यह दुनिया सच्ची है और हमेशा जीवित है, लेकिन तुम सब अपनी ही ज्ञान से, इस दुनिया को झूठा और मृत बना दिए हों। तुम सब सदियों से कभी मरे ही नहीं, फिर भी तुम सब अपने को शरीर मानकर, शरीर के साथ ही अपने को भी, मरा होना मान लेते हो और मर जाते हो। यह दुनिया कभी मर ही नहीं सकती है क्योंकि, सभी रूप ही भगवान का अपना रूप है। तुम सब दूसरे के विचार से, अपने " मैं " को निर्मित करते हो, जो झूठा होता है। आकार और निराकार, दोनों ही रूप तुम्हारा अपना रूप है। एक ही निराकार, सभी रूपों को धारण किए हुए है, जबसे दुनिया है तबसे। हमारा शरीर एक खिलौना से ज्यादा कुछ नहीं है। तुम अगर इस शरीर रूपी खिलौने को ही, अपना भी होना मान लेते हो तो, तुम सब हमेशा मरोगे ही। तुम सभी शरीरों में निराकार रूप से, अकेले ही निवास करते हो। शरीर में हमेशा रहकर भी तुम सब, आजतक कभी शरीर हुए ही नहीं, इसलिए न तेरा कोई जन्म है और न ही कभी तेरी मृत्यु हुई है। जन्म और मृत्यु शरीर की होती है और, तुम सब शरीर कभी बने ही नहीं। यह सत्य है कि जबतक तुम सब इस शरीर में होते हो, तभी शरीर जीवित और सच्चा होता है, क्योंकि तुम और सिर्फ तुम ही सच्चे होते हो। यह दुनिया मरी हुई है क्योंकि तुम सब, सौ साल के भीतर मर जाते हो। इस मरी हुई दुनिया को मारने के लिए तुमसब एटम बम, लोगों को गुलाम बनाने के लिए संविधान, देश और सेना बनाते हो। इस मरी हुई दुनिया पर शासन करने के लिए तुम सब, बहुत से झूठे धर्म और बहुत से भगवान, को भी बना लिए हो। मुझे इस धरती पर आजतक, इन आठ अरब इंसानों में, एक भी इंसान नहीं मिला जो, हमारी आंखों में अपनी आंखें डालकर, यह कह सके कि , हां वह भगवान है और सब भगवान ही है, इसलिए इस धरती पर किसी की मौत कभी नहीं होती है। मेरे कान हमेशा इस बात को सुनने में लग है कि, इस धरती पर कितने लोग, अपने रूप में भगवान को देखते हैं। जो भी इंसान, अपने रूप में अपने भगवान का दर्शन करेगा, उसकी मौत कभी नहीं होगी। तुम सब को अगर कभी भी नहीं मरना है तो, भगवान को अपनी ही रूप में देखना होगा। इस धरती के सभी पूंजीपति, सभी वैज्ञानिक, और सभी देशों के प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति, मेरे पास आओ, अपनी आंखों से अपने माने गए भगवान को, चाहे तेरा भगवान शंकर हों या जीसस हो या निराकार अल्लाह हो, अपनी ही रूप में मेंरी ज्ञान से देखो और हमारे साथ हमेशा जीवित रहो। तुम सब को मौत से, हमेशा के लिए मैं आजाद कर सकता हुं। तुम सब बहुत धन जमा करते हो और सब धन छोड़कर, सदियों से मरते रहते हो।मैं दुनिया को चाइलेंज करता हुं कि मेरे पास जो आएगा, अबकी मौत कभी नहीं होगी। तुम सब भगवान खुद बनो और, भगवान बनकर हमेशा जीवित रहो। तुम्हारा दो रूप है, एक शरीर जो दिखता है, और तुम्हारा इसी शरीर के साथ दुसरा रूप है जो कभी दिखता ही नहीं है। शरीर वाला रूप तेरा मरने के लिए बनता है और न दिखने वाला तेरा सुक्ष्म रूप कभी नहीं दिखता है। तुम सब मेंरे पास आओ और अपनी निराकार रूप को, अपनी ही आकार शरीर में देखकर, हमेशा जीवित रहो। इस धरती पर एक ही है जो सभी रूपों को धारण किए हुए हैं, इसलिए इस धरती पर किसी की मौत कभी नहीं होती है। तुम सब सभी धर्मों को छोड़ो, भगवान को मेरे पास आकर अपनी ही रूप में देखो और सब हमेशा के लिए जीवित हो जाओ।
Thank you so much for this
🙏👏🌺
पुण्यकर्म के लिये धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Amazing work sir 👏
जाना देखना क्या होता है🙏🙏🎉
धन्यवाद🙏
gre8👌🏻
🙏💝
❤
J. Krishnamurti my inspiration
🙏
Very nice video hai thanks sir ji
Magical voice 🙏🏻
Thanks
🪔👏🧘♂️
यह दुनिया सच्ची है और हमेशा जीवित है, लेकिन तुम सब अपनी ही ज्ञान से, इस दुनिया को झूठा और मृत बना दिए हों। तुम सब सदियों से कभी मरे ही नहीं, फिर भी तुम सब अपने को शरीर मानकर, शरीर के साथ ही अपने को भी, मरा होना मान लेते हो और मर जाते हो। यह दुनिया कभी मर ही नहीं सकती है क्योंकि, सभी रूप ही भगवान का अपना रूप है। तुम सब दूसरे के विचार से, अपने " मैं " को निर्मित करते हो, जो झूठा होता है। आकार और निराकार, दोनों ही रूप तुम्हारा अपना रूप है। एक ही निराकार, सभी रूपों को धारण किए हुए है, जबसे दुनिया है तबसे। हमारा शरीर एक खिलौना से ज्यादा कुछ नहीं है। तुम अगर इस शरीर रूपी खिलौने को ही, अपना भी होना मान लेते हो तो, तुम सब हमेशा मरोगे ही। तुम सभी शरीरों में निराकार रूप से, अकेले ही निवास करते हो। शरीर में हमेशा रहकर भी तुम सब, आजतक कभी शरीर हुए ही नहीं, इसलिए न तेरा कोई जन्म है और न ही कभी तेरी मृत्यु हुई है। जन्म और मृत्यु शरीर की होती है और, तुम सब शरीर कभी बने ही नहीं। यह सत्य है कि जबतक तुम सब इस शरीर में होते हो, तभी शरीर जीवित और सच्चा होता है, क्योंकि तुम और सिर्फ तुम ही सच्चे होते हो। यह दुनिया मरी हुई है क्योंकि तुम सब, सौ साल के भीतर मर जाते हो। इस मरी हुई दुनिया को मारने के लिए तुमसब एटम बम, लोगों को गुलाम बनाने के लिए संविधान, देश और सेना बनाते हो। इस मरी हुई दुनिया पर शासन करने के लिए तुम सब, बहुत से झूठे धर्म और बहुत से भगवान, को भी बना लिए हो। मुझे इस धरती पर आजतक, इन आठ अरब इंसानों में, एक भी इंसान नहीं मिला जो, हमारी आंखों में अपनी आंखें डालकर, यह कह सके कि , हां वह भगवान है और सब भगवान ही है, इसलिए इस धरती पर किसी की मौत कभी नहीं होती है। मेरे कान हमेशा इस बात को सुनने में लग है कि, इस धरती पर कितने लोग, अपने रूप में भगवान को देखते हैं। जो भी इंसान, अपने रूप में अपने भगवान का दर्शन करेगा, उसकी मौत कभी नहीं होगी। तुम सब को अगर कभी भी नहीं मरना है तो, भगवान को अपनी ही रूप में देखना होगा। इस धरती के सभी पूंजीपति, सभी वैज्ञानिक, और सभी देशों के प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति, मेरे पास आओ, अपनी आंखों से अपने माने गए भगवान को, चाहे तेरा भगवान शंकर हों या जीसस हो या निराकार अल्लाह हो, अपनी ही रूप में मेंरी ज्ञान से देखो और हमारे साथ हमेशा जीवित रहो। तुम सब को मौत से, हमेशा के लिए मैं आजाद कर सकता हुं। तुम सब बहुत धन जमा करते हो और सब धन छोड़कर, सदियों से मरते रहते हो।मैं दुनिया को चाइलेंज करता हुं कि मेरे पास जो आएगा, अबकी मौत कभी नहीं होगी। तुम सब भगवान खुद बनो और, भगवान बनकर हमेशा जीवित रहो। तुम्हारा दो रूप है, एक शरीर जो दिखता है, और तुम्हारा इसी शरीर के साथ दुसरा रूप है जो कभी दिखता ही नहीं है। शरीर वाला रूप तेरा मरने के लिए बनता है और न दिखने वाला तेरा सुक्ष्म रूप कभी नहीं दिखता है। तुम सब मेंरे पास आओ और अपनी निराकार रूप को, अपनी ही आकार शरीर में देखकर, हमेशा जीवित रहो। इस धरती पर एक ही है जो सभी रूपों को धारण किए हुए हैं, इसलिए इस धरती पर किसी की मौत कभी नहीं होती है। तुम सब सभी धर्मों को छोड़ो, भगवान को मेरे पास आकर अपनी ही रूप में देखो और सब हमेशा के लिए जीवित हो जाओ।