जितनी बार सुनते हैं उतना ही कम लगता हैं बहुत सुन्दर उच्चारण भी है स्तुति भी एक चक्र रथों अस्य दिव्य कनक भूषितम स्व मे भवति सुप्रीतह पद्म हस्त: दिवकाकर:
परम आदरणीय, सर,सादर चरण स्पर्श🙏🙏 परम आदरणीय, सर,भगवान भुवन भाष्कर की महिमा का गुणगान देववाणी में करके हम सभी को, ज्ञान-रश्मियों से आप्लावित करने के लिए हार्दिक आभार।
Apar paratibha ke dhani adarniya sir ko koti koti pranam .apko suspast, saducharit ,Anupam ,manohari prastuti karne ke liye koti koti dhanyawad.Apke uccharan se ko sunkar mera man paripurna ho gaya .
भगवान सूर्य इस जगत में प्रत्यक्ष देव हैं | वह जगत की प्रसूति, स्थिति एवं विनाश के मूल हेतु भी हैं | इस प्रकार के अत्यंत अगम, दुरूह तथा रहस्यपूर्ण विषय की दार्शनिक मीमांसा करते हुए लोकमंगल की सुष्ठु भावना से काव्य का वाचन अप्रतिम, स्तुत्य एवं श्लाघनीय हैं | अस्तु, आपके श्री चरणों में सादर प्रणिपात करता हूं | हेरम्ब मिश्र
परम आदरणीय डॉक्टर साहब आपने जिस तरह से परिष्फुट उच्चारण करते हुए इस महामंत्र का पाठ किया है वह अत्यंत वंदनीय पूजनीय है समस्त जनमानस के लिए यह आपका उपकार है मुझे कोई संकोच नहीं है यह कहने में की प्रायश: जो गायक, तमाम और पढ़े-लिखे लोग भी जो पाठ करते हैं उसमें तमाम अशुद्धियां रहती हैं और सस्वर पाठ कई जगह मैंने सुना है लोगों का उसमें कई सारी अशुद्धियाँ रहती हैं किंतु मित्र जिस तरह से आपने परिस्फुट व्याकरणिक शब्दावली का उच्चारण करते हुए आपने इसका पाठ किया है आप साधुवाद के पात्र है बहुत-बहुत धन्यवाद...
आधुनिक युग में आपने हमारी वैदिक संस्कृति और उपासना पद्धति को स्वर प्रदान करके हमारी आने वाले पीढ़ियों को न केवल जागृत किया बल्कि उनमे उपरोक्त पाठ से उत्कंठा जागृत किया व्यक्ति भौतिक ऊंचाइयां प्राप्त करके भी संस्कृति में अटूट श्रद्धा रख सकता है और उसको सार्वजानिक पटल पर प्रस्तुत कर सकता. सादर नमन
कोटिशः धन्यवाद , डॉ . साहब ! सनातन - वैदिक - संस्कृति और अध्यात्म ही हमारी सभ्यता और राष्ट्रैक्यबोध के मूलाधार हैं । अत: , यदि हम सब मिलकर इस धर्म की रक्षा करेंगे तो यह धर्म हम सबकी रक्षा करेगा । अपनी गरिमामयी थाती नितरां रक्षणीय है । पुनः, आपकी सद्भावनाओं के लिए साधुवाद। 🌹🌹👌👌
शब्द व स्वर मन को शांत कर देते हैं l i was never attracted by my religion in my life but since started to listen this mantra, feeling to much light from mind and soul. 🙏🙏..Ajay Nagpal
अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय सर जी। संस्कृत भाषा को देवों की भाषा कहा गया है और इतनी कठिन भाषा में इतने स्पष्ट रूप से आप द्वारा संस्कृत का मंत्रोच्चार निसंदेह सम्मोहित करता है।
सूर्य भगवान को समर्पित यह दिव्य स्रोत अद्भुत है युवा भारत के युवाओं के लिए अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजना अति आवश्यक है आपके इस मंत्र उच्चारण से प्रेरणा मिल रही है। प्रणाम🙏💐
प्रिय डॉ साहब ! आपकी समीक्षा अत्यन्त ही प्रेरणादायक है । निश्चित रूप से युवाशक्ति के लिए अपना मार्ग प्रशस्त करने हेतु तो यह एक अमोघ अस्त्र है । अगर इसका 108 बार मन से श्रवण मात्र कर लिया जाये तो वांछित मनोकामना की पूर्ति होती है । अद्भुत मंत्र हैं । पुनश्च, आपकी सदिच्छा के लिए साधुवाद ।
परमादरणीय सन्तस्वरूपा महोदय जी, हमारा नमन स्वीकार कीजिए। जिस दिन से आपका ओजस्वी और तेजश्वी श्रीमुख से "सूर्य शतकम" का श्रवण किया है। उस दिन से नित्य प्रातः और सांय भगवान सूर्य जी का दर्शन करते हुए आपका पाठ व आप का शुभ रूप भी प्रकट होता है। निश्चित रूप से भगवान भाष्कर जी अपने साथ आपको अविरल आलोकित करते हैं।
प्रणाम सर आपके द्वारा सूर्य शतकम् का किया गया पाठ दिव्य है ऐसा लगता है कि जिव्हा पर साक्षात् माँ सरस्वती का वास हो| अद्भुत एवं अलौकिक एक-एक शब्द का सटीक उच्चारण| 🙏🙏💐💐
भगवान सूर्य की उपासना का विशेष महत्व है सर आपका भगवान सूर्य के उपासना का यह उच्चारण मै 1990 -1991 आप द्वारा सुना था उस समय यह उपासना आपकी दिनचर्या थी आज भी उसी भाव से ऐसा उच्चारण दैवीय कृपा से ही संभव है
धन्यवाद , प्रिय इन्द्रेश जी ! आप निश्चित रूप से, मेरी साधना के साक्षी रहे हैं। आप तो भिज्ञ हैं ही कि भगवान सहस्रमरीचिमालिनि की यह साधना कितनी मंगलकारक है और सद्योजात है। पूर्व के समय का संस्मरण करा कर , आपने मुझे लगभग 40-45 साल पीछे बाल्यकाल मे पहुँचा दिया है। एतदर्थ, साधुवाद।
आपकी प्रतिभा असाधारण है। आपकी वाणी पर माँ सरस्वती की कृपा साक्षात परिलक्षित हो रही है। आप अपने जीवन में माँ सरस्वती की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से किसी महान कार्य का निमित्त अवश्य ही बनेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है। ईश्वर आपके गौरव एवं सम्मान को उत्तरोत्तर वृद्धि प्रदान करें एवं आपका अभीष्ट प्राप्त करने में आपके सहायक बनें।
आपकी लेखनी से प्रस्यूत प्रत्येक अक्षर, आपके ज्ञान-गांभीर्य और अगाध - भावबोध के न केवल परिचायक हैं अपितु मौन की अनुगूँज के संदेश-वाहक भी है। माँ वीणापाणि की अपार, अलौकिक एवं अहैतुकी कृपा की अमृतवृष्टि आप पर होती रहे, ऐसी मेरी हृद्गत मंगलकामना है । 🙏सुप्रभात । 🙏
परमादरणीय महोदय, आपकी सस्तुतियों का श्रवण पान करके हम साक्षात सत्य ,शान्ति और मुक्ति के ईष्ट देव की शरण व चरणों में विलीन हो गये हैं। हमारे जीवन का अद्भुत और अद्वितीय अवसर है कि आप स्वयं नित्य वन्दनीय देव ने हमे आंतरिक मन व हृदय को अविश्वसनीय रूप से आनन्दित किया है। आप की सर्वदा एवं जय और विजय दिव्यायु व शतायु के साथ अमर रहें । हमे गर्व है कि ईष्टदेव आपके मन, भाव ,वाणी कर्म व रूप मे अत्यधिक विद्यमान हैं। सादर नमन के साथ समर्पित - एस एम प्रसाद
आदरणीय सर भाव अभिव्यक्ति से उपजता छन्द मन को झंकृत कर शब्दों को अलंकृत करती कलम की नोक से जब कागज पर उतरती है तो वह बहुमूल्य हो ज़ाती है और जब वह मुखाग्रविन्दु से उच्चारित होती है तो अमूल्य हो ज़ाती है | उसके रचियता बिभूति से विभूषित हो कर विशेष हो जाते है आपका संस्कृत का उच्चारण अति स्पष्ट और वंदनीय हैँ आपकी वाणी का तेज सूर्य की भांति चहुँ दिशाओं को आलोकित करें ऐसी ईश्वर से मनोकामना हैं मेरी। सादर प्रणाम 🙏🙏
आप परम विदुषी हैं , ख्यातिलब्ध उच्चकोटि की कवयित्री हैं, उत्कृष्ट समाजसेवी हैं । आपकी मीमांसा क़ा अवलोकन कर मन प्रमुदित हुआ । आपके प्रत्येक शब्द “ नावक के तीर “ हैं । शुभकामनाओं के लिये साधुवाद । 👌👌
मेरे भाई के जी ह वा पर मां सरस्वती जी की विशेष कृपा है आदरणीय भैया मेरे भाई अति प्रिय भाई आप विद्वानों में विद्वान है आपके द्वारा गायन श्री सूर्य शतकम श्री मार्तंड एकादशी रसि मियां का रचना एवं गायन मानव जाति के लिए बहुत ही अति उत्तम और सर्वश्रेष्ठ है
ॐ सूर्याय नमः परम आदरणीय,आपके शब्द अद्भुत व अतुलनीय हैं।आपका काव्य वाचन अप्रतिम और स्वर ओजस्वी और तेजश्वी श्रीमुख से अति उत्तम है। आपकी दिव्य प्रतिभा प्रशंसनीय है।भगवान सूर्य आपमे स्थित हैं l आप मनको शांत कर देते हैं lआप की वाणी में सरस्वती मा का हमेशा इसी तरह वास हो ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ l सादर प्रणाम
श्रद्धेय ,सादर चरणस्पर्श, 🙏🙏 आपकी अद्भुत प्रतिभा के लिए शब्दावली नहीं है। आपकी रचनाओं का, यथा *मार्तण्ड एकादशी* आदि का अध्ययन किया है। ज्यों गूंगों मीठे फल को रस अन्तर्गत ही........*वेद* यथा नाम तथा गुण चरितार्थ । सदैव आशीष बनाये रखिए।😊
आप परम विदुषी हैं ,कवयित्री हैं , साहित्य की जिजीविषा भी आपमें मूर्तिमंत है । आपकी सारगर्भित समीक्षा अत्यन्त ही उत्कृष्ट है । एतदर्थ , कोटिशः धन्यवाद । 👌👌
कोटिशः धन्यवाद । आपके द्वारा व्यक्त मनोभावों के सघन सम्वेदना की गहराई मेरे हृत्पटल को छू गई और अब कुछ लिख पाने में शब्ददारिद्र्य की अनुभूति कर रहा हूँ । पुन: आपकी सद्भावनाओं हेतु साधुवाद ।
Excellent brother.lord sun is the supreme sorce of energy.either way of energy generàtion takes place in lord sun.you r lucky enough that veenapani has empowered u to chant the hymns of lord sun.
प्रिय बंधुरत्न श्री त्रिपाठी जी ! आप भारतीय पुलिस सेवा ( आई॰पी०एस०) के कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अधिकारी हैं किंतु आपका साहित्यिक - अनुराग अद्भुत एवं स्पृहणीय है ।आपके द्वारा किया गय संक्षिप्त किंतु सारगर्भित टिप्पण मेरे लिए प्रेरक का कार्य करेगी । साथ ही साथ अन्य स्तोत्रों के सस्वर पाठ का सुझाव भी बहुमूल्य है और आपके इस सत्परामर्श पर कार्य करने हेतु उद्यत होता हूँ । शुभेच्छा के लिये साधुवाद ।
श्री त्रिपाठी जी ! आपके उत्कृष्ट सुझाव पर शिवतांडव स्तोत्र का सस्वर वाचन मेरे द्वारा जगन्मंगल की दृष्टि से किया गया है । अत : सत्परामर्श हेतु साधुवाद ।
सर सादर प्रणाम सर मैं समझता हूं आज के दौर में यूट्यूब मैं आपके जैसे प्रबुद्ध लोग यदि आपके जैसे यूं ही कार्य करें तो समाज का उत्थान अच्छे से हो सकेगा आप बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं आपके सभी वीडियो बहुत ही अच्छे हैं आप यही हम सभी का मार्गदर्शन करते रहे शुभकामनाओं सहित 🙏 ---#नीलेश_सिंह Faculty of MATHEMATICS Delhi/prayagraj
सदैव की भांति उत्तम....विद्वान होना व उसका लाभ सबको देना, ये दो अलग बिंदु हैं, आप हम सबको लाभान्वित करते हैं 🙏🙏
परम आदरणीय, सर,सादर चरण स्पर्श🙏🙏💐🕉️
परम आदरणीय, सर,
आप वर्तमान में "सरस्वतीकण्ठाभरणवाणीविलास"की उपाधि को चरितार्थ कर रहे हैं।
जितनी बार सुनते हैं उतना ही कम लगता हैं बहुत सुन्दर उच्चारण भी है स्तुति भी
एक चक्र रथों अस्य दिव्य कनक भूषितम
स्व मे भवति सुप्रीतह पद्म हस्त: दिवकाकर:
Sir, संस्कृत भाषा से भिन्न विषय रखने वाले हम जैसे श्रोताओं के लिए आप द्वारा दिया गया ज्ञान किसी आशीर्वाद से कम नहीं है सादर अभिवादन
परम आदरणीय, सर,सादर चरण स्पर्श🙏🙏
परम आदरणीय, सर,भगवान भुवन भाष्कर की महिमा का गुणगान देववाणी में करके हम सभी को, ज्ञान-रश्मियों से आप्लावित करने के लिए हार्दिक आभार।
अति सुन्दर अभिव्यक्ति एवं देववाणी संस्कृत को परिमार्जित प्रसंस्करण एवं प्रेरणाप्रद... चाचा जी सादर प्रणाम एवं चरण स्पर्श 🙏🙏
लाजवाब और यथार्थ-अभिव्यक्ति के लिए सहृदय-साधुवाद एवं
अप्रतिम व्यक्तित्व को मेरा प्रणाम!
ऊं ह्रीं ह्रीं भानवे नमः 🙏🙏
आज छठ के पावन अवसर पर भगवान सूर्य की महिमा का अति सुन्दर वर्णन है, आपकी प्रस्तुति 🙏🙏
सादर प्रणाम भैया 🙏
छठ के पावन अवसर पर भगवान सूर्य की महिमा का अति सुंदर वर्णन है! आपकी प्रस्तुति भैया जी 👌🙏🙏💐
मुझे कुछ दिनों से सफेद दाग की शिकायत हो रही है मैं भी पिछले दो महीनों से ये पाठ सुन रहा हूं। आपके इतने शुद्ध उच्चारण के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
चाचा जी अतिसुन्दर अभिव्यक्ति... अतिसुन्दर अभिव्यनजना.... सकारात्मक प्रस्तुति... सादर प्रणाम एवं चरण स्पर्श 🙏🙏
sir key gyan pragya vivek ko prannam.
maa sarshvati maa ki bahut bahut kripa hai sir per.
ambhinadan
vandan
sir jee
अति सुंदर वर्णन
बहुत बहुत आभार सर,अत्यंत स्पष्ट उच्चारण ।
Pranam sir 🙏...
Bahut hi shaandaar sir ...❤❤
ChaCha ji Charan sparsh 🙏🙏🙏🙏🙏🌹
👏👏👏👏👏👏👏👌👌👌👌👌👌
Adbhut prastuti
Har Har mahadev ji great ap Ho Jay shree ram
अद्भुत, उत्कृष्ट, सुस्पष्ट उच्चारण, कर्णप्रिय, अति सुन्दर
चरण स्पर्श भैय्या।
ॐ सूर्याय नमो नमः
Jitana suniye utanibarnavinata milati h . Bhuvan Bhaskar Bhagavan Surya ki jay ho .
ऊं सूर्य देवाय नमः
Apar paratibha ke dhani adarniya sir ko koti koti pranam .apko suspast, saducharit ,Anupam ,manohari prastuti karne ke liye koti koti dhanyawad.Apke uccharan se ko sunkar mera man paripurna ho gaya .
Sadar pranam sir 💐🌹
May we keep being showered with your knowledge as the sun showers us with its equally bright light!🙏
ॐ सूर्याय नमः।
गुरुवर,प्रणाम, अदभुत अद्वितीय वाचन मधुर मधुर।
बहुत सुंदर, स्पष्ट व शुद्ध उच्चारण, अद्भुत, अनुपम, अतुल्य ❤❤❤
अत्यंत कर्णप्रिय, प्रभु के आशीर्वाद से प्राप्त अपने इस ज्ञान की गंगा से समस्त विप्र समाज का मार्गदर्शन व ब्रह्म ऊर्जा का संचार करते रहें। धन्यवाद।
आपकी इस शुभकामना एवं सदिच्छा के लिये भूयश: धन्यवाद ।
भगवान सूर्य इस जगत में प्रत्यक्ष देव हैं |
वह जगत की प्रसूति, स्थिति एवं विनाश के मूल हेतु भी हैं |
इस प्रकार के अत्यंत अगम, दुरूह तथा रहस्यपूर्ण विषय की दार्शनिक मीमांसा करते हुए लोकमंगल की
सुष्ठु भावना से काव्य का वाचन अप्रतिम, स्तुत्य एवं श्लाघनीय हैं | अस्तु, आपके श्री चरणों में सादर प्रणिपात करता हूं |
हेरम्ब मिश्र
Ati uttam uccharan apne kiya hai
Apke vani se hriday bhav vibhor ho jata hai
Apko sadar pranam
अति सुन्दर।🙏
Jay Surya Bhagwan 🌹🙏🚩
परम आदरणीय डॉक्टर साहब आपने जिस तरह से परिष्फुट उच्चारण करते हुए इस महामंत्र का पाठ किया है वह अत्यंत वंदनीय पूजनीय है समस्त जनमानस के लिए यह आपका उपकार है मुझे कोई संकोच नहीं है यह कहने में की प्रायश: जो गायक, तमाम और पढ़े-लिखे लोग भी जो पाठ करते हैं उसमें तमाम अशुद्धियां रहती हैं और सस्वर पाठ कई जगह मैंने सुना है लोगों का उसमें कई सारी अशुद्धियाँ रहती हैं किंतु मित्र जिस तरह से आपने परिस्फुट व्याकरणिक शब्दावली का उच्चारण करते हुए आपने इसका पाठ किया है आप साधुवाद के पात्र है बहुत-बहुत धन्यवाद...
आप जैसे विद्वतवरेण्य, गिर्वाणगिरा के अद्भुत साधक और उपासक की मीमांसा मेरा मार्ग प्रशस्त करेगी ।
समीक्षा और उत्कट प्रेरणा के लिए आभार व्यक्त करता हूँ ।
जय श्री सूर्यनारायण भगवान की
जय हो,जय हो,जय हो,
🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🕉
Adbhut prastuti Apko Sadar charan sparsh
बहु शोभनम्🙏🙏
आधुनिक युग में आपने हमारी वैदिक संस्कृति और उपासना पद्धति को स्वर प्रदान करके हमारी आने वाले पीढ़ियों को न केवल जागृत किया बल्कि उनमे उपरोक्त पाठ से उत्कंठा जागृत किया व्यक्ति भौतिक ऊंचाइयां प्राप्त करके भी संस्कृति में अटूट श्रद्धा रख सकता है और उसको सार्वजानिक पटल पर प्रस्तुत कर सकता. सादर नमन
कोटिशः धन्यवाद , डॉ . साहब !
सनातन - वैदिक - संस्कृति और अध्यात्म ही हमारी सभ्यता और राष्ट्रैक्यबोध के मूलाधार हैं । अत: , यदि हम सब मिलकर इस धर्म की रक्षा करेंगे तो यह धर्म हम सबकी रक्षा करेगा । अपनी गरिमामयी थाती नितरां रक्षणीय है । पुनः, आपकी सद्भावनाओं के लिए साधुवाद। 🌹🌹👌👌
@@-ecstasybyvedpatiias4744 ji🙏🙏🌹
शब्द व स्वर मन को शांत कर देते हैं l i was never attracted by my religion in my life but since started to listen this mantra, feeling to much light from mind and soul.
🙏🙏..Ajay Nagpal
Koti koti pranam chacha ji 🙏🙏🙏🙏🌹
अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय सर जी। संस्कृत भाषा को देवों की भाषा कहा गया है और इतनी कठिन भाषा में इतने स्पष्ट रूप से आप द्वारा संस्कृत का मंत्रोच्चार निसंदेह सम्मोहित करता है।
भूयश: धन्यवाद , गुप्ता जी !
आपका वैदुष्यपूर्ण एवं सारगर्भित विचार पढ़कर प्रेरणा बलवती हुयी और आगे भी कुछ करने हेतु सम्बल मिला ।
एतदर्थ , धन्यवाद ।
Excellent, Superb . What a wonderful presentation! Very clear pronunciation.Surya deo ki aap par kripa hai, Vedpati ji.
Thank you, my heartiest Brother. 👌👌
सादर प्रणाम सर👏
सादर चरण स्पर्श प्रणाम गुरदेव🙏🙏
आपके स्वर में साक्षात मां सरस्वती विराजमान हैं❤️❤️
धन्यवाद । 👌👌
आप की वैखरी वाणी और दिव्य प्रतिभा प्रशंसनीय है।
अति सुंदर ❤
बहुत सुंदर सादर प्रणाम
बहुत ही सुन्दर ,, दिल को छू गया ,, मामा जी। 🙏
👌👌👌👌
Thanks mama ji 🙏
सादर प्रणाम🙏🙏
सादर प्रणाम भाई साहब
सूर्य भगवान को समर्पित यह दिव्य स्रोत अद्भुत है युवा भारत के युवाओं के लिए अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजना अति आवश्यक है आपके इस मंत्र उच्चारण से प्रेरणा मिल रही है।
प्रणाम🙏💐
प्रिय डॉ साहब !
आपकी समीक्षा अत्यन्त ही प्रेरणादायक है । निश्चित रूप से युवाशक्ति के लिए अपना मार्ग प्रशस्त करने हेतु तो यह एक अमोघ अस्त्र है । अगर इसका 108 बार मन से श्रवण मात्र कर लिया जाये तो वांछित मनोकामना की पूर्ति होती है । अद्भुत मंत्र हैं ।
पुनश्च, आपकी सदिच्छा के लिए साधुवाद ।
तीनो शकरो के उच्चारण में स्पष्टता दर्शनीय है
परमादरणीय सन्तस्वरूपा महोदय जी, हमारा नमन स्वीकार कीजिए। जिस दिन से आपका ओजस्वी और तेजश्वी श्रीमुख से "सूर्य शतकम" का श्रवण किया है। उस दिन से नित्य प्रातः और सांय भगवान सूर्य जी का दर्शन करते हुए आपका पाठ व आप का शुभ रूप भी प्रकट होता है। निश्चित रूप से भगवान भाष्कर जी अपने साथ आपको अविरल आलोकित करते हैं।
अति सुंदर प्रस्तुति
अति उत्तम सर 🙏
सादर प्रणाम करती हूं
प्रणाम सर आपके द्वारा सूर्य शतकम् का किया गया पाठ दिव्य है ऐसा लगता है कि जिव्हा पर साक्षात् माँ सरस्वती का वास हो|
अद्भुत एवं अलौकिक एक-एक शब्द का सटीक उच्चारण| 🙏🙏💐💐
धन्यवाद , आपकी सद्भावना , शुभकामना एवं सदिच्छा के लिये । आपकी टिप्पणी से प्रेरणा भी मिली । एतदर्थ, पुन: धन्यवाद ।
Good words
Pranam sir bhut hi sundar path ओजस्वी वाचन
धन्यवाद । 👌👌
ॐ मार्तण्ड भैरवाय नमः।💐🙏
आपके मुखारविन्द द्वारा उच्चारित सूर्यशतक सुन के मन आनन्दित हो गया।💐🙏 आपको शत शत प्रणाम
भगवान सूर्य की उपासना
का विशेष महत्व है
सर आपका भगवान सूर्य के
उपासना का यह उच्चारण मै 1990 -1991 आप द्वारा सुना था
उस समय यह उपासना आपकी
दिनचर्या थी आज भी उसी भाव से
ऐसा उच्चारण दैवीय कृपा से ही संभव है
धन्यवाद , प्रिय इन्द्रेश जी !
आप निश्चित रूप से, मेरी साधना के साक्षी रहे हैं। आप तो भिज्ञ हैं ही कि भगवान सहस्रमरीचिमालिनि की यह साधना कितनी मंगलकारक है और सद्योजात है। पूर्व के समय का संस्मरण करा कर , आपने मुझे लगभग 40-45 साल पीछे बाल्यकाल मे पहुँचा दिया है। एतदर्थ, साधुवाद।
Bahut sunder sir
आपकी प्रतिभा असाधारण है। आपकी वाणी पर माँ सरस्वती की कृपा साक्षात परिलक्षित हो रही है। आप अपने जीवन में माँ सरस्वती की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से किसी महान कार्य का निमित्त अवश्य ही बनेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है। ईश्वर आपके गौरव एवं सम्मान को उत्तरोत्तर वृद्धि प्रदान करें एवं आपका अभीष्ट प्राप्त करने में आपके सहायक बनें।
आपकी लेखनी से प्रस्यूत प्रत्येक अक्षर, आपके ज्ञान-गांभीर्य और अगाध - भावबोध के न केवल परिचायक हैं अपितु मौन की अनुगूँज के संदेश-वाहक भी है। माँ वीणापाणि की अपार, अलौकिक एवं अहैतुकी कृपा की अमृतवृष्टि आप पर होती रहे, ऐसी मेरी हृद्गत मंगलकामना है ।
🙏सुप्रभात । 🙏
Shweta ji !
I have subscribed your channel also.
अद्भुत है यहां अतुलनीय भी
परमादरणीय महोदय, आपकी सस्तुतियों का श्रवण पान करके हम साक्षात सत्य ,शान्ति और मुक्ति के ईष्ट देव की शरण व चरणों में विलीन हो गये हैं।
हमारे जीवन का अद्भुत और अद्वितीय अवसर है कि आप स्वयं नित्य वन्दनीय देव ने हमे आंतरिक मन व हृदय को अविश्वसनीय रूप से आनन्दित किया है। आप की सर्वदा एवं जय और विजय दिव्यायु व शतायु के साथ अमर रहें । हमे गर्व है कि ईष्टदेव आपके मन, भाव ,वाणी कर्म व रूप मे अत्यधिक विद्यमान हैं। सादर नमन के साथ समर्पित - एस एम प्रसाद
प्रसाद जी !
आपका शुभकामना संदेश पढ़कर मन प्रमुदित हुआ ।
व्यक्त भावनाओं के लिये धन्यवाद ।
Atyant hi sundar manmohak. Vachan
बहुत सुंदर प्रस्तुति सर
अद्भूत अद्वितीय निर्बाध वाचन!!👌👌💐
सादर अभिवादन श्रीमान श्रेष्ठ!!!
🙏धन्यवाद ।
सादर चरण स्पर्श प्रणाम
अद्भुत जीजा श्री सादर प्रणाम
बहुत ही सुंदर आपका उच्चारण भी स्पष्ट है।
आपका आशीर्वाद चाहिए हमें।
सर श्री
मां सरस्वती आपकी वाणी और कलम से मानव क कल्याण करे।
धन्यवाद , श्री शुक्ल जी !
आदरणीय आपकी वाणी में साक्षात सरस्वती विराजमान हैं,,,
सादर प्रणाम🙏🙏
परम विदुषी साधना जी !
आपकी संक्षिप्त किन्तु सारगर्भित मीमांसा के लिए साधुवाद ।👌👌
सर सादर प्रणाम
आपकी वाणी में साक्षात सरस्वती विराजमान है।
🙏
आदरणीय सर
भाव अभिव्यक्ति से उपजता छन्द मन को झंकृत कर शब्दों को अलंकृत करती कलम की नोक से जब कागज पर उतरती है तो वह बहुमूल्य हो ज़ाती है और जब वह मुखाग्रविन्दु से उच्चारित होती है तो अमूल्य हो ज़ाती है |
उसके रचियता बिभूति से विभूषित हो कर विशेष हो जाते है आपका संस्कृत का उच्चारण अति स्पष्ट और वंदनीय हैँ आपकी वाणी का तेज सूर्य की भांति चहुँ दिशाओं को आलोकित करें ऐसी ईश्वर से मनोकामना हैं मेरी।
सादर प्रणाम 🙏🙏
आप परम विदुषी हैं , ख्यातिलब्ध उच्चकोटि की कवयित्री हैं, उत्कृष्ट समाजसेवी हैं । आपकी मीमांसा क़ा अवलोकन कर मन प्रमुदित हुआ । आपके प्रत्येक शब्द “ नावक के तीर “ हैं । शुभकामनाओं के लिये साधुवाद । 👌👌
आदरणीय, जिव्हा पर मां सरस्वती जी विराजमान हैं। अर्यमा मार्तण्ड असमाकं ईष्ट देव: अस्ति। सूर्यशतकम् वाचनम् अतीव मधुरम् कर्णप्रियः अस्ति।
धन्यवाद , अनुष्का ।
मेरे भाई के जी ह वा पर मां सरस्वती जी की विशेष कृपा है आदरणीय भैया मेरे भाई अति प्रिय भाई आप विद्वानों में विद्वान है आपके द्वारा गायन श्री सूर्य शतकम श्री मार्तंड एकादशी रसि मियां का रचना एवं गायन मानव जाति के लिए बहुत ही अति उत्तम और सर्वश्रेष्ठ है
सूर्यदेव के प्रकाश की भान्ति आपका यश हमेशा प्रकाशित हो इसी शुभकामना के साथ। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐
धन्यवाद , आपके इस प्रेषित मंगलकामना संदेश के लिये । मेरी ओर से भी आपके प्रति असीम हार्दिक शुभकामना सम्प्रेषित है ।
राजते वाग्देवी तत्रभवतां कण्ठे सन्तु प्रणामाः मुहुर्मुहुः
🙏पौन:पुन्नेन प्रणमामि।
भवतां श्रीमतां कृतं मीमांसामवलोक्य, भृशम् मोदते मे मन : ।
अहरहःयातितावद्भवतांवैखरीवाणी श्रवणगोचरतामतीवमोददावाग्देवतावतार इव प्रतिभातिभवान्
परमादरणीया : मिश्रवंशावतंस: स्वनामधन्योऽयं श्रीलक्ष्मीनाथ : !
प्रणमामि ।
न केवलम् भवतां प्रेरणास्पदं मन्तव्यं परञ्च व्यक्तेऽस्मिन् कृतसमीक्षायाम् किंबहुना, सारसर्वस्वं दरीदृश्यते ।
एतदर्थं, धन्यवादार्ह: भवान् ।
मिश्रो वेदपति : ।
@@-ecstasybyvedpatiias4744 प्रति-प्रणतयः प्रभो!तत्रभवतां कृपा एव यदयं जनः बहुशः सभाजितः तावच्छ्रीमतां कीर्तिः स्याद्दिगन्तजेगीयमती भावत्क एव मिश्रोपाह्वः लक्ष्मी नाथः
ॐ सूर्याय नमः परम आदरणीय,आपके शब्द अद्भुत व अतुलनीय हैं।आपका काव्य वाचन अप्रतिम और स्वर ओजस्वी और तेजश्वी श्रीमुख से अति उत्तम है। आपकी दिव्य प्रतिभा प्रशंसनीय है।भगवान सूर्य आपमे स्थित हैं l आप मनको शांत कर देते हैं lआप की वाणी में सरस्वती मा का हमेशा इसी तरह वास हो ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ l सादर प्रणाम
Bahut hi sundarvachan
ॐ घृणिः सूर्याय नमः 🌺🙏
अत्यंत उत्कृष्ट उच्चारण
धन्यवाद । 👌👌
संस्कृत में आपका उच्चारण बहुत ही अद्भुत है जीजा जी सादर प्रणाम
शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद, प्रिय अजय!
@@-ecstasybyvedpatiias4744 ❤️❤️
बहुत शानदार
सुंदर वाचनम अद्भुत
इतना स्पष्ट और शुद्ध उच्चारण
....अद्भुत💐💐
🙏🏻🙏🏻ॐ सूर्य देवाय नमः🙏🏻🙏🏻
धन्यवाद , श्याम !
Nice sirji...... 🎉🎉🎉🎉❤
श्रद्धेय ,सादर चरणस्पर्श, 🙏🙏 आपकी अद्भुत प्रतिभा के लिए शब्दावली नहीं है। आपकी रचनाओं का, यथा *मार्तण्ड एकादशी* आदि का अध्ययन किया है। ज्यों गूंगों मीठे फल को रस अन्तर्गत ही........*वेद* यथा नाम तथा गुण चरितार्थ । सदैव आशीष बनाये रखिए।😊
आप परम विदुषी हैं ,कवयित्री हैं , साहित्य की जिजीविषा भी आपमें मूर्तिमंत है । आपकी सारगर्भित समीक्षा अत्यन्त ही उत्कृष्ट है । एतदर्थ , कोटिशः धन्यवाद । 👌👌
जय हो ....सूर्य नारायणाय नमः
Ati sundar sir... Sadar Charan sparsh 👏
अतीवशोभनम्, श्रवणसुखदम् , प्रभूतमनाह्लादकम्, किंवा, प्रकृष्टतमं, अद्भुतं लोमहर्षकञ्च ।
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अद्भुत,आपकी प्रशंसा स्तुति वाणी के द्वारा व्यक्त ही नही की जा सकती
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कोटिशः धन्यवाद । आपके द्वारा व्यक्त मनोभावों के सघन सम्वेदना की गहराई मेरे हृत्पटल को छू गई और अब कुछ लिख पाने में शब्ददारिद्र्य की अनुभूति कर रहा हूँ । पुन: आपकी सद्भावनाओं हेतु साधुवाद ।
ओजपूर्ण वाणी .....
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सर अत्यंत ही सुंदर एवं सकारात्मक ब्याख्यान
Excellent brother.lord sun is the supreme sorce of energy.either way of energy generàtion takes place in lord sun.you r lucky enough that veenapani has empowered u to chant the hymns of lord sun.
अत्यंत स्फुट एवं उत्कृष्ट वाचन।अन्य स्तोत्रों का सस्वर पाठ भी उचित होगा।👌👌
प्रिय बंधुरत्न श्री त्रिपाठी जी !
आप भारतीय पुलिस सेवा ( आई॰पी०एस०) के कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अधिकारी हैं किंतु आपका साहित्यिक - अनुराग अद्भुत एवं स्पृहणीय है ।आपके द्वारा किया गय संक्षिप्त किंतु सारगर्भित टिप्पण मेरे लिए प्रेरक का कार्य करेगी । साथ ही साथ अन्य स्तोत्रों के सस्वर पाठ का सुझाव भी बहुमूल्य है और आपके इस सत्परामर्श पर कार्य करने हेतु उद्यत होता हूँ । शुभेच्छा के लिये साधुवाद ।
श्री त्रिपाठी जी !
आपके उत्कृष्ट सुझाव पर शिवतांडव स्तोत्र का सस्वर वाचन मेरे द्वारा जगन्मंगल की दृष्टि से किया गया है ।
अत : सत्परामर्श हेतु साधुवाद ।
Waah mere bhaiya sadar abhinandan bandan wonderful excellence very very good.aise hee manav kalyan karate ka prayas karate rahe.
Pranam sir Very nice sir suryasgatkam .apki swar bahut dheer gambheer ha.surya ki bhanti apka tej badhta rahe. Sahikala kgbv sirathu
Thank you , ShashI kala !🌹
शोभनम् गीतम् वत्स! निशम्य ते उच्चारणपद्धतिम् मे मन: भृशं मोदते।
गुरुदेव ! पौन:पुन्येन प्रणमामि ।
इंदंतु प्रमोदस्यायम, विषय: यत् सर्वथा शोभनम, मांगल्यपरकम, आशीर्वादम, अलभत, ।
एतदर्थ; धन्यवादार्ह भवान, ।
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सर सादर प्रणाम सर मैं समझता हूं आज के दौर में यूट्यूब मैं आपके जैसे प्रबुद्ध लोग यदि आपके जैसे यूं ही कार्य करें तो समाज का उत्थान अच्छे से हो सकेगा आप बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं आपके सभी वीडियो बहुत ही अच्छे हैं आप यही हम सभी का मार्गदर्शन करते रहे शुभकामनाओं सहित 🙏
---#नीलेश_सिंह Faculty of MATHEMATICS Delhi/prayagraj
अद्भुत 👌👌👌
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