(Shlesh) - When a word is used once but it gives more than one meaning. “सुबरन को ढूँढ़त फिरत कवि, व्यभिचारी, चोर” 'सुबरन' का अर्थ -सुन्दर वर्ण, सुन्दर स्त्री और सोना। •--------------------------------------------------------• (Yamak) - When same word repeats more than once but each time its meaning is different. “माला फेरत जग गया, फिरा न मन का फेर कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर” पद्य में ‘मनका’ शब्द का दो बार प्रयोग किया गया है। पहली बार 'मनका' का आशय माला के मोती से है और दूसरी बार 'मनका' से आशय है मन की भावनाओ से। •------------------------------------------------------•
31:29 summary starting useful but no example thats all. If u are here day before exam start from here👍
Nice work👍
Very good explanation mam,easy to understand.❤
Thank you ma'am very useful 😊❤
Thank you mam very understanding
Ayikote
@@noobeditz8173 ayikote ayikote setset
😦
Very good class, thank you Ma'am
This is very long class, but I realy understand everything..... 🙂
🙏🙏🙏
Thanku mam
Tnkuu u
Ma'am, slesh alankar and yamak alankar difference enthanu?
(Shlesh) - When a word is used once but it gives more than one meaning.
“सुबरन को ढूँढ़त फिरत कवि, व्यभिचारी, चोर”
'सुबरन' का अर्थ -सुन्दर वर्ण, सुन्दर स्त्री और सोना।
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(Yamak) - When same word repeats more than once but each time its meaning is different.
“माला फेरत जग गया, फिरा न मन का फेर कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर”
पद्य में ‘मनका’ शब्द का दो बार प्रयोग किया गया है। पहली बार 'मनका' का आशय माला के मोती से है और दूसरी बार 'मनका' से आशय है मन की भावनाओ से।
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