ख्याल..... @ मन बांवरा

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  • Опубліковано 17 лип 2024
  • हेलो दोस्तों जय श्री कृष्णा🙏
    मैं रुचि.....
    दोस्तों आज की कविता का विषय है ख्याल...
    हमारे मन में ख्यालों का एक अलग ही दुनिया होती है जिसे हम बसते नहीं हैं वह अपने आप बन जाती है और हमें खुद से संचालित करने लगती है उसे दुनिया में शायद हमारे लिए कोई जगह ही नहीं होते क्योंकि ख्याल हमें कभी अपने बारे में आता ही नहीं जब भी हम सोचते हैं तो वह कहीं हमारे अपने आप से दूर होकर हमें दूसरों की और हमेशा ही पहुंचा देता है और फिर चाहते ना चाहते हुए हम बहुत बार अपने आप को दोषी महसूस करने लगते हैं पर ऐसा अक्सर नहीं होता हां कभी-कभी जब मन उदास होता है तो ख्याल नकारात्मक हो जाते हैं लेकिन अगर मन खुश होता है तो ख्याल सकारात्मक भी होते हैं तो यह खयाल दोनों ही प्रकार के हो सकते हैं अब आप सोचिए कि आपका मन में किस तरह का ख्याल जन्म ले रहा है फिलहाल मेरे मन में जी ख्याल में जन्म लिया उसे मैं आपके सामने प्रस्तुत किया है आशा करती हूं आपको यह ख्याल पसंद आएगा अगर पसंद आता है तो प्लीज मेरे चैनल को सब्सक्राइब करें और मेरी कविता को लाइक और शेयर करें जल्दी ही मिलती हूं एक और नए ख्याल के साथ तब तक अपना ध्यान रखें जय श्री कृष्णा🙏

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