खनकती आवाज़ की मल्लिका को हमारा सलाम, बचपन से उनके गीत आज तक सुनता देखता और पसन्द करता आय हूं... पंजाब के हिंदी समाचार पत्र पंजाब केसरी, जलन्धर में मैंने वर्ष 1980 के आसपास पढ़ा था कि वो अपनी बेटी और आर्मी अफसर दामाद के साथ जलन्धर कैंट में रहती हैं.....
खनकती आवाज़ की मल्लिका को हमारा सलाम, बचपन से उनके गीत आज तक सुनता देखता और पसन्द करता आय हूं... पंजाब के हिंदी समाचार पत्र पंजाब केसरी, जलन्धर में मैंने वर्ष 1980 के आसपास पढ़ा था कि वो अपनी बेटी और आर्मी अफसर दामाद के साथ जलन्धर कैंट में रहती हैं.....