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बर्माड में हर चीज कुछ प्रकृति नें बनाई तों कुछ इंसानों नें. और बर्माड का ही रचेता ना कोई था ना कोई होगा. बर्माड चारो दिसओं से अनन्त है जिसकी कोई अंत नहीं. मतलब कोई बर्माड की चारो दिसाओं में कोई बोण्ड्री जैसी किसी तरह की दिवार या छत नहीं. बर्माड में चाँद सितारे सभी ग्रह एक कण के बराबर भी नहीं
Haaa or baba fir yuhi jel mein thikana dekhte hain. Wrna yha ke log ka scientist ban nahi skte? Ab ekadh aisa aayega koi bna hoga uska naam ginwane aayega mera comment pdhkr lekin usko phle hi clear krdu 150 cr population mein se koi ekadh ka bnna laajmi nahi
1.04 मैं कहूंगा कि भगवान् नहीं है मगर मुझे डर है कि वो मुझे सुनता होगा! इस विचार का सीधा सा अर्थ है कि कहीं न कहीं उन्हें संदेह तो था की भगवान् हो सकते हैं 🙏✍️✍️✍️✍️
श्रीमान, आप राम, कृष्ण, शिव,अल्लाह, गोड, बुद्ध की पूजा करो या आयरनमैन, बैटमैन की कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि ये सब काल्पनिक है। जैसी आपकी कल्पना वैसा अनुकूलित भगवान बन जाता है कोई अदृश्य, कोई चार हथवाला, कोई चार मुंह वाला, कोई जानवर के मुंह वाला। ये सारे अलग-अलग भगवान कभी किसी लोगो की कोई मदद नहीं करता क्योंकि ये काल्पनिक है।
आपकी हिम्मत कैसे हुई आयरन मैन को काल्पनिक बताने की l आयरन मैने असली है और उन्होंने ही धरती और पूरे ब्रह्माण्ड को थानोस नामक राक्षस के प्रकोप से बचाया था l 🫡😅
@@nakul_patelbeta ager dekha Jaye tu apne aap ko b kalpanik hi samjhta hoga vigyaan Jo kuch Aaj bata Raha hai voh Qur'an Bible aur towrat mai pehle se hi hai ja ke phad phir yakeen hoga vigyaan kahain se aaya inhi books se aaya
इतने बड़े अदभुत विज्ञानी और ज्ञानी पुरुष की बातें सुनकर बहुत ही आनंद और आश्चर्य होता है मानता हूं विज्ञानी लोग प्रैक्टिकल को प्राथमिकता देते हैं पर इसने दोनों ही बातें कहीं है जो अंध विश्वास से आदमी को बाहर करते हैं कुछ बातों में इसने ईश्वर से इनकार भी नहींकिया मुझे तो यह इतनी अच्छी पेशकश लगी इसकी उपमा के लिए मेरे पास शब्द नहींहै आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Sare Dharmo ke bare me jaruri baat jo jyada Tar sabhi Dharm ke log nahi jante hum sab jyada tar log Sochte he ki hum jaha jis dharm me peda huwe he usi me apni sari jindagi gujarni he lekin ye galat he kyoki hum ye nahi jante ki Allah ishwer or hindu me jo pehle bhagban he nirakar sab ek hi he or jitni Bhi murtio ko poojte he vo ishwer Allah bhagwan ke Avtar he nirakar jinhe hum insan dekh nahi sakte sirf mahsus karte he hum unhe marne ke baad hi dekh sakte he jab Allah ishwer ne Croro year pehle duniya ko banaya tab apna ek postman bheja jise islam isai me Navi kehte he jab duniya me pehle Navi or unke sath ek dharm jisko bo khud bhi mante or logo ko bhi manne ke liye kehte log unki Baat dharm ko asani se man lete kyoki vo duniya ka pehla dharm tha fir jab ek hazar year baad ya do hazar year baad log ishwer Allah ko bhul ke gunaho pap me jindagi gujarne lage fir ishwer ne duniya me ek naya Navi unke sath naya dharm bheja fir usne logo ko samjhaya naye dharm ko manne ke liye kaha jo unki baat ko manlete vo us naye dharm ko apna lete jo nahi mante vo ishwer Allah or us Navi ki nazar me kafir ho jate or fir duniya ek ya do ya teen hazar year tak chalti fir Allah ishwer ek Naya dhrm naye navi ke sath fir vesa hi hota jesa pehle huwa tha aisa chalte chalte duniya me 1 lakh 24 hazar dharm duniya me abhi tak Aa chuke he islam Akhri he muslim se pehle isai isai se pehle yahoodi me sare dharm ke bare me nahi janta nahi to me yahoodiyo se pehle dharm ko bhi bata deta badal badal ke dhrm es liye Aaye he kyoki jese insan ka fashion jindagi jeene ka tarika time ke hisab se badal jata he usi tarah insan ke lye dhrm bhi update badal jata he es liye insan ko vakt time ke navi or Akhri dharm ko man ke hi vo kamyab ho sakta he esi liye islam ki baki sare dharmo se nahi banti kyoki islam Akhri duniya ka dharm he or vo logo ko islam me Aane ke liye kehta he jise log galat samjhte he log ye bhi to soche ke jis dharm me vo he usme bhi to unke baap dada pardada ya unke bhi dada kabhi to dharm badle honge na es time duniya ka koi bhi dharm pehla he hi nahi Sab ek dusre se convart he...
Quantum physics के सब प्रयोग बताते हैं ब्रह्माण्ड है ही नहीं आंख का धोका है। ईश्वर को बनाने वाला कोई है तो वोह भी ईश्वर है....पूरी जिंदगी यही प्रश्न करते रहो मृत्यु आने तक ....❤❤
वोह स्टीफन हाकिंग को पैदा कर सकता है परंतु स्टीफन हाकिंग ब्रह्म को पैदा नहीं कर सकता,खोज करने के लिए will कर सकता है इंसान उसकी will में ब्रह्म अपनी will डाल देता है occurance takes place. वोह बिना will के ही उत्पन्न कर सकता है । Creation में ऐसे गुण किसी के नहीं।
@ATHEIST-Ayp हे राजन! 1+ 1= 2 होता है। 1 क्या है? यह अनुभव से नहीं अनुभूति से समझ आ जाता है। आप के लिए 2 ही ठीक है। K G स्कूल के छात्र को properties of thermodynamics या cytoarchitectonics का समझना समय और will चाहिए।
जीव जगत और ईश्वर ये तीनो ब्रह्म ही है ये अज्ञान के कारण है, और मैं का प्रतिबिंब है, ज्ञान होने पर सब एक ही मालूम पड़ता है, वही सचिदानंद स्वरूप ब्रह्म, है,,,,,
ईश्वर को तर्क और विज्ञान से नहीं समझा जा सकता है, वह परम तत्व है जो संपूर्ण में व्याप्त है वही जड़ है चैतन्य भी वही है सब कुछ उसी के भीतर व्याप्त है सूक्ष्म से सूक्ष्म तक और विराट से भी परे जो अनंत है वह निराकार परमेश्वर ( शिव ) ही है। हम मनुष्य अपनी सीमाओं में बंधे हैं, मोह माया, विकारों और मूढ़ बुद्धि के बने दायरे में सीमित रहते हैं ईश्वर को समझने के लिए पवित्र हृदय और विश्वास की जरूरत है।
@@AS_Creations-x8d बिलकुल सही सब्जी अपने आप नही बनेगी लेकिन सब्जी हम खाने के लिए बनाते लेकिन ब्रह्मांड क्यू बनाया भगवान ने इंसान क्यू बनाए उसे क्या लोभ लालच था अलग धर्म क्यू बनाए और हम कुछ चीज बनाते और वो खराब हो जाती तो हम उसे ठीक करते तो तुम्हारा भगवान हम जैसे नास्तिक का कुछ उखाड़ क्यू नही पता किसी रेपिस्ट को सजा क्यू नहीं देता
ईश्वर है, उसको कही डूंढने नही जाना होता है ,ये एक उच्च कोटि का विज्ञान है,वो आप के भीतर है और ये निरंतर ध्यान के अभ्यास से मिलेगा,, उच्चतम कोटि का विज्ञान है ये,, मुश्किल से पृथ्वी की पूरी आबादी का 10% ही लोग जानते होंगे ,,
ईश्वर अजन्मा है । जाता वही है जिसका जन्म होता है । तो ईश्वर का जन्म ही नहीं हुआ तो जाएगा कहा ? निराकार है । आकर ही नहीं है इसलिए सर्वव्यापक है मतलब हर जगह है । यात्रा करने की जरूरत नहीं है हर जगह हर कण में है । सर्वशक्तिमान है । मतलब उसे किसी की सहयता की जरूरत नहीं पड़ती वो अपने कम स्वयं कर लेता है ।
@@nirajwani7709 80 परसेंट है डार्क मैटर । तो ईश्वर कैसे हुआ ? सो परसेंट है कण में ईश्वर है । पृथ्वी पर हवा है तो अंतरिक्ष में नहीं है । लॉजिक की बात कर भाई ।
किसी भी चीज को बनाने के लिए किसी बनाने वाले की और मैटेरियल की जरूरत होती है। तो ये सवाल ही मूर्खता पूर्ण है कि ईश्वर को किसने बनाया। क्योंकि सृष्टि आरंभ में ईश्वर क्रिएटर, प्रकृति और आत्मा ये हमेशा मौजूद रहते है। इन्हें कोई नहीं बनाता।
Bilkul sahi, in murkho ko ye nhi pata ki universe kya h aur kyu bana, apne aap kyu bana, aur jis Stefan Hawkins ki ye log batein karte hain uski aisi haalat kaise hui kyunki wo nastik tha, puri umar ek murde ki tarah pada raha sab yahi karan tha ki wo supreme power ko nhi manta tha
@@pawanbhagat9078 पर मैं जिस ईश्वर की बात कर रहा हूं। वेदों में उसे निराकार बताया गया है। वह वैसा नहीं है जैसा हिन्दू लोग मानते है। 70% हिन्दू उस ईश्वर को न तो मानते है न उसकी उपासना करते है।
@@kalpeshpanchal2409hindu dharm me usi eswar ko maante hi pr sakar roop me ye moodh logo ke liye pahli sidhi thi saakar ko poojna nirakar tk pahuchna sbke bas ki baat nhi ye sidh logo ke liye hi pr suru me koi saakar ko pooje to vo nirakar tk jaa sakta hi pr log moorkh h bhot
इस ब्रह्माण्ड के रूप में ही परमेश्वर स्वम् को अभिव्यक्त कर रहा है अतः यह अंतहीन विस्तृत ब्रह्माण्ड ही परमेश्वर है जिसमे जड़ चेतन, ऊर्जा एवं पदार्थ एवं हम सभी जन निहित हैं।हम सब प्राणी भी ब्रह्माण्ड की इसी अभिव्यक्ति का एक रूप हैं ।इस सत्य को केवल अंतरमुखी स्वध्यान से जाना जा सकता है।Meditation and only Mediation is the way to realise the ultimate secrets of the infinite Universe.
@@ndesign2649 kisi supreme power ki wajah se hee big bang huaa hoga jiski shakti universe ke har choti badi ceejo me hai ye universe kewal aishe hee nahi ban gaya hoga iske peeche koi karan jarur hoga
यह प्रकृति ही ईश्वर हे इंसान ❤ अगर आपके दिमाग से सोच देख तो जनम लेने के लिए एक अच्छा वातारण देती हे ,❤ खाने के लिए भोजन पानी ,, लेकिन इंसान जितना पूजा पाठ कर ।।मंगल🤍 पर रहने की योजन बनी इतना प्रयास मां प्रकृति पर क्यों नहीं करता हे। 💗💗💗💗
एलियन को हमारे पुरखे लोग हमारे पितरों के तौर पर परख चुके हैं ❤✌️👌🙏🤔....... उनके अनुसार हमारे यहां से जाने वाले जबतक वापस पूरे तौर पर निर्मित नहीं हो जाते हैं तबतक वह अर्ध निर्मित स्थिति में हमसे संपर्क से दूर के अन्य ग्रहों पर रहते हैं और वह हमसे ज्यादा महत्वपूर्ण जानकारी रखते हैं और समय समय पर हमारे सहायता भी कर सकते हैं ✌️🙏
श्रीमान, आप राम, कृष्ण, शिव,अल्लाह, गोड, बुद्ध की पूजा करो या आयरनमैन, बैटमैन की कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि ये सब काल्पनिक है। जैसी आपकी कल्पना वैसा अनुकूलित भगवान बन जाता है कोई अदृश्य, कोई चार हथवाला, कोई चार मुंह वाला, कोई जानवर के मुंह वाला। ये सारे अलग-अलग भगवान कभी किसी लोगो की कोई मदद नहीं करता क्योंकि ये काल्पनिक है।
ब्रह्मांड में जितने भी चीज हैं सब तत्वों से मिलकर बनी है हम मनुष्य की बुद्धि इस काबिल नहीं है कि ईश्वर की संरचना को अच्छी तरह से समझ सके ईश्वर को किसी ने नहीं बनाया वह खुद निर्माता है
सुने पूरा ये गजब रहस्य हैं परन्तु वो है तो है, हम अपने शरीर के बारे मे सही से नहीं जान पाते, इसकी एक छोटे से भाग की जानकारी हेतु PhD करनी पड़ जाती हैं सोचो सारे शरीर के बारे मे जानकारी हेतु जीवन कम होगा, और खोज उसकी करते है जो स्वयं एक रहस्य है। दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी हैं।
Sare Dharmo ke bare me jaruri baat jo jyada Tar sabhi Dharm ke log nahi jante hum sab jyada tar log Sochte he ki hum jaha jis dharm me peda huwe he usi me apni sari jindagi gujarni he lekin ye galat he kyoki hum ye nahi jante ki Allah ishwer or hindu me jo pehle bhagban he nirakar sab ek hi he or jitni Bhi murtio ko poojte he vo ishwer Allah bhagwan ke Avtar he nirakar jinhe hum insan dekh nahi sakte sirf mahsus karte he hum unhe marne ke baad hi dekh sakte he jab Allah ishwer ne Croro year pehle duniya ko banaya tab apna ek postman bheja jise islam isai me Navi kehte he jab duniya me pehle Navi or unke sath ek dharm jisko bo khud bhi mante or logo ko bhi manne ke liye kehte log unki Baat dharm ko asani se man lete kyoki vo duniya ka pehla dharm tha fir jab ek hazar year baad ya do hazar year baad log ishwer Allah ko bhul ke gunaho pap me jindagi gujarne lage fir ishwer ne duniya me ek naya Navi unke sath naya dharm bheja fir usne logo ko samjhaya naye dharm ko manne ke liye kaha jo unki baat ko manlete vo us naye dharm ko apna lete jo nahi mante vo ishwer Allah or us Navi ki nazar me kafir ho jate or fir duniya ek ya do ya teen hazar year tak chalti fir Allah ishwer ek Naya dhrm naye navi ke sath fir vesa hi hota jesa pehle huwa tha aisa chalte chalte duniya me 1 lakh 24 hazar dharm duniya me abhi tak Aa chuke he islam Akhri he muslim se pehle isai isai se pehle yahoodi me sare dharm ke bare me nahi janta nahi to me yahoodiyo se pehle dharm ko bhi bata deta badal badal ke dhrm es liye Aaye he kyoki jese insan ka fashion jindagi jeene ka tarika time ke hisab se badal jata he usi tarah insan ke lye dhrm bhi update badal jata he es liye insan ko vakt time ke navi or Akhri dharm ko man ke hi vo kamyab ho sakta he esi liye islam ki baki sare dharmo se nahi banti kyoki islam Akhri duniya ka dharm he or vo logo ko islam me Aane ke liye kehta he jise log galat samjhte he log ye bhi to soche ke jis dharm me vo he usme bhi to unke baap dada pardada ya unke bhi dada kabhi to dharm badle honge na es time duniya ka koi bhi dharm pehla he hi nahi Sab ek dusre se convart he...
@@imranahmadmansoori7242bhai islam ki history padh lo phle bhot baad me aaya tha islam even... indian muslim to real muslim bhi nhi saare converted hi
साइंस एक सोच है और भगवान ही सबकुछ, कुछ तुच्छ इंसान खुद को ही भगवान समझने लगते है अंत समय में उनको भगवान के जरूर दर्शन होंगे 😂😅😅 इस दुनिया में ऐसी bhot सारी चीजे है जिनका मानव ने सिर्फ धरती पर मर्यादित रूप में खोज की है और ये तो ब्रम्हांड है और यह अनंत है ।❤
ईश्वर आत्मा और प्रकृति इनको किसी ने नहीं बनाया। वो पहले से मौजूद है। इसलिए इनका कभी विनाश नही होता। ईश्वर को किसने नही बनाया। इसलिए ईश्वर अमर है। सर्वगुण संपन्न है। आत्मा भी ईश्वर ने नही बनाई। इसलिए आत्मा अमर है। आत्मा याने कोई भूत नहीं। जैसे टीवी या फिल्म में दिखाते है। आत्मा याने स्वयं ऊर्जा । याने जिसका खुद ही अस्तित्व है। और प्रकृति भी ईश्वर ने नही बनाई। वो भी पहले से है। ईश्वर ने उसी प्रकृति से ब्रम्हांड बनाया।
@kaushikparmar2469 ईश्वर सभी पशू और पंछी यो को ज्ञान देता है। करोड़ों साल पहले इंसान को भी दिया था। संस्कृत भाषा ये ब्रह्मांड का कंपन (वाइब्रेशन) है। जिसकी आत्मा पवित्र होती है। कोई छल कपट नहीं होता। उनको ईश्वरी ज्ञान मिलता है। करोड़ों साल पहले ऋषि मुनि यो को मिला था। उन्होंने बाद में दूसरे इंसानों को सिखाया।
ईश्वर/ भगवान एक रहस्य है जिसके बारे मे कुछ भी कहा नहीं जा सकता सिर्फ कल्पना की जा सकती और रही बात ब्रह्मांड को बनाने की तो इतना सच है कि ब्रह्मांड को किसी मनुष्य ने नहीं बनाया फिर सवाल यह है कि इसे बनाया किसने कोई तो होगा ही....
हॉकिंन साहब अब आप इस दुनियां में है नहीं। लेकिन आप अपने जीवन में सनातन दर्शन पढ़ लिए होते तो शायद "ईश्वर को किसने बनाया " जैसे प्रश्न आपके दिमाग में आते ही नहीं। खैर एक वैज्ञानिक के रूप में दुनिया को आपने जो दिया। वह भी बहुत सराहनीय है। 💐🙏
Mt uljho inn dhrmo mein.btao kya aisa mila inme uljhne se. Ere insaan jis jivan ka aanad lene ke liye bhagwan ne bnaya dhrmo mein uljh kr insaan jeena bhul gya sirf andhvishwas mein time kaat rha hai
@girishchandra4133 आपकी सोच ही आपकी संकीर्णता को दर्शाती है। आप खुद ईश्वर को एक धर्म विशेष से सीमित कर रहे।आप जैसों का अधूरा ज्ञान ही मानव सभ्यता के विनाश का कारण है।आप जैसी जहरीले विचार के मानव ही सभी मानव में घृणा पैदा करते हैं और भेदभाव को बढ़ावा देते हैं।ईश्वर असीम निराकार अनंत है वो किसी धर्म विशेष से बंधा नही हो सकता।आप को असली जरूरत है सारे भारतीय और पाश्चात्य दर्शन पढ़ने की।माफ कीजिएगा आपका ज्ञान सीमित है और आपके विचार भी, आप एक झूठे इंसान हैं जो बस दिखावा करके भगवान को भी खुश करने की कोशिश करते हैं। ईश्वर न हिंदू है न इस्लाम और न ही क्रिश्चियन , वह इन सब धर्मों से परे है।
ईश्वर कारण है। सृष्टि का। और कारण का कारण कभी नहीं हो सकता है। इसलिए ईश्वर का कोई कारण नहीं हो सकता है। ईश्वर स्वयंभू है। ईश्वर का कोई कारण हो भी नहीं सकता है
Ishwar ek Kalpana hai jisko insaano ne apne dimag peda kiya hai Aise he kalpana bhooto ke liye bhi banaye gayi thi jiske hawa 21 century me nikal gayi hai
शतप्रतिशत सत्य है। यदि मुझे मेरे पिता ने बनाया तो मेरे पिता को किसने बनाया? सही है पहली बात तो आपकी बनावटी आवाज बहुत अधिक असुन्दर और असहनीय है। दूसरा यदि हाकिन्स बहुत बडा वैज्ञानिक इस संसार का था या है तो मैने आज तक कोई भी बुद्धिहीन व्यक्ति नहीं देखा आजन्म हाकिन्स के अलावा। अंतर यदि संज्ञा का है उसे ईश्वर भगवान गोड परमात्मा या कुछ कहना यदि हाकिनस को पसन्द नहीं तो वो कुछ और नाम दे सकते थे। लेकिन यह कहना कि ब्रम्हांड चल नहीं रहा है तो हाकिनस अंधा था उसे सूर्य चांद पृथ्वी और आकाश चलते हुए ही नजर नहीं आए तो वह तो सभी सूरदासों का पितामह था व
Sunnay se khatam nehi suruaat hoti hai is par vichaar karo Koi bhi karya karne se pehle manushya ke andar ek vichar utpann hota hai ye uska example hai
आदरणीय वैज्ञानिक जी आपने विज्ञान के लिए बहुत कुछ किया है जब शून्य को किसी भी संख्या को भाग दिया जाता है तो पूरी संख्या शून्य हो जाती है ऐसा क्यों होता है जब उत्तर मिल जाए तब यह सवाल करना विज्ञान की एक सीमा है उससे आगे जाने की उसकी औकात नहीं है 😂😂😂😂😂😂
ब्रह्मांड और भगवान को पहचान और समझने कि ना मेरी औकात है ना स्टफिन होकीग की ना उसके बापा दादा परदादा की इसलिए जो कुछ देखा है पाया है भोगा है खोजा है समझा है उसमें खुश रहे और आनंदीत जिंदगी जिए और जिने दे 🙏🚩
Nhi ho sakta Hawking 200 janm le le tabhi bhi kyu ki oo Bahut tej gati hota aur jabtak manusya koi Aisa chiz na bna le Jo kalpna sakti se tej ho tab Tak koi future nhi ja sakta. Aur abhi kalpna sakti aatma ke through mn se hota hai to ki lagbhag baraber hai ak hi chiz hai . Esliye abhi sambhav keval aatma ke dwara hi hai
यहाँ दिखाई गयी बहुत सारी बातें बहुत हद तक सत्य है, कुछ बातें शब्दों के अर्थ के अनर्थ हो जाने से सही नहीं लगती पर जैसे शब्दों के अर्थ को लिया गया है ( अशुद्ध) उस हिसाब से सटीक दिखती है। धन्य है ये महान वैज्ञानिक जिन्होंने सत्य को जानने के लिए शरीर से विक्षिप्त होकर भी असाध्य कर्म किया, ऐसे महामानव को मेरा शत शत प्रणाम 🙏
Isliye to uski itni buri halat hui, kyunki wo Ishwar ko nhi manta tha na Marne k liye tha na Jine k liye, science ko to main bhi manta hu par Hamlin kisne banya science ne ?
@@pawanbhagat9078 apko apne khud ne banaya hai, Apne apne chasme kala color kar rakha h jisse apko kala hi kala nazar aa raha hai. भगवत गीता मे बताया है जो ज्ञान से सत्य को जानने की कोशिश करता है उससे बड़ा कर्म और भक्ति कुछ भी नहीं हो सकती। प्रणाम 🙏
मैं ही ईश्वर हुँ पार्थ तुम्हें मेरी ही आराधना करनी चाहिए नही तो तुम जन्म जनमंतर भटकते रहोगे पार्थ| चोरी करो डाका डालो लेकिन मेरा नाम लेते लेते मरना मैं तुम्हें माफ करके स्वर्ग लोक भेज दूँगा समझ गए होगे पार्थ
इंसान मुर्ख है सिर्फ खोज करो वो अलग चीज है ईश्वर नही है ये मूर्खता भरा सवाल और विचार है, समय के साथ जो हर चीज संभव है और सही प्रकार समय पर अपनी अपनी दिशा मे काम करते है तो उनको नियंत्रित करने वाला भगवान् जरूर है, बस इंसान ही मूर्ख है😂
ईश्वर को किसी ने नहीं बनाया है, क्योंकि ईश्वर आत्मा है और वह ब्रह्मांड के हर जीव में निवास करता है. आत्मा को न तो कोई बना सकता है और न ही कोई नष्ट कर सकता है. हिंदू धर्म में, ब्रह्मांड को रचने वाले देवता ब्रह्मा हैं. ब्रह्मा, हिंदू त्रिमूर्ति के पहले देवता हैं. त्रिमूर्ति में तीन देवता शामिल हैं, जो दुनिया के निर्माण, रखरखाव, और विनाश के लिए ज़िम्मेदार हैं. ब्रह्मा की उत्पत्ति भगवान नारायण के नाभिकमल से हुई थी. पुराणों के मुताबिक, शिव ही पूरे ब्रह्मांड के स्वामी हैं. शिव ने अपने परम तेजस्वी दिव्य स्वरूप के दर्शन देकर ब्रह्मा और विष्णु को यह ज्ञान दिया था कि शिव ही सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं.
@@SubodhGoutam-yj4sl mark zuckerberg ,Prof Henry, Ken ono or naa janay kitni Hollywood movie m inki baat hui h The man who knew infinity inkay upr Hollywood movie h " The good will hunting " movies m inki baat hoti h Inhonay 4 thousand formula diye h jismah say black hole theory m use honay wala mock theta formula h Jakar research kar or v bhut kuch milega tujhe tum logo ki jal uth ti h jab v koi bhartiya ka talent aata h Fellow of Royal society k member v rehh chuke h Jo Newton v usi k member t
Ishwar is uncreated . From infinite. Our mindset is that every thing should be created. Ishwar is uncreated. One & only. Nirakar Ishwar. Murti Puja krna duniya ka sabse badaa paap h. Murti Pujak Gehre Andhere Nark me daale jayenge hamesha ke liye Yajurveda 40 8 9.
@@risingbantu6870 इश्वर का कार्य अलग है, जीवात्मा के कार्य अलग है और प्रकृति से सृष्टि का कार्य अलग है. मूर्ख लोग ये जानते नही। सत्यार्थ प्रकाश पढ़े, और उत्तर भी मिलेगा.
Accha tumara kya matlab ki sab Ishwar par cchod dete hain, matlab wo kucch bhi nhi karte kucch bhi nhi 99% duniya Ishwar ko Manti h to phir ye duniya kaise chal rahi h, tum kyu is duniya mein aye, ye duniya hi kyu bani, ye universe kyu bana kisne banya ise, science ne banaya ise ?
Sarava shaktiman ka ye arth nhi hota ki Jo chahe vo kre, sarva saktiman ka arth hota hai ki apne sabhi karya Bina kisi ki help kr ke sake, ishwar apne gun , karma ar swabhav ke anusar apne sabhi karya swayam ke leta hai
Ishwar hr jagah hai Ar hamare andar se hi jb galat karya pr dukh va hamare achhe karya pr sukh prakat krta hai Nature non living hai ar apne ap non living things kuchh nhi kr sakti, nature mei ek rule arrangement hai, Jo ishwar ko prakat krta hai, Hmne ishwar ko manushya jaisa samjh rakha hai, ki vo aata hai , jaata hai, jb vah hr jagah hai to kahi aaata jaata nhi,
सर्व धर्म अलग अलग मान्यता है लेकिन भगवान एक है। अगर भगवान नहीं होता तो हम अब तक जनवार के तरह व्यवहार करते होगें।हमें धर्म होने के कारण हम एक दूसरे से एक दूसरे से इज्ज़त चरते है। उदाहरण के तौर पर सब भगवान ग्रंथो में अच्छे अच्छी बातें वर्ण किया है कैसी भी धर्म के ग्रन्थों में वह मानो वह मरो और पाप काम करनेके लिए वर्णन नहीं मिलते ह इसलिए धर्म के द्वारा हमें नियंत्रण चरते हैं।इस प्रकार स हमें धर्म नहीें होते तो हमें एक दगसरे आको आदर करत हैं।
@@Gaurav_Atheist ब्रह्मांड को जानना तुम्हारे वस का तो 100%नहीं है। अरे जिस पृथ्वी पर वैज्ञानिक अंकल रह रहे हैं उस पृथ्वी को अभी तक 1-2% भी जान नहीं सकें।पुरी पृथ्वी को जब तक जानेंगे तब तक तो इस पृथ्वी पर कम से कम 1-2 बार प्रलय जाएगा। ओर इस ब्रह्मांड में हर रोज एक नई पृथ्वी का निर्माण होता है तो इस ब्रह्मांड को ये वैज्ञानिक अंकल कब समझ पाएंगे।
ईश्वर को हम बनाते हैं 🙌🙏 अपने मान सम्मान श्रदधा प्रेम भक्ति सतत याद सतत प्रयास सतत विश्वास आदि 👍 देते रहकर ....... हमारी पृथ्वी की ही तरह बाकी के भी नवग्रह हैं ❤🎉🎉🎉🙏👍....... जैसे हमारे सोसाइटी के भीतर सैंकड़ों परिवार के अलग अलग फ्लैट्स बनते हैं 😄✌️🙏.......पर हम एक दूसरे को जानते पहचानते तक नहीं हैं 🤔...... किसी के भी डिटेल्स या रिश्ते 💝🙏 उनके पोजीशन कुछ भी नहीं जानते हैं 😁 पर साथ में रहते हैं 😄✌️ और हम सभी का ही एक मालिक और उन सब मालिकों के एक मात्र या पार्टनर्स मालिक और उनके भी ऊपर नेता लोग ✌️ मालिक और उन नेता पर कौन 😅😂हम जनता लोग ...... बस मुझे तो स्पष्ट यही कहानी नजर आती रहती हैं 😁👍💖🙌🙏✌️✔️😊
ईश्वर का लक्षण: सृष्टि (प्रकृति से)बनाना, नियंत्रण में रखना, संहार ( बिन उपयोगी के समय में)करना, जीवो को उसके कर्मो के मुताबिक कर्मफल देना और चार वेदों का ज्ञान देना.
@@RohanSingh-mx7rt इश्वर सृष्टि जीवों के भोग और मोक्ष के लिए बनाते हैं. जो जिसका कार्य होता है वो करते हैं, इश्वर कार्य है सृष्टि को बनाना, धारण करना, प्रलय करना, जीवात्मा को कर्म के अनुसार फल देना और वेद रूपी ज्ञान देना. सत्यार्थ पढ़े और उत्तर भी मिलेगा.
ईश्वर हमेशा से मौजूद हैं जिसकी न शुरूवात है न अंत क्योंकि ईश्वर ने जो समय बनाया है वो उससे बाहर है क्या विज्ञान के पास इसका जवाब है कि ईश्वर को किसने बनाया अगर मान लिया जाये कि ईश्वर को भी किसी ईश्वर ने बनाया है तो फिर यही सवाल पैदा होगा कि उस ईश्वर को किसने बनाया ओर ऐसे ही ये सिलसिला चलता रहेगा क्योंकि विज्ञान अभी इतना डेवलप नही हुआ है कि वो ये जवाब ढूंढ सके और जिसका जवाब फिलहाल विज्ञान के पास नही है उस पर वैज्ञानिक सिर्फ अनुमान लगाकर राय कायम करते हैं फिर चाहे वो राय गलत हो या सही क्योंकि वो खुद नही जानते वैज्ञानिको का दायरा वही तक सिमित होता है जहा तक उनको जानकारी होती है ओर जिसकी उनको जानकारी नही होती उस पर सिर्फ राय कायम करते हैं
ईश्वर निराकार है उसे किसी ने नहीं बनाया लेकिन ईश्वर ने सब को बनाया है। प्रकृति ईश्वर नहीं है क्योंकि प्रकृति जड़ है। आत्मा और परमात्मा चेतन वस्तु का नाम है।
प्रिय दर्शकों,
मैंने हमेशा ऐसा कंटेंट बनाने की कोशिश की है जो आपको प्रेरित करे, सिखाए, और आपके दिल को छुए। हर वीडियो जो मैं बनाता हूँ, उसे मैं मेरी मेहनत और जुनून से बनाता हूँ, और यह केवल आपके समर्थन से ही संभव हुआ है कि मैं इस यात्रा को जारी रख सका हूँ। आपका प्रोत्साहन मेरे लिए सब कुछ है, और अब मैं आपसे विनम्र निवेदन करता हूँ कि आप इस चैनल को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में मेरी मदद करें।
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😂😂😂😂😂😂😂😂
ुुेेहपपह
ुुेेहपपहप
ुुेेहपपहप
ुुेेहपपहप
प्रकृति ही ईश्वर है❤❤ इसी में सब जन्म लेते हैं इसी में विलीन हो जाते हैं 🙏🙏🌳
@NirajNiraj-o7g roti kha se kha reha he aasman se
बर्माड में हर चीज कुछ प्रकृति नें बनाई तों कुछ इंसानों नें. और बर्माड का ही रचेता ना कोई था ना कोई होगा. बर्माड चारो दिसओं से अनन्त है जिसकी कोई अंत नहीं. मतलब कोई बर्माड की चारो दिसाओं में कोई बोण्ड्री जैसी किसी तरह की दिवार या छत नहीं. बर्माड में चाँद सितारे सभी ग्रह एक कण के बराबर भी नहीं
@@Vipin-g6jek nature hi toh satya hai baki sb andhvishwas.nature ko dekh skte hain sun skte hain yhi bhagwan hai yhi ek power hai
@@Soch_Soni very nice 👍
@@Vipin-g6j इस ब्रह्मांड को बनाने वाली मां दुर्गा ही है। अनंत ब्रह्मांड मां दुर्गा ही है। इस ब्रह्मांड में हर रोज एक नई पृथ्वी का जन्म होता है।
ईश्वर का नाम एक होंसला है,एक साथी है,दिलो की सुनने वाला है ,गलत रास्ते पे जाने से रोकने वाला है ,वह मेरा पिता परमेश्वर है🙏
😂😂😂
😂😂
Lekin sahi aur galat ye kya hai kya galat sahi nhi ho sakta aur sahi galat ye tay kisne kiya hai...
2.11 इंसान का सबसे बडा दुश्मन मूर्खता नहीं, बल्की ज्ञानी होने का भ्रम हैं...
समजदार को इतना काफी हैं....
इस दुनिया मे एक अद्भूत शक्ती है जो हम सब की रक्षा करता है, पोषण करता है, वह किसी भी रुप मे हो सकता है वही तो ईश्वर है.
इस महान वैज्ञानिक को कोटि कोटि प्रणाम । दुनिया उनकी ऋणी है ।
Ek chinti agar soche ki ye
A sambhav hai ki insan 100
Sal tak jinda reh sakta hai
Kyu ki wo sirf chand ghanta hi
Jivit rehti hai?
Kya bewkufi nahi hai
ये तो ठीक है मगर इस ने क्या खोज की वो मैं जानना चाहता हूं
Inhone brahmand ke Rahasya Ki Khoj ki thi 🥺@@hareshsolanki1482
Mai ऋणी नही हु तु अपना नाम ले bas
बहुत बड़ा सुंदरसा बैज्ञानिक सूचना है, धन्यवाद।
स्टीफन हॉकिंग जिन्होंने विज्ञान को
सर्वसाधारण की भाषा और समझ में
लाने का महान कार्य किया है .
भारत को पिछे रहने में सबसे बड़ी बाधा धर्म और ईश्वर है, यही कारण है यहां वैज्ञानिक कम और बाबा ज्यादा पैदा होते हैं
Haaa or baba fir yuhi jel mein thikana dekhte hain.
Wrna yha ke log ka scientist ban nahi skte?
Ab ekadh aisa aayega koi bna hoga uska naam ginwane aayega mera comment pdhkr lekin usko phle hi clear krdu 150 cr population mein se koi ekadh ka bnna laajmi nahi
गलत मौलाना, हमारे concept अभी thik hai jivo पर दया, प्रकृति में ही ईश्वर है
तुम्हारे में halala 😂😂😂😂
बहन से sadi, 😂😂
सही बात
Super thought
Or Molana bi 😂😂
1.04 मैं कहूंगा कि भगवान् नहीं है मगर मुझे डर है कि वो मुझे सुनता होगा! इस विचार का सीधा सा अर्थ है कि कहीं न कहीं उन्हें संदेह तो था की भगवान् हो सकते हैं 🙏✍️✍️✍️✍️
एक ज्ञानी आदमी जो वैज्ञानिक है वो सारी संभावनाओं को साथ लेके चलता
Bhagwan bhi vigyaan ki treh hi hua to vigyaan ke niyam h or bhagwan ke bhi to dono ek hi huye... vigyaan me gyaan h or bhagwan me bhi atm gyaan h
श्रीमान, आप राम, कृष्ण, शिव,अल्लाह, गोड, बुद्ध की पूजा करो या आयरनमैन, बैटमैन की कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि ये सब काल्पनिक है। जैसी आपकी कल्पना वैसा अनुकूलित भगवान बन जाता है कोई अदृश्य, कोई चार हथवाला, कोई चार मुंह वाला, कोई जानवर के मुंह वाला। ये सारे अलग-अलग भगवान कभी किसी लोगो की कोई मदद नहीं करता क्योंकि ये काल्पनिक है।
आपकी हिम्मत कैसे हुई आयरन मैन को काल्पनिक बताने की l आयरन मैने असली है और उन्होंने ही धरती और पूरे ब्रह्माण्ड को थानोस नामक राक्षस के प्रकोप से बचाया था l 🫡😅
@@nakul_patelbeta ager dekha Jaye tu apne aap ko b kalpanik hi samjhta hoga vigyaan Jo kuch Aaj bata Raha hai voh Qur'an Bible aur towrat mai pehle se hi hai ja ke phad phir yakeen hoga vigyaan kahain se aaya inhi books se aaya
इतने बड़े अदभुत विज्ञानी और ज्ञानी पुरुष की बातें सुनकर बहुत ही आनंद और आश्चर्य होता है मानता हूं विज्ञानी लोग प्रैक्टिकल को प्राथमिकता देते हैं पर इसने दोनों ही बातें कहीं है जो अंध विश्वास से आदमी को बाहर करते हैं कुछ बातों में इसने ईश्वर से इनकार भी नहींकिया मुझे तो यह इतनी अच्छी पेशकश लगी इसकी उपमा के लिए मेरे पास शब्द नहींहै आपका बहुत बहुत धन्यवाद
ईश्वर अनादी अनंत हैं. जिसका ना कोई आदी (शुरुवात) और ना कोई अंत हैं... मानो तो सब कुछ हैं, नहीं मानो तो कुछ भी नहीं...
Sare Dharmo ke bare me jaruri baat jo jyada Tar sabhi Dharm
ke log nahi jante hum sab jyada tar log Sochte he ki hum jaha
jis dharm me peda huwe he usi me apni sari jindagi gujarni he
lekin ye galat he kyoki hum ye nahi jante ki Allah ishwer or
hindu me jo pehle bhagban he nirakar sab ek hi he or jitni
Bhi murtio ko poojte he vo ishwer Allah bhagwan ke Avtar
he nirakar jinhe
hum insan dekh nahi sakte sirf mahsus karte he hum unhe marne
ke baad hi dekh sakte he jab Allah ishwer ne Croro year pehle
duniya ko banaya tab apna ek postman bheja jise islam isai me
Navi kehte he jab duniya me pehle Navi or unke sath ek dharm
jisko bo khud bhi mante or logo ko bhi manne ke liye kehte log
unki Baat dharm ko asani se man lete kyoki vo duniya ka pehla
dharm tha fir jab ek hazar year baad ya do hazar year baad
log ishwer Allah ko bhul ke gunaho pap me jindagi gujarne lage
fir ishwer ne duniya me ek naya Navi unke sath naya dharm
bheja fir usne logo ko samjhaya naye dharm ko manne ke liye
kaha jo unki baat ko manlete vo us naye dharm ko apna lete
jo nahi mante vo ishwer Allah or us Navi ki nazar me kafir ho
jate or fir duniya ek ya do ya teen hazar year tak chalti
fir Allah ishwer ek Naya dhrm naye navi ke sath fir vesa hi hota
jesa pehle huwa tha aisa chalte chalte duniya me 1 lakh 24
hazar dharm duniya me abhi tak Aa chuke he islam Akhri he
muslim se pehle isai isai se pehle yahoodi me sare dharm ke bare
me nahi janta nahi to me yahoodiyo se pehle dharm ko bhi bata
deta badal badal ke dhrm es liye Aaye he kyoki jese insan ka
fashion jindagi jeene ka tarika time ke hisab se badal jata he
usi tarah insan ke lye dhrm bhi update badal jata he es liye
insan ko vakt time ke navi or Akhri dharm ko man ke hi vo
kamyab ho sakta he esi liye islam ki baki sare dharmo se nahi
banti kyoki islam Akhri duniya ka dharm he or vo logo ko islam
me Aane ke liye kehta he jise log galat samjhte he log ye bhi to
soche ke jis dharm me vo he usme bhi to unke baap dada pardada
ya unke bhi dada kabhi to dharm badle honge na es time duniya
ka koi bhi dharm pehla he hi nahi Sab ek dusre se convart he...
Shi kha bhai
Bilkul sahi kaha apne
Most used dilogue in every religion 😂😂😂
Quantum physics के सब प्रयोग बताते हैं ब्रह्माण्ड है ही नहीं आंख का धोका है।
ईश्वर को बनाने वाला कोई है तो वोह भी ईश्वर है....पूरी जिंदगी यही प्रश्न करते रहो मृत्यु आने तक ....❤❤
Haa parth me hi parmatma hu ❤
@@AmmaForth आप के attributes ( गुण) और ब्रह्म के attributes गुण एक जैसे नहीं।
आप कोई चीज उत्पन्न नहीं कर सकते will कर सकते हो वोह उत्पन्न कर सकता है।
वोह स्टीफन हाकिंग को पैदा कर सकता है परंतु स्टीफन हाकिंग ब्रह्म को पैदा नहीं कर सकता,खोज करने के लिए will कर सकता है इंसान उसकी will में ब्रह्म अपनी will डाल देता है occurance takes place. वोह बिना will के ही उत्पन्न कर सकता है । Creation में ऐसे गुण किसी के नहीं।
@@IrfanAli-db6kb ब्रम्हा??😂😂😂कौन वही काल्पनिक ब्रह्म??🤣🤣🤣🤣 जो खुद काल्पनिक है वो कैसे किसी हकीकत का निर्माण करता है 🤣🤣🤣
@ATHEIST-Ayp हे राजन!
1+ 1= 2 होता है।
1 क्या है? यह अनुभव से नहीं अनुभूति से समझ आ जाता है।
आप के लिए 2 ही ठीक है।
K G स्कूल के छात्र को properties of thermodynamics या cytoarchitectonics का समझना समय और will चाहिए।
वह ये नहीं समझ पाए कि सड़क पार करने से पहले वो,,देखना भी तो तय था,,🙏🏻
Rape होना भी तय था फिर rapist को सजा क्यों दे 🤡
जब सब कुछ तय है तो जो लोग अपराध , हत्या आदि कर रहे है उसमे उनका क्या दोष है?
@Aditya-wu6rl प्रकृति कभी किसी के साथ अन्याय नही करती ,जो आज अन्याय सह रहा है ,वो पहले अन्याय करके बैठा है । 🙏🏻🙏🏻
@@SupremeSilence-vd4gx 🤡
जीव जगत और ईश्वर ये तीनो ब्रह्म ही है ये अज्ञान के कारण है, और मैं का प्रतिबिंब है, ज्ञान होने पर सब एक ही मालूम पड़ता है, वही सचिदानंद स्वरूप ब्रह्म, है,,,,,
ईश्वर को तर्क और विज्ञान से नहीं समझा जा सकता है, वह परम तत्व है जो संपूर्ण में व्याप्त है वही जड़ है चैतन्य भी वही है सब कुछ उसी के भीतर व्याप्त है सूक्ष्म से सूक्ष्म तक और विराट से भी परे जो अनंत है वह निराकार परमेश्वर ( शिव ) ही है।
हम मनुष्य अपनी सीमाओं में बंधे हैं, मोह माया, विकारों और मूढ़ बुद्धि के बने दायरे में सीमित रहते हैं ईश्वर को समझने के लिए पवित्र हृदय और विश्वास की जरूरत है।
Aaj to jo mobile chala raha hai kabhi Stephen Hawkins ki theory per banaya Gaya hai.... Stephen hawkings Bhagwan se jyada sochne Wale Hain😂😂😂😂😂😂😂
अपनी खोज करने वाला ही वैज्ञानिक है जिसे प्राप्ति हुयी उसे भगवान कहते हैं.
बिना करे तो आज भी कुछ नहीं होता इसलिए अनन्त ब्रह्माण्ड रचना खुद कभी अपने आप नहीं हो सकती
Fir tere Bhagvan ko kisne banaya ghochu😅
कैसे नही हो सकती बताओगे 😂
@@sandeeprawat7694 universe apne aap nhi ban sakta lekin God apne aap ban gaya 🤔
@@SubodhGoutam-yj4slतुम तेल तरकारी मसाले नमक मिर्च सब कुछ एक जगह रख दो और देखो सब्जी अपने आप बनती है क्या?
@@AS_Creations-x8d बिलकुल सही सब्जी अपने आप नही बनेगी लेकिन सब्जी हम खाने के लिए बनाते लेकिन ब्रह्मांड क्यू बनाया भगवान ने इंसान क्यू बनाए उसे क्या लोभ लालच था अलग धर्म क्यू बनाए और हम कुछ चीज बनाते और वो खराब हो जाती तो हम उसे ठीक करते तो तुम्हारा भगवान हम जैसे नास्तिक का कुछ उखाड़ क्यू नही पता किसी रेपिस्ट को सजा क्यू नहीं देता
ईश्वर है, उसको कही डूंढने नही जाना होता है ,ये एक उच्च कोटि का विज्ञान है,वो आप के भीतर है और ये निरंतर ध्यान के अभ्यास से मिलेगा,, उच्चतम कोटि का विज्ञान है ये,, मुश्किल से पृथ्वी की पूरी आबादी का 10% ही लोग जानते होंगे ,,
राइट भाई यह महाविज्ञान है योगवशिष्ठ महारामायण
ईश्वर अजन्मा है । जाता वही है जिसका जन्म होता है । तो ईश्वर का जन्म ही नहीं हुआ तो जाएगा कहा ? निराकार है । आकर ही नहीं है इसलिए सर्वव्यापक है मतलब हर जगह है । यात्रा करने की जरूरत नहीं है हर जगह हर कण में है । सर्वशक्तिमान है । मतलब उसे किसी की सहयता की जरूरत नहीं पड़ती वो अपने कम स्वयं कर लेता है ।
Isiliye 33 crores devi devtao ko pujte hai tum log😂😂. Bramhano ke pet bharte ho tum bhagwan ke naam pe
Ram shankar ko bhagwan mante ho to Ram shankar ko urope me kutta bhi nahi pehchana 😂😂😂😂
क्या बात कही है ब्रो राइट
हर जगा तो डार्क म्याटर है , कही वही तो इस्वर नही ..!😂
@@nirajwani7709 80 परसेंट है डार्क मैटर । तो ईश्वर कैसे हुआ ? सो परसेंट है कण में ईश्वर है । पृथ्वी पर हवा है तो अंतरिक्ष में नहीं है । लॉजिक की बात कर भाई ।
किसी भी चीज को बनाने के लिए किसी बनाने वाले की और मैटेरियल की जरूरत होती है। तो ये सवाल ही मूर्खता पूर्ण है कि ईश्वर को किसने बनाया। क्योंकि सृष्टि आरंभ में ईश्वर क्रिएटर, प्रकृति और आत्मा ये हमेशा मौजूद रहते है। इन्हें कोई नहीं बनाता।
Bilkul sahi, in murkho ko ye nhi pata ki universe kya h aur kyu bana, apne aap kyu bana, aur jis Stefan Hawkins ki ye log batein karte hain uski aisi haalat kaise hui kyunki wo nastik tha, puri umar ek murde ki tarah pada raha sab yahi karan tha ki wo supreme power ko nhi manta tha
@@pawanbhagat9078 पर मैं जिस ईश्वर की बात कर रहा हूं। वेदों में उसे निराकार बताया गया है। वह वैसा नहीं है जैसा हिन्दू लोग मानते है। 70% हिन्दू उस ईश्वर को न तो मानते है न उसकी उपासना करते है।
@@kalpeshpanchal2409
तो योगवशिष्ठ सुनो महाविज्ञान वादी ग्रंथ कुछ बना नहीं भास्ता है सपने जैसा सही एक बार पूरा सुनना विच में मत छोड़ना
@@kalpeshpanchal2409hindu dharm me usi eswar ko maante hi pr sakar roop me ye moodh logo ke liye pahli sidhi thi saakar ko poojna nirakar tk pahuchna sbke bas ki baat nhi ye sidh logo ke liye hi pr suru me koi saakar ko pooje to vo nirakar tk jaa sakta hi pr log moorkh h bhot
ईश्वर, जीव और प्रकृति अनादि है, जिसको बनाने का कोई कारण नहीं होता उसको अनादि कहते हैं.
Bilkul sahi kaha aapne
Tune kase pata kiya
@@Gaurav_Atheist gaurav ji.apne experience and ishwar ki kripa se anubhav kiya
@@seemuify ham kase manlen
@@Gaurav_Atheist cannot explain here. Give me ur number. Will explain there. Jai shree krishna.
भगवन aur कही नहीं बेवकुफ़हो हमारे अंदर है बस उसे 0.01 percent jaan पाते हैं जो जान जाता है उसी को पता होता है😊😊😊example Great स्वामी विवेकानंद😊😊😊😊😊
@@Niteshkumar-r7f tum bahut bade bewkuf ho jo sabko bewkuf bol rahe ho example har pagal ko sab pagal najar aate hai
@@DurgeshPatel-vc8ib😂😂😂
मूल शंकर तिवारी उर्फ विवेकानंद ने तो स्वयं अपनी ऑटोबायोग्राफी में मैक्स मूलर को भगवान का अवतार घोषित कर रखा है😂😂😂😂
मतलब जो आदमी रेप करता उसमे भी भगवान है
@@DurgeshPatel-vc8ib bhai tu kalank hai Patel naam pe
ईश्वर को क्योँ कोई बनाएगा किशलिये, ईश्वर.... ईश्वर है....
स्टीफन सहित उससे समान ईश्वर को समझने वाले लोगों की बुद्धि जहां सोचना बंद कर देती है वहीं से ईश्वर की सत्ता आरम्भ होती है
Haw re gyani 😂😂😂 Ishwar ko darpok or lalchi logo ne banaya hai apne swarth ke liye
Bhai ye gyan tumhe kha se mila😂😂😂
Mansik gulam ho
Aapne bahut bada ghyan Paya. PhD. Karo.
मतलब जहां से मूर्खता सुरु ईश्वर की सत्ता सुरु😂
Thankyou sir..i needed it.❤
ज्यादा पढ़े-लिखे लोग ही ईश्वर को नहीं मानते लेकिन फिर भी खुद को मृत्य से बचा नहीं पाते,,,,,
इस ब्रह्माण्ड के रूप में ही परमेश्वर स्वम् को अभिव्यक्त कर रहा है अतः यह अंतहीन विस्तृत ब्रह्माण्ड ही परमेश्वर है जिसमे जड़ चेतन, ऊर्जा एवं पदार्थ एवं हम सभी जन निहित हैं।हम सब प्राणी भी ब्रह्माण्ड की इसी अभिव्यक्ति का एक रूप हैं ।इस सत्य को केवल अंतरमुखी स्वध्यान से जाना जा सकता है।Meditation and only Mediation is the way to realise the ultimate secrets of the infinite Universe.
Is bakbas ko kya name du😅
Again the same question who made the God and why? Still not clear...
Yhi Satya hai
@@ndesign2649 kisi supreme power ki wajah se hee big bang huaa hoga jiski shakti universe ke har choti badi ceejo me hai ye universe kewal aishe hee nahi ban gaya hoga iske peeche koi karan jarur hoga
@@Gaurav_Atheist at least universe nature ko to bakwas mat bolo ye nahi hota to aaj tum yaha baikaiti nahi kar rahe hote
यह प्रकृति ही ईश्वर हे इंसान ❤ अगर आपके दिमाग से सोच देख तो जनम लेने के लिए एक अच्छा वातारण देती हे ,❤ खाने के लिए भोजन पानी ,, लेकिन इंसान जितना पूजा पाठ कर ।।मंगल🤍 पर रहने की योजन बनी इतना प्रयास मां प्रकृति पर क्यों नहीं करता हे। 💗💗💗💗
ईश्वर तक न पहुंचें, एलियंस की खोज ही मानव जाति के लिए बहुत बड़ी खोज होंगी।
Mirchi lagi kya 😂
@@ravishankaryadav9473lagi hai 😆
एलियन को हमारे पुरखे लोग हमारे पितरों के तौर पर परख चुके हैं ❤✌️👌🙏🤔.......
उनके अनुसार हमारे यहां से जाने वाले जबतक वापस पूरे तौर पर निर्मित नहीं हो जाते हैं तबतक वह अर्ध निर्मित स्थिति में हमसे संपर्क से दूर के अन्य ग्रहों पर रहते हैं और वह हमसे ज्यादा महत्वपूर्ण जानकारी रखते हैं और समय समय पर हमारे सहायता भी कर सकते हैं ✌️🙏
भाई पहले भूतो तक पहोचो फिर एलियन तक फिर ईश्वर तक 😂😂
श्रीमान, आप राम, कृष्ण, शिव,अल्लाह, गोड, बुद्ध की पूजा करो या आयरनमैन, बैटमैन की कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि ये सब काल्पनिक है। जैसी आपकी कल्पना वैसा अनुकूलित भगवान बन जाता है कोई अदृश्य, कोई चार हथवाला, कोई चार मुंह वाला, कोई जानवर के मुंह वाला। ये सारे अलग-अलग भगवान कभी किसी लोगो की कोई मदद नहीं करता क्योंकि ये काल्पनिक है।
ईश्वर और विज्ञान अलग नहीं है, ईश्वर नाम है तो विज्ञान चहेरा।
ब्रह्मांड में जितने भी चीज हैं सब तत्वों से मिलकर बनी है हम मनुष्य की बुद्धि इस काबिल नहीं है कि ईश्वर की संरचना को अच्छी तरह से समझ सके ईश्वर को किसी ने नहीं बनाया वह खुद निर्माता है
😂😂😂😂 kaha se aaya ye swayam ka nirmata
@@gondwana1990 Ye गोबर खाकर aur गोमूत्र पिकर पैदा होते हैं 😂😂
To tumko ye pata chal gya ki insan kabil nhi hai khojne me par tumko bhi pata nhi 😂😂😂
@@Nilesh_Sonawane73नीला कबूतर [चमार]😂😂
Ye sab ek power h joki ek hi god ko define karta h
Your voice is so attractive
For your kind information this voice is created by AI
God has created nature and jivatmas and He is the source of everything
Jaya shree Ram❤️🙏🕉️
सुने पूरा ये गजब रहस्य हैं परन्तु वो है तो है, हम अपने शरीर के बारे मे सही से नहीं जान पाते, इसकी एक छोटे से भाग की जानकारी हेतु PhD करनी पड़ जाती हैं सोचो सारे शरीर के बारे मे जानकारी हेतु जीवन कम होगा, और खोज उसकी करते है जो स्वयं एक रहस्य है। दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी हैं।
Sare Dharmo ke bare me jaruri baat jo jyada Tar sabhi Dharm
ke log nahi jante hum sab jyada tar log Sochte he ki hum jaha
jis dharm me peda huwe he usi me apni sari jindagi gujarni he
lekin ye galat he kyoki hum ye nahi jante ki Allah ishwer or
hindu me jo pehle bhagban he nirakar sab ek hi he or jitni
Bhi murtio ko poojte he vo ishwer Allah bhagwan ke Avtar
he nirakar jinhe
hum insan dekh nahi sakte sirf mahsus karte he hum unhe marne
ke baad hi dekh sakte he jab Allah ishwer ne Croro year pehle
duniya ko banaya tab apna ek postman bheja jise islam isai me
Navi kehte he jab duniya me pehle Navi or unke sath ek dharm
jisko bo khud bhi mante or logo ko bhi manne ke liye kehte log
unki Baat dharm ko asani se man lete kyoki vo duniya ka pehla
dharm tha fir jab ek hazar year baad ya do hazar year baad
log ishwer Allah ko bhul ke gunaho pap me jindagi gujarne lage
fir ishwer ne duniya me ek naya Navi unke sath naya dharm
bheja fir usne logo ko samjhaya naye dharm ko manne ke liye
kaha jo unki baat ko manlete vo us naye dharm ko apna lete
jo nahi mante vo ishwer Allah or us Navi ki nazar me kafir ho
jate or fir duniya ek ya do ya teen hazar year tak chalti
fir Allah ishwer ek Naya dhrm naye navi ke sath fir vesa hi hota
jesa pehle huwa tha aisa chalte chalte duniya me 1 lakh 24
hazar dharm duniya me abhi tak Aa chuke he islam Akhri he
muslim se pehle isai isai se pehle yahoodi me sare dharm ke bare
me nahi janta nahi to me yahoodiyo se pehle dharm ko bhi bata
deta badal badal ke dhrm es liye Aaye he kyoki jese insan ka
fashion jindagi jeene ka tarika time ke hisab se badal jata he
usi tarah insan ke lye dhrm bhi update badal jata he es liye
insan ko vakt time ke navi or Akhri dharm ko man ke hi vo
kamyab ho sakta he esi liye islam ki baki sare dharmo se nahi
banti kyoki islam Akhri duniya ka dharm he or vo logo ko islam
me Aane ke liye kehta he jise log galat samjhte he log ye bhi to
soche ke jis dharm me vo he usme bhi to unke baap dada pardada
ya unke bhi dada kabhi to dharm badle honge na es time duniya
ka koi bhi dharm pehla he hi nahi Sab ek dusre se convart he...
@@imranahmadmansoori7242bhai islam ki history padh lo phle bhot baad me aaya tha islam even... indian muslim to real muslim bhi nhi saare converted hi
स्पेस निष्क्रिया ईश्वर है स्पेस निष्क्रिया और प्रकृति के मिलन से ही उत्पन्नी और विनाश होता है
Jiski jitni chadar pair failaye dost thanks 👍❤
हम ब्रह्मांड को नहीं समझ सकते हम उसे चीज पर विश्वास नहीं कर सकते जिसे हमने नहीं देखा है😊
ईश्वर मनुष्य ने ही बनाया और वह भी किसी धूर्त इंसान ने
Bina matlab k tum kyu aye duniya mein, kisne banaya tumhe, aur kyu banaya
Ishwar kaise banaa Bina Karan koi nahin ban Sakta😂😂😂
और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।”
आप अमर है...... आप को हमेशा दुनिया कभी नही भुल पायेगी... आप महान है..
ईश्वर वो परम् शक्ति है जो अदृश्य है,, जो सर्व व्यापी है, जो असाधारण है,, जो बहुत पावरफुल है,, आप सिर्फ अपना कर्म करें
😂😂😂😂
नेगी जी को प्रणाम… ये आपने बहुत सही बात कही 😻
@@LittleBigIdea प्रणाम sir,, tnqqq
😂😂😂 ishwar jaisa kuch nahi hota agar hota to charbi wala laddu na khata 😂😂
पावरफुल ईश्वर दुनिया में फैले ,अन्याय,अत्याचार,भ्रष्टाचार क्यू आंख बंद करके अब तक देख रहा है? अपनी शक्ति का उपयोग कब करेगा?
ईश्वर को खोजना वैसे ही हैं जेसे चींटी होके ब्रह्मान्द को खोजना 😂😂😂😂😂😂😂😂
Ekadam sahi
Kalpnik bhawann 😂😂😂
धन्यवाद 🙏🙏
G - Generator
O - Operator
D - Destroyer
Jaha par insaan ki soch khatam hoti h🤔 waha se Bhagwaan ki shuruat hoti h 🤯
Jitna bhagwan sochva sakte hai inshan utna hi soach sakta hai . Inshan ke pass kitna bhi jabab ho lakin antim jabab keval bhagwan hote hai
ठीक कहा सब सुन रहे है उन्हें पाप नहीं बल की सबकी हाई लगेगी
ब्रह्मांड को बनाने वाला बंदी छोड़ कबीर परमेश्वर है
साइंस एक सोच है और भगवान ही सबकुछ, कुछ तुच्छ इंसान खुद को ही भगवान समझने लगते है अंत समय में उनको भगवान के जरूर दर्शन होंगे 😂😅😅 इस दुनिया में ऐसी bhot सारी चीजे है जिनका मानव ने सिर्फ धरती पर मर्यादित रूप में खोज की है और ये तो ब्रम्हांड है और यह अनंत है ।❤
Radhe Radhe 🙏🙏🌹🌹♥️♥️
जीव, ब्रह्म ओर प्रकृति ये तीनों चीजें अनादि हैं, हमेशा से हैं।
ईश्वर आत्मा और प्रकृति इनको किसी ने नहीं बनाया। वो पहले से मौजूद है। इसलिए इनका कभी विनाश नही होता।
ईश्वर को किसने नही बनाया। इसलिए ईश्वर अमर है। सर्वगुण संपन्न है।
आत्मा भी ईश्वर ने नही बनाई। इसलिए आत्मा अमर है। आत्मा याने कोई भूत नहीं। जैसे टीवी या फिल्म में दिखाते है।
आत्मा याने स्वयं ऊर्जा । याने जिसका खुद ही अस्तित्व है।
और प्रकृति भी ईश्वर ने नही बनाई। वो भी पहले से है। ईश्वर ने उसी प्रकृति से ब्रम्हांड बनाया।
aap ko kisne bataya ishwar ne banaya 😂😂
@kaushikparmar2469 ईश्वर सभी पशू और पंछी यो को ज्ञान देता है। करोड़ों साल पहले इंसान को भी दिया था। संस्कृत भाषा ये ब्रह्मांड का कंपन (वाइब्रेशन) है। जिसकी आत्मा पवित्र होती है। कोई छल कपट नहीं होता। उनको ईश्वरी ज्ञान मिलता है। करोड़ों साल पहले ऋषि मुनि यो को मिला था। उन्होंने बाद में दूसरे इंसानों को सिखाया।
Prabhu yashu mahan parmeshwar hain.
ईश्वर/ भगवान एक रहस्य है जिसके बारे मे कुछ भी कहा नहीं जा सकता सिर्फ कल्पना की जा सकती
और रही बात ब्रह्मांड को बनाने की तो इतना सच है कि ब्रह्मांड को किसी मनुष्य ने नहीं बनाया फिर सवाल यह है कि इसे बनाया किसने
कोई तो होगा ही....
वही तो वो भी बोल रहा है😊
Bhagvan shurvat hai aur ant bhi bhagvan hai.
Bhgvan o shkti hai jise samajna jatil hai.
Lekin bhagvan hai jarur hai.
आपने बहुत अच्छी बात कही 😻
Bigyan garibi aur bimari se nikal sakta hai
Stephen apahich kya joke mara re 😅mast ekdum
हॉकिंन साहब अब आप इस दुनियां में है नहीं। लेकिन आप अपने जीवन में सनातन दर्शन पढ़ लिए होते तो शायद "ईश्वर को किसने बनाया " जैसे प्रश्न आपके दिमाग में आते ही नहीं। खैर एक वैज्ञानिक के रूप में दुनिया को आपने जो दिया। वह भी बहुत सराहनीय है। 💐🙏
Mt uljho inn dhrmo mein.btao kya aisa mila inme uljhne se.
Ere insaan jis jivan ka aanad lene ke liye bhagwan ne bnaya dhrmo mein uljh kr insaan jeena bhul gya sirf andhvishwas mein time kaat rha hai
@@girishchandra4133 ऐसे ही इस्लाम भी बोल सकता है कुरान पड़ लेते तो बाडिया होता 😆, ईसाई कहता बाइबल पड़ लेटे तो बाडिया होता 😆
Ishwar Ko hoking ke ma ke dost ne banaya
@@meraj4226sahi baat
@girishchandra4133 आपकी सोच ही आपकी संकीर्णता को दर्शाती है। आप खुद ईश्वर को एक धर्म विशेष से सीमित कर रहे।आप जैसों का अधूरा ज्ञान ही मानव सभ्यता के विनाश का कारण है।आप जैसी जहरीले विचार के मानव ही सभी मानव में घृणा पैदा करते हैं और भेदभाव को बढ़ावा देते हैं।ईश्वर असीम निराकार अनंत है वो किसी धर्म विशेष से बंधा नही हो सकता।आप को असली जरूरत है सारे भारतीय और पाश्चात्य दर्शन पढ़ने की।माफ कीजिएगा आपका ज्ञान सीमित है और आपके विचार भी, आप एक झूठे इंसान हैं जो बस दिखावा करके भगवान को भी खुश करने की कोशिश करते हैं। ईश्वर न हिंदू है न इस्लाम और न ही क्रिश्चियन , वह इन सब धर्मों से परे है।
प्रकृति ही असली भगवान है, चाहे हम अपनी आस्था अनुसार किसी को भी पूज ले।
Brahm hai
Sir Stephen Hawking ❤
सनातन ही सत्य है🚩🙏
Nature se bada koi nhi...........
..
Parmeshwar है aap dil se khoj rhe hai apko jarur milega
❤ yes amen 🙏 God bless you 🙏
Ghanta
Toh parmeshwar ne Dinosaur logo ko kyu mar diya? Kamse kam non-vegetarian dinosauro ko toh hamare liye rakh deta. Sawari ka anand leta.
Mujhe aisa lagta hai...
Khali jagah hi iswar hai or wo har ek cheej ka jimmedar h sab me h chahe wo prakarti ho ya bramand
ईश्वर कारण है। सृष्टि का। और कारण का कारण कभी नहीं हो सकता है। इसलिए ईश्वर का कोई कारण नहीं हो सकता है। ईश्वर स्वयंभू है। ईश्वर का कोई कारण हो भी नहीं सकता है
Prabhu hai yhi satya hai satya, Satya hota hai iska koi Karan nhi hota hai 😅
Ye baat kissey suni
Ishwar ek Kalpana hai jisko insaano ne apne dimag peda kiya hai
Aise he kalpana bhooto ke liye bhi banaye gayi thi jiske hawa 21 century me nikal gayi hai
Ishwar hota to vo har desh me ek hota naki alag alag
@@sumityadav7nastik.with.science Apne ye nahi deka harr Bhashaa me ek hi chiz ka alag naam hota hai.
शतप्रतिशत सत्य है। यदि मुझे मेरे पिता ने बनाया तो मेरे पिता को किसने बनाया? सही है पहली बात तो आपकी बनावटी आवाज बहुत अधिक असुन्दर और असहनीय है। दूसरा यदि हाकिन्स बहुत बडा वैज्ञानिक इस संसार का था या है तो मैने आज तक कोई भी बुद्धिहीन व्यक्ति नहीं देखा आजन्म हाकिन्स के अलावा। अंतर यदि संज्ञा का है उसे ईश्वर भगवान गोड परमात्मा या कुछ कहना यदि हाकिनस को पसन्द नहीं तो वो कुछ और नाम दे सकते थे। लेकिन यह कहना कि ब्रम्हांड चल नहीं रहा है तो हाकिनस अंधा था उसे सूर्य चांद पृथ्वी और आकाश चलते हुए ही नजर नहीं आए तो वह तो सभी सूरदासों का पितामह था व
Yes, I also agree that the Nature is God.
सुनए से कोई चीज़ उत्पन होती हैं तो क्या कहोगे, मतलब जहां आपकी सोच शुरू होकर खत्म हो जाती हैं।
मैं पागल हूँ और बहुत पागल हूँ ।
Sunnay se khatam nehi suruaat hoti hai is par vichaar karo Koi bhi karya karne se pehle manushya ke andar ek vichar utpann hota hai ye uska example hai
My great hero.... salute to you dear sir.
भगवान कहे या प्रकृति यह स्वयं अपना जीवन जी रहे हैं। अध्यात्म विज्ञान एवं ब्रह्मांड की स्थिति और जीने वाले सारे जीव परमात्मा का प्रस्तुतीकरण है।
Yes, Philosophy has been transformed into theories and formulas by Science..
Mere anusar bhagwan ko kisi ne nehi banayi..wo khud bane hai isliye toh wo bhagwan hai hum human
Ishwar hi Satya hai❤
Yeh satya wale iswar ne Itne dharm kyu banne diya?? Duniya bhar meh dange lage huye hai.
आदरणीय वैज्ञानिक जी आपने विज्ञान के लिए बहुत कुछ किया है जब शून्य को किसी भी संख्या को भाग दिया जाता है तो पूरी संख्या शून्य हो जाती है ऐसा क्यों होता है जब उत्तर मिल जाए तब यह सवाल करना विज्ञान की एक सीमा है उससे आगे जाने की उसकी औकात नहीं है 😂😂😂😂😂😂
aap kyu dukhi hote ho
ब्रह्मांड और भगवान को पहचान और समझने कि ना मेरी औकात है ना स्टफिन होकीग की ना उसके बापा दादा परदादा की इसलिए जो कुछ देखा है पाया है भोगा है खोजा है समझा है उसमें खुश रहे और आनंदीत जिंदगी जिए और जिने दे 🙏🚩
सायंटिस्ट होने से अकल नहीं आती
परमेश्वर को आजमाना पडता है,
जो परमेश्वर के अस्तित्व को नहीं मानता उससे बडा मूर्ख कोई नही
Hari anant Hari katha Ananta... Itna kafi he es sawaal ke answer ke liye
Apki awaj main woh taqat hai jo har kisi ke pass nahin yeh god gift hai
Agar time travel possible h to future k tourist hum h , Stephen's Hawking sir❤
Nhi ho sakta Hawking 200 janm le le tabhi bhi kyu ki oo Bahut tej gati hota aur jabtak manusya koi Aisa chiz na bna le Jo kalpna sakti se tej ho tab Tak koi future nhi ja sakta. Aur abhi kalpna sakti aatma ke through mn se hota hai to ki lagbhag baraber hai ak hi chiz hai . Esliye abhi sambhav keval aatma ke dwara hi hai
Har Har Mahadev 🚩🕉️🙏
भोले 😻
iska is video se kya lena dena be
@@clonenub-kh7yc😂
इंसानों के आने से पहले इस धरती पर ईश्वर नाम की चीज अस्तित्व में नहीं थी और यही सच्चाई है। मैं साबित कर सकता हूं।
❤Truely said
Nature se bada bhagwan koi...nhi h🙏
To nature ko kisne banaya science ne 😂😂😂😂
Es duniya me sabse powerful chiz energy hota hai aur energy ko control bhagwan karte hai
Yah Ek normal baat nahin hai,. serious baat hai,. Stephen Hawkins ek Tej dimag scientist hai .,jo aam Insan se jyada soch sakte hain..❤❤😂
यहाँ दिखाई गयी बहुत सारी बातें बहुत हद तक सत्य है,
कुछ बातें शब्दों के अर्थ के अनर्थ हो जाने से सही नहीं लगती पर जैसे शब्दों के अर्थ को लिया गया है ( अशुद्ध) उस हिसाब से सटीक दिखती है।
धन्य है ये महान वैज्ञानिक जिन्होंने सत्य को जानने के लिए शरीर से विक्षिप्त होकर भी असाध्य कर्म किया, ऐसे महामानव को मेरा शत शत प्रणाम 🙏
Isliye to uski itni buri halat hui, kyunki wo Ishwar ko nhi manta tha na Marne k liye tha na Jine k liye, science ko to main bhi manta hu par Hamlin kisne banya science ne ?
@@pawanbhagat9078 apko apne khud ne banaya hai,
Apne apne chasme kala color kar rakha h jisse apko kala hi kala nazar aa raha hai.
भगवत गीता मे बताया है जो ज्ञान से सत्य को जानने की कोशिश करता है उससे बड़ा कर्म और भक्ति कुछ भी नहीं हो सकती। प्रणाम 🙏
प्रकृति ही ईश्वर है❓
❤ right
मैं ही ईश्वर हुँ पार्थ तुम्हें मेरी ही आराधना करनी चाहिए नही तो तुम जन्म जनमंतर भटकते रहोगे पार्थ| चोरी करो डाका डालो लेकिन मेरा नाम लेते लेते मरना मैं तुम्हें माफ करके स्वर्ग लोक भेज दूँगा समझ गए होगे पार्थ
इंसान मुर्ख है सिर्फ खोज करो वो अलग चीज है ईश्वर नही है ये मूर्खता भरा सवाल और विचार है, समय के साथ जो हर चीज संभव है और सही प्रकार समय पर अपनी अपनी दिशा मे काम करते है तो उनको नियंत्रित करने वाला भगवान् जरूर है, बस इंसान ही मूर्ख है😂
ईश्वर को किसी ने नहीं बनाया है, क्योंकि ईश्वर आत्मा है और वह ब्रह्मांड के हर जीव में निवास करता है. आत्मा को न तो कोई बना सकता है और न ही कोई नष्ट कर सकता है.
हिंदू धर्म में, ब्रह्मांड को रचने वाले देवता ब्रह्मा हैं. ब्रह्मा, हिंदू त्रिमूर्ति के पहले देवता हैं. त्रिमूर्ति में तीन देवता शामिल हैं, जो दुनिया के निर्माण, रखरखाव, और विनाश के लिए ज़िम्मेदार हैं. ब्रह्मा की उत्पत्ति भगवान नारायण के नाभिकमल से हुई थी.
पुराणों के मुताबिक, शिव ही पूरे ब्रह्मांड के स्वामी हैं. शिव ने अपने परम तेजस्वी दिव्य स्वरूप के दर्शन देकर ब्रह्मा और विष्णु को यह ज्ञान दिया था कि शिव ही सम्पूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं.
Ramanujan is much greater than Stephan but he believed in god
Andbkt ramanujan kuch nhi hai Stephen ke samne
Koi janta bhi nhi ramanuj ko inhe puri duniya
@@SubodhGoutam-yj4sl mark zuckerberg ,Prof Henry, Ken ono or naa janay kitni Hollywood movie m inki baat hui h
The man who knew infinity inkay upr Hollywood movie h
" The good will hunting " movies m inki baat hoti h
Inhonay 4 thousand formula diye h jismah say black hole theory m use honay wala mock theta formula h Jakar research kar or v bhut kuch milega tujhe tum logo ki jal uth ti h jab v koi bhartiya ka talent aata h Fellow of Royal society k member v rehh chuke h Jo Newton v usi k member t
@@वंदेमात्रम-प6झ कुछ भी फेंक देने से सच नही हो जाता समझे
Ishwar is uncreated
.
From infinite.
Our mindset is that every thing should be created.
Ishwar is uncreated.
One & only.
Nirakar Ishwar.
Murti Puja krna duniya ka sabse badaa paap h.
Murti Pujak Gehre Andhere Nark me daale jayenge hamesha ke liye Yajurveda 40 8 9.
मूर्खों की सोच ईश्वर के आगे जा ही नहीं सकती, और ऐसे लोग दुनियाँ को कभी नहीं बदलते ना बदल सकते हैं क्योंकि वो सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ देते हैं।
@@risingbantu6870 इश्वर का कार्य अलग है, जीवात्मा के कार्य अलग है और प्रकृति से सृष्टि का कार्य अलग है. मूर्ख लोग ये जानते नही। सत्यार्थ प्रकाश पढ़े, और उत्तर भी मिलेगा.
@@risingbantu6870 इश्वर से उपर कोई नही है, मूर्खों में सै महान बनने के लिए सत्यार्थ प्रकाश और ऋग्वेद आदि भाष्य भूमिका पढ़े, badme तर्क करे.
आदि मानव में स्टीफन नही था तब भी ये मूर्ख आज तक जिंदा हैं । तेरी समझ में आ रहा है ऐसा क्यूं।
Accha tumara kya matlab ki sab Ishwar par cchod dete hain, matlab wo kucch bhi nhi karte kucch bhi nhi 99% duniya Ishwar ko Manti h to phir ye duniya kaise chal rahi h, tum kyu is duniya mein aye, ye duniya hi kyu bani, ye universe kyu bana kisne banya ise, science ne banaya ise ?
Tumhe bhi science ne banaya kya?
It is some supernatural power. We worship Power and strength, not weakness. We need to bow down before the Supreme Supernatural power
Jo hamesha ho usko nhi bnaya jata, ishwar hamesha hai usko nhi bnaya jata,
Sarava shaktiman ka ye arth nhi hota ki Jo chahe vo kre, sarva saktiman ka arth hota hai ki apne sabhi karya Bina kisi ki help kr ke sake, ishwar apne gun , karma ar swabhav ke anusar apne sabhi karya swayam ke leta hai
@@rahul-wf9pk ishwar ek imagination hai vrna real hota to vo abhi tak ishwar hamare beech aakar sat karm karne ko kah chuka hota
Ishwar hr jagah hai
Ar hamare andar se hi jb galat karya pr dukh va hamare achhe karya pr sukh prakat krta hai
Nature non living hai ar apne ap non living things kuchh nhi kr sakti, nature mei ek rule arrangement hai, Jo ishwar ko prakat krta hai,
Hmne ishwar ko manushya jaisa samjh rakha hai, ki vo aata hai , jaata hai, jb vah hr jagah hai to kahi aaata jaata nhi,
@@rahul-wf9pk tumhara gyan bahut kharab hai non living thing se he living thing bani hai
Shayad tum art side ke students ho
@@rahul-wf9pk tum log satsang ya mahabharat ramayan ki short clip vali jagah jaya karo ye jagah tum logo ke liye nahi bani hai
सर्व धर्म अलग अलग मान्यता है लेकिन भगवान एक है। अगर भगवान नहीं होता तो हम अब तक जनवार के तरह व्यवहार करते होगें।हमें धर्म होने के कारण हम एक दूसरे से एक दूसरे से इज्ज़त चरते है। उदाहरण के तौर पर सब भगवान ग्रंथो में अच्छे अच्छी बातें वर्ण किया है कैसी भी धर्म के ग्रन्थों में वह मानो वह मरो और पाप काम करनेके लिए वर्णन नहीं मिलते ह इसलिए धर्म के द्वारा हमें नियंत्रण चरते हैं।इस प्रकार स हमें धर्म नहीें होते तो हमें एक दगसरे आको आदर करत हैं।
All statements are true . Undoubtedly he was a Great man .
ईश्वर को न मंनेने वाला खुद को टिक नाही कर सका. अखिर उनकी हालत बटाटा हे. की ईश्वर सर्व सक्ती मान है. विज्ञान से भी भौत आगे है.
गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा है कि अर्जुन तुम मुझे (ब्रह्मांड) को ज्ञान और बुद्धि से कभी जान ही नहीं सकता।
Jis chij ko jan hi nhi sakte uska achar dale
@@Gaurav_Atheist ब्रह्मांड को जानना तुम्हारे वस का तो 100%नहीं है। अरे जिस पृथ्वी पर वैज्ञानिक अंकल रह रहे हैं उस पृथ्वी को अभी तक 1-2% भी जान नहीं सकें।पुरी पृथ्वी को जब तक जानेंगे तब तक तो इस पृथ्वी पर कम से कम 1-2 बार प्रलय जाएगा। ओर इस ब्रह्मांड में हर रोज एक नई पृथ्वी का निर्माण होता है तो इस ब्रह्मांड को ये वैज्ञानिक अंकल कब समझ पाएंगे।
@@Gaurav_Atheistpagal😮
@@SumitSaikia101 hmmm
Pagl
ईश्वर को हम बनाते हैं 🙌🙏 अपने मान सम्मान श्रदधा प्रेम भक्ति सतत याद सतत प्रयास सतत विश्वास आदि 👍 देते रहकर ....... हमारी पृथ्वी की ही तरह बाकी के भी नवग्रह हैं ❤🎉🎉🎉🙏👍....... जैसे हमारे सोसाइटी के भीतर सैंकड़ों परिवार के अलग अलग फ्लैट्स बनते हैं 😄✌️🙏.......पर हम एक दूसरे को जानते पहचानते तक नहीं हैं 🤔...... किसी के भी डिटेल्स या रिश्ते 💝🙏 उनके पोजीशन कुछ भी नहीं जानते हैं 😁 पर साथ में रहते हैं 😄✌️ और हम सभी का ही एक मालिक और उन सब मालिकों के एक मात्र या पार्टनर्स मालिक और उनके भी ऊपर नेता लोग ✌️ मालिक और उन नेता पर कौन 😅😂हम जनता लोग ...... बस मुझे तो स्पष्ट यही कहानी नजर आती रहती हैं 😁👍💖🙌🙏✌️✔️😊
गलत
भव सागर ईतना बडा हय केसे बताये अंनत रहस्य भरे पडे हय
ईश्वर का लक्षण: सृष्टि (प्रकृति से)बनाना, नियंत्रण में रखना, संहार ( बिन उपयोगी के समय में)करना, जीवो को उसके कर्मो के मुताबिक कर्मफल देना और चार वेदों का ज्ञान देना.
Kiya jarat thi Ishwar ko in sab ko baana kar 😊😊
@@RohanSingh-mx7rt इश्वर सृष्टि जीवों के भोग और मोक्ष के लिए बनाते हैं. जो जिसका कार्य होता है वो करते हैं, इश्वर कार्य है सृष्टि को बनाना, धारण करना, प्रलय करना, जीवात्मा को कर्म के अनुसार फल देना और वेद रूपी ज्ञान देना. सत्यार्थ पढ़े और उत्तर भी मिलेगा.
ईश्वर हमेशा से मौजूद हैं जिसकी न शुरूवात है न अंत क्योंकि ईश्वर ने जो समय बनाया है वो उससे बाहर है क्या विज्ञान के पास इसका जवाब है कि ईश्वर को किसने बनाया अगर मान लिया जाये कि ईश्वर को भी किसी ईश्वर ने बनाया है तो फिर यही सवाल पैदा होगा कि उस ईश्वर को किसने बनाया ओर ऐसे ही ये सिलसिला चलता रहेगा क्योंकि विज्ञान अभी इतना डेवलप नही हुआ है कि वो ये जवाब ढूंढ सके और जिसका जवाब फिलहाल विज्ञान के पास नही है उस पर वैज्ञानिक सिर्फ अनुमान लगाकर राय कायम करते हैं फिर चाहे वो राय गलत हो या सही क्योंकि वो खुद नही जानते
वैज्ञानिको का दायरा वही तक सिमित होता है जहा तक उनको जानकारी होती है ओर जिसकी उनको जानकारी नही होती उस पर सिर्फ राय कायम करते हैं
ईश्वर निराकार है उसे किसी ने नहीं बनाया लेकिन ईश्वर ने सब को बनाया है। प्रकृति ईश्वर नहीं है क्योंकि प्रकृति जड़ है। आत्मा और परमात्मा चेतन वस्तु का नाम है।
Beshaq mere bhai
Ishur hai ❤
मतलब ईश्वर है ही नही 😂😂😂