अगर नहीं टँकारे आती फागुन की वो शिवरात हमारी कौन पूछता बात BY Ramnivas Arya Ji Vaidik Prachar

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  • Опубліковано 17 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 6

  • @jaibhagwan9752
    @jaibhagwan9752 Рік тому +5

    परमादरणीय स्वर्गीय पृथ्वीसिंह बेधडक का कार्यक्रम कुरूक्षेत्र मे हमारे गांव मे हुआ था। शायद 1966-67 की बात है तब उनको
    केवल एक बार देखा और सुना था शेर जैसी गर्जन उनकी वाणी में थी। देशभक्ति और समाज-सुधार के विषय मे ही उनका प्रोग्राम था। तब हमें उनके बारे में ज्यादा जानकारी और समझ नहीं थी।
    बहुत बाद में जब कालेज के दिनों मे आर्यसमाज मंदिर में उनके लिखे भजन दूसरे भजनीकों द्वारा गाए हुए सुने तब उनके बारे में जानकारी मिली।
    रामनिवास जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका।
    आपकी आवाज मे मिठास तो है ही साथ मे आप भी बेधडक ही हैं।

  • @jagpalsingh927
    @jagpalsingh927 Рік тому +2

    Om namaste ji the best

  • @ramsinghgurjar1656
    @ramsinghgurjar1656 Рік тому +2

    🙏🙏🙏🚩🚩🚩

  • @AnilKumar-xe9gf
    @AnilKumar-xe9gf Рік тому +1

    👆 in

  • @RAJESHKUMAR-fu5ee
    @RAJESHKUMAR-fu5ee 10 місяців тому

    Vigyanik soch budhisto ke charcha ka gayan do

  • @sanjeevsanatan8922
    @sanjeevsanatan8922 Рік тому +1

    हाथी को भी बांधा जाता है