शब्दकार प्रमोद तिवारी जी | आँखों की दहलीज़ पे आ के सपना बोला आँसू से...|

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  • Опубліковано 2 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 11

  • @anilkushwaha7268
    @anilkushwaha7268 2 місяці тому +1

    very ❤ good Sir ko Naman

  • @shrikrishansharma4050
    @shrikrishansharma4050 3 роки тому +3

    बहुत ही भावपूर्ण शब्द रचना पूरी कविता में तारतम्यता है जो खासकर गजलकारों में नहीं मिलती

  • @neelamnigam5405
    @neelamnigam5405 Рік тому

    , बहुत सुंदर 👍👍

  • @skdcomedy5296
    @skdcomedy5296 2 роки тому +1

    शब्दकार कवि आपको नमन

  • @vivekmakumar6920
    @vivekmakumar6920 2 роки тому

    Aap jo bhi ho mai aapko janta nhi hu,but bhut bhut dhanyawad aapka,jo etni achhi poem post ki

  • @deepakbharti7488
    @deepakbharti7488 Рік тому +1

    ❤❤❤❤

  • @arpit_pandey2012
    @arpit_pandey2012 3 роки тому +3

    बेजोड़ मंचन 🙏
    बहुत याद आते हो आप

  • @nitipalattri5042
    @nitipalattri5042 Рік тому

    शायद इस सर्वोत्कृष्ट गज़ल गीत के समकक्ष प्रतिक्रिया दे पाना हिमालय आरोहण से कम नहीं , इसीलिए सालभर पहले अपलोड की गई इस अद्भुत काव्य पाठ पर यह सप्तमा टिप्पणी / सेवेंथ कॉमेंट है । अमर गीतकार के ये जानदार और शानदार गीत सदियों तक ताजा रहेंगे.

  • @deepakbharti7488
    @deepakbharti7488 Рік тому

    आँखों की दहलीज़ पे आके सपना बोला आंसू से...................

  • @sharvanshulka2627
    @sharvanshulka2627 3 роки тому +2

    प्रमोद भाई बेजोड़

  • @SanjaySingh-e7z9u
    @SanjaySingh-e7z9u 9 місяців тому

    Samajh mein nahi aata hai apki Geet sunoo ya hasya Kavi ka chutkule