34:11 प्रणाम सर, प्रश्न - दुष्प्रेरण और संश्र्य में मूल भूत अंतर यही है कि दुष्प्रेरण अपराध करते समय या अपराध के पहले किया जाता है, जबकि सश्र्य अपराध के बाद, तो सर BNS की धारा 254 के संबंध में ये बात क्यों लागू नही होती है , वहा तो लिखा है जो कोई लूट करने वाला है उसकी लूट को सुकर बनाना संश्र्य का अपराध होगा । कृपया उत्तर दे, बहुत दिनों से इस यक्ष प्रश्न का जवाब ढूंढ रहा हू।
सर जी, आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🎉🎉🎉🎉🎉
34:11 प्रणाम सर,
प्रश्न - दुष्प्रेरण और संश्र्य में मूल भूत अंतर यही है कि दुष्प्रेरण अपराध करते समय या अपराध के पहले किया जाता है, जबकि सश्र्य अपराध के बाद, तो सर BNS की धारा 254 के संबंध में ये बात क्यों लागू नही होती है , वहा तो लिखा है जो कोई लूट करने वाला है उसकी लूट को सुकर बनाना संश्र्य का अपराध होगा ।
कृपया उत्तर दे, बहुत दिनों से इस यक्ष प्रश्न का जवाब ढूंढ रहा हू।