निसंदेह बेहतरीन वीडियो ! और अगर इंसान न चेता , तो फिर प्रकृति स्वयं ही चेक एंड बैलेंस कर लेगी ,भले ही इसमें मानव सभ्यता को कितना ही नुकसान क्यों न उठाना पड़े ।🙏
बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी . मानव ने पृथ्वी को निचोड कर रख दिया हे.अगर यही चलता रहा तो उस दिन का इंतजर करना होगा की लोग भुक से तडपते नज़र आये. मेरा प्रयास यही होता हे को मै कम से कम संसाधनो का उपयोग करु . पर्यावरण को हानी ना पहुचाउ.
150 Saal back ka life Style apna lo sab,Sab governments ko serious hona hoga ab,Phir.1% chances hai Earth 🌎Save k,,, kyo ke ab Dhere-2 Kudrat Paletwaar karne Lagi hai. Plastic, Pesticides, DAP-UREA, Pollution, Crude oil Gas coal minerals Mineing, Water lavel down, Antarctica Artic Circle's ice, Dams ka Waight vajan, Global warming, Glaser 20-30 Saalo k baaki Sab, Sea Water lavel high,Vehicles heat, nuclear weapons Experiments etc.etc Socho Aap Sab
अदुतीय रिसर्च,अब दुनिया की हालत कबूतर की तरह है,आंख बंद तो परेशानी खत्म,लेकिन सच्चाई इसके उलट ही है, और वो एक दिन अपना रूप दिखाएगी ही हार्दिक धन्यवाद आपके वैश्विक चिंतन के लिए🙏🙏🙏
धन्यवाद आपका जो आप पर्यावरण, और पृथ्वी संरक्षण के लिए जरूरी मुद्दों पर विडियो बनाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं आपका यह पर्यास सराहनीय है मै भी अपनी जीवन मे संसाधनों का कम से कम उपयोग करता हूँ ताकि हमारे अगले पीढ़ी के लिए भी समुचित संसाधन उपलब्ध हो 🙏save earth 🌍🌲
मेरे हिसाब से दुनिया की सरकारे कुछ नही करने वाली है, ओर सब कुछ एक दिन खत्म हो जायेगा, हमे अफसोस होना चाहिए कि हम आने वाली पीढियो के लिय कुछ नहीं छोडेंगे, वो भी तब जब हमे पता है फिर भी...
ओव्हर शूट डे यह विचार नया पर अत्यंत समर्पक लगा! हम मानवोको अपनी जरूरतें कम करनी होगी। जो सामान एक साल से अधिक बिना प्रयोग के घर मे पडा हो, उसे किसी जरूरतमंद को दे दिया जाए। अगर, किसी की ली हुई कोई वस्तु हमे आकर्षित करती है, तो उसे लेने के पहले कम से कम एक हप्ता रुक जाना चाहिए और उसके बाद हम स्वयं महसूस करेंगे कि उस वस्तु की अब हमे उतनी जरूरत नही है। इससे हमारे पैसे तो बचेंगे ही पर संसाधनो पर बोझ कम होगा। ऐसे हि और विकल्प खोजने होंगे!
"मेरी जरूरतें कम है, इसलिए मेरे जमीर में दम है" यह एक फिल्मी संवाद है। पर असलीयत में, ना ही ज्यादातर मनुष्यों की जरूरतें कम है और ना ही उसके जमीर में दम है। हर कोई चाहता है किसी ना किसी तरह मैं अपने पड़ोसी से बड़ा हो जाऊं
Sir aap log Kam se kam earth aur environment ke bare mein sochte toh Hain,unke baare mein baatein toh karte hain. Par is duniya mein logo ko khud se aage kuchh nahi dikhaai deta. Aapke prayaas ke liye shukriya! FROM INDIA.
वीडियो बहोत ही अच्छा है और मैं भी प्रकृति को लेकर बहुत चिंतित हूं।मैं कम से कम palstic का यूज करता हु और सरकार को सिंगल यूज प्लास्टिक पूर्ण रूप से बैन कर देना चाहिए और हमे प्राकृतिक में और भी जंगल लगाने चाहिएं।
जीवन में 'अस्थिरता' या तो आपको तोड़ती है या आपको मजबूत बनाती है । ये आपके संयम और विवेक पर निर्भर है कि आप अस्थिरता की परिस्थितियों को किस रूप में लेते हो !🌺
ये चैनल मुझे सबसे अच्छा लगता है। एक न्यूज चैनल को आदर्श रूप से ऐसा ही होना चाहिए। और ये पर्यावरण वाली सीरीज तो बहुत ज्यादा पसंद है।मुझे अपने स्तर पर काम करने की प्रेरणा भी मिलती है। 😊
इंसान तो है ही लालची, एक चीज मिल जाए तो दूसरे चीज को पाने की लालसा। यही वजह है स्वार्थी मनुष्य ने पृथ्वी को तबाही के कगार पर पहुंचा दिया है। जितना भी हो शाकाहारी बनें और जीव जानवरों के मारने व उनके मांस खाने से दूर रहें।। मैं खुद पेड़ - पौधे लगता हूं अपने घर के आस पास और अपने खेतों के पास, अब तक मैने 35+ पेड़ लगाए हैं और बगीचा भी है मेरा । ।
इंसान कुछ ही दिन जीता है और कुछ सालों बाद उसका अन्त हो जाता है पर उसके लालच का, इच्छाओं का अन्त नहीं होता । आज कल हर किसी को बहुत कुछ पता है कि प्रकृति और पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखना फिर भी हम इन्सान अपने सुख साधनों की पूर्ति में व्यस्त रहते हैं और अपनी सुनहरी प्रकृति को नष्ट करते हैं, उसे आए दिन दूषित और प्रदूषित करते रहते हैं । अपना घर साफ़ सुथरा और जीवन देने वाली हरी भरी धरती को, शुद्ध नदियों को गंदा, मैला, विषैला करते रहते हैं । हर बड़े स्कूल में बच्चों को पेड़ पौधों लगाना, आस पास सफ़ाई रखना, नदियों में न कूड़ा डालना न कुछ विसर्जन करना, बहुत कुछ सिखाया जाता है पर बाद में बड़े होने पर हर बच्चा ऐसा कुछ नहीं करता । आप और मेरे जैसे ही कुछ लोग पेड़ पौधे लगाते हैं,, मेरे पास खेत नहीं है पर मैंने 60-70 गमलों में पौधे लगाए हैं और कुछ पेड़ गली में लगाएं हैं,,, बहुत से लोगों के पास AC, Car, Bike खरीदने के लिए पैसा है पर पेड़ पौधों को लगाने के लिए न पैसा और न ही समय है ।। और कुछ हिन्दू भाइयों को न जानें क्या हो गया है जो मांस का सेवन अत्याधिक करने लगें हैं, ये लोग भी कुछ नहीं समझते कि बेजुबान, लाचार और बेबस जानवरों के मृत शरीर के टुकड़े खाने से क्या लाभ ?
हम अगर चाहें तो ऐसे कई देश हैं कम आबादी की समस्या झेल रहे हैं से ज्यादा आबादी वाले देशों की जनसंख्या बांट कर, और बेवजह बढ़ती जनसंख्या दर को नियंत्रित कर इस समस्या का समाधान कर सकेंगे
पर्यावरण के मुद्दों के बारे में इतने सरल और प्रभावी तरीके से जागरूकता फैलाने के संबंध में आपका काम बेहद सराहनीय है। जो कोई अन्य मीडिया हाउस वर्तमान में नहीं कर रहा है, मुझे स्वयं पर्यावरण के बारे में पहले से कहीं अधिक जानकारी दी गई है।
Is video ko dekhne ke baad sab ko samaj Jana chahiye aur prakruti ko bachane ke like jo karna pade vo hum sabhi ko karna chahiye thank you very much Ashok Kumar ji
SINCE watching this channel has made me fond, I heartily love your work, always eager to meet new content. It's the channel I have joined for long. SUPPORT FORM THE DEPTH, ALWAYS STAY NEUTRAL 🇮🇳🇮🇳🇮🇳.
yes sir, पहले लोग कम थे संसाधन अधिक थे अब लोगों को घर भी चाहिए प्लॉटिंग भी कराना है जनसंख्या भी बढ़ाना है मतलब पहले से कम संसाधन में अधिक लोगों का पेट भरना है
इंसान को दूसरी पृथ्वी नहीं चाहिए बल्कि इंसान को अपनी आबादी काफी कम करनी चाहिए उसे इंसान बैलेंस कर ले नहीं तो सृष्टि खुद बैलेंस करेगी सृष्टि बैलेंस करती है तो वह स्थिति काफी भयानक होती है इंसान करेगा तो सुखद रहेगा 🙏🌹
वीडियो तो बहुत अच्छा था परंतु इसमें जो वर्णन किया गया है वह बहुत ही निराशाजनक है और भविष्य में इस प्रकार की कामना करते हैं कि सभी लोग इस बात को समझें और सरकारों को विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए
सभी की अपनी जिम्मेदारी और पृथ्वी की प्रति जागरूकता ही हमे हमारी पृथ्वी को बचा सकती है । लेकिन इतनी बड़ी जनसंख्या को कैसे ये जिम्मेदारी की बाते समझ में आएंगी ??🤔🤔
असल मे हम सभी को व्यक्तिगत तौर पर पर्यावरण के प्रति सहज, सावधान, सतर्क और जिम्मेदारियों के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होना पड़ेगा । हम सभी पर्यावरणीय समस्याओं पर लंबी चर्चा तो कर लेते है, मगर हम व्यक्तिगत जिम्मेदारियों पर गौर नहीं करते । प्रत्येक नागरिक को जिम्मेदार होना होगा, तभी समस्या का निदान होगा।
पर्यावरणीय मानकों को तैयार करते समय तथ्यों को छिपाना और छिपाना अब पश्चिमी देशों का नया हथियार है, जहां खुद के अनुकूल होने के लिए उन्होंने इन मानकों को अपनाया है और खुद को स्वीकार करते हुए इसे जल्द से जल्द रोकने और इसकी पुष्टि करने की आवश्यकता है।
Yeh sab soch kar hi daar lagta hai mujhe toh dw k liye dhanyavaad Or apke liye bhi sir 🙏 sirf apne or parivaar k liye nahi hum sabko darti maa khayal rakhna ka hum sabki kartavya hai
no more new clothes,no more nonveg,no more plastic,no more leather products.....i promise my self..i contribute from my side....i give my best.simple living ,high thinking.
आप के विडियो का हमेशा इंतजार रहता है सर 😊🙏🏽🙌🏾
G bilkul
संसार दुखो का घर है दुख का कारण मनुष्य की ईछाऐ desire है ईछाऐ का खात्मा ही आनंद की प्राप्ती है ईछाओ का खातमा प्रभू के नाम से हो सकता है
इतना जानकारी देने के लिए मैं आप का आभारी हु गुरू जी 🙏🏻
Muje pregnant kardo aap
आबादी ऐसे ही बड़ती रही तो आने वाला समय बोहोत भयानक होने वाला है
यहां सब रोटी खाना चाहते है लेकिन खेती करना कोई नही चाहता
धरती का सबसे मतलबी जीव इंसान ही है।
Save environment
Save animals
Save plants
Save earth
Save human 😃 not earth, earth can recover 😃 people not..
nice
मैं हमेशा आपके विडियो देखता हूं और एक अच्छा व्यक्तित्व बनाने और पर्यावरण को बचाने और लोगों को जागरूक करने की कोशिश करता हूं 🙏
निसंदेह बेहतरीन वीडियो ! और अगर इंसान न चेता , तो फिर प्रकृति स्वयं ही चेक एंड बैलेंस कर लेगी ,भले ही इसमें मानव सभ्यता को कितना ही नुकसान क्यों न उठाना पड़े ।🙏
बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी . मानव ने पृथ्वी को निचोड कर रख दिया हे.अगर यही चलता रहा तो उस दिन का इंतजर करना होगा की लोग भुक से तडपते नज़र आये.
मेरा प्रयास यही होता हे को मै कम से कम संसाधनो का उपयोग करु . पर्यावरण को हानी ना पहुचाउ.
जब हम नासमझ थे हमारी आवश्यकताएं कम थी तो ये दुनिया बहुत खूबसूरत रही थी, पर जब हम समझदार हुए तो इस दुनिया को हमने ही बिगाड़ा 👍🏻✌🏻😒
दुनिया नही बिगङी, बिगङे तो इंसान हैं, और शायद हमेशा से ही बिगड़े हुए हैं ।
Bhai tab ham samjdar the ab bewkof hai
150 Saal back ka life Style apna lo sab,Sab governments ko serious hona hoga ab,Phir.1% chances hai Earth 🌎Save k,,, kyo ke ab Dhere-2 Kudrat Paletwaar karne Lagi hai. Plastic, Pesticides, DAP-UREA, Pollution, Crude oil Gas coal minerals Mineing, Water lavel down, Antarctica Artic Circle's ice, Dams ka Waight vajan, Global warming, Glaser 20-30 Saalo k baaki Sab, Sea Water lavel high,Vehicles heat, nuclear weapons Experiments etc.etc Socho Aap Sab
ये धरती हमारी आवश्यकताएं पूरी करने के लिए है, ना कि हमारी लालच ।
अत्यंत गूढ़ जानकारी प्राप्त हुई आपको धन्यवाद
अदुतीय रिसर्च,अब दुनिया की हालत कबूतर की तरह है,आंख बंद तो परेशानी खत्म,लेकिन सच्चाई इसके उलट ही है, और वो एक दिन अपना रूप दिखाएगी ही
हार्दिक धन्यवाद आपके वैश्विक चिंतन के लिए🙏🙏🙏
धन्यवाद आपका जो आप पर्यावरण, और पृथ्वी संरक्षण के लिए जरूरी मुद्दों पर विडियो बनाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं आपका यह पर्यास सराहनीय है मै भी अपनी जीवन मे संसाधनों का कम से कम उपयोग करता हूँ ताकि हमारे अगले पीढ़ी के लिए भी समुचित संसाधन उपलब्ध हो 🙏save earth 🌍🌲
आपके वीडियो ज्ञान और जागरूकता के भंडार है हमे सिर्फ ज्ञान ही नही प्राप्त करना बल्कि धरती के लिए स्थाई तुरंत एक्शन लेना ही होगा
मेरे हिसाब से दुनिया की सरकारे कुछ नही करने वाली है, ओर सब कुछ एक दिन खत्म हो जायेगा, हमे अफसोस होना चाहिए कि हम आने वाली पीढियो के लिय कुछ नहीं छोडेंगे, वो भी तब जब हमे पता है फिर भी...
Hame apne aap se start karna chahiye. Iske baad local society mai, dnt wait for government.
ओव्हर शूट डे यह विचार नया पर अत्यंत समर्पक लगा! हम मानवोको अपनी जरूरतें कम करनी होगी। जो सामान एक साल से अधिक बिना प्रयोग के घर मे पडा हो, उसे किसी जरूरतमंद को दे दिया जाए। अगर, किसी की ली हुई कोई वस्तु हमे आकर्षित करती है, तो उसे लेने के पहले कम से कम एक हप्ता रुक जाना चाहिए और उसके बाद हम स्वयं महसूस करेंगे कि उस वस्तु की अब हमे उतनी जरूरत नही है। इससे हमारे पैसे तो बचेंगे ही पर संसाधनो पर बोझ कम होगा। ऐसे हि और विकल्प खोजने होंगे!
मेरे परिवार ने मिलकर 5000 पेड़ लगा दिए हैं।अब आप पर निर्भर है। कम से कम एक पेड़ जरुर लगायें। save Earth save nature
बेहद ही संवेदनशील विषय।
सभी देशों के युवाओं को इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा जागरुकता लानी होगी।
जय गौमाता जय गोपाल 🙏🏻
Circular economy me focus karna chahiye.
@@tarunkumarprabhakar3825 जी!
आपकी वीडियो हमेशा अच्छी होती है जिससे हमें कुछ नया सीखने और जानने को मिलता है।🙏
"मेरी जरूरतें कम है, इसलिए मेरे जमीर में दम है" यह एक फिल्मी संवाद है।
पर असलीयत में, ना ही ज्यादातर मनुष्यों की जरूरतें कम है और ना ही उसके जमीर में दम है। हर कोई चाहता है किसी ना किसी तरह मैं अपने पड़ोसी से बड़ा हो जाऊं
Nici
Nice 👍👌👌
... और पड़ोसी से बड़ा होने की चाह कितनी छुपी हुई पर भयानक तरह की हिंसा है। है ना? 🙏🙏
लोग फ़िल्म देखके सुनते भी हैँ समझते भी हैँ पर सिर्फ खुद पर लागू नहीं करते इसीलिए दुनिया में ये दिन आ गए कि स्थिति बिगड़ रही है 👌🏻👍🏻
👍👍 right
Save tree save water save nature donate blood save life 🙂
Sir aap log Kam se kam earth aur environment ke bare mein sochte toh Hain,unke baare mein baatein toh karte hain. Par is duniya mein logo ko khud se aage kuchh nahi dikhaai deta.
Aapke prayaas ke liye shukriya!
FROM INDIA.
एक एक परिवार में 14, 14 बच्चे होंगे तो यही हालत होगा🙏🏼💐
Is this even possible
1 pariwar me kam se kam 3 bacche hona chahiye.
Ya kam se kam 2.1
Nahee to insan is duniya se hi khatam ho jayenge
@@ashokbramhe934😮😮 Acharya Prashant ko sune
आपके वीडियो क़े लिए आभार प्रकट करता हूँ... आपने आँखें खोलने वाली बात कही..
ओवरशूट डे की गणना जबरदस्त तरीका है इंसानी हवस की गिनती का ।
बहुत अच्छी जानकारीभरी विडियो है सर, आपके कारण हम जैसे पर्यावरण प्रेमियों को सहायता मिलती है।
संसाधनों का दोहन व उपयोग *अमीर और गरीब* का अलग अलग है और इसमें बहुत बड़ा फासला है! ಠ_ಠ
इंसान की बढ़ती आवश्यकता ही इसका बहुत बड़ा कारण है।
जागरूकता के लिए बहूत बहुत धयन्यवाद
वीडियो बहोत ही अच्छा है और मैं भी प्रकृति को लेकर बहुत चिंतित हूं।मैं कम से कम palstic का यूज करता हु और सरकार को सिंगल यूज प्लास्टिक पूर्ण रूप से बैन कर देना चाहिए और हमे प्राकृतिक में और भी जंगल लगाने चाहिएं।
आपके चैनल के माध्यम से हमें बहुत ही अच्छी जानकारी दी जाती है..
....जय हिंद....
हम ऐसे ही वीडियो देखते रहेंगे और शेयर करेंगे और पृथ्वी नष्ट हो जाएगी
जीवन में 'अस्थिरता' या तो आपको तोड़ती है
या आपको मजबूत बनाती है ।
ये आपके संयम और विवेक पर निर्भर है
कि आप अस्थिरता की परिस्थितियों को किस रूप में लेते हो !🌺
Full of information and full of knowledge 🙏
ये चैनल मुझे सबसे अच्छा लगता है। एक न्यूज चैनल को आदर्श रूप से ऐसा ही होना चाहिए। और ये पर्यावरण वाली सीरीज तो बहुत ज्यादा पसंद है।मुझे अपने स्तर पर काम करने की प्रेरणा भी मिलती है। 😊
महावीर स्वामी के सिद्धांत :- सत्य, अहिंसा,अस्तेय, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य की पालना
से ही सुरक्षित रह पायेंगे।सादर अभिवादन। बाल मुकुन्द सनाढ्य, जयपुर
इंसान तो है ही लालची, एक चीज मिल जाए तो दूसरे चीज को पाने की लालसा। यही वजह है स्वार्थी मनुष्य ने पृथ्वी को तबाही के कगार पर पहुंचा दिया है। जितना भी हो शाकाहारी बनें और जीव जानवरों के मारने व उनके मांस खाने से दूर रहें।।
मैं खुद पेड़ - पौधे लगता हूं अपने घर के आस पास और अपने खेतों के पास, अब तक मैने 35+ पेड़ लगाए हैं और बगीचा भी है मेरा । ।
इंसान कुछ ही दिन जीता है और कुछ सालों बाद उसका अन्त हो जाता है पर उसके लालच का, इच्छाओं का अन्त नहीं होता । आज कल हर किसी को बहुत कुछ पता है कि प्रकृति और पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखना फिर भी हम इन्सान अपने सुख साधनों की पूर्ति में व्यस्त रहते हैं और अपनी सुनहरी प्रकृति को नष्ट करते हैं, उसे आए दिन दूषित और प्रदूषित करते रहते हैं । अपना घर साफ़ सुथरा और जीवन देने वाली हरी भरी धरती को, शुद्ध नदियों को गंदा, मैला, विषैला करते रहते हैं ।
हर बड़े स्कूल में बच्चों को पेड़ पौधों लगाना, आस पास सफ़ाई रखना, नदियों में न कूड़ा डालना न कुछ विसर्जन करना, बहुत कुछ सिखाया जाता है पर बाद में बड़े होने पर हर बच्चा ऐसा कुछ नहीं करता ।
आप और मेरे जैसे ही कुछ लोग पेड़ पौधे लगाते हैं,, मेरे पास खेत नहीं है पर मैंने 60-70 गमलों में पौधे लगाए हैं और कुछ पेड़ गली में लगाएं हैं,,, बहुत से लोगों के पास AC, Car, Bike खरीदने के लिए पैसा है पर पेड़ पौधों को लगाने के लिए न पैसा और न ही समय है ।।
और कुछ हिन्दू भाइयों को न जानें क्या हो गया है जो मांस का सेवन अत्याधिक करने लगें हैं, ये लोग भी कुछ नहीं समझते कि बेजुबान, लाचार और बेबस जानवरों के मृत शरीर के टुकड़े खाने से क्या लाभ ?
भारत जल्द ही सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा
हम अगर चाहें तो ऐसे कई देश हैं कम आबादी की समस्या झेल रहे हैं से ज्यादा आबादी वाले देशों की जनसंख्या बांट कर, और बेवजह बढ़ती जनसंख्या दर को नियंत्रित कर इस समस्या का समाधान कर सकेंगे
Very nice video
I am aware to spirituality through aachary prashant. and now I am vegan.
Bahut hi achha video tha sir.....isi tarah hm sbka margdarshan krte rhe..... Dhanyawad
जैसी तू है वैसी रहना।
स्थितियां परिवर्तनीय हैं। पर।
हर युग,काल और परिस्थिति में आपकी उपस्थिति अपरिहार्य है।
हर एक इंसान को समझदारी से प्रकृति से जुड़कर रहने की जरूरत है।
बहुत अच्छी जानकारी दी । आपने लेकिन लोग नहीं सुधरेंगे
Bhaut Sundar video tha.. acchi jankari he 🙏 Dynywaad💮
पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए बच्चों एंड पैरंट्स को जागरूकता अभियान चलाया जाए
ब खुद शानदार जानकारी दी गई है।
एक मानवीय और होनहार सोच से सब सम्भव हो सकता है
aap bht acha kam kr rhe ho ,hm aapke sukrguzar h jo aap hme itni achi jankari dete ho
हमे हर सप्ताह के एक दिन हमारी पृथ्वी के लिए निकलनी होगी, इस एक दिन में हमे अपने हिस्से की एक पेड़ लगाने की जरूरत है
बहुत खूब बेहद महत्वपूर्ण जानकारी
👍👍👍
पर्यावरण के मुद्दों के बारे में इतने सरल और प्रभावी तरीके से जागरूकता फैलाने के संबंध में आपका काम बेहद सराहनीय है। जो कोई अन्य मीडिया हाउस वर्तमान में नहीं कर रहा है, मुझे स्वयं पर्यावरण के बारे में पहले से कहीं अधिक जानकारी दी गई है।
Yes, because it is German Channel, German govt is more aware regarding environmental issue.
अत्यन्त सुन्दर ढंग से आपने इतनी बड़ी बात को इतने कम समय में समझाया, बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
अशोक जी आपके बताने का तरीका बेहतरीन हैं।
Aapse mili jankari bahut hi achhi h
Aapki aawaz bhut hi sandar h ,sunker bilkul bor nhi ho skta koi.
Is video ko dekhne ke baad sab ko samaj Jana chahiye aur prakruti ko bachane ke like jo karna pade vo hum sabhi ko karna chahiye thank you very much Ashok Kumar ji
Aap bahut hi achi news information ℹ️ dete ho thankyou
जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत पूरी दुनिया को है
Wonderful Information 👏👏👏👏👏🙏
जीतने का असली मजा तभी है,
जब सभी आपके हारने का इंतजार कर रहे हो।
🙏🌷🙏🌷🌷🌷🌷🌷
SINCE watching this channel has made me fond, I heartily love your work, always eager to meet new content.
It's the channel I have joined for long.
SUPPORT FORM THE DEPTH, ALWAYS STAY NEUTRAL 🇮🇳🇮🇳🇮🇳.
❤ aap ki jankari Dil Ko chhu jaati hai
Sach hai Apne jarur ton per Dhyan Dena chahie
🙏 Abhi bhi aise hi margdarshan Kiya Karen
yes sir, पहले लोग कम थे संसाधन अधिक थे अब लोगों को घर भी चाहिए प्लॉटिंग भी कराना है जनसंख्या भी बढ़ाना है मतलब पहले से कम संसाधन में अधिक लोगों का पेट भरना है
बहुत बहुत शानदार वीडियो पर लोग अब बहुत बेहोश हो चुके हैं पैसे की लालच मे उनको ये सब बाते बहुत बहुत. दूर की लगती है ग्लोबल वार्मिंग
इंसान को दूसरी पृथ्वी नहीं चाहिए बल्कि इंसान को अपनी आबादी काफी कम करनी चाहिए उसे इंसान बैलेंस कर ले नहीं तो सृष्टि खुद बैलेंस करेगी
सृष्टि बैलेंस करती है तो वह स्थिति काफी भयानक होती है इंसान करेगा तो सुखद रहेगा 🙏🌹
Tumhare kitne bacche hai please comment me
Technology bdne se death rate kaafi kum ho gyi h and birth rate bdti jaa rhi h
DW ki report 100% correct knowledge full hoti hai
वीडियो तो बहुत अच्छा था परंतु इसमें जो वर्णन किया गया है वह बहुत ही निराशाजनक है और भविष्य में इस प्रकार की कामना करते हैं कि सभी लोग इस बात को समझें और सरकारों को विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए
वक्त, ख्वाहिशें और सपने,
हाथ में बंधी घड़ी की तरह होते हैं....!
जिसे हम उतार कर रख भी दें,
तो भी उनका चलना रुकता नहीं...!!
Video bhot accha h DW tv Ka dhannwad.
सभी की अपनी जिम्मेदारी और पृथ्वी की प्रति जागरूकता ही हमे हमारी पृथ्वी को बचा सकती है ।
लेकिन इतनी बड़ी जनसंख्या को कैसे ये जिम्मेदारी की बाते समझ में आएंगी ??🤔🤔
मनुष्य से अच्छे जानवर हैं पृथ्वी का उपयोग जरूरत के हिसाब से करते हैं और मानव इकट्ठा करने के लिए
Bahut bahut aaxa laga aap a video very nice sir ji
यह कुदरत के नियमों जितनी बेदर्दी से तोड़ेंगे , कुदरत भी इन पर इतनी ही बेदर्दी से टूटेगी , अब लम्हों का इंतजार है
Jo jitna ameer hai unki bhukh utni hi jyada hai 👌👏
हम सबको मिलकर पृथ्वी की इस स्थिति के बारे में सोचना होगा
Me lame time se aapnki vdo dakta hu.......har bar bahater anubav krta hu.......thank you🙏
Apki video ka notification dekhte hi video dekhne se khud ko rok nhai sakta.
असल मे हम सभी को व्यक्तिगत तौर पर पर्यावरण के प्रति सहज, सावधान, सतर्क और जिम्मेदारियों के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होना पड़ेगा ।
हम सभी पर्यावरणीय समस्याओं पर लंबी चर्चा तो कर लेते है, मगर हम व्यक्तिगत जिम्मेदारियों पर गौर नहीं करते । प्रत्येक नागरिक को जिम्मेदार होना होगा, तभी समस्या का निदान होगा।
"जंगल राज दो तरह का रहता है,एक भक्षक (- -) शेर का, दुसरा रक्षक (+ -) हाथी का"
पर्यावरणीय मानकों को तैयार करते समय तथ्यों को छिपाना और छिपाना अब पश्चिमी देशों का नया हथियार है, जहां खुद के अनुकूल होने के लिए उन्होंने इन मानकों को अपनाया है और खुद को स्वीकार करते हुए इसे जल्द से जल्द रोकने और इसकी पुष्टि करने की आवश्यकता है।
Yeh sab soch kar hi daar lagta hai mujhe toh dw k liye dhanyavaad Or apke liye bhi sir 🙏 sirf apne or parivaar k liye nahi hum sabko darti maa khayal rakhna ka hum sabki kartavya hai
अद्भूत प्रसंग....
बहुत बहुत अच्छा लगता हैं सर
Great sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏.
Thank you DW for bringing such facts
Thank you for sharing knowledgeable video 🙏❤️❤️
Hare Krishna 🌿
Jay hind bahut achha laga
सर हमारा देश भारत भी आज कल कुछ ऐसी ही तरकी की और बड़ रहा है ।
Good effort. We should learn how to live with minimum resources.
Sahi baat kahi mujhe yeto pata hi nahi tha thank you....
no more new clothes,no more nonveg,no more plastic,no more leather products.....i promise my self..i contribute from my side....i give my best.simple living ,high thinking.
अनियंञित जनसंख्यां हि सब समस्या की जड है 🙏🙏
अनियंत्रित जनसंख्या से ज्यादा मनुष्य खी बढती अवशूयकताए जीसकी सीमा खा हिसाब करने भी मुश्किल है
Bahut acchi video lagi aapki
मांसाहार और बच्चे पैदा करने की हवस इस पृथ्वी को बहुत जल्द तबाह कर देगी
आज लोग जाति और धर्म को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं पर्यावरण को बचाने पर किसी का ध्यान नहीं है
Bahut badiya sir
Aakhe khol dene wali video. Thanks.