अनंतरोदितलक्ष्मभाजौ(इद्रवज्रा और उपेन्द्रवज्रा) के मिश्रण से 14 प्रकार की उपजातियाॅं बनती हैं। पाणिनि/वर्षा ऋतु वर्णन गतेऽर्धरात्रे परिमंदमंदम्। गर्जन्ति यत् प्रावृषिकालमेघा।। ×××××××× कालिदास तमध्वरे विश्वजिति क्षितीश: ×××× कौत्स: प्रपेदे वरतंतु शिष्य:।
बहुत सुंदर व्याख्या की है गुरू जी 🙏🙏🙏
बहुत अच्छा गुरूजी
I m house wife and mother and preparing for 2 grade rpsc in Sanskrit... I m grateful to you for giving sach a knowledge.... thansk a lottt
I am proud of you. Keep up. May god bless you.
राजेन्द्रमिश्रातिविशेषज्ञानी।
पठामि यत्नातपि देववाणी।।
5yrs later I am watching this video... And very helpful sir 🙏🙏🙏🙏
Really very helpful for Students
Very nice
अतिसुन्दर!
बहुत धन्यवाद।
गुरुदेव जी ।प्रणाम
अनंतरोदितलक्ष्मभाजौ(इद्रवज्रा और उपेन्द्रवज्रा) के मिश्रण से 14 प्रकार की उपजातियाॅं बनती हैं।
पाणिनि/वर्षा ऋतु वर्णन
गतेऽर्धरात्रे परिमंदमंदम्।
गर्जन्ति यत् प्रावृषिकालमेघा।।
××××××××
कालिदास
तमध्वरे विश्वजिति क्षितीश:
××××
कौत्स: प्रपेदे वरतंतु शिष्य:।
hello sir thansk a lot sirr
good explanation
Thanks sir ji
nice video sir
अतिसुन्दर!
बहुत धन्यवाद।
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