33-कर्ण महारथी होकर भी क्यों डर कर भाग गया | दुर्योधन को मुसीबत में छोड़कर चला गया, पर क्यों ||

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  • Опубліковано 4 січ 2025

КОМЕНТАРІ • 24

  • @christianchauhan23
    @christianchauhan23 2 дні тому +2

    JAI SHRI #RAM🏹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
    JAI #HANUMAN🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
    🕉 NAMAH SHIVAYA🙏🙏🙏🙏🙏
    HAR HAR #MAHADEV🔱🔱🔱🔱🔱.

  • @EagerChurros-bm7du
    @EagerChurros-bm7du 2 дні тому +1

    Jai sri ram😊

  • @vishnumore2004
    @vishnumore2004 2 дні тому +1

    💓💓जय श्री राम💓💓

  • @arpansundaray8019
    @arpansundaray8019 День тому

    JAY SIYARAM JAY SHRI RAM JAY LAXMAN JAY SANKAT MOCHAN MAHAVEER HANUMAN

  • @parmarbrothers18
    @parmarbrothers18 День тому

    Jay shree ram ❤

  • @RandeepSingh-yk9uk
    @RandeepSingh-yk9uk День тому

    ❤❤❤i love u 💓 💗 💖 💛

  • @RandeepSingh-yk9uk
    @RandeepSingh-yk9uk День тому

    App jaldi hi mahabhart ko purn karo please

  • @YogeshKodag-jy2nt
    @YogeshKodag-jy2nt День тому

    Episode 34 bhej dijiye.

  • @RandeepSingh-yk9uk
    @RandeepSingh-yk9uk День тому

    App daily
    2 post dala karo please ❤❤❤❤❤

  • @christianchauhan23
    @christianchauhan23 2 дні тому +1

    Please upload all episodes of amar chitra katha episodes in hindi with English subtitles

  • @harpalsinh8414
    @harpalsinh8414 День тому

    नमस्कार

  • @Indraneelsarkar127
    @Indraneelsarkar127 День тому

    महाभारत युद्ध के १७वें दिन को जब मद्र नरेश मामा शल्य कर्ण के रथ के सारथी बने थे तब उन्होंने कर्ण को उनकी कड़वी वास्तविकता से परिचित करवाया जिसमें गंधर्वों द्वारा उन्हें भगाएं जाने का भी उल्लेख था जब वो शल्य से भी बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे :
    हे कर्ण! हंस ने मूर्च्छित कौए को अपनी पीठ पर बिठा लिया। वे दोनों फिर उसी द्वीप पर पहुँचे, जहाँ दंगल शुरू हुआ था। वहाँ पक्षी को बिठाकर उसे सांत्वना दी। 400 हंस ने शीघ्रतापूर्वक अपने मनचाहे देश की ओर उड़ान भरी। वैश्य के घर का जूठा भोजन करने वाले कौए की यही दशा हुई। इसमें संदेह नहीं कि तुमने धृतराष्ट्र के पुत्रों का जूठा भोजन किया है। हे कर्ण! इसीलिए तुम अपने से श्रेष्ठ और अपने बराबर वालों का अनादर करते हो। विराट नगर में द्रोण, द्रोणपुत्र, कृप, भीष्म तथा अन्य कौरवों ने तुम्हारी रक्षा की थी। पार्थ अकेला ही वीर था। तुमने उसे तब क्यों नहीं मारा? 401 तुम सब लोग किरीटी के कारण दुखी और पराजित हो गए थे, जैसे सिंह के कारण गीदड़ पराजित हो जाते हैं। तब तुम्हारा पराक्रम कहाँ था? जब तुमने देखा कि तुम्हारा भाई सव्यसाची द्वारा पराजित होकर मारा गया, और कौरवों में सभी वीर देखते रहे, तो तुम सबसे पहले भाग खड़े हुए। हे कर्ण! इसी प्रकार, जब द्वैतवन में गन्धर्वों ने तुम पर आक्रमण किया, तो तुम सब कौरवों को छोड़कर सबसे पहले भाग खड़े हुए। पार्थ ने युद्ध में गन्धर्वों को मार डाला जिनके आगे चित्रसेन थे और परास्त कर दिया। हे कर्ण! उसने दुर्योधन और उसकी पत्नी को मुक्त कर दिया। फिर, पूर्वकाल में, राजाओं की सभा में, राम ने स्वयं पार्थ और केशव की शक्ति के बारे में कहा था। भीष्म और द्रोण ने राजाओं की उपस्थिति में हमेशा कहा है कि दोनों कृष्णों को नहीं मारा जा सकता। तुमने वह सुना है। मैंने तुम्हें केवल थोड़ा-सा बताया है कि किस प्रकार धनंजय तुमसे अनेक प्रकार से श्रेष्ठ है, जैसे ब्राह्मण अन्य सभी प्राणियों से श्रेष्ठ है। तुम शीघ्र ही उस महंगे रथ और उस पर वासुदेव के पुत्र और पांडव धनंजय को बैठे हुए देखोगे।"वे दो नरसिंह देवता, असुर तथा मनुष्य तीनों में प्रसिद्ध हैं। वे अपने तेज के कारण मनुष्यों में प्रसिद्ध हैं और तुम जुगनू के समान हो। हे सूतपुत्र! यही तुम्हारी स्थिति है। वे दो नरसिंह अच्युत और अर्जुन तुम्हारा नाश करेंगे। आत्म-प्रशंसा में मत लगो।"
    कर्ण पर्व(कर्ण-वध पर्व)- अध्याय ११७८(२८)

  • @levi-civita1360
    @levi-civita1360 День тому +1

    Koi saccha mitra nahi tha.. apne mitra ko maut ke muh me dhakel ke bhag gaya...
    Pahle ulte sidhe salaha dekar aag lagao phir aag bhadak jaye to bhag jao..
    Matlabi tha karna.. hamesha duryoandhan ke man men vish gholta rahta tha

  • @RandeepSingh-yk9uk
    @RandeepSingh-yk9uk 2 дні тому

    App daily ek post dala karo

  • @Indraneelsarkar127
    @Indraneelsarkar127 День тому

    कर्ण जब हस्तिनापुर सभा में बड़ी बड़ी बातें कर रहा था तब पितामह भीष्म ने महाराज धृतराष्ट्र को उसकी वास्तविकता का वर्णन किया जहां गंधर्व द्वारा उसके भगाए जाने का घटना भी उल्लेखित था:
    "वैशम्पायन ने कहा, 'कर्ण की बात सुनकर शान्तनुपुत्र भीष्म ने पुनः महान राजा धृतराष्ट्र से बात की। "वह सदैव पाण्डवों को मारने की बात करता है। किन्तु वह महामनस्वी पाण्डवों का सोलहवाँ भाग भी नहीं है। जान लो कि तुम्हारे दुष्ट पुत्रों पर जो विपत्ति आने वाली है, वह इस दुष्ट सूतपुत्र का ही कार्य है। आपका दुष्ट-बुद्धि वाला पुत्र सुयोधन उसी पर आश्रित है। वह शत्रुओं का नाश करने वाले उन वीर देवपुत्रों की उपेक्षा करता है। उसने अतीत में ऐसा कौन-सा अत्यन्त कठिन कार्य किया है, जो किसी भी पाण्डव द्वारा पहले किये गये किसी भी कार्य से मेल खा सके? विराट नगर में उसने अपने प्रिय भाई को धनंजय के पराक्रम से मारा हुआ देखा। तब उसने क्या किया? धनंजय ने सभी कौरवों पर एक साथ आक्रमण किया, उन्हें परास्त किया और पशुधन वापस जीत लिया। क्या वह तब वहाँ नहीं था? पशुधन पर आक्रमण करते समय, तुम्हारे पुत्र को गन्धर्वों ने पकड़ लिया। 63 सूतपुत्र अब बैल की तरह व्यवहार कर रहा है। तब वह कहाँ था? क्या वह पार्थ और महामना भीम साथ में जुड़वाँ नहीं थे?, फिर गंधर्वों को किसने हराया? हे भरतवंशी! हे सौभाग्यशाली! वह धर्म और अर्थ से रहित है और उसने हमेशा ऐसे अनेक मिथ्या वचन बोले हैं।"
    उद्योग पर्व(यान-संधि पर्व)- अध्याय ७११(४८)

  • @rajeshkarmakar8452
    @rajeshkarmakar8452 2 дні тому

    জয় শ্রী রাম ❤❤❤
    জয় শ্রী কৃষ্ণ ❤❤❤

  • @christianchauhan23
    @christianchauhan23 2 дні тому +1

    Danveer Karna ne Vijaydhanush ka prayog nahi kiya tha isliye bhagna pada.

    • @satyammauryarc879
      @satyammauryarc879 2 дні тому +4

      Bhai to pahle proof kar de ki Arjun ke harane ke liye Hi Karn Ne Vijay Dhanush ka upyog kiya tha, aur kis Lok mein yah likha hai ki Karn ko Vijay Dhanush mila hai😅.

    • @anikadhikary9044
      @anikadhikary9044 День тому +1

      Suppose, ek idea Karo ki karn ke pas Vijay dhanush ta to wo Arjun ko haraya tha, ye karn ka nahi, Vijay dhanush ki power hain, agar Arjun ke pas Vijay dhanush hota to wo pure kurukshetra mein sabse Shakti shali yoddha hota, aujun swyam nar rishi ka abtar hain 😊

    • @Indraneelsarkar127
      @Indraneelsarkar127 День тому

      Accha toh Vijay Dhanush lekar bhi kaun saa jeeta tha woh. Bheem aur Yuddhisthir se haar gaya. Arjun ke pita Indra ka Dhanush tha isliye thoda samman diya phir Karna ko pel diya. Jab Parshuram Bhishma ke saath yuddh kar rahe the tab unke pass bhi Vijay Dhanush tha. Jab Indradev Meghnad ke saath yuddh kar rahe the tab bhi unke pass Vijay Dhanush tha. Jaakar book padh beta

    • @Raje-gt7qm
      @Raje-gt7qm День тому

      Uska kawach kahan tha

    • @levi-civita1360
      @levi-civita1360 День тому

      Koi saccha mitra nahi tha.. apne mitra ko maut ke muh me dhakel ke bhag gaya...
      Pahle ulte sidhe salaha dekar aag lagao phir aag bhadak jaye to bhag jao..
      Matlabi tha karna.. hamesha duryoandhan ke man men vish gholta rahta tha