साकेत - नवम सर्ग ~ मैथिलीशरण गुप्त (भाग 8)

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  • Опубліковано 15 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 17

  • @universal845
    @universal845 3 роки тому +1

    गुप्त जी की वाणी का ऐसा सरलीकरण प्रस्तुत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।

  • @tinku_294
    @tinku_294 4 роки тому +1

    बहुत ही अच्छा है

  • @tushardas4140
    @tushardas4140 4 роки тому +2

    भो श्रेष्ठ! आपके समझाए गए प्रत्येक शब्द से आपकी साहित्यिक क्षमता दृष्टव्य है। अन्य अधिकतम शिक्षकों से भिन्न, आपका भावार्थ के साथ शिल्प सौंदर्य समझाना मेरे लिए रमणीय है क्योंकि इतने अलंकृत काव्य में आभूषणों पर मुग्ध न होना हानि है।

  • @vijendratiwari1252
    @vijendratiwari1252 4 роки тому +1

    Very nice explained sir

  • @shivamshukla3292
    @shivamshukla3292 4 роки тому +1

    Nice

  • @guptagupta2696
    @guptagupta2696 5 років тому +2

    धन्यवाद

    • @BaatenSahityaKi
      @BaatenSahityaKi  5 років тому +1

      भाग 9 (अंतिम भाग) भी आ गया है!

  • @anjupundir3861
    @anjupundir3861 5 років тому +3

    Thanks Sir ji Dil se

  • @ArvindKumar-ik7kb
    @ArvindKumar-ik7kb 5 років тому +2

    Very nice sir

    • @BaatenSahityaKi
      @BaatenSahityaKi  5 років тому

      धन्यवाद अरविन्द जी।

  • @vandanatripathi1131
    @vandanatripathi1131 5 років тому +2

    Thanku so much sir

  • @divine.0707
    @divine.0707 5 років тому +2

    First like sir ji

  • @suchitrakulkarni9772
    @suchitrakulkarni9772 5 років тому

    Thnx sir ji