When lord Jagganath alights from the stairs (22 stairs inside the temple) during "pahandi bije", a pillow is placed on the particular stair to absorb the shock as a result of which it gets crushed. The same procedure is repeated for all the stairs.
Can you please provide the link to the music used in this video 🙏 It's so peaceful and calming, I'd be fortunate enough to use it to make videos on lord's glory in the future You create amazing videos...brings tears to my eyes, you've inspired me to create something beautiful for lord
Lord Krishna is so merciful ♥️🙏 I just love him fullest from bottom of my heart I can't imagine a world without Lord Krishna He has been with me in my worst situation Hare Krishna🙏♥️
Indian deities are laden with gold and silver jewelery, footwear like jutties and padukas too Temples walls in india have carvings like high heels (have evidence of this) so why then do Indians depict their deities without shoes and not enough gold and silver jewelry? Makes me annoyed to show Indian religions like they’re basic and common, India a very rich country
*पाप-पुण्य और भगवान* ******************** एक सेठ बस से उतरे। उनके पास कुछ सामान था। आसपास नजर दौडाई तो उन्हें एक मजदूर दिखायी दिया। सेठ ने उसे बुलाकर कहा- अमुक स्थान तक इस सामान को ले जाने के कितने पैसे लोगे? आपकी मर्जी जो देना हो दे देना। लेकिन मेरी शर्त है कि जब मैं सामान लेकर चलूँ तो रास्ते में या तो मेरी सुनना या आप सुनाना। सेठ ने मजबूरी में हाँ कर दिया। सेठ का मकान लगभग 500 मीटर की दूरी पर था। मजदूर सामान उठा कर सेठ के साथ चल दिया और बोला- सेठजी, आप कुछ सुनाओगे या मैं सुनाऊँ। सेठ ने कह दिया कि तू ही सुना। मजदूर ने खुश होकर कहा- जो कुछ मैं बोलू, उसे ध्यान से सुनना। मजदूर पूरे रास्ते बोलता गया और दोनों मकान तक पहुँच गये। मजदूर ने बरामदे में सामान रख दिया। सेठ ने जो पैसे दिये, ले लिये और सेठ से बोला- सेठजी, मेरी बात आपने ध्यान से सुनी या नहीं। सेठ ने कहा- मैने तेरी बात नहीं सुनी। मुझे तो अपना काम निकालना था। मजदूर बोला- सेठजी! आपने जीवन की बहुत बड़ी गलती कर दी। कल ठीक सात बजे आपकी मौत होने वाली है। सेठ को गुस्सा आया और बोले: तेरी बकवास बहुत सुन ली। अब जा रहा है या तेरी पिटाई करूँ! मजदूर बोला: मारो या छोड़ो, कल शाम को आपकी मौत होनी है। अब भी मेरी बात ध्यान से सुन लो। अब सेठ थोड़ा गम्भीर हुआ और बोला: सभी को मरना है। अगर मेरी मौत कल शाम होनी है तो होगी, इसमें मैं क्या कर सकता हूँ! मजदूर बोला: तभी तो कह रहा हूँ कि अब भी मेरी बात ध्यान से सुन लो। सेठ बोला: सुना, ध्यान देकर सुनुँगा। मरने के बाद आप ऊपर जाओगे तो आपसे यह पूछा जायेगा कि हे मनुष्य! पहले पाप का फल भोगेगा या पुण्य का? क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में पाप-पुण्य दोनों ही करता है। तब आप कहना कि पाप का फल भुगतने को तैयार हूँ लेकिन पुण्य का फल आँखों से देखना चाहता हूँ। इतना कहकर मजदूर चला गया।दूसरे दिन ठीक सात बजे सेठ की मौत हो गयी। सेठ ऊपर पहुँचा तो यमराज ने प्रश्न किया कि पहले पाप का फल भोगना चाहता है कि पुण्य का।सेठ ने मजदूर के बताये अनुसार कहा- पाप का फल भुगतने को तैयार हूँ, लेकिन जो भी जीवन में मैंने पुण्य किया हो, उसका फल आंखों से देखना चाहता हूँ। यमराज बोले- हमारे यहाँ ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। यहाँ तो दोनों के फल भुगतवाए जाते हैं। सेठ ने कहा कि फिर मुझसे पूछा क्यों? अब पूछा है तो उसे पूरा करो। धरती पर तो अन्याय होते देखा है,पर यहाँ पर भी अन्याय है। यमराज ने सोचा कि बात तो यह सही कह रहा है। इससे पूछकर बड़े बुरे फंसे। मेरे पास कोई ऐसी व्यवस्था ही नहीं है जिससे इस जीव की इच्छा पूरी हो जाय। विवश होकर यमराज उस सेठ को ब्रह्मा जी के पास ले गये और पूरी बात बतायी। ब्रह्मा जी को भी सेठ की इच्छा पूरी करने का कोई उपाय नहीं सूझा। ब्रह्मा जी विवश होकर यमराज और सेठ को साथ लेकर भगवानबके पास पहुँचे और समस्या बतायी। भगवान ने यमराज और ब्रह्मा से कहा: जाइये, अपना-अपना काम देखिये। दोनों चले गये। भगवान ने सेठ से कहा- अब बोलो, तुम क्या कहना चाहते हो! सेठ बोला- अजी साहब, मैं तो शुरु से एक ही बात कह रहा हूँ कि पाप का फल भुगतने को तैयार हूँ लेकिन पुण्य का फल आँखों से देखना चाहता हूँ। भगवान बोले- धन्य है वह तेरा सद्गुरु (मजदूर) जिसने तेरे अंतिम समय में तेरा कल्याण करा दिया! अरे मूर्ख! उसके बताये उपाय के कारण ही तू मेरे सामने खड़ा है। अपनी आँखों से इससे और बड़ा पुण्य का फल क्या देखना चाहता है। मेरे दर्शन से तेरे सभी पाप भस्मीभूत हो गये। *इसीलिए बचपन से हमें सिखाया जाता है कि बड़ों की बात ध्यान से सुनो। पता नहीं कौन सी बात जीवन में कब काम आ जाये!*
Very beautiful story telling voice. Thank you. Hare Krishna
Lord Jaganadhan thank you for blessings and everything you have given me 🙏🙏❤❤
Jai SrilaPrabhupada 💜
HareKrishna 🦚
Hare Krishna 🙌
🙏🏻♾️💜❤️🥠🥮🍧🍨🍦🥧🍰🍮🧁🍭🍬🍫🍩🍪🍯🧈🧀🥞🧇🥯 JAGANNATH SWAMI NAYANA PADHAGAAMI BHAVA TU MEIN 🥯🧇🥞🧀🧈🍯🍪🍩🍫🍬🍭🧁🍮🍰🥧🍦🍨🍧🥮🥠❤️💜♾️🙏🏻
Another great story of a great devotee. 😃 Jay Jagannath 🙏🏻🙏🏻
I eagerly just wait for your videos on every Saturday.
Hari bol 🙌
JOY GURUDEB JOY MAA LAKSHMIJAGANNATH JI KI JOY 🙏🙏🌹🌹💓💓💞💞🙏🙏🌹🌹🙏🙏
Hare Krishna
Jai jagannath 🙌
Dandavat Pranam Parameshti Prabhu! 🙇♂️🙏🏼💐
Jai jagannath 🙌
Jai Jagannath
Jai Laxmi Narayan
Jai brahma Saraswati
Jai shiv Parvati
Jai Maa Durga
Jai Maa kali
Jai Ganesh
Jai Siya Ram
Jai Hanuman
Jai Radha Krishna
When lord Jagganath alights from the stairs (22 stairs inside the temple) during "pahandi bije", a pillow is placed on the particular stair to absorb the shock as a result of which it gets crushed. The same procedure is repeated for all the stairs.
Thank you Jagannath ji
Because you came in our Punjab previous days . But I am unfortunate that I can't see you there 😢
Sri Krishna paramatma 🙏🙏🙏
HE is LOVE🙏🙏🙏 BLISS 🙏🙏🙏
What an amazing narration 🙏🙏🙏tears of joy ECSTACY🙏🙏🙏 Thank you🙏🙏🙏
HARE KRISHNA HAREE KRISHNA KRISHNA KRISHNA HARE HARE HARE RAM HARE RAM RAMA RAMA HARE HARE
Hare Krishna
Hare krishna 🥰❣️
Hare krishna...🙏🏼🙏🏼🙏🏼hare krishna hare krishna krishnA krishna hare hare hare rama hare rama rama rama hare hare....🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Hare Krishna..jai Jagannath...
Jai Jagannath 🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐🌼🌹
Hari bol Hari bol 🙌jai jagannath 🙌
Hare Krishna, Hare Krishna, Krishna Krishna Hare Hare; Hare Ram, Hare Ram, Ram Ram Hare Hare.
Radhe Radhe
Jai baba Jagannath ❤️🙏 Jai Baba balaram ❤️🙏 Jai Maa Subhadra ❤️🙏 Jai shree radhe gobinda ❤️🙏
Radhe Radhe 🙏🏻 🙏🏻
🙏🙏🙏
Lord Jagannathji ki Jai
Hare Krishna
Jai jagannath 🙌
Hare krishna..🙏🙏🙏 excellent
Jay Jagannath Swami😍
Can you please provide the link to the music used in this video 🙏
It's so peaceful and calming, I'd be fortunate enough to use it to make videos on lord's glory in the future
You create amazing videos...brings tears to my eyes, you've inspired me to create something beautiful for lord
Mind Blowing 🙏🏻🙏🏻🙏🏻👍👍👍🙏🏻🙏🏻🙏🏻👌👌👌😘😘😘
Hare krishna🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Great 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹
LORD JAGANNATH PLZ SAVE INDIA FROM NON HINDUS AND DESTRUCTION OF HINDUISM
Hare krishna hare krishna krishna krishna hare hare Hare rama hare rama rama rama hare hare ❤️🙏🏻🚩
Hare Krishna ❤️❤️❤️
RadheRadheRadhekrishna 🙏🙏🪔🪔🙌🙌
Hare Krishna i highly appreciate you for telling this story of Lord jaganath in English thanks Sandy Kasi South Africa Kzn Durban 🙌❤🙏
❤️🙏🏻
Jai jagganath jai maa saraswati
Hare Krishna 🙏🙏🙏
JaiShri Balabhadraji ki Jai Shri Subhadraji ki Jai Shri Jagannathji ki
Jai Jagannath 🙏🙏🙏🙏
Jai Jagannath!
Very nice story. Could we please know what was the king’s name ? And which year it was ?
All glories to srila Prabhupada
Jai Jai Shree Jagannath Bhagwan 🙏🙏❤️❤️❤️
Jai jagannath 🙏🏻
🙏so similar to bhakt Ramdasa story. Faith in the god is the ultimate lesson to be learnt
Om prabh vishnave namah🙏🙏🙏🙏🙏
What was this king's name? @11:48 you mentioned Parmesthi was taken around Delhi on an elephant.
hare Krishna
Jai jagannath
Jai jagannath 🙌
Lord Krishna is so merciful ♥️🙏
I just love him fullest from bottom of my heart
I can't imagine a world without Lord Krishna
He has been with me in my worst situation
Hare Krishna🙏♥️
Jaiiiiii jagannath ❤🙏
Jai jagannath
Hare Krishna
Jai jagan nath❤️🙏🏾
I love this channel very much
Thank you so much
Hare Krishna 🙌
shree jagannath ki ....................
Jay
Reply if yo add also a devotee of lord jagannath
Jai jagannath
Jai Sri Krishna 🙏 thank you
*HARI BOL*
🙏🙏🙏🙏
*who was that king?*
Can you please tell the name of that muslim king?
Jai jagannath 🙏🏻
I heard that story at my childhood.
Who was that muslim king?
If it's real, can you remove word story *please* 🙏
The narration is not upto the mark. Tenses,grammar all rules have been flouted.
So wait... you know evereyone's name accept from the muslim king?
Indian deities are laden with gold and silver jewelery, footwear like jutties and padukas too
Temples walls in india have carvings like high heels (have evidence of this) so why then do Indians depict their deities without shoes and not enough gold and silver jewelry? Makes me annoyed to show Indian religions like they’re basic and common, India a very rich country
*पाप-पुण्य और भगवान*
********************
एक सेठ बस से उतरे। उनके पास कुछ सामान था। आसपास नजर दौडाई तो उन्हें एक मजदूर दिखायी दिया।
सेठ ने उसे बुलाकर कहा- अमुक स्थान तक इस सामान को ले जाने के कितने पैसे लोगे?
आपकी मर्जी जो देना हो दे देना। लेकिन मेरी शर्त है कि जब मैं सामान लेकर चलूँ तो रास्ते में या तो मेरी सुनना या आप सुनाना।
सेठ ने मजबूरी में हाँ कर दिया।
सेठ का मकान लगभग 500 मीटर की दूरी पर था।
मजदूर सामान उठा कर सेठ के साथ चल दिया और बोला- सेठजी, आप कुछ सुनाओगे या मैं सुनाऊँ। सेठ ने कह दिया कि तू ही सुना।
मजदूर ने खुश होकर कहा- जो कुछ मैं बोलू, उसे ध्यान से सुनना। मजदूर पूरे रास्ते बोलता गया और दोनों मकान तक पहुँच गये।
मजदूर ने बरामदे में सामान रख दिया। सेठ ने जो पैसे दिये, ले लिये और सेठ से बोला- सेठजी, मेरी बात आपने ध्यान से सुनी या नहीं।
सेठ ने कहा- मैने तेरी बात नहीं सुनी। मुझे तो अपना काम निकालना था।
मजदूर बोला- सेठजी! आपने जीवन की बहुत बड़ी गलती कर दी। कल ठीक सात बजे आपकी मौत होने वाली है।
सेठ को गुस्सा आया और बोले: तेरी बकवास बहुत सुन ली। अब जा रहा है या तेरी पिटाई करूँ!
मजदूर बोला: मारो या छोड़ो, कल शाम को आपकी मौत होनी है। अब भी मेरी बात ध्यान से सुन लो।
अब सेठ थोड़ा गम्भीर हुआ और बोला: सभी को मरना है। अगर मेरी मौत कल शाम होनी है तो होगी, इसमें मैं क्या कर सकता हूँ!
मजदूर बोला: तभी तो कह रहा हूँ कि अब भी मेरी बात ध्यान से सुन लो।
सेठ बोला: सुना, ध्यान देकर सुनुँगा।
मरने के बाद आप ऊपर जाओगे तो आपसे यह पूछा जायेगा कि हे मनुष्य! पहले पाप का फल भोगेगा या पुण्य का? क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में पाप-पुण्य दोनों ही करता है। तब आप कहना कि पाप का फल भुगतने को तैयार हूँ लेकिन पुण्य का फल आँखों से देखना चाहता हूँ।
इतना कहकर मजदूर चला गया।दूसरे दिन ठीक सात बजे सेठ की मौत हो गयी।
सेठ ऊपर पहुँचा तो यमराज ने प्रश्न किया कि पहले पाप का फल भोगना चाहता है कि पुण्य का।सेठ ने मजदूर के बताये अनुसार कहा- पाप का फल भुगतने को तैयार हूँ, लेकिन जो भी जीवन में मैंने पुण्य किया हो, उसका फल आंखों से देखना चाहता हूँ।
यमराज बोले- हमारे यहाँ ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। यहाँ तो दोनों के फल भुगतवाए जाते हैं।
सेठ ने कहा कि फिर मुझसे पूछा क्यों? अब पूछा है तो उसे पूरा करो। धरती पर तो अन्याय होते देखा है,पर यहाँ पर भी अन्याय है।
यमराज ने सोचा कि बात तो यह सही कह रहा है। इससे पूछकर बड़े बुरे फंसे। मेरे पास कोई ऐसी व्यवस्था ही नहीं है जिससे इस जीव की इच्छा पूरी हो जाय।
विवश होकर यमराज उस सेठ को ब्रह्मा जी के पास ले गये और पूरी बात बतायी।
ब्रह्मा जी को भी सेठ की इच्छा पूरी करने का कोई उपाय नहीं सूझा।
ब्रह्मा जी विवश होकर यमराज और सेठ को साथ लेकर भगवानबके पास पहुँचे और समस्या बतायी।
भगवान ने यमराज और ब्रह्मा से कहा: जाइये, अपना-अपना काम देखिये। दोनों चले गये।
भगवान ने सेठ से कहा- अब बोलो, तुम क्या कहना चाहते हो!
सेठ बोला- अजी साहब, मैं तो शुरु से एक ही बात कह रहा हूँ कि पाप का फल भुगतने को तैयार हूँ लेकिन पुण्य का फल आँखों से देखना चाहता हूँ।
भगवान बोले- धन्य है वह तेरा सद्गुरु (मजदूर) जिसने तेरे अंतिम समय में तेरा कल्याण करा दिया!
अरे मूर्ख! उसके बताये उपाय के कारण ही तू मेरे सामने खड़ा है। अपनी आँखों से इससे और बड़ा पुण्य का फल क्या देखना चाहता है। मेरे दर्शन से तेरे सभी पाप भस्मीभूत हो गये।
*इसीलिए बचपन से हमें सिखाया जाता है कि बड़ों की बात ध्यान से सुनो। पता नहीं कौन सी बात जीवन में कब काम आ जाये!*
Hare krishna ❤️
Hare Krishna
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Jai jagannath
Jai jagannath 🙌
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Jai jagannath ji
Hare Krishna 🙏🙏🙏
Hare Krishna 🙏🙏💐💐