श्रीज्ञानेश्वरीतील भक्त लक्षणे, प्रवचन श्रीगुरू चैतन्य महाराज देगलूरकर,
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- Опубліковано 7 лют 2025
- श्रीगुंडा नारायण महाराज देगलूरकर ५४ वा पुण्यस्मरण सोहळा श्रीक्षेत्र उदगीर, येथे संपन्न झाला. उत्सवात सद्गुरू श्रीचंद्रशेखर महाराज देगलूरकर व श्रीगुरु चैतन्य महाराज देगलूरकर यांनी पाच दिवस उपस्थित राहून समजला प्रबोधन केले. प्रथम सत्रात श्रीगुरु चैतन्य महाराज यांनी श्रीज्ञानेश्वरीतील भक्त लक्षणे सांगितले. द्वितीय सत्रात सद्गुरू श्रीचंद्रशेखर महाराज यांनी श्रीगुंडा महाराज चरित्र सांगितले. कार्यक्रमाचे संपूर्ण आयोजन श्रीराजेश्वर राव जी निटूरे (माजी नगराध्यक्ष) उदगीर यांनी केले
राम कृष्ण हरी माऊली
जय जय ज्ञानेश्वर महाराज🙏 जय जय रामकृष्ण हरी🙏🙏🙏 खूपच छान 🙏🙏
गुरूच्या चरणी दंडवत
Jay dyanoba mauli dyanraj mauli tukaram.
राम कृष्ण हरी माऊली अप्रतिम
१ जय जय राम कृष्ण हरी २ जय जय राम कृष्ण हरी ३ जय जय राम कृष्ण हरी ४ जय जय राम कृष्ण हरी ५ जय जय राम कृष्ण हरी ६ जय जय राम कृष्ण हरी ७ जय जय राम कृष्ण हरी 8 जय जय राम कृष्ण हरी 9 जय जय राम कृष्ण हरी 10 जय जय राम कृष्ण हरी 11 जय जय राम कृष्ण हरी 12 जय जय राम कृष्ण हरी 13 जय जय राम कृष्ण हरी 14 जय जय राम कृष्ण हरी 15 जय जय राम कृष्ण हरी 16 जय जय राम कृष्ण हरी 17 जय जय राम कृष्ण हरी 18 जय जय राम कृष्ण हरी 19 जय जय राम कृष्ण हरी 20 जय जय राम कृष्ण हरी 21 जय जय राम कृष्ण हरी 22 जय जय राम कृष्ण हरी 23 जय जय राम कृष्ण हरी 24 जय जय राम कृष्ण हरी 25 जय जय राम कृष्ण हरी 26 जय जय राम कृष्ण हरी 27 जय जय राम कृष्ण हरी 28 जय जय राम कृष्ण हरी 29 जय जय राम कृष्ण हरी 30 जय जय राम कृष्ण हरी 31 जय जय राम कृष्ण हरी 32 जय जय राम कृष्ण हरी 33 जय जय राम कृष्ण हरी 34 जय जय राम कृष्ण हरी 35 जय जय राम कृष्ण हरी 36 जय जय राम कृष्ण हरी 37 जय जय राम कृष्ण हरी 38 जय जय राम कृष्ण हरी 39 जय जय राम कृष्ण हरी 40 जय जय राम कृष्ण हरी 41 जय जय राम कृष्ण हरी 42 जय जय राम कृष्ण हरी 43 जय राम कृष्ण हरी 44 जय जय राम कृष्ण हरी 45 जय जय राम कृष्ण हरी 46 जय जय राम कृष्ण हरी 47 जय जय राम कृष्ण हरी 48 जय जय राम कृष्ण हरी 49 जय जय राम कृष्ण हरी 50 जय जय राम कृष्ण हरी 51 जय जय राम कृष्ण हरी 52 जय जय राम कृष्ण हरी 53 जय जय राम कृष्ण हरी 54 जय जय राम कृष्ण हरी 55 जय जय राम कृष्ण हरी 56 जय जय राम कृष्ण हरी 57 जय जय राम कृष्ण हरी 58 जय जय राम कृष्ण हरी 59 जय जय राम कृष्ण हरी 60 जय जय राम कृष्ण हरी 61 जय जय राम कृष्ण हरी 62 जय जय राम कृष्ण हरी 63 जय जय राम कृष्ण हरी 64 जय जय राम कृष्ण हरी 65 जय जय राम कृष्ण हरी 66 जय जय राम कृष्ण हरी 67 जय जय राम कृष्ण हरी 68 जय जय राम कृष्ण हरी 69 जय जय राम कृष्ण हरी 70 जय जय राम कृष्ण हरी 71 जय जय राम कृष्ण हरी 72 जय जय राम कृष्ण हरी 73 जय जय राम कृष्ण हरी 74 जय जय राम कृष्ण हरी 75 जय जय राम कृष्ण हरी 76 जय जय राम कृष्ण हरी 77 जय जय राम कृष्ण हरी 78 जय जय राम कृष्ण हरी 79 जय जय राम कृष्ण हरी 80 जय जय राम कृष्ण हरी 81 जय जय राम कृष्ण हरी 82 जय जय राम कृष्ण हरी 83 जय जय राम कृष्ण हरी 84 जय जय राम कृष्ण हरी 85 जय जय राम कृष्ण हरी 86 जय जय राम कृष्ण हरी 87 जय जय राम कृष्ण हरी 88 जय जय राम कृष्ण हरी 89 जय जय राम कृष्ण हरी 90 जय जय राम कृष्ण हरी 91 जय जय राम कृष्ण हरी 92 जय जय राम कृष्ण हरी 93 जय जय राम कृष्ण हरी 94 जय जय राम कृष्ण हरी 95 जय जय राम कृष्ण हरी 96 जय जय राम कृष्ण हरी 97 जय जय राम कृष्ण हरी 98 जय जय राम कृष्ण हरी 99 जय जय राम कृष्ण हरी 100 जय जय राम कृष्ण हरी 101 जय जय राम कृष्ण हरी
102 जय जय राम कृष्ण हरी 103 जय जय राम कृष्ण हरी 104 जय जय राम कृष्ण हरी 105 जय जय राम कृष्ण हरी 106 जय जय राम कृष्ण हरी 107 जय जय राम कृष्ण हरी 108 जय जय राम कृष्ण हरी
1 जय जय राम कृष्ण हरी 2 जय जय राम कृष्ण हरी 3 जय जय राम कृष्ण हरी 4 जय जय राम कृष्ण हरी 5 जय जय राम कृष्ण हरी 6 जय जय राम कृष्ण हरी 7 जय जय राम कृष्ण हरी 8 जय जय राम कृष्ण हरी 9 जय जय राम कृष्ण हरी 10 जय जय राम कृष्ण हरी 11 जय जय राम कृष्ण हरी 12 जय जय राम कृष्ण हरी 13 जय जय राम कृष्ण हरी 14 जय जय राम कृष्ण हरी 15 जय जय राम कृष्ण हरी 16 जय जय राम कृष्ण हरी 17 जय जय राम कृष्ण हरी 18 जय जय राम कृष्ण हरी 19 जय जय राम कृष्ण हरी 20 जय जय राम कृष्ण हरी 21 जय जय राम कृष्ण हरी 22 जय जय राम कृष्ण हरी 23 जय जय राम कृष्ण हरी 24 जय जय राम कृष्ण हरी 25 जय जय राम कृष्ण हरी 26 जय जय राम कृष्ण हरी 27 जय जय राम कृष्ण हरी 28 जय जय राम कृष्ण हरी 29 जय जय राम कृष्ण हरी 30 जय जय राम कृष्ण हरी 31 जय जय राम कृष्ण हरी 32 जय जय राम कृष्ण हरी 33 जय जय राम कृष्ण हरी 34 जय जय राम कृष्ण हरी 35 जय जय राम कृष्ण हरी 36 जय जय राम कृष्ण हरी 37 जय जय राम कृष्ण हरी 38 जय जय राम कृष्ण हरी 39 जय जय राम कृष्ण हरी 40 जय जय राम कृष्ण हरी 41 जय जय राम कृष्ण हरी 42 जय जय राम कृष्ण हरी 43 जय जय राम कृष्ण हरी 44 जय जय राम कृष्ण हरी 45 जय जय राम कृष्ण हरी 46 जय जय राम कृष्ण हरी 47 जय जय राम कृष्ण हरी 48 जय जय राम कृष्ण हरी 49 जय जय राम कृष्ण हरी 50 जय जय राम कृष्ण हरी 51 जय जय राम कृष्ण हरी 52 जय जय राम कृष्ण हरी 53 जय जय राम कृष्ण हरी 54 जय जय राम कृष्ण हरी 55 जय जय राम कृष्ण हरी 56 जय जय राम कृष्ण हरी 57 जय जय राम कृष्ण हरी 58 जय जय राम कृष्ण हरी 59 जय जय राम कृष्ण हरी 60 जय जय राम कृष्ण हरी 61 जय जय राम कृष्ण हरी 62 जय जय राम कृष्ण हरी 63 जय जय राम कृष्ण हरी 64 जय जय राम कृष्ण हरी 65 जय जय राम कृष्ण हरी 66 जय जय राम कृष्ण हरी 67 जय जय राम कृष्ण हरी 68 जय जय राम कृष्ण हरी 69 जय जय राम कृष्ण हरी 70 जय जय राम कृष्ण हरी 71 जय जय राम कृष्ण हरी 72 जय जय राम कृष्ण हरी 73 जय जय राम कृष्ण हरी 74 जय जय राम कृष्ण हरी 75 जय जय राम कृष्ण हरी 76 जय जय राम कृष्ण हरी 77 जय जय राम कृष्ण हरी 78 जय जय राम कृष्ण हरी 79 जय जय राम कृष्ण हरी 80 जय जय राम कृष्ण हरी 81 जय जय राम कृष्ण हरी 82 जय जय राम कृष्ण हरी 83 जय जय राम कृष्ण हरी 84 जय जय राम कृष्ण हरी 85 जय जय राम कृष्ण हरी 86 जय जय राम कृष्ण हरी 87 जय जय राम कृष्ण हरी 88 जय जय राम कृष्ण हरी 89 जय जय राम कृष्ण हरी 90 जय जय राम कृष्ण हरी 91 जय जय राम कृष्ण हरी 92 जय जय राम कृष्ण हरी 93 जय जय राम कृष्ण हरी 94 जय जय राम कृष्ण हरी 95 जय जय राम कृष्ण हरी 96 जय जय राम कृष्ण हरी 97 जय जय राम कृष्ण हरी 98 जय जय राम कृष्ण हरी 99 जय जय राम कृष्ण हरी 100 जय जय राम कृष्ण हरी 101 जय जय राम कृष्ण हरी 102 जय जय राम कृष्ण हरी 103 जय जय राम कृष्ण हरी 104 जय जय राम कृष्ण हरी 105 जय जय राम कृष्ण हरी 106 जय जय राम कृष्ण हरी 107 जय जय राम कृष्ण हरी 108 जय जय राम कृष्ण हरी
राम कृष्ण हरी माऊली अप्रतिम मार्गदर्शन 1 तुमचा अनुग्रह गणेशू1 जै दे आपुला सौ र सू, तें, सारस्व ती, प्रवेशू1 बाळ्काही आ थी1 जी दैविकी उदार वाचा जई उद्धेशू दे नाभिकाराचा1 त ई नवरस सुधाब धीचा1 थावो लाभे1 जी आपुलिया स्नेहाची वागेश्र्वरी1 हरी मुक याते अंगीकारी1 तो वाच स्पतिशी, करी 1 प्रबुधाहोडा1 हे असो दिठी जयावरी झळके1 की हा पदमकरू माथा पारुखे1 तो जिवची परी तुके1 महेशेसी1 येवढे जिये महिमेचे करणे1 ते वाचाबळे वाणू मी कवणे1 का सूर्याचीया अंगा उटणे1 लागत असे1
प्रपंच वोसरो आणि चित्त तुझे पाई मुरो
🙏प्रणाम महाराज 🙏महाराजांची वाणी ऐकताना मन तल्लीन होऊन जात. खूपच छान चिंतन आहे. कृपया सगळे प्रवचने उपलब्ध करून द्यावे हीच विनंती.🙏🙏🙏
Verg good
I like very much.all pravachans are very good.
बदध लक्षण विषयी प्रवचन दया
ज्ञानेश्वरी तील भक्तीलक्षणे या विशयावरील श्री चैतन्य महाराजांची सर्व प्रवचने उपलब्ध करून द्यावी, ही नम्र विनंती
Al
greate
🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏🌺🌺🌺🙏🙏जयहरी माऊली
सर्व भाग कृपया द्यावे
खुपच सुंदर विवेचन जयहरी
महाराज तुम्ही नेहमीच खुप सुक्ष्म चिंतन करता आणि सांगता... खुप आवडते हि गोष्ट
स्थुळ आणि सुक्ष्म यातील फरक अत्यंत सोप्या भाषेत कळाला धन्यवाद महाराज
धन्यवाद महाराज अप्रतिम विवेचन .
माऊली जय हरी माऊली पुढिल भाग पाठवा माऊली कृपा करून सर्व भाग पाठवा माऊली
kup god cintan🙏🙏🙏
ज्ञानेश्वरीतील भक्तीलक्षणे, विषयावरील चैतन्य महाराज यांचे प्रवचन सर्व भाग द्यावेत ही विनंती.स्थूलाकडून,सूक्ष्माकडे,.अद्वेष्टा,अद्वेषी,द्वेष, शब्दातून प्रकट होत नाही, कृतीतून प्रकट होत नाही.अप्रतिम सुंदर बोध.द्वेष निम्रूलन सूक्ष्माकडून स्थूलाकडे, तांदूळ निवडण्याचा सहज समजेल असा द्रष्टांतबोध, ,क्षमाशिलता, समुद्र स्नानाचा सुंदर द्रष्टांत.धन्यवाद.
भक्त लक्षण प्रवचनाचेसर्व भाग
Hi
।। धन्यवाद ।।
रामकृष्ण हरी प्रणाम
राम कृष्ण हरी विठ्ठल केशवा सुंदर विचार शिवाजी बा ला कांदलकर टाकली हाजी ता शिरूर जिल्हा पुणे राम कृष्ण हरी
छान चिंतन आहे पुर्ण पाठवा.
जय हरि महाराज चैतन्य महाराज यांची उदगीर येथिल प्रवचने अपलोड करवी
PARMESHWAR KENDRE Sure.. please do like every video and Subscribe our Channel
PARMESHWAR KENDRE उदगिर की
नमो नमः ।
आसया ज्ञानी प्रवचनाचया किमती खुप महाग होत आहेत . हे आस पैशाचं दुर्देव आपल्या वरकरी सांप्रादायातच आहे. देवाला नकी वीचारिण का आस आहे
फोन नंबर द्यावा आपला 👍
Chan.
छान.माऊली
@@gandharvkamble1016
Chan