सही और सटीक सवाल उठाया है। इसका दोहरा मापदंड संदेहास्पद है। देश को न्यायिक सुधार प्रक्रिया की सख्त जरूरत है। सुशांत सिन्हा जी ने निर्भीकता से सत्य बोला है। आपको हार्दिक अभिनंदन 🙏🙏
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से देश आश्चर्यचकित है।आखिरकार सुप्रीम कोर्ट में ये क्या हो रहा है।बहुत ही चिंता का विषय है।ऐसे फैसले से सुप्रीम कोर्ट की विश्वनीयता खत्म हो जाएगी इसलिए न्यायिक आयोग का गठन करना अनिवार्य है ताकि गलत फैसले पर रोक लगाई जा सके।
🙏 श्रीमान सूशात जी मैं दसवीं पास हूँ इतनी समझ तो मुझे भी है कि ये गलत फैसला है परन्तु इन जजों को देश को मोदीजी व हिन्दूओ को बस निचा दिखाना है इसलिए इनको तो जल्दी से जल्दी इनके पदों से हटा देना चाहिए
मै अभी कुछ सालों से महसूस कर रहा हूँ।कि सुप्रीम कोर्ट जाना ही उचित नही हैं, क्योंकि वहाँ पर कुछ को छोड़कर बाकी को न्याय नही बल्कि किसी के दिशानिर्देश मे फैसले सुना दिये जा रहे है।
इनके फैसलों से लगता है कि ये न्यायधीश तथा इनकी चुनाव प्रक्रिया किसी दुश्मन देश की हाईजैक की हुई स्लीपर सेल है। सरकार को तुरंत संज्ञान लेकर न्यायधीश चुनाव प्रक्रिया को निरस्त कर नई चुनाव कमेटी गठित करना चाहिए और संज्ञान में आए इन बिके हुए न्यायाधीशों को नजरबंद कर देना चाहिए अन्यथा देश को बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
अब तो सुप्रीम कोर्ट से भी विश्वास उठने लगा है मेरी सभी हिन्दू भाई बहनो से विनती है की अब जाग जाओ और तब तक जागे रहो ज़ब तक हम सबको ये ना सीखा दे की भारत सिर्फ धर्मनिरपेक्ष है हर धर्म का सम्मान है लेकिन सबसे पहले हिंदुस्तान में हिन्दू है हिंदुस्तान हिन्दुओ का स्थान है दूसरों को हमने बस शरण दी है दूसरे लोग शरणार्थी है मेहमानों को मेहमान की तरह ही रहना चाहिए जय सनातन🚩 भारत माता की जय 🇮🇳 हर हर महादेव 🙏🚩 जय श्री राम 🙏🚩🚩
सुप्रीम कोर्ट तो एक ही है,लेकिन कानून दो धर्मो को अलग अलग देख कर दिया जाता है, अतः इसी को खत्म करने के लिए UCC को देश मे लागू करवाना बहुत जरूरी हो गया है।
न्यायिक आयोग का गठन हो किसी भी उच्चतम न्यायालय के न्यायधीश के निर्णय के विरुद्ध अपील का अधिकार हो और जिस न्यायधीश के तीन निर्णय निरस्त हो जाएं उसे तत्काल प्रभाव से बाहर निकाला जाए
मैं हैरान हूं कि सुप्रीम कोर्ट के जज 67000 पेंडिंग केश को छोड़कर जुबेर अंसारी केश को इतनी जल्दी सुनवाई कैसे कर दी मेरा प्रशन है इन दोगले जजों से इतना जल्दी केश का सुनवाई होता है जुबेर अंसारी का तो सुप्रीम कोर्ट के पास 67000 केश कैसे पेंडिंग पड़े हैं?
जुबैर ने दोनो करोड़ रुपये लेकर नुपूर शर्मा के बयान को काट-छांट कर दिखाया, और ये सच्चाई भी छुपाई की रहमानी के आदियोगी शिव का अपमान करने पर नुपूर ने ये सब कहा, यूपी की वकील के जुबेर पर लगाए गए गम्भीर आरोप एकदम सत्य है, सुप्रीम कोर्ट को जुबैर पर कार्रवाई आगे बढानी चाहिए थी
सुप्रीम कोर्ट बन्द कर देना चाहिए जरूरत ही नही हाई कोर्ट तक ही न्यायालय होना चाहिए। वैसे भी सुप्रीम कोर्ट अपनी जिम्मेदारी निभा नही बल्कि सरकारो पर हस्तक्षेप करती रहती है।
लोकतंत्र के एक पाए न्यायपालिका की मरम्मत का कायॆ अब आवश्यक हो चुका है।राजनैतिक पाटियां इस मरम्मत के कायॆ को आगामी लोकसभा के चुनावों में अपने घोषणापत्रों में लेकर आयें।न्यायपालिका सुधार आवश्यक हो चुका है।आज भ्रष्टाचार का मुख्य केन्द्र ये न्यायपालिका ही बनी हुयी है।
प्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ती कोलेजियम सिस्टम को बदलना चाहिए/जजों की नियुक्तीया गलत तरीके से और असंवैधानिक माना जाना चाहिए/संसद मे इसके खिलाफ प्रदताव लाना चाहिए
और सुशांत सर मुझे तो मोदी जी को लेकर आश्चर्य हो रहा है अगर मोदी राज्य में यह सब हो रहा है फिर तो भगवान ही मालिक है मोदी जी को इस तरफ भी जरूर ध्यान देना चाहिए सुप्रीम कोर्ट को अपनी मनमानी करने से रोकना चाहिए मोदी जी आपको लाखों हिंदुओं ने वोट देख कर इतनी ताकतवर बनाया है कृपया आपसे निवेदन है कि आप कुछ तो और यह मेरी अकेले की आवाज ही नहीं हजारों लाखों की आवाज
Shame on our selective judicial system! We should file FIRs on those judges who don't use law but succumb to pressure or are bought over to make such outlandish statements after giving wrong judgements .
Chamchabazi and coutiership at all levels .See the Congress Party ( INC) functions ? And how the indian voters & media finction indicates our mental slavery .
अगर नुपुर शर्मा केस वाला सुप्रिम कोर्ट गलत है तो उन जजो को फॉसी की सजा मिलनी चाहिए जुबेर जिम्मेदार नही था परन्तु नुपुर शर्मा जिम्मेदार है तो इसका जवाब सुप्रिम कोर्ट को देना चाहिए अगर नुपुर शर्मा ने गलत बोला तो क्या तस्लीम रहमानी ने सही बोला था अब जनता को सुप्रिम कोर्ट पर विश्वास खत्म हो गया है अगर सुप्रिम कोर्ट के जज गलत फैसले देते हैं तो उन पर कार्यवाही होनी चाहिए
जब सुप्रिम कोर्ट के जजो ने नुपुर शर्मा के केस में गलत टिप्पणी करी थी नुपुर शर्मा के केस मे FIR को club करने के लिए मना कर दिया था तो मोहब्बत जुबेर की FIR को club कर दिया और उसको बरी कर दिया था अगर दोनो जजो पर कार्यवाही होनी चाहिए दोनो जज बिके हुये थे तस्लीम रहमानी ने शिव पर गलत टिप्पणी की थी उस पर कोई भी कार्यवाही नही हुई अगर उन जजो पर कोई भी कार्यवाही नही हो सकती है तो जनता तो कुछ कर सकती है उन जजो के हाथ पांव तोड़ देने चाहिए जनता को कानून अपने हाथ में लेना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में भी बहुत से माननीय जज विशेष प्रकार की सांप्रदायिक, राजनीतिक एवं अनेक प्रकार से दुराग्रहों से ग्रस्त हैं।उनकी चयन प्रक्रिया में बदलाव होना चाहिए।
मेरे विचार से ये लगता है कि एक ही विचार धारा का सुप्रीम कोर्ट पर अधिकार है या कब्जा है जो पूर्व की केंद्र सरकार के विचार से मैंच करती है। देश हित में अब अदालत में भी सुधार की जरूरत है जिससे बिना भेद भाव के न्याय हो सके। अदालत में खानदानी विरासत बंद होनीं चाहिये।
सुप्रीम कोर्ट,नेता, जज और कुछ पत्रकार जो मुसलमान और आतंकवादी से डर कर उनके पक्ष में बोलना और निर्णय देते है। डर के कारण ही ऐसा करते हैं मैं प्रतक्ष दर्शी हूं।
नूपुर और जुबेर में सुप्रीम कोर्ट का रवैया बेहद शर्मनाक है ऐसे पैसे से बिकने वाले इन जजों को बिल्कुल भी शर्म नहीं आती बहुत ही शर्मनाक सुशांत जी आप ठीक कहते हैं यहां पर न्याय पाने वालों में भी फर्क किया जा रहा है अगर आप हिंदू है तो तेल लेने जाओ और मुसलमान है तो हम गले लगाएंगे
इन सभी जजों की नियुक्ति असंवैधानिक है। कॉलेजियम सिस्टम का उल्लेख तक नहीं संविधान में जो कोलेजियम इनकी नियुक्ति की अनुशंसा राष्ट्रपति से करता है। न्यायिक व्यवस्था और संविधान का मखौल उड़ रहा है।
सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार न्यायपालिका खास कर सुप्रीम कोर्ट में ही है सुप्रीम कोर्ट अपने आपको कानून और संविधान से भी ऊपर मानता है और कानून का मनमाना व्याख्या करता है , न्यायपाली में सुधार हो और पारदर्शिता हो #curropt_judge
सही और सटीक सवाल उठाया है। इसका दोहरा मापदंड संदेहास्पद है। देश को न्यायिक सुधार प्रक्रिया की सख्त जरूरत है।
सुशांत सिन्हा जी ने निर्भीकता से सत्य बोला है। आपको हार्दिक अभिनंदन 🙏🙏
जल्द से जल्द न्यायिक नियुक्ति आयोग का गठन किया जाना चाहिए ताकि एक तो योग्य व्यक्ति न्यायालय में आ सके और दूसरे न्यायाधीशों की मनमानी भी रोका जा सके।
नरेंद्र मोदी जी ने 2014 में सबसे पहले यही काम किया था लेकिन SC की 5 JUDGE की BENCH ने फैसला बदल था ।
मुझे nhi raha ab sc pr bharosa.
@@DeepakSoni_Rajputana lekin President can do & which can not be challenged
इस सूपरीम कोठे को वंद कराओ गंद फैलाया हुआ है इन दोगले वीकाउ जजो ने
@@DeepakSoni_Rajputana kya supreme court ke judges ko parliament bhi control nahi kar sakti hai kya president bhi bebas hai
सुप्रीम कोर्ट में सुधार की आवश्यकता है
शुसांत जी आपने बिलकुल सही कहा है।
बिल्कुल सही कहा आज कल हर न्यायालय में न्यायाधिसो की मनमानी चल रही है इनके ऊपर भी एक आयोग होना चाहिए
जल्द से जल्द न्यायिक नियुक्ति आयोग का गठन किया जाना चाहिए...
#JudicialReform
#PoliceReform
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से देश आश्चर्यचकित है।आखिरकार सुप्रीम कोर्ट में ये क्या हो रहा है।बहुत ही चिंता का विषय है।ऐसे फैसले से सुप्रीम कोर्ट की विश्वनीयता खत्म हो जाएगी इसलिए न्यायिक आयोग का गठन करना अनिवार्य है ताकि गलत फैसले पर रोक लगाई जा सके।
धन्यवाद सुशांत सर💅💅💅💯💅💅💅💅 l इसीलिए देश में "एक देश एक कानून" 👌👌👌💯👍👍👍लागू होना चाहिए l 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सुशांत भाई अगर ऐसा ही रहा तो फिर इससे तो अच्छा है की देश में हमारी गौरवशाली सेना का राज हो, और सारे देश द्रोहियों का एक एक करके हिसाब हो🙏🙏🙏
🙏 श्रीमान सूशात जी मैं दसवीं पास हूँ इतनी समझ तो मुझे भी है कि ये गलत फैसला है परन्तु इन जजों को देश को मोदीजी व हिन्दूओ को बस निचा दिखाना है इसलिए इनको तो जल्दी से जल्दी इनके पदों से हटा देना चाहिए
जजों को भी जनता के प्रति जवाबदेही तय करना जरूरी हो गया है,
धन्यवाद बहुत सही कहा आपने आप जैसे पत्रकारों के देश को जरूरत है
घृणा भर गई है सुप्रीम कोर्ट के लिए। मेरे मन में।
सुप्रीम कोर्ट के ये दो फैसले जजों के निजी हितों की ओर इशारा करते हैं...केंद्र सरकार और भारत की जनता को इनके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए...
पैसा खाके ऑर्डर निकलते है। दलाल है ये मियाँ लॉर्ड
न्यायाधीशों के लिए बहुत जरुरी हो गया है कि उनके लिए भी कानून बनाया जाए कयोंकि वे अब निष्पक्ष नहीं रह गए हैं
Aap बहुत सही हैं
सुशांत सर
जल्द ही कुछ नया कानून बने जिसमे सुप्रीम कोर्ट के ऊपर भी कोई हो,,जिससे ये कोई भी नाजायज कार्येबाही,,या कोई भी मनमानी न कर सके sir ji,,,
मै अभी कुछ सालों से महसूस कर रहा हूँ।कि सुप्रीम कोर्ट जाना ही उचित नही हैं, क्योंकि वहाँ पर कुछ को छोड़कर बाकी को न्याय नही बल्कि किसी के दिशानिर्देश मे फैसले सुना दिये जा रहे है।
इनके फैसलों से लगता है कि ये न्यायधीश तथा इनकी चुनाव प्रक्रिया किसी दुश्मन देश की हाईजैक की हुई स्लीपर सेल है। सरकार को तुरंत संज्ञान लेकर न्यायधीश चुनाव प्रक्रिया को निरस्त कर नई चुनाव कमेटी गठित करना चाहिए और संज्ञान में आए इन बिके हुए न्यायाधीशों को नजरबंद कर देना चाहिए अन्यथा देश को बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
सुप्रीम कोर्ट पर देश हित में लगाम लगाना ही चाहिए
महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए
न्यायपालिका में भी सुधार की आवश्यकता है।
सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास कम हो रहा है।सुघार की जरूरत है।
बहुत सरल बात है| जज के भी तन पर सर लगा होता है| जज भी इंसान ही होते है| इनको भी डर लगता है| वैसे भी भगवान के वचन है "भय बिन न होये प्रीत" |
कॉलेजियम पद्धति समाप्त होनी चाहिए।
ऐसे न्यायाधीश लोग जो विद्वैषपुर्ण फैसला करते हैं वैसे लोग ना तो न्यायाधीश होने लायक है और ना तो देश के सर्वोच्च न्यायालय में बैठने लायक है❓
अब तो सुप्रीम कोर्ट से भी विश्वास उठने लगा है
मेरी सभी हिन्दू भाई बहनो से विनती है की अब जाग जाओ और तब तक जागे रहो ज़ब तक हम सबको ये ना सीखा दे की भारत सिर्फ धर्मनिरपेक्ष है
हर धर्म का सम्मान है
लेकिन सबसे पहले हिंदुस्तान में हिन्दू है
हिंदुस्तान हिन्दुओ का स्थान है
दूसरों को हमने बस शरण दी है
दूसरे लोग शरणार्थी है
मेहमानों को मेहमान की तरह ही रहना चाहिए
जय सनातन🚩
भारत माता की जय 🇮🇳
हर हर महादेव 🙏🚩
जय श्री राम 🙏🚩🚩
वह दिन दूर नहीं जब इन जजों को लोग घृणा का अवतार मानेंगे!
सुप्रीम कोर्ट तो एक ही है,लेकिन कानून दो धर्मो को अलग अलग देख कर दिया जाता है, अतः इसी को खत्म करने के लिए UCC को देश मे लागू करवाना बहुत जरूरी हो गया है।
इसे ही साधारण भाषा में दोगलापन कहते हैं,, सुप्रीम कोर्ट को भी यह समझना चाहिए।
न्यायिक आयोग का गठन हो किसी भी उच्चतम न्यायालय के न्यायधीश के निर्णय के विरुद्ध अपील का अधिकार हो और जिस न्यायधीश के तीन निर्णय निरस्त हो जाएं उसे तत्काल प्रभाव से बाहर निकाला जाए
क़ानून सबके लिए एक समान है
सुशांत जी यह बदलना बहुत ज़रूरी हैं
न्यायिक व्वस्ता मे परिवर्तन की जरूरत है,
Govt. should take immediate action on judicial reform.
मैं हैरान हूं कि सुप्रीम कोर्ट के जज 67000 पेंडिंग केश को छोड़कर जुबेर अंसारी केश को इतनी जल्दी सुनवाई कैसे कर दी
मेरा प्रशन है इन दोगले जजों से
इतना जल्दी केश का सुनवाई होता है जुबेर अंसारी का तो सुप्रीम कोर्ट के पास 67000 केश कैसे पेंडिंग पड़े हैं?
ऐसे जज जो एक तरफ न्याय और दूसरी तरफ अन्याय करे,,,,ऐसे जजों को सेवा से बर्खास्त कर देना चाहिए,,,,
Immediate reforms are required in the judiciary. Opinion of the public about judiciary must also be sought.
अगर इस देश की न्यायपालिका में सुधार हो जाए तो देश में आधा सुधार अपने आप ही हो जाएगा
sahi kaha aapne. judiciary reform ki jaroorat hai. Jay hind.
जुबैर ने दोनो करोड़ रुपये लेकर नुपूर शर्मा के बयान को काट-छांट कर दिखाया, और ये सच्चाई भी छुपाई की रहमानी के आदियोगी शिव का अपमान करने पर नुपूर ने ये सब कहा, यूपी की वकील के जुबेर पर लगाए गए गम्भीर आरोप एकदम सत्य है, सुप्रीम कोर्ट को जुबैर पर कार्रवाई आगे बढानी चाहिए थी
सिंहा जी आपने सुनाया दिखाया हैरानी हुई सुप्रिम न्यायालय न्याय में दुरंगा है क्या न्यायाधीश अहमियत खो चुके हैं
S C अब अपनी प्रासंगिकता खत्म कर चुका है अब सुप्रीम कोर्ट को सही करने की आवश्यकता है।
सुप्रीम कोर्ट के माननीय जजों की अनावश्यक टिप्पणी या, अनर्गल बाते , लोगो के दिलो में माननीय सर्वोच्च न्यायालय का सम्मान कम ही करते हैं,
भाई देश हमारा सिस्टम उनका है....
सुशांत जी 🙏
सुप्रीम कोठा हैं हर चीज़ का रेट अलग अलग होता हैं यहां ऐसी ही उम्मीद की जा सकती हैं।
जय हिंद 🙏🙏🙏
धन्यवाद उच्चतम न्यायालय, आपने बता दिया कि हिंदुस्तान में हिंदू होना एक गुनाह है. आप से यह अपेक्षा न थी.
सुप्रीम कोर्ट बन्द कर देना चाहिए जरूरत ही नही हाई कोर्ट तक ही न्यायालय होना चाहिए। वैसे भी सुप्रीम कोर्ट अपनी जिम्मेदारी निभा नही बल्कि सरकारो पर हस्तक्षेप करती रहती है।
सुप्रीम कोर्ट को भी RTI के दायरे में लाना चाहिए
प्लीज सारे जजों के नाम सार्वजनिक होने चाहिए ताकि सारा देश जान सके। केसे कैसे जज है हमारे
सुप्रीम कोर्ट का रवेया दुर्भाग्य पूर्ण
ये दोनो सुप्रीम कोर्ट भारतीय लोगों के लिए नही है।
This is very serious matter for everyone and for our country. It should be made a subject of debate and discussion through out the country.
जब एक लेपिस्ट सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश होगा तो ऐसे ही निर्णय आयेगा।
सुप्रीम कोठा दोगलापन कर रहा है। ज्यूडिशियरी रिफार्म जल्द होना चाहिए।
101% right
लोकतंत्र के एक पाए न्यायपालिका की मरम्मत का कायॆ अब आवश्यक हो चुका है।राजनैतिक पाटियां इस मरम्मत के कायॆ को आगामी लोकसभा के चुनावों में अपने घोषणापत्रों में लेकर आयें।न्यायपालिका सुधार आवश्यक हो चुका है।आज भ्रष्टाचार का मुख्य केन्द्र ये न्यायपालिका ही बनी हुयी है।
प्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ती कोलेजियम सिस्टम को बदलना चाहिए/जजों की नियुक्तीया गलत तरीके से और असंवैधानिक माना जाना चाहिए/संसद मे इसके खिलाफ प्रदताव लाना चाहिए
अतिशीघ्र कोलीजियम सिस्टम की विदाई हो ✊
सुप्रीम कोर्ट तो एक ही है। सरकार भाजपा की जरूर है लेकिन सिस्टम तो अभी तक कांग्रेस का है।
सुप्रीम कोर्ट पे आज किसी को भरोसा ही नहीं रहा है सर 💐🙏💐
You are right 👍👍👍
एसे जर्जस (judge) ko को निलंबित कर दिया जाना चाहिए अभी भी वक़्त है
और सुशांत सर मुझे तो मोदी जी को लेकर आश्चर्य हो रहा है अगर मोदी राज्य में यह सब हो रहा है फिर तो भगवान ही मालिक है मोदी जी को इस तरफ भी जरूर ध्यान देना चाहिए सुप्रीम कोर्ट को अपनी मनमानी करने से रोकना चाहिए मोदी जी आपको लाखों हिंदुओं ने वोट देख कर इतनी ताकतवर बनाया है कृपया आपसे निवेदन है कि आप कुछ तो और यह मेरी अकेले की आवाज ही नहीं हजारों लाखों की आवाज
Sir aap ne sahi kaha jain
Shame on our selective judicial system! We should file FIRs on those judges who don't use law but succumb to pressure or are bought over to make such outlandish statements after giving wrong judgements .
Chamchabazi and coutiership at all levels .See the Congress Party ( INC) functions ? And how the indian voters & media finction indicates our mental slavery .
ये माननीयों पर भी कानून बनाकर महाभियोग चलाने की ब्यावस्था होनी चाहिए ताकि अपने आप ईश्वर मान एक ही केस मे अलग अलग फैसला न दे सकें
श्री राधे राधे !
गलत फैसला देने वाले जज बिकाऊ है, जेब भरकर कुछ भी गलत फैसला दे सकते हैं।
सभी जजों की जवाबदेही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तय करना चाहिए
मोदीजी सुप्रीम कोठे की सुरक्षा हटा दो पुलिस अधिकारियों को वापस बुलाएंगे तो इनका दीमाग ठीक होगा
Very very thanks sir for raise the right things.
जब तक हिंदू मुस्लिमो की तरह विरोध करना नही सिखेगा तब तक ऐसा ही होता रहेगा सर...
यदि दो बिकाऊ जजों की धुलाई देश ने नहीं की होती तो बेचारी नूपुर कब की बलि चढ़ गई होती।
अगर नुपुर शर्मा केस वाला सुप्रिम कोर्ट गलत है तो उन जजो को फॉसी की सजा मिलनी चाहिए
जुबेर जिम्मेदार नही था परन्तु नुपुर शर्मा जिम्मेदार है तो इसका जवाब सुप्रिम कोर्ट को देना चाहिए
अगर नुपुर शर्मा ने गलत बोला तो क्या तस्लीम रहमानी ने सही बोला था
अब जनता को सुप्रिम कोर्ट पर विश्वास खत्म हो गया है
अगर सुप्रिम कोर्ट के जज गलत फैसले देते हैं तो उन पर कार्यवाही होनी चाहिए
सभी न्यायाधीशों को भी कटघरे में खड़ा करके उन पर भी मुकदमा चलाना चाहिए।
कोर्ट सिर्फ एक ही चल रहा है और वो है...... शरीया court of India.
अब खुद का न्याय खुद करना होगा अब सुप्रीकर्ट पर भरोषा नही कर सकते
दोहरा मापदण्ड है इनका नूपुर के लिए अलग जुबैर के लिए अलग। केंद्र न्यायिक आयोग का गठन कर इनके कोलेजियम सिस्टम को समाप्त किया जाना चाहिए।
जिस राष्ट्र मे उच्च पदों पर बैठे लोग मंकी बैलेंसिंग करने लगे तब वहाँ कानूनों का गलत इस्तेमाल होता है, सुप्रीम कोर्ट इसका ताजा उदाहरण है।
जब सुप्रिम कोर्ट के जजो ने नुपुर शर्मा के केस में गलत टिप्पणी करी थी नुपुर शर्मा के केस मे FIR को club करने के लिए मना कर दिया था तो मोहब्बत जुबेर की FIR को club कर दिया और उसको बरी कर दिया था
अगर दोनो जजो पर कार्यवाही होनी चाहिए दोनो जज बिके हुये थे तस्लीम रहमानी ने शिव पर गलत टिप्पणी की थी उस पर कोई भी कार्यवाही नही हुई
अगर उन जजो पर कोई भी कार्यवाही नही हो सकती है तो जनता तो कुछ कर सकती है उन जजो के हाथ पांव तोड़ देने चाहिए
जनता को कानून अपने हाथ में लेना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में भी बहुत से माननीय जज विशेष प्रकार की सांप्रदायिक, राजनीतिक एवं अनेक प्रकार से दुराग्रहों से ग्रस्त हैं।उनकी चयन प्रक्रिया में बदलाव होना चाहिए।
ये माननीय लोगो के उपर महाभियोग लगाकर जल्दी से जल्दी पदमुकत करते हुएदडित करने कानुन बनाना चाहिए
Is desh me do supreme court नहीं बल्कि सरकार के खिलाफ दो विपक्ष हैं एक संसद में दूसरा सुप्रीम कोर्ट में अब तो भगवान ही भारत को बचा सकता है
भगवान नहीं तुम्हारे वोट देश को बचा सकता है, लोगों को मोदी को वोट क्यों देना है समझाइए।
चीफ जस्टिस साहब का सुकढते विपक्ष को लेकर चिंतित होना उनकी मानसिकिता दर्शाता है कि वह किस विचारधारा से प्रभावित हैं
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को चाहिए कि न्यायिक नियुक्ति आयोग का गठन होना चाहिए ताकि न्यायाधीशों की नियुक्ति सरकार योग्यता के आधार पर कर सके।
मेरे विचार से ये लगता है कि एक ही विचार धारा का सुप्रीम कोर्ट पर अधिकार है या कब्जा है जो पूर्व की केंद्र सरकार के विचार से मैंच करती है। देश हित में अब अदालत में भी सुधार की जरूरत है जिससे बिना भेद भाव के न्याय हो सके। अदालत में खानदानी विरासत बंद होनीं चाहिये।
जबतक हिन्दू कायर और और डरपोक बनकर इस देश में रहेंगे तबतक ये दोगले जज ईस तरह का फैसले देते रहेंगे।
जब न्यायालय न्याय नहीं करेगा
तो उसे न्यायालय कौन मानेगा
हर हर महादेव शिव शम्भू 🙏🏻🙏🏻🌺🌺
सुप्रीम कोर्ट ने शर्मनाम काम किया जुबेरको जमानत देकर .ईसे फाशी होनि चाहीऐ थी।
बुलन्दशहर का दंगा भी आज जुबैर के ट्विटर के बाद शुरू हुआ, बुलन्दशहर की पुलिस को चाहिए की पहले इस जुबैर को सुधारे,
सुप्रीम कोर्ट,नेता, जज और कुछ पत्रकार जो मुसलमान और आतंकवादी से डर कर उनके पक्ष में बोलना और निर्णय देते है। डर के कारण ही ऐसा करते हैं मैं प्रतक्ष दर्शी हूं।
All'Hindus together for nupur Sharma
भले सरकार बदल गयी है लेकिन System आज भी उनका ही हैं !!!
सुप्रीम कोर्ट को शर्म आए या नाआए एक बहुत बड़े वर्ग को बहुत शर्म आ रही है।😮
सुप्रीम कोर्ट शर्म करो।शर्म करो।
Govt should applied judicial commission for judges appointment immediately otherwise desh will facing dangerous level in laws.
सुप्रीम कोर्ट से विश्वास उठ रहा है
सर parnam
सरकार किसी की भी हो लेकिन सिस्टम उनका है।
नूपुर और जुबेर में सुप्रीम कोर्ट का रवैया बेहद शर्मनाक है ऐसे पैसे से बिकने वाले इन जजों को बिल्कुल भी शर्म नहीं आती बहुत ही शर्मनाक सुशांत जी आप ठीक कहते हैं यहां पर न्याय पाने वालों में भी फर्क किया जा रहा है अगर आप हिंदू है तो तेल लेने जाओ और मुसलमान है तो हम गले लगाएंगे
इन सभी जजों की नियुक्ति असंवैधानिक है। कॉलेजियम सिस्टम का उल्लेख तक नहीं संविधान में जो कोलेजियम इनकी नियुक्ति की अनुशंसा राष्ट्रपति से करता है। न्यायिक व्यवस्था और संविधान का मखौल उड़ रहा है।
Absolutely Correct.....
सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार न्यायपालिका खास कर सुप्रीम कोर्ट में ही है सुप्रीम कोर्ट अपने आपको कानून और संविधान से भी ऊपर मानता है और कानून का मनमाना व्याख्या करता है , न्यायपाली में सुधार हो और पारदर्शिता हो
#curropt_judge