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ब्राह्मण बिशाल ,, चौरसिया जी आपके ज्ञान से बहुत अभिभूत हूं ,,,,आप जैसे ज्ञानियों की आवश्यकता है देश को ,,जो हिन्दू दर्शनो का प्रचार प्रसार करते हैं,,जो अर्धमुर्छित अवस्था में पड़े थे,, संस्कृत पढाने का जो अन्दाज है वह बहुत ही अनुपम है,,,इतनी कम आयू में इतना ज्ञान नमन के योग्य है
@@aryansen6580 ब्राह्मण शब्द ज्ञान का प्रतीक है और वर्ण कर्ममूलक हैं जन्ममूलक नही ,,,जो ज्ञानी है ब्रह्म जिज्ञासू है पठन पाठन करता है वह ब्राह्मण है,,,,,जो ज्ञान सून्य है पाशुविक क्रत्य हैं वह शूद्र है,,,,जन्म मूलक वर्ण आध्यात्मिक द्रष्टिकोण से कचरा के अलावा कुछ नही भौतिक जगत में कितना भी महात्म्य हो,,,,,बिशाल ब्राह्मण हैं निस्संदेह ,,,,ऐसे लोगो से देश और धर्म को गौरव होना चाहिए जो विदेशो में भी सनातन का डंका बजा रहे हैं इससे बड़ा ब्रम्हणत्व और क्या होगा
Mein student hu aur mein christian convent se padhi hu par apke channel ke madhyam se jo meine hindi bhasha, Sanskrit Bhasha, Shashtra, sahitya,geeta , puran ke bare mein sikha hai utna kahi nahi sikha 🙏 thanku for making these podcast..mera jiwan ke prati drishtikon badal raha hai apke channel ke madyam se🙏
Aap ne kya sikha ab tak? Maine utna content nahi dekha par mera ek prashn hai ki aap ke liye ishwar kaisa hai? Kon hai? Hai bhi ya nahi? Sagun hai ya nirgun hai? Hamare sath hai ya fir koi aur hi jagah rehta hai?
@@yashdave4052 sach batao toh issi channel se meine puran upanishad geeta ke bare mein bhut jaana hai pehle mujhe itna nahi pata tha phir curiosity bhi bhut Hui toh khud bhi pada ...isliye mein iss channel ko credit de rahi hu logo mein curiosity karne ka...jaha tak apka sawal hai...mere liye mera ishwar mere guru,mere parents (iss janam wale nahi), Bhai , behen, friend ke roop mein hai, ek prakar se har rishta Jo insan normal life mein rakhta hai woh mere liye sab ishwar hai..aur bilkul Ishwar hai varna mein itna viswas nahi karti.ishwar mere man mein hai mere andar par murti pojan se koi dikkat nahi hai woh ek madhyam hai..aur unki presence mujhe feel hoti hai....toh bilkul hamare sath hai hamare atma ke mool mein hai......pehle mein ishwar ke sagun roop se Judi thi...abb jitna mein adhyatma mein jaati ja rahi hu mein ishwar ke nirgun roop ko bhi samajh rahi hu...yeh baat Dhyan,meditation se pata chali hai..
वैदिक वैज्ञानिक आचार्य अग्निवर्त नैष्टिक जी और IKS रिसर्चर रवि सिंह चौधरी जी दोनों को बुलाए। मुझे लगता है वैदिक विज्ञान और और धर्म पर बहुत जबरदस्त डिस्कशन होगी अगर मुझे सभी सहमत है तो लाइक करें🙏
भाई गुजराती में 150 पहले छपी पुस्तके आज भी पुनः संस्करण छपते ही बिक जाती हैं। आपका सम्मान करता हूं पर भाषकीय बाबत में कट्टर हु। मेरी मातृभाषा गुजराती है। मेरी गुजराती उतनी ही अच्छी है जितना में हिंदी भी जानता हु।
इंग्लिश में लिखने का आज मन किया अपलोगो को सुन कर। आपलोग विचित्र रूप से प्रभावशाली है। बिल्कुल सामान्य भाषा में गूढ़ ज्ञान देने वाले आप तीनों आधुनिक महात्मयो को प्रणाम। कितने कम उम्र में कितना ज्ञान आजकल के समय में अपने अर्जित किया है। ईर्ष्या भी होती है आपसे 😊
पहले आप भागवत गीता का अध्धयन कर लीजिए उसमें भगवान श्री कृष्ण कहते है 18 अध्याय में अर्जुन मैने तुम्हे सब कुछ बता दिया। अब जैसी तुम्हारी इच्छा हो वैसा करो। सो आप भी अपने विवेक से पड़ने के बाद जैसा इच्छा हो वैसा करिए यहां कोई जोर जबरदस्ती नहीं है। बट हा सनातन धर्म गौतम को बुद्ध बनाता है,वर्धमान को महावीर बनाता है ,इंसान को संत बनाता है (यदि इस्लाम की भाषा में कहे तो पैगंबर बनाता है)
The difference is: Observation vs Intuition. Indian writers consistently talks about things they observe. While GoT or LoTR is based on hyper intuition. Hindi audience come from similar background, they connect with stories but are tired of that situation, they don't find solace with those stories. Mostly they're limited, and have nothing new. While LoTR takes you in different realm that you'd feel you're part of it, despite being part of it. And leave memory imprint for a long time.
Suggestion for editor please provide us both guests reaction simultaneously 😊 and please continue this type of highly intellectual podcast more than 2.5 hrs🙏
🙏 नम्र निवेदन है की महान विभूतियों से यह भी पूछा जाए की नई पीढ़ी को , लेखन के क्षेत्र को प्रेम करने वाले नए लोगों को सर्वप्रथम किन मुख्य पांच कृतियों को पढ़ने और समझना ही चाहिए हिंदी की
Indian Authors Ramayan Mahabharat pe hi likhte rahte hain. Ya fir kisi Pauranik katha ki retelling karte hain. Wo different fantasy Worldbuilding ki taraf jaate hi nhi. Arthala ek exception hai lekin wo bhi prachin Bharat me based hai. Middle Earth jaisa nhi.
भाई यह एक रामायण अभी नहीं लिखी गई है उत्तर प्रदेश मैं एक प्रोफेसर यादव जी है जिन्होंने भू से किया है पेरियार द्वारा रचित रामायण है उनको अपने लाइव सेशन में बुलाई और पूछिए बहुत क्वेश्चनकरते हैं
Almost all indian religions have been covered. There is still room for some of them . So I guess next podcast topic can be co-existing relationship with Sikh and sanata
Koi vastu na ho uska naam jaante ho kalpna se create kr sakte hai naam jo aastitva me na ho Harry Potter pura kal panik hai naam jante hai lekin aastitv me nahi hai
12:27 Ye to bahut hi weak argument. Bahut sari cheezen existence me nhi hai but uska naam hum jante hai. Let's start with examples: Harry Potter, Indiana Jones, Hulk, Iron Man, celestial Tea Pot, flying speghetti monsters, we can imagine all kinds of things that are debated but don't exist: Theory of everything, quantum gravity. Other things that are not debated but never proved to be exist like souls and ghosts. Elixir, and the philosopher's stone are also famous but don't exist.
guruji, apke piche diwar par lagi paintings kisi chij ko denote karti hain? ya fir apne decorative purpose se lagayi hain..? Please answer my question, kyuki me ye painting ko apke 1st episode se notice kr rha hu..!
Sir, aapka history series jahan aap Indian history ke baare mein bataye the, for example about Pritilata Waddedar, mathematician Prasant Chandra Mohalanobish etc woh history series kahan hain?? Kya aap ne delete kar diya?? Aur Jane Austen aur Charles Dickens ko lekar bhi aap ne video banaye the wo foreign history series mein. Woh playlist bhi kahan hai?? Bohot saare informative videos the wo dono playlists mein. Is liye puch rahi hoon. Please reply dena baad mein.
ईश्वर को win -win सिचूऐशन मे रखने के लिए आस्तिक कुछ न कुछ तर्क गढ़ते ही रहते है । और जब ऐसा इंसान दिखा दो जो भयंकर आस्था रखता है उसके साथ भी बुरा हुआ तो कर्मफल का हवाला उस पर भी जब जवाब न दे पाए तो पुनर्जन्म घुसेड़ दिया । इनके अनुसार जो सब अच्छा है वो केवल ईश्वर करता है और जो बुरा होता है वो हम करते है हमारे ही कर्म होते है ।
❤ ॐ।।❤।। ॐ ❤।। *कोई भी मनुष्य अपने शरीर के किसी एक भी अंग को नहीं बनाया और कोई भी अपनी इच्छा से जीवित नहीं हुआ है ।। सभी मनुष्यों का एक ही सूरज , धरती और हवा, , पानी और आसमान है सभी मनुष्य का शरीर और भोजन भी एक ही प्रकार का है ।।।* *वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है* *अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।* *अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।* *अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला, सभी पर दया करने वाला , इत्यादि।* *कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।* *ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।* *( वेद के कुछ मंत्र )* *ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )* *अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो और सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।* *ऋग्वेद मंत्र* *परमेश्वर ने कभी जन्म नही लिया और उसकी कभी मृत्यु भी नही होगी । ।उसके पास शरीर नही है उसके ज्ञान का अंत नही और उसके लिए कुछ असंभव नहीं । वही सर्वशक्तिमान है । वो संपूर्ण सृष्टि रचना से बाहर है सिर्फ वही हर तरफ है और उसी ने सब कुछ बनाया।* *हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )* *अर्थात् समस्त सृष्टि और सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।* *पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )* *अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी, दयालु और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
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iske bajah se bohot hindu buddhist ban gaye hai or sanatan ko gali de rahe hai.
Comment krne ka option kyu nahi aa raha h..
Replay hi krne ka option aa raha bas
ब्राह्मण बिशाल ,, चौरसिया जी आपके ज्ञान से बहुत अभिभूत हूं ,,,,आप जैसे ज्ञानियों की आवश्यकता है देश को ,,जो हिन्दू दर्शनो का प्रचार प्रसार करते हैं,,जो अर्धमुर्छित अवस्था में पड़े थे,, संस्कृत पढाने का जो अन्दाज है वह बहुत ही अनुपम है,,,इतनी कम आयू में इतना ज्ञान नमन के योग्य है
Bhaiya brahman nahi hai or unhe jarurat bhi nhi hai person is important not his lineage
@@aryansen6580 ब्राह्मण शब्द ज्ञान का प्रतीक है और वर्ण कर्ममूलक हैं जन्ममूलक नही ,,,जो ज्ञानी है ब्रह्म जिज्ञासू है पठन पाठन करता है वह ब्राह्मण है,,,,,जो ज्ञान सून्य है पाशुविक क्रत्य हैं वह शूद्र है,,,,जन्म मूलक वर्ण आध्यात्मिक द्रष्टिकोण से कचरा के अलावा कुछ नही भौतिक जगत में कितना भी महात्म्य हो,,,,,बिशाल ब्राह्मण हैं निस्संदेह ,,,,ऐसे लोगो से देश और धर्म को गौरव होना चाहिए जो विदेशो में भी सनातन का डंका बजा रहे हैं इससे बड़ा ब्रम्हणत्व और क्या होगा
Mein student hu aur mein christian convent se padhi hu par apke channel ke madhyam se jo meine hindi bhasha, Sanskrit Bhasha, Shashtra, sahitya,geeta , puran ke bare mein sikha hai utna kahi nahi sikha 🙏 thanku for making these podcast..mera jiwan ke prati drishtikon badal raha hai apke channel ke madyam se🙏
Aap ne kya sikha ab tak? Maine utna content nahi dekha par mera ek prashn hai ki aap ke liye ishwar kaisa hai? Kon hai? Hai bhi ya nahi? Sagun hai ya nirgun hai? Hamare sath hai ya fir koi aur hi jagah rehta hai?
@@yashdave4052 sach batao toh issi channel se meine puran upanishad geeta ke bare mein bhut jaana hai pehle mujhe itna nahi pata tha phir curiosity bhi bhut Hui toh khud bhi pada ...isliye mein iss channel ko credit de rahi hu logo mein curiosity karne ka...jaha tak apka sawal hai...mere liye mera ishwar mere guru,mere parents (iss janam wale nahi), Bhai , behen, friend ke roop mein hai, ek prakar se har rishta Jo insan normal life mein rakhta hai woh mere liye sab ishwar hai..aur bilkul Ishwar hai varna mein itna viswas nahi karti.ishwar mere man mein hai mere andar par murti pojan se koi dikkat nahi hai woh ek madhyam hai..aur unki presence mujhe feel hoti hai....toh bilkul hamare sath hai hamare atma ke mool mein hai......pehle mein ishwar ke sagun roop se Judi thi...abb jitna mein adhyatma mein jaati ja rahi hu mein ishwar ke nirgun roop ko bhi samajh rahi hu...yeh baat Dhyan,meditation se pata chali hai..
वैदिक वैज्ञानिक आचार्य अग्निवर्त नैष्टिक जी और IKS रिसर्चर रवि सिंह चौधरी जी दोनों को बुलाए। मुझे लगता है वैदिक विज्ञान और और धर्म पर बहुत जबरदस्त डिस्कशन होगी अगर मुझे सभी सहमत है तो लाइक करें🙏
हिन्दी का वर्तमान में सबसे बेहतरीन युगल❤
भाई गुजराती में 150 पहले छपी पुस्तके आज भी पुनः संस्करण छपते ही बिक जाती हैं।
आपका सम्मान करता हूं पर भाषकीय बाबत में कट्टर हु।
मेरी मातृभाषा गुजराती है।
मेरी गुजराती उतनी ही अच्छी है जितना में हिंदी भी जानता हु।
Jay JAGANNATH 🚩🙏
Issliye Mujhe Hindi bhasha bahut Acchi lagti hai,Kyunki yeh meri matribhasha hai 🎉🎉❤❤, Hindi Diwas ki bahut bahut Shubhkamnaye 😊😊🎉🎉
Jai Shree Krishna 🙏❤️🤗
मुझे बहुत पसंद है सारे एपिसोड्स ।
ज्ञानवर्धक और नए आयाम मेरे समक्ष उपस्थित होता है ।।
ऐसे ही महानुभावों को आमंत्रित करते रहिए।🎉🎉🎉🎉 जय हो।
इंग्लिश में लिखने का आज मन किया अपलोगो को सुन कर।
आपलोग विचित्र रूप से प्रभावशाली है। बिल्कुल सामान्य भाषा में गूढ़ ज्ञान देने वाले आप तीनों आधुनिक महात्मयो को प्रणाम। कितने कम उम्र में कितना ज्ञान आजकल के समय में अपने अर्जित किया है। ईर्ष्या भी होती है आपसे 😊
Jai shree ram ji 🙏🙏🙏 jai Jo
This podcast is far more better than any other youtuber’s ifykyk
Best podcast channel on whole you tube channel in my concern....jai bharat...
Jiya ho Bihar ke lala nilotpal bhaiya..
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आप जितने बड़े आपका ईश्वर उतना बड़ा
मानव के विकास के लिए ,उच्चतम अवस्था तक ले जाने की सरल व्याख्या ।
JAI JAGANNATH 🚩🇮🇳
🙏Jai Shri Ram 🚩🙏
अद्भूत चर्चा 👏👏👏
Mai pakistani musalman hu aur mai hindu dharm apnana chahta hu 🚩🙏 jay siyaram
Isme apnana kya hai pura Pakistan humara hai 😂😂😂
Aapka swagat hai
Parantu ye aapka hi nirnya hoga
Nice Joke 😂😂
Ram ram chanting start kardo
पहले आप भागवत गीता का अध्धयन कर लीजिए उसमें भगवान श्री कृष्ण कहते है 18 अध्याय में अर्जुन मैने तुम्हे सब कुछ बता दिया।
अब जैसी तुम्हारी इच्छा हो वैसा करो।
सो आप भी अपने विवेक से पड़ने के बाद जैसा इच्छा हो वैसा करिए
यहां कोई जोर जबरदस्ती नहीं है।
बट हा सनातन धर्म गौतम को बुद्ध बनाता है,वर्धमान को महावीर बनाता है ,इंसान को संत बनाता है (यदि इस्लाम की भाषा में कहे तो पैगंबर बनाता है)
दोनों लोक मानस के लेखक हैं और बहुत् मजा आया देख के। बहुत बहुत धन्यवाद विशाल भाई ।
🚩🚩जय हो 🚩🚩
नीलोत्पल मृणाल मेरे फेवरेट लेखक इनके द्वारा लिखी हुई औघर डार्क हॉर्स और यार जादूगर तीनों बहुत ही मजेदार❤
आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाए
विश्व इतिहास के लिए कौनसी किताब पढ़नी चाहिए । जिसमे तथ्यों के साथ छेड़ छाड़ न की गई हो । कृपया मार्गदर्शन करें
None
यह वक्तव्य सुनकर उमंग जागी की अपनी रचनाओं वक्त
🕉️ *नर्मदे हर* 🪷
Jai shree Ram Jai shree Ram
Bahut achcha conversation.
Jai Shree Ram 🚩
Kavita bhout achhi lgi 👌 ankh me ashu aa gye
Phir bulana vishal bhaiya inhe bahut acche h ❤❤❤❤ two legends in one frame
30:54 ज़ेनोफेन्स (Xenophanes)=>"यदि घोड़े और बैल चित्रकारी कर सकते, तो वे घोड़ों और बैलों के समान देवताओं की कल्पना करते।"
Bhut bdi baat boli aapne👏
घोड़े और बैलों के लिए भगवान खुद को ही उसी रूप में आयेंगे उनके लिए
जैसे हमारे लिए निर्गुण निराकार भगवान सगुण साकार हो कर मानव शरीर को
"ye yatha maam prapadyante,tasthataiva bhajamyaham"
Adhyatm shkti deta hai ❤️
Jai ho,shubh ho
जय हो 🙏🚩
Best podcast ever!
Very nice n insightful
आचार्य अग्निव्रत जी को बुलाए 🙏
Hyper quest is Underrated channel, keep up the good work 👍👍👍
Thank you VISHAL for this STRIKING conversation with NILOTPAL MRINAL & DIVYA PRAKASH DUBEY 👌👍❤️
स्वामी शिवानंद जी महाराज आर्य समाज को आमंत्रित करें 🙏🙏
कृपया आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक के साथ एक चलचित्र बनाइये । 🙏
What a last kavitaaaaa😮
this was so good , so good
One of the beautiful podcast of this series❣
Shandar podcast 🎉
Respected Guests se aapne koi book recommendation nahi manga apne darshkon ke liye ye shikayat hai hamara aapse as a subscriber 😮
No doubt Podcast badhiya rha... Anchor saheb bas Aap question thoda km शब्दों में to the Point rakhiye bhut badhiya raha❤❤❤
Jay Ho Jay Ho Jay Ho Aur hindu dharm ki Vijay ho Satya Sanatan Vaidik Dharm ki Jay
Thanks for the episode ☺️
Behat badhiya ❤
संत तुकरामजी पर एक वीडियो
The difference is: Observation vs Intuition.
Indian writers consistently talks about things they observe.
While GoT or LoTR is based on hyper intuition.
Hindi audience come from similar background, they connect with stories but are tired of that situation, they don't find solace with those stories. Mostly they're limited, and have nothing new.
While LoTR takes you in different realm that you'd feel you're part of it, despite being part of it. And leave memory imprint for a long time.
Suggestion for editor please provide us both guests reaction simultaneously 😊 and please continue this type of highly intellectual podcast more than 2.5 hrs🙏
इसलिए हम जय भारत! जय श्री मोदी आदि लिखते हैं 🙏🚩
Acharya prasant ji ko please❤❤❤ thank you vishal bhaiya
आचार्य प्रशांत जी को बुलाइये भाई जी.... 🙏🙏
🙏 नम्र निवेदन है की महान विभूतियों से यह भी पूछा जाए की नई पीढ़ी को , लेखन के क्षेत्र को प्रेम करने वाले नए लोगों को सर्वप्रथम किन मुख्य पांच कृतियों को पढ़ने और समझना ही चाहिए हिंदी की
1. Chandrakanta, Chandrakanta Santati aur Bhoothnath
2. Vaishali ki Nagarvadhu
3. Vayam Rakshamah
4. Prithvivallabh
5. Jai Somnath
Best guest- Nilotpal ji.. gajab ka sense of humour.
Bhaiya Aap Science Journey Sir ke sath bhi debate jaroor karen.
Dhanyawad!
जय विज्ञान जय मानवता।
🚩🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏
#deep knowledge
Osho is always great u can't beat him..
30:00❤
I am also going to buy hindi author book physically.
chandrakanta written by devkaninandan khatri one of the best book ......
Sadguru Jaggi Vasudev ji आमंत्रित कीजिए 🙏
❤❤❤
Please make video on Brahmakumaris
❤...
Indian Authors Ramayan Mahabharat pe hi likhte rahte hain. Ya fir kisi Pauranik katha ki retelling karte hain. Wo different fantasy Worldbuilding ki taraf jaate hi nhi. Arthala ek exception hai lekin wo bhi prachin Bharat me based hai. Middle Earth jaisa nhi.
Kash ye podcast thoda or lamba hota 😞
नीलोत्पल भाई गमछे के बिना मजा कम आ रहा है❤
Aacharya Prashant ji ko bulae please please❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Wait kariye.. Aacharya Ji ko to aana hi hain .. unko sunane ke liye to intajar karna hi padega .. 😊 m bhi intajar kar rhi hu
30:16 ❤
Bhiayaa vo modern science v/s ancient science ka part 2 bhi leke aiyeee please 🙏❤️🙏
Aap bhi 2,3 channel banaiye
राधा कृष्ण
🎉
Middle class joint family pr podcast kijiye Please Shrimn 🙏
Next Podcast with "Pratik Prajapati" 🎯
भाई यह एक रामायण अभी नहीं लिखी गई है उत्तर प्रदेश मैं एक प्रोफेसर यादव जी है जिन्होंने भू से किया है पेरियार द्वारा रचित रामायण है उनको अपने लाइव सेशन में बुलाई और पूछिए बहुत क्वेश्चनकरते हैं
Almost all indian religions have been covered. There is still room for some of them . So I guess next podcast topic can be co-existing relationship with Sikh and sanata
Hmm Hmmm Hmmm Hmm Hmm Hmmmm😂😂😂😂😂😂😂😂
Koi vastu na ho uska naam jaante ho kalpna se create kr sakte hai naam jo aastitva me na ho Harry Potter pura kal panik hai naam jante hai lekin aastitv me nahi hai
12:27 Ye to bahut hi weak argument. Bahut sari cheezen existence me nhi hai but uska naam hum jante hai. Let's start with examples: Harry Potter, Indiana Jones, Hulk, Iron Man, celestial Tea Pot, flying speghetti monsters, we can imagine all kinds of things that are debated but don't exist: Theory of everything, quantum gravity. Other things that are not debated but never proved to be exist like souls and ghosts. Elixir, and the philosopher's stone are also famous but don't exist.
Vote for Parakh om Bhatt ❤
Please invite Aacharya Prashant Jii
Bhai Acharya "Agnivrat naistikjiko" akkvar bulaiana apka badhia podcast hoga..
21:05-27:37 kehna kya chahte ho?
Please invite Aksyat Gupta
Like button Who wants acahrya prashant ✅️
guruji,
apke piche diwar par lagi paintings kisi chij ko denote karti hain? ya fir apne decorative purpose se lagayi hain..?
Please answer my question, kyuki me ye painting ko apke 1st episode se notice kr rha hu..!
Sir, aapka history series jahan aap Indian history ke baare mein bataye the, for example about Pritilata Waddedar, mathematician Prasant Chandra Mohalanobish etc woh history series kahan hain?? Kya aap ne delete kar diya?? Aur Jane Austen aur Charles Dickens ko lekar bhi aap ne video banaye the wo foreign history series mein. Woh playlist bhi kahan hai?? Bohot saare informative videos the wo dono playlists mein. Is liye puch rahi hoon. Please reply dena baad mein.
ईश्वर को win -win सिचूऐशन मे रखने के लिए आस्तिक कुछ न कुछ तर्क गढ़ते ही रहते है । और जब ऐसा इंसान दिखा दो जो भयंकर आस्था रखता है उसके साथ भी बुरा हुआ तो कर्मफल का हवाला उस पर भी जब जवाब न दे पाए तो पुनर्जन्म घुसेड़ दिया । इनके अनुसार जो सब अच्छा है वो केवल ईश्वर करता है और जो बुरा होता है वो हम करते है हमारे ही कर्म होते है ।
Deja boo jante ho kya hota hai
आपने सही कहा भाई
Debate kispe hai?
Vo chahta ho ki uske vichar sab tak pahuche chahe vo gareeb ho ya ameer agar kisi ke pass book kharid ne ke paise ho ya na ho
Maharishi manu was the first man born by bhrama according to hinduism but why he has narrow mind(manusmriti) is the clear example.
Rajshree nandi, akshat Gupta, prakhar om bhat ko bulaiye bhaiya.😮😮
❤ ॐ।।❤।। ॐ ❤।। *कोई भी मनुष्य अपने शरीर के किसी एक भी अंग को नहीं बनाया और कोई भी अपनी इच्छा से जीवित नहीं हुआ है ।। सभी मनुष्यों का एक ही सूरज , धरती और हवा, , पानी और आसमान है सभी मनुष्य का शरीर और भोजन भी एक ही प्रकार का है ।।।*
*वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है*
*अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।*
*अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।*
*अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला, सभी पर दया करने वाला , इत्यादि।*
*कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।*
*ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।*
*( वेद के कुछ मंत्र )*
*ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )*
*अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो और सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।*
*ऋग्वेद मंत्र*
*परमेश्वर ने कभी जन्म नही लिया और उसकी कभी मृत्यु भी नही होगी । ।उसके पास शरीर नही है उसके ज्ञान का अंत नही और उसके लिए कुछ असंभव नहीं । वही सर्वशक्तिमान है । वो संपूर्ण सृष्टि रचना से बाहर है सिर्फ वही हर तरफ है और उसी ने सब कुछ बनाया।*
*हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )*
*अर्थात् समस्त सृष्टि और सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।*
*पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )*
*अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी, दयालु और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*