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240 વર્ષ પહેલા યુપી ના છપૈયા ખાતે જન્મેલ ઘનશ્યામ પાંડે જાદુગર નો જન્મ થયો તે સમયે ગુજરાત ના સાધુ સંતોય જનમ્યા ગુજરાત ના સાધુ સંત સાધુ સંત રહ્યા અને આ સ્વામી લોકો એ ઘનશ્યામ પાંડે જાદુગર ને ભગવાન બનાવી ધર્મ ના નામે ધંધો કરવા લાગ્યા
(मुजे उसके बारे में पूछा गया था तो उसके हितमे जारी) आप ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि सब धर्माचार्यों से पुस्तिका जैसी तालिका मांगकर धर्म का शुध्द स्वरूप प्रस्तुत करे,, अब देखो ,,, ऐसा हो जाए तो बहोत ही अच्छी बात है ये होना ही चाहिए,, इसकी सख्त जरूरत है, क्योकि कौन सही है और कौन गलत है ,, कौन पूरा है और कौन आधा अधूरा वो सामने आहि जाएगा ,, इसमे में अपनी कुछ राय देना चाहता हु जो में बहोत सालो से सोच रहा हु, सब सम्प्रदाय अपनी अपनी कह रहा है कि भगवान ऐसा है,,कोई कह रहा है वैसा है, मुस्लिम भी कुछ और कह रहा है,, ईसाई अपनी मनमुखी बात करता है, सिक्ख,, बौद्ध, यहूदी, जैन,, सब अपनी अपनी बातें कह रहा है,,, इसमे कौन सही कह रहा है और कौन गलत,, ये है सबकी प्रोब्लम, कोई कहता है भगवान ऊपर है कोई कहता है कि बाहर है,, कोई कहता है भगवान हमारे भीतर है,, इसमे ये बड़ी विडंबना है, कोई कहता है भगवान निराकार है, कोई कहता है कि भगवान साकार है, कोई कहता है कर्म योगी बने,, कोई कहे भक्ति योगी बने, कोई कहे मुक्ति जीते जी होती है, कोई कहे मुक्ति मरने के बाद होती है, कोई कहे ध्यान करो,, जैसे अनेक विध सवालों का ढेर लग गया है,,, मानस मस्तिष्क में इसमे सरकार कुछ सहयोग दे सकती है,,पर मेरी बुद्धि के तहत इतना कह सकता हु की भगवान के बारे अनेक सवाल है ,, एक बात है भाई की ईश्वर सबका एक है ये बात की सहज से स्वीकृति हो सकती है,, पर इसमे ही बहोत बड़ी बहस है और वो है, की ईश्वर सबका एक है पर वो है कौन? इसमे पूरी दुनिया डूबी हुई है, इस वजह से लड़ाई ,, दंगा फसाद, जातिवाद,, धर्मवाद ,, उच्च नीच के भेदभाव खड़ा हो गया है इसको ठीक करे तो कैसे करे? ओर कैसे किया जाए? वो सबका ईश्वर एक है, वोै है कौन को लेके आवाज जो बुलंद हो जाए तो , इसमे बड़ी रुकावट ये है कि सब अपनी अपनी बाते तो कर ही रहा है, तो इसमें एक दूसरे की कोई सुनेगा नही हम सही हम सही का नारा आज भी गूंज रहा है ,, भविष्य में भी वही ही होगा क्योंकि ऐसा इंसान या कोई ऐसी सरकार नही है कि मैने भगवान को देखा है,, वो सबका एक ईश्वर है जिसको मेने जाना है वो लो ये रहा, ऐसा कहने वाला कोई है तो नही और कोई मानेगा भी नही,,,,,,,,, समझ सबकी अलग है,, इसलिए ऐसा होकर ही रहेगा सबको एक ही सूत्र में बांधने के लिए सरकार को चाहिए कि सारे जहाँ (कम से कम भारत)के धर्माचार्यों को इक्क्ठा किया जाए औऱ अपनी अपनी बातें दर्ज करे,,, इसमे बहोत बड़ी ज्ञान चर्चा हो, वो चाहे कितने दिन क्यो न चले (इसमे एक रूल्स हो कि ,, 1 सब धर्माचार्यों को आना जरूरी है, 2,,, जो नही आये उस धर्माचार्यों को पाबंधी लगाया जाए, 3,,, सब अपनी अपनी राय कहे, 4,,, एक दुसरो से सवाल की बरसात हो, 5 सबको पूछे गए सवाल का जवाब देना जरूरी है, 6,,, जो सवाल का जवाब दे न सके उसका प्रचार भारत में प्रतिबंध, 7,,, जो भी शेष रहे वो ही एक सम्प्रदाय भारत मे शिरमोर, 8,, पीछे से किसीकी बात सुनी नही जाएगी, 9,,, जो भी कहना है वो यहाँ पर ही कहे,,, 10 मौन की भाषा अमान्य होगी, 11,,, जबतक फैसला न हो तबतक शांति बनाए रखे, 12,,,जो भी इस सवाल के दौरान क्रोध या ऐसी कुछ हरकत करे तो उसकी हार मान्य करनी होगी, 13,,,सरकार ऐसी व्यवस्था दे जीसमे सबको बोलने का मौका दे और साथ सुनने का भी, 14,,,उस मंच का लाइव प्रसारण हो, 15,,, जो भी हार जाए उसकी किताब का नाश हो या पूरे भारत मे बेंड लगाया जाए और उसकी माहिती सबको मिले, 16,,, एक भी सवाल करना बाकी न हो ताकि समस्या बनी रहे , 17,,,, आउट कन्ट्री जो है और उसका नेतृत्व जो भारत मे है उसको भी बुलाया जाए और उसका न आने का मतलब हार है ऐसा सबके मन मे पक्का करदो, ताकि बादमे उसकी बहस न रहे,, वैसे भी सब सवाल करने में माहिर तो है ही उसी तरह जवाब भी दे दो,,, जो शेष बाकी रहे वो सबको मान्य करे,,, ऐसा ही एक तरीका है भारत को सुख और शांति का और कोई है तो आप बताए? आवाज बुलंद हो,, ये भारत है चाहा तो सबकुछ हो सकता है बस ये आवाज बुलंद होनी चाहिए,,,,, अस्तु,,,,, Vijay kalsariya
Sar mein Suraj Gupta Uttar Pradesh Se hun main bhi aap hi Ki tarah kuchh kam karke apna bhavishya banana chahta hun kripya aapke chhatrachhaya mein mujhe Rahane ka mauka Den aur mujhe apni company mein chhoti jagah Ho se kam karne ka mauka de main aapko niraash nahin karunga aur aap kyon company mein Puri lagan aur mehnat se karya
Tamne paisa સ્વામિનારાયણ ભગવાને આપ્યા એવું નહિ માનતા કેમકે તમારી કરતા ભક્તિવાન લોકો બહુજ ગરીબ છે,,, ઈતો પૈસા ના પાવરે સેમિનાર થાય એટલે 7,,,,, થી8,,,, 8,,,, લોકો સાંભળે બાકી બુદ્ધિ વાળા લોકો તમારી કરતા તો બહુજ પડેલા છે આ દુનિયામાં
(मुजे उसके बारे में पूछा गया था तो उसके हितमे जारी) आप ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि सब धर्माचार्यों से पुस्तिका जैसी तालिका मांगकर धर्म का शुध्द स्वरूप प्रस्तुत करे,, अब देखो ,,, ऐसा हो जाए तो बहोत ही अच्छी बात है ये होना ही चाहिए,, इसकी सख्त जरूरत है, क्योकि कौन सही है और कौन गलत है ,, कौन पूरा है और कौन आधा अधूरा वो सामने आहि जाएगा ,, इसमे में अपनी कुछ राय देना चाहता हु जो में बहोत सालो से सोच रहा हु, सब सम्प्रदाय अपनी अपनी कह रहा है कि भगवान ऐसा है,,कोई कह रहा है वैसा है, मुस्लिम भी कुछ और कह रहा है,, ईसाई अपनी मनमुखी बात करता है, सिक्ख,, बौद्ध, यहूदी, जैन,, सब अपनी अपनी बातें कह रहा है,,, इसमे कौन सही कह रहा है और कौन गलत,, ये है सबकी प्रोब्लम, कोई कहता है भगवान ऊपर है कोई कहता है कि बाहर है,, कोई कहता है भगवान हमारे भीतर है,, इसमे ये बड़ी विडंबना है, कोई कहता है भगवान निराकार है, कोई कहता है कि भगवान साकार है, कोई कहता है कर्म योगी बने,, कोई कहे भक्ति योगी बने, कोई कहे मुक्ति जीते जी होती है, कोई कहे मुक्ति मरने के बाद होती है, कोई कहे ध्यान करो,, जैसे अनेक विध सवालों का ढेर लग गया है,,, मानस मस्तिष्क में इसमे सरकार कुछ सहयोग दे सकती है,,पर मेरी बुद्धि के तहत इतना कह सकता हु की भगवान के बारे अनेक सवाल है ,, एक बात है भाई की ईश्वर सबका एक है ये बात की सहज से स्वीकृति हो सकती है,, पर इसमे ही बहोत बड़ी बहस है और वो है, की ईश्वर सबका एक है पर वो है कौन? इसमे पूरी दुनिया डूबी हुई है, इस वजह से लड़ाई ,, दंगा फसाद, जातिवाद,, धर्मवाद ,, उच्च नीच के भेदभाव खड़ा हो गया है इसको ठीक करे तो कैसे करे? ओर कैसे किया जाए? वो सबका ईश्वर एक है, वोै है कौन को लेके आवाज जो बुलंद हो जाए तो , इसमे बड़ी रुकावट ये है कि सब अपनी अपनी बाते तो कर ही रहा है, तो इसमें एक दूसरे की कोई सुनेगा नही हम सही हम सही का नारा आज भी गूंज रहा है ,, भविष्य में भी वही ही होगा क्योंकि ऐसा इंसान या कोई ऐसी सरकार नही है कि मैने भगवान को देखा है,, वो सबका एक ईश्वर है जिसको मेने जाना है वो लो ये रहा, ऐसा कहने वाला कोई है तो नही और कोई मानेगा भी नही,,,,,,,,, समझ सबकी अलग है,, इसलिए ऐसा होकर ही रहेगा सबको एक ही सूत्र में बांधने के लिए सरकार को चाहिए कि सारे जहाँ (कम से कम भारत)के धर्माचार्यों को इक्क्ठा किया जाए औऱ अपनी अपनी बातें दर्ज करे,,, इसमे बहोत बड़ी ज्ञान चर्चा हो, वो चाहे कितने दिन क्यो न चले (इसमे एक रूल्स हो कि ,, 1 सब धर्माचार्यों को आना जरूरी है, 2,,, जो नही आये उस धर्माचार्यों को पाबंधी लगाया जाए, 3,,, सब अपनी अपनी राय कहे, 4,,, एक दुसरो से सवाल की बरसात हो, 5 सबको पूछे गए सवाल का जवाब देना जरूरी है, 6,,, जो सवाल का जवाब दे न सके उसका प्रचार भारत में प्रतिबंध, 7,,, जो भी शेष रहे वो ही एक सम्प्रदाय भारत मे शिरमोर, 8,, पीछे से किसीकी बात सुनी नही जाएगी, 9,,, जो भी कहना है वो यहाँ पर ही कहे,,, 10 मौन की भाषा अमान्य होगी, 11,,, जबतक फैसला न हो तबतक शांति बनाए रखे, 12,,,जो भी इस सवाल के दौरान क्रोध या ऐसी कुछ हरकत करे तो उसकी हार मान्य करनी होगी, 13,,,सरकार ऐसी व्यवस्था दे जीसमे सबको बोलने का मौका दे और साथ सुनने का भी, 14,,,उस मंच का लाइव प्रसारण हो, 15,,, जो भी हार जाए उसकी किताब का नाश हो या पूरे भारत मे बेंड लगाया जाए और उसकी माहिती सबको मिले, 16,,, एक भी सवाल करना बाकी न हो ताकि समस्या बनी रहे , 17,,,, आउट कन्ट्री जो है और उसका नेतृत्व जो भारत मे है उसको भी बुलाया जाए और उसका न आने का मतलब हार है ऐसा सबके मन मे पक्का करदो, ताकि बादमे उसकी बहस न रहे,, वैसे भी सब सवाल करने में माहिर तो है ही उसी तरह जवाब भी दे दो,,, जो शेष बाकी रहे वो सबको मान्य करे,,, ऐसा ही एक तरीका है भारत को सुख और शांति का और कोई है तो आप बताए? आवाज बुलंद हो,, ये भारत है चाहा तो सबकुछ हो सकता है बस ये आवाज बुलंद होनी चाहिए,,,,, अस्तु,,,,, Vijay kalsariya
Sir mai apke company me kam karna chahta hu sir eske liye mai apna ghar chhor chuka hu sir kisi ke kahne par mai daimond ka kam Sikh rha hu sir kya apke company me mujhe sikhne ka muka nhi mile ga sir agar app parmison de dete to bahut kripa hota mujh pe sir
आप हीरा सीखना छोड दो दूसरा ओर कोई बिजनेस करो क्योंकि हीरा बंध भी हो सकता है हिरे में अभी मंदी चल रही है और फिर तेजी कभी नही आने वाली और ये सवजी को कुछ मत कहो वो साला एक नंबर का हरामी है ઇ નાલાયક ના પેટનો છે वो आपके सवाल का भी जवाब भी नही देगा आगे आपकी मरजी
@@jayeshbhai9456 (मुजे उसके बारे में पूछा गया था तो उसके हितमे जारी) आप ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि सब धर्माचार्यों से पुस्तिका जैसी तालिका मांगकर धर्म का शुध्द स्वरूप प्रस्तुत करे,, अब देखो ,,, ऐसा हो जाए तो बहोत ही अच्छी बात है ये होना ही चाहिए,, इसकी सख्त जरूरत है, क्योकि कौन सही है और कौन गलत है ,, कौन पूरा है और कौन आधा अधूरा वो सामने आहि जाएगा ,, इसमे में अपनी कुछ राय देना चाहता हु जो में बहोत सालो से सोच रहा हु, सब सम्प्रदाय अपनी अपनी कह रहा है कि भगवान ऐसा है,,कोई कह रहा है वैसा है, मुस्लिम भी कुछ और कह रहा है,, ईसाई अपनी मनमुखी बात करता है, सिक्ख,, बौद्ध, यहूदी, जैन,, सब अपनी अपनी बातें कह रहा है,,, इसमे कौन सही कह रहा है और कौन गलत,, ये है सबकी प्रोब्लम, कोई कहता है भगवान ऊपर है कोई कहता है कि बाहर है,, कोई कहता है भगवान हमारे भीतर है,, इसमे ये बड़ी विडंबना है, कोई कहता है भगवान निराकार है, कोई कहता है कि भगवान साकार है, कोई कहता है कर्म योगी बने,, कोई कहे भक्ति योगी बने, कोई कहे मुक्ति जीते जी होती है, कोई कहे मुक्ति मरने के बाद होती है, कोई कहे ध्यान करो,, जैसे अनेक विध सवालों का ढेर लग गया है,,, मानस मस्तिष्क में इसमे सरकार कुछ सहयोग दे सकती है,,पर मेरी बुद्धि के तहत इतना कह सकता हु की भगवान के बारे अनेक सवाल है ,, एक बात है भाई की ईश्वर सबका एक है ये बात की सहज से स्वीकृति हो सकती है,, पर इसमे ही बहोत बड़ी बहस है और वो है, की ईश्वर सबका एक है पर वो है कौन? इसमे पूरी दुनिया डूबी हुई है, इस वजह से लड़ाई ,, दंगा फसाद, जातिवाद,, धर्मवाद ,, उच्च नीच के भेदभाव खड़ा हो गया है इसको ठीक करे तो कैसे करे? ओर कैसे किया जाए? वो सबका ईश्वर एक है, वोै है कौन को लेके आवाज जो बुलंद हो जाए तो , इसमे बड़ी रुकावट ये है कि सब अपनी अपनी बाते तो कर ही रहा है, तो इसमें एक दूसरे की कोई सुनेगा नही हम सही हम सही का नारा आज भी गूंज रहा है ,, भविष्य में भी वही ही होगा क्योंकि ऐसा इंसान या कोई ऐसी सरकार नही है कि मैने भगवान को देखा है,, वो सबका एक ईश्वर है जिसको मेने जाना है वो लो ये रहा, ऐसा कहने वाला कोई है तो नही और कोई मानेगा भी नही,,,,,,,,, समझ सबकी अलग है,, इसलिए ऐसा होकर ही रहेगा सबको एक ही सूत्र में बांधने के लिए सरकार को चाहिए कि सारे जहाँ (कम से कम भारत)के धर्माचार्यों को इक्क्ठा किया जाए औऱ अपनी अपनी बातें दर्ज करे,,, इसमे बहोत बड़ी ज्ञान चर्चा हो, वो चाहे कितने दिन क्यो न चले (इसमे एक रूल्स हो कि ,, 1 सब धर्माचार्यों को आना जरूरी है, 2,,, जो नही आये उस धर्माचार्यों को पाबंधी लगाया जाए, 3,,, सब अपनी अपनी राय कहे, 4,,, एक दुसरो से सवाल की बरसात हो, 5 सबको पूछे गए सवाल का जवाब देना जरूरी है, 6,,, जो सवाल का जवाब दे न सके उसका प्रचार भारत में प्रतिबंध, 7,,, जो भी शेष रहे वो ही एक सम्प्रदाय भारत मे शिरमोर, 8,, पीछे से किसीकी बात सुनी नही जाएगी, 9,,, जो भी कहना है वो यहाँ पर ही कहे,,, 10 मौन की भाषा अमान्य होगी, 11,,, जबतक फैसला न हो तबतक शांति बनाए रखे, 12,,,जो भी इस सवाल के दौरान क्रोध या ऐसी कुछ हरकत करे तो उसकी हार मान्य करनी होगी, 13,,,सरकार ऐसी व्यवस्था दे जीसमे सबको बोलने का मौका दे और साथ सुनने का भी, 14,,,उस मंच का लाइव प्रसारण हो, 15,,, जो भी हार जाए उसकी किताब का नाश हो या पूरे भारत मे बेंड लगाया जाए और उसकी माहिती सबको मिले, 16,,, एक भी सवाल करना बाकी न हो ताकि समस्या बनी रहे , 17,,,, आउट कन्ट्री जो है और उसका नेतृत्व जो भारत मे है उसको भी बुलाया जाए और उसका न आने का मतलब हार है ऐसा सबके मन मे पक्का करदो, ताकि बादमे उसकी बहस न रहे,, वैसे भी सब सवाल करने में माहिर तो है ही उसी तरह जवाब भी दे दो,,, जो शेष बाकी रहे वो सबको मान्य करे,,, ऐसा ही एक तरीका है भारत को सुख और शांति का और कोई है तो आप बताए? आवाज बुलंद हो,, ये भारत है चाहा तो सबकुछ हो सकता है बस ये आवाज बुलंद होनी चाहिए,,,,, अस्तु,,,,, Vijay kalsariya
Devangi Prajapati lage che k Tamari family ma thi koi hk ma che. jene kam nathi thatu etle savjibhai NE kharab Bolo cho. pan problem Tammara family member no che. hk no nathi.
ગુજરાત નું ગૌરવ સવજી કાકા
One of the great man in the "UNIVERSE"
Good sir
@@bavliyabhaveshgiradhanbavl4933 1111111😊
@@bavliyabhaveshgiradhanbavl4933 110:
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@@ladrasikbhai4212રરરરથરરરરરથરરરરથરરરથરથથરથરથરથથરરરરરરથથરથરથરરરરરરરરરથથથરરરથરરથરરથરરરરથરરથરરથથરરથરરરરરથરથથરથરરથથરરરરરથથરથથથરથથરરરરથરરરથરથરરરરરરરરરથથથથરરરરરરરરરરરથથથરથરથરથરરરરરરરથરરરરથરરરરરરરરથરથરરરરથરરરથરથરરરથરરરરરરરથથથરરથરથરથથરરથથથરરરથરરરથથરથથથરરરથરરરરથથરથરરરરથરરરરરથરરરરથરથરરથરરરરરરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરથરથરરરથરરરરરથરરરરથરરથરરથરથરરરરરરરરરરરરથરરથથરરરરરરરરરરરરથરથરરરરથરરરરરથરરથરરરરરરરથરરથરરરરરથરથરરરરરથરરરરરરરથથરરરરરરરરરથરરરથરથરરરરરથરથરરરરથરથરરરરથથરરરથરરરરરરરથથરરથરથરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરરરથથથરરથરરરરથરરથરરરરરરરરરથરરરથરથરરરરરરથરરરરથરરરરરરથરરરરરથથરથરથરરથરરરથરરરરરથરરરરથથરરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરરથરરથરરરરરરરરથથરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરથરરરરરથથરરરથથરરરથરરરથરરરથરરરરથરરરથરરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરરથરરરરથરરથથથરરથરરરરથરથથરરરથરથરરરરરરથરરરરરરરરથથરથથરરરરરરરરરરથરરરરરથરરથથરરથરથરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરથરરથરરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરથરરથરથરરરરરરરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરરથરરરરરથરરરરરરરરરરરરરથથરથરરથરરરરરથરરરથરરથરરરરરથરરરથરરરરથરરરરથથરરથરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરથથરરરરરરરરરરથરરથરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરરરરરરરરથરરરરરરરરરરરરરરરરરરથરરરરરથરરરરરરરરરથરરરરરરરથંથથથરંઅંથંઅંઅંઅંથંથંઅંઅંથૂરથંઅંઅંઅંથથંઅંથથથબસ.😅
નસ 😮😊 41:13 ઔખ
41:13 ય,
😮થદ❤❤😢😮😊😅
❤❤❤😂થદ 😢😮😅😅😊😊😊
😊😅😮😢
Sabji sabji bhai aapki baton successful❤🎉
Ji Bhai thoda Kya Tumne Mara khoob khoob abhinandan 2:46 ❤🎉
Jay shree swaminarayan 🙏 ♥️ ❤️
Bahut bahut badhai ho jai ho patidar samaj jai ho sardar
સ્વામી બને સંપતિ અને મોજશોખ પૂરા કરવા માટે
🏝️🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗🚗jay mataji
Jay Sri Swaminarayn
Dhanivad
ખુબ સરસ વાત કરી તમે તમે ❤❤ દિલ થી આભાર
સવજીકાકા બહુ જ સરસ આપની પીચ છે....
My life fev person savji bhai dholkiya
સાચું✅✔️☑
Jay Sri Swaminarayn bhagvani
Saheb savji Abhinand congratulations
Good
Jay Swaminarayan Saheb....ekdam practical....
Bapasitaram Jay sitaram
जय स्वामी नारायण .......
App roj roj 1 speech do Kaka apse bahut anargy milti hai
🙏જય શ્રી સ્વામિનારાયણ સવજીકાકા🙏
ખુબ સરસ સવજી ભાઈ
Very good motivation
દયાળુ રાજી રેહજૉ ભગવાન ના કામ કરો પણ તોય ધ્યાન તો કરવું જ પડશે
ભગવાન ધ્યાન માં જ આવે છે
ખૂબ સરસ જય સ્વામિનારાયણ
Great speech
બહુ જ સરસ છે જય માતાજી
Vah seth
ખુબ સરસ ભાઈ
Vha shivaji reyl shivaji tha bosh
Jai swaminarayan
Jai Jan Mangal namavali
Ji swaminarayam
Super super
Hasva jevi 6
Pn hasi kadhva jevi Nathi
It's very deep thoughts
Jay swaminarayan
Good sir
jay swaminarayan ,Kaka
Vhala savjibhai as usual you are hearttouching. I want to meet you at least once.
લાખ લાખ વંદન સવજી બાપા
Dholakiya saheb zaa mobile chhe to ame સાંભળી છીએ
Bhgvan avej kaka
ધન્યવાદ સવજી કાકા બહુ સરસ પ્રવચન આપુ
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Jay davrkadhis Jay ho Jay ho apna subh magalmay avsar ne Mara kote kote pranam pranam pranam pranam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 good speech savaji kaka Jay ho Jay ho Jay ho Jay ho Jay ho Jay ho Jay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad dhanyavad 🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱
🙏♥️🌹vah joradar savaji Bhai
Jay gurudev
🙏🙏🙏
Your thoughts very right
Jay aapagiga🙏
You are the legend. Your thoughts radiates your dedication
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿
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@@shaileshbharwadshailesh6676 ko9kk99kk9ko99kk9œ
@@shaileshbharwadshailesh6676
😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
Khub sarar dada
🙏
Love you savji bhaiiiiiiiiiiiiiiii
સરસ
સુપર
Haalllooooo , excellent example at last !
Suppr
Jay ho
JAI SWAMINARAYN 🙏
Jay sawami narayan
Jay swaminarayan kaka
👍👍👍👍👍
devji jeva arethiya
🌺Jay swaminarayan 🌺👏
240 વર્ષ પહેલા યુપી ના છપૈયા ખાતે જન્મેલ ઘનશ્યામ પાંડે જાદુગર નો જન્મ થયો તે સમયે ગુજરાત ના સાધુ સંતોય જનમ્યા ગુજરાત ના સાધુ સંત સાધુ સંત રહ્યા અને આ સ્વામી લોકો એ ઘનશ્યામ પાંડે જાદુગર ને ભગવાન બનાવી ધર્મ ના નામે ધંધો કરવા લાગ્યા
Jordar vaat kari kaka jay swaminarayan
Nice Stort
🙏Jay swaminarayan 🙏
(मुजे उसके बारे में पूछा गया था तो उसके हितमे जारी)
आप ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि सब धर्माचार्यों से पुस्तिका जैसी तालिका मांगकर धर्म का शुध्द स्वरूप प्रस्तुत करे,,
अब देखो ,,, ऐसा हो जाए तो बहोत ही अच्छी बात है ये होना ही चाहिए,, इसकी सख्त जरूरत है, क्योकि कौन सही है और कौन गलत है ,, कौन पूरा है और कौन आधा अधूरा वो सामने आहि जाएगा ,,
इसमे में अपनी कुछ राय देना चाहता हु जो में बहोत सालो से सोच रहा हु,
सब सम्प्रदाय अपनी अपनी कह रहा है कि भगवान ऐसा है,,कोई कह रहा है वैसा है, मुस्लिम भी कुछ और कह रहा है,, ईसाई अपनी मनमुखी बात करता है, सिक्ख,, बौद्ध, यहूदी, जैन,, सब अपनी अपनी बातें कह रहा है,,, इसमे कौन सही कह रहा है और कौन गलत,, ये है सबकी प्रोब्लम,
कोई कहता है भगवान ऊपर है कोई कहता है कि बाहर है,, कोई कहता है भगवान हमारे भीतर है,, इसमे ये बड़ी विडंबना है, कोई कहता है भगवान निराकार है, कोई कहता है कि भगवान साकार है,
कोई कहता है कर्म योगी बने,, कोई कहे भक्ति योगी बने, कोई कहे मुक्ति जीते जी होती है, कोई कहे मुक्ति मरने के बाद होती है, कोई कहे ध्यान करो,, जैसे अनेक विध सवालों का ढेर लग गया है,,, मानस मस्तिष्क में
इसमे सरकार कुछ सहयोग दे सकती है,,पर मेरी बुद्धि के तहत इतना कह सकता हु की भगवान के बारे अनेक सवाल है ,, एक बात है भाई की ईश्वर सबका एक है ये बात की सहज से स्वीकृति हो सकती है,, पर इसमे ही बहोत बड़ी बहस है और वो है, की ईश्वर सबका एक है पर वो है कौन?
इसमे पूरी दुनिया डूबी हुई है, इस वजह से लड़ाई ,, दंगा फसाद, जातिवाद,, धर्मवाद ,, उच्च नीच के भेदभाव खड़ा हो गया है
इसको ठीक करे तो कैसे करे? ओर कैसे किया जाए?
वो सबका ईश्वर एक है, वोै है कौन को लेके आवाज जो बुलंद हो जाए तो , इसमे बड़ी रुकावट ये है कि सब अपनी अपनी बाते तो कर ही रहा है,
तो इसमें एक दूसरे की कोई सुनेगा नही हम सही हम सही का नारा आज भी गूंज रहा है ,, भविष्य में भी वही ही होगा क्योंकि ऐसा इंसान या कोई ऐसी सरकार नही है कि मैने भगवान को देखा है,, वो सबका एक ईश्वर है जिसको मेने जाना है वो लो ये रहा, ऐसा कहने वाला कोई है तो नही
और कोई मानेगा भी नही,,,,,,,,,
समझ सबकी अलग है,, इसलिए ऐसा होकर ही रहेगा
सबको एक ही सूत्र में बांधने के लिए
सरकार को चाहिए कि सारे जहाँ (कम से कम भारत)के धर्माचार्यों को इक्क्ठा किया जाए औऱ अपनी अपनी बातें दर्ज करे,,, इसमे बहोत बड़ी ज्ञान चर्चा हो, वो चाहे कितने दिन क्यो न चले (इसमे एक रूल्स हो कि ,, 1 सब धर्माचार्यों को आना जरूरी है, 2,,, जो नही आये उस धर्माचार्यों को पाबंधी लगाया जाए, 3,,, सब अपनी अपनी राय कहे, 4,,, एक दुसरो से सवाल की बरसात हो, 5 सबको पूछे गए सवाल का जवाब देना जरूरी है, 6,,, जो सवाल का जवाब दे न सके उसका प्रचार भारत में प्रतिबंध, 7,,, जो भी शेष रहे वो ही एक सम्प्रदाय भारत मे शिरमोर, 8,, पीछे से किसीकी बात सुनी नही जाएगी, 9,,, जो भी कहना है वो यहाँ पर ही कहे,,, 10 मौन की भाषा अमान्य होगी, 11,,, जबतक फैसला न हो तबतक शांति बनाए रखे, 12,,,जो भी इस सवाल के दौरान क्रोध या ऐसी कुछ हरकत करे तो उसकी हार मान्य करनी होगी, 13,,,सरकार ऐसी व्यवस्था दे जीसमे सबको बोलने का मौका दे और साथ सुनने का भी, 14,,,उस मंच का लाइव प्रसारण हो, 15,,, जो भी हार जाए उसकी किताब का नाश हो या पूरे भारत मे बेंड लगाया जाए और उसकी माहिती सबको मिले, 16,,, एक भी सवाल करना बाकी न हो ताकि समस्या बनी रहे , 17,,,, आउट कन्ट्री जो है और उसका नेतृत्व जो भारत मे है उसको भी बुलाया जाए और उसका न आने का मतलब हार है ऐसा सबके मन मे पक्का करदो, ताकि बादमे उसकी बहस न रहे,,
वैसे भी सब सवाल करने में माहिर तो है ही
उसी तरह जवाब भी दे दो,,, जो शेष बाकी रहे वो सबको मान्य करे,,, ऐसा ही एक तरीका है भारत को सुख और शांति का
और कोई है तो आप बताए?
आवाज बुलंद हो,, ये भारत है चाहा तो सबकुछ हो सकता है
बस ये आवाज बुलंद होनी चाहिए,,,,, अस्तु,,,,,
Vijay kalsariya
Awesome
n
Savji bhai meri jindagi nu sapnu puru karvu hai mere savji bhai badvu hai
વા કાકા વા
tame amari prerna cho kaka...❤🤝
Sji kaka horima mobile nakh su to tmaru vidyo kevi rite joysu
supar
Great
..
Jay swaminarayan. .paisa banijay etle badhi vato aavde...baki badha prayas to kartaj hoy bhai...
Captions should be in hindi also. So that it can reach to maximum.
Wah savjibhai
Bhai Bhai
hii
Sar mein Suraj Gupta Uttar Pradesh Se hun main bhi aap hi Ki tarah kuchh kam karke apna bhavishya banana chahta hun kripya aapke chhatrachhaya mein mujhe Rahane ka mauka Den aur mujhe apni company mein chhoti jagah Ho se kam karne ka mauka de main aapko niraash nahin karunga aur aap kyon company mein Puri lagan aur mehnat se karya
👍
1😮😅😅😅😅😅
Thanks sir
Tamne paisa સ્વામિનારાયણ ભગવાને આપ્યા એવું નહિ માનતા
કેમકે તમારી કરતા ભક્તિવાન લોકો બહુજ ગરીબ છે,,,
ઈતો પૈસા ના પાવરે સેમિનાર થાય
એટલે 7,,,,, થી8,,,, 8,,,, લોકો સાંભળે
બાકી બુદ્ધિ વાળા લોકો તમારી કરતા તો બહુજ પડેલા છે આ દુનિયામાં
Pls post English
Apno mobile no apsho sir
તમારા કારખાના માં વારો તારો બહુ જ છે
કણબી ને વધારે કામ થાય અને બીજા ને ઓછું
aemni gnati sivay ne kya besadej che and besade to kai aemni gnati na loko ne pragati male ae bija ne nathi aapta
right Devangi
Rava Parth
Devangi Prajapati Ben Hun Luhar chu NE 1.50 lakh nu kam Kari chu. khoti vaat na felavay.
Ben aavu khotu na bolay
આવીયા. Pci. ખથનાય. બેઠી
Tmari kapnima nokri aapone plz
जनमंगल ना जाप करवा सु नियम है
मेरबानी करी बताने की कृपा करें
જય સ્વામિનારાયણ
Hii
હલો હલો કેમ વચ્ચે બોલો છો ?
Gbpatel Jay mataji
(मुजे उसके बारे में पूछा गया था तो उसके हितमे जारी)
आप ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि सब धर्माचार्यों से पुस्तिका जैसी तालिका मांगकर धर्म का शुध्द स्वरूप प्रस्तुत करे,,
अब देखो ,,, ऐसा हो जाए तो बहोत ही अच्छी बात है ये होना ही चाहिए,, इसकी सख्त जरूरत है, क्योकि कौन सही है और कौन गलत है ,, कौन पूरा है और कौन आधा अधूरा वो सामने आहि जाएगा ,,
इसमे में अपनी कुछ राय देना चाहता हु जो में बहोत सालो से सोच रहा हु,
सब सम्प्रदाय अपनी अपनी कह रहा है कि भगवान ऐसा है,,कोई कह रहा है वैसा है, मुस्लिम भी कुछ और कह रहा है,, ईसाई अपनी मनमुखी बात करता है, सिक्ख,, बौद्ध, यहूदी, जैन,, सब अपनी अपनी बातें कह रहा है,,, इसमे कौन सही कह रहा है और कौन गलत,, ये है सबकी प्रोब्लम,
कोई कहता है भगवान ऊपर है कोई कहता है कि बाहर है,, कोई कहता है भगवान हमारे भीतर है,, इसमे ये बड़ी विडंबना है, कोई कहता है भगवान निराकार है, कोई कहता है कि भगवान साकार है,
कोई कहता है कर्म योगी बने,, कोई कहे भक्ति योगी बने, कोई कहे मुक्ति जीते जी होती है, कोई कहे मुक्ति मरने के बाद होती है, कोई कहे ध्यान करो,, जैसे अनेक विध सवालों का ढेर लग गया है,,, मानस मस्तिष्क में
इसमे सरकार कुछ सहयोग दे सकती है,,पर मेरी बुद्धि के तहत इतना कह सकता हु की भगवान के बारे अनेक सवाल है ,, एक बात है भाई की ईश्वर सबका एक है ये बात की सहज से स्वीकृति हो सकती है,, पर इसमे ही बहोत बड़ी बहस है और वो है, की ईश्वर सबका एक है पर वो है कौन?
इसमे पूरी दुनिया डूबी हुई है, इस वजह से लड़ाई ,, दंगा फसाद, जातिवाद,, धर्मवाद ,, उच्च नीच के भेदभाव खड़ा हो गया है
इसको ठीक करे तो कैसे करे? ओर कैसे किया जाए?
वो सबका ईश्वर एक है, वोै है कौन को लेके आवाज जो बुलंद हो जाए तो , इसमे बड़ी रुकावट ये है कि सब अपनी अपनी बाते तो कर ही रहा है,
तो इसमें एक दूसरे की कोई सुनेगा नही हम सही हम सही का नारा आज भी गूंज रहा है ,, भविष्य में भी वही ही होगा क्योंकि ऐसा इंसान या कोई ऐसी सरकार नही है कि मैने भगवान को देखा है,, वो सबका एक ईश्वर है जिसको मेने जाना है वो लो ये रहा, ऐसा कहने वाला कोई है तो नही
और कोई मानेगा भी नही,,,,,,,,,
समझ सबकी अलग है,, इसलिए ऐसा होकर ही रहेगा
सबको एक ही सूत्र में बांधने के लिए
सरकार को चाहिए कि सारे जहाँ (कम से कम भारत)के धर्माचार्यों को इक्क्ठा किया जाए औऱ अपनी अपनी बातें दर्ज करे,,, इसमे बहोत बड़ी ज्ञान चर्चा हो, वो चाहे कितने दिन क्यो न चले (इसमे एक रूल्स हो कि ,, 1 सब धर्माचार्यों को आना जरूरी है, 2,,, जो नही आये उस धर्माचार्यों को पाबंधी लगाया जाए, 3,,, सब अपनी अपनी राय कहे, 4,,, एक दुसरो से सवाल की बरसात हो, 5 सबको पूछे गए सवाल का जवाब देना जरूरी है, 6,,, जो सवाल का जवाब दे न सके उसका प्रचार भारत में प्रतिबंध, 7,,, जो भी शेष रहे वो ही एक सम्प्रदाय भारत मे शिरमोर, 8,, पीछे से किसीकी बात सुनी नही जाएगी, 9,,, जो भी कहना है वो यहाँ पर ही कहे,,, 10 मौन की भाषा अमान्य होगी, 11,,, जबतक फैसला न हो तबतक शांति बनाए रखे, 12,,,जो भी इस सवाल के दौरान क्रोध या ऐसी कुछ हरकत करे तो उसकी हार मान्य करनी होगी, 13,,,सरकार ऐसी व्यवस्था दे जीसमे सबको बोलने का मौका दे और साथ सुनने का भी, 14,,,उस मंच का लाइव प्रसारण हो, 15,,, जो भी हार जाए उसकी किताब का नाश हो या पूरे भारत मे बेंड लगाया जाए और उसकी माहिती सबको मिले, 16,,, एक भी सवाल करना बाकी न हो ताकि समस्या बनी रहे , 17,,,, आउट कन्ट्री जो है और उसका नेतृत्व जो भारत मे है उसको भी बुलाया जाए और उसका न आने का मतलब हार है ऐसा सबके मन मे पक्का करदो, ताकि बादमे उसकी बहस न रहे,,
वैसे भी सब सवाल करने में माहिर तो है ही
उसी तरह जवाब भी दे दो,,, जो शेष बाकी रहे वो सबको मान्य करे,,, ऐसा ही एक तरीका है भारत को सुख और शांति का
और कोई है तो आप बताए?
आवाज बुलंद हो,, ये भारत है चाहा तो सबकुछ हो सकता है
बस ये आवाज बुलंद होनी चाहिए,,,,, अस्तु,,,,,
Vijay kalsariya
thank you
Sir mai apke company me kam karna chahta hu sir eske liye mai apna ghar chhor chuka hu sir kisi ke kahne par mai daimond ka kam Sikh rha hu sir kya apke company me mujhe sikhne ka muka nhi mile ga sir agar app parmison de dete to bahut kripa hota mujh pe sir
आप हीरा सीखना छोड दो
दूसरा ओर कोई बिजनेस करो
क्योंकि हीरा बंध भी हो सकता है
हिरे में अभी मंदी चल रही है और फिर तेजी कभी नही आने वाली
और ये सवजी को कुछ मत कहो वो साला एक नंबर का हरामी है
ઇ નાલાયક ના પેટનો છે
वो आपके सवाल का भी जवाब भी नही देगा
आगे आपकी मरजी
Devangi right bro
@@jayeshbhai9456 (मुजे उसके बारे में पूछा गया था तो उसके हितमे जारी)
आप ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि सब धर्माचार्यों से पुस्तिका जैसी तालिका मांगकर धर्म का शुध्द स्वरूप प्रस्तुत करे,,
अब देखो ,,, ऐसा हो जाए तो बहोत ही अच्छी बात है ये होना ही चाहिए,, इसकी सख्त जरूरत है, क्योकि कौन सही है और कौन गलत है ,, कौन पूरा है और कौन आधा अधूरा वो सामने आहि जाएगा ,,
इसमे में अपनी कुछ राय देना चाहता हु जो में बहोत सालो से सोच रहा हु,
सब सम्प्रदाय अपनी अपनी कह रहा है कि भगवान ऐसा है,,कोई कह रहा है वैसा है, मुस्लिम भी कुछ और कह रहा है,, ईसाई अपनी मनमुखी बात करता है, सिक्ख,, बौद्ध, यहूदी, जैन,, सब अपनी अपनी बातें कह रहा है,,, इसमे कौन सही कह रहा है और कौन गलत,, ये है सबकी प्रोब्लम,
कोई कहता है भगवान ऊपर है कोई कहता है कि बाहर है,, कोई कहता है भगवान हमारे भीतर है,, इसमे ये बड़ी विडंबना है, कोई कहता है भगवान निराकार है, कोई कहता है कि भगवान साकार है,
कोई कहता है कर्म योगी बने,, कोई कहे भक्ति योगी बने, कोई कहे मुक्ति जीते जी होती है, कोई कहे मुक्ति मरने के बाद होती है, कोई कहे ध्यान करो,, जैसे अनेक विध सवालों का ढेर लग गया है,,, मानस मस्तिष्क में
इसमे सरकार कुछ सहयोग दे सकती है,,पर मेरी बुद्धि के तहत इतना कह सकता हु की भगवान के बारे अनेक सवाल है ,, एक बात है भाई की ईश्वर सबका एक है ये बात की सहज से स्वीकृति हो सकती है,, पर इसमे ही बहोत बड़ी बहस है और वो है, की ईश्वर सबका एक है पर वो है कौन?
इसमे पूरी दुनिया डूबी हुई है, इस वजह से लड़ाई ,, दंगा फसाद, जातिवाद,, धर्मवाद ,, उच्च नीच के भेदभाव खड़ा हो गया है
इसको ठीक करे तो कैसे करे? ओर कैसे किया जाए?
वो सबका ईश्वर एक है, वोै है कौन को लेके आवाज जो बुलंद हो जाए तो , इसमे बड़ी रुकावट ये है कि सब अपनी अपनी बाते तो कर ही रहा है,
तो इसमें एक दूसरे की कोई सुनेगा नही हम सही हम सही का नारा आज भी गूंज रहा है ,, भविष्य में भी वही ही होगा क्योंकि ऐसा इंसान या कोई ऐसी सरकार नही है कि मैने भगवान को देखा है,, वो सबका एक ईश्वर है जिसको मेने जाना है वो लो ये रहा, ऐसा कहने वाला कोई है तो नही
और कोई मानेगा भी नही,,,,,,,,,
समझ सबकी अलग है,, इसलिए ऐसा होकर ही रहेगा
सबको एक ही सूत्र में बांधने के लिए
सरकार को चाहिए कि सारे जहाँ (कम से कम भारत)के धर्माचार्यों को इक्क्ठा किया जाए औऱ अपनी अपनी बातें दर्ज करे,,, इसमे बहोत बड़ी ज्ञान चर्चा हो, वो चाहे कितने दिन क्यो न चले (इसमे एक रूल्स हो कि ,, 1 सब धर्माचार्यों को आना जरूरी है, 2,,, जो नही आये उस धर्माचार्यों को पाबंधी लगाया जाए, 3,,, सब अपनी अपनी राय कहे, 4,,, एक दुसरो से सवाल की बरसात हो, 5 सबको पूछे गए सवाल का जवाब देना जरूरी है, 6,,, जो सवाल का जवाब दे न सके उसका प्रचार भारत में प्रतिबंध, 7,,, जो भी शेष रहे वो ही एक सम्प्रदाय भारत मे शिरमोर, 8,, पीछे से किसीकी बात सुनी नही जाएगी, 9,,, जो भी कहना है वो यहाँ पर ही कहे,,, 10 मौन की भाषा अमान्य होगी, 11,,, जबतक फैसला न हो तबतक शांति बनाए रखे, 12,,,जो भी इस सवाल के दौरान क्रोध या ऐसी कुछ हरकत करे तो उसकी हार मान्य करनी होगी, 13,,,सरकार ऐसी व्यवस्था दे जीसमे सबको बोलने का मौका दे और साथ सुनने का भी, 14,,,उस मंच का लाइव प्रसारण हो, 15,,, जो भी हार जाए उसकी किताब का नाश हो या पूरे भारत मे बेंड लगाया जाए और उसकी माहिती सबको मिले, 16,,, एक भी सवाल करना बाकी न हो ताकि समस्या बनी रहे , 17,,,, आउट कन्ट्री जो है और उसका नेतृत्व जो भारत मे है उसको भी बुलाया जाए और उसका न आने का मतलब हार है ऐसा सबके मन मे पक्का करदो, ताकि बादमे उसकी बहस न रहे,,
वैसे भी सब सवाल करने में माहिर तो है ही
उसी तरह जवाब भी दे दो,,, जो शेष बाकी रहे वो सबको मान्य करे,,, ऐसा ही एक तरीका है भारत को सुख और शांति का
और कोई है तो आप बताए?
आवाज बुलंद हो,, ये भारत है चाहा तो सबकुछ हो सकता है
बस ये आवाज बुलंद होनी चाहिए,,,,, अस्तु,,,,,
Vijay kalsariya
Devangi Prajapati lage che k Tamari family ma thi koi hk ma che. jene kam nathi thatu etle savjibhai NE kharab Bolo cho. pan problem Tammara family member no che. hk no nathi.
Hindi kuch bolo
Y7vચ
Feku
Mara pass bimand ha
Jay swaminarayan
Jay swaminarayan srk
Tamara Dikrane mobile vapar to bandh karavo sharuvat ghardhi karay
You are hindu ikon
એ તો કાકા રૂપિયા ના જોરે સાલે બાકી તમને નો ઓળખ તા રાજ્ય માં જય ને સલા આપો તો કોણ તમારું સાંભળ જોયે
Vaa Kaka Vaa
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