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रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क को जोड़ने वाला भाग शिव जी के लिंग के आकार का जिसका काम है श्वास लेने,हृदयगति ,पांचन को नियंत्रित करने का काम करती हैं इस लिए पुल्लिंग और स्त्रीलिंग संस्कृत में कहते हैं
J L Shastri जैसे लोग हिंदू नाम रख कर जेहाद के लिए हिंदू धर्म की जड़ों को दीमक की तरह खाते आए है। आज सोशल मीडिया होने की वजह से लव जेहाद और दूसरे वाम पंथी लोगो की पोल खुल जाती है की कैसे हिंदू नकाब लगा हिंदू को नुकसान करते है लेकिन आज से पहले वायरल वीडियो जैसी सुविधा नहीं थी इसलिए वो कचरा दर्ज हो गया शास्त्रों में। ऊपर से भारत में christain (britishers) , इस्लामिक आक्रमण में भी इन गिरोह के मानने वालो ने भी हिंदू सनातन संस्कृति में खूब झूठ mix करवा दिए ताकि हिंदू को उसकी ही किताबे दिखा के शर्मिंदा केरो और धर्म परिवर्तन करवाओ। जागो सनातनियो जागो।
शिव विराट हैं, शिवत्व कण कण मैं विद्यमान है😊। एक सूत्र होता है उपनिषद का शिवोहं, ये बहुत बड़ा सूत्र है, में ही शिव हूं, जब व्यक्ति स्वयं मैं शिव को जानता है, तब उद्भूत होता है शिवोहम🤩🤩। थोड़ी नमक डाल की खिचड़ी हम भी बनाते हैं, देखना मत भूलना😊😊
Ex Muslim here I really like to learn about Sanatan Dharm its filled with knowledge, i really hate that today's modern people and libarundus mislead us about our Sanatan Dharm 🙏🏾❤️🕉
SantancSamiksha ka bahut conservative approach hain adhatamik vaa bhautik drissti mein wo bhed naahi karte hain. Anyway archaeological channel hain to jyada bol nhi sakte but still they are doing wonderful job baaki yes agree rest 2 are also doing wonderful ❤
ये बातें मैने आचार्य प्रशांत द्वारा सुनी थीं😊🙏 शिवलिंग में जो उभरा हुआ भाग है वो पुरुष है (अर्थात् आत्मा/चेतना है) और उसके चारों ओर जो आकृति है वह प्रकृति है (अर्थात् संसार/माया/ मन है) इसको सम्मिलित करके देखें तो ये अर्थ निकलता है कि हमें इस संसार में ही रहकर अपनी चेतना को ऊंचाई देनी होगी। मोक्ष का रास्ता प्रकृति से ही होकर जाता है। इसलिए सनातन धर्म में प्रकृति की पूजा की जाती है उसका पवित्र स्थान है। यह हमारे हाथ में है प्रकृति के आशीर्वाद से हमे ज्ञानी बनना है या अज्ञानी, माया से सीखना है या माया में लिप्त रहना है। और यह शिव जी का प्रतीक इसलिए है क्योंकि वह योगी हैं। उनके पास मनुष्य की भांति सभी भाव हैं सुख, दुख, क्रोध आदि; ऐसा ग्रंथो में दर्शाया जाता है परंतु हमेशा उनको हम ध्यान में ही पाते हैं । हमें उनकी ही तरह प्रकृति अर्थात् अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण करना चाहिए और शून्यता के निकट आना चाहिए।
@@intellect-mind at least we should have basic knowledge of Sanskrit. Take an example of JL shastri himself, how he misinterpreted those Sanskrit shlokas and we are still suffering.
@@diganta8286 brother...first of all...no one wants to read scriptures...you may also don't want to read scriptures...if you are honest...we don't feel need to read those...I am not saying that we should not read them...I want that everyone should read them... If you have a basic understanding of Bhartiya darshan...you will easily understand that this is the missinterpretation here...
इतने स्पष्ट तरीके से इतने कठिन विषय को बताना ये कोई साधारण कार्य नहीं है। इस प्रयास के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। धर्म की सही छवि को सबको बताने के लिए पूरे संसार को आपका ऋणी होना चाहिए।
@@lovekumargupta8851Are murkh tumse sach pach nhi rha hai to yaha aake kyu ro rhe ho, aukat ho to video bana ke prove karo apne channel par, nhi to shanti se so jao jake😂😂😂
Maine bhi Padaryth Vigyan padha BAMS first semester me mai to dang rh gya kya book hai kya gyan tha Harare purvajo ko.Aastang Hridyam bhi bhut achhi book hai
@@Indian.001 भ्राता श्री हमने हिंदी भाषा में लिखा है तो कृपया अंग्रेजी के नियम यहां न लगाएं 🙏🏼 और हमारी गलती के लिए खेद है लेकिन आपकी "noune" में भी Mistake😉 है। जय श्री परशुराम 🚩⚔️🚩
@@Indian.001 Madarsa se pdhega to nhi pta hoga...... Adjective noun kaise bn jaata h ....ab sun .,.... Red ek colour ka naam h isliye ye noun me aata h...... Pr jb red rose bolte h to rose noun h pr whi red yahan adjective bn jaata h..... Madarsa se taaleem lena bnd kr de.... Warna barbaad ho jayega
*BAMS wale* attendance laga do 😂 We studied all of it in 'PADARTH VIJNANA' as a part of the curriculum. *I feel it's really important to add 'DARSHANA' as a part of basic education so people are not misguided by any foreign pseudo philosophers.* 🚩🙏
भाई आप अपने सनातन धर्म के महान सपूत हो जो इसके गहरे तत्व को सरल भाषा में सार्वजनिक कर रहे हैं,,,आपके ज्ञान की पहुंच अपने धर्म की गहराई और ज्ञान की ऊंचाई के चरम पर है,,,आप जैसे युवा ही सनातन का सच्चा प्रहरी है,,,प्रेरक,,,
कोटि कोटि धन्यवाद बड़े भाई,,वैसे तो इस विषय में अज्ञानता होने के पश्चात भी मैंने कभी शिवलिंग को जननांग की भांति नही माना चाहे किसी ने जो कहा हो लेकिन आज तो सारे भ्रम ही दूर हो गए।हमारे अपने धर्म के कुत्सित बुद्धि के लोगो ने हमारे धर्म का सत्यानाश करने में कोई कसर नही छोड़ी है।मैंने रामायण और महाभारत के भी बे सिर पैर के अनुवाद और लेखन देखे है जिनमे दुर्योधन के दृष्टिकोण से महाभारत दिखाई गयी है वो कितना महान था और पांडव कितने बुरे ,,लेकिन किसी को कोई फर्क ही नही पड़ता यहां।पर आपके कार्य से शायद हम सबको ही बुद्धि प्राप्त होगी,ईश्वर आपको ज्ञान के उच्च शिखर तक लेकर जाये।जय महाकाल🙏🌳🌳
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings.. If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy. So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature) So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy. So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
@@hiteshshrivastava1604ap bilkul sahi keh rahe hain. Kamasutra ke sanskrit text me kahin bhi private parts ke liye ling aur yoni shabd ka prayog nahi kiya gaya hai. Asal me yoni word ka sense kisi bhi aise sthan se liya ja sakta hai jiske andar se koi anya vastu originate hoti hai. Shivlinga ke 3 parts hote hain - sabse neeche "peetham", which means seat or pedestal, uske upar "yoni", jiske andar lingam fit rehta hai and ek tarah se uske andar se originate hota hai, aur finally, lingam swayam, jo ki shiv ji ke saral swabhaav ko darshata hai, jinko anya devtaon ki tarah vigrah banakar kathin shram se ki gayi upasna ki aavashyakta nahi hai. Agar yoni devi shakti ka symbol hota to shivalayon me devi ki bhi shiv ji ke saath hi pooja hoti aur shivlinga ki poojan se devi ki bhi pooja maani jati, lekin aisa kahin bhi nahi hota hai. Isiliye yoni ka arth devi ke symbol se nahi hai. Shivlinga ka matlab keval shiv ka symbol hai. Neeche ke yoni aur peetham keval un structures ke sanskrit naam hain. Baaki sab western scholars aur unke Indian stooges ka propaganda hai.
बहुत बहुत धन्यवाद।। 🙏🙏👍👍 भगवान का अपमान करने में हम भी भागीदार है। हमने जो सुना जो पढ़ा मान लिया।😢 सच की तलाश नही की।🧐 Online तराशने पर भी इतनी अच्छी जानकारी नही मिलती।😢 ❤ से धन्यवाद।। हर हर महादेव 🚩🚩
देश का दुर्भाग्य है जो भारतीयों ने अपनी संस्कृति, ग्रंथों को पढ़ा और समझा नहीं है। भारतीय संस्कृति (सनातन धर्म) बहुत ही महान और प्राचीन है। जय सनातन संस्कृति।
मैने शिवलिंग को सदा असीमित ब्रह्मांड के रूप में जाना हैं और साथ में शिव के निर्गुण रूप में देखा हैं, पर आपके कारण शिवलिंग के बारे विस्तृत और सटीक ज्ञान और जानकारी मिली. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. हर हर महादेव, जय सनातन धर्म 🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏📿📿📿🛕🛕🛕🌸🌸🌸🌺🌺🌺.
Sir huge respect for you..even I am trying to learn such knowledge but am not disciplined and driven ...I hope I could understand the sanatan the way u do from these holy books..om namah shivaay
जो लोग शिवलिंग के बारे दुष्प्रचार करते हैं ? उन विधर्मी का जवाब देने के लिए मुझे शिव भगवान की कृपा से बहुत सही वीडियो मिल गया ... जय महादेव ,जय भोलेनाथ, जय शिव शंभू 🙏🙏🙏🙏🙏
इतना उल्लू बना रहे हो देवी भागवत महापुराण में भी आया है कि भी भृगु मुनि के कान में गया शिवजी का लिंग मुनि के शॉप से कटकर के नीचे गिर गया, और यह बात देवी भागवत में तीन जगह लिखी हुई है, और इसी देवी भागवत में शिव जी को निर्लज्ज बोला गया, दूसरा महाभारत में भी माता के भग और शिवलिंग के बारे में वर्णन किया गया है और वहां पर भी शिवलिंग को पुरुषों का चिन्ह ने बताया गया है और भग को स्त्रियों का चिन्ह बताया गया है कूर्म पुराण में भी आता है कि शिव जी दिगंबर हो करके घूम रहे थे , और इसी पत्नियां दिगंबर शिव को देखकर आकर्षित हो गई और उनसे चिपक गई, इससे नाराज होकर के ऋषि यों ने शिवजी को लात और डंडों से पीटा जिससे उनका लिंग कट के धरती में गिर गया भविष्य पुराण में भी आता है कि ब्रह्मा विष्णु महेश ऋषि पत्नी के पास जाते हैं, उस समय शिवजी अपने लिंग को पकड़े हुए थे अपने हाथ में, उस लिंग में ब्रह्मा जी रात भर रहे थे मतलब की फेट रहे थे, और गंदे गंदे अपशब्द कह रहे थे ऋषि पत्नि के साथ वहां पर लिंग का मतलब जननांग ही है गरुड़ पुराण में भी आता है कि किसी का लिंग अगर दाएं और झुका हो तो उसे पुत्र प्राप्ति होती है और बाएं और झुका हो तो उसे कुछ और प्राप्त होता है, अगर आपको व्याकरण का ज्ञान है तो आइए शास्त्रार्थ कर लीजिएआर्य समाज से
जिन महर्षि दयानंद सरस्वती जी का उदाहरण इन्होंने दिया उन्हीं महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने शिवलिंग का जम के खंडन किया है इसको बोलो यह बहुत ज्ञानी है तो शास्त्रार्थ कर ले व्याकरण सम्मत आर्य समाज से
साधु जी आप सच में सनातन धर्म के गौरव हो। हमें अपने सनातनी होने पर गर्व होना चाहिए। मुझे तो है। आप में से कितने लोगों को ये वीडियो देखकर अपने सनातनी होने का गर्व हुआ ? 🙏🌷♥️🇮🇳💖🌹
J L Shastri जैसे लोग हिंदू नाम रख कर जेहाद के लिए हिंदू धर्म की जड़ों को दीमक की तरह खाते आए है। आज सोशल मीडिया होने की वजह से लव जेहाद और दूसरे वाम पंथी लोगो की पोल खुल जाती है की कैसे हिंदू नकाब लगा हिंदू को नुकसान करते है लेकिन आज से पहले वायरल वीडियो जैसी सुविधा नहीं थी इसलिए वो कचरा दर्ज हो गया शास्त्रों में। ऊपर से भारत में christain (britishers) , इस्लामिक आक्रमण में भी इन गिरोह के मानने वालो ने भी हिंदू सनातन संस्कृति में खूब झूठ mix करवा दिए ताकि हिंदू को उसकी ही किताबे दिखा के शर्मिंदा केरो और धर्म परिवर्तन करवाओ। जागो सनातनियो जागो।
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings.. If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy. So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature) So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy. So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
SUCH TRANSLATIONS SHOULD BE BANNED AND ANNOUNCED INVALID BY THE DHAMRIC ORGANISATIONS, THANK YOU VERY MUCH SIR FOR YOUR RELENTLESS CONTRIBUTION TOWARDS DHARMA
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings.
@@Himanshu-sv4cvtu Randi ka beta ko Teri maa nai kaha se Janam diya Hindu dharm Mai sab nari ko Mata kehte hai ye ek samman hai aur mahadev iss pure biswa ke pita hai unka aadi aur aant koi nahi Janta swayamambhu hai wohi par brahma hai Allah,Jesus,guru Nanak sabke Malik hai
@@Himanshu-sv4cvsanatani vedic kaal Mai Gai ka bohot mahatwa hai Gai ke hi wajahse Ghar chalta tha Gai ke wajahse dudh aur kheti ke liye annaj nasib hota tha isliye Gai ko Mata kehke samman karte hai Gai pujniya hai gau Mata terii Kyu fat rahi hai
tere baap ka bada Bhai relation se tere bade papa hue tau Kya Teri Randi maa nai iske Sath gand marke tujhe paida Kiya thiya Kya logic se baat kar tere jaise ko paida Karne wali ko veshya naam hi Sahi hai
Thanku Sir for this informative video 🙏I am UGC NET qualified person and i have started Research in few days. In my syllabus I can read Sankhya Darshan, Naya Darshan and so many Indian Logical chapters. Your explanation towards Prakriti and Purush is truly correct. 👍
TV pe aane wale badebade baba bhi ye sab nahi bta pate h. Qki wo bhi baki logo ki tarah achhe se nahi padhte h hamare ved or purano ko. I respect your effort. At least we got one resource where we can get the facts. God bless you.
Shivalinga also symbolises the simplicity of lord Shiva. Other deities have elaborate beautiful vigrahas, while shiv ji is pleased by just worshipping a simple uncarved stone lingam. Other deities are worshipped with flowers and sweets, while shiv ji is pleased with just bel leaves and raw milk. Whatever is generally considered as unacceptable as an offering to all other deities is acceptable to Shiv ji. That's why Shiv ji is known as Bholenath.
Ling is representation of purush and yoni is representation of prakirit both are representation of creation. even if we are worshiping ling what is the wrong in it. this is beautiful symbol of creation. let them speak whatever want to. we are firm on our devotion. Om namah sivay
Absolutely my Point is same 👌👌👌If we observe the Religions which is organically grows have that kind of Things. And the most important thing is that The Shiva himself killed the KamaDev, means the shiva is free from and sexual desire then why Hindus are having shame. We worship the Yoni of Shakti which denotes the feminine part of creations why Hindus don't have shame there. Hindus should not be ashamed by the propaganda of Communist, Liberal, Secular, Christians and Muslims.
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings.. If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy. So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature) So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy. So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
Exactly, has any religion explored what creation or life is? Except Hinduism no one has ventured into this vast understanding of life form, its correlation with cosmic nature itself! Ever wondered why the temple sanctum area is known Garbhagudi or Garbhagruha? Or is anyone able to explain how & why the first beat of heart starts? If we are celebrating or worshipping the vastness of life in its representation, what is wrong?! Be proud of it! And stand up against any perversion of interpretation around it! No reason to be intimidated!
Exactly, has any religion explored what creation or life is? Except Hinduism no one has ventured into this vast understanding of life form, its correlation with cosmic nature itself! Ever wondered why the temple sanctum area is known Garbhagudi or Garbhagruha? Or is anyone able to explain how & why the first beat of heart starts? If we are celebrating or worshipping the vastness of life in its representation, what is wrong?! Be proud of it! And stand up against any perversion of interpretation around it! No reason to be intimidated!
The whole form of shiv linga is symbolic, the oval nature of the linga symbolizes the cornerless infinity consciousness or your being, and it shows many things to the sadhak who is doing his shivattwa. The argha has 3 ridges on it, and these 3 ridgez also has 3 colors in reality, which also symbolizes certain thing. So, every bit of it is of spiritual importance, that too, much after brahmagyan and brahmanishtha.
No words for you that work you are doing , just speachless and thanks for saving and sharing the concept about sanatan dharm Keep it up and all the best from sanatani 👍 Har Har Mahadev Har Har Mahadev
@@HyperQuest krishn ram vishanu ke awatar h iswar nahi h samjhe kiyo mazak banaya h dharam ka . Iswar nirakar m hi h kewal sakar m nahi h . Ram krishn shiv ye iswar nahi h dew h inki pooja hoti h pooja se koi bhi paresani ho thik hoti bhut pret wale marij thik hote h bimariya thik hoti h. Allha saitan allha ke hath pair h body h wo jhuta khuda h. Iswar ke hath pair body nahi hoti samjhe .
@@HyperQuestiswar karam dekhta h pooja nahi pooja dewi dewtao ki hoti h mandir m unki shaktiya hoti h mandir m unki pooja se koi bhi paresani ho thik hoti h . Krishn iswar h aesa kahi nahi likha ram shiv iswar h aesa kahi nahi likha samjhe poore dharam ki barbadi kar rahe ho
@@HyperQuest8 arab 64 carore ×100 =? brhamma ki umar hoti h . Vishanu ki umar 8 arab 64 carore × 700 = ? Shiv ji ki umar 8 arab 64 carore × 4900= ? Hoti h . 70000 shiv khatam hote h tab ek kal niranjan khatam hote h. Fir 70000 carore brhammando ke malik hote h parbrham . Fir nirakar iswar hote h jo samay se bahar h . 4 arab 32carore sal ek prithivi hoti h. Iswar bhagwan dewi dewata alag alag hote h . Dewi dewta ki pooja hoti h pooja se koi bhi paresani ho thik hoti h . mandiro m dewi dewatao ki shaktiya hoti h unki pooja hoti h. Iswar karam dekhta h pooja nahi use pooja ki jaroorat nahi h. Iswar yog karam yog saniyas tayag vairag inme se kisi ek chij se milta h. Iswar samay se bahar h samay ke andar nahi h . Iswar nirakar m h sakar m nahi hota iswar ki dil dhadakan nahi h. Ram krishn shiv ye dew h kewal 196 carore 8 lakh 5115 sal se jiyada purana h sanatan hindu dharam.. ye gyan vedom likha h Mokch ki umar 31 neel 40 kharab 10 arab sal hoti h 1 brhamma ke barabar hoti h
@@poweryog4866kya lol admi ho Tera ishwar itna kamjor hai Jo ek Avatar nahi le sakta 😂😂😂 vo ishwar Jo na dekh skta hai na sun sakta hai na hi manushya ke roop me aa sakta hai gazab hai tumhara ishwar 😂😂😂 aur ha Shree mad Bhagwat Gita me Krishna ji ne khud kaha hai ki mai hi Parambraham hu kuchh padh le nalayak 😂😂😂
धन्यवाद भ्राता श्री 🙏🏻🙏🏻 आप को तथा मेरे सभी सनातनी भाईयो बहनों को सावान प्रारम्भ की हार्दिक शुभकामनाएं 🧡 भगवान शिव आप सबकी शुभ कामनाएं पूर्ण करे 🪷🙌🏻 हर हर महादेव। जय भोलेनाथ 🙏🏻🙌🏻
॥सत्य सनातन धर्म की जय हो॥ ॰Hyper Quest देखने वाले सभी दर्शकों से निवेदन है की हम सभी मिलकर श्री चौरसिया जी को “पद्मश्री” दिलवाने में सहायता करें। इनके अभूतपूर्व प्रयास से सभी सनातनी (विशेष रूप से युवा वर्ग)ज्ञानवान हो रहे है।
Small Suggestion - Please add English subtitles. This will give enormous reach to your videos and even people from foreign countries can understand the depth and misconceptions related to our Sanatan Dharma.
गीता अध्याय 8 श्लोक 1 में अर्जुन ने गीता ज्ञान देने वाले से प्रश्न किया कि जिस तत् ब्रह्म के विषय में अध्याय 7 के श्लोक 29 में कहा है कि वह तत् ब्रह्म क्या है? इसका उत्तर गीता ज्ञान दाता ने गीता अध्याय 8 के श्लोक 3 में बताया है कि वह परम अक्षर ब्रह्म है।
So, shivling is representation(ling) of stabilized form of cosmic entity (purush) ,that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy. Beautiful ❤️ Om Namah shivaye ❤️
गीता अध्याय 15 के श्लोक 4 में कहा है कि उस तत्वदर्शी संत के मिल जाने के पश्चात् उस परमेश्वर के परम पद की खोज करनी चाहिए अर्थात् उस तत्वदर्शी संत के बताए अनुसार साधना करनी चाहिए 📲अवश्य देखें साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाराज की जय पुराणों में वर्णित भगवान शिव जी के विषय में मूल भावनाओं को को प्रस्तुत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद हमारे समस्त भारतीय संस्कृति के युवाओं को धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज के द्वारा विरचित ग्रंथों को अवश्य ही पढ़ने चाहिए ताकि वह संपूर्ण भारतीय वांग्मय के विषय वस्तु को समझ सके हर हर महादेव ।
Bhaiya, aap bhaut hi achcha kaam kr rahe hai. Sanatan ke is bahumulya gyaan ko pradaan krne ke liye aapka bhaut bhaut dhanywaad🙏 Aap isi tarah gyaan vardhak videos banate rahiye 🙏 🙏Har Har Mahadev🙏
Doesn't change the fact that ur God got his dick and balls got cut by CHAD rishis who protected their wife from this r@p!st who was running amok with ashes all smeared on him. At the end of the day it's pen!s worsh!pping that's why in South there are temples boldly and proudly displaying complete pen!s of shiva. Nothing to hide
Dhanyawad Bhai aap hi hamari or Sacchai ki awaj hai or usko sab logo ko batane ka kaam karte ho...Apko shabdo se dhanyawad nhi kar skta ❤🫂.. 🙏Jai Siya Ram Bhaiya
*🙏🕉️🙏 सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय🙏🕉️🙏💯%✅ तथ्यात्मक सत्य🙏 🚩जय माँ भारती 🚩👌👌👌* 🙏 जयतु आर्यावर्तम् 🚩 जयतु संस्कृतम् 🕉️ जयतु वेदम्📚 जयतु गुरुकुलम्📖🙏 "वेदों एवं ऋषि संहिताओ की ओर लौटो" 🙏 🇮🇳भारत🚩 माता की जय🙏 🙏आदरणीय विशाल भैय्या जी आपके दूरदर्शिता विलक्षण दृष्टिकोण उत्कृष्ठ विचार साहसी व्यक्तित्व को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🕉️🙏
Jai Bhole Nath🙏❤️❤️🙏Jai Parvati🙏❤️❤️🙏 Jai Ganesh Ji🙏❤️❤️🙏 Jai Kartikey Ji🙏❤️❤️🙏 Jai Nandishwar Ji🙏❤️❤️🙏Jai Singh Ji🙏❤️❤️🙏Jai Moos Ji🙏❤️❤️🙏Jai Mayoor Ji🙏❤️❤️🙏
👉 सबसे एक प्रार्थना है कि जिंदगी में और कुछ पढ़ो या ना पढ़ो पर... मरने से पहले एक बार *सत्यार्थ प्रकाश जरूर पढ़ना...* *क्योंकि इस ग्रंथ को पढ़े बिना आपका जीना बेकार है...* 💯 और इसको पढ़ने के बाद आप यही सोचोगे कि यह मुझे पहले क्यों नहीं मिला। जरूर पढ़ें। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
साधुजी,आप विशुद्ध बुद्धि कार्य सनातन की सेवा और सनातन वंशियो के भ्रम एवं बुद्धि की पराकाष्ठा के लिए सार्थक कर रहे है बहुत बहुत साधुवाद है और इतनी कम उम्र में वाहः बहुत सुंदर विधि से बहुत सुंदर विशुद्ध विचार से कर रहे है।पुरुषोत्तम मास में आपका चैनल मुझे मिला ये मुझ पर विधाता की कृपा ही है पूरे मास में में अपनी अध्यात्म शक्ति की बढ़ा सकूँगा आपके माध्यम से।शब्द कम है आपके कार्य के लिए बस यही कहूंगा कि यही धर्म है।सत्यं शिवं सुंदरम
Shree HG Amogh lila prabhu has also said this in such a beautiful way , Thank you for this nice video , this can stop all Anti - Hindus abusive speech about Mahadev ,Radhe Radhe 🚩🕉🙏🔥🥀
@@krishnaDas-ln7doyehi chuchpa to tum log kar rhe ho ek abrahamic religion jaisa, sanatan Dharma m unch nich koi bhagvan nhi hota. sabhi deva devi ka mahatwa hain sristri k rachna me. tum log gande nasle k kide ho.
I was literally thinking about 20 second before about this how narrow minded peoples wrote about our aradhya shiv ji.but in your video you cleared everything.thanks for making such videos ❤.
J L Shastri जैसे लोग हिंदू नाम रख कर जेहाद के लिए हिंदू धर्म की जड़ों को दीमक की तरह खाते आए है। आज सोशल मीडिया होने की वजह से लव जेहाद और दूसरे वाम पंथी लोगो की पोल खुल जाती है की कैसे हिंदू नकाब लगा हिंदू को नुकसान करते है लेकिन आज से पहले वायरल वीडियो जैसी सुविधा नहीं थी इसलिए वो कचरा दर्ज हो गया शास्त्रों में। ऊपर से भारत में christain (britishers) , इस्लामिक आक्रमण में भी इन गिरोह के मानने वालो ने भी हिंदू सनातन संस्कृति में खूब झूठ mix करवा दिए ताकि हिंदू को उसकी ही किताबे दिखा के शर्मिंदा केरो और धर्म परिवर्तन करवाओ। जागो सनातनियो जागो।
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings.. If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy. So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature) So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy. So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
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सर्वं शिवमयं जगत। ओम नमः शिवाय। हर हर महादेव।
Kuku FM par aap apna show bhi daaliye
Jai shree Ram....bro muje aapka contact number mile ga...
Brother one suggestion - plz don't mix Shiv and Mahadev together. Shiv is formless paramaatma and Mahadev is Shankar ji 🙏
रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क को जोड़ने वाला भाग शिव जी के लिंग के आकार का जिसका काम है श्वास लेने,हृदयगति ,पांचन को नियंत्रित करने का काम करती हैं इस लिए पुल्लिंग और स्त्रीलिंग संस्कृत में कहते हैं
मैंने कभी सच जानने की कोशिश नही करी लेकिन कभी शिवलिंग का अपमान भी नही किया। लेकिन आज ये सुनकर गुस्सा और आनंद दोनो एक साथ आए। धन्यवाद
J L Shastri
जैसे लोग हिंदू नाम रख कर जेहाद के लिए हिंदू धर्म की जड़ों को दीमक की तरह खाते आए है।
आज सोशल मीडिया होने की वजह से लव जेहाद और दूसरे वाम पंथी लोगो की पोल खुल जाती है की कैसे हिंदू नकाब लगा हिंदू को नुकसान करते है
लेकिन आज से पहले वायरल वीडियो जैसी सुविधा नहीं थी इसलिए वो कचरा दर्ज हो गया शास्त्रों में।
ऊपर से भारत में christain (britishers) , इस्लामिक आक्रमण में भी इन गिरोह के मानने वालो ने भी हिंदू सनातन संस्कृति में खूब झूठ mix करवा दिए ताकि हिंदू को उसकी ही किताबे दिखा के शर्मिंदा केरो और धर्म परिवर्तन करवाओ।
जागो सनातनियो जागो।
Same with me
Same with me. I had full confidence it's not what librandus are spreading but real info wasn't available
Same
Same
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धराय दिगम्बराय
तस्मै न काराय नमः शिवाय।।
मन्दाकिनीसलिलचन्दनच्चिताय
नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय।
मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय
तस्मै मकाराय नमः शेवाय।।
शिवाय गौरीवदनाब्जबंदा
सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।
श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय
तस्मै शिकाराय नमः शिवाय
वशिष्ठकुम्भोद्रवगौतमार्यमूनीन्द्र देवार्चिता शेखराय ।
चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय
तस्मै वकाराय नमः शिवाय
यज्ञस्वरूपाय जटाधराय
पिनाकहस्ताय सनातनाय ।
दिव्याय देवाय दिगम्बराय
तस्मै यकाराय नमः शिवाय
पञ्वाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसंनि्धौ।
शिवलोकमावाप्रोति शिवेन सह मोदते
।। शिव पंचाक्षर स्त्रोतम ।। 😁✨
🙏
शिव विराट हैं, शिवत्व कण कण मैं विद्यमान है😊। एक सूत्र होता है उपनिषद का शिवोहं, ये बहुत बड़ा सूत्र है, में ही शिव हूं, जब व्यक्ति स्वयं मैं शिव को जानता है, तब उद्भूत होता है शिवोहम🤩🤩।
थोड़ी नमक डाल की खिचड़ी हम भी बनाते हैं, देखना मत भूलना😊😊
सर्वश्रेष्ठ
❤ bahaut sunder. Satyam Shivam Sundaram.
Proud to be Sanatani and hindu culture 🤗
बेटा आप सनातन धर्म का ज्ञान देकर हम सनातनीयों का कितना बड़ा उपकार कर रहे हो क्या कहे🕉❤🙏
अरे भाई, थोड़ा हमे भी ध्यान दे लो, हम भी थोड़ा कुछ बनाते हैं, देखो😂😂
Please make a fully deep reaserch and detailed video on Rajiv Dixit please it's my request.
@@intellect-mind Bhai aap shorts banao
@@theternalaw बनाता हूं
Ex Muslim here I really like to learn about Sanatan Dharm its filled with knowledge, i really hate that today's modern people and libarundus mislead us about our Sanatan Dharm 🙏🏾❤️🕉
Can you give your Instagram please I will be happy to help you out
Bro why did you leave islam
Tell me reason plz
@@_Cricbowler_ why he should not
@@_Cricbowler_ do you really think muslim can go to Hinduism 🤣 .
He is obviously fake ID
What a great video ❤🕉️
Krti rho ling ki puja 😂
@@lovekumargupta8851Aur tum aise hi jalte raho 😂
@@lovekumargupta8851andhnamaji🤬
Sir you are single handedly saving Sanatana Dharma! Thank you for your videos and your efforts. Really commendable!
Sanatan Samiksha dekho Bramhrakchas..dekho Sanatan Rivals dekho
Proud to be Sanatani & Hindu culture.
Please keep water for birds save organism 🌱
SantancSamiksha ka bahut conservative approach hain adhatamik vaa bhautik drissti mein wo bhed naahi karte hain. Anyway archaeological channel hain to jyada bol nhi sakte but still they are doing wonderful job baaki yes agree rest 2 are also doing wonderful ❤
@@kaivalya2260for archaeology and knowledge of scriptures sanatan samkisha is good but for debates brahmrakshas is best
जियो मेरे हिंदू शेर, बड़े बड़े विद्वान को आपके रिसर्च पर गर्व महसूस करना चाहिए
ये बातें मैने आचार्य प्रशांत द्वारा सुनी थीं😊🙏
शिवलिंग में जो उभरा हुआ भाग है वो पुरुष है (अर्थात् आत्मा/चेतना है) और उसके चारों ओर जो आकृति है वह प्रकृति है (अर्थात् संसार/माया/ मन है)
इसको सम्मिलित करके देखें तो ये अर्थ निकलता है कि हमें इस संसार में ही रहकर अपनी चेतना को ऊंचाई देनी होगी। मोक्ष का रास्ता प्रकृति से ही होकर जाता है। इसलिए सनातन धर्म में प्रकृति की पूजा की जाती है उसका पवित्र स्थान है। यह हमारे हाथ में है प्रकृति के आशीर्वाद से हमे ज्ञानी बनना है या अज्ञानी, माया से सीखना है या माया में लिप्त रहना है। और यह शिव जी का प्रतीक इसलिए है क्योंकि वह योगी हैं। उनके पास मनुष्य की भांति सभी भाव हैं सुख, दुख, क्रोध आदि; ऐसा ग्रंथो में दर्शाया जाता है परंतु हमेशा उनको हम ध्यान में ही पाते हैं । हमें उनकी ही तरह प्रकृति अर्थात् अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण करना चाहिए और शून्यता के निकट आना चाहिए।
शिवलिंग पर जल क्यों चढ़ाया जाता है। मतलब आत्मा, चेतना, संसार, माया, मन पर जल चढ़ाया जाता है।
मन को शुद्ध भी तो रखना चाहिए @@sanjaymunda3537
Bahut sarl shabdo m bataya thank you
It's very much important for every Sanatani to learn Sanskrit. 🕉️
Why??
@@intellect-mindbecause of your suffering mind
@@diganta8286 brother there is no need..to learn Sanskrit...all the scriptures are available in Hindi...then why?
@@intellect-mind at least we should have basic knowledge of Sanskrit.
Take an example of JL shastri himself, how he misinterpreted those Sanskrit shlokas and we are still suffering.
@@diganta8286 brother...first of all...no one wants to read scriptures...you may also don't want to read scriptures...if you are honest...we don't feel need to read those...I am not saying that we should not read them...I want that everyone should read them...
If you have a basic understanding of Bhartiya darshan...you will easily understand that this is the missinterpretation here...
इतने स्पष्ट तरीके से इतने कठिन विषय को बताना ये कोई साधारण कार्य नहीं है। इस प्रयास के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। धर्म की सही छवि को सबको बताने के लिए पूरे संसार को आपका ऋणी होना चाहिए।
❤❤❤ sahi bola apne
शास्त्र विधि अनुसार साधना वर्तमान में किस सन्त के । पा स है
Ale le le kitna gyani hai , ek anuvaad ko jhutha batao kyonki usme sach hai , air sach kadwa hota hai
@@lovekumargupta8851Are murkh tumse sach pach nhi rha hai to yaha aake kyu ro rhe ho, aukat ho to video bana ke prove karo apne channel par, nhi to shanti se so jao jake😂😂😂
I am medical student of Ayurved ( bams) and i learn that in padarth vighyan he is telling exactly right word to word written in our vedas books 💯
Maine bhi Padaryth Vigyan padha BAMS first semester me mai to dang rh gya kya book hai kya gyan tha Harare purvajo ko.Aastang Hridyam bhi bhut achhi book hai
BAMS is more better than Mbbs in management oflife style disorder
Spread your knowledge.
@@NirbhayOjha-rf2inbut mbbs is superior
@@_snehaa_._2it depend on mindset
I live in Pakistan and I learnt sanskrit. I am studying Sanatan books. Love you
great ...You are a rare specimen .I beleive you will not mock at centuries old vedas....praying for your good will
aap ye hinduism ko mock karne ke liye to nahi seekh rahe????
@@ayush00773Ho sakta hai muslim hai 😉
जय सनातन धर्म 🚩⚔️🚩
Are Bhai adjective kab se noune hone laga
@@Indian.001 भ्राता श्री हमने हिंदी भाषा में लिखा है तो कृपया अंग्रेजी के नियम यहां न लगाएं 🙏🏼 और हमारी गलती के लिए खेद है लेकिन आपकी "noune" में भी Mistake😉 है। जय श्री परशुराम 🚩⚔️🚩
@@Indian.001 Madarsa se pdhega to nhi pta hoga...... Adjective noun kaise bn jaata h ....ab sun .,.... Red ek colour ka naam h isliye ye noun me aata h...... Pr jb red rose bolte h to rose noun h pr whi red yahan adjective bn jaata h..... Madarsa se taaleem lena bnd kr de.... Warna barbaad ho jayega
@@MultiRavijha😂😂गजब धोया भाई ने, हम भी थोड़ा सामग्री बनाते हैं, मन हो तो देखो😅😅
@@intellect-mind ok
धन्यवाद भ्राता श्री , हमारे समक्ष यह प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए। ❤
🙏🙏🙏
Mujhe ek baat mein sanshay hai ki wah tejomayi ling kya h?
@@HyperQuest
Same question
Aur tejomy Ling ko shrap kyu diya....Shankar ji ko shrap milna chiye tha
*BAMS wale* attendance laga do 😂
We studied all of it in 'PADARTH VIJNANA' as a part of the curriculum.
*I feel it's really important to add 'DARSHANA' as a part of basic education so people are not misguided by any foreign pseudo philosophers.* 🚩🙏
What is darshana??
@@hubestattदर्शन शास्त्र - Philosophy
@@shivendupandey7658 Acha.. thanks for the info
जय श्री राम❤❤
जय भोले बाबा❤❤
सर्वं शिवमयं जगत। ओम नमः शिवाय। हर हर महादेव।
धन्यवाद भैया।
गर्व से कहो हम सनातनी है।
गर्व से कहो हम हिन्दू है ।
🇮🇳💖💯
Sanatan Dharm hai hindu community hai 🚩🚩
जय सनातन धर्म , अब किसी भी सनातनी को कोई बहका नही सकेगा ,
आपके ज्ञान को नमन है।
Bahut hi sundar kary kar rahe hain aap....jiski jitni samajh wo utna hi soch sakta hai... "जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी "
भाई आप अपने सनातन धर्म के महान सपूत हो जो इसके गहरे तत्व को सरल भाषा में सार्वजनिक कर रहे हैं,,,आपके ज्ञान की पहुंच अपने धर्म की गहराई और ज्ञान की ऊंचाई के चरम पर है,,,आप जैसे युवा ही सनातन का सच्चा प्रहरी है,,,प्रेरक,,,
कोटि कोटि धन्यवाद बड़े भाई,,वैसे तो इस विषय में अज्ञानता होने के पश्चात भी मैंने कभी शिवलिंग को जननांग की भांति नही माना चाहे किसी ने जो कहा हो लेकिन आज तो सारे भ्रम ही दूर हो गए।हमारे अपने धर्म के कुत्सित बुद्धि के लोगो ने हमारे धर्म का सत्यानाश करने में कोई कसर नही छोड़ी है।मैंने रामायण और महाभारत के भी बे सिर पैर के अनुवाद और लेखन देखे है जिनमे दुर्योधन के दृष्टिकोण से महाभारत दिखाई गयी है वो कितना महान था और पांडव कितने बुरे ,,लेकिन किसी को कोई फर्क ही नही पड़ता यहां।पर आपके कार्य से शायद हम सबको ही बुद्धि प्राप्त होगी,ईश्वर आपको ज्ञान के उच्च शिखर तक लेकर जाये।जय महाकाल🙏🌳🌳
You explained Shivling very well and cleared all doubts created by low minded people. Om Namah Shivay ❤️🙏
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings..
If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy.
So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature)
So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy.
So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
@@hiteshshrivastava1604💯✅👌
@@hiteshshrivastava1604ap bilkul sahi keh rahe hain. Kamasutra ke sanskrit text me kahin bhi private parts ke liye ling aur yoni shabd ka prayog nahi kiya gaya hai. Asal me yoni word ka sense kisi bhi aise sthan se liya ja sakta hai jiske andar se koi anya vastu originate hoti hai. Shivlinga ke 3 parts hote hain - sabse neeche "peetham", which means seat or pedestal, uske upar "yoni", jiske andar lingam fit rehta hai and ek tarah se uske andar se originate hota hai, aur finally, lingam swayam, jo ki shiv ji ke saral swabhaav ko darshata hai, jinko anya devtaon ki tarah vigrah banakar kathin shram se ki gayi upasna ki aavashyakta nahi hai.
Agar yoni devi shakti ka symbol hota to shivalayon me devi ki bhi shiv ji ke saath hi pooja hoti aur shivlinga ki poojan se devi ki bhi pooja maani jati, lekin aisa kahin bhi nahi hota hai. Isiliye yoni ka arth devi ke symbol se nahi hai. Shivlinga ka matlab keval shiv ka symbol hai. Neeche ke yoni aur peetham keval un structures ke sanskrit naam hain. Baaki sab western scholars aur unke Indian stooges ka propaganda hai.
@@hiteshshrivastava1604❤❤so beautifully extracted from the video ✨✨✨
@@hiteshshrivastava1604 Thanks for such beautifully explained summary ❤️🌸✨
शिवोहम। शिवोहम। शिव स्वरूप
सर्व खल इदम ब्रम्ह। गोविंदाम आदीपुरूषाम तम हम भजामी।
बहुत बहुत धन्यवाद।। 🙏🙏👍👍
भगवान का अपमान करने में हम भी भागीदार है। हमने जो सुना जो पढ़ा मान लिया।😢
सच की तलाश नही की।🧐
Online तराशने पर भी इतनी अच्छी जानकारी नही मिलती।😢
❤ से धन्यवाद।।
हर हर महादेव 🚩🚩
ईश्वर कभी भी इंद्रियों के अधीन नहीं हो सकते वे तो इंद्रियातीत है, सबसे बड़ा सत्य तो यही है
सनातनधर्मस्य शाश्वतीं शिक्षां आलभे गर्वेण परिवृतः अस्मि।
Supreme Reality of Sanatan 🙏🏻🕉️🔱❤
Your Channel is best channel
👍☺️
सच्चा ज्ञान देने के लिए धन्यवाद ऐसे ही अपना काम करते रहिए
मुझे शुरू से लगता था कहीं ना कहीं कुछ गलत जरूर हुआ है
देश का दुर्भाग्य है जो भारतीयों ने अपनी संस्कृति, ग्रंथों को पढ़ा और समझा नहीं है।
भारतीय संस्कृति (सनातन धर्म) बहुत ही महान और प्राचीन है।
जय सनातन संस्कृति।
मैने शिवलिंग को सदा असीमित ब्रह्मांड के रूप में जाना हैं और साथ में शिव के निर्गुण रूप में देखा हैं, पर आपके कारण शिवलिंग के बारे विस्तृत और सटीक ज्ञान और जानकारी मिली. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. हर हर महादेव, जय सनातन धर्म 🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏📿📿📿🛕🛕🛕🌸🌸🌸🌺🌺🌺.
Sir huge respect for you..even I am trying to learn such knowledge but am not disciplined and driven ...I hope I could understand the sanatan the way u do from these holy books..om namah shivaay
साचा शब्द कबीर का सुन सुन लगे आग।
अज्ञानी सो जल जल मरे ज्ञानी जाऐ जाग।।
जो लोग शिवलिंग के बारे दुष्प्रचार करते हैं ?
उन विधर्मी का जवाब देने के लिए मुझे शिव भगवान की कृपा से बहुत सही वीडियो मिल गया ...
जय महादेव ,जय भोलेनाथ, जय शिव शंभू 🙏🙏🙏🙏🙏
इतना उल्लू बना रहे हो देवी भागवत महापुराण में भी आया है कि भी भृगु मुनि के कान में गया शिवजी का लिंग मुनि के शॉप से कटकर के नीचे गिर गया, और यह बात देवी भागवत में तीन जगह लिखी हुई है, और इसी देवी भागवत में शिव जी को निर्लज्ज बोला गया,
दूसरा महाभारत में भी माता के भग और शिवलिंग के बारे में वर्णन किया गया है और वहां पर भी शिवलिंग को पुरुषों का चिन्ह ने बताया गया है और भग को स्त्रियों का चिन्ह बताया गया है
कूर्म पुराण में भी आता है कि शिव जी दिगंबर हो करके घूम रहे थे , और इसी पत्नियां दिगंबर शिव को देखकर आकर्षित हो गई और उनसे चिपक गई, इससे नाराज होकर के ऋषि यों ने शिवजी को लात और डंडों से पीटा जिससे उनका लिंग कट के धरती में गिर गया
भविष्य पुराण में भी आता है कि ब्रह्मा विष्णु महेश ऋषि पत्नी के पास जाते हैं, उस समय शिवजी अपने लिंग को पकड़े हुए थे अपने हाथ में, उस लिंग में ब्रह्मा जी रात भर रहे थे मतलब की फेट रहे थे, और गंदे गंदे अपशब्द कह रहे थे ऋषि पत्नि के साथ वहां पर लिंग का मतलब जननांग ही है
गरुड़ पुराण में भी आता है कि किसी का लिंग अगर दाएं और झुका हो तो उसे पुत्र प्राप्ति होती है और बाएं और झुका हो तो उसे कुछ और प्राप्त होता है,
अगर आपको व्याकरण का ज्ञान है तो आइए शास्त्रार्थ कर लीजिएआर्य समाज से
जिन महर्षि दयानंद सरस्वती जी का उदाहरण इन्होंने दिया उन्हीं महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने शिवलिंग का जम के खंडन किया है इसको बोलो यह बहुत ज्ञानी है तो शास्त्रार्थ कर ले व्याकरण सम्मत आर्य समाज से
साधु जी आप सच में सनातन धर्म के गौरव हो। हमें अपने सनातनी होने पर गर्व होना चाहिए। मुझे तो है। आप में से कितने लोगों को ये वीडियो देखकर अपने सनातनी होने का गर्व हुआ ? 🙏🌷♥️🇮🇳💖🌹
brother you are gem of Hinduism..... your video open my eyes and ...make me to leave left liberals .....
IT IS THE POWER OF GODS THEY SEND THIS MAN😊 FOR A GOOD PURPOSE❤
JAI SANATAN 🕉🕉🕉
J L Shastri
जैसे लोग हिंदू नाम रख कर जेहाद के लिए हिंदू धर्म की जड़ों को दीमक की तरह खाते आए है।
आज सोशल मीडिया होने की वजह से लव जेहाद और दूसरे वाम पंथी लोगो की पोल खुल जाती है की कैसे हिंदू नकाब लगा हिंदू को नुकसान करते है
लेकिन आज से पहले वायरल वीडियो जैसी सुविधा नहीं थी इसलिए वो कचरा दर्ज हो गया शास्त्रों में।
ऊपर से भारत में christain (britishers) , इस्लामिक आक्रमण में भी इन गिरोह के मानने वालो ने भी हिंदू सनातन संस्कृति में खूब झूठ mix करवा दिए ताकि हिंदू को उसकी ही किताबे दिखा के शर्मिंदा केरो और धर्म परिवर्तन करवाओ।
जागो सनातनियो जागो।
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings..
If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy.
So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature)
So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy.
So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
Sanatan reveals ko bi dekho aur bhut knowledge milegi aur leftist and fake scripted channel se bach jaoge
भैया इस ज्ञान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
जय जय श्री राम 🙏🙏🚩🚩
ॐ नमः शिवाय 🙏🙏🚩🚩
Thank you bhai ❤
SUCH TRANSLATIONS SHOULD BE BANNED AND ANNOUNCED INVALID BY THE DHAMRIC ORGANISATIONS, THANK YOU VERY MUCH SIR FOR YOUR RELENTLESS CONTRIBUTION TOWARDS DHARMA
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings.
Bhai aapki tarah samjhane wala koi Mila nahi tha 😊Dhanyawad
Jai Bholenath
आपके ज्ञान को नमस्कार है श्रीमान,
स्पष्ट साधारण भाषा का उत्तम प्रयोग।
महादेव मेरे पिता❤
Kya bat hai!!! Mahadev tumhare pita aur Gai tumhari Mata, khul ke batao in dono ka milan honeke baad tum kahase paida huye?
@@Himanshu-sv4cvtu Randi ka beta ko Teri maa nai kaha se Janam diya Hindu dharm Mai sab nari ko Mata kehte hai ye ek samman hai aur mahadev iss pure biswa ke pita hai unka aadi aur aant koi nahi Janta swayamambhu hai wohi par brahma hai Allah,Jesus,guru Nanak sabke Malik hai
@@Himanshu-sv4cvsanatani vedic kaal Mai Gai ka bohot mahatwa hai Gai ke hi wajahse Ghar chalta tha Gai ke wajahse dudh aur kheti ke liye annaj nasib hota tha isliye Gai ko Mata kehke samman karte hai Gai pujniya hai gau Mata terii Kyu fat rahi hai
tere baap ka bada Bhai relation se tere bade papa hue tau Kya Teri Randi maa nai iske Sath gand marke tujhe paida Kiya thiya Kya logic se baat kar tere jaise ko paida Karne wali ko veshya naam hi Sahi hai
Thanku Sir for this informative video 🙏I am UGC NET qualified person and i have started Research in few days. In my syllabus I can read Sankhya Darshan, Naya Darshan and so many Indian Logical chapters. Your explanation towards Prakriti and Purush is truly correct. 👍
Are you a Philosophy student?
@@SD_0617yrs. no there is a subject in UGC NET called hindu studies.
ua-cam.com/users/liveK41vVU3rllw?feature=share
My subject in ugc net is EDUCATION 🙂
TV pe aane wale badebade baba bhi ye sab nahi bta pate h. Qki wo bhi baki logo ki tarah achhe se nahi padhte h hamare ved or purano ko.
I respect your effort. At least we got one resource where we can get the facts. God bless you.
Shivalinga also symbolises the simplicity of lord Shiva. Other deities have elaborate beautiful vigrahas, while shiv ji is pleased by just worshipping a simple uncarved stone lingam. Other deities are worshipped with flowers and sweets, while shiv ji is pleased with just bel leaves and raw milk. Whatever is generally considered as unacceptable as an offering to all other deities is acceptable to Shiv ji. That's why Shiv ji is known as Bholenath.
जो श्री राम के नहीं वो किसी काम के नहीं वो जय श्री राम🙏 🙏🙏
हिन्दू परिवारों को अपनी समस्त मान्यताओं पर द्रढ़ विश्वास रखने की महती आवश्यकता है।
आप अत्यंत श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं।।
इस बार आपने अद्भुत व्यक्ति का उदाहरण दिया है भ्राता! ऐसे ही इनके अन्य अद्भुत दार्शनिक ग्रन्थों को पढ़ें,❤13:38
Ling is representation of purush and yoni is representation of prakirit both are representation of creation. even if we are worshiping ling what is the wrong in it. this is beautiful symbol of creation. let them speak whatever want to. we are firm on our devotion. Om namah sivay
Absolutely my Point is same 👌👌👌If we observe the Religions which is organically grows have that kind of Things. And the most important thing is that The Shiva himself killed the KamaDev, means the shiva is free from and sexual desire then why Hindus are having shame. We worship the Yoni of Shakti which denotes the feminine part of creations why Hindus don't have shame there. Hindus should not be ashamed by the propaganda of Communist, Liberal, Secular, Christians and Muslims.
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings..
If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy.
So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature)
So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy.
So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
Exactly, has any religion explored what creation or life is? Except Hinduism no one has ventured into this vast understanding of life form, its correlation with cosmic nature itself! Ever wondered why the temple sanctum area is known Garbhagudi or Garbhagruha? Or is anyone able to explain how & why the first beat of heart starts?
If we are celebrating or worshipping the vastness of life in its representation, what is wrong?! Be proud of it! And stand up against any perversion of interpretation around it! No reason to be intimidated!
Exactly, has any religion explored what creation or life is? Except Hinduism no one has ventured into this vast understanding of life form, its correlation with cosmic nature itself! Ever wondered why the temple sanctum area is known Garbhagudi or Garbhagruha? Or is anyone able to explain how & why the first beat of heart starts?
If we are celebrating or worshipping the vastness of life in its representation, what is wrong?! Be proud of it! And stand up against any perversion of interpretation around it! No reason to be intimidated!
Exactly, reproduction of life or unification of matter and energy is portrayed as something respectable rather then shame
The whole form of shiv linga is symbolic, the oval nature of the linga symbolizes the cornerless infinity consciousness or your being, and it shows many things to the sadhak who is doing his shivattwa. The argha has 3 ridges on it, and these 3 ridgez also has 3 colors in reality, which also symbolizes certain thing. So, every bit of it is of spiritual importance, that too, much after brahmagyan and brahmanishtha.
सृष्टि का पालन पोसन भरन करने वाली माता पार्वती कि जय हो❤❤
ओउम् नमः शिवाय
वो हर एक आवाज कुचला जायेगा, जो सनातन हिंदू धर्म के खिलाफ उठेगा. 🚩🙌🔥 जय श्रीराम 🚩जय शिवराय 🚩 जय शंभुराजे 🚩
खून हमारा गरम है क्योंकि हिन्दू हमारा धर्म है 🙏🏻🚩 जय सनातन धर्म ❤❤
Yahi to andhbhakti hai bhai sahab. HAR HAR MAHADEV
😂
@@pradeepprasad9449 andhnamazi aagya
@@arpitparihar1967 andhpujari ho kya bro😂😂
@@Kukhyaati तू जा पत्थर में माथा रगड़😂
कबीर संत मिलन कुजाईए तज माया अभिमान !
जो जाे कदम आगे रखे वो ही यग समान !!
🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿
No words for you that work you are doing , just speachless and thanks for saving and sharing the concept about sanatan dharm
Keep it up and all the best from sanatani 👍
Har Har Mahadev
Har Har Mahadev
🙏🙏🙏
@@HyperQuest krishn ram vishanu ke awatar h iswar nahi h samjhe kiyo mazak banaya h dharam ka . Iswar nirakar m hi h kewal sakar m nahi h .
Ram krishn shiv ye iswar nahi h dew h inki pooja hoti h pooja se koi bhi paresani ho thik hoti bhut pret wale marij thik hote h bimariya thik hoti h.
Allha saitan allha ke hath pair h body h wo jhuta khuda h.
Iswar ke hath pair body nahi hoti samjhe .
@@HyperQuestiswar karam dekhta h pooja nahi pooja dewi dewtao ki hoti h mandir m unki shaktiya hoti h mandir m unki pooja se koi bhi paresani ho thik hoti h .
Krishn iswar h aesa kahi nahi likha ram shiv iswar h aesa kahi nahi likha samjhe poore dharam ki barbadi kar rahe ho
@@HyperQuest8 arab 64 carore ×100 =? brhamma ki umar hoti h .
Vishanu ki umar 8 arab 64 carore × 700 = ?
Shiv ji ki umar 8 arab 64 carore × 4900= ? Hoti h .
70000 shiv khatam hote h tab ek kal niranjan khatam hote h. Fir 70000 carore brhammando ke malik hote h parbrham . Fir nirakar iswar hote h jo samay se bahar h .
4 arab 32carore sal ek prithivi hoti h.
Iswar bhagwan dewi dewata alag alag hote h .
Dewi dewta ki pooja hoti h pooja se koi bhi paresani ho thik hoti h . mandiro m dewi dewatao ki shaktiya hoti h unki pooja hoti h.
Iswar karam dekhta h pooja nahi use pooja ki jaroorat nahi h. Iswar yog karam yog saniyas tayag vairag inme se kisi ek chij se milta h. Iswar samay se bahar h samay ke andar nahi h . Iswar nirakar m h sakar m nahi hota iswar ki dil dhadakan nahi h. Ram krishn shiv ye dew h kewal
196 carore 8 lakh 5115 sal se jiyada purana h sanatan hindu dharam.. ye gyan vedom likha h
Mokch ki umar 31 neel 40 kharab 10 arab sal hoti h 1 brhamma ke barabar hoti h
@@poweryog4866kya lol admi ho Tera ishwar itna kamjor hai Jo ek Avatar nahi le sakta 😂😂😂 vo ishwar Jo na dekh skta hai na sun sakta hai na hi manushya ke roop me aa sakta hai gazab hai tumhara ishwar 😂😂😂 aur ha Shree mad Bhagwat Gita me Krishna ji ne khud kaha hai ki mai hi Parambraham hu kuchh padh le nalayak 😂😂😂
ॐ नमः पार्वतीपतये हर हर महादेव❤🔱🙏🏻
धन्यवाद भ्राता श्री 🙏🏻🙏🏻 आप को तथा मेरे सभी सनातनी भाईयो बहनों को सावान प्रारम्भ की हार्दिक शुभकामनाएं 🧡 भगवान शिव आप सबकी शुभ कामनाएं पूर्ण करे 🪷🙌🏻
हर हर महादेव। जय भोलेनाथ 🙏🏻🙌🏻
॥सत्य सनातन धर्म की जय हो॥
॰Hyper Quest देखने वाले सभी दर्शकों से निवेदन है की हम सभी मिलकर श्री चौरसिया जी को “पद्मश्री” दिलवाने में सहायता करें। इनके अभूतपूर्व प्रयास से सभी सनातनी (विशेष रूप से युवा वर्ग)ज्ञानवान हो रहे है।
Small Suggestion - Please add English subtitles. This will give enormous reach to your videos and even people from foreign countries can understand the depth and misconceptions related to our Sanatan Dharma.
True
Right
Great Idea
🗿
Yess
Brother aapki knowledge kamaal ki h.. Mai bahut dhyan se sunta huu... Salute h aapko
गीता अध्याय 8 श्लोक 1 में अर्जुन ने गीता ज्ञान देने वाले से प्रश्न किया कि जिस तत् ब्रह्म के विषय में अध्याय 7 के श्लोक 29 में कहा है कि वह तत् ब्रह्म क्या है?
इसका उत्तर गीता ज्ञान दाता ने गीता अध्याय 8 के श्लोक 3 में बताया है कि वह परम अक्षर ब्रह्म है।
Om Namah Shivay....🙏🙏Proud to be a Hindu 🚩🚩
धन्यवाद । सभी सनातनी को श्रावण मास की हार्दिक शुभकानाएं। 👌💐😊❤
आपको भी 🙏❤️🕉️
सीताराम
@@HyperQuest आपको भी
@@RohitRohit-tw9yz जय सीताराम
So, shivling is representation(ling) of stabilized form of cosmic entity (purush) ,that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy. Beautiful ❤️
Om Namah shivaye ❤️
Thank you for summarising आर्य ❤
ॐ नमः शिवाय ❤
@@sakshianand7273 ❤️❤️❤️❤️
गीता अध्याय 15 के श्लोक 4 में कहा है कि उस तत्वदर्शी संत के मिल जाने के पश्चात् उस परमेश्वर के परम पद की खोज करनी चाहिए अर्थात् उस तत्वदर्शी संत के बताए अनुसार साधना करनी चाहिए
📲अवश्य देखें साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
In 4 chapter
ॐ नमः शिवाय ❤️
धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री जी महाराज की जय पुराणों में वर्णित भगवान शिव जी के विषय में मूल भावनाओं को को प्रस्तुत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद हमारे समस्त भारतीय संस्कृति के युवाओं को धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज के द्वारा विरचित ग्रंथों को अवश्य ही पढ़ने चाहिए ताकि वह संपूर्ण भारतीय वांग्मय के विषय वस्तु को समझ सके हर हर महादेव ।
Sir your research and knowledge is top notch... Absolute necessary to spread such truth and quality information...thanks
Bhai aap bahut gyani hain. Bahut hi achcha samjhate hain
हर हर महादेव 🚩
आप अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं, आपकी जितनी सराहना की जाए कम होगी।🙏🕉️🌱
बहुत ही सुंदर, वैज्ञानिक, तार्किक धार्मिक ज्ञान।।
Bhaiya, aap bhaut hi achcha kaam kr rahe hai. Sanatan ke is bahumulya gyaan ko pradaan krne ke liye aapka bhaut bhaut dhanywaad🙏
Aap isi tarah gyaan vardhak videos banate rahiye 🙏
🙏Har Har Mahadev🙏
Thank you sir...after 37 yrs I am so away from my dharm..thank you to educate me..
I knew most of this , but it's refreshing to see someone actually making a video and propagating the truth , you are blessing a lot of people 🙏
Doesn't change the fact that ur God got his dick and balls got cut by CHAD rishis who protected their wife from this r@p!st who was running amok with ashes all smeared on him.
At the end of the day it's pen!s worsh!pping that's why in South there are temples boldly and proudly displaying complete pen!s of shiva.
Nothing to hide
Dhanyawad Bhai aap hi hamari or Sacchai ki awaj hai or usko sab logo ko batane ka kaam karte ho...Apko shabdo se dhanyawad nhi kar skta ❤🫂..
🙏Jai Siya Ram Bhaiya
*🙏🕉️🙏 सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय🙏🕉️🙏💯%✅ तथ्यात्मक सत्य🙏 🚩जय माँ भारती 🚩👌👌👌*
🙏 जयतु आर्यावर्तम् 🚩 जयतु संस्कृतम् 🕉️ जयतु वेदम्📚 जयतु गुरुकुलम्📖🙏
"वेदों एवं ऋषि संहिताओ की ओर लौटो" 🙏
🇮🇳भारत🚩 माता की जय🙏
🙏आदरणीय विशाल भैय्या जी आपके दूरदर्शिता विलक्षण दृष्टिकोण उत्कृष्ठ विचार साहसी व्यक्तित्व को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🕉️🙏
I've no words! 🙇♂️ bow down for this priceless knowledge and your kindness to share.
Jai Bhole Nath🙏❤️❤️🙏Jai Parvati🙏❤️❤️🙏 Jai Ganesh Ji🙏❤️❤️🙏 Jai Kartikey Ji🙏❤️❤️🙏 Jai Nandishwar Ji🙏❤️❤️🙏Jai Singh Ji🙏❤️❤️🙏Jai Moos Ji🙏❤️❤️🙏Jai Mayoor Ji🙏❤️❤️🙏
You are doing wonderful job, by providing the right knowledge about the Vedic Sanatan Culture. "Sanatan Dharm ki Jay ho"
Har har mahadev 🙏♥️ jai bholenath ❤❤❤😊😊😊
किसी ने ध्यान दिया, भैया ने वीडियो के चैप्टर को हिन्दी मे लिखा है, मैंने ऐसा पहली बार देखा किसी को लिखते हुए..... आप बहुत सरहानीय कार्य कर रहे है🙏
Vdo ka chapter mtlb ??
👉 सबसे एक प्रार्थना है कि जिंदगी में और कुछ पढ़ो या ना पढ़ो पर...
मरने से पहले एक बार
*सत्यार्थ प्रकाश जरूर पढ़ना...*
*क्योंकि इस ग्रंथ को पढ़े बिना आपका जीना बेकार है...*
💯
और इसको पढ़ने के बाद आप यही सोचोगे कि यह मुझे पहले क्यों नहीं मिला।
जरूर पढ़ें। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
साधुजी,आप विशुद्ध बुद्धि कार्य सनातन की सेवा और सनातन वंशियो के भ्रम एवं बुद्धि की पराकाष्ठा के लिए सार्थक कर रहे है बहुत बहुत साधुवाद है और इतनी कम उम्र में वाहः बहुत सुंदर विधि से बहुत सुंदर विशुद्ध विचार से कर रहे है।पुरुषोत्तम मास में आपका चैनल मुझे मिला ये मुझ पर विधाता की कृपा ही है पूरे मास में में अपनी अध्यात्म शक्ति की बढ़ा सकूँगा आपके माध्यम से।शब्द कम है आपके कार्य के लिए बस यही कहूंगा कि यही धर्म है।सत्यं शिवं सुंदरम
Shree HG Amogh lila prabhu has also said this in such a beautiful way , Thank you for this nice video , this can stop all Anti - Hindus abusive speech about Mahadev ,Radhe Radhe 🚩🕉🙏🔥🥀
He also manuplates ,
@@toxic773ff8shiv is param Vaishnav and krishna is supreme god
@@krishnaDas-ln7do 😂😂😂😂, oaram vashnav wtf😂😂, can u want tu debate . Aj bhi ese chutiye log hote ha yrr .Ajib log , brainless zombies .
@@krishnaDas-ln7doyehi chuchpa to tum log kar rhe ho ek abrahamic religion jaisa, sanatan Dharma m unch nich koi bhagvan nhi hota. sabhi deva devi ka mahatwa hain sristri k rachna me. tum log gande nasle k kide ho.
@@toxic773ff8 he explained it accordingly to Srimad Bhagvatam not with his own mental speculation
जय सत्य सनातन ! ❤🚩
हर हर महादेव ! 🙏🔱
3 magical words
Har har mahadev🚩
Jay shree ram 🚩🚩
जय सत्य सनातन धर्म की🙏🚩🇮🇳🇳🇵🛐
🙏 हर हर महादेव 🙏
Worth sharing. Many Indians are still not aware of this fact.
❤.....🙏 आपका बहुत बहुत धन्यवाद... आपका ज्ञान सबको सदा प्रकाशित करता रहेगा... आप जैसे शिक्षको की आज बहुत जरूरत है.. नमन है आपको
आपको धन्यवाद। ओर प्रणाम।🙏🙏
हर हर महादेव 🧡🔱
Waah Bhai waah..Apke analysis ko salute 🫡
जब तक मैं पढ़ कर के अपने आप से संतुष्ट नहीं होता तब तक मैं किसी विशेष बात पर विश्वास नहीं करता हूं
Shi baat h mai bhe asa he hu agar ya baat kisi anti Hindu ko btanga aur usna isa glat proof kr diya to humara mjak sa jyda aur kuch nhi bnaga
आपको ह्रदय की गहराईयों से बहुत बहुत आभार कि आप सनातन धर्म के उत्थान के लिए बहुत ही प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं।
I was literally thinking about 20 second before about this how narrow minded peoples wrote about our aradhya shiv ji.but in your video you cleared everything.thanks for making such videos ❤.
J L Shastri
जैसे लोग हिंदू नाम रख कर जेहाद के लिए हिंदू धर्म की जड़ों को दीमक की तरह खाते आए है।
आज सोशल मीडिया होने की वजह से लव जेहाद और दूसरे वाम पंथी लोगो की पोल खुल जाती है की कैसे हिंदू नकाब लगा हिंदू को नुकसान करते है
लेकिन आज से पहले वायरल वीडियो जैसी सुविधा नहीं थी इसलिए वो कचरा दर्ज हो गया शास्त्रों में।
ऊपर से भारत में christain (britishers) , इस्लामिक आक्रमण में भी इन गिरोह के मानने वालो ने भी हिंदू सनातन संस्कृति में खूब झूठ mix करवा दिए ताकि हिंदू को उसकी ही किताबे दिखा के शर्मिंदा केरो और धर्म परिवर्तन करवाओ।
जागो सनातनियो जागो।
Please make a fully deep reaserch and detailed video on Rajiv Dixit please it's my request.
Very beautifully he explained that kaaran is lingi and karya is linga, through out the video I can relate the meaning of linga, at the last part where he told that the avtaar of lord shiva in his digambar form was carrying tejomaya linga ( that means bright burning torch or mashaal in his hand) and the yoni represents the panchtatva nature ( they are आकाश (Space) , वायु (Quark), अग्नि (Energy), जल (Force) तथा पृथ्वी (Matter)) and and due to the curse of those sages everything that exists is burning due to the fire of that mashaal ( we already know that the curse of the divine soul has power) . So this is the unstability that is caused due to curse of sages so goddess parvati took yoni avtaar( ie panchtatvaatmika prakrati avtaar) to stabilise the energy of that blaze of fire that is causing devastation and we already know that nature(prakrati) can stabilize that blaze of fire and save everyone and only nature was having that capability to save everyone from a blaze of this much intensity. It is very clear that there is no involvement of male and female genital organs here. The word sarvadaahak is said to that linga means the energy of that blaze of fire was expanding uncontrollably, how can a normal male genital be sarvadaahak and how can that blaze or fire be stabilized by holding that source of that blaze( ie the burning torch), this itself seems quite illogical if we compare with genitals of human beings..
If you are a science student then you will understand better what I am explaining - you must have studied the concept of divergence which tells that every energy in this world that has source will definately have sink to preserve the law of conservation of energy.
So Ling means symbol or representation and shivalinga is representation of lord shiva. Lord shiva is purush( cosmic entity) and the purush is the source of energy and maa parvati is prakrati(nature)
So, shivling is representation (ling) of stabilized form of cosmic entity (purush),that gets stabilized with the help of nature(prakrit) accepting it's energy.
So it is all about purush and prakrati, where purush is the source of energy and prakrati is the sink of energy at cosmic level..
Extreem thankful for the spiritual research and awareness awakening...
We Sanatanees need countless devotees for this kind of fantabulous job...