यह मेरी आवाज में डब की गई है. गुलजार साहब की आवाज से मिलाने का प्रयास किया है. कैसा लगा जरूर बताइएगा. हालांकि एक दो जगह कुछ त्रुटियां है लेकिन उन त्रुटियों को मैं खत्म नहीं करना चाहता, इसलिए कि लगे कि हमने कहा है और जो गुलजार साहब की कही हुई कविता है उसमें फर्क हो सके. 🙏
Good attempt
बहुत खूब🎉🎉🎉
यह मेरी आवाज में डब की गई है. गुलजार साहब की आवाज से मिलाने का प्रयास किया है.
कैसा लगा जरूर बताइएगा. हालांकि एक दो जगह कुछ त्रुटियां है लेकिन उन त्रुटियों को मैं खत्म नहीं करना चाहता, इसलिए कि लगे कि हमने कहा है और जो गुलजार साहब की कही हुई कविता है उसमें फर्क हो सके. 🙏