Sukh (Khushi) & Silence Aatma Ka Swadharm Hai- BK Rini USA

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 26 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 24

  • @Paramjeetgulati
    @Paramjeetgulati 7 днів тому +1

    Om shanti ji ❤❤❤🎉🎉🎉

  • @sabitashrestha4481
    @sabitashrestha4481 День тому

    Thank you baba🙏Thank you Didi 😇👌

  • @satyaprakashsingh2950
    @satyaprakashsingh2950 7 днів тому +1

    Om shanti sister ❤

  • @sujyoti9401
    @sujyoti9401 7 днів тому

    Om Shanti ❤

  • @RDYaduvanshi
    @RDYaduvanshi 8 днів тому

    Om santi baba ❤

  • @mamtajoshi6615
    @mamtajoshi6615 7 днів тому

    Many many thanks 🙏🏻

  • @SpiritualAwareness-w7y
    @SpiritualAwareness-w7y 8 днів тому +1

    Om Shanti
    Link for joining the classes is closed till December
    We will share once it's open
    Thank you

  • @gayatrideshwal2337
    @gayatrideshwal2337 7 днів тому +1

    मैं निरंतर साइलेंस हूं मेरे अंदर आवाज की दुनिया है यही याद रखना है❤

  • @AnitaDubey-l7x
    @AnitaDubey-l7x 5 днів тому

    Didi mujhe bhi apki live class attend karna hai

  • @rajeshvishwakarma1842
    @rajeshvishwakarma1842 7 днів тому

    Thank you

  • @rkpanda7818
    @rkpanda7818 8 днів тому

    Om Shanti didi

  • @amitamahajan419
    @amitamahajan419 8 днів тому

    Very well explained

  • @savitabhambri6980
    @savitabhambri6980 8 днів тому

    👍👍👌👌👌🎉🎉🎉❤️❤️

  • @ApneBabanusarMitheAtmaAkFriste
    @ApneBabanusarMitheAtmaAkFriste 7 днів тому

    भाग-1 --- बेहद के खूसी व खूशी में--- 99.99% अंतर ह अपने बाबानूसार-- खूसी में अंतर ह- या नहीं यह नीरनय अपने आप कर लीजीए---
    अपने बाबा दवारा साकार में सहयोग इस-एक फरीसते के माधयम से-- समजा (या समझा )रहे हं--- अपने बाबा के समज परकास में आने के बाद--- बेहद के खूसी ह व खूसी ह- पहले यह नीरनय कर लीजीए---
    अभी के खूसी---- खूसी नहीं--- बेहद एकरस सूख बेहद एकरस आनंद बेहद एकरस परेम के संतूसटी से सांंती ह-- सीरफ सांती में वीसवास करने वाले यहां से आगे ना पढे उनके लीए यह समज परकास नहीं ह--

  • @Default-xq7zq
    @Default-xq7zq 8 днів тому

    pyare baba apka kya kehena❤
    wah re mai atma😊
    wah sweet di❤

  • @Bkmanisha-nl7po
    @Bkmanisha-nl7po 8 днів тому

    Om shanti didi aatma aapaka online class kaise join kar shakti hai ?

  • @ApneBabanusarMitheAtmaAkFriste
    @ApneBabanusarMitheAtmaAkFriste 7 днів тому

    यदी असल सतय में रहना ह- तब मन सबद खतम करना उचीत मीठे एकरस ह - जब तक मन ह- तब तक सतय नहीं--- ऐसे बाबा में मन नहीं होता--- सीरफ बेहद नाटक के बूदधी व संसकार ह-
    अपने बाबा बेहद मीठे सतय खतम करने के या देने को नहीं कहता ह- अपने बाबा असतय या नहीं ह-- को कहते हं--- खतम करो अरथात अपने बेहद मीठे एकरस नीराकार एक बाबा को दे लीजीए---

  • @satyaprakashsingh2950
    @satyaprakashsingh2950 7 днів тому +1

    Mujhe bhi ye class join karana hai ,kindly link jald hi open kre❤

  • @ApneBabanusarMitheAtmaAkFriste
    @ApneBabanusarMitheAtmaAkFriste 7 днів тому

    भाग 2 बेहद के खूसी व खूसी में 99.99% अंतर ह- अपने बाबानूसार---
    भाग 1 के बाद- परकास का बदला हूआ रूप सरीर के रहते सरीर के सभी संबंध व परापती सथीती वाले के लीए यह समज परकास ह-- सतयूग तरेतायूग में--- कोइ भी संबंध या रीसते होता नहीं--- वहां खूसी या गम सबद होते नहींं---
    दवापर कलयूग में शरीर के रहते अतीइनदरीय या अतींद्रिय सूख या सवराजधीकार या एक से सभी संबंध- सबद होते नहीं---
    दवापर कलयूग के खूसी अरथात न समज होने से कीए वीकरम से परापत सथीती या ओर ही नीचे के ओर आने के सथीती अपने बाबा ने यह समजाया ह --- यदी अब से पहले खूसी था तब---
    अपने बाबा के समज परकास से अलग रह लीजीए--- जरूरत नहीं ह - जीसे पहले ही खूसी परापत ह-- समज से पहले को खूसी कह सकते हं--- या नहीं नीरनय अपने आप कर लीजीए---