जैसा ईश्वर ने संसार बनाया वैसा ही वेदो में लिखा हे \स्वामी सचिदानंद जी \ SWAMI SACHCHIDANAND JI
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- Опубліковано 4 жов 2024
- जैसा ईश्वर ने संसार बनाया वैसा ही वेदो में लिखा हे \स्वामी सचिदानंद जी \ SWAMI SACHCHIDANAND JI
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●आर्य समाज के नियम/ Principles of Arya Samaj●
1. सब सत्यविद्या और जो पदार्थ विद्या से जाने जाते हैं, उन सबका आदिमूल परमेश्वर है।
2. ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनन्त, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, अजर, अमर, अभय, नित्य, पवित्र और सृष्टिकर्ता है, उसी की उपासना करनी योग्य है।
3. वेद सब सत्यविद्याओं का पुस्तक है। वेद का पढ़ना-पढ़ाना और सुनना-सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है।
4. सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
5. सब काम धर्मानुसार अर्थात सत्य और असत्य को विचार करके करने चाहिए।
6. संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उद्देश्य है अर्थात शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना ।
7. सबसे प्रीतिपूर्वक धर्मानुसार यथायोग्य वर्तना चाहिए।
8. अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी चाहिए।
9. प्रत्येक को अपनी ही उन्नति से संतुष्ट न रहना चाहिए किन्तु सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
10. सब मनुष्यों को सामाजिक सर्वहितकारी नियम पालने में परतन्त्र रहना चाहिए और प्रत्येक हितकारी नियम में सब स्वतन्त्र रहें।
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ओम् परनाम गुरु जीं जय सनातन
परम पूज्य गुरुवर जी आपके चरणों में सादर नमन जय श्री राम
बिल्कुल सत्य वचन, प्रणाम।
वाह!स्वामी जी आपने बहुत ही गजब का विश्लेषण किया है।
गुरु देव मैं हिन्दू ब्राम्हण हूं स्वामी जी भी यहीं थे हम सभी सनातनियों को वेद ज़रुर पढ़ना चाहिए ॐ
App Arya samaj sa jud gayai
स्वामी सच्चिदानंद जी को
बहुत-बहुत साधुवाद है।आपने
वेद के बीज बचाने की बात कही है।सभी महानुभावों से
निवेदन है, इस पर गहराई से
विचार अवश्य करें।स्वामी जी ने बहुत बड़ी बात कह दी है, वेदों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें।महर्षि दयानन्द के
वेद भाष्य का प्रचार करने में
अपना सर्वस्व लुटाने का प्रयास करें।अपने भारत को बचाने का एक मात्र साधन
अपना कर वैदिक संस्कृति की
रक्षा के लिए अधिक से अधिक
वैदिक संगठन को बढायें ।वेद कथाओं का आयोजन करें।महर्षि दयानन्द जी के अधूरे
कार्य को पूरा करने हेतु सब मिल कर पुरुषार्थी बनें।ईश्वर अवश्य ही हमें शक्ति सामर्थ्य देंगे।बहुत-बहुत धन्यवाद।
चरणों में कोटि-कोटि प्रणामजय सीताराम
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्यावर्त की जय हो गुरुवर दंडी विरजानंद की जय हो महर्षि दयानंद की जय हो स्वामी सच्चिदानंद महाराज जी को नमस्ते
Swami ji jai ho.
वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। पूज्य स्वामी जी आपने यह सिद्ध कर दिया है आपका महान उपकार है सब संसार पर। बहुत-बहुत आभार
सत्यमेव जयते 😊
Jai ho arya samaj.I love Arya Samaj, Swami Dayanand, and Vedas.
स्वामी जी अलख जगाने के लिये आपका आभार 🙏आगरा में आपका प्रवचन सुन चुका हूँ
दीवान सिहं
स्वामी जी को धन्यवाद ।
वेद भगवान की जय
काश संसार का प्रतीक बुद्धिमान व्यक्ति तर्क और ज्ञान पर इन बातों को सीख पाता
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
पूज्य स्वामी जी को सादर नमस्ते ।
बहुत ही सुन्दर व सरल वेद व्याख्या करते हैं आप ।
आपका बहुत-२ धन्यवाद ।
ओम् परनाम आचार्य जीं वेरी नाइस
Param pujya Swami Ji ko Naman Abhinandan Jay Arya Jay Arya samaj ved Bhagwan ki Jay Om Om
बहुत सुंदर व्याख्या
स्वामी जी से करबद्ध प्रार्थना है कि वह इस बृज क्षेत्र में भी अपना प्रवचन किया
🙏🙏🙏🙏
जय हो आर्य समाज की स्वामी जी ने बहुत अच्छी बात सुनाई स्वामी जी हर गांव में प्रचार करो
Swami Ji Ne bahut hi acchi bhasha mein samjhaya dhanyvad
@@kedarsharma3415 look out
Hm to bhut parchar krta h😊
स्वामी जी को कोटि-कोटि प्रणाम
Arya samaj amar rahe
Sanatam dharm ki Jai , Arya Samaj Amar rahe . Rishiwar Dayanand ka naam sadaa Amar rahe . 🕉🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आभार आचार्य जी
जय हो
स्वामी जी मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से कार्य करता हूं.. आपकी बातें मुझे बहुत प्रभावित करती है
Svamee. Ji aapko bahut bahut dhanyawad
नमस्ते आचार्य जी
Swami ji aapka hriday se Abhinandan hai aapko Naman karte Hain
Right point 🙏🏼🇮🇳🇨🇮💯
बहुत सुंदर प्रवचन।धन्यवाद:।
Swami ji ko naman
दादूराम सत्यराम राम भेज सो ऊतरे पार दादू भेजे सो ऊतरे पार
बहुत बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है आपको आदिवासी भाईयों में जनजागृति अभियान चलाया जावे ताकि आदिवासी भाईयों अपने जीवन अच्छी तरह जी सके।
और से रामफूल माहाराज बारवाल ठीकाना बामनवास तहसील बामनवास जिला सवाई माधोपुर राजस्थान से
"ओ३म् भूर्भुवःस्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि।धियो यो नः प्रचोदयात् ।"
सत्य सनातन धर्म की जय 🙏
ओ३म नमस्ते जी🙏
पूज्य स्वामी जी का वेदिक ज्ञान को प्रस्तुत करना बहुत ही आकर्षक है। स्वामी जी को हृदय से नमन ।
जय हो आर्य समाज। जय जय महर्षि दयानंद सरस्वती।
जय माँ भारती 🚩 🚩 🚩 🚩 🚩 🚩
स्वामीजी कोटी कोटी प्रणाम.
सत्यमेव जयते.
हम सभी लोग वेदों को समझना चाहिए
गुरु जी आप का कह नाम सत्य है
आप को धन्यवाद
प्रभू जी कहते है सनातन धर्म ही है।प्रभु ईश्वर और भगवान को सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को चला रहे है समझे।
प्रभु । प्र, यानी प्रकृति होता है
भू ,यानी भूमंडल होता है
ईश्वर। ई , यानी ईस्ट देव पूर्वजों को आकर्षित करता है
स्वर , यानी आवाज ध्वनि की तरंगे प्रचलित हो रहा है
भगवान। भग , भाग्य और कर्म का गमन करता है
बहुत सुंदर प्रवचन है, स्वामी जी।
प्रणाम गुरुदेव
Uttam Prerak vyakhyan Arya Samaj ki Jay Ho Swami Ji ki Jay Ho
जय श्री राम 🙏
👍🙏🙏
बहोत सुंदर जानकारी दी है आपने धन्यवाद।
Very Nice 👍👍👍👍 RAMCHAND Goyal Blb
🙏🙏,rohini
🌸🌸🙏🌸🌸
🕉🙏
अति सुन्दर स्वामी जी
Satya sanatan vedik dharm ki jai
Maharishi ji aapko shaat shaat naman
Namaste swami ji
Om jai shree krishna
😊
जय हो आर्य समाज।
Om
Jai ho स्वामी जी
इतिहासपुराणाभ्याम् वेदं समुपबृम्हयेत्* पुराण निन्दकानाम् कटमुल्लेशिष्याणाम् नास्ति वेदेधिकार:
स्वामी जी का बहुत बहुत धन्यावाद।
कृपया ये भी बताएं कि सायण व अन्य विद्वानों ने वेद का गलत अर्थ क्यों व कब किया किन परिस्थितियों में किया?
क्यों कि कुछ लोगों के मन में ये प्रश्न उठ सकता है कि कोई भी विद्वान वेदों का गलत अर्थ क्यों करेगा?
शत् शत् नमन
Jai Yati norashingha nond Saraswati moharaj
Om Namaste gurudew ji
Maharaja namaste koti koti namaste
ऊं
नमस्ते स्वामी जी
Namaste ji
🔱🔰🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Acharyaji Vedvyas ji ne kitne aur kaun kaun se Puran likhe unke nam aadi ke bare me bataye.taki hum satya ko jan sake.
9
Vedon ki rachna kisne ki Guruji bataiye
Om Guruji Pranam swamiji har katha me bolte he ki Brahman ke bina koi dharmik kaam pura nahi hota dusri cast ka aadmi kitna bhi jaankar ho kewal Brahman ke dwara hi har anusthan safal hota he kya swamiji yah satya he 🙏🙏
Guru g muja book 📚 chahiye
गुजरात ने 1 शेर दयानंद ही दिया था
मोदी,गांधी तो ग़द्दार निकले
मोदी भी शेर है
Arya samaj sa judna ka liya arya virchar suna
स्वामी सच्चिदानंद जी आप वेद के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं कि मां के गर्भ से वेद की रचना मानव द्वारा की गई
Pahle aap ved ko padhiye
सब कुछ अच्छा होता जब समाज में छुआ-छूत ऊंच नीच नहीं हो
Yaha sab Arya samaj hi dur krta h
हिंदी मे अथवा मराठी मे वेद ऑनलाईन पढ सकते है क्या ?
संत जी हैं कि मानते ही नहीं अनर्गल बोलते ही रहते हैं जो सत्य नहीं वही बोलते हैं। हमें तो बताया गया है कि संसार मिथ्या है फिर यह संत लोगों को मुर्ख क्यों बनाते हैं?
जब दयानन्द इतना समाज सुधारक था तो अपने रसोइया को क्यों नही सुधार पाया जिसने उनको जहर देके मार दिया
Modify snk.
Bamsef nam rakhata hai, uspar video banao.
Kdi hs bi liya kr subami rota rhta he kesa smaj he ye aaria smaj hsna hi bhul gye aap toh
💛🌏💛💓💗💖💝💛🧡💚💜🤎🖤🙏🕉️
Do artha kyon
Kahi-kahi toh Earth 🌎 flat hai..... Ha ha 😁😁😁😁
यदि वेदों में समस्त विद्याएँ हैं, तो अब तक वेदों से कोई आविष्कार क्यों नहीं किया गया ? Thanks . Anando.
जिस O का, स्थान मान का,और अंक पद्धति का अविष्कार, आयुर्वेद का अविष्कार,पाई का मान, रामानुजन के गणित के अविष्कार, ज्योतिष का का अविष्कार, ब्रह्मचर्य रहने का अविष्कार,धर्म की खोज जिसे वेद पढ़ने वाले हैं इतर कोई नहीं कर सकता। ईश्वर प्राप्ति की विद्या विना वेद पढ़े नहीं खोजी जा जा सकती है। आदि अविष्कार वेदों को पड़कर ही किए गए थे,यह न होते होते तो आज के कोई अविष्कार सम्भव ही नहीं है । इन्हें कम मानते हो? समाधि जो समस्त क्लेश का नाश कर देती है किसी वैज्ञानिक से पूछो समाधि क्या है और समझो घंटा जबाव नहीं मिलेगा। धर्म वेदों को पढ़ने वालों की हि देन है जिसकी वजह से वहन-बहन, माता -माता,और भाई-भाई है यदि वेदों के सिद्धांत न होते तो इन रिश्तों के अर्थ बताने की क्षमता किसी मनुष्य में न होती। वेदों के सिद्धांतों पर चलने से हि मानव परस्पर सुखी है बरना एक दूसरे का गला काट काट कर मर चुके होते। वसुधैव कुटुंबकम् , वेदों का ही सिद्धांत है। ज्योतिष वेदों की देन है भूगोल=पृथ्वी गोल है,यह बात करोड़ों वर्ष पहले से वेदाध्ययन के कारण हम जानते हैं। जबकि अंग्रेज और ईसाई कुछ समय पूर्व तक पृथ्वी को चपटी मानते थे।
@@beingperfect9856 Ati UTTAM
Vedic physice channal par jaye
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ओम्, पूज्य स्वामी जी 🙏🕉 🙏🕉
Om
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Namste guru ji
Ok Acharya jee sadar pranam.