ki naabhi me jo amrit tha vo hanuman ji ne rakkha tha aur doosra tark ye bhi hai ki sursa naam ki rakshini k pass ye power thi usse jab hanuman ji jab laat marte hsi toh vo udhar khisak jaati hai
Bhahut acche bathye bathaye app ne tho thanku sir
सम्भव हो सकता है इसलिये क्योकी विज्ञान अभी तक धरती के एकदम अंदर का ज्ञान विज्ञान नही प्राप्त कर पाया है
उठाये गये सवालों के परिप्रेक्ष्य में बहुत अच्छा विष्लेषण है।
धन्यवाद आपका इस अलौकिक ज्ञान देने के लिए
Aapka yogdan bahot hi badhiya hai...
विज्ञान को न तो कोई समझ सका है और न ही कोई समझ सकेगा विज्ञान सभी तर्कों से परिपुर्ण है केवल विज्ञान के लिए मनुष्य को योग्य होना चाहिए ।अभी तक जितने तर्क विज्ञान ने दिये है कोई भी शास्त्र उसे झुठला नहीं सकता है।
Exactly
लोग कहते हैं कि लक्ष्मण ओर बलराम दोनों ही शेषनाग के अवतार थे । जब लक्ष्मण ओर बलराम दोनों ही धरती पर अवतरित हुए थे ।तब धरती को किसने उठाये रखा था। क्या तब धरती अपनी कक्ष सीमा में नहीं थी।मन से केवल कल्पना ही की जा सकती है। परन्तु विज्ञान सबुत मांगता है, ओर सबुत देता है। इसलिए विज्ञान पर विश्वास किया सा सकता है।
वैज्ञानिको का काम सिफ्र सरकार के पैसों पर मौजं लेने का हैं,,,,,, बाकि जानकारी चाहियें तो call kare....
8218615345
science me .itni aukat nahi hai ki o ved puran Ko chunoti de sake .......Kyu ki ved puran Ko samjhna kitabi kido ki bs ki bat nahi hai .....science bahot kuch kr sakta hai lekin .sab kuch nahi kr sakta ........yanha jitne bhi kitabi kide bil bila rahe hai ..unhe mera ek sawal .......kailash parwat pr aaj tak koi Kyu nahi Chad paya ......dusra sawal prathvi paye Jane wali pratek prakratik vastu jaise ped fall barish ki bunde .manusya k saririk sanrachna bhi gol akar me hai ...aur suno science k mandhbudhiyo .anu aur parmanu bhi gol hi hai ..aur gol chakar lagate hai tare brahmand bhi gol hai ..me isliye bol raha hu taki tumhe pata Chale ki hamare purvaj itne budhiman the jinhone sunya ank Ko pehchana aur aur duniya ne iska istmal kiya .Kyu ki sunya k bina har nomber adhura lagta hai ....hamara bharat rashyo se bhara hua des hai .jisko samjhna science k samjh se bahar ......
Bhai scince kahta hai ki kechuye se bandar aur bandar se manav bana hai to aaj kyon nahin koi bandar manav ban jata aap apne aap ko kechuye ki utpatti mante hai kya hum to nahin mantey
Bahut hi badiya video
बहुत बहुत धन्यवाद आपको। भगवान श्री हरि विष्णु जी की कृपा से आपको ये दिव्य ज्ञान प्राप्त हुवा। आपने हम लोगो को अवगत करवाया। सही कहा आपने पुष्कर की जो पहाड़ी उसका नाम भी नाग पहाड़ी है। उसके आगे हमारा नागौर जिला है। जिसका पुराना नाम अहिछत्रपुर है जिसका अर्थ है नाग का छत्र अर्थात फण का स्थान या महल अथवा किला इत्यादि। क्योकि पुष्कर स्थान पर पितामह श्रीब्रह्मा जी उत्पन्न हुवे। आपका तर्क पूर्ण रूप से सत्य है। नागौर शहर के आगे ही ऐसा स्थान जहाँ पर भगवान वामन अवतार में विष्णु जी ने जिस एक पैर से सारा भू भाग मापा था उसी एक पैर की यहाँ पूजा की जाती है। ये कथा भी शेषनाग, पाताल, नागौर आदि के रहस्यों को खोल रही है। जय श्री कृष्ण।
धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें, जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . .
*लेकिन अभी तक की खुदाई में
ना ब्रम्हा मिले,*
*ना विष्णु मिले ,
ना शिव मिले,
ना राम मिले*
*ना कृष्ण
ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*!
इन्हें आसमान निगल गया या धरती ?
यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके अस्तित्व से किनको फायदा है जानो, छानो ,फिर मानों
इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है:👇
1. मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता ।
2. जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला ।
3. अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया ।
4. दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता हैं। इसका अर्थ भगवान भी एक नहीं।
5. दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे हैं।
6. अलग-अलग प्रार्थनाएं हैं।
7. "माना तो भगवान, नहीं तो पत्थर"... यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी।
8. दुनिया में देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने की लिए अलग-अलग पूजा ।
9. अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नहीं हैं।
10. भगवान को मानने वाला और न मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है।
11. भगवान किसी का भी भला या बुरा नहीं कर सकता।
12. भगवान भ्रष्टाचार अन्याय, चोरी, बलात्कार आतंकवाद, अराजकता रोक नहीं सकता ।
13. छोटे मासूम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नहीं पकड़ सकता ।
14. मंदिर मठ आश्रम प्रार्थना स्थल जहाँ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
15. मंदिर मस्जिद चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नहीं किया ।
16. बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नहीं मिला ।
17. बहुत सारे भगवान ऐसे हैं जिनको 25 साल पहले कोई नही जानता था । वह अब प्रख्यात भगवान हो गये।
18. खुद को भगवान समझने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं ।
19. दुनिया में करोडों लोग हैं जो भगवान को नहीं मानते फिर भी वह सुख चैन से रह रहे हैं ।
20. ●हिन्दू अल्लाह को नहीं मानते। ●मुस्लिम भगवान को नहीं मानते। ●इसाई भगवान और अल्लाह को नहीं मानते। ●हिन्दू मुस्लिम गाॅड(christ) को नहीं मानते।
फिर भी भगवानों ने एक दुसरे को नहीं पूछा कि ऐसा क्यों ?????????
21. ●एक धर्म कहता है कि भगवान का आकार नहीं ।
● दूसरा धर्म भगवान को आकार देकर फैन्सी कपड़े पहनाता है।
●तीसरा धर्म अलग ही बताता है । मतलब सच क्या है ?
22. भगवान है तो लोगों में उसका डर क्यों नहीं ?
23. मांस भक्षण करने वाला भी जी रहा है और नहीं करने वाला भी जी रहा है । और जो दोनों खाता है वह भी जी रहा है।
24. रूस, अमेरिका भगवान को नहीं मानते फिर भी वे महासत्ता हैं।
25. ●जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो फिर चार वर्ण की व्यवस्था सिर्फ भारत में क्यों पाई जाती है ? अन्य देशों में क्यों नही पाई जाती है ?
●जब पिछले जन्म के कर्म के आधार पर जातियों का निर्माण किया गया है तो भारतीय जातियां अन्य देशों में क्यों नहीं पायी जाती है ?
26. जब वेद ईश्वर की वाणी है तो भारत के अलावा अन्य देशों में वेद क्यों नहीं हैं ? तथा वेद सिर्फ ब्राह्मणों की भाषा संस्कृत में क्यों है अन्य भाषाओं जैसे बंगाली, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगू, फारसी, आदि में क्यों नहीं है ?
दिमाक की बत्ती जलाओ अंधविश्वास को दूर भगाओ पाखंड कुरीतियां अज्ञानता को छोड़ो
@@s.gpatel5270 Naach na jaane. Aangan terha.
Aap pehle Jambu Dweep ke baare mein gyan lein. Phir aapko itna bada essay likhne ki zarurat nhi padegi. Ya apne swalon ka jwab lene ke liye meditation karein aur apni third eye matlab apne unconscious mind ko jagayein. Aapko sansaar ke har swaal ka jwab mil jayega. Bhagwaan ek hi hain. Aapki bhaawna se woh apna roop dikhate hain. Wo us roop mein pragat hote hain jis roop meinn aap dekhna chahte hain.
@@s.gpatel5270 भाई ये बात आप सही नहीं बता रहे है। ईश्वर क्या है कैसा है और कैसे उनको जाना जाता है। ये पदति बड़ी सुगम और अत्यधिक कठिन है। जो हम नही जान सके उसका अर्थ ये कदापि नहीं कि वो ज्ञान है ही नहीं। जय श्री कृष्ण।
@@dsthakur8097 Meri ladai Bhgvan allha god ishvar se nahi meri ladi serf insanity he pagla lo ki tara Bhedachal mein chal rahe he
@@s.gpatel5270 भाई आपका उद्देश्य तो सही है पर संसार में सिर्फ मानव को पहले आत्मकल्याण करना चाहिए और जो हमसे शिक्षा लेने आये उसको ही अपना दिव्य अनुभव किया ज्ञान देना चाहिए। आप अच्छे मानव प्रतीत हो रहे है। अगर मैन कुछ गलत बोल दिया तो छोटा भाई समझते हुए क्षमा करें। जय श्री कृष्ण।
अद्भूत सोच व दिशा । जारी रखें
सटिक विश्लेषण किया है आप ने।
धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें, जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . .
*लेकिन अभी तक की खुदाई में
ना ब्रम्हा मिले,*
*ना विष्णु मिले ,
ना शिव मिले,
ना राम मिले*
*ना कृष्ण
ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*!
इन्हें आसमान निगल गया या धरती ?
यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके अस्तित्व से किनको फायदा है जानो, छानो ,फिर मानों
इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है:👇
1. मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता ।
2. जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला ।
3. अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया ।
4. दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता हैं। इसका अर्थ भगवान भी एक नहीं।
5. दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे हैं।
6. अलग-अलग प्रार्थनाएं हैं।
7. "माना तो भगवान, नहीं तो पत्थर"... यह कहावत ऐसे ही नहीं बनी।
8. दुनिया में देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने की लिए अलग-अलग पूजा ।
9. अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नहीं हैं।
10. भगवान को मानने वाला और न मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है।
11. भगवान किसी का भी भला या बुरा नहीं कर सकता।
12. भगवान भ्रष्टाचार अन्याय, चोरी, बलात्कार आतंकवाद, अराजकता रोक नहीं सकता ।
13. छोटे मासूम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नहीं पकड़ सकता ।
14. मंदिर मठ आश्रम प्रार्थना स्थल जहाँ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
15. मंदिर मस्जिद चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नहीं किया ।
16. बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नहीं मिला ।
17. बहुत सारे भगवान ऐसे हैं जिनको 25 साल पहले कोई नही जानता था । वह अब प्रख्यात भगवान हो गये।
18. खुद को भगवान समझने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं ।
19. दुनिया में करोडों लोग हैं जो भगवान को नहीं मानते फिर भी वह सुख चैन से रह रहे हैं ।
20. ●हिन्दू अल्लाह को नहीं मानते। ●मुस्लिम भगवान को नहीं मानते। ●इसाई भगवान और अल्लाह को नहीं मानते। ●हिन्दू मुस्लिम गाॅड(christ) को नहीं मानते।
फिर भी भगवानों ने एक दुसरे को नहीं पूछा कि ऐसा क्यों ?????????
21. ●एक धर्म कहता है कि भगवान का आकार नहीं ।
● दूसरा धर्म भगवान को आकार देकर फैन्सी कपड़े पहनाता है।
●तीसरा धर्म अलग ही बताता है । मतलब सच क्या है ?
22. भगवान है तो लोगों में उसका डर क्यों नहीं ?
23. मांस भक्षण करने वाला भी जी रहा है और नहीं करने वाला भी जी रहा है । और जो दोनों खाता है वह भी जी रहा है।
24. रूस, अमेरिका भगवान को नहीं मानते फिर भी वे महासत्ता हैं।
25. ●जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तो फिर चार वर्ण की व्यवस्था सिर्फ भारत में क्यों पाई जाती है ? अन्य देशों में क्यों नही पाई जाती है ?
●जब पिछले जन्म के कर्म के आधार पर जातियों का निर्माण किया गया है तो भारतीय जातियां अन्य देशों में क्यों नहीं पायी जाती है ?
26. जब वेद ईश्वर की वाणी है तो भारत के अलावा अन्य देशों में वेद क्यों नहीं हैं ? तथा वेद सिर्फ ब्राह्मणों की भाषा संस्कृत में क्यों है अन्य भाषाओं जैसे बंगाली, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगू, फारसी, आदि में क्यों नहीं है ?
दिमाक की बत्ती जलाओ अंधविश्वास को दूर भगाओ पाखंड कुरीतियां अज्ञानता को छोड़ो
@@s.gpatel5270 Kya pata hai aapko vedo ke bare Mai pehele samaz to lo padh ke. Aapne jo dharm Bata diye unka nirman 2500 saal pehele pakad lo wo Sabhi ne bhi Kabul kiya hai ki sabse prachin dharm Hindu hai. Aapke sawal Mai bhi muze bramha dikhai deta hai kyuki Hindu dharm Mai sawal ko bhramha kaha gaya hai, aap puch rahe the ki bhagwan kidhar nahi dikhe are aapke paas hi hai! aapke andar hi hai! Aapke adnyan ki vajah se aapko prashna ke alava kuch nahi samaz raha. Ek baar padh to lo adhyatma aapke Sabhi prashno ka nivaran usme hai ye sab itna prachin hai ki is likhavat ki aayu pata hone Wala 5000 saal pehele bhi koi nahi tha.
Ati uttam hai aapka vishleshan 🙏