MLA महोदय एक भी त्यौहार एक जैसे नहीं बताया मैं भी आदिवासी हूं हमारे यहां सारे त्योहार मनायें जाते हैं होली=फाग तिहार- सारे आदिवासी क्षेत्रों में फाग तिहार मनाया जाता है फाग गीत गाए जाते हैं। होलिका दहन होता है। अक्षय तृतीया या अक्ति=पंडूम- इस पर्व तक नये फल आदि नही खाते इसी दिन देव पितर में भोग लगा कर नये फल फूल ग्रहण करते हैं ।हिन्दूओं में इसी दिन से कृषि कार्य करते हैं ।हम लोगों में थोड़े विलंब से कृषि कार्य करते हैं इसलिए बीज ले जाने के लिए विज्जा पंडूम फिर से मनाते हैं । हरियाली अमावस्या=आमूस - हरेली श्रावणी अमावस्या को मानाई जाती है। आदिवासी समाज अलग-अलग दिनों में मनाता है किन्तु आमूस तिहार कहा जाता है जो अमावस का अपभ्रंश है।हिन्दू और आदिवासी दोनों एक ही तरीके से औषधीय पौधों को खेत खलिहान,गोठान और घरों में लगाते हैं और अच्छी फसल और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। दशहरा =दसरा- बस्तर का दशहरा विश्व प्रसिद्ध है और इस पर्व का संबंध रावण वध से नही महिषासुर मर्दिनी दुर्गा से है।शक्तिपूजा,शस्त्रपूजा यहाँ के राजा बहुत समय से करते आ रहे हैं। पूरे क्षेत्र के देवी देवता को दसरा में आमंत्रण दिया जाता है।सारे आदिवासी देवता दसरा में भागीदारी करते हैं।यदि इस समय कोई सिरहा को देव बैठायें तो देवी भी नहीं आता कहते हैं देव दसरा गया है। दशहरा हिन्दुओं का त्यौहार और जाते हैं आदिवासी देवी देवता तो आदिवासी हिंदू क्यों नहीं? दीपावली(राज दिवाड़/राज दियारी)=दीपावली को स्थानीय बोली में राज दिवाड़/राज दियारी बोलते हैं। राजा दिवाड़/राज दियारी के बाद गांव गांव में दिवाड़,दियारी मनाते हैं।मनाने के तरीके और समय में कुछ अंतर हो पर नये अन्न को घर ले आने की खुशी में मनाते हैं अन्न की पूजा मां के रूप में की जाती है दियारी के पूर्व जो रस्म होता *चाउरधोनी* कहते हैं जिसमें नये अन्न की खिचड़ी बना कर कुल देवता पितृ देवता को अर्पण करते हैं। और हिन्दू अन्न को अन्नपूर्णा मां लक्ष्मी के रूप में पूजते हैं।हम बचपन से ही पढ़ते आ रहे हैं दीपावली हिन्दूओं का सबसे बड़ा त्यौहार है और उसी दीपावली को आधार बनाकर दिवाड़ दियारी मनाने वाले आदिवासी हिन्दू क्यों नहीं❓
@@bhursinghdindor7851बिल्कुल सही कहा आपने, पाकुड़, साहेबगंज, दुमका, जामताड़ा, गिरीडीह गोड्डा गढ़वा इन जिलों में क्या है -आदिवासी से मुस्लिम, ईसाई बन रहे हैं।
@@rameshmanat3272 कोई व्यक्ति खुद की मर्ज़ी से कोई भी धर्म अपना सकता हैं... लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि पूरे आदिवासी समाज के ऊपर उनकी मर्ज़ी के बिना कोई भी धर्म थोप दो
Sindur sirf hinduo k liye nhi bana hai bhai ham sachai ko mante hai jise dekh sake mahsus kar sake jaise jal jangal jamin agni wasp jo jindagi deti hai
सभी सनातन के अंग है हिंदू शब्द बाहर से आया है बाहर के लोगों ने हमको संबोधित किया और रही बात आप लोगो के अलग होने की तो शिवाजी महाराणा प्रताप को आपको भूलना नहीं चाहिए इनके वजह से ही आज जो भी है समुदाय भारत में बच्चे है 🙏🏼
मुस्लिम कभी नहीं बोलता मे सिया हु या सूली हु वो बोलता है मे मुस्लिम हु लेकिन हिन्दू को हिन्दू बोलने मे शर्म आती है कोई ब्राह्मण है कोई राजपूत है कोई आदिवासी है बहुत शर्म की बात है
आदिवासी शादी करते वक्त, हमेशा राईट साइड में फेरे लेता है, हमारा कोई भी काम पृथ्वी की तरह राईट साइड घुमते है, लेप साईड में आदिवासी समाज का कोई काम नहीं होता है, हमारा कल्चर पृथ्वी प्रकृति और कुदरत से जुडा है, जय 🙏🙏 जोहार जय भिलपरदेश जय आदिवासी जय प्रकृति
isliye education jaruri hai agr sahi se padhai ki hoti to esa nahi bolta hampe koi dharm thop nahi raha hai kyoki aadivasiyo ke adipurush hai mahadev phir hum hindu kyu nahi hai
आदिवासी ही हिन्दू हैं धर्म में फूट मत डालो हमारे पूर्वज कई वर्षों से गांव, हाट बाजार, या रास्ते में पहचान के लोग में मिलते हैं तो राम राम बोलते हैं और 3,4 से वोट लेने के लिए पार्टीयां बना दि कि भाई हम जोहार वाले हैं कोई कहता है हम जयस वाले हैं जब हमारे किसान भाई हल जोतते है तो श्रीगणेश करते हैं कोई नारियल भि तोडता है लेकिन भगवान का नाम तो लिया जाता हैं ना और आप लोगों ने देखा होगा की हर गांव में बजरंग बली का मंदिर तो होता हि है अब आप बताओ धर्म के नाम पर लोगों के मन भरम हि डाल रहे हो ना क्या मेने सही कहा या गलत कमेंट करना जय आदिवासी राम राम जी
ऐ कहते हैं हम हिंदू नहीं है आदिवासी हैं। लेकिन अगर दुसरा कोई इन्हें आदिवासी बोल दे तो ऐ आरोप लगाए कि मुझे जाती सूचक शब्दों का उपयोग किया औरSc St एक्ट में रिपोर्ट लिखवा देंगे।
Acculturation hota h bhai , or 3-4 generations se koi culture followed ho rh ho to fir next generation question nhi krta sirf usi ko sach manta jaataa h jaise converted Muslims khud ka past n pta fir b Muslim manta h , vaise hi Hindu dominated religion tha or rule krne lga definitely ruler k orders jo follow n krega Mara jaega Isi Tarah culture me milawat hota gya or isko Anthropology term me ACCULTURATION bolte h , dusri baat tum jis sanatan ki baat krte ho vo b tribals ka ideology h or jo Brahman/ Aaryan bhahr se aaye the un logo ne hi ye Bhagwan, religion, varna system, caste system, Vedas puraans apne man marji apni kalpnik ability se likhe h , yahi wajh h aaj ka youth education lekar khud ki past ko janne lga h or sahi galat ka fark dekhne awaaj utaane lga h JNU k ancient history department me bahut kuch mil jaega , sach ka data rakho fir bahskro acchha hoga
जब एक गरीब व्यक्ति को कोई ताकतवर व्यक्ति दंडित करता है और आदिवासी समझा के लोगोपर अत्याचार होते है तब देवी देवता कहा चले जाते है आज तक इंदौर से 235 के क लगभग लड़कियां गायब हो चुकी तब देवी देवता कहां चले गए थे छोटे छोटे बच्चों पर अत्याचार होता है रेप होता तो देवी देवता कहां चला जाता है
@@Navalmandloi146 kashmir me lakho pandito ki htya hui... mughlo ne lakho hindu o ko mar dala... Kya pandito ne dharm chhod diya?? Kal uth ke Koi Bada takatvar Adivasi apko marega to Ap Apne ap ko Adivasi nhi esa kahoge?? Kya apke gar me Zagda ho to ap gar chhod doge??
@@Navalmandloi146 देवी ददेवता एक शक्ति है।यदि आप उनसे जुड़ते हो। नियम का पालन करते हो ।तो आपको वे शक्तिशाली बनाती है। वे खुद नही आते है। जितने भी देवी देवता है। वे एक शक्ति का नाम है । जो हर इंसान के अंदर होती है। आध्यात्मिक योग से हम इन्हें पा सकते है।
हिंदू धर्म में शादी करनी हो तो शुभ मुहूर्त देखा जाता है आदिवासियों में शादी करनी हो तो लड़की लड़का पक्ष के जब भी सहमत हो तब शादी कर सकते हैं हिंदुओं की शादी मंदिर में होती है और आदिवासियों की शादी घर के आंगन में होती है हिंदुओं में अग्निकुंड का फ्रेरे लेते हैं आदिवासी में मंडप का जहां पर अपने पुरखों को स्थापित किया जाता है और हिंदुओं में पृथ्वी के विपरीत दिशा में फ्रेरे लेते हैं और आदिवासियों में पृथ्वी जिस दिशा में घूम रही है उसी दिशा से फ्रेरे लेते हैं
क्या फर्क पड़ता है आदिवासी हिन्दू है या नहीं जब वो खुद को हिंदू नहीं मानते तो अपने को क्या । नहीं मानना हो तो उनकी मर्जी। जबर्दस्ती उनके ऊपर धर्म थोपना।
@@Radheshyamthakur56941Tu mat Maan na ..hamare idhar jitne bhi adivasi hai sab hindu dharm ko maante hai kisi ko koi problem nhi hai...tere jaise hi anpadho ko problem hai ...sale gawar ,...
पत्रकार महोदय आदिवासी के मध्य जाए और सिर्फ राजस्थान ही नही झारखंड से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक जाए, स्टूडियो से आपको भिन्नता नही नजर आने वाली है।यहां कॉमेंट में कई भिन्नताओ का जिक्र किया जा सकता है लेकिन कभी सुदूर जंगलों, पहाड़ों, बीहड़ों में जाकर आदिवासी के जीवन शैली एवम संस्कृति को नजदीक से देखिए तब आपको जानकारी प्राप्त होगी कि किस तरह आदिवासी अन्य धर्मों से भिन्न है। जोहार 🙏
भाई इस देश पर कितनी बार आक्रमण हुआ है पता कीजिये। शरणार्थियों ने जब जब भी इंडिया के आदिवासियों पर आक्रमण किया तब तब धर्म थोंपते गए हैं आज से नही 5000 हजार सालों से इतिहास उठाइयेगा ओर पढ़ियेगा ।। आज भी यही जबरन हिन्दुडे बनाने में लगे हैं ।।
भाई ये लोग राजनीति के चक्कर में खुद को अलग करने मैं लगे हुए हैं भाई मैं भी आदिवासी समुदाय से हूं और मुझे कुछ और पुछना चाहते हो सब बता सकता हूंतो आदिवासी हिन्दू एक है जय श्री राम 🚩🚩🚩 जय आदिवासी 🚩🚩🌿🙏
मे भी आदिवासी हु और मे सभी त्यौहार मनाता हु, होली दिवाली रक्षाबंधन सभी ऐसा कौन सा आदिवासी है जो पूजा पाठ नहीं करता सभी करते है सभी क घरों मे जाके देख देवी देवताओ की फोटो मिलेगी तेरे को विधायक बनाने वाले ही पागल होंगे
हिन्दु धर्म कुछ नही एक जाति वंश कुल की सामाजिक व्यवस्था है, जिसे वर्ण व्यवस्था कहते है । जिसे ईश्वर, भगवान की आस्था के नाम पर अन्य जाति, वर्ग को डराकर उन लोगों पर थोपा गया है । इस सामाजिक व्यवस्था में उसकी हैसियत उसकी जाति में जन्म लेने के आधार पर तय होती है ।
आदिवासियों का पहला पर्व हमारे यहां दीतवारी नामक तैयार से मनाया जाता है यह पर्व के समय खेतो की फसल पूरी तरह से जमीन से बाहर निकल जाती है तब मनाया जाता है उसके बाद दिवासा और नवाए का त्योहार आता है जिसमे नई फसल की जब तक पूजा नही होती तब तक फसल को घर का मुखिया नही खा सकता जब तक नवाए की पूजा नही हो जाती और नवाए के दिन पूरी रात भर गरबा गया जाता है क्या हिंदू धर्म ये सब होता है
@@akkieditz6052जय जोहार कहने पर आपको क्या गलत लगा ये बताए हम आदिवासी हे और आदिवासी रहेंगे रही बात आदिवासी इस देस का मूल मालिक हे और किसी का गुलाम नही वो सिर्फ प्रकृति को मानता है
आदिवासी में खुद हूं लेकिन राम को नहीं मानना हनुमान जी को नहीं मानना यह बिल्कुल गलत बात है आदिवासी होते हुए आज आदिवासी नहीं मान रहे थोड़ी हनुमान जी क्यों आ रहे हैं होली हनुमान जी आदिवासीकितनी आ रही है तुम बोल रहे हम आदिवासी को हनुमान जी कोनहीं मानते
@@ShivlalninamaShivlalnina-vs5io AAP adivasi ho to eska kya pahchan takhate ho,,,,,, Aur kisi devta ko manana ye niji visay hai aek baman hoke esai man sakta hai ,,,jain mandir me ja sakta hai eska matlab o esko manta nhi bhai o ram ko hi manega ghar me
सही है में भी आदिवासी hu Hanuman ji को मानता हु राम जी को मानता हु दिवाली पर पटाखे फोड़ कर जश्न मनाता हूं राखी पर बहन से राखी बंधवाता hu हरियाली आमावश्य को मानता हु ये सब खाली फोफट में राजनीति कर रहे हैं chutiya बना रहे हैं हा मानते है आदिवासी हिंदू में नही आते हैं उनकी एक अनुसुचित जाति, जन जाति है लेकिन भगवान को न मानना , s सिंदूर न लगाना ,मंगलसूत्र न पहनना ये सब राजनीति है हमारे आदिवासी में सब करते हैं ये कोन होते हैं एक महिला के आस्था को रोकने वाले MLA साहेब को थोड़ी स्टडी करनी चाहिए
भाई आदिवासी कभी हिन्दू नहीं था और नहीं है , आदिवासी की अपनी खुद की - संस्कृति ,भाषा बोली , वेषभूषा , रीति रिवाज, रहन सहन ,हिन्दू धर्म से बिलकुल अलग है तो फ़िर आदिवासी हिन्दु कहा से हुए ! इस लिए अभी भी जाग जाओ मेरे आदिवासी भाई यो इन विदेश से आये आर्यो के चक्कर मैं अपनी संस्कृति मत भूल जाना जोहार जिंदाबाद जय जोहार जय आदिवासी जय भीलप्रदेश 🌳🪓🐯🏹
1._ Yeh padhe likhe vidhayak sahab ko yeh ni pta ki hindu me purvajo ki puja hoti h .. 2.- Sabri St community (kol ) thi and bhagwan ram ko bhagwan manti thi .. 3- Culture almost same h bs name alag alag ho gaye h .. 4- language to jagah k hisab se change ho jati h bundeli , malvi , nivadi , awadhi .. 5- hm bhi birsa munda and tantya bheel ko mahan vyakatitva and dev tulya mante h
यह आदीवासी हे ही नहीं बोलने सै मालूम पड़ता है आदमी अलग अलग बात कर रहा है यह आदीवासी शहर कै जुगी झोपड़ी मैं पैदा हुआ है एक कोनै मैं ईस लिए ईसे वार तैवार मालुम नहीं है ।
आदिवासी संस्कृति बहुत कुछ हिंदू धर्म से जुड़ी हुई हैं। आदिवासी समाज लगभग 46 जनजातीय समूह में विभाजित है। इन सारी जनजातियों के रीति रिवाज अलग अलग है। तो फिर आदिवासी किसे माना जाए। आदिवासी होने का मतलब ये नही की वह जंगल में रह रहा हो बल्कि उसकी संस्कृति में एकता होनी चाहिए,जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। तो भाई आदिवासियों हिंदू नही है ये कहकर इस देश की एकता में और शेंध ना लगाया जाए। आदिवासी ही असली सनातनी हिन्दू है।आदिवासी संस्कृति ही हिंदू धर्म को प्रस्तुत करती है।ये जो अनपढ़ राजनेता बनकर बैठे है,उन्हे बस वोट चाहिए और वोट के खातिर कुछ भी बोल और कर सकते है। जय आदिवासी जय सनातन संस्कृति।
@@akkieditz6052 बहुत गर्व है तभी तो तुम लोगों की सुलगी रहती है कि कही हम अलग धर्म में चले गए तो तुम अकेले रह जाओगे मुठ्ठी भर । दलित आदिवासी के साथ घटना इसलिए घट रही है क्योंकि वो हिंदू बने बैठे हैं अलग धर्म कोड के अभाव में सो जब हम अलग हो लेंगे न तब देखना तू किसके साथ घटना घटती है 😀😆😄
@@DipakKulat-i3l😂😂😂 अबे कहाँ लिखा हुआ है भाई ऐसा की आदिवासी मांस नही खाता है अरे भई सबसे पहले अनादि काल में आदिवासी कच्चा मांस खाते थे किसी भी जानवर को नही छोड़ते थे तभी तो आज उनके वंश हम है हा हा ररा😂😂😂
@@DipakKulat-i3lअबे कहा लिखा है आदिवासी मांसाहारी नही है 😂😂 आदिकाल में क्या खाते थे हमारे पूर्वज ये बताओ पहले 😂 इसमें बदनाम करने वाली कोणसी बात हो गई हम मांस खाते हैं और देशी महुआ की शराब भी आदिकाल से ही पीते खाते हैं यही हमारी पहचान है हिंदू धर्म में ये सब allow है क्या😂 कुल मिलाकर हम सर्वाहारी है बात खत्म 😂 जोहार ❤ आमे जोहार वाला ✊🏹😍 जय जोहार जय आदिवासी जय भीलप्रदेश
अगर ऐसा बात है तो दुर्गा, शिव, पार्वती, मनसा, कालि, गणेश , सरस्वती, विश्व कर्मा ........की मुर्तियां क्या प्रकृति हैं 😅😅😅 हम आदिवासी प्रकृति पुजक हैं मुर्ति नहीं
आदिवासी समाज प्रकृति पूजक समाज है हमारे आदिवासी समाज में सलावनी, जातर, वाड़ी माता, नवाई आदि के नाम से प्रचलित मंडलीयां होती है जिसमे पूरे गांव के लोग 1 स्थान पर एकत्र होकर प्रकृति की पूजा करते है यदि जब तक सलावनी नही होती है तब तक नए फल सब्जियां जैसे पुवाडिया की भाजी, रजन की भाजी, और कई भाजियां जो बरसात के बाद उगती है पूरा गांव मिलकर उसे प्रकृति को चढ़ाने के बाद ग्रहण करते है वैसे ही शादी में भी हमारे पूरे पूर्वजों का नाम लेकर भराड़ी बनाई जाती है जिसमे 1 रात का समय लगता है हमारी समाज में हर अलग अलग जात के लोगो के अलग अलग पेड़ होते है जिसको नोतर के लाया जाता है इतना कुछ दूसरा कोई भी समाज नहीं करता है ये में विश्वास के साथ कह सकता हु । आप किसी गांव में मेरे साथ चलना और किसी 60 70 वर्ष के बुजुर्ग को पूछना की आपने ये जो वर्तमान में मंदिर में मूर्तिया विराजमान है उनको कब से देख रहे हो तो वो साफ साफ कहेंगे कि यही 18 या 20 साल हुए होंगे इन मूर्तियों को देखते देखते। #जोहार🏹 मां प्रकृति की जय हो
भाई ये लोग राजनीति के चक्कर में खुद को अलग करने मैं लगे हुए हैं भाई मैं भी आदिवासी समुदाय से हूं और मुझे कुछ और पुछना चाहते हो सब बता सकता हूंतो आदिवासी हिन्दू एक है जय श्री राम 🚩🚩🚩 जय आदिवासी 🚩🚩🌿🙏
Sacchi bat to ye h jab se btp party ka nirman hua h tb se he ye hua h jabki aadivasi ke log sabki devi devto ki puja krte h Hamare vha to khud aadivasi pujari h
हम आदिवासियों की रूढ़ी प्रथा, रीति नीति, नेगाचार, संस्कार, संस्कृति, जीवन शैली विशिष्ट है एवं अन्यों से भिन्न भी है। पत्रकार महोदय को सर्वप्रथम आदिवासियो पर गहरी समझ विकसित करने की आवश्यकता है।
हिन्दू धर्म किसिका है हमें कोई आपत्ती नही हम एक आदिवासी हैं हमें हमारे ही भाईयों ने घसिटाऔर यह धर्म थोपा हिन्दू कि धर्म की पुंछ होती है हमारे आदिवासी को मुस होती है जोहार
@@Shankarmahavir9090 भाई राजनीति के सकर में आप मत पड़ो राहुल मोदी योगी मोहन भागवत हमारे बाप नहीं और सनातन का मतलब कोई धर्म नहीं होता हम आदिवासी का धर्म अनादि काल से सला आ रहा है हम आदिवासी हि है और इंसानियत से बड़ कर कोई धर्म नहीं होता धर्म से बड़ा इंसान है
सबकी अपनी अपनी विचारधारा है आदिवासी भाई अपने आपको हिंदु नहीं माने तो कोई बात नही परंतु सनातनी तो है। पूर्वजो की जहाँ तक बात करते है सभी समुदाय मे पूर्वजो की पूजा पहले होती है फिर देवी देवता की होती है । आदिवासी समुदाय मे भी जो लोग टोना टोटका तंत्र मंत्र करते है इन्ही देवी देवताओ का नाम लेकर करते है जिन्हे नकार रहे है। कुछ सामाजिक विचारों के विरोध मे समाज को तोड़ने का काम मत कीजिये यही सबसे विनती है। नही तो देश की सुरक्षा वापस गुलामी की राह पर चल जाएगी।। देशहित् की बात करना सर्व समाज को अपना भाई बंधु मानना यही प्रेरणा देवे।।
@@krishnavlogsmp4592 kisne kaha tum hindu ho, tum adiwasi ho hindu nhi ho...or hamare bhagwan ka name se apna name mat rakho...apna name badlo or kisi adiwasi bhagwan ke name se name rakho...
तुमको क्यों thage जब तुम हिन्दू ही नहीं हो, जो तुम्हारे काम की चीज़ नहीं तुम उसके बारे मे बात भी ना करो तो अच्छा है, रही बात किसी हिन्दू बहन से शादी की तो क्यों करे आदिवासी से शादी हमारे हिन्दू धर्म में क्या ladko की कमी है
@@Mohitdb09 धर्म के नाम में डूबे हुए अंधे लोग हो तुम गले और हाथ में भगवान के नाम के धागे बंधे होने के बावजूद यदि 1 फिट की बिल्ली तुम्हारा रास्ता काट दे तो तुम्हारी फट जाती है इसे ही पाखंड कहते है।
विधायक जी ने अच्छा इंटरव्यू दिया है किंतु पत्रकार महोदय एक पत्रकार की हसरत से बात नहीं कर रहे थे वह एक हिंदू पक्ष की तरफ से बात कर रहे थे जो की पत्रकारिता के लिए अच्छी बात नहीं है
सबसे पहले इनको ये बताना पड़ेगा कि 1871 से 1951 तक हमारा अलग से धर्म था आदिवासी धर्म में गिना जाता था और हम लोगो का शादी होता था तो दूसरे तरफ से घूमा जाता है
MLA महोदय एक भी त्यौहार एक जैसे नहीं बताया मैं भी आदिवासी हूं हमारे यहां सारे त्योहार मनायें जाते हैं
होली=फाग तिहार- सारे आदिवासी क्षेत्रों में फाग तिहार मनाया जाता है फाग गीत गाए जाते हैं। होलिका दहन होता है।
अक्षय तृतीया या अक्ति=पंडूम- इस पर्व तक नये फल आदि नही खाते इसी दिन देव पितर में भोग लगा कर नये फल फूल ग्रहण करते हैं ।हिन्दूओं में इसी दिन से कृषि कार्य करते हैं ।हम लोगों में थोड़े विलंब से कृषि कार्य करते हैं इसलिए बीज ले जाने के लिए विज्जा पंडूम फिर से मनाते हैं ।
हरियाली अमावस्या=आमूस - हरेली श्रावणी अमावस्या को मानाई जाती है। आदिवासी समाज अलग-अलग दिनों में मनाता है किन्तु आमूस तिहार कहा जाता है जो अमावस का अपभ्रंश है।हिन्दू और आदिवासी दोनों एक ही तरीके से औषधीय पौधों को खेत खलिहान,गोठान और घरों में लगाते हैं और अच्छी फसल और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं।
दशहरा =दसरा- बस्तर का दशहरा विश्व प्रसिद्ध है और इस पर्व का संबंध रावण वध से नही महिषासुर मर्दिनी दुर्गा से है।शक्तिपूजा,शस्त्रपूजा यहाँ के राजा बहुत समय से करते आ रहे हैं। पूरे क्षेत्र के देवी देवता को दसरा में आमंत्रण दिया जाता है।सारे आदिवासी देवता दसरा में भागीदारी करते हैं।यदि इस समय कोई सिरहा को देव बैठायें तो देवी भी नहीं आता कहते हैं देव दसरा गया है। दशहरा हिन्दुओं का त्यौहार और जाते हैं आदिवासी देवी देवता तो आदिवासी हिंदू क्यों नहीं?
दीपावली(राज दिवाड़/राज दियारी)=दीपावली को स्थानीय बोली में राज दिवाड़/राज दियारी बोलते हैं। राजा दिवाड़/राज दियारी के बाद गांव गांव में दिवाड़,दियारी मनाते हैं।मनाने के तरीके और समय में कुछ अंतर हो पर नये अन्न को घर ले आने की खुशी में मनाते हैं अन्न की पूजा मां के रूप में की जाती है दियारी के पूर्व जो रस्म होता *चाउरधोनी* कहते हैं जिसमें नये अन्न की खिचड़ी बना कर कुल देवता पितृ देवता को अर्पण करते हैं। और हिन्दू अन्न को अन्नपूर्णा मां लक्ष्मी के रूप में पूजते हैं।हम बचपन से ही पढ़ते आ रहे हैं दीपावली हिन्दूओं का सबसे बड़ा त्यौहार है और उसी दीपावली को आधार बनाकर दिवाड़ दियारी मनाने वाले आदिवासी हिन्दू क्यों नहीं❓
पूर्वजों की पूजा हम भी करते है राजस्थान के आदिवासी लेकिन हम हिंदू है
एक बार जोर से बोलो जय जय श्री राम
हिंदू मैरिज एक्ट आदिवासी पर क्यों लागू नहीं होता वो थोडा पढ़ लो।
@@IITian-RJ par adivasi murti nhi pujte aur my murti banata hu
@@YogeshPatel-pc2wrBhai ye andh bhakt hai...ise aadivashi kq itihas nahi pata 😂
@@SanjayvasavaSanjayvasava-s5n मै आदिवासी हू सिर्फ प्रकृति पूजक हु ।
Jai jai shree ram 💪🚩
आदिवासी हिंदू नहीं है तों क्रिचियन भी नहीं है
क्रिचियन बनें आदिवासियों के खिलाफ भी बोलना चाहिए।
आदिवासियों की महान धर्म संस्कृति है
Right bola उसमे ये nhi bolenge or बहुत आदिवाची ईसाई धर्म परिवर्तन कर लिया उनका क्या होगा
@@bhursinghdindor7851बिल्कुल सही कहा आपने, पाकुड़, साहेबगंज, दुमका, जामताड़ा, गिरीडीह गोड्डा गढ़वा इन जिलों में क्या है -आदिवासी से मुस्लिम, ईसाई बन रहे हैं।
कहां बोलेंगे नही बोलेंगे ये सिर्फ हिंदू सनातन धर्म पर बोलते है
किसी अन्य। धर्म पर बोलेंगे तो इनकी फट जाती है
@@rameshmanat3272 कोई व्यक्ति खुद की मर्ज़ी से कोई भी धर्म अपना सकता हैं... लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि पूरे आदिवासी समाज के ऊपर उनकी मर्ज़ी के बिना कोई भी धर्म थोप दो
दूसरे धर्म पर बोलने पर पिछवाड़े फटने का डर है इनको
आदिवासी हिंदू नही है हम प्रक्ति पूजक है ,,सेवा जोहार
हम हिंदू नहीं है हम आदिवासी थे, आदिवासी है और आदिवासी रहेंगे..! उलगुलान जारी रहेगा..! जोहार.!✊🏹
Aap yeh bataiye aap bhil hain , gond , muriya , bhariya , sahariya , koytar , pradhan , baiga , korku , halwa kis janjati se ho sahab
@@Allowmetodoanything me #surname #marskole #Gond_tribe se aata hu bhai
✊।।जोहार।।🏹
✊।।उलगुलान जिन्दाबाद।।🏹
@@Allowmetodoanything भील समाज
Jay johar kaa nara hai bharat desh hamara hai ek teer ek kaman aadiwasi ek saman
विधायक साहबने आदिवासी भाईलोगों को बहुत अच्छी तरहसे समझने का प्रयास किया है धन्यवाद
मेरे तो जितने भी आदिवासी दोस्त है सब के सब हिंदू ही है हमारे साथ ही मंदिर जाते है भगवान को पूजते है.
Ham log Hindu nhi hai ham log sirf mitee ki puja karte hai
दुनिया में सबसे श्रेष्ठ धर्म आदीवासी धर्म है
@@sureshkatara5471 जैसे क्या मान्यता है इस धर्म की?
हमारे यहां तो जोहार सलाम बोलने वाले भी काफी हो गए है😂
me adivasi hu aur sath hi hindu hu
Jo hindu nahi hai vo आरक्षण लेना बंद करे
@@sureshkatara5471 😄😄😄ना समझ balak
Pathhar baj ho tum
आदिवासी महिला जो सिंदूर कि मांग भर्ती है वो कोन है विधायक महोदय से प्रशन है
सही सवाल भाई
Sindur sirf hinduo k liye nhi bana hai bhai ham sachai ko mante hai jise dekh sake mahsus kar sake jaise jal jangal jamin agni wasp jo jindagi deti hai
पहले तेरी दादा दादी से पूछना की वो मांग भरते थे या नही 😅
Hamare ghar me sindur nhi chalta hai fir bhi sundar dikhne ke lia sindur lagate hai
सभी सनातन के अंग है हिंदू शब्द बाहर से आया है बाहर के लोगों ने हमको संबोधित किया
और रही बात आप लोगो के अलग होने की तो शिवाजी महाराणा प्रताप को आपको भूलना नहीं चाहिए इनके वजह से ही आज जो भी है समुदाय भारत में बच्चे है 🙏🏼
धर्म के कालम मे आदिवासी/मूलनिवासी ऑप्शन दे दे सरकार फिर देखना कितने आदिवासी है और कितने हिन्दु । डिबेट ही बंद हो जाएगी ।
आदिवासी भारत के मुलनिवासी है ये तो इतिहास को भी पता है भाई साहब 🎉
@@KamalsinghPateliya6africanwasi kb se mulnivasi ho gya ,hindu h mulnivasi baki saare jangli h
@@KSH132 jangali to share viswa hai ji jangli se bna Share manav mere bhai to ap ka vansh kya upper se tapka kya
@@KamalsinghPateliya6 मुख se paeda huaa h bhai
किसने बोला आदिवासी हिन्दू है 😱🤬🤬🤬 i am not hindu I love आदिवासी
आदिवासी भाई सपोर्ट करे धन्यवाद 👍❤
हम हिन्दू हैं
हिंदू कि परिभाषा पता है आपको? अगर हिंदू हो तो ऊंच हिंदू हो या नीच हिंदू हो?
हम मिल है और भिल प्रदेश बनकर रहेंगे
MEENA G he.......
@@prakashchandmeena1331 hindu log adivasio ko hindu nhi samajhte hamesha bhed bhaw karte hai kabhi kisi hindu ne adivasio se rishta jora hai kya
@@Shivnath72604 aaj tk aapko kbi kisi ne bola kya aap hindu nhi ho
मुस्लिम कभी नहीं बोलता मे सिया हु या सूली हु वो बोलता है मे मुस्लिम हु
लेकिन हिन्दू को हिन्दू बोलने मे शर्म आती है कोई ब्राह्मण है कोई राजपूत है कोई आदिवासी है
बहुत शर्म की बात है
शुद्र भी है।
@@m0ntubanna60 kuch bhi ho sabse acche he par, or ye sab rajneeti he
हिंदू कोई धर्म नही है।
Adivasi mash macchi khata h , chamatkar ko nhi maanta , murti puja nhi krta, andhbhakti ko nhi manta or b Kai reasons h
@@m0ntubanna60 ye bade jaat k log adivasio ko hindu mante he nhi hamesa bhed bhaw karte hain
आदिवासी शादी करते वक्त, हमेशा राईट साइड में फेरे लेता है, हमारा कोई भी काम पृथ्वी की तरह राईट साइड घुमते है, लेप साईड में आदिवासी समाज का कोई काम नहीं होता है, हमारा कल्चर पृथ्वी प्रकृति और कुदरत से जुडा है, जय 🙏🙏 जोहार जय भिलपरदेश जय आदिवासी जय प्रकृति
Bilkul sahi.... Jai budha Dev...seva johar
यह लोग जबरदस्ती आदिवासियों पर हिंदू धर्म थोपना चाहते हैं आदिवासी हिंदू नहीं है जय जोहार जय आदिवासी जय मत्स्य राज
Ye log rss wale hai adiwasiyo ka todna chachte hai dhram ke naam par
जय जल देव महाराज🎉❤❤
To aap log gavri q khelte ho
Adiwasi ko fir se bevkuf bnaya ka raha 😂😂😂
isliye education jaruri hai agr sahi se padhai ki hoti to esa nahi bolta hampe koi dharm thop nahi raha hai kyoki aadivasiyo ke adipurush hai mahadev phir hum hindu kyu nahi hai
दीपक के बिना क्या करोगे बाती का
जब धर्म ही नही बचेगा तो क्या करोगे जाती का
एकता की बात होनी चाहिए सब एक ही है हिंदू और आदिवासी कभी भी अलग नहीं थे 🙏🏻🙏🏻
Ham Hindu nhi hai
आदिवासी ही हिन्दू हैं धर्म में फूट मत डालो हमारे पूर्वज कई वर्षों से गांव, हाट बाजार, या रास्ते में पहचान के लोग में मिलते हैं तो राम राम बोलते हैं और 3,4 से वोट लेने के लिए पार्टीयां बना दि कि भाई हम जोहार वाले हैं कोई कहता है हम जयस वाले हैं जब हमारे किसान भाई हल जोतते है तो श्रीगणेश करते हैं कोई नारियल भि तोडता है लेकिन भगवान का नाम तो लिया जाता हैं ना और आप लोगों ने देखा होगा की हर गांव में बजरंग बली का मंदिर तो होता हि है अब आप बताओ धर्म के नाम पर लोगों के मन भरम हि डाल रहे हो ना क्या मेने सही कहा या गलत कमेंट करना जय आदिवासी राम राम जी
आपकी बात बिलकुल सही है भाई
80 sal ke log bhi ram ram baba Ganesh bolte hai abhan log to socho
Jay shita Ram bhai
Sach me yr bhai
Vaah bhai naman he apko❤
ऐ कहते हैं हम हिंदू नहीं है आदिवासी हैं। लेकिन अगर दुसरा कोई इन्हें आदिवासी बोल दे तो ऐ आरोप लगाए कि मुझे जाती सूचक शब्दों का उपयोग किया औरSc St एक्ट में रिपोर्ट लिखवा देंगे।
हम आदिवासी है और रहेगें
हम हिन्दू नहीं है हम आदिवासी थे आदिवासी है और आदिवासी रहेंगे उलगुलान जारी रहेगा जोहार✊✊
हम सब को मानते हें लेकिन हमारे मानने का तरीका अलग है हमारी संस्कृति अलग है हमारा धर्म अलग है जो आदिवासी के नाम से जाना जाता है हमारी अलग पहचान है
देवी देवता आदिवासी पूजते है। आप झाबुआ मैं आओ यहा जो आदिवासी लोक गीत है। उसमें हनुमान जी गणेश जो सभी का नाम है। आप फुट डालने की राजनीति ना करे
Sahi kha❤❤bro
Acculturation hota h bhai , or 3-4 generations se koi culture followed ho rh ho to fir next generation question nhi krta sirf usi ko sach manta jaataa h jaise converted Muslims khud ka past n pta fir b Muslim manta h , vaise hi Hindu dominated religion tha or rule krne lga definitely ruler k orders jo follow n krega Mara jaega Isi Tarah culture me milawat hota gya or isko Anthropology term me ACCULTURATION bolte h , dusri baat tum jis sanatan ki baat krte ho vo b tribals ka ideology h or jo Brahman/ Aaryan bhahr se aaye the un logo ne hi ye Bhagwan, religion, varna system, caste system, Vedas puraans apne man marji apni kalpnik ability se likhe h , yahi wajh h aaj ka youth education lekar khud ki past ko janne lga h or sahi galat ka fark dekhne awaaj utaane lga h
JNU k ancient history department me bahut kuch mil jaega , sach ka data rakho fir bahskro acchha hoga
जब एक गरीब व्यक्ति को कोई ताकतवर व्यक्ति दंडित करता है और आदिवासी समझा के लोगोपर अत्याचार होते है तब देवी देवता कहा चले जाते है आज तक इंदौर से 235 के क लगभग लड़कियां गायब हो चुकी तब देवी देवता कहां चले गए थे छोटे छोटे बच्चों पर अत्याचार होता है रेप होता तो देवी देवता कहां चला जाता है
@@Navalmandloi146 kashmir me lakho pandito ki htya hui... mughlo ne lakho hindu o ko mar dala... Kya pandito ne dharm chhod diya?? Kal uth ke Koi Bada takatvar Adivasi apko marega to Ap Apne ap ko Adivasi nhi esa kahoge?? Kya apke gar me Zagda ho to ap gar chhod doge??
@@Navalmandloi146 देवी ददेवता एक शक्ति है।यदि आप उनसे जुड़ते हो। नियम का पालन करते हो ।तो आपको वे शक्तिशाली बनाती है। वे खुद नही आते है। जितने भी देवी देवता है। वे एक शक्ति का नाम है । जो हर इंसान के अंदर होती है। आध्यात्मिक योग से हम इन्हें पा सकते है।
ये पत्रकार महोदय को अच्छा ज्ञान है मुझे लगता है अप को भंवर परमार दादा से मुलाकात करनी चाहिए
Sahi kaha
भटाकाऊ बँधा है वो कुछ नहीं जानता bhawar lal बस गरीबों को भटका रहा हैं
अगर तुम mav जी महाराज को मानते तो पता चलता
एक बात याद रखना अगर यहा पर मुस्लिम बढ़ गया ना दूसरा कोई देश नहीं है जिसमें जाकर कह सके कि हम adivasi है
@@avigamezone6bhai ye baat inhe abhi samjh nhi aaygi
Lekin ek din zarur samjh aaygi
थोड़ा बुजुर्गों से मिला करो कमलेश्वर भाई.....तेंतीस करोड़ देवी देवता का कॉन्सेप्ट भी आदिवासी समाज मे मिल जाएगा
Bhai ye donga karne wale log he
Itne sal kaha gya tha tu aadiwasi ko hindu nhimanne wala subh sam ram ram bolte hor vyokti se mile tab tu kya bolta bta
वो सारे कॉन्सेप्ट पाखंडियों के बनाए हुए है चुटिया काटने के लिए बाकी धरातल पर 🔔 काम के नही ।
हिंदू धर्म में शादी करनी हो तो शुभ मुहूर्त देखा जाता है आदिवासियों में शादी करनी हो तो लड़की लड़का पक्ष के जब भी सहमत हो तब शादी कर सकते हैं हिंदुओं की शादी मंदिर में होती है और आदिवासियों की शादी घर के आंगन में होती है हिंदुओं में अग्निकुंड का फ्रेरे लेते हैं आदिवासी में मंडप का जहां पर अपने पुरखों को स्थापित किया जाता है और हिंदुओं में पृथ्वी के विपरीत दिशा में फ्रेरे लेते हैं और आदिवासियों में पृथ्वी जिस दिशा में घूम रही है उसी दिशा से फ्रेरे लेते हैं
Bilkul sahi....ye h adivashi....
आदिवासी और हिन्दु बहुत फर्क है इस पत्रकार को मेरे पास भेजिए मै फर्क बताऊंगा .......रावण और राम में
क्या फर्क पड़ता है आदिवासी हिन्दू है या नहीं जब वो खुद को हिंदू नहीं मानते तो अपने को क्या ।
नहीं मानना हो तो उनकी मर्जी।
जबर्दस्ती उनके ऊपर धर्म थोपना।
थोप ही तो रहे हैँ।नही तो आदिवासी कालम दे दे सरकार ।गिनती के हिन्दु नही बचे तो बोलना ।
@@Radheshyamthakur56941Tu mat Maan na ..hamare idhar jitne bhi adivasi hai sab hindu dharm ko maante hai kisi ko koi problem nhi hai...tere jaise hi anpadho ko problem hai ...sale gawar ,...
हिंदू कोई नही हिस्ट्री जियोग्राफी का पता नही बीकुब बनाया जा रहा है जय संविधान
पत्रकार महोदय आदिवासी के मध्य जाए और सिर्फ राजस्थान ही नही झारखंड से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक जाए, स्टूडियो से आपको भिन्नता नही नजर आने वाली है।यहां कॉमेंट में कई भिन्नताओ का जिक्र किया जा सकता है लेकिन कभी सुदूर जंगलों, पहाड़ों, बीहड़ों में जाकर आदिवासी के जीवन शैली एवम संस्कृति को नजदीक से देखिए तब आपको जानकारी प्राप्त होगी कि किस तरह आदिवासी अन्य धर्मों से भिन्न है।
जोहार 🙏
भाई इस देश पर कितनी बार आक्रमण हुआ है पता कीजिये।
शरणार्थियों ने जब जब भी इंडिया के आदिवासियों पर आक्रमण किया तब तब धर्म थोंपते गए हैं आज से नही 5000 हजार सालों से इतिहास उठाइयेगा ओर पढ़ियेगा ।।
आज भी यही जबरन हिन्दुडे बनाने में लगे हैं ।।
किसी धर्म पर विश्वास नहीं हम सृष्टि और प्रगति कोमानते हैं आदिवासियों के किसी धर्म को नहीं मानते
वो तो हिंदू भी कोई धर्म नहीं, हिंदू भी प्रकृति में ही मानते है, कोई उदाहरण से समझना कि कैसे अलग धर्म हो?
और आरक्षण तो जाती पर मिलता है जो कि हिंदू धर्म में होती है, फिर तो आरक्षण भी नहीं मिलना चाहिए।
भाई ये लोग राजनीति के चक्कर में खुद को अलग करने मैं लगे हुए हैं
भाई मैं भी आदिवासी समुदाय से हूं और मुझे कुछ और पुछना चाहते हो सब बता सकता हूंतो आदिवासी हिन्दू एक है
जय श्री राम 🚩🚩🚩
जय आदिवासी 🚩🚩🌿🙏
मैं भी आदिवासी हूं, लेकिन यहां विधायक जी फंस गए 😂😂
क्यू केसे fas gye ye bata
@@DilipKumar-il6rm जवाब नहीं दे पा रहे
मेरे गाँव मे महादेव मन्दिर, कालका मां, गणेश मन्दिर, सभी देवी देवताओ की मन्दिर है
और गाँव मे कोई ब्रहामण् नही
हम आदिवासी ही पूजा करते है
मे भी आदिवासी हु और मे सभी त्यौहार मनाता हु, होली दिवाली रक्षाबंधन सभी ऐसा कौन सा आदिवासी है जो पूजा पाठ नहीं करता सभी करते है सभी क घरों मे जाके देख देवी देवताओ की फोटो मिलेगी तेरे को विधायक बनाने वाले ही पागल होंगे
हिन्दु धर्म कुछ नही एक जाति वंश कुल की सामाजिक व्यवस्था है, जिसे वर्ण व्यवस्था कहते है । जिसे ईश्वर, भगवान की आस्था के नाम पर अन्य जाति, वर्ग को डराकर उन लोगों पर थोपा गया है । इस सामाजिक व्यवस्था में उसकी हैसियत उसकी जाति में जन्म लेने के आधार पर तय होती है ।
Hamari sadi me smaj ka pandit hota he
संत कबीर साहेब को पढ़ना चाहिए प्रकृत्ति की पुजा करने वाले लोगों को आकृति की पुजा करने का प्रयास किया जाता है
भाई को भवर दादा के पास आओ तब पता चलेगा कि आदिवासी केसे हिंदू नही है
भवर दादा तो क्रिस्चियन है कौडिय़ां भी
इसके लिए आपको सुप्रीम कोर्ट का 5 जनवरी 2011 का फैसला कि आदिवासी हिंदू नही है इसलिए आदिवासियों पर हिंदू मैरिज एक्ट लागू नहीं होता है ।
माओजी महाराज, गोविंद गुरु, आशापुरा, vejwa माता, शीतला माता, ओरी माता ये सब कॉन्स धर्म के है?
हम तो प्रकृति पुजाक है ❤ किया हम तो एक (जल जंगल जमीन हवा) को हम जिवान बनाते हैं और हम तो हर त्योहार बनाते हैं ❤
वनवासी नहीं आदिवासी हैं हम आदिवासी ही नहीं बल्कि इस देश के मुलमालि मूलनिवासी है हम
कैसे?
Jay shree setaram hanuman 🙏
@@Shankarmahavir9090 इतिहास khoj bhai , ghatna kya kya huaa h?
आदिवासियों का पहला पर्व हमारे यहां दीतवारी नामक तैयार से मनाया जाता है यह पर्व के समय खेतो की फसल पूरी तरह से जमीन से बाहर निकल जाती है तब मनाया जाता है उसके बाद दिवासा और नवाए का त्योहार आता है जिसमे नई फसल की जब तक पूजा नही होती तब तक फसल को घर का मुखिया नही खा सकता जब तक नवाए की पूजा नही हो जाती और नवाए के दिन पूरी रात भर गरबा गया जाता है क्या हिंदू धर्म ये सब होता है
जंगल से मित्रता करने वाले हि आदिवासी है जय जोहार जय आदिवासी
जय जोहार जय आदिवासी
Jai pathhar baj😅
@@akkieditz6052जय जोहार कहने पर आपको क्या गलत लगा ये बताए हम आदिवासी हे और आदिवासी रहेंगे रही बात आदिवासी इस देस का मूल मालिक हे और किसी का गुलाम नही वो सिर्फ प्रकृति को मानता है
@@akkieditz6052ज्यादा मत बोल अंदभक्त
आदिवासी हिंदू नहीं है!
5 जनवरी 2011का सुप्रीम कोर्ट का फैसला पढ़ ले, पत्तलकार
Congress ne sabko baat rakha hai
हिन्दू धर्म थोपना बंद करो
हम आदिवासी होली नही फगुवा मनाते हैं।
हम आदिवासी दिवाली नही सोहराई मनाते हैं।
Abe sohrai hindu bhi manta hai
Yo hu aaj hamli ro
हम भारतीय हैं। जय जोहार जय आदिवासी
आदिवासी भील हिंदू नहीं है ,,आदिवासी भील की रीति रिवाज अलग की 🏹🏹
क्या अलग है?
@@RandomExplorationsINAlirajpur ya dhar dist ke gaon aana pata chal jayega 🙏
@@globaltechgyan1391 puri jindagi dekhe h bhil bhai, gao me hi rhta hu. Kya hi bta doge 😂.
@@RandomExplorationsIN bhai tere samajh se bahar hi hai fir 🙏
@@globaltechgyan1391 nhi, ham samajh rahe h. Abhi mangalsutra aur sindoor lgane sena krwaya h.
आदिवासी से ही हिन्दू उत्पन्न हूई इसलिए हमारी रिति-रिवाज हे हमारे आदीवासी के आधार पर है
100% right 👍
हम आदिवासी है और आदिवासी हिंदू नही है
Adivasi hindu ho hi nahi sakta. Sale entina wale adivasiyon ko bevkuf banane me lage rahte hain.
सर हम हिंदू हैं आदिवासी है तो क्या करें हम हिंदू की सब त्यौहार मनाते हैं
Sabse pahili bat ye hai ki ram koi bhagvan nhi tha
Mei adivasi hu sabse pahle hindu hu,❤ ,mahadev ke sabse bde bhakt bheel tribs hai
जय भिल हम सब हिंदु है रहेंगे राम राम
Right👌
Aise adiwasiyo ki wajah se me maafi mangta hu bhai mai bhi adiwasi hu😢🥺🙏jay shree raam🚩🚩jay hind🚩hindu ekta🚩🚩
आदिवासी में खुद हूं लेकिन राम को नहीं मानना हनुमान जी को नहीं मानना यह बिल्कुल गलत बात है आदिवासी होते हुए आज आदिवासी नहीं मान रहे थोड़ी हनुमान जी क्यों आ रहे हैं होली हनुमान जी आदिवासीकितनी आ रही है तुम बोल रहे हम आदिवासी को हनुमान जी कोनहीं मानते
@@ShivlalninamaShivlalnina-vs5io AAP adivasi ho to eska kya pahchan takhate ho,,,,,,
Aur kisi devta ko manana ye niji visay hai aek baman hoke esai man sakta hai ,,,jain mandir me ja sakta hai eska matlab o esko manta nhi bhai o ram ko hi manega ghar me
सही है में भी आदिवासी hu
Hanuman ji को मानता हु
राम जी को मानता हु
दिवाली पर पटाखे फोड़ कर जश्न मनाता हूं
राखी पर बहन से राखी बंधवाता hu
हरियाली आमावश्य को मानता हु
ये सब खाली फोफट में राजनीति कर रहे हैं chutiya बना रहे हैं
हा मानते है आदिवासी हिंदू में नही आते हैं
उनकी एक अनुसुचित जाति, जन जाति है
लेकिन भगवान को न मानना , s
सिंदूर न लगाना ,मंगलसूत्र न पहनना
ये सब राजनीति है
हमारे आदिवासी में सब करते हैं
ये कोन होते हैं एक महिला के आस्था को रोकने वाले
MLA साहेब को थोड़ी स्टडी करनी चाहिए
Jay shita Ram bhai
@@shantilalpargi4153 सही कहा आपने
यह विधायक जी तो क्रिश्चियन हो सकते हैं
आदिवासी हिंदू है हिंदू रहेगा यह चाहे कुछ भी कर ले हमारे पूर्वज जो आज से नहीं कई वर्षों से दीपावली होली रक्षाबंधन मनाते आ रहे हैं
भाई आदिवासी कभी हिन्दू नहीं था और नहीं है , आदिवासी की अपनी खुद की - संस्कृति ,भाषा बोली , वेषभूषा , रीति रिवाज, रहन सहन ,हिन्दू धर्म से बिलकुल अलग है तो फ़िर आदिवासी हिन्दु कहा से हुए ! इस लिए अभी भी जाग जाओ मेरे आदिवासी भाई यो इन विदेश से आये आर्यो के चक्कर मैं अपनी संस्कृति मत भूल जाना जोहार जिंदाबाद जय जोहार जय आदिवासी जय भीलप्रदेश 🌳🪓🐯🏹
@@Krishna_arjun_vlog jaise kya alag hai thoda example se samjhana।
Bhasha to sabki same hai, riti rivaj bhi same hai।
@@RandomExplorationsINare bhai tu Alirajpur ya dhar dist ke gaon aana to pata chal jayega kya alg hai ok
1._ Yeh padhe likhe vidhayak sahab ko yeh ni pta ki hindu me purvajo ki puja hoti h ..
2.- Sabri St community (kol ) thi and bhagwan ram ko bhagwan manti thi ..
3- Culture almost same h bs name alag alag ho gaye h ..
4- language to jagah k hisab se change ho jati h bundeli , malvi , nivadi , awadhi ..
5- hm bhi birsa munda and tantya bheel ko mahan vyakatitva and dev tulya mante h
हिंदू अधिनियम 1955 क्या कहता, भारतीय संविधान क्या बोलता है इन दोनों को पहले पढ़ लें फिर सवाल पूछना चाहिए
Anpad patrakaar h.....Adha Gyan khatre me jaan
यह आदीवासी हे ही नहीं बोलने सै मालूम पड़ता है आदमी अलग अलग बात कर रहा है यह आदीवासी शहर कै जुगी झोपड़ी मैं पैदा हुआ है एक कोनै मैं ईस लिए ईसे वार तैवार मालुम नहीं है ।
आदिवासी संस्कृति बहुत कुछ हिंदू धर्म से जुड़ी हुई हैं। आदिवासी समाज लगभग 46 जनजातीय समूह में विभाजित है। इन सारी जनजातियों के रीति रिवाज अलग अलग है। तो फिर आदिवासी किसे माना जाए। आदिवासी होने का मतलब ये नही की वह जंगल में रह रहा हो बल्कि उसकी संस्कृति में एकता होनी चाहिए,जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। तो भाई आदिवासियों हिंदू नही है ये कहकर इस देश की एकता में और शेंध ना लगाया जाए। आदिवासी ही असली सनातनी हिन्दू है।आदिवासी संस्कृति ही हिंदू धर्म को प्रस्तुत करती है।ये जो अनपढ़ राजनेता बनकर बैठे है,उन्हे बस वोट चाहिए और वोट के खातिर कुछ भी बोल और कर सकते है। जय आदिवासी जय सनातन संस्कृति।
मे,डूंगरपुर,का,जे,जोहार,साथियों,हम,हिंदु,नहीं,हे,हमे,धरम,को,नहि,मानते थे,हमारे,भाप,दादा,ने, ,धरम,नहीं,मनाया हे हम,को,नियम,पालन,करते हे,ओर,हिंदु,,आदिवासी,,मे,बहुत,फरकहे,जोहार
यह धर्म सब आदिवासियों के ऊपर थोपा गया है आदिवासी जंगल में रहते थे
आदिवासी जंगल में रहते रहते मकान में कैसे रहनेलग गए
@@Shankarmahavir9090तू फर्जी आदिवासी हे 😂😂😂
@@JVLOVE744भाई हम कही bi रहे tuje kya kya hindu hi मकानों में रहते हे क्या और हा आदिवासी इस देस का मूल मालिक हे समझा
4% वाले डर रहे है इसलिए आदिवासी को हिन्दू बताकर 70 80% बोलते है😂😂😂😂
एक बात याद रखना अगर यहा पर मुस्लिम बढ़ गया ना दूसरा कोई देश नहीं है जिसमें जाकर कह सके कि हम adivasi है
@@avigamezone6 ये बात अनपढ़ों को बोलना जो तुम्हारे रैलियों में पीछे पीछे झंडे उठाकर चलते है ।।।
@@avigamezone6मुस्लिमों को बीच में क्यों लाता है तुम लोग तुम्हारी करतूते, छलावा पर तो मुंह तक नी खोलते ।
@@Beast_W91pathhar baj hone par garv nahi kya tumhari jat ko
@@akkieditz6052 बहुत गर्व है तभी तो तुम लोगों की सुलगी रहती है कि कही हम अलग धर्म में चले गए तो तुम अकेले रह जाओगे मुठ्ठी भर ।
दलित आदिवासी के साथ घटना इसलिए घट रही है क्योंकि वो हिंदू बने बैठे हैं अलग धर्म कोड के अभाव में सो जब हम अलग हो लेंगे न तब देखना तू किसके साथ घटना घटती है 😀😆😄
जय जोहार जय आदिवासी
आदिवासी सादी में राइट तरफ़ फेरे गुमता हे
खूब खूब जोहर भाई कमलेश्वर जी ❤❤
आदिवासी हिन्दु धर्म के सभी त्योहार मनाते हे ये विधायक जी जुठ बोल रहे है🤔
Yes डोडियार साहब जीसस loves you
ऐसी लोगो की राय की जरुरत नहीं आदिवाशी हिन्दू ही हैँ जय हिन्द
हम प्रकृति पूजक है हिंदुओ की पूजा पद्धति हमारी पूजा पद्धति से बिल्कुल मेल नहीं खाती।
😂😂 मुल्ले
डी लिस्टिंग होना ज़रूरी है पहले। नहीं तो ये जनजाति की कल्चर ख़त्म हो ही जायेगा।
गर्व से कहो हम हिंदु है
आदिवासी 5000 साल पुराने हिंदू धर्म से संबंधित नहीं है परंतु भारत में आए 200 साल पुराना ईसाई धर्म से जरूर जरूर संबंधित है ...👌वाह... 👌वाह... 👌वाह
Kyoki tribal log ko education aur madical.. In logo ki dene hai
मिडीया से सवाल है।।।हम लोग बकरा खाते शराब पीते।। हिन्दू खाते है। क्या।।।
आदिवासी की को बदनाम कर रहे हो सर जो सही में आदिवासी हो तो ये सब नहीं खाते आदिवासी मासाहारी नहीं है बाहर
मासमच्छी खानेवाले बाहर से आए हुवे लोग हे
@@DipakKulat-i3l😂😂😂 अबे कहाँ लिखा हुआ है भाई ऐसा की आदिवासी मांस नही खाता है अरे भई सबसे पहले अनादि काल में आदिवासी कच्चा मांस खाते थे किसी भी जानवर को नही छोड़ते थे तभी तो आज उनके वंश हम है हा हा ररा😂😂😂
@@DipakKulat-i3lअबे कहा लिखा है आदिवासी मांसाहारी नही है 😂😂
आदिकाल में क्या खाते थे हमारे पूर्वज ये बताओ पहले 😂
इसमें बदनाम करने वाली कोणसी बात हो गई
हम मांस खाते हैं और देशी महुआ की शराब भी आदिकाल से ही पीते खाते हैं यही हमारी पहचान है
हिंदू धर्म में ये सब allow है क्या😂
कुल मिलाकर हम सर्वाहारी है बात खत्म 😂
जोहार ❤
आमे जोहार वाला ✊🏹😍
जय जोहार जय आदिवासी
जय भीलप्रदेश
WhatsApp university 😅😂😂😂😂@@DipakKulat-i3l
@@DipakKulat-i3lPagal
किस्चन आदिवासी कैसे हुआ ,, वो तो सब जानते है वो भारत के नही है उस पर क्यो नही बोलते है
हिन्दू भी तो प्रकृति पूजक हैं। धरती को माता मानते हैं, सूर्य को भगवान मानते हैं तथा इन्हीं के साथ जल, वायु एवं अग्नि को भी देवता मानते हैं।
अगर ऐसा बात है तो दुर्गा, शिव, पार्वती, मनसा, कालि, गणेश , सरस्वती, विश्व कर्मा ........की मुर्तियां क्या प्रकृति हैं 😅😅😅 हम आदिवासी प्रकृति पुजक हैं मुर्ति नहीं
आदिवासी ❤❤❤
आदिवासी समाज प्रकृति पूजक समाज है हमारे आदिवासी समाज में सलावनी, जातर, वाड़ी माता, नवाई आदि के नाम से प्रचलित मंडलीयां होती है जिसमे पूरे गांव के लोग 1 स्थान पर एकत्र होकर प्रकृति की पूजा करते है यदि जब तक सलावनी नही होती है तब तक नए फल सब्जियां जैसे पुवाडिया की भाजी, रजन की भाजी, और कई भाजियां जो बरसात के बाद उगती है पूरा गांव मिलकर उसे प्रकृति को चढ़ाने के बाद ग्रहण करते है वैसे ही शादी में भी हमारे पूरे पूर्वजों का नाम लेकर भराड़ी बनाई जाती है जिसमे 1 रात का समय लगता है हमारी समाज में हर अलग अलग जात के लोगो के अलग अलग पेड़ होते है जिसको नोतर के लाया जाता है इतना कुछ दूसरा कोई भी समाज नहीं करता है ये में विश्वास के साथ कह सकता हु ।
आप किसी गांव में मेरे साथ चलना और किसी 60 70 वर्ष के बुजुर्ग को पूछना की आपने ये जो वर्तमान में मंदिर में मूर्तिया विराजमान है उनको कब से देख रहे हो तो वो साफ साफ कहेंगे कि यही 18 या 20 साल हुए होंगे इन मूर्तियों को देखते देखते।
#जोहार🏹
मां प्रकृति की जय हो
भाई ये लोग राजनीति के चक्कर में खुद को अलग करने मैं लगे हुए हैं
भाई मैं भी आदिवासी समुदाय से हूं और मुझे कुछ और पुछना चाहते हो सब बता सकता हूंतो आदिवासी हिन्दू एक है
जय श्री राम 🚩🚩🚩
जय आदिवासी 🚩🚩🌿🙏
सभी हिंदूहै भाई हमारे ब्यूटीफुल हो जाओगीपूजा सब बोलते हैं हमारे
संविधान में उल्लेखित है
अनुच्छेद 330 और अनुच्छेद342 मे एसटी एससी हिंदू नहीं है यह जातियां इस देश के मालिक है यह मूल निवासी जातियां हैं
देश का कोई मालिक नही होता नागरिक होता है।
Sacchi bat to ye h jab se btp party ka nirman hua h tb se he ye hua h jabki aadivasi ke log sabki devi devto ki puja krte h
Hamare vha to khud aadivasi pujari h
देश के मालिक आदिवासी हैं
हम वनवासी नहीं हिन्दू इसाई सिख मुस्लिम नहीं आदिवासी मूल निवासी प्रकृति पूजक आदिवासी हैं
हम आदिवासियों की रूढ़ी प्रथा, रीति नीति, नेगाचार, संस्कार, संस्कृति, जीवन शैली विशिष्ट है एवं अन्यों से भिन्न भी है।
पत्रकार महोदय को सर्वप्रथम आदिवासियो पर गहरी समझ विकसित करने की आवश्यकता है।
जिस तरह सिख धर्म है और जैन धर्म है उसी तरह आदीवासी धर्म है
हिन्दू धर्म किसिका है हमें कोई आपत्ती नही हम एक आदिवासी हैं हमें हमारे ही भाईयों ने घसिटाऔर यह धर्म थोपा हिन्दू कि धर्म की पुंछ होती है हमारे आदिवासी को मुस होती है
जोहार
@@Shankarmahavir9090 क्या बताना चाहते भाई
@@Shankarmahavir9090 भाई राजनीति के सकर में आप मत पड़ो राहुल मोदी योगी मोहन भागवत हमारे बाप नहीं और सनातन का मतलब कोई धर्म नहीं होता हम आदिवासी का धर्म अनादि काल से सला आ रहा है हम आदिवासी हि है और इंसानियत से बड़ कर कोई धर्म नहीं होता धर्म से बड़ा इंसान है
@@ManoharGanawa रिसर्च करो भाई देश को तोड़ने के लिए बहुत बड़ा षड यंत्र चल रहा है जागरूक रहो भाई
@@ManoharGanawa ua-cam.com/video/YvYog6vE_LM/v-deo.htmlsi=KUiHLpLsm6N0bpVX
आदिवासी और हिन्दू कोई अलग नहीं है ये सब हिन्दू के नाम बदनाम करने मे लगे हुए है हम सब एक है एक रहेंगे जय जय श्री राम
आदिवासी हिन्दू है कहा ये इस फालतू बाते कर रहा है ये विधायक भाई
ये तो हिन्दू संस्कृती का प्रचार करने आया था! Interview लेने नही! विधायक साहेब नें अच्छा से समजाया! क्योकी आदिवासी की अलग संस्कृती हैं!
आदिवासी प्रकृति पूजक पूर्वजक पूजक❤
सबकी अपनी अपनी विचारधारा है आदिवासी भाई अपने आपको हिंदु नहीं माने तो कोई बात नही परंतु सनातनी तो है। पूर्वजो की जहाँ तक बात करते है सभी समुदाय मे पूर्वजो की पूजा पहले होती है फिर देवी देवता की होती है । आदिवासी समुदाय मे भी जो लोग टोना टोटका तंत्र मंत्र करते है इन्ही देवी देवताओ का नाम लेकर करते है जिन्हे नकार रहे है। कुछ सामाजिक विचारों के विरोध मे समाज को तोड़ने का काम मत कीजिये यही सबसे विनती है। नही तो देश की सुरक्षा वापस गुलामी की राह पर चल जाएगी।। देशहित् की बात करना सर्व समाज को अपना भाई बंधु मानना यही प्रेरणा देवे।।
राज भाई अपको विधायक जी से काफ़ी अधिक ज्ञान हैं, कृप्या इनका इनके ही धर्म के प्रति मार्गदर्शन करें..
आ भाई पंडित जी चुतिये हम आदिवासी है आदिवासी ही रहेंगे
तुम पंडित लोग ठगने के लिए हमको हिंदू कहते हो यदि हम हिंदू है और आप भी हिंदू है तो आपकी बहन से मेरी शादी करवा सकते हो क्या यही पूरा फैसला हो जाएगा
@@krishnavlogsmp4592 kisne kaha tum hindu ho, tum adiwasi ho hindu nhi ho...or hamare bhagwan ka name se apna name mat rakho...apna name badlo or kisi adiwasi bhagwan ke name se name rakho...
तुमको क्यों thage जब तुम हिन्दू ही नहीं हो, जो तुम्हारे काम की चीज़ नहीं तुम उसके बारे मे बात भी ना करो तो अच्छा है, रही बात किसी हिन्दू बहन से शादी की तो क्यों करे आदिवासी से शादी हमारे हिन्दू धर्म में क्या ladko की कमी है
@@Mohitdb09 धर्म के नाम में डूबे हुए अंधे लोग हो तुम गले और हाथ में भगवान के नाम के धागे बंधे होने के बावजूद यदि 1 फिट की बिल्ली तुम्हारा रास्ता काट दे तो तुम्हारी फट जाती है इसे ही पाखंड कहते है।
CG में हरेली त्यौहार मनाया जाता हैं। लेकिन आदिवासी समाज की नहीं हैं
विधायक जी ने अच्छा इंटरव्यू दिया है किंतु पत्रकार महोदय एक पत्रकार की हसरत से बात नहीं कर रहे थे वह एक हिंदू पक्ष की तरफ से बात कर रहे थे जो की पत्रकारिता के लिए अच्छी बात नहीं है
यदि आदिवासी और हिन्दू एक है तो पुजारी, मठाधीश, शंकराचार्य सिर्फ ब्रहमण ही क्यों एक भी आदिवासी इसमें नहीं मिलेंगे ।
किसी शंकराचार्य की जात नहीं होती है
भाई पहले स्टडी कर लो फिर बोलना आदिवासी और हिंदू रीति रिवाज एक है पूरा पता कर लो फिर सवाल करना
हिन्दू जलाता मिरतक देह को आदिवासी नही जलाते हे मूलनिवासी जोहार
एक कोटि एक करोड़ होता है कोटि एक संस्कृत शब्द है।
कोटि - वर्ग
कोटी -करोड
सबसे पहले इनको ये बताना पड़ेगा कि 1871 से 1951 तक हमारा अलग से धर्म था आदिवासी धर्म में गिना जाता था और हम लोगो का शादी होता था तो दूसरे तरफ से घूमा जाता है
Jay shri ram