Jai Jai Param Krupadu Gurudev!!! You explained Adhbhut Sutras. Sab kuchh Parmatma, Sab Mai Parmata. Atti Adhbhut Satsang. Adhbhut Dyan. Thank you so much Param Upkari Param Krupadu Gurudev! Appke Charan Kamal Mai Vandan Varamvaar. ❤❤❤❤
निर्वाण षट्कम मनोबुद्धयहंकारचित्तानि नाहम् न च श्रोत्र जिह्वे न च घ्राण नेत्रे न च व्योम भूमिर्न तेजॊ न वायु: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥1॥ मैं न तो मन हूं, न बुद्धि, न अहंकार, न ही चित्त हूं मैं न तो कान हूं, न जीभ, न नासिका, न ही नेत्र हूं मैं न तो आकाश हूं, न धरती, न अग्नि, न ही वायु हूं मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं। न च प्राण संज्ञो न वै पञ्चवायु: न वा सप्तधातुर्न वा पञ्चकोश: न वाक्पाणिपादौ न चोपस्थपायू चिदानन्द रूप:शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥2॥ मैं न प्राण हूं, न ही पंच वायु हूं मैं न सात धातु हूं, और न ही पांच कोश हूं मैं न वाणी हूं, न हाथ हूं, न पैर, न ही उत्सर्जन की इन्द्रियां हूं मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं। न मे द्वेष रागौ न मे लोभ मोहौ मदो नैव मे नैव मात्सर्य भाव: न धर्मो न चार्थो न कामो ना मोक्ष: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥3॥ न मुझे घृणा है, न लगाव है, न मुझे लोभ है, और न मोह न मुझे अभिमान है, न ईर्ष्या मैं धर्म, धन, काम एवं मोक्ष से परे हूं मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं। न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खम् न मन्त्रो न तीर्थं न वेदार् न यज्ञा: अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता चिदानन्द रूप:शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥4॥ मैं पुण्य, पाप, सुख और दुख से विलग हूं मैं न मंत्र हूं, न तीर्थ, न ज्ञान, न ही यज्ञ न मैं भोजन(भोगने की वस्तु) हूं, न ही भोग का अनुभव, और न ही भोक्ता हूं मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं। न मे मृत्यु शंका न मे जातिभेद:पिता नैव मे नैव माता न जन्म: न बन्धुर्न मित्रं गुरुर्नैव शिष्य: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥5॥ न मुझे मृत्यु का डर है, न जाति का भेदभाव मेरा न कोई पिता है, न माता, न ही मैं कभी जन्मा था मेरा न कोई भाई है, न मित्र, न गुरू, न शिष्य, मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं। अहं निर्विकल्पॊ निराकार रूपॊ विभुत्वाच्च सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम् न चासंगतं नैव मुक्तिर्न मेय: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥6॥ मैं निर्विकल्प हूं, निराकार हूं मैं चैतन्य के रूप में सब जगह व्याप्त हूं, सभी इन्द्रियों में हूं, न मुझे किसी चीज में आसक्ति है, न ही मैं उससे मुक्त हूं, मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
With ur grace, today I enjoyed this geeth pt. 10 very excellantly explaining. Thank u Sri Guru maa. May Lord bless u with long life n very good health. My sincere regards n Pranams at thy lotus feet.
so powerful,life will be full of Aanand as we start putting this massage in our daily life.,and your Satsang is only Rasta to give courage to enter on this path, Thanks
The thrust pressure force confidence and appeal so forceful that it attracts all make change and reform leave every one changed.While OSHO at such juncture takes help of heart thru poems while here the force is so powerful in the mind that change is bound to come.The changes come automatically in our feeling and actions. take today example that I met one Car Park Nepali chiwkidar just by chance on the road and being that Nepali Bhagat told me that he will be going to Kashi Benaras and in him I my identity and suddenly gave him money as train ticket for going there in Kashi as if I am going there and he is not going though this Nepali chiwkidar I met him many months ago.This change of CHIDANAND in all come in practice automatically. The Discourse is forceful logical convincing that words takes form of action transformation and self Realisation. Just listened to ten discourses the discourse enlightens you and waiting for other discourses.
Has Dhyan to do with God realization? When Lord Krishana imparted God realization to Arjun, there was no time for meditatio by Arjune .similarly When god realization wasim parted to Maharaja Janak there was no time for meditation by Maharaja Janak. When lord Ram was imparted God knowledge,meditation was not asked by his Guru. Like wise Bulle Shah has also said "Bulle Rab da kee pana adhron putna aidhron lana."Then why this dhian is being so much impressed by your mission
Ben Prabhu mera ek sandeh aap tak pahunchengi ki nahei maaloom nahein Lekin okie na okie aap tak pahunchayega,isliye,Prabhu Astavakra to dwaparyug mae ,aur Janak to tretayug ka Hai. To dononka samvad kisa Sambhav hua.
जय कृपालु, अपने भाव व्यक्त करने के लिए आपका धन्यवाद। यदि आप श्री गुरु जी के दर्शन करना चाहते हैं तो आप दिल्ली में live सत्संग में आ सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए SRM के helpline नम्बर पर call करें। प्रेमर्पणता में
Thanks a million Ben prabhu u show the real and right path to reach the goal.❤❤❤
Anant koti Dhanyawad Sri Guru
Thank you.. showing us right path Ben Prabhu ji..
Dhanyawad
Jai Jai Param Krupadu Gurudev!!! You explained Adhbhut Sutras. Sab kuchh Parmatma, Sab Mai Parmata. Atti Adhbhut Satsang. Adhbhut Dyan. Thank you so much Param Upkari Param Krupadu Gurudev! Appke Charan Kamal Mai Vandan Varamvaar. ❤❤❤❤
माताजी तुम्ही खरोखर देवतुल्य आहात
गुरुदेव तुम्हारी जय हो, गुरुदेव तुम्हारी जय हो, गुरुदेव तुम्हारी जय हो।
प्रणाम सदगुरुदेव आत्मज्ञानी श्री गुरु प्रभु
आपके चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन गुरुदेव।
"Guruji Ke Charno Me Koti-Koti Pranam". Today' satsang is a top of knowledge.i am not wave I am sea, not a pot's space, I am already space.🙏🌅☀️
Shukriya VaheGuru koti koti pranam ji Jai Jai ho Shukriya Shree Guru Nanak Dev Ji....
निर्वाण षट्कम
मनोबुद्धयहंकारचित्तानि नाहम् न च श्रोत्र जिह्वे न च घ्राण नेत्रे
न च व्योम भूमिर्न तेजॊ न वायु: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥1॥
मैं न तो मन हूं, न बुद्धि, न अहंकार, न ही चित्त हूं
मैं न तो कान हूं, न जीभ, न नासिका, न ही नेत्र हूं
मैं न तो आकाश हूं, न धरती, न अग्नि, न ही वायु हूं
मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
न च प्राण संज्ञो न वै पञ्चवायु: न वा सप्तधातुर्न वा पञ्चकोश:
न वाक्पाणिपादौ न चोपस्थपायू चिदानन्द रूप:शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥2॥
मैं न प्राण हूं, न ही पंच वायु हूं
मैं न सात धातु हूं,
और न ही पांच कोश हूं
मैं न वाणी हूं, न हाथ हूं, न पैर, न ही उत्सर्जन की इन्द्रियां हूं
मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
न मे द्वेष रागौ न मे लोभ मोहौ मदो नैव मे नैव मात्सर्य भाव:
न धर्मो न चार्थो न कामो ना मोक्ष: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥3॥
न मुझे घृणा है, न लगाव है, न मुझे लोभ है, और न मोह
न मुझे अभिमान है, न ईर्ष्या
मैं धर्म, धन, काम एवं मोक्ष से परे हूं
मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खम् न मन्त्रो न तीर्थं न वेदार् न यज्ञा:
अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता चिदानन्द रूप:शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥4॥
मैं पुण्य, पाप, सुख और दुख से विलग हूं
मैं न मंत्र हूं, न तीर्थ, न ज्ञान, न ही यज्ञ
न मैं भोजन(भोगने की वस्तु) हूं, न ही भोग का अनुभव, और न ही भोक्ता हूं
मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
न मे मृत्यु शंका न मे जातिभेद:पिता नैव मे नैव माता न जन्म:
न बन्धुर्न मित्रं गुरुर्नैव शिष्य: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥5॥
न मुझे मृत्यु का डर है, न जाति का भेदभाव
मेरा न कोई पिता है, न माता, न ही मैं कभी जन्मा था
मेरा न कोई भाई है, न मित्र, न गुरू, न शिष्य,
मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
अहं निर्विकल्पॊ निराकार रूपॊ विभुत्वाच्च सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम्
न चासंगतं नैव मुक्तिर्न मेय: चिदानन्द रूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम् ॥6॥
मैं निर्विकल्प हूं, निराकार हूं
मैं चैतन्य के रूप में सब जगह व्याप्त हूं, सभी इन्द्रियों में हूं,
न मुझे किसी चीज में आसक्ति है, न ही मैं उससे मुक्त हूं,
मैं तो शुद्ध चेतना हूं, अनादि, अनंत शिव हूं।
With ur grace, today I enjoyed this geeth pt. 10 very excellantly explaining. Thank u Sri Guru maa. May Lord bless u with long life n very good health.
My sincere regards n Pranams at thy lotus feet.
Shukriya Sri Guru Blessings all of us Jai MAA Bhavani Jai Jai ho....
Thank you Ben Prabhu 🙏🙏🙏
Samay ke behte prabhav se hame Satya Nazar aajata he, jaise seep ka example diya aapne.. wah esa kabhi suna nahi.. dhanyavaad Prabhu 🙏🙏🙏🙏✨✨✨✨
Jai shree Ram Jai Hanuman ji maharaj 🙏🚩
Jai gurudev. Thank you
Very nice sat sang Jayshree sad guru
Very nice dhyan prayog Prabhu.. thank you very much 🙏
Thank u pravu 🙏🙏🙏🙏
Sat sat naman 🙏🙏🙏🙏🙏
Dhanyavad Ratna Prabhu
Thanks for your excellent pravachan
Anant koti Dhanyawad Sri Guru.
🌹🙏🙏🙏🌹प्रणाम प्रभु
Koti koti vandan 🙏🙏🙏🙏
🙏🏾❤️ कोटि-कोटि नमन।❤️🙏🏾
Jay gurudev datt
Beautiful explanation . Thank you so much Ratna Prabhu Ben . Really grateful .
Prabhu the last revelation had so much power hidden in it...wow...Thank YOU..
elaboration of word Ishara - very beautiful Prabhu Thanks
Jai guru maa
Dhanyawad Gurudev
🙏🙏🙏 कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏
Jai shree Guru 🙏🙏
Prabhu ji,koti koti pranam
Jai meri ben prabhu naman vanan hum bhut kushkismat hai aapke jaisa avatar hame marg darshan karwa rehe hai love you maa🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Gurgaon Ka address chaia
thanks for sharing such a beautiful pious knowledge
🙏 Jay sat chit aanand 🙏
Thanku so much shri gurujii
very helpful divine knowledge points in today's life. God bless !!.... the entire team .
Me sab me hu... Sab muj me hai... Jese.... Havaaa me gubbara hai .. ya yu kaho... Gubbare me havaaa hai.... Bas.. gubbare rupi saris me nahi hu...
धन्यवाद गुरु मां
प्रणाम,बहुत ही रोचक विषय है ,सुन्दर तरीके से प्रस्तुति है, नियमित सुनता हूँ।
Thank u.maa ji
awesome Prabhu. You left us Wordless Speachless.
super gyan ek number
i always listener of your uploads. thanks a lot . regards.
Thanks for sharing wonderful knowledge
Jai Sri kripadu
Dhanyevad bhen prubhu
Shri guruji pranam 15,5, 23.🙏🙏🙏🛐🛐🛐🛐🛐
Gurudev prabhuji
thanks for uplifting souls
Awesome thanks Prabhu
Aabhar prabhu🕉🙏
Thank You Ratna Prabhu
Adbhut hai aapki Gyan chamta.
Gratitude To You ❤️
Dhanyawad.kripa Hai
Dear Ben I Love the way you explain with day to day practical examples , seems easy to understand the context is the Tatva
I am regular listner of your all uploads Thanks a lot Regards
Pranam sundar bakhya
Om🙏🙏🙏
Thank you Ben Prabhu ji.
माताजी तुम्ही हिच संपूर्ण गीता मराठीत सांगा म्हणजे सामान्य लोकांना ही समजेल
so powerful,life will be full of Aanand as we start putting this massage in our daily life.,and your Satsang is only Rasta to give courage to enter on this path,
Thanks
🙏🙏
कोटि कोटि नमन❤
कोटि कोटि धन्यवाद 🙏
🕉🙏💐🕉🙏💐🕉🙏💐
Thanks Thanks a lot
Thanks prubu ratan ji
Very educational
Jay Shree Krishna.
thanks
Benji
enjoy Dhyan it so powerful
No Meditation, No Life
Know Meditation, Know Life
Dilip Hirani icassdnqq and the new coach of the world trade year
Dhanyawad dhanyawad dhanyawad ji
Jai prubhu
Dhanyawad
Thankyou very much 😘
माताजी तुम्ही शब्दांच्या पलिकडले आहात तुम्ही इतके सुंदर समजाऊन सांगत आहात की काय बोलावे हेच कळत नाही
Thankyou Prabhu🙏💐💐💜🩷🩵🪷🪷🪷
1to end
Thanks for nice vdo.
10 minute of meditation is superb!
Thank you Prabhu jii
Very nice । Thanking you
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹
The thrust pressure force confidence and appeal so forceful that it attracts all make change and reform leave every one changed.While OSHO at such juncture takes help of heart thru poems while here the force is so powerful in the mind that change is bound to come.The changes come automatically in our feeling and actions. take today example that I met one Car Park Nepali chiwkidar just by chance on the road and being that Nepali Bhagat told me that he will be going to Kashi Benaras and in him I my identity and suddenly gave him money as train ticket for going there in Kashi as if I am going there and he is not going though this Nepali chiwkidar I met him many months ago.This change of CHIDANAND in all come in practice automatically. The Discourse is forceful logical convincing that words takes form of action transformation and self Realisation. Just listened to ten discourses the discourse enlightens you and waiting for other discourses.
TV
धन्यवाद
Thankyou
सत साहेब जी बहुत ही सुन्दर तरीके से समझने के लिए धन्यवाद
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
परनम आप कहती है कि दापर युग में वचन के
गया तो गया लेकिन धय ना जाए तो कली यूग
Ben Sri Ratna Prabhu , from where your book on ashtavakrageeta to get ?
khup chan
Has Dhyan to do with God realization? When Lord Krishana imparted God realization to Arjun, there was no time for meditatio
by Arjune .similarly When god realization wasim parted to Maharaja Janak there was no time for meditation by Maharaja Janak. When lord Ram was imparted God knowledge,meditation was not asked by his Guru. Like wise Bulle Shah has also said "Bulle Rab da kee pana adhron putna aidhron lana."Then why this dhian is being so much impressed by your mission
Thanks
Very nice explaining Ben prubu
Ben Prabhu mera ek sandeh aap tak pahunchengi ki nahei maaloom nahein Lekin okie na okie aap tak pahunchayega,isliye,Prabhu Astavakra to dwaparyug mae ,aur Janak to tretayug ka Hai. To dononka samvad kisa Sambhav hua.
guru.prabhu aapke.dershan.kaise.karu
Prabhu kise din aap se mulakaad ho jaye, aap ke sat mujhe bhee Dhyan karneka moka miljaye ,ye hee prardhana hai mera.aap ok Kahan milsakte hain
जय कृपालु,
अपने भाव व्यक्त करने के लिए आपका धन्यवाद।
यदि आप श्री गुरु जी के दर्शन करना चाहते हैं तो आप दिल्ली में live सत्संग में आ सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए SRM के helpline नम्बर पर call करें।
प्रेमर्पणता में
😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
😭
L
Anant koti Dhanyawad Sri Guru