नमस्ते आचार्यजी।आपने सत्यार्थ प्रकाश के माध्यम से एक मंत्र/श्लोक का विश्लेषण इतना सुन्दर ढंग प्रस्तुत करते है कि सुननेवाले का दिल जीत लेते हैं।आचार्यजी!आर्यसमाजी या सनातनी कहना थोड़ा विवादस्पद सा लगता है ।सनातनी न कहकर पौराणिक बोलना ज्यादा उपयुक्त लगता है ।सनातनी तो सभी हैं ।हम लोग सत्य सनातन वैदिक धर्मी ही कहलाते हैं।पौराणिक सदा से और सदा के लिए नही है इसलिए ये सनातनी नही हो सकता है।ऐसा मेरा विचार है।
आचार्य आपकोकोटी कोटी नमन। आप बिलकूल ह्रृदयसे अंतरात्माकी प्रेरणा लेके स्वामीजी के वचनको हमे समझा रहे है। आचार्य , आपके प्रवचन छोडके मै दूसरा व्हाट्स्याप देखना कम.हो गया है। आपको सुनना और.आत्मसात करना बहोतही सुकून मिल रहा है। शुभं भवतु।
0:170:170:170:17 ये बात समझ में नहीं आई । आपने कहा चाहे वो सनातनी ( जो सनातन वैदिक धर्म को मानने वाले) हो , चाहे आर्य समाज से जुड़ा हुआ हो। इन दोनों का क्या मतलब निकलेगा। महोदय, हमारा मानना ये है कि आर्य समाजी सनातनी ही है। आर्य समाज तो कुछ सौ साल पहले बना । आर्य तो लाखों लाखों वर्ष पूर्व ही थे। और वो सनातन वैदिक धर्म को मानने वाले ही है। I इसको कुछ बताओ। पर बताना सही ही। क्यों कि एक बार बोले आपके शब्द सैकड़ों के दिमाग में वस जाते है। 0:220:220:22 ॐ महाकाल नमो नमः 🕉️🕉️💗🔱🔱🔱💗🕉️🕉️🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🙏आर्य समाज की स्थापना के बाद, प्रचलित "सनातन /वैदिक कालीन विकृति" को त्यागने वाले " आर्य समाजी /सत्य सनातनी " हैं | इन सभी विकृतयों को अपनाने /थोपने वाले पाखंडी /सनातनी हैं |
आचार्य जी आपके द्वारा गायत्री मंत्र की व्याख्या बहुत स्पष्ट रूप से बताई गई है इससे अच्छा अर्थ शायद नहीं हो सकता मेरी एक आशंका है सृष्टि के प्रारंभ में मानव युवावस्था में उत्पन्न होना आर्य समाज के विद्वान लोग बताते हैं क्या यह सच है कृपया असम का दूर करने का कष्ट करें
🚩 🙏🏽ॐ 🙏🏽🚩
अतीव सुन्दरम् । मित्रवर्य🙏
ओम
आदरणीय जी🙏💕🙏💕🙏💕🙏💕
ओम आचरय जी सादर नमर-ते
kya baat hai mazza aa gaya satyarth prakash per bahut adhik vichar kiya.
Aapka बहुत-बहुत dhanyvad itna achcha samjhane ke liye 👌👌👌🙏🙏🙏🕉️🌺🌺🌺🔥
आचार्य श्री नमस्ते आयुष्मान भव: ओ३म् ।
अति सुन्दर उपदेश
Umesh Panwar
नमस्ते आचार्यजी।आपने सत्यार्थ प्रकाश के माध्यम से एक मंत्र/श्लोक का विश्लेषण इतना सुन्दर ढंग प्रस्तुत करते है कि सुननेवाले का दिल जीत लेते हैं।आचार्यजी!आर्यसमाजी या सनातनी कहना थोड़ा विवादस्पद सा लगता है ।सनातनी न कहकर पौराणिक बोलना ज्यादा उपयुक्त लगता है ।सनातनी तो सभी हैं ।हम लोग सत्य सनातन वैदिक धर्मी ही कहलाते हैं।पौराणिक सदा से और सदा के लिए नही है इसलिए ये सनातनी नही हो सकता है।ऐसा मेरा विचार है।
अति सुन्दर प्रवचन
🙏🙏🙏
बहुत बहुत विस्तृत ज्ञान से परिपूर्ण करने पर बहुत बहुत साधुवाद एवं सादर प्रणाम
Ram
Very good and informative video.
अति सुन्दर ! पूज्य आचार्य श्री आपकी यश किर्ति निरन्तर बढ़ती ही रहे आपका स्वामी आदित्य साम देव (अदालत योगी)
🙏🕉️🕉️
सादर नमस्ते आचार्य जी।
👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🙏
वाह आचार्य जी वाह 🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩
आचार्य जी आप को सादर प्रणाम, कर आपका धन्यवाद देता हूं कि आप को सही जानकारी देनेके लिए 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Namste ji
अती सुंदर
बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी आप ने बहुत अच्छी तरह से समझाया
🕉️ ओम शांति 🚩🌞🚩🙏🙏🙏
अति सुंदर आचार्य जी बहुत अच्छी प्रकार समझा या गया है धन्यवाद
आचार्य जी सादर नमस्ते जी
शिक्षा के लिये आपने 100% सही कहा है
कृण्वन्तो विश्वमार्यम्
बहुत अच्छा है
अति सुन्दर प्रस्तुति प्रणाम
জয় হোক।
Maa
Jai Guru Dev🕉🌹🌹🌹🙏🙏🙏
प्रनामजी्! आपका विडियो से येथार्थका बोध होगया प्रनामजी! आपका हर विडियो मेरा जिग्यासका पुर्तिकर्नेवालाहै। ❤️♥️♥️♥️♥️🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
❤❤❤❤❤❤❤
अति उत्तम।
प्रत्येक विषय पर किया गया विष्लेषण अत्यंत महत्वपूर्ण है। ईश्वर आपको सदैव अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सहायक रहे।🙏🙏
Today Education are Business *
अति उत्तम कार्य कृम सराहनीय कार्यक्रम है
ज्ञानवर्धक बहुत सुंदर कार्य
Sunder explanation
Acharya ji koti koti naman
Tqsir excellent explaination.
🕉🕉🕉🚩🚩🚩🙏🙏🙏
Thanks good translation
Omshantibhaiji.sukria........ 💮💮💮💮🏵️🌋🌋🌅🌅💮🏵️🌋🌅🔥🌄☔🌦️🌈🪐🌋💮💮🏵️🌋🌋🌅🌅🌅🌅💮💮🏵️🌋🌅🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥
Pranam hai Aapko Prabhu🙏💐
जय हो
ओम 🕉️🔱🚩🌞🚩🔱🕉️🙏🙏🙏
आचार्यजीपुनपुन सुनता हूॅ
Jay ho mitra
Om Jee
अर्चाय जी इसके लिए कोटि कोटि धन्यवाद
Bahut dhanyawad acharya ji
आचार्य जी नमस्ते।
ओऊम जी नमस्कार शिक्षण मे प़ाऱरब कैसे करें जानकारी प्राप्त किया है
jai ho guru ji🙏
Nice
🙏🙏
धन्यवाद, आप महान हो
Very nice
अति सुंदर
🚩🙏
ओम्
Om om om
Balak balika ka Acha gurukul ke bare me batye
आचार्य आपकोकोटी कोटी नमन। आप बिलकूल ह्रृदयसे अंतरात्माकी प्रेरणा लेके स्वामीजी के वचनको हमे समझा रहे है। आचार्य , आपके प्रवचन छोडके मै दूसरा व्हाट्स्याप देखना कम.हो गया है। आपको सुनना और.आत्मसात करना बहोतही सुकून मिल रहा है। शुभं भवतु।
Great
👌🌷🎉⚘️
Ishwar ka dhyan kare ke liya kis mantra ka prayog kare kripya batna ka kast kare
ओऊम नमस्ते आचार्य जी
आचार्य जी आप से नीवेदन है कि छत्तीसगढ़ या फिर अन्य राज्य में भी अपना पर्ववचन दे ताकि लोग। अधिक से अधिक लोग लाभ ले सकें धन्यवाद
सटिक जानकारी
ओम् परिणाम आचार्य जीं
💓
Om
दंड विधान के लिए धननियावाद जी
ईश्वर कोई हाड़ मांस का इंसान नहीं ह, जो आपकी इच्छाएं पूरी करे
😂
Original Lapak Flexible Lahaji ?
Pranaam! 🙏🙏
🕉️ आचार्य जी सादर नमस्ते 🙏
Satya sanatan dharma ki Jay ho
आचार्य जी नमस्ते
Guru namaskar byariti ka Artha kya hai
🔥ओ३म्🔥
नमस्ते आचार्य जी 🙏
Good
Gurukul and school me gov ko bhi bataye
Radhe Radhe Krishna 🙏🙏
मोक्ष और समाधी में क्या समानता वा अन्तर है? मोक्ष प्राप्तिका विधि क्या है?
Dharm Arth kaam aur moksh manushy ke liye anivary hai toh gaytri mantra toh inke virudh prtit Ho Raha hai
Kripya in par punar vichar karke bataye
Havan karte samay svaha kyun kahte hai
देहभान छूटते ही आत्मा स्वतः परमात्मा से जुड़ जाती है।
गुरु जी क्या गायत्री मंत्र का चिन्तन मनन और जाप बिना स्नान के कर सकते है?
कृप्या मार्ग दर्शन करे ।
कर सकते हैं
धन्यवाद ❤️🙏
वर्तमान k शिक्षा के केंद्र क्या शिक्षा दे रहे हैं इस से अच्छा घर पर साक्षर कर दे
deep arth he ye
0:17 0:17 0:17 0:17 ये बात समझ में नहीं आई । आपने कहा चाहे वो सनातनी ( जो सनातन वैदिक धर्म को मानने वाले) हो , चाहे आर्य समाज से जुड़ा हुआ हो। इन दोनों का क्या मतलब निकलेगा। महोदय,
हमारा मानना ये है कि आर्य समाजी सनातनी ही है। आर्य समाज तो कुछ सौ साल पहले बना । आर्य तो लाखों लाखों वर्ष पूर्व ही थे। और वो सनातन वैदिक धर्म को मानने वाले ही है। I इसको कुछ बताओ। पर बताना सही ही। क्यों कि एक बार बोले आपके शब्द सैकड़ों के दिमाग में वस जाते है। 0:22 0:22 0:22 ॐ महाकाल नमो नमः 🕉️🕉️💗🔱🔱🔱💗🕉️🕉️🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🙏आर्य समाज की स्थापना के बाद, प्रचलित "सनातन /वैदिक कालीन विकृति" को त्यागने वाले " आर्य समाजी /सत्य सनातनी " हैं |
इन सभी विकृतयों को अपनाने /थोपने वाले पाखंडी /सनातनी हैं |
Murti mein Pran nahin Magar Murti siddh ho jata hai
Chal aur chal aur Achal paddti
आचार्य जी आपके द्वारा गायत्री मंत्र की व्याख्या बहुत स्पष्ट रूप से बताई गई है इससे अच्छा अर्थ शायद नहीं हो सकता मेरी एक आशंका है सृष्टि के प्रारंभ में मानव युवावस्था में उत्पन्न होना आर्य समाज के विद्वान लोग बताते हैं क्या यह सच है कृपया असम का दूर करने का कष्ट करें
Do prakar ka Pran pratishtha hota hai
गायत्री मंत्र की विशेषता बतानी थी इस वीडियो में परंतु आप तो सिर्फ इसका अर्थ बता रहे है
केवल एक प्रश्न
सातवी शताब्दी की देवनागरी लिपी मे ब्राहमण ग्रथ ईसापूर्व मे कैसे लिखे गयॆ
वेदों का ज्ञान ऋषियों को ही क्यों दिया ऋषिकाओं को क्यों नहीं?
Murakh ho tum
अगले जन्म में तुम सूअर बनकर गू विष्ठा चटकारे ले ले कर चाटने में मजा आ एगा ये मैं तुम्हें श्राप देता हूं
वेदों के कई सूक्त ऋषिकाओं ने लिखे हैं...थोड़ा अध्ययन कीजिए...
@@manojkumar-ge3xbI 😅
Some irrelevant questions are irritating. Please enjoy the precious knowledge .We should be thankful to Acharya ji.
Aap padhe likhe hain lekin anubhav nahi hai.