एक आलिमे दीन को हमेशा जिम्मेदार बन कर महफिल जलसो मे बैठना चाहिए मुफ्ती साहब ने अपनी पूरी जिम्मेदारी का सबूत देते हुये जो रोकना जरूरी समझा था उसे मना फरमाया शुक्रिया मुफ्ती साहब अल्लाह सब पर अपना करम फरमाए आमीन
Mufti sahab bahut achacha nasiyat di ye sab sayer ro ke liya baralwi badlam ho raha hain Asad Iqbal ko sath dena nahi chaye Hasan bin sabit isi tarha naat nahi padte the bahut adab o ahtaram se naat sarif padte the
मुफ्ती शहर यार सब बेशक एक अच्छे और होनहार आलिम है, लेकिन उनको यह ख्याल रखना चाहिए कि अगर किसी शायर को आप इसलाह कर रहे हैं। उसको समझा रहे हैं तो वह जलसा खत्म होने के बाद अलग से समझाया जा सकता है। ऐसा नही हुवा लेकिन उन्होंने यह ख्याल नही रखा और उसके बाद वह माइक में ही समझाना शुरू कर दिए, जिससे विवाद और बढ़ गया और इससे अवाम में क्या पैगाम जाएगा कि देखो यह लोग आलिम होकर स्टेज पर झगड़ रहे हैं। आपस में क्योंकि आजकल सोशल मीडिया का दौर है और 1 मिनट में वीडियो पूरी दुनिया में पहुंच जाती है तो उसे इस बात की ख्याल रखनी चाहिए
Agar mebare rasool pr beadbi ho to takeed bhi membare rasool se hi honi chahiye tabhi to aawam ko sahi our galt ka pta chalega ke islaam me ke aadaab kya h .
सब्बीर साहब ने जो गल्ती की वो मुफ़्ती साहब ने बताया सबके सामने और वो उन्होंने अच्छा किया जो एक मुफ़्ती का काम होता है लेकिन किसीके रंग पर या सूरत पर कमेंट करना ये गलत है ये बात अच्छी नही है सब ही अल्लाह के बन्दे हैं हज़रते बिलाल भी और हज़रते अब्दुल्लाह अशबद भी अल्लाह के बज़दीक वही बन्दा बहतर है जो परेजगार है तक़बा दार है रंग की बजह से या सूरत की वजह से कोई बहतर नही हो सकता हमारे लिए दोनों बराबर हैं हाँ मुफ़्ती साहब का बड़ा मक़ाम है अल्लाह तआला सलामत रखे सबको और प्यार मोहब्बत से रहे सब एक दूसरे के दिलो मे एक दूसरे की मोहब्बत और इज़्ज़त रहे 🌹❤️🌹
Ghulam ali ne ek ghazal gayi hai... Dil me ek laher si uthi hai abhi, Phir koi taza hawa chali hai abhi, is gazal ki tarz par Asad Sahab ye naat padh rahe hai, chahe to check kar le@@ARHANFKP
और अगर आप हजरात लोग ही एक दूसरे की इज्जत नहीं करेंगे एक दूसरे को बेइज्जत करने में ही लगे रहोगे । तो भला कोई गैर मुस्लिम क्यों आपको और जलील करेगा । आप और मां हमारे देश के हमारी आन बान और शान है।।
A sahi nhi bhai a din nhi h kisi ko chota karke khudko bara samaj na . Allah sabse bara h o ijjat aur jillat ka malik h . Khuda ka khoup kisi ko h ki nhi bas ak dusre ke piche para h Allah sabko maaf kare .
Aap Hazrat-e- Bilal r.a ke bare me kya kahenge, aaqa ki naat kismat wala hi padta hai,, Awaz chahe buri ho ya acchi ho,, Aaqa ki mohabbat me padi jati hai,,,
اسد اقبال خود بھی گانے کے طرز پر پڑھ رہا ہے اسگانے کومہدی حسن پاکستان نے گایا ہے دل میں اک لہر سی آٹھی ہے ابھی کوئی تازہ ہوا چلی ہےابھ مگر کوئی روکنے والا نہیں تعجب تو یہ ہے کہ دوسرے کو گویا کہرہا ہےخود بھی وہی کام کر رہا ہے
Haayy haaayy itna uchhal kar bolne ki zaroorat hoti hai aaj tak nahi samajh paya haayy haayyy ki bajay subhan allah kiu nahi nikalta munh se alla rahem kare
मुफ्ती शहर यार सब बेशक एक अच्छे और होनहार आलिम है, लेकिन उनको यह ख्याल रखना चाहिए कि अगर किसी शायर को आप इसलाह कर रहे हैं। उसको समझा रहे हैं तो वह जलसा खत्म होने के बाद अलग से समझाया जा सकता है। ऐसा नही हुवा लेकिन उन्होंने यह ख्याल नही रखा और उसके बाद वह माइक में ही समझाना शुरू कर दिए, जिससे विवाद और बढ़ गया और इससे अवाम में क्या पैगाम जाएगा कि देखो यह लोग आलिम होकर स्टेज पर झगड़ रहे हैं। आपस में क्योंकि आजकल सोशल मीडिया का दौर है और 1 मिनट में वीडियो पूरी दुनिया में पहुंच जाती है तो उसे इस बात की ख्याल रखनी चाहिए
مفتی صاحب قبلہ نے بالکل صحیح کیا اگر کوئی عوام کے سامنے بھرے مجمع میں غلطی کرتا ہے تو ایک عالم کا حق بنتا ہے بھرے مجمع میں ہی اس کی اصلاح کرے جس سے اوروں کی بھی اصلاح ہو جائے مفتی صاحب قبلہ نے بالکل صحیح کیا اس پر تو شبیر برکاتی صاحب کو مفتی صاحب کی بات ماننی چاہیے اور آئندہ سلیقے سے نعت پڑھنے کی یقین دلانا چاہیے اس سے شبیر برکاتی صاحب کا وقار اور بڑھ جاتا سب کی نظر میں لیکن نہیں انہوں نے الٹا مفتی صاحب سے ہی زبان درازی کرنی شروع کردی اور اس پر کفیل عنبر صاحب کو بھی مفتی صاحب کے بات کی تائید کرنی چاہیے وہ بھی الٹے مفتی صاحب کو ہی سمجھانے لگے. کیا یہی اسلام ہے ایک عالم کو غیر عالم بتائے گا آپ کو کیسے سمجھانا چاہیے ایک عالم قرآن و حدیث کی روشنی میں بات کرتا ہے عالم کا وقار غیر عالم کیا جانے گا اللہ ہم کو سب کو علماء کی ادب کرنے کی توفیق عطا فرمائے اور نعت خواں حضرات کو نعت خوانی کا طریقہ و سلیقہ عطاء فرمائے آمین ثم آمین
Mufti Shahre Yaar Sahab Qibla Haq per hain Jabki Program ka unwaan hi hai "Islaahe Imaan o Amal Conference" to Awaam or Ulama or Sho'ara Sabke islaah ki baat kiye hain Mufti Shahre Yaar Sahab isme Kafeel Ambar or Shabbir Barkati ko Chhidne ki kya zaroorat thi Bhala
Ye khud gano ke sur me padhta hai Or gane wala naat padh raha hai to jitni der naat padha sawab ka kaam hi Kiya or gane ke gunah se bhi bacha in Janab ko apni soch positive Kane ki zarurat hai
Apno ke saht ladna achchi bat nahi he mufti saheb hamare he. Or aasiqe rasol sabbir bhai asad bhai bhi hamare he is se suniyat ka nuksan he dusra tisra maja lete he
Mufti Shahre Yaar Sahab Qibla Haq per hain Jabki Program ka unwaan hi hai "Islaahe Imaan o Amal Conference" to Awaam or Ulama or Sho'ara Sabke islaah ki baat kiye hain Mufti Shahre Yaar Sahab isme Kafeel Ambar or Shabbir Barkati ko Chhidne ki kya zaroorat thi Bhala
مفتی شہر یار صاحب قبلہ حق پر ہیں پروگرام کا نام ہی ”اصلاحِ ایمان و عمل کانفرنس“ تھا تو حضرت نے عوام علماء اور شعراء سب کے اصلاح کی بات کی ہے تو اس میں کفیل عنبر اور شبیر برکاتی کو مرچی کیوں لگ گئی؟؟؟ بائیکاٹ کیا جائے دونوں کا جب تک کہ مفتی صاحب قبلہ سے یہ دونوں کفیل عنبر اور شبیر برکاتی معافی نہ مانگ لیں تک ان دونوں کو کسی بھی جسلے میں عوام اہلسنت مدعو نہ کریں۔
Nat khan ko itne paise kinyu dete ho ye log nabi mohabba me nahi paise ki mohabbat me aate hain janha paise nahi milte ye wanha bhatakte bhi nahi me to ye kahunga imamo ki tankha badhaiye
Sabbir barkati to islaah ki baat sun rha tha,magar kafil damber aur chaturvedi molana zabardasti uthaya shabbir ko,,,sab galti kafil or chaturvedi ki hai
देखिए आप सभी उलमा से हम यह कह रहे हैं की हो सकता हैं शब्बीर भाई सही से नात या कलाम पढ़ने में जो भी गलती हुई है आप उन्हें यूं स्टेज पर रुसवा नहीं करना चाहिए था आपको उन्हें प्रोग्राम के बाद उनकी इश्लाह कर देते । और अगर वह गलती कर भी रहे थे तो आप उन्हें सुन लेते हैं इसकी वजह से नही कि वो क्या और कैसे बोल रहे है बल्कि ये आप लोग ये सोचते कि वो जिक्र किनका कर रहे है। अगर गलती समीर भाई ने की है तो आप लोगों ने भी साहब की नाफरमानी में कोई कसर नहीं रखा अगर उन्होंने बेअदबी की तो आप लोगों ने भी साहबा की इज्जत नहीं की या उस वक्त।
Janab sabbir barkati jo hai unko mainul qadri bhi samjha chuke hai ek jagah aur unko islah diya gaya ke eco Kam Karo lekin wo maan hi na rahe hai ek do teen baar kaha gaya to wo Mane hi nahi
@mohdmujammil8606 तो फिर आप को बुलाया ही नहीं था और अगर आप ने बुलाया ही तो आप लोगों को ध्यान रखना था ऐसे किसी को लोगो के सामने बेइज्जत करना नहीं चाहिए था
@mohdmujammil8606 और चलिए हम मन लेते है उन्होंने गलत किया पढ़ने में हालांकि हम मुफ्ती साहब के खिलाफ नहीं है पर उसकी साहब को उसे दिन भूरे शाह बाबा की उर्स में भी जब तीन चार रोज करके कभी कव्वाली कभी खातिब साहब जी लोगों को बुलाकर सबने जलसा किया ।
और सबसे ज्यादा गलती ना चैनल वालों ने भी किया है इन्हें उसे वक्त कैमरा ऑफ कर देना चाहिए था या फिर इस वीडियो को एडिट ही नहीं करना चाहिए था सोशल मीडिया पर अपडेट ही नहीं करना चाहिए था
Yah janab sochte Hain ki bus yahi achcha padhna jante Hain to Bhai tumse acche padhne wale hamare ilake mein bade chhote chhote bacche Hain Jo tumse acchi padhte Hain ghamand mein masjid tumhen logon ne bus sir per bitha Rakha hai Bareilly Sharif ki vajah se Varna tujhse kuchh padhna bhi nahin aata khas tarike😅😅
Galti Sabke Samne Ho To Islah Bhi Sabke Samne hi Ki Jayegi
Mufti Sahab Haq Pe Hai ❤
Absolutely right
एक आलिमे दीन को हमेशा जिम्मेदार बन कर महफिल जलसो मे बैठना चाहिए मुफ्ती साहब ने अपनी पूरी जिम्मेदारी का सबूत देते हुये जो रोकना जरूरी समझा था उसे मना फरमाया शुक्रिया मुफ्ती साहब अल्लाह सब पर अपना करम फरमाए आमीन
Mufti sahab bahut achacha nasiyat di ye sab sayer ro ke liya baralwi badlam ho raha hain Asad Iqbal ko sath dena nahi chaye Hasan bin sabit isi tarha naat nahi padte the bahut adab o ahtaram se naat sarif padte the
मुफ्ती शहर यार सब बेशक एक अच्छे और होनहार आलिम है, लेकिन उनको यह ख्याल रखना चाहिए कि अगर किसी शायर को आप इसलाह कर रहे हैं। उसको समझा रहे हैं तो वह जलसा खत्म होने के बाद अलग से समझाया जा सकता है। ऐसा नही हुवा लेकिन उन्होंने यह ख्याल नही रखा और उसके बाद वह माइक में ही समझाना शुरू कर दिए, जिससे विवाद और बढ़ गया और इससे अवाम में क्या पैगाम जाएगा कि देखो यह लोग आलिम होकर स्टेज पर झगड़ रहे हैं। आपस में क्योंकि आजकल सोशल मीडिया का दौर है और 1 मिनट में वीडियो पूरी दुनिया में पहुंच जाती है तो उसे इस बात की ख्याल रखनी चाहिए
Agar mebare rasool pr beadbi ho to takeed bhi membare rasool se hi honi chahiye tabhi to aawam ko sahi our galt ka pta chalega ke islaam me ke aadaab kya h .
Aaap ekdam sahi bol rahe hai bhai@@educationbindu1380
Ghar le jake smjha te kitni baar usko log smjhayen glat wo h jo sbbir ko bulata h@@educationbindu1380
सब्बीर साहब ने जो गल्ती की वो मुफ़्ती साहब ने बताया सबके सामने और वो उन्होंने अच्छा किया जो एक मुफ़्ती का काम होता है लेकिन किसीके रंग पर या सूरत पर कमेंट करना ये गलत है ये बात अच्छी नही है सब ही अल्लाह के बन्दे हैं हज़रते बिलाल भी और हज़रते अब्दुल्लाह अशबद भी अल्लाह के बज़दीक वही बन्दा बहतर है जो परेजगार है तक़बा दार है रंग की बजह से या सूरत की वजह से कोई बहतर नही हो सकता हमारे लिए दोनों बराबर हैं हाँ मुफ़्ती साहब का बड़ा मक़ाम है अल्लाह तआला सलामत रखे सबको और प्यार मोहब्बत से रहे सब एक दूसरे के दिलो मे एक दूसरे की मोहब्बत और इज़्ज़त रहे 🌹❤️🌹
बेअदब नातखानो पर पैसा बर्बाद करना बंद करो अपने मदरसा के बच्चों और इमाम मोजीम से नात पढ़ावो और ज्यादा वक्त बयान तकरीर के लिए दो ताकि कौम का इसलाह हो!!!
Ji jnb
Mufti sahab ki baat bilkul thik bola he allha salamat rakhe hifazat ata farmay ya rashullha labbaik ya rashullha
Inho ne to khud apni hi tarif kardi ...wah bhai wah ..
विष्णु को गाने के लिए इन्होंने मना किया दुरुस्त किया लेकिन अब अपनी बधाई उसमें ठोक रहे हैं यह क्या है घमंड है कि नहीं है
Bilkul sahi kaha aapne ghamand hai is ke andar
@@gauskhwajanetwork6743दुनियादार इंसान है असद
ماشاءاللہ بہت خوب
मेरी हर सास,, वाला कलाम आपने गाने के तर्ज़ पर ही गाया है
आप के बहुत से कलाम है जो किसी ना किसी गाने के तर्ज़ पर हैं
मगर वो गाने 1990 से पहले के है
😂😂😂😂
Konse se gaane pe hai batao zara
Aacha to aap gane bhi sunte ho
Tum bahke ho
Ghulam ali ne ek ghazal gayi hai... Dil me ek laher si uthi hai abhi, Phir koi taza hawa chali hai abhi, is gazal ki tarz par Asad Sahab ye naat padh rahe hai, chahe to check kar le@@ARHANFKP
Ha haq baat hai Asad bhai aap haq rakhte hai
Waah kya baat asad bhai aapka jawab nahi hai 😊😊😊😊
❤❤❤❤❤ zindabad zindabad allah ap ko salamat rakkhe
شاعر اسے کہا جاتا ہے
سبحان اللہ بہت خوب اسد بھائی
Ab yahi din dekhna Baki tha
और अगर आप हजरात लोग ही एक दूसरे की इज्जत नहीं करेंगे
एक दूसरे को बेइज्जत करने में ही लगे रहोगे ।
तो भला कोई गैर मुस्लिम क्यों आपको और जलील करेगा ।
आप और मां हमारे देश के हमारी आन बान और शान है।।
Sahi kaha aapne ,yeh aisa nahi ke sirf muslim hi dekhte he sab ko yeh dikh raha he ..
पीछे देखो ऐक हजरत कीतना उछरहेहै
To kya hua koi Guna hai
वो अलाउंसर हैं हर जलसे में ऐसे ही करते है
Masha Allah
Apne muse Apna tariff karli😅
ماشاءاللہ اسد بھائی
Wah asd bhai❤❤❤aaj aapne dil jitliya
Aaj jo stage ke piche khoob uchhal rahe hain,, yahi urse Aala Hazrat me Shabbeer barkati sahab pad rahe the,, tab unke piche bhi khoob uchhal rahe the,,, azeeb bat hai,, party change karna koi inse seekhe,,,
Hain riyaa karo ka shohraa hain riyakaro ki dhoom
Boriya e faqr bhi ab beriya milta nahi !
Mashallah Asad bhai
Sb apna marketing krte hai man lo sabhi log
Asad iqbal duniya daar insan hai, मौके पे चौका मारता है
Subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah subhanallah
To aapke sath samnani miya ne sahi kiya
बहुत खूबसूरत❤❤❤
Asad bhai zindabad zindabad zindabad zindabad zindabad zindabad zindabad zindabad zindabad
Subhanallah subhanallah ❤❤
ان کے اخیرکےجملوں کو کٹ کرکے ضرور بھیجیں، علماء کی تعریف میں
Mashallah
Mashallah bhai bahut achhe
A sahi nhi bhai a din nhi h kisi ko chota karke khudko bara samaj na . Allah sabse bara h o ijjat aur jillat ka malik h . Khuda ka khoup kisi ko h ki nhi bas ak dusre ke piche para h Allah sabko maaf kare .
ABEY MEMBAR Bar PAR TUM JESE So BAJi KAR Te HO Jasma PEHN.Ke MobaiL Had me RAHK Ke BiNA DEHky TUJH KUC NHAi Ata
Beshak
Sabber barkati ko sunege to aane wali nasl sabbeer hi Banna chahegi
by kat sabbeer barkati
Karara jawab sabbir sun le beta Tera caryar khatre main hai
نعت کی جگہ کیا کیا پڑھنے لگے لوگ
اللہ ہدایت دے تاکہ نعت کی جگہ نعت پڑھی جائے
Apni tarif apne aap
Bhai tumhe mirchi lagi hai keya
Usne thik kaha hai galat nhi
Aap Hazrat-e- Bilal r.a ke bare me kya kahenge,
aaqa ki naat kismat wala hi padta hai,, Awaz chahe buri ho ya acchi ho,, Aaqa ki mohabbat me padi jati hai,,,
50000 lene ke bad Dudh ka dulha banta hai yah apne aap ko nautanki
Ek dum right
Video Krna mana krte ho Asad bhai lakin apka video viral horaha hai
اسد اقبال خود بھی گانے کے طرز پر پڑھ رہا ہے اسگانے کومہدی حسن پاکستان نے گایا ہے
دل میں اک لہر سی آٹھی ہے ابھی
کوئی تازہ ہوا چلی ہےابھ
مگر کوئی روکنے والا نہیں تعجب تو یہ ہے کہ دوسرے کو گویا کہرہا ہےخود بھی وہی کام کر رہا ہے
Haayy haaayy itna uchhal kar bolne ki zaroorat hoti hai aaj tak nahi samajh paya haayy haayyy ki bajay subhan allah kiu nahi nikalta munh se alla rahem kare
اسد اقبال خدبھی سر لگا رہیںہیں ، ہوں ہوں
In naat khanon se puchiye ke Din ka kam Kitna kiye Hain
Asad iqbal wese दुनियादार hai lekin naat khani deen ka hi ek shoba hai jise imandar naat khan nibha rahe hain
Asad bhai sahab aap koi bhi jab tak account mein Paisa Nahin Jata aap Nahin Aate Jab Hamare Gaon Mein Jalsa tha aapke account mein 20000 Dala ja raha tha to aapane Kaha pura Dalenge to aaenge
मुफ्ती शहर यार सब बेशक एक अच्छे और होनहार आलिम है, लेकिन उनको यह ख्याल रखना चाहिए कि अगर किसी शायर को आप इसलाह कर रहे हैं। उसको समझा रहे हैं तो वह जलसा खत्म होने के बाद अलग से समझाया जा सकता है। ऐसा नही हुवा लेकिन उन्होंने यह ख्याल नही रखा और उसके बाद वह माइक में ही समझाना शुरू कर दिए, जिससे विवाद और बढ़ गया और इससे अवाम में क्या पैगाम जाएगा कि देखो यह लोग आलिम होकर स्टेज पर झगड़ रहे हैं। आपस में क्योंकि आजकल सोशल मीडिया का दौर है और 1 मिनट में वीडियो पूरी दुनिया में पहुंच जाती है तो उसे इस बात की ख्याल रखनी चाहिए
क्यों आप तक क्या पैगाम पहुंचा कुछ समझे नहीं ज्ञान देने आ गए मुफ्ती सहरेयार साहब बिलकुल आलिम होने का सबूत दिया है अल्लाह सलामत सच्चे आलिम को आमीन
Mufti sahab ne shi Kiya jisse sb ko islaaah ho gai
مفتی صاحب قبلہ نے بالکل صحیح کیا اگر کوئی عوام کے سامنے بھرے مجمع میں غلطی کرتا ہے
تو ایک عالم کا حق بنتا ہے بھرے مجمع میں ہی اس کی اصلاح کرے جس سے اوروں کی بھی اصلاح ہو جائے
مفتی صاحب قبلہ نے بالکل صحیح کیا
اس پر تو شبیر برکاتی صاحب کو مفتی صاحب کی بات ماننی چاہیے اور آئندہ سلیقے سے نعت پڑھنے کی یقین دلانا چاہیے
اس سے شبیر برکاتی صاحب کا وقار اور بڑھ جاتا سب کی نظر میں
لیکن نہیں انہوں نے الٹا مفتی صاحب سے ہی زبان درازی کرنی شروع کردی اور اس پر کفیل عنبر صاحب کو بھی مفتی صاحب کے بات کی تائید کرنی چاہیے وہ بھی الٹے مفتی صاحب کو ہی سمجھانے لگے.
کیا یہی اسلام ہے ایک عالم کو غیر عالم بتائے گا آپ کو کیسے سمجھانا چاہیے
ایک عالم قرآن و حدیث کی روشنی میں بات کرتا ہے
عالم کا وقار غیر عالم کیا جانے گا
اللہ ہم کو سب کو علماء کی ادب کرنے کی توفیق عطا فرمائے
اور نعت خواں حضرات کو نعت خوانی کا طریقہ و سلیقہ عطاء فرمائے آمین ثم آمین
Aap ki islah hui na janab
Mufti Shahre Yaar Sahab Qibla Haq per hain
Jabki Program ka unwaan hi hai "Islaahe Imaan o Amal Conference" to Awaam or Ulama or Sho'ara Sabke islaah ki baat kiye hain Mufti Shahre Yaar Sahab isme Kafeel Ambar or Shabbir Barkati ko Chhidne ki kya zaroorat thi Bhala
Ye khud gano ke sur me padhta hai
Or gane wala naat padh raha hai to jitni der naat padha sawab ka kaam hi Kiya or gane ke gunah se bhi bacha in
Janab ko apni soch positive Kane ki zarurat hai
Apno ke saht ladna achchi bat nahi he mufti saheb hamare he. Or aasiqe rasol sabbir bhai asad bhai bhi hamare he is se suniyat ka nuksan he dusra tisra maja lete he
Naseeht jaroori h
Mufti Shahre Yaar Sahab Qibla Haq per hain
Jabki Program ka unwaan hi hai "Islaahe Imaan o Amal Conference" to Awaam or Ulama or Sho'ara Sabke islaah ki baat kiye hain Mufti Shahre Yaar Sahab isme Kafeel Ambar or Shabbir Barkati ko Chhidne ki kya zaroorat thi Bhala
مفتی شہر یار صاحب قبلہ حق پر ہیں پروگرام کا نام ہی ”اصلاحِ ایمان و عمل کانفرنس“ تھا تو حضرت نے عوام علماء اور شعراء سب کے اصلاح کی بات کی ہے تو اس میں کفیل عنبر اور شبیر برکاتی کو مرچی کیوں لگ گئی؟؟؟
بائیکاٹ کیا جائے دونوں کا جب تک کہ مفتی صاحب قبلہ سے یہ دونوں کفیل عنبر اور شبیر برکاتی معافی نہ مانگ لیں تک ان دونوں کو کسی بھی جسلے میں عوام اہلسنت مدعو نہ کریں۔
Ye asad sabse bada pgl h😂 mufti shaharyar respect button❤
Nat khan ko itne paise kinyu dete ho ye log nabi mohabba me nahi paise ki mohabbat me aate hain janha paise nahi milte ye wanha bhatakte bhi nahi me to ye kahunga imamo ki tankha badhaiye
Sabbir barkati to islaah ki baat sun rha tha,magar kafil damber aur chaturvedi molana zabardasti uthaya shabbir ko,,,sab galti kafil or chaturvedi ki hai
Is se pahle bhi mufti sahab ne roka hai qn na mano
Waaah kya copy kia hai Gawaiyo ki...Ghulam Ali sahab ki Ghazal ki copy kiye ho ... Dil me ek lahar si uthi hai abhi
Direct name le kr padh kisko target kr k padhte
Wahi to hamesa ki taraha indirect padhte
देखिए आप सभी उलमा से हम यह कह रहे हैं की हो सकता हैं शब्बीर भाई सही से नात या कलाम पढ़ने में जो भी गलती हुई है आप उन्हें यूं स्टेज पर रुसवा नहीं करना चाहिए था आपको उन्हें प्रोग्राम के बाद उनकी इश्लाह कर देते ।
और अगर वह गलती कर भी रहे थे तो आप उन्हें सुन लेते हैं
इसकी वजह से नही कि वो क्या और कैसे बोल रहे है
बल्कि ये आप लोग ये सोचते कि वो जिक्र किनका कर रहे है।
अगर गलती समीर भाई ने की है तो आप लोगों ने भी साहब की नाफरमानी में कोई कसर नहीं रखा
अगर उन्होंने बेअदबी की तो आप लोगों ने भी साहबा की इज्जत नहीं की या उस वक्त।
Janab sabbir barkati jo hai unko mainul qadri bhi samjha chuke hai ek jagah aur unko islah diya gaya ke eco Kam Karo lekin wo maan hi na rahe hai ek do teen baar kaha gaya to wo Mane hi nahi
@mohdmujammil8606 तो फिर आप को बुलाया ही नहीं था और अगर आप ने बुलाया ही तो आप लोगों को ध्यान रखना था ऐसे किसी को लोगो के सामने बेइज्जत करना नहीं चाहिए था
@mohdmujammil8606 और चलिए हम मन लेते है उन्होंने गलत किया पढ़ने में
हालांकि हम मुफ्ती साहब के खिलाफ नहीं है पर उसकी साहब को उसे दिन भूरे शाह बाबा की उर्स में भी जब तीन चार रोज करके कभी कव्वाली कभी खातिब साहब जी लोगों को बुलाकर सबने जलसा किया ।
तब क्यों किसी ने भी कुछ नहीं बोला जब की इस्लाम में ढोल ताशे बजाकर नात खानी करने जायज नहीं हैं फिर भी
और सबसे ज्यादा गलती ना चैनल वालों ने भी किया है इन्हें उसे वक्त कैमरा ऑफ कर देना चाहिए था या फिर इस वीडियो को एडिट ही नहीं करना चाहिए था सोशल मीडिया पर अपडेट ही नहीं करना चाहिए था
Ap bhi to gane k dhun par hi gate ho
Kitne log chahte Hain kafil Ambar ko boy cut kara jaaye stated Na bulaya jaaye jasai jis ollma Yadav Nahin
Phone ko hath me le kr nath padhte ho
Sb theek h Asad Iqbal ko naat padhne ke liye bolaya gya h na ke takrir ke liye isla sirf Alim hi kare to sahi h tum apna baat padkr hato
शो बाजी खुद भी कर रहा
Fittin shayar asad iqbal asad iqbal zindabad 😂😂😂😂😂
Hshsh
Asad Iqbal tu bacha hai be sabbir barkati ka samne
Asad Iqbal Ne Jab Naat padhna chalu kiya th tab Sabbir is duniya me bhi nahi hoga
Kahan aasman Kahan zameen shabbeer ko sunte hoy aap ko kuch bhi samajh me aata hae
Bhai ayna apna sakl dekha #asad Iqbal zindabad
Shabeer barkati jab chaddi me phirta tha tab se Asad iqbal naat padh rahe hain
Asad ke piche ek mike leke bina matlab ka chikh pukar kar raha hai jabki bola gaya hai sanjidgi se naat sune mufti shahreyar zindabad
Yah janab sochte Hain ki bus yahi achcha padhna jante Hain to Bhai tumse acche padhne wale hamare ilake mein bade chhote chhote bacche Hain Jo tumse acchi padhte Hain ghamand mein masjid tumhen logon ne bus sir per bitha Rakha hai Bareilly Sharif ki vajah se Varna tujhse kuchh padhna bhi nahin aata khas tarike😅😅
😅😅😅
Mashallah
Masha allah
MASHA ALLAH