मर्द गर्द में मिल गए, रावण से रणधीर। कंश, केसी, चाणूर से, हिरणाकुश बलबीर।। कंस, केसी, चाणौर, हिरणाकुश और रावण जैसे योद्धा भी सतभक्ति के बिना मृत्यु उपरांत मिट्टी में मिल गए। कबीर परमात्मा की सतभक्ति से ही मोक्ष मिल सकता है। Sant Rampal Ji Maharaj
अभी तक कोई भी महात्मा, आचार्य, गुरु, महंत आदि ये नही बता पाए जीव कहाँ रहता है, कहाँ से इस लोक में आता है और मरने के बाद जाता कहाँ है, मगर हमारे सद्ग्रन्थों में स्पष्ट लिखा है इसके बारे में, आज संत रामपाल जी महाराज हमारे सद्ग्रन्थों को खोल खोल कर दिखा रहे हैं। अवश्य देखिए साधना टीवी रोज शाम 07:30 बज्र
स्वर्ग और नरक के अलावा एक और लोक है सतलोक जहां जाने के बाद मनुष्य का जन मरण का चक्र समाप्त हो जाता है। सतलोक जाने के लिए हमे पूर्ण सदगुरु से दीक्षा लेकर सतभक्ति करनी होगी। पूरे विश्व में एक मात्रा पूर्ण गुरु है संत रामपाल जी महाराज।
मैने भी एनेस्थीसिया का अनुभव लिया है , एक ऑपरेशन के लिए मुझे बेहोश किया गया जैसे ही मुझे गैस दिया गया मेरा दिमाग जैसे शून्य में चला गया कोई घटना , कोई विचार नही, एकदम शांत ,किसी चीज का कोई आभास नही, लेकिन ऐसा आभाष जरूर था जैसे मैं अपने शरीर से जुड़ा हुआ हूं, ।।ज्यों ही मुझे होश आया तो ऐसा लगा की मेरे खाली वर्तन ( दिमाग रूपी ) में एक एक करके और फिर जल्दी जल्दी यादें ( मेमोरी )भरने लगी फिर सारी बातें वापस आ गईं , मैं कौन हूं , कहां हूं , मैं ऑपरेशन टेबल पर हूं,और क्यों हुं। हालांकि जैसे ही मेरी मेमोरी वापस दिमाग में भर चुकी तो यह अनुभव थोड़ा अप्रिय लगा, खाली वर्तन ज्यादा रुचिकर था ,भरने के बाद थोड़ा सा तनाव जैसा अनुभव ।। जब हम स्वप्न में होते हैं तो दृश्य में जो भी घट रहा हो , जैसे कुछ कर रहे हों इत्यादि , तो गौर करने से अनुभव होगा की हमारा शरीर सपने में भले ही कुछ कर रहा हो लेकिन दिमाग का डोर हमारे सोए हुए शरीर से बंधा हुआ है ,जैसे स्वप्न का संचालन सोया हुआ शरीर ही कर रहा है । निष्कर्ष यह की सारा खेल दिमागी फितूर ही है, मनुष्य का दिमाग बहुत बड़ा खिलाड़ी है और यह बहुत हद तक अबूझ है।
There is happiness and peace in Satlok. Ajar is an immortal body, there is no birth or death, after going there youth remains forever. Saint rampal ji maharaj
@@shyam2557 jis ram ne ak dhobi ki bat sun kar aapni pregnant wife ko akelee chhod diya us ram ki je bol rhe ho ya jis ram ne aapke state ki sima ke andar jangal me bhagvan ki puja kr rhe ak achhhut ko suli par chhhada diya uski je bol rhe ho
आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः- गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।। अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना चैनल शाम 7.30से 8.30बजे मंगल प्रवचन
वो चेहरे पर चेहरा लगाता चला गया! वक्त के आयने से, अपना असली चेहरा छुपाता चला गया... जब खुदा ने पुछा उससे उसका असली चेहरा, वो आंखों से आसूं बहाता चला गया!!
Agar aap ko khe dun shastra galat hai aur ye bhi bata dun bhagwat Geeta Jo Hindu granth me sarwa shresth hi unse pu Puri sachai nahi hai 30 40%galat hi to kya kahoge rampal ke pas konsi Shakti hai batao
सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां सुख ही सुख है l जहां सब अजर अमर है, कुछ भी चीज का अभव नहीं है वहां रहन वाले हंस आत्मा में राग दवेश नहीं होते सब मिलजुल के रहते हैं l सतलोक का ज्ञान जाने के लिए संत रामपाल जी महाराज का सत्संग आवश्यक देखी 7:30स 8:30बजे साधना टीवी पर
@@Kabirsigod यदि सतलोक में राग द्वेष नहीं है तो फिर आत्माएं काल के साथ जाने के लिए उच्चुक क्यों हुई उन्होंने ऐसी कामना क्यों की वही सब आनंद था वही सब सुख था तो फिर वह दुखी होकर के काल के साथ जाने के लिए तैयार क्योंहुई
काल लोक में गलत साधना से सभी जीव दुःखी हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ने सभी धर्मों के शास्त्रों से सही भक्ति विधि बताकर मानव समाज पर बहुत बड़ा उपकार का काम किया है।
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
काल लोक/पृथ्वी लोक में सुविधाजनक वस्तुएं होने के बावजूद यहां कोई भी सुखी नहीं है। यहां हर पल मौत का तांडव होता है। यहां हर व्यक्ति के मन में रोग तथा मृत्यु का भय हर पल रहता है। सतलोक में ना रोग का, ना मौत का भय। वहां किसी वस्तु का अभाव नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति का नूरी शरीर है। Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर परमेश्वर चारों युगों में आते हैं, लीला करते हैं, तत्वज्ञान देते हैं। मगहर से सशरीर जाने की लीला भी की। आज कबीर परमात्मा स्वयं संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में लीला कर रहे हैं। उन्हें पहचानिए और उपदेश लीजिए
सतलोक एक स्थान है जहाँ सुख ही सुख है ।वहाँ सब अजर अमर है,कुछ भी चीज का अभाव नहीं है।वहां रहने वाले हंस आत्मा में राग द्वेष नहीं होता सब मिल जुल कर रहते हैं।सतलोक का ज्ञान जानने के लिए सन्त रामपालजी महाराज जी का सत्संग अवश्य देखिये 7:30 बजे साधना tv पर।
कबीर, सतगुरु के उपदेश का, सुनिया एक बिचार। जो सतगुरु मिलता नहीं, जाता यमके द्वार।। कबीर परमात्मा कहते हैं कि यदि सतगुरु नहीं मिलता तो भक्तिहीन जीव को नरक में घोर यातनाएं दी जाती हैं। वर्तमान में सतगुरु केवल संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
कबीर सतगुरू के उपदेश का सोनिया एक विचार जो सतगुरू मिलता नही जाता यमके द्वार सन्त रामपाल महाराज कहते है कि यदि सतगुरू मिलते तो भक्ती हीन जिव नरक मे घोर यातनाये दी जाती है अधिक जानकारी के लिए शाम 730 से 830 तक साधना चैनल पर संतसग सुने
आत्मा के ऊपर जो भी पौद्गलिक आवरण है उसे शरीर कहते है। शरीर 5 प्रकार के होते है औदरिक, वक्रीय, आहारक, तेजस और कार्मण। संसारी आत्मा कभी भी बिना शरीर के नही रह सकती। आत्मा के साथ हमेशा तेजस और कार्मण शरीर होते ही है। तेजस शरीर वो है जो हमे गर्मी या उष्णता प्रदान करती है। कार्मण शरीर हमारे द्वारे किये गए कर्म है, जो कर्म परमाणु के रूप में हमारे आत्मा के साथ एक मेक हो जाते है। ये दोनों शरीर अति सुश्म होते है जो आंखों से दृष्टि गोचर नही होते। औदरिक शरीर वो है जो शरीर हमे दिखाई देता है। जब औदरिक शरीर किसी कारण से आत्मा के रहने लायक नही रहता या यूं कहें के औदरिक शरीर किसी बडी हानि हो जाती है, या फिर ओज आहार खत्म हो जाता है तब आत्मा औदरिक शरीर से जुदा होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। आत्मा पुर शरीर से अपने आपको को संकोचन करने लगती है और लगभग 13 मिनट में शरीर के किसी एक भाग पर एकत्रित हो जाती है। आत्मा वहा से गोली की तरह छुटती है और सीधे अपने नए जन्म के उस योनि में चली जाती है। आत्मा जब औदरिक शरीर को छोड़ती है तब भी उसके साथ तेजस और कार्मण शरीर होता है, तभी तो हम कहते है के न जाने किस जन्म का फल भोग रहे है। दूसरे शरीर मे जाते ही जीव सबसे पहले आहार ग्रहण करता है जिसे ओज आहार कहते है। ओज आहार पूरी जिंदगी जीव के साथ रहता है और जिस समय ये आहार खत्म होता है जीव पुनः मरकर नए जन्म की एयर रवाना हो जाता है। ओज आहार से ही आयुष का सीधा संभंध है। ये क्रम निरंतर चलता रहता है जब तक जीव मोक्ष में चला जाये। मोक्ष में जाने से पहले बाकी के 2 शरीर भी छूट जाते है। मोक्ष में जीव अनंत ज्ञान, अनंत दर्शन, अनंत शक्ति, अनंत आनंद का अनुभव हर समय और अनंत काल तक करता रहता है।
Pr meri frnd marne ke bad vo lgbhag 1 saal tk uske gharwalo ko roz dikhati thi dreams me..daily unse aker bat krti thi ..vo itni jyda ghr me interfere krti thi uski bahan sone se b darti thi so gyi to dream m mart bahan ayegi..or vo uskio apne sath dusre loko me le jati thi jise choti bahan uske sath dream m nhi jana chahti .last me choti bahan takiye niche chaku rkkhkr sone lgi taki uski soul na aye uski barsi pr saat din puja path krya tb vo narz hoker chali gyi ye boli ab ja rhi hu..fir kbhi nhi diki ek do bar ke alawa
@@shashikumari938 sansari jeev ko hamesha 4 gati me braman karna padta hai. Narki, tiryansh, manush aur dev gati. ye sabhi me atma ko sharir to chaihiye hi, dev aur naraki ke vekriya sharir hota hai jisse wo apni mrityu ke beger mar nahi sakte, katne par bhi jud jaate hai, marne par ye sharir kapoor ke bhaati ud jaata hai, nana prakaar ke rup bana sakte hai, ati sukshm aur ati vishal ban sakta hai ye sharir. manushy aur tiryanch ke audarik sharir hota hai jiske baare me aap jante ho ke wo kaisa hota hai. vishist labdhi dhaari muni ko aaharak shrir prapt hota hai. Ab apne jo apke friend ke baare me kaha uske baare me batata hu. Apki friend ho sakta hai ke dev yoni me janam liya ho jiske kaaran vekriya sharir ki labdi dikhai detei hai. Dev char prakaar ke hote hai Bhawanpati dev, Vyantar dev, Jyotish dev aur Vemanik dev. Vyantar dev dharti ke niche aur kuch upar jungle, mandir, gufa, vraksh par rehte hai. Vyantar dev 9 prakar ke hote hai aur wo is prakaar hai Bhut, Pret, Yaksh, Rakshas, Pisach, Kinnar, Kipurush etc. Ye koi bhatakti atma nahi hai balki hamare jaise jeev ka ek prakaar hai aur sah sharir hai. Hum jitne bhi devi devta ki pooja karte hai wo praya praya inhe me aate hai. Hum bhi is yoni me anant baar janam le chuke hai aur na jaane kitne hi manushyo ne hamari pooja ki hai. Isse ye pata chalta hai ke kuch bhi sthayi nahi hota jo aaj dev hai wo kal manushy aur tiryanch me bhi janam lega aur jo aaj manushy hai wo kal dev, narki, tiryanch ya wapas manushy bhi ban sakta hai. Ab aap khud socho kya hame devi devta ko pujya manana chaiye jo khud is sansaar me bhatak rahe hai jisne hame nahi banaya hai par sristi nirmaan ki prathista apne khande par jarur lete hai. Apki friend bhi ho sakti hai Vyantar dev bani ho isliye wo baar atthi kyuki in devo ko pooja pratishta ki badi bhuk hti hai.. Jin vaani ke khilaf kuch bhi galat likha ho to michami dukadam.
@@lokeshbafna thank for ur reply but it is very complicated to understand ..han bas ye pta hai ki vo sal tak dhikhi ab april ke bad nhi dikhi..uski bahan ne btya last time vo admio ke kapde pent shirt me dikhi..vo last tha...gharwalo ne use bat krni bnd kr di thi uski bahan ko kahi kahi me ghumati thi uski bhan ki body jb tk use vo wps body me na bhej de mari hui jaise soti thi itne ghahre nind me...muje lga usko jeene ko bhot iccha thi isliye vo bhatakti rahi...ek sal tk roz dikhi..bole thi mere sath 60 log aur hai...
श्री मद् भगवत गीता अ . 7 श्लोक 29 जरा मरण मोक्षाय माम् आश्रित्य यतंति ये । ते ब्रह्म तत् विधू ,कृत्सनम् आध्यातम् कर्म च अखिलम् ।। तत्व ज्ञान तत्वदर्शी संत दिया करते हैं साधना चैनल प्रतिदिन साम 7.40 बजे अवश्य देखें
इस रहस्यमई बातें को वर्तमान समय में पूर्ण रूप से संत रामपाल जी महाराज सुलझा दिया है। मैं प्रार्थना करना चाहूंगा के सभी मानव समाज को एक बार ज्ञान गंगा बुक जरूर पढ़ना चाहिए। और संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुनाएं।
बोद्ध मोँक तो ध्यान कि क्रिया करते हुऐ मोक्ष प्राप्त कर लेते हैं , और उनका भोतिक शरीर एक ईन्र्दधनुष के रूप मे परिवर्तित हो जाता है । मृत्यु के बाद के जीवन के बारे में बोद्व मोँक ( तिब्बती ) का ज्ञान विश्व मे सबसे आगे हे । स्थूल शरीर का इन्र्दधनुष बनने के बारे मे विडियो देखकर बहुत आश्चर्य हुआ ।
गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष। परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
जब हमारा आखरी समय आएगा यम के दूत हमें लेने और धर्मराज के लोक में ले जाया वहां पर पाप पूनियों का हिसाब किया जाएगा फिर उसी के आधार योनि प्राप्त यदि हम सब भक्ति की तो परमात्मा हमें विमान में बिठा के सतलोक ले जाएगा अधिक जानकारी के लिए साधना टीवी पर 7:30 बजे सत्संग जरूर सुने संत रामपाल जी का
संत रामपाल जी महाराज सच्चे सद्गुरु हैं जो सभी सद ग्रंथों के आधार पर भक्ति विधि बताते हैं अधिक जानकारी के लिए सुनिए संत रामपाल जी महाराज जी का विशेष सत्संग साधना चैनल पर शाम 7:30
I am also same situation When I 19 age I've seen this too. When I was left dying, I saw something white coming from above and saying something to me. When I was left dying, I saw something white coming from above and saying something to me. Truly God is because I have passed through there.
कबीर साहेब जी कहते हैं - पृथ्वी ऊपर पग जो धारे ? करोड़ जीव एक दिन में मारे ? . ये काल का लोक है यहाँ पल भर में न जाने कितने पाप कराता है ये काल ? पृथ्वी लोक पर प्रत्येक जीव दुःखी है। सतलोक में कोई पाप/ जीव हिंसा नहीं होती ? जन्म-मृत्यु नहीं है। बुढ़ापा नहीं है। वहां दु:ख नाम की कोई चीज़ नहीं। . सतलोक सुख सागर है ? . 📲 अधिक जानकारी के लिए Satlok Ashram UA-cam Channel Visit करें। . ️ 🖥️ अवश्य देखें साधना टीवी शाम 7:30 बजे ️🖥️ अवश्य देखें पॉपकॉर्न टीवी शाम 7:30 बजे . 📲 संत रामपाल जी महाराज के ऑडियो वीडियो सत्संग सुनने के लिए प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करें"Sant Rampalji Maharaj
विश्व में एकमात्र पूर्ण संत है जो शास्त्रों को खोल के उनके अनुसार भक्ति मर्यादा बता रहे हैं सर ग्रंथ से प्रमाणित करके भक्ति बता रहे हैं इनके बताएं भक्ति से ही सभी दुखों का निवारण होता है
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ने मानव जीवन का उद्देश्य एवं शरीर छोड़ने (मृत्यु) के उपरांत के सत्य को हमें बहुत ही अच्छी तरह से स्पष्टीकरण करके बताए हैं । कि मानव जन्म बहुत ही दुर्लभ है यह जन्म बहुत ही पुण्य कर्म करने के उपरांत ही प्राप्त होता है । मानव जीवन का मूल उद्देश्य सद्भक्ति करने के लिए ही प्राप्त हुआ है । यह सत भक्ति पूर्ण गुरु पूर्ण संत के शरण में जाकर दीक्षा लेकर सत्य मार्ग में चलकर सत भक्ति करने से वह शास्वत स्थान प्राप्त होता है जहां पर जाने के बाद फिर वह जीवात्मा का इस संसार में आना नहीं होता । और वह शास्वत स्थान सतलोक है जगत गुरु तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज जी बताते हैं कि जो शास्त्र के अनुकूल भक्ति करते हैं वे शरीर छोड़ने के उपरांत सास्वत स्थान सतलोक को प्राप्त होते हैं जहां पर जन्म- मृत्यु, दुख, बुढ़ापा आदि नहीं है , हमेशा सुख ही सुख है । और जो मनुष्य वेद शास्त्रों के विरुद्ध भक्ति करते हैं उनको मृत्यु के के उपरांत 8400000 योनियों के कष्ट को भोगना पड़ता है । ऐसे श्रीमद भगवत गीता में भी प्रमाण दिए गए हैं । श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में स्पष्ट किया गया है , कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी न तो कोई गति होती है नहीं कोई सिद्धि प्राप्त होती है और न ही कोई सुख प्राप्त होता है । टोटल व्यर्थ है । फिर श्रीमद भगवत गीता के अध्याय 16 श्लोक 24 में गीता ज्ञान दाता अर्जुन को कह रहे हैं कि कर्तव्य (जो कार्य करना है) अकर्तव्य (जो कार्य नहीं करना है )उसके लिए केवल शास्त्र ही प्रमाणित है । यह सत्य ज्ञान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही बताए हैं जो पूर्ण ब्रह्म पूर्ण गुरु पूर्ण अवतार है । अधिक जानकारी के लिए :- 📲 Visit our UA-cam channel Sant Rampal ji Maharaj Download SANT Rampal Ji Maharaj App from play store 👉 अब संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुनिए.... ❂ Nepal 1 टी.वी. पर सुबह 6:00 से 7:00 तक ❂ श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00 से 3:00 तक ❂ साधना टी. वी. पर शाम 7:30 से 8:30 तक ❂ पॉपकॉर्न मूवीज पर रात 7:30 से 8:30 तक 👉 व अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें - 📞 +91 82228 80541, 542, 543
जिस प्रकार हम कही जाने से पहले सोच लेते हैं कि कहा रुकना है,ठीक इसी तरह मृत्यु के पश्चात् भी कहा जाना है ये हमे जानना आवश्यक है - आज के समय मे सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही ये तत्व् ज्ञान दे रहे हैं कि मनुष्य सतभक्ति करके सतलोक जा सकते है और सत् भक्ति नही करने वाले जन्म मृत्यु के चक्र में बंधे रहते हैं।
सतलोक सुख का सागर है जहां पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी रहते है, जहां किसी भी प्रकार का राग द्वेष नही है वहा की प्रत्येक वस्तु अजर अमर है उस सुख के सागर सतलोक की जानकारी लिए देखें प्रतिदिन श्रद्धा टी. वी पर दोपहर 2: 00 से 3: 00 बजे तक 🙏🙏
जीवन ये स्वयं की क्षमताओं और स्वयं को देखने का सर्वोत्तम विधि या यूं कह लो निर्माण है जिससे हम स्वयं को देखते हैं , और मृत्यु ओ सत्य है जिसे हम मृत्यु के पश्चात देखते हैं मृत्यु के पश्चात हम स्वयं को देख वा जान नहीं सकते सब कुछ असीमित हो जाता है साधारण शब्दों में जीवन अद्भुत परिक्रिया है , स्वयं को देखो प्रसन्न रहो और अपनी क्षमताओं को पहचानो , "जो है नहीं वही है" क्या दिन होता है यदि होता तो रात नही होनी थी क्यूंकि किसी का नष्ट होना उसके होने का परमाण नहीं दिन नष्ट होता है रात्रि उसका स्थान ले लेती है और ये क्रमवार ऐसे घटता रहता है इसी दिन और रात्रि से समझते हैं , दिन और रात्रि का द्वंद है जो यही ठीक - ठीक जीवन और मृत्यु है जो नहीं है वही है । हम मृत्यु के पश्चात और सब कुछ देख सकते हैं ये दुनिया , ये ब्रम्हांड किंतु हम स्वयं को नहीं देख सकते और जीवन के रूप में हम स्वयं को देख सकते हैं ओ क्षण सबसे सुंदर होता है जब हम स्वयं को देखते हैं ।
गीता में मोक्ष शब्द लिखा है जो कोई धर्मगुरु नहीं बता रहे है आज विश्व में संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं कि मोक्ष होता है और मोक्ष प्राप्त करने के बाद हम सतलोक को प्राप्त होता है
@@dilshadali2670 जो अल्ला औरतों से इतना घबराता था वो जीवन को क्या समझेगा । बिना शक्ति के सब कुछ अधूरा है । शिव भी । अल्ला भी । जीसस भी । तुमने जिस अल्ला को माना है वो सनकी है तुम्हारी सोच भर है वो और कुछ नही । तुहारा ही आइना है । जहां औरत का वजूद मानने से इंकार हो जाए वो महफिल बेइमानो की होगी इस जगत में।
संत रामपाल जी महाराज इस सृस्टि में परम पिता के अवतार है जो कलयुग में सभी जीवो को मोक्ष दिलाने के लिए अवतरित हुए है बाकी अन्य संत ने लोगो को गलत भक्ति साधना करा के जीवन को नरख बना दिया है। हमे किस भगवान की भक्ति करने से सभी सुख प्राप्त होगा और हमे वो भक्ति कैसे करनी है ये संत रामपाल महाराज जी द्वारा रोजाना 7:30 बजे sadhna tv channe पर बताई जाती है
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही एक ऐसे संत हैं जो जन्म मरण के चक्र के बारे में विस्तार से बताएं हैं जो मनुष्य सत भक्ति करता है उसे सतलोक की प्राप्ति होती है जहां मनुष्य की ना तो जन्म होती है ना तो मृत्यु होती है और वहां सभी सुखों की प्राप्ति होती है
हवा पानी मिट्टी अग्नि अन्तरिक्ष इन पांच तत्त्व से बनी है हर प्राणी की देह और जब प्राणी मर जाता है तो इन पांचों तत्वों में विलीन हो जाता है। ,,,ना कोई स्वर्ग है ना ही कोई नरक ना ही 72 हुरे है ना ही सोने के महल मरने के बाद प्राणी हमेशा के लिए मिट जाता है,, यही जीवन का सत्य है,, लेकिन इस सत्य को स्वीकार करने वाले बहुत कम है
जगत गुरूदेव तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सत्य भक्ति मंत्र देकर मोक्ष मार्ग का ज्ञान बताकर जन्म मरण के रोग समाप्त कर सतलोक यानि सनातन परम धाम जाने कि विधि बता रहे है। जिसका प्रमाण:- भाई बाले वाली जन्म साखी में प्रह्लाद की "एक महापुरुष के विषय में भविष्यवाणी" वह अवतार नानक जी के सच्चखंड जाने के सैकड़ों वर्ष पश्चात पंजाब की धरती पर जाट वर्ण में जन्म लेगा तथा उसका प्रचार क्षेत्र शहर बटाला (बरवाला) होगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं। अधिक जानकरी के लिए अवश्य देखिए शाम 7:30 से 8:30 तक साधना चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम सत्संग
साईं इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाए मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए। 👉कबीर दस जी कहते हैं कि परमात्मा तुम मुझे इतना दो कि जिसमें बस मेरा गुजरा चल जाए,मैं खुद भी अपना पेट पाल सकूं और आने वाले मेहमानों को भी भोजन करा सकूं...🤗
We are immortal souls. Human or any other form of life is our temporary phase. Physical universe is ultimately made of God's energy vibrations (go through 'String Theory') which comes in shape under our consciousness (proved by 'Dual slit experiment'). Whole universe is not limited to observable universe only, its beyond our imagination. God and universe are not different.
हमारा विज्ञान बिल्कुल सही है । हर एक इंसान अपने अंदर एक अलग सोच रखता है और बो नींद में उन्ही बातो (अपनी सोच )से मिलते झुलते काल्पनिक विचार करते है और बो उन्हें सपने के रूप देकर दूसरे लोगो को बताते है । उसी प्रकार जब कोई इंसान कोमा में चला जाता है तो वह भी बेसा ही देखता है जैसी बो अपने अंदर सोच रखता है लेकिन एक बात जो सत्य है जब तक इंसान की पूर्ण रूप से मृत्यु (हमारा शरीर पुरी तरह से खत्म नही हो जाता ) तब तक इंसान बही देखेगा जो उस शरीर से जुड़े होंगे जो उसके दिमाग में चलता है बही देखेगा । हमारे शरीर के खत्म होने के बाद ही हमारी आत्मा पूर्ण रूप से मुक्त होती है और दूसरे जन्म के लिए प्रोसिस से गुजरती है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
पवित्र धर्म ग्रंथों में लिखा है मनुष्य जन्म मरण के रोग से घिरा हुआ है मृत्यु के बाद कर्मानुसार स्वर्ग नरक भोगना तथा 8400000 योनियों में शरीर धारण करना इन सब से छुटकारा पाने के लिए वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज शास्त्र अनुसार सत भक्ति बता रहे हैं जिससे हमारा जन्म मरण का रोग समाप्त हो जाएगा और हम शाश्वत सनातन परमधाम में निवास करेंगे
सत लोक एक ऐसा स्थान हैं जहां मृत्यु है ना बुढ़ापा सदा अजर अमर स्थान है वहां जाने के लिए सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से दीक्षा लेकर सत भक्ति करके जाया जा सकता है
सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां सुख ही सुख है वहां सब अजर अमर है कुछ भी चीज का अभाव नहीं हैवहां वहां रहने वाले हंस आत्मा में रंग द्वेष नहीं होता सब मिलजुल कर रहते हैं सतलोक का ज्ञान जानने के लिए संत रामपाल जी महाराज का सत्संग अवश्य देखिए 7:30 से 8:30 साधना टीवी पर
Light is an energy it has heat.we feel it on our body it comes on burning of matter or when hydrogen fuse and convert into hilium . What about so called atma
जन्म मृत्यु का दीर्घ रोग सदा के लिए समाप्त हो सकता है, बस जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का मंगल प्रवचन सुने साधना TV पर शाम 7:30. को प्रतिदिन।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा भक्ति विधी से प्रमाणित ज्ञान को प्राप्त कर पूर्ण मोक्ष प्राप्ति होती है और अनंत कोटि ब्रह्माण्ड में संत पूर्ण मोक्ष दायक प्रभु है
मृत्यु के बाद क्या होता है कल्पना की जा सकती है लेकिन अभी भी इस दुनिया में कुछ अद्भुत शक्ति वाले लोग हैं । जिनमें कुछ ऐसा है कि जब उनकी मृत्यु होगी तब उनके पाप और पुण्य दोनों बराबर होंगे समझ लो बराबर।
नास्त्रेदमस जी ने कहा है कि जो सागर से तीन ओर से घिरा होगा, वही महान संत जी का जन्म होगा।उस समय नैतिकता का पतन होकर,चारो ओर हाहाकार मचा रहा होगा,तब वह संत अपने ज्ञान से सबको नतमस्तक करेगा।" देखिये साधना टीवी रोज 07:30pm.
वर्तमान में धरती पर अवतार पूर्ण संत जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं । जो सभी शास्त्रों के अनुसार सत भक्ति प्रदान कर रहे हैं। जिससे प्राणी भक्ति करने के बाद मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं।
यहां जन्म मरण होता ही रहेगा लेकिन सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां जन्म मरण नहीं होता तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ऐसे सद्भक्ति दे रहे हैं जिससे हम सतलोक जा सकते हैं
संत रामपाल जी महाराज जी वर्तमान में पूर्ण संत हैं इस पृथ्वी पर एक ही हैं। जो जन्म मृत्यु के रोग से छुटकारा दिलाते हैं। अवश्य देखिए सत्संग संत रामपाल जी महाराज जी यूट्यूब चैनल पर।
सभी जीव परमात्मा की आत्माएं हैं तो फिर सभी जीवों में भेद क्यों? कोई मनुष्य है तो कोई पशु का जन्म जी रहा है, कोई पक्षी बनकर अपना कर्म भुगत रहा है तो कोई जलचर की जूनि में जीवन जी रहा है। इन सभी के जीवन के पीछे क्या रहस्य है? Satlok Ashram UA-cam channel.
5:52 अब तक किसी ने भी मरने के बाद यह नहीं बताया है कि मरने के बाद वो नर्क गऐ या स्वर्ग😂 हां कुछ ने थोड़ी देर गहरी बेहोशी के बाद होश मे आने पर कुछ ऊल जलूल बातें करने लगते हैं जो की ऐक तरह से ऊनके दिमाग मे किसी कोने मे दबी रहती है,अतः ईतना अवश्य समझा जा सकता है की आत्मा नाम की कोई चीज नहीं होती और यह तो साबित हो गया है कि प्राणियों का जन्म और सभ्यता का विकास कैसे होता आया है और होता ही जाऐगा (मैं किसी की आस्था को चोट नहीं पहूंचाना चाहता हूं)
Sahi kaha aapne markar koi wapis nai aya hai bus kahani ayi hai insaan ki soch s par log darte hsi sachai accept karne s isliye apne apko kush kar ne k liye jhut ko accept karte hai usi illusion mai jeete hai.
Sahi kaha aapne markar koi wapis nai aya hai bus kahani ayi hai insaan ki soch s par log darte hsi sachai accept karne s isliye apne apko kush kar ne k liye jhut ko accept karte hai usi illusion mai jeete hai
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व में केवल एक मात्र है जो पूर्ण परमेश्वर का नाम , उनको पाने कि विधि बताते है जिससे जन्म मृत्यु से छुटकारा मिल सके।
मरने के बाद जीव लख चौरासी में जाते है, इससे बचने के लिए साधना टीवी पर शाम 7:30 बजे देखें। या youtube पर Spiritual Leader Sant Rampal Ji Maharaj सर्च करें जी।
हमारा असली घर सतलोक है जहाँ से हम आये हैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं मृत्यु के बाद उस परमात्मा के पास जाने का तत्व ज्ञान एक मात्र संत इस विश्व मे संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं ।
✨Sant Rampal Ji Maharaj is the only true spiritual leader in the world who teaches true Bhakti as per scriptures/method, which leads to complete salvation.✨ 🙏🏻 Sat Saheb Ji🙏🏻
गीता में प्रमाण है कि उस ( तत्वदर्शी संत ) परमात्मा की शरण में जाकर तेरा पूर्ण छूटकरा हो जाएगा अर्थात् जन्म-मरण से पूर्ण से मूक्ति हो जाएग तथा मेरा(काल भगवान का) पूज्य देव भी वहीं पूर्ण परमात्मा है। ( अ. नं. 18 के श्लोक नं. 62,66 तथा अं नं. 8 के श्लोक नं. 8,9,10,20,21,22) 👀👀अवश्य देखिए 👀👀 संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन 📺 साधना चैनल पर शाम 7:30 से 8:30 बजे तक 👀👆🏻
मनुष्य मरने के पश्चात कर्मों के आधार पर अपने निश्चित स्थान पर चला जाता है, उसने जिस भी ईस्ट देव की पूजा की होती है वह उसी के लोक में चला जाता है। तथा पुण्य के आधार पर कुछ दिन उसलोक में रहकर फिर मृत्यु लोक में वापस आ जाता है, तथा 8400000 योनियों भोगने के लिए। काल का 21 ब्रह्मांड नाशवान है, छर है, अर्थात यहां जन्म मृत्यु सदा बना रहता है। परंतु एक स्थान ऐसा भी है, जहां कभी भी जन्म मृत्यु नहीं होता, वह स्थान सत्यलोक है। जिसके विषय में आज से 600 वर्ष पहले कबीर परमेश्वर जी ने आकर यहां बताया था, और आज वही ज्ञान संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संग प्रवचनों के माध्यम से पूरे विश्व को बता रहे हैं, अतः आप सभी से निवेदन है कि संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग साधना टीवी चैनल पर शाम 7:30 बजे अवश्य सुने।।
मर्द गर्द में मिल गए, रावण से रणधीर।
कंश, केसी, चाणूर से, हिरणाकुश बलबीर।।
कंस, केसी, चाणौर, हिरणाकुश और रावण जैसे योद्धा भी सतभक्ति के बिना मृत्यु उपरांत मिट्टी में मिल गए।
कबीर परमात्मा की सतभक्ति से ही मोक्ष मिल सकता है।
Sant Rampal Ji Maharaj
कल्पे कारण कौन है कर सेवा निष्काम मन मन इच्छा फल देवंगा जब पड़े मेरे से काम
ग्रंथों में प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है
अभी तक कोई भी महात्मा, आचार्य, गुरु, महंत आदि ये नही बता पाए जीव कहाँ रहता है, कहाँ से इस लोक में आता है और मरने के बाद जाता कहाँ है, मगर हमारे सद्ग्रन्थों में स्पष्ट लिखा है इसके बारे में, आज संत रामपाल जी महाराज हमारे सद्ग्रन्थों को खोल खोल कर दिखा रहे हैं।
अवश्य देखिए साधना टीवी रोज शाम 07:30 बज्र
सत्य वचन शास्त्रानुसार सत भक्ति करने से ही जन्म मृत्यु से छुटकारा मिलेगी
वर्तमान में संत रामपाल जी सभी धर्म ग्रंथ है एवं शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान बता रहे हैं
मेरा दादी मा विमार हे सब मिल्के उसे दुवा दे आपलोग सबको भला होगा । जै नेपाल जै भारत जै माता दि 🙏🇳🇵🇮🇳💟
All the best
सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया
Sab achha hoga Jay mata di
Jay bharat
Jay nepal
Do happy
Sab acha hoga bhai ji
स्वर्ग और नरक के अलावा एक और लोक है सतलोक जहां जाने के बाद मनुष्य का जन मरण का चक्र समाप्त हो जाता है। सतलोक जाने के लिए हमे पूर्ण सदगुरु से दीक्षा लेकर सतभक्ति करनी होगी। पूरे विश्व में एक मात्रा पूर्ण गुरु है संत रामपाल जी महाराज।
मैने भी एनेस्थीसिया का अनुभव लिया है , एक ऑपरेशन के लिए मुझे बेहोश किया गया जैसे ही मुझे गैस दिया गया मेरा दिमाग जैसे शून्य में चला गया कोई घटना , कोई विचार नही, एकदम शांत ,किसी चीज का कोई आभास नही, लेकिन ऐसा आभाष जरूर था जैसे मैं अपने शरीर से जुड़ा हुआ हूं, ।।ज्यों ही मुझे होश आया तो ऐसा लगा की मेरे खाली वर्तन ( दिमाग रूपी ) में एक एक करके और फिर जल्दी जल्दी यादें ( मेमोरी )भरने लगी फिर सारी बातें वापस आ गईं , मैं कौन हूं , कहां हूं , मैं ऑपरेशन टेबल पर हूं,और क्यों हुं। हालांकि जैसे ही मेरी मेमोरी वापस दिमाग में भर चुकी तो यह अनुभव थोड़ा अप्रिय लगा, खाली वर्तन ज्यादा रुचिकर था ,भरने के बाद थोड़ा सा तनाव जैसा अनुभव ।।
जब हम स्वप्न में होते हैं तो दृश्य में जो भी घट रहा हो , जैसे कुछ कर रहे हों इत्यादि , तो गौर करने से अनुभव होगा की हमारा शरीर सपने में भले ही कुछ कर रहा हो लेकिन दिमाग का डोर हमारे सोए हुए शरीर से बंधा हुआ है ,जैसे स्वप्न का संचालन सोया हुआ शरीर ही कर रहा है ।
निष्कर्ष यह की सारा खेल दिमागी फितूर ही है, मनुष्य का दिमाग बहुत बड़ा खिलाड़ी है और यह बहुत हद तक अबूझ है।
पूरे विश्व में एक सच्चे संत है संत रामपाल जी महाराज है जो शास्त्र के अनुसार सत भक्ति देता है
यह आपकी अल्पज्ञ ता है कि पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज ही ज्ञान दे सकते हैं
मानव आतमा और दूसरे जीवों की आतमां अलग नहीं होती ,दोनों में कोई अलग नहीं होती !
There is happiness and peace in Satlok. Ajar is an immortal body, there is no birth or death, after going there youth remains forever.
Saint rampal ji maharaj
Well said bro
सतलोक में कोई भी चीज मरता नही है।
@@lakraanilkumar4 सतलोक एक ऐसा स्थान है जँहा जाने के बाद कभी जन्म और मृत्यु नही होती है।
visit 👉satlok aashram youtube channel
सतलोक में जन्म और मृत्यु नहीं है, वह अमरलोक है। अधिक जानकारी हेतु पढ़ें ज्ञान गंगा या साधना चैनल पर शाम७ ३०से८:३०
अद्भुत लोक है
ऑडियो और वीडियो का सामंजस एक दूसरे से मिलजुला हो तो , देखने में और भी आनंद आएगा
हां ऐसे तो आवाज डरावनी लगती है बीच बीच में वॉइस टोन की पिच रिपीट हो रही है
Jagatguru Sant Rampal jee maharaj is telling us right way of worship !
@@satyapal_b5 jay shri Ram
@@shyam2557 jis ram ne ak dhobi ki bat sun kar aapni pregnant wife ko akelee chhod diya us ram ki je bol rhe ho ya jis ram ne aapke state ki sima ke andar jangal me bhagvan ki puja kr rhe ak achhhut ko suli par chhhada diya uski je bol rhe ho
आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना चैनल शाम 7.30से 8.30बजे मंगल प्रवचन
वो चेहरे पर चेहरा लगाता चला गया!
वक्त के आयने से, अपना असली चेहरा
छुपाता चला गया...
जब खुदा ने पुछा उससे उसका असली चेहरा, वो आंखों से आसूं बहाता चला गया!!
सुपर्ब लाइन
Tuta hua aashiq tu kon mein khamkha
संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व में एक मात्र तत्व दर्शी संत है जो शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान बता रहे हैं
vo jail vaale kya ??
Shastro se to koi bhi bta dega sadguru to vo hota jisne khud anubhav Kiya ho
Agar aap ko khe dun shastra galat hai aur ye bhi bata dun bhagwat Geeta Jo Hindu granth me sarwa shresth hi unse pu Puri sachai nahi hai 30 40%galat hi to kya kahoge rampal ke pas konsi Shakti hai batao
Paid comments hai kya ye sab?
😂😂😂😂
मनुष्य जीवन का मूल उदेश्य मोक्ष की प्राप्ति है
Moch. Kya. Hai
सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां सुख ही सुख है l जहां सब अजर अमर है, कुछ भी चीज का अभव नहीं है वहां रहन वाले हंस आत्मा में राग दवेश नहीं होते सब मिलजुल के रहते हैं l सतलोक का ज्ञान जाने के लिए संत रामपाल जी महाराज का सत्संग आवश्यक देखी 7:30स 8:30बजे साधना टीवी पर
@@Kabirsigod यदि सतलोक में राग द्वेष नहीं है तो फिर आत्माएं काल के साथ जाने के लिए उच्चुक क्यों हुई उन्होंने ऐसी कामना क्यों की वही सब आनंद था वही सब सुख था तो फिर वह दुखी होकर के काल के साथ जाने के लिए तैयार क्योंहुई
Sat saheb ... अधिक जानकारी के लिए पढ़े जीने की राह
काल लोक में गलत साधना से सभी जीव दुःखी हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ने सभी धर्मों के शास्त्रों से सही भक्ति विधि बताकर मानव समाज पर बहुत बड़ा उपकार का काम किया है।
संत रामपाल जी महाराज को कोटि कोटि नमन जोसतलोक जाने की सत भक्ति सत भक्ति बता रहे हैं 🙏🙏
😅
अगर कोइ सपनो का रहस्य सूलजा दे तो यहीसे जीवन और मृत्यु के रहस्य के द्वार् खुल जायेगे,
संत रामपाल जी महाराज जी जन्म मृत्यु का रहस्य सुलझा दिए हैं। ⤵️अधिक जानकारी के लिए विजिट कीजिए सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल पर।
सतलोक में सर्व सुख है जहा हम सभी पहले रहा करते थे मरने के बाद भक्ति युक्त प्राणी वहा जाते हैं अधिक जानकारी हेतु सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल विजिट करें
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
@@djbks9330 वह कबीर जी के लिए नहीं है भगवान श्री कृष्ण चंद्र जी के बारे में कहा गया है
काल लोक/पृथ्वी लोक में सुविधाजनक वस्तुएं होने के बावजूद यहां कोई भी सुखी नहीं है।
यहां हर पल मौत का तांडव होता है।
यहां हर व्यक्ति के मन में रोग तथा मृत्यु का भय हर पल रहता है।
सतलोक में ना रोग का, ना मौत का भय। वहां किसी वस्तु का अभाव नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति का नूरी शरीर है।
Sant Rampal Ji Maharaj
पूरे विश्व में संत रामपाल जी पूर्ण संत है 🙏🙏
परे बीस्ट मे संत रामपाल जी ही पुर्ण गुरू है
पूरे विश्व में संत रामपाल जी ही पूर्ण संत है
कबीर परमेश्वर चारों युगों में आते हैं, लीला करते हैं, तत्वज्ञान देते हैं। मगहर से सशरीर जाने की लीला भी की। आज कबीर परमात्मा स्वयं संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में लीला कर रहे हैं। उन्हें पहचानिए और उपदेश लीजिए
@@Kabir_is_God 😂😂😂😂😂😂
अधयातम ही सत्य हैं ☺️🙏
सतलोक एक स्थान है जहाँ सुख ही सुख है ।वहाँ सब अजर अमर है,कुछ भी चीज का अभाव नहीं है।वहां रहने वाले हंस आत्मा में राग द्वेष नहीं होता सब मिल जुल कर रहते हैं।सतलोक का ज्ञान जानने के लिए सन्त रामपालजी महाराज जी का सत्संग अवश्य देखिये 7:30 बजे साधना tv पर।
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
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कबीर, सतगुरु के उपदेश का, सुनिया एक बिचार।
जो सतगुरु मिलता नहीं, जाता यमके द्वार।।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि यदि सतगुरु नहीं मिलता तो भक्तिहीन जीव को नरक में घोर यातनाएं दी जाती हैं।
वर्तमान में सतगुरु केवल संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
कबीर सतगुरू के उपदेश का सोनिया एक विचार जो सतगुरू मिलता नही जाता यमके द्वार सन्त रामपाल महाराज कहते है
कि यदि सतगुरू मिलते तो भक्ती हीन जिव नरक मे घोर यातनाये दी जाती है
अधिक जानकारी के लिए शाम 730 से 830 तक साधना चैनल पर संतसग सुने
आत्मा के ऊपर जो भी पौद्गलिक आवरण है उसे शरीर कहते है। शरीर 5 प्रकार के होते है औदरिक, वक्रीय, आहारक, तेजस और कार्मण। संसारी आत्मा कभी भी बिना शरीर के नही रह सकती। आत्मा के साथ हमेशा तेजस और कार्मण शरीर होते ही है। तेजस शरीर वो है जो हमे गर्मी या उष्णता प्रदान करती है। कार्मण शरीर हमारे द्वारे किये गए कर्म है, जो कर्म परमाणु के रूप में हमारे आत्मा के साथ एक मेक हो जाते है। ये दोनों शरीर अति सुश्म होते है जो आंखों से दृष्टि गोचर नही होते।
औदरिक शरीर वो है जो शरीर हमे दिखाई देता है। जब औदरिक शरीर किसी कारण से आत्मा के रहने लायक नही रहता या यूं कहें के औदरिक शरीर किसी बडी हानि हो जाती है, या फिर ओज आहार खत्म हो जाता है तब आत्मा औदरिक शरीर से जुदा होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। आत्मा पुर शरीर से अपने आपको को संकोचन करने लगती है और लगभग 13 मिनट में शरीर के किसी एक भाग पर एकत्रित हो जाती है। आत्मा वहा से गोली की तरह छुटती है और सीधे अपने नए जन्म के उस योनि में चली जाती है। आत्मा जब औदरिक शरीर को छोड़ती है तब भी उसके साथ तेजस और कार्मण शरीर होता है, तभी तो हम कहते है के न जाने किस जन्म का फल भोग रहे है। दूसरे शरीर मे जाते ही जीव सबसे पहले आहार ग्रहण करता है जिसे ओज आहार कहते है। ओज आहार पूरी जिंदगी जीव के साथ रहता है और जिस समय ये आहार खत्म होता है जीव पुनः मरकर नए जन्म की एयर रवाना हो जाता है। ओज आहार से ही आयुष का सीधा संभंध है।
ये क्रम निरंतर चलता रहता है जब तक जीव मोक्ष में चला जाये। मोक्ष में जाने से पहले बाकी के 2 शरीर भी छूट जाते है। मोक्ष में जीव अनंत ज्ञान, अनंत दर्शन, अनंत शक्ति, अनंत आनंद का अनुभव हर समय और अनंत काल तक करता रहता है।
Very good knowledge
Pr meri frnd marne ke bad vo lgbhag 1 saal tk uske gharwalo ko roz dikhati thi dreams me..daily unse aker bat krti thi ..vo itni jyda ghr me interfere krti thi uski bahan sone se b darti thi so gyi to dream m mart bahan ayegi..or vo uskio apne sath dusre loko me le jati thi jise choti bahan uske sath dream m nhi jana chahti .last me choti bahan takiye niche chaku rkkhkr sone lgi taki uski soul na aye uski barsi pr saat din puja path krya tb vo narz hoker chali gyi ye boli ab ja rhi hu..fir kbhi nhi diki ek do bar ke alawa
@@shashikumari938 sansari jeev ko hamesha 4 gati me braman karna padta hai. Narki, tiryansh, manush aur dev gati. ye sabhi me atma ko sharir to chaihiye hi, dev aur naraki ke vekriya sharir hota hai jisse wo apni mrityu ke beger mar nahi sakte, katne par bhi jud jaate hai, marne par ye sharir kapoor ke bhaati ud jaata hai, nana prakaar ke rup bana sakte hai, ati sukshm aur ati vishal ban sakta hai ye sharir. manushy aur tiryanch ke audarik sharir hota hai jiske baare me aap jante ho ke wo kaisa hota hai. vishist labdhi dhaari muni ko aaharak shrir prapt hota hai.
Ab apne jo apke friend ke baare me kaha uske baare me batata hu. Apki friend ho sakta hai ke dev yoni me janam liya ho jiske kaaran vekriya sharir ki labdi dikhai detei hai.
Dev char prakaar ke hote hai
Bhawanpati dev, Vyantar dev, Jyotish dev aur Vemanik dev. Vyantar dev dharti ke niche aur kuch upar jungle, mandir, gufa, vraksh par rehte hai. Vyantar dev 9 prakar ke hote hai aur wo is prakaar hai Bhut, Pret, Yaksh, Rakshas, Pisach, Kinnar, Kipurush etc. Ye koi bhatakti atma nahi hai balki hamare jaise jeev ka ek prakaar hai aur sah sharir hai. Hum jitne bhi devi devta ki pooja karte hai wo praya praya inhe me aate hai. Hum bhi is yoni me anant baar janam le chuke hai aur na jaane kitne hi manushyo ne hamari pooja ki hai.
Isse ye pata chalta hai ke kuch bhi sthayi nahi hota jo aaj dev hai wo kal manushy aur tiryanch me bhi janam lega aur jo aaj manushy hai wo kal dev, narki, tiryanch ya wapas manushy bhi ban sakta hai.
Ab aap khud socho kya hame devi devta ko pujya manana chaiye jo khud is sansaar me bhatak rahe hai jisne hame nahi banaya hai par sristi nirmaan ki prathista apne khande par jarur lete hai. Apki friend bhi ho sakti hai Vyantar dev bani ho isliye wo baar atthi kyuki in devo ko pooja pratishta ki badi bhuk hti hai..
Jin vaani ke khilaf kuch bhi galat likha ho to michami dukadam.
@@lokeshbafna thank for ur reply but it is very complicated to understand ..han bas ye pta hai ki vo sal tak dhikhi ab april ke bad nhi dikhi..uski bahan ne btya last time vo admio ke kapde pent shirt me dikhi..vo last tha...gharwalo ne use bat krni bnd kr di thi uski bahan ko kahi kahi me ghumati thi uski bhan ki body jb tk use vo wps body me na bhej de mari hui jaise soti thi itne ghahre nind me...muje lga usko jeene ko bhot iccha thi isliye vo bhatakti rahi...ek sal tk roz dikhi..bole thi mere sath 60 log aur hai...
Wo bhi jeev ka ek prakar hi, unki charya alag hai hamse.
Mere pass dev aur narki ki details hai par sab kuch likh kar batana sambhav nahi...
अपने आप को जानने का प्रयास बहुत हद तक आनंद दायी है।
मजा आ गया । सप्रेम धन्यवाद ।
श्री मद् भगवत गीता
अ . 7 श्लोक 29
जरा मरण मोक्षाय माम् आश्रित्य यतंति ये ।
ते ब्रह्म तत् विधू ,कृत्सनम् आध्यातम् कर्म च अखिलम् ।।
तत्व ज्ञान तत्वदर्शी संत दिया करते हैं
साधना चैनल
प्रतिदिन साम 7.40 बजे
अवश्य देखें
सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां जाने के बाद जन्म मृत्यु में नहीं आता है अधिक जानकारी के लिए साधना चैनल 7:30 बजे संध्या प्रतिदिन
इस रहस्यमई बातें को वर्तमान समय में पूर्ण रूप से संत रामपाल जी महाराज सुलझा दिया है।
मैं प्रार्थना करना चाहूंगा के सभी मानव समाज को एक बार ज्ञान गंगा बुक जरूर पढ़ना चाहिए। और संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुनाएं।
संत रामपाल की महाराज जी बताते है की सतलोक में स्थाई सुख जो कभी समाप्त नहीं होते पूर्ण शांति मिलती है।
संत रामपाल जी महराज ही पूर्ण संत है।
बोद्ध मोँक तो ध्यान कि क्रिया करते हुऐ मोक्ष प्राप्त कर लेते हैं , और उनका भोतिक शरीर एक ईन्र्दधनुष के रूप मे परिवर्तित हो जाता है ।
मृत्यु के बाद के जीवन के बारे में बोद्व मोँक ( तिब्बती ) का ज्ञान विश्व मे सबसे आगे हे ।
स्थूल शरीर का इन्र्दधनुष बनने के बारे मे विडियो देखकर बहुत आश्चर्य हुआ ।
Any video link?
गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष।
परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
@@shubhamyadav-yx4fq वही तो भगवान श्री कृष्ण चंद्रजी हैं
जब हमारा आखरी समय आएगा यम के दूत हमें लेने और धर्मराज के लोक में ले जाया वहां पर पाप पूनियों का हिसाब किया जाएगा फिर उसी के आधार योनि प्राप्त यदि हम सब भक्ति की तो परमात्मा हमें विमान में बिठा के सतलोक ले जाएगा अधिक जानकारी के लिए साधना टीवी पर 7:30 बजे सत्संग जरूर सुने संत रामपाल जी का
संत रामपाल जी महाराज सच्चे सद्गुरु हैं जो सभी सद ग्रंथों के आधार पर भक्ति विधि बताते हैं अधिक जानकारी के लिए सुनिए संत रामपाल जी महाराज जी का विशेष सत्संग साधना चैनल पर शाम 7:30
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परमात्मा कबीर साहेब चारों युग में पुण्य आत्माओं को सतलोक का ज्ञान बताते हैं जन्म मृत्यु का रोग हमेशा के लिए छुटकारा कर देते हैं।
I am also same situation
When I 19 age
I've seen this too.
When I was left dying, I saw something white coming from above and saying something to me.
When I was left dying, I saw something white coming from above and saying something to me.
Truly God is because I have passed through there.
Kya hua tha bro tumko
Tum mrke fir zinda hogye kya😂
कबीर साहेब जी कहते हैं -
पृथ्वी ऊपर पग जो धारे ?
करोड़ जीव एक दिन में मारे ?
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ये काल का लोक है यहाँ पल भर में न जाने कितने पाप कराता है ये काल ?
पृथ्वी लोक पर प्रत्येक जीव दुःखी है।
सतलोक में कोई पाप/ जीव हिंसा नहीं होती ?
जन्म-मृत्यु नहीं है। बुढ़ापा नहीं है।
वहां दु:ख नाम की कोई चीज़ नहीं।
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सतलोक सुख सागर है ?
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📲 अधिक जानकारी के लिए Satlok Ashram UA-cam Channel Visit करें।
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️🖥️ अवश्य देखें पॉपकॉर्न टीवी शाम 7:30 बजे
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📲 संत रामपाल जी महाराज के ऑडियो वीडियो सत्संग सुनने के लिए प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करें"Sant Rampalji Maharaj
संत रामपाल जी महाराज एक ऐसे संत हैं जो शास्त्र अनुकूल भक्ति दें रहें हैं जिससे जन्म मृत्यु से छुटकारा पा सकते हैं
विश्व में एकमात्र पूर्ण संत है जो शास्त्रों को खोल के उनके अनुसार भक्ति मर्यादा बता रहे हैं सर ग्रंथ से प्रमाणित करके भक्ति बता रहे हैं इनके बताएं भक्ति से ही सभी दुखों का निवारण होता है
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ने मानव जीवन का उद्देश्य एवं शरीर छोड़ने (मृत्यु) के उपरांत के सत्य को हमें बहुत ही अच्छी तरह से स्पष्टीकरण करके बताए हैं । कि मानव जन्म बहुत ही दुर्लभ है यह जन्म बहुत ही पुण्य कर्म करने के उपरांत ही प्राप्त होता है । मानव जीवन का मूल उद्देश्य सद्भक्ति करने के लिए ही प्राप्त हुआ है । यह सत भक्ति पूर्ण गुरु पूर्ण संत के शरण में जाकर दीक्षा लेकर सत्य मार्ग में चलकर सत भक्ति करने से वह शास्वत स्थान प्राप्त होता है जहां पर जाने के बाद फिर वह जीवात्मा का इस संसार में आना नहीं होता । और वह शास्वत स्थान सतलोक है
जगत गुरु तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज जी बताते हैं कि जो शास्त्र के अनुकूल भक्ति करते हैं वे शरीर छोड़ने के उपरांत सास्वत स्थान सतलोक को प्राप्त होते हैं जहां पर जन्म- मृत्यु, दुख, बुढ़ापा आदि नहीं है , हमेशा सुख ही सुख है । और जो मनुष्य वेद शास्त्रों के विरुद्ध भक्ति करते हैं उनको मृत्यु के के उपरांत 8400000 योनियों के कष्ट को भोगना पड़ता है । ऐसे श्रीमद भगवत गीता में भी प्रमाण दिए गए हैं । श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में स्पष्ट किया गया है , कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी न तो कोई गति होती है नहीं कोई सिद्धि प्राप्त होती है और न ही कोई सुख प्राप्त होता है । टोटल व्यर्थ है । फिर श्रीमद भगवत गीता के अध्याय 16 श्लोक 24 में गीता ज्ञान दाता अर्जुन को कह रहे हैं कि कर्तव्य (जो कार्य करना है)
अकर्तव्य (जो कार्य नहीं करना है )उसके लिए केवल शास्त्र ही प्रमाणित है ।
यह सत्य ज्ञान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही बताए हैं जो पूर्ण ब्रह्म पूर्ण गुरु पूर्ण अवतार है ।
अधिक जानकारी के लिए :-
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❂ Nepal 1 टी.वी. पर सुबह 6:00 से 7:00 तक
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पूरा विश्व में भी जीव है सभी जन्म - मरण के चक्र में फसे है, इस जन्म मरण से छुटकारा केवल संत रामपाल जी महाराज ही मुक्ति दिला सकते हैं।
काल लोक। पृथ्वी लोक पर प्रत्येक जीव दुखी हैं
सतलोक सुख सागर है वहां दुःख नाम की कोई चीज नहीं है जन्म मृत्यु नहीं है बुढ़ापे नहीं है।
इस पृथ्वी पर आज तक किसी की जन्म- मृत्यु नहीं हुई है। सिर्फ रूप बदलते रहे हैं। जीसने जीवन को जाना है , जन्म मृत्यु एक भ्रम है। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jeevan bhi ek bhram hai😀
Tu to bhagban hey 🫠😀
Recycling energy
Tu khud bhramit hai.
Fir jansankhya kyu bar gya h duniya me
जिस प्रकार हम कही जाने से पहले सोच लेते हैं कि कहा रुकना है,ठीक इसी तरह मृत्यु के पश्चात् भी कहा जाना है ये हमे जानना आवश्यक है - आज के समय मे सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही ये तत्व् ज्ञान दे रहे हैं कि मनुष्य सतभक्ति करके सतलोक जा सकते है और सत् भक्ति नही करने वाले जन्म मृत्यु के चक्र में बंधे रहते हैं।
सतलोक ही एक ऐसा स्थान है जहा जाने के बाद जन्म मृत्यु नही हो ती
Jail me h wo baba nhi h wo bhai
सतलोक सुख का सागर है जहां पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी रहते है, जहां किसी भी प्रकार का राग द्वेष नही है वहा की प्रत्येक वस्तु अजर अमर है
उस सुख के सागर सतलोक की
जानकारी लिए देखें प्रतिदिन श्रद्धा टी. वी पर दोपहर 2: 00 से 3: 00 बजे तक 🙏🙏
मृत्यु के बाद क्या होता है, यह जानने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी का अनमोल सत्संग शाम 7:30 बजे साधना टीवी पर
जीवन ये स्वयं की क्षमताओं और स्वयं को देखने का सर्वोत्तम विधि या यूं कह लो निर्माण है जिससे हम स्वयं को देखते हैं , और मृत्यु ओ सत्य है जिसे हम मृत्यु के पश्चात देखते हैं मृत्यु के पश्चात हम स्वयं को देख वा जान नहीं सकते सब कुछ असीमित हो जाता है
साधारण शब्दों में जीवन अद्भुत परिक्रिया है , स्वयं को देखो प्रसन्न रहो और अपनी क्षमताओं को पहचानो ,
"जो है नहीं वही है"
क्या दिन होता है यदि होता तो रात नही होनी थी क्यूंकि किसी का नष्ट होना उसके होने का परमाण नहीं दिन नष्ट होता है रात्रि उसका स्थान ले लेती है और ये क्रमवार ऐसे घटता रहता है इसी दिन और रात्रि से समझते हैं , दिन और रात्रि का द्वंद है जो यही ठीक - ठीक जीवन और मृत्यु है जो नहीं है वही है ।
हम मृत्यु के पश्चात और सब कुछ देख सकते हैं ये दुनिया , ये ब्रम्हांड किंतु हम स्वयं को नहीं देख सकते और जीवन के रूप में हम स्वयं को देख सकते हैं
ओ क्षण सबसे सुंदर होता है जब हम स्वयं को देखते हैं ।
गीता में मोक्ष शब्द लिखा है जो कोई धर्मगुरु नहीं बता रहे है आज विश्व में संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं कि मोक्ष होता है और मोक्ष प्राप्त करने के बाद हम सतलोक को प्राप्त होता है
अल्लाह ही है जिसने तुम्हें ज़िन्दगी दी है, वही तुमको मौत देता है और वही फिर तुमको ज़िन्दा करेगा। सच ये है कि इन्सान बड़ा ही हक़ का इनकारी है।
अल्ला तो ठीक है लेकिन अल्ली का क्या सीन है
@@shivgaur8731 हमारे रब की शान बहुत बुलन्द व आला है, उसने किसी को बीवी या बेटा नहीं बनाया है
@@dilshadali2670 जो अल्ला औरतों से इतना घबराता था वो जीवन को क्या समझेगा । बिना शक्ति के सब कुछ अधूरा है । शिव भी । अल्ला भी । जीसस भी । तुमने जिस अल्ला को माना है वो सनकी है तुम्हारी सोच भर है वो और कुछ नही । तुहारा ही आइना है ।
जहां औरत का वजूद मानने से इंकार हो जाए वो महफिल बेइमानो की होगी इस जगत में।
@@shivgaur8731 beshak Allah hi h jisne is duniya Or insan ko bnaya h
Mr ali koi allah nahi hai mohammad pagal ho gaya tha usko allah dikhta tha Tumhara quran bhi apna nahi hai wo bible ki copy hai 🤣🤣🤣🤣🤣🤣
संत रामपाल जी महाराज इस सृस्टि में परम पिता के अवतार है जो कलयुग में सभी जीवो को मोक्ष दिलाने के लिए अवतरित हुए है बाकी अन्य संत ने लोगो को गलत भक्ति साधना करा के जीवन को नरख बना दिया है।
हमे किस भगवान की भक्ति करने से सभी सुख प्राप्त होगा और हमे वो भक्ति कैसे करनी है ये संत रामपाल महाराज जी द्वारा रोजाना 7:30 बजे sadhna tv channe पर बताई जाती है
आ गया है जगत का तरन्हर् 🙏🙏
संत रामपाल हि वर्तमान मे एकमात्र जगत्गुरु है, जो सारे संसार को भक्ति का सच्चा मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।
आ गया है जगत का तारन हार अधिक जानकारी के लिए देखे साधना टीवी पर 7.30 से 8.30 तक
आ गया है जगत का तारन हार अधिक जानकारी के लिए देखे साधना टीवी पर 7.30 से 8.30 तक
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही एक ऐसे संत हैं जो जन्म मरण के चक्र के बारे में विस्तार से बताएं हैं जो मनुष्य सत भक्ति करता है उसे सतलोक की प्राप्ति होती है जहां मनुष्य की ना तो जन्म होती है ना तो मृत्यु होती है और वहां सभी सुखों की प्राप्ति होती है
हवा पानी मिट्टी अग्नि अन्तरिक्ष इन पांच तत्त्व से बनी है हर प्राणी की देह और जब प्राणी मर जाता है तो इन पांचों तत्वों में विलीन हो जाता है। ,,,ना कोई स्वर्ग है ना ही कोई नरक ना ही 72 हुरे है ना ही सोने के महल मरने के बाद प्राणी हमेशा के लिए मिट जाता है,, यही जीवन का सत्य है,, लेकिन इस सत्य को स्वीकार करने वाले बहुत कम है
That's true
You're right!!
Bilkul sahi kaha yaar aapne
बिल्कुल में भी आप से सहमत हूं
@@MohanSingh-rj1el but what about soul?
जगत गुरूदेव तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सत्य भक्ति मंत्र देकर मोक्ष मार्ग का ज्ञान बताकर जन्म मरण के रोग समाप्त कर सतलोक यानि सनातन परम धाम जाने कि विधि बता रहे है। जिसका प्रमाण:-
भाई बाले वाली जन्म साखी में प्रह्लाद की "एक महापुरुष के विषय में भविष्यवाणी"
वह अवतार नानक जी के सच्चखंड जाने के सैकड़ों वर्ष पश्चात पंजाब की धरती पर जाट वर्ण में जन्म लेगा तथा उसका प्रचार क्षेत्र शहर बटाला (बरवाला) होगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
अधिक जानकरी के लिए अवश्य देखिए शाम 7:30 से 8:30 तक साधना चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम सत्संग
साईं इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाए मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए। 👉कबीर दस जी कहते हैं कि परमात्मा तुम मुझे इतना दो कि जिसमें बस मेरा गुजरा चल जाए,मैं खुद भी अपना पेट पाल सकूं और आने वाले मेहमानों को भी भोजन करा सकूं...🤗
We are immortal souls. Human or any other form of life is our temporary phase. Physical universe is ultimately made of God's energy vibrations (go through 'String Theory') which comes in shape under our consciousness (proved by 'Dual slit experiment'). Whole universe is not limited to observable universe only, its beyond our imagination. God and universe are not different.
Good
Which God humans created lot of God's and religions
सतलोक एक ऐसा सुख का सागर है जहां जाने के बाद साधक वापस लौटकर पृथ्वी पर नहीं आताा
हमारा विज्ञान बिल्कुल सही है ।
हर एक इंसान अपने अंदर एक अलग सोच रखता है और बो नींद में उन्ही बातो (अपनी सोच )से मिलते झुलते काल्पनिक विचार करते है और बो उन्हें सपने के रूप देकर दूसरे लोगो को बताते है ।
उसी प्रकार जब कोई इंसान कोमा में चला जाता है तो वह भी बेसा ही देखता है जैसी बो अपने अंदर सोच रखता है
लेकिन एक बात जो सत्य है जब तक इंसान की पूर्ण रूप से मृत्यु (हमारा शरीर पुरी तरह से खत्म नही हो जाता ) तब तक इंसान बही देखेगा जो उस शरीर से जुड़े होंगे जो उसके दिमाग में चलता है बही देखेगा ।
हमारे शरीर के खत्म होने के बाद ही हमारी आत्मा पूर्ण रूप से मुक्त होती है और दूसरे जन्म के लिए प्रोसिस से गुजरती है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️
To phele insane ko mato fir pucho h achacha💯🤣
पुरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज सही भक्ति बताते हैं इस भक्ति को करने से आपका मोक्ष हो सकता है
पवित्र धर्म ग्रंथों में लिखा है मनुष्य जन्म मरण के रोग से घिरा हुआ है मृत्यु के बाद कर्मानुसार स्वर्ग नरक भोगना तथा 8400000 योनियों में शरीर धारण करना इन सब से छुटकारा पाने के लिए वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज शास्त्र अनुसार सत भक्ति बता रहे हैं जिससे हमारा जन्म मरण का रोग समाप्त हो जाएगा और हम शाश्वत सनातन परमधाम में निवास करेंगे
सत लोक एक ऐसा स्थान हैं जहां मृत्यु है ना बुढ़ापा सदा अजर अमर स्थान है वहां जाने के लिए सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से दीक्षा लेकर सत भक्ति करके जाया जा सकता है
सन्त रामपाल जी महाराज है पूरे विश्व में एक ऐसे महान संत है जो शास्त्रानुकूल भक्ति बताते है
मृत्यु ही अटल सत्य है
True spiritual leader saint rampal ji please watching Sadhana TV 7 :30 pm
सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां सुख ही सुख है वहां सब अजर अमर है कुछ भी चीज का अभाव नहीं हैवहां वहां रहने वाले हंस आत्मा में रंग द्वेष नहीं होता सब मिलजुल कर रहते हैं सतलोक का ज्ञान जानने के लिए संत रामपाल जी महाराज का सत्संग अवश्य देखिए 7:30 से 8:30 साधना टीवी पर
Our soul is an energy
That energy is god and our soul is a part of God(energy)
That's why it is an energy 🙏
Good question....👍
@9x gaming his mad Mind said him 🤣😂
Light is an energy it has heat.we feel it on our body it comes on burning of matter or when hydrogen fuse and convert into hilium .
What about so called atma
Study little bit science before putting such stupid question.
There is no vast difference between us and a rock
Kabir is real god 🙏🏻
How
Right
इस विश्व में संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र ऐसे पूर्ण संत हैं जो शास्त्र अनुकूल भक्ति विधि बताते हैं
Kon hai ye
जन्म मृत्यु का दीर्घ रोग सदा के लिए समाप्त हो सकता है, बस जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का मंगल प्रवचन सुने साधना TV पर शाम 7:30. को प्रतिदिन।
Bhut hi adbhut video h
मौत के बाद हमेशा की जिंदगी है
72....😂
Mout ke baad 72 ,
पूरे विश्व मे एक मात्रा संत रामपाल जी महाराज ही तत्वदर्शी संत हैं विश्व कल्याण का मृत्यु के उपरांत मनुष्य बहुत कष्ट की यातना सहन पड़ता
जी हां मृत्यु के बाद और भी जीवन है जिसे बोलते हैं सतलोक अधिक जानकारी के लिए पढ़े पुस्तक ज्ञान गंगा जीने की राह
संत रामपाल जी महाराज द्वारा भक्ति विधी से प्रमाणित ज्ञान को प्राप्त कर पूर्ण मोक्ष प्राप्ति होती है और अनंत कोटि ब्रह्माण्ड में संत पूर्ण मोक्ष दायक प्रभु है
मृत्यु के बाद क्या होता है कल्पना की जा सकती है लेकिन अभी भी इस दुनिया में कुछ अद्भुत शक्ति वाले लोग हैं । जिनमें कुछ ऐसा है कि जब उनकी मृत्यु होगी तब उनके पाप और पुण्य दोनों बराबर होंगे समझ लो बराबर।
F
@@krishanadevi6213 kya
F
Pehle khudko samjha le jo likha hai😂
Yaar aapka videos amazing hota hai pls continue upload kiya karo
Hum science lover ko intzaar rahta hai
संत रामपाल महाराज बारातें हैं वास्तव में आत्मा अजर अमर है
सतलोक सुख का सागर है हमारा निज घर सतलोल
नास्त्रेदमस जी ने कहा है कि जो सागर से तीन ओर से घिरा होगा, वही महान संत जी का जन्म होगा।उस समय नैतिकता का पतन होकर,चारो ओर हाहाकार मचा रहा होगा,तब वह संत अपने ज्ञान से सबको नतमस्तक करेगा।"
देखिये साधना टीवी रोज 07:30pm.
वर्तमान में धरती पर अवतार पूर्ण संत जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं ।
जो सभी शास्त्रों के अनुसार सत भक्ति प्रदान कर रहे हैं। जिससे प्राणी भक्ति करने के बाद मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं।
acche sant jail me kyo.
संत रामपाल महराज एक ऐसा संत हैं
जो पूरे विश्व को शाश्त्रनुकुल भक्ति बता रहे हैं
यहां जन्म मरण होता ही रहेगा लेकिन सतलोक एक ऐसा स्थान है जहां जन्म मरण नहीं होता तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ऐसे सद्भक्ति दे रहे हैं जिससे हम सतलोक जा सकते हैं
संत रामपाल जी महाराज जी वर्तमान में पूर्ण संत हैं इस पृथ्वी पर एक ही हैं।
जो जन्म मृत्यु के रोग से छुटकारा दिलाते हैं।
अवश्य देखिए सत्संग संत रामपाल जी महाराज जी यूट्यूब चैनल पर।
जन्म मृत्यु के रहस्य को जानने के लिए प्रतिदिन शाम साधना टीवी 7ः30 से 8ः30 तक देखे
पूरे विश्व में सिर्फ संत रामपाल जी महाराज एक ऐसे संत हैं जो सारी बुराइयां छोड़ जाते हैं उनसे नाम दीक्षा लेने के बाद
Best video both science and spiritualism
M
Bakwas.....
पृथ्वी को मृत्युलोक भी कहते हैं क्योंकि यहां जरा मरण कंपलशरी हैं।
एक ऐसा लोक भी है जहां राग, द्वेष, वृद्धावस्था का कष्ट नहीं है।
पुरे विश्व में मात्र एक संत है जो जन्म मरण के चक्र से छुटकारा दिला सकता हैं
सभी जीव परमात्मा की आत्माएं हैं तो फिर सभी जीवों में भेद क्यों? कोई मनुष्य है तो कोई पशु का जन्म जी रहा है, कोई पक्षी बनकर अपना कर्म भुगत रहा है तो कोई जलचर की जूनि में जीवन जी रहा है। इन सभी के जीवन के पीछे क्या रहस्य है?
Satlok Ashram UA-cam channel.
Excellent resources of sincere nd vedaas. Geeta sanatani has all resources explained long long ago.
पूर्ण संत रामपाल जी महारा जी से नाम दीक्षा लेकर सत भक्ति करने से?
सांसारिक रोग से लाभ मिलेंगे साथ में जन्म मरण के दीर्घ रोग से छुटकारा भी मिलेगा ।
5:52 अब तक किसी ने भी मरने के बाद यह नहीं बताया है कि मरने के बाद वो नर्क गऐ या स्वर्ग😂 हां कुछ ने थोड़ी देर गहरी बेहोशी के बाद होश मे आने पर कुछ ऊल जलूल बातें करने लगते हैं जो की ऐक तरह से ऊनके दिमाग मे किसी कोने मे दबी रहती है,अतः ईतना अवश्य समझा जा सकता है की आत्मा नाम की कोई चीज नहीं होती और यह तो साबित हो गया है कि प्राणियों का जन्म और सभ्यता का विकास कैसे होता आया है और होता ही जाऐगा (मैं किसी की आस्था को चोट नहीं पहूंचाना चाहता हूं)
@@AnshumalSharma-up6ds Sahi kaha apne par log darte hai isliye accept nai karna chahte hai sach
Sahi kaha aapne markar koi wapis nai aya hai bus kahani ayi hai insaan ki soch s par log darte hsi sachai accept karne s isliye apne apko kush kar ne k liye jhut ko accept karte hai usi illusion mai jeete hai.
Sahi kaha aapne markar koi wapis nai aya hai bus kahani ayi hai insaan ki soch s par log darte hsi sachai accept karne s isliye apne apko kush kar ne k liye jhut ko accept karte hai usi illusion mai jeete hai
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व में केवल एक मात्र है जो पूर्ण परमेश्वर का नाम , उनको पाने कि विधि बताते है जिससे जन्म मृत्यु से छुटकारा मिल सके।
मरने के बाद जीव लख चौरासी में जाते है, इससे बचने के लिए साधना टीवी पर शाम 7:30 बजे देखें। या youtube पर Spiritual Leader Sant Rampal Ji Maharaj सर्च करें जी।
हमारा असली घर सतलोक है जहाँ से हम आये हैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं मृत्यु के बाद उस परमात्मा के पास जाने का तत्व ज्ञान एक मात्र संत इस विश्व मे संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं ।
✨Sant Rampal Ji Maharaj is the only true spiritual leader in the world who teaches true Bhakti as per scriptures/method, which leads to complete salvation.✨
🙏🏻 Sat Saheb Ji🙏🏻
सभी लोग ये कहानी कभी ना कभी सूनते हे जेसे आप से हमने सुनी ,ओर दिमाग मे यही छबी छप जाती हे ,ओर यही कहानी बताते हे, आज तक सच कोई नही जान पाया 🙏
गीता में प्रमाण है कि उस ( तत्वदर्शी संत ) परमात्मा की शरण में जाकर तेरा पूर्ण छूटकरा हो जाएगा अर्थात् जन्म-मरण से पूर्ण से मूक्ति हो जाएग तथा मेरा(काल भगवान का) पूज्य देव भी वहीं पूर्ण परमात्मा है। ( अ. नं. 18 के श्लोक नं. 62,66 तथा अं नं. 8 के श्लोक नं. 8,9,10,20,21,22)
👀👀अवश्य देखिए 👀👀
संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन
📺 साधना चैनल पर शाम 7:30 से 8:30 बजे तक 👀👆🏻
जन्म और मृत्यु के चक्कर से हमे संत रामपाल जी महाराज ही बचा सकते हैं
संत रामपाल जी महाराज पूरे संसार में कि मात्र बनते हैं जिनके पास पूर्ण मोक्ष देने का अधिकार है
@@yogeshsoren1279 wo hindu dhrm ko bdnam kr rha h bs
" 🌹🙏🏻🌹 प्रणाम जी .
आत्मा एक पैन का रिफिल है जिसे किसी-भी पैन में
गेरा-जा-सकता-है .
जैसे-कि भावना--> आत्मा-है
सांसे--> आत्मा-है
चेतना-भी--> आत्मा-है
विचार-भी--> आत्मा-हि-है
सबसे-ज्यादा-दबाव देनें-वाली-चीज-भी--> आत्मा-है
आत्मा एक जनरेटर-है जो--> दिल-रूपी बल्फ-को
जलाती-है !
मनुष्य मरने के पश्चात कर्मों के आधार पर अपने निश्चित स्थान पर चला जाता है, उसने जिस भी ईस्ट देव की पूजा की होती है वह उसी के लोक में चला जाता है। तथा पुण्य के आधार पर कुछ दिन उसलोक में रहकर फिर मृत्यु लोक में वापस आ जाता है, तथा 8400000 योनियों भोगने के लिए। काल का 21 ब्रह्मांड नाशवान है, छर है, अर्थात यहां जन्म मृत्यु सदा बना रहता है। परंतु एक स्थान ऐसा भी है, जहां कभी भी जन्म मृत्यु नहीं होता, वह स्थान सत्यलोक है। जिसके विषय में आज से 600 वर्ष पहले कबीर परमेश्वर जी ने आकर यहां बताया था, और आज वही ज्ञान संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संग प्रवचनों के माध्यम से पूरे विश्व को बता रहे हैं, अतः आप सभी से निवेदन है कि संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग साधना टीवी चैनल पर शाम 7:30 बजे अवश्य सुने।।
पूरे विश्व में एक ही सच्चा संत रामपाल जी महाराज ही है पूरे प्रमाण के साथ ज्ञान बताता है
🙏💐