यह चैनल किसी भी धर्म या संगठन की मदद से नहीं चलता हे इस नेक कार्य में हमारा साथ दीजिए. इस चैनल की हर वीडियो पर बहुत मेहनत लगती हे ओर यूट्यूब से अभी कोई कमाई शुरू नहीं हुई हे. इस चैनल ओर इस मकसद को लगातार चलाने के लिए आपके सहयोग की निरंतर जरूरत हे आप से जो बन सके जितना हो सके हमे इस मोबाइल नंबर पर गुगल पे फोन पे के माध्यम से भेजे 🙏 सलीम अहमद वास्तिक 📲 93184 59436 This channel is not run with the help of any religion or organization. Please support us in this noble cause. A lot of hard work goes into every video of this channel and no earning has started from UA-cam yet. To continue running this channel and this purpose, we need your continuous support. You can send us as much as possible through this mobile number. Please send it through Google Pay, Phone Pay Salim Ahmed Wastik .📲 93184 59436 Watch this video ua-cam.com/video/AmRbkbh8yoE/v-deo.htmlsi=W12SBnMctUicJxcz
आपकी डिबेट से यह सत्य सिद्ध हुआ कि मोहम्मद एक सम्मान सूचक शब्द है जैसे कि अपने भारत में आदरणीय, श्रीमान जी, महानुभाव इत्यादि प्रयोग किया जाता है और कुरान और हदीस कि अबाबील व हाथी क़ी कहानी काल्पनिक है क्योंकि इस कहानी का वहाँ के वातावरण से कोई जोड़ ही नहीं बैठ रहा है जैसे क़ी अपने यहाँ पर हर गांव में सरपंच होता है वैसे ही अरब के खित्ते में अनेक मोहम्मद हुए हैं लेकिन जिन्हें मोहम्मद मुस्तफ़ा कहा जाता है उन्होंने ने अपनी धन व शक्ति के दम पर छल से, बल से, दमन से सबको अपने अधीन कर लिया और एक साम्राज्य क़ी स्थापना करी जिसे नाम मजहब और ईश्वर के रूप में स्थापित कर दिया इसलिए जो कुरान हम पढ़ते हैं उसमे लगभग कोई भी इतिहास के प्रणाम नहीं सही फिट हो रहें हैं रही बात भारत उपमाहाद्वीप क़ी बात तो यहाँ पर देश नीति व नैतिकता प्रधान रहा है यहाँ पर चचेरी बहन हो, बहु हो इसे अनैतिक माना जाता है यह बात मौलवी, मौलाना, मुफ़्ती बताते ही नहीं है यदि कुरान और हदीस को यहाँ क़ी अनुवादित भाषा में एक सामान्य मुस्लिम को बताया जाएं तो बहुत से मुस्लिम इस्लाम से दूर हट जाएंगे. इस्लाम की कुछ बाते जो मानवता से हटकर हैं 1. इस्लाम में नास्तिक के लिए कोई स्थान नहीं है. 2. इस्लाम में यदि कोई आपका मित्र गैर मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 3. इस्लाम में रिस्तो की कोई मर्यादा नहीं है किसी चचेरी बहन को बहु बना लो, फिर उसका सम्बन्ध विच्छेद करवाकर अपनी पत्नी बना लो यह सर्वथा अनैतिक है. 4. इस्लाम में सह अस्तित्व की कोई भावना नहीं है. यानिकि दूसरे मत व संप्रदाय को यह पसंद नहीं करते है. 5.इस्लाम में विज्ञान के लिए कोई स्थान नहीं है. 6. इस्लाम में प्रकृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 7. इस्लाम में नारी का कोई सम्मान नहीं है बस उसे संतान पैदा करने का माध्यम माना जाता है. 8. इस्लाम में सत्य का कोई स्थान नहीं बस काल्पनिक कहानियाँ हैं. 9. इस्लाम में कर्म का कोई स्थान नहीं है 10. इस्लाम में यदि व्यक्ति सज्जन है लेकिन अगर वह मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 11. इस्लाम में कोई आर्थिक नीति नहीं है बस लूट -पाट को मालो -गनीमत है. 12. इस्लाम में देशप्रेम के लिए कोई स्थान नहीं है. 13. इस्लाम में किसी दूसरी संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 14. इस्लाम में अहिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. 15 इस्लाम में मानव मस्तिष्क यानिकि मानव की बुद्धि के लिए कोई स्थान नहीं है. इन्ही सब कारणों से मुस्लिम देश और मुस्लिम समाज आज भी बहुत पिछड़े हुए है और जो भी मुस्लिम के विकसित देश हैं वह भी गैर मुस्लिम की टेक्नोलॉजी पर निर्भर होकर विकसित हुए हैं
आपकी डिबेट से यह सत्य सिद्ध हुआ कि मोहम्मद एक सम्मान सूचक शब्द है जैसे कि अपने भारत में आदरणीय, श्रीमान जी, महानुभाव इत्यादि प्रयोग किया जाता है और कुरान और हदीस कि अबाबील व हाथी क़ी कहानी काल्पनिक है क्योंकि इस कहानी का वहाँ के वातावरण से कोई जोड़ ही नहीं बैठ रहा है जैसे क़ी अपने यहाँ पर हर गांव में सरपंच होता है वैसे ही अरब के खित्ते में अनेक मोहम्मद हुए हैं लेकिन जिन्हें मोहम्मद मुस्तफ़ा कहा जाता है उन्होंने ने अपनी धन व शक्ति के दम पर छल से, बल से, दमन से सबको अपने अधीन कर लिया और एक साम्राज्य क़ी स्थापना करी जिसे नाम मजहब और ईश्वर के रूप में स्थापित कर दिया इसलिए जो कुरान हम पढ़ते हैं उसमे लगभग कोई भी इतिहास के प्रणाम नहीं सही फिट हो रहें हैं रही बात भारत उपमाहाद्वीप क़ी बात तो यहाँ पर देश नीति व नैतिकता प्रधान रहा है यहाँ पर चचेरी बहन हो, बहु हो इसे अनैतिक माना जाता है यह बात मौलवी, मौलाना, मुफ़्ती बताते ही नहीं है यदि कुरान और हदीस को यहाँ क़ी अनुवादित भाषा में एक सामान्य मुस्लिम को बताया जाएं तो बहुत से मुस्लिम इस्लाम से दूर हट जाएंगे. इस्लाम की कुछ बाते जो मानवता से हटकर हैं 1. इस्लाम में नास्तिक के लिए कोई स्थान नहीं है. 2. इस्लाम में यदि कोई आपका मित्र गैर मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 3. इस्लाम में रिस्तो की कोई मर्यादा नहीं है किसी चचेरी बहन को बहु बना लो, फिर उसका सम्बन्ध विच्छेद करवाकर अपनी पत्नी बना लो यह सर्वथा अनैतिक है. 4. इस्लाम में सह अस्तित्व की कोई भावना नहीं है. यानिकि दूसरे मत व संप्रदाय को यह पसंद नहीं करते है. 5.इस्लाम में विज्ञान के लिए कोई स्थान नहीं है. 6. इस्लाम में प्रकृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 7. इस्लाम में नारी का कोई सम्मान नहीं है बस उसे संतान पैदा करने का माध्यम माना जाता है. 8. इस्लाम में सत्य का कोई स्थान नहीं बस काल्पनिक कहानियाँ हैं. 9. इस्लाम में कर्म का कोई स्थान नहीं है 10. इस्लाम में यदि व्यक्ति सज्जन है लेकिन अगर वह मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 11. इस्लाम में कोई आर्थिक नीति नहीं है बस लूट -पाट को मालो -गनीमत है. 12. इस्लाम में देशप्रेम के लिए कोई स्थान नहीं है. 13. इस्लाम में किसी दूसरी संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 14. इस्लाम में अहिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. 15 इस्लाम में मानव मस्तिष्क यानिकि मानव की बुद्धि के लिए कोई स्थान नहीं है. इन्ही सब कारणों से मुस्लिम देश और मुस्लिम समाज आज भी बहुत पिछड़े हुए है और जो भी मुस्लिम के विकसित देश हैं वह भी गैर मुस्लिम की टेक्नोलॉजी पर निर्भर होकर विकसित हुए हैं
आपकी डिबेट से यह सत्य सिद्ध हुआ कि मोहम्मद एक सम्मान सूचक शब्द है जैसे कि अपने भारत में आदरणीय, श्रीमान जी, महानुभाव इत्यादि प्रयोग किया जाता है और कुरान और हदीस कि अबाबील व हाथी क़ी कहानी काल्पनिक है क्योंकि इस कहानी का वहाँ के वातावरण से कोई जोड़ ही नहीं बैठ रहा है जैसे क़ी अपने यहाँ पर हर गांव में सरपंच होता है वैसे ही अरब के खित्ते में अनेक मोहम्मद हुए हैं लेकिन जिन्हें मोहम्मद मुस्तफ़ा कहा जाता है उन्होंने ने अपनी धन व शक्ति के दम पर छल से, बल से, दमन से सबको अपने अधीन कर लिया और एक साम्राज्य क़ी स्थापना करी जिसे नाम मजहब और ईश्वर के रूप में स्थापित कर दिया इसलिए जो कुरान हम पढ़ते हैं उसमे लगभग कोई भी इतिहास के प्रणाम नहीं सही फिट हो रहें हैं रही बात भारत उपमाहाद्वीप क़ी बात तो यहाँ पर देश नीति व नैतिकता प्रधान रहा है यहाँ पर चचेरी बहन हो, बहु हो इसे अनैतिक माना जाता है यह बात मौलवी, मौलाना, मुफ़्ती बताते ही नहीं है यदि कुरान और हदीस को यहाँ क़ी अनुवादित भाषा में एक सामान्य मुस्लिम को बताया जाएं तो बहुत से मुस्लिम इस्लाम से दूर हट जाएंगे. इस्लाम की कुछ बाते जो मानवता से हटकर हैं 1. इस्लाम में नास्तिक के लिए कोई स्थान नहीं है. 2. इस्लाम में यदि कोई आपका मित्र गैर मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 3. इस्लाम में रिस्तो की कोई मर्यादा नहीं है किसी चचेरी बहन को बहु बना लो, फिर उसका सम्बन्ध विच्छेद करवाकर अपनी पत्नी बना लो यह सर्वथा अनैतिक है. 4. इस्लाम में सह अस्तित्व की कोई भावना नहीं है. यानिकि दूसरे मत व संप्रदाय को यह पसंद नहीं करते है. 5.इस्लाम में विज्ञान के लिए कोई स्थान नहीं है. 6. इस्लाम में प्रकृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 7. इस्लाम में नारी का कोई सम्मान नहीं है बस उसे संतान पैदा करने का माध्यम माना जाता है. 8. इस्लाम में सत्य का कोई स्थान नहीं बस काल्पनिक कहानियाँ हैं. 9. इस्लाम में कर्म का कोई स्थान नहीं है 10. इस्लाम में यदि व्यक्ति सज्जन है लेकिन अगर वह मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 11. इस्लाम में कोई आर्थिक नीति नहीं है बस लूट -पाट को मालो -गनीमत है. 12. इस्लाम में देशप्रेम के लिए कोई स्थान नहीं है. 13. इस्लाम में किसी दूसरी संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 14. इस्लाम में अहिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. 15 इस्लाम में मानव मस्तिष्क यानिकि मानव की बुद्धि के लिए कोई स्थान नहीं है. इन्ही सब कारणों से मुस्लिम देश और मुस्लिम समाज आज भी बहुत पिछड़े हुए है और जो भी मुस्लिम के विकसित देश हैं वह भी गैर मुस्लिम की टेक्नोलॉजी पर निर्भर होकर विकसित हुए हैं
yai saudi wala bhai sahi kwhw raha hai kewal salam bolte hai asal par jo kisi dusre ki jaban ko apnata hai wo chahata hai wo yaisi bhasha bolta hai ki samne wala samjhe ki wo pakka arbi hai
आज से 550 वर्ष पूर्व बिश्नोई समाज संस्थापक गुरु जंभेश्वर भगवान ने पैडों और हर जीव जंतुओं की रक्षा का संदेश दिया रात को आक्सीजन देने वाले दो पेड़ है पीपल और कंकेडी कंकेडी मारवाड़ में उगने वाला पेड़ है
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Saleem bhaiya ki video me jankari achhi rahti hai
Har har mahadev 🙏🙏🙏❤️♥️❤️
Jabardast 🎉
बहुत बहुत धन्यवाद भाई 👍👍👍👍
आपकी डिबेट से यह सत्य सिद्ध हुआ कि मोहम्मद एक सम्मान सूचक शब्द है जैसे कि अपने भारत में आदरणीय, श्रीमान जी, महानुभाव इत्यादि प्रयोग किया जाता है और कुरान और हदीस कि अबाबील व हाथी क़ी कहानी काल्पनिक है क्योंकि इस कहानी का वहाँ के वातावरण से कोई जोड़ ही नहीं बैठ रहा है जैसे क़ी अपने यहाँ पर हर गांव में सरपंच होता है वैसे ही अरब के खित्ते में अनेक मोहम्मद हुए हैं लेकिन जिन्हें मोहम्मद मुस्तफ़ा कहा जाता है उन्होंने ने अपनी धन व शक्ति के दम पर छल से, बल से, दमन से सबको अपने अधीन कर लिया और एक साम्राज्य क़ी स्थापना करी जिसे नाम मजहब और ईश्वर के रूप में स्थापित कर दिया इसलिए जो कुरान हम पढ़ते हैं उसमे लगभग कोई भी इतिहास के प्रणाम नहीं सही फिट हो रहें हैं रही बात भारत उपमाहाद्वीप क़ी बात तो यहाँ पर देश नीति व नैतिकता प्रधान रहा है यहाँ पर चचेरी बहन हो, बहु हो इसे अनैतिक माना जाता है यह बात मौलवी, मौलाना, मुफ़्ती बताते ही नहीं है यदि कुरान और हदीस को यहाँ क़ी अनुवादित भाषा में एक सामान्य मुस्लिम को बताया जाएं तो बहुत से मुस्लिम इस्लाम से दूर हट जाएंगे. इस्लाम की कुछ बाते जो मानवता से हटकर हैं 1. इस्लाम में नास्तिक के लिए कोई स्थान नहीं है. 2. इस्लाम में यदि कोई आपका मित्र गैर मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 3. इस्लाम में रिस्तो की कोई मर्यादा नहीं है किसी चचेरी बहन को बहु बना लो, फिर उसका सम्बन्ध विच्छेद करवाकर अपनी पत्नी बना लो यह सर्वथा अनैतिक है. 4. इस्लाम में सह अस्तित्व की कोई भावना नहीं है. यानिकि दूसरे मत व संप्रदाय को यह पसंद नहीं करते है. 5.इस्लाम में विज्ञान के लिए कोई स्थान नहीं है. 6. इस्लाम में प्रकृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 7. इस्लाम में नारी का कोई सम्मान नहीं है बस उसे संतान पैदा करने का माध्यम माना जाता है. 8. इस्लाम में सत्य का कोई स्थान नहीं बस काल्पनिक कहानियाँ हैं. 9. इस्लाम में कर्म का कोई स्थान नहीं है 10. इस्लाम में यदि व्यक्ति सज्जन है लेकिन अगर वह मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 11. इस्लाम में कोई आर्थिक नीति नहीं है बस लूट -पाट को मालो -गनीमत है. 12. इस्लाम में देशप्रेम के लिए कोई स्थान नहीं है. 13. इस्लाम में किसी दूसरी संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 14. इस्लाम में अहिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. 15 इस्लाम में मानव मस्तिष्क यानिकि मानव की बुद्धि के लिए कोई स्थान नहीं है. इन्ही सब कारणों से मुस्लिम देश और मुस्लिम समाज आज भी बहुत पिछड़े हुए है और जो भी मुस्लिम के विकसित देश हैं वह भी गैर मुस्लिम की टेक्नोलॉजी पर निर्भर होकर विकसित हुए हैं
Jai hind jai bharat jai insaniyat❤
Saleem bhai Always Great 👍 ♥
Saleembhai Aapka Knoledge Ke Sath Sath Me Jankari Achhi He
Saleem is super hero of huminity
Jai Hind Jai Bharat 🙏🙏
सलीम वास्तविक साहब को करोड़ों बार प्रणाम धन्यवाद सलीम साहब मानवता औरइंसानियत के लिए बहुत अच्छा कामकर रहे हैं
🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤
Wonderful streaming!
Nice work sir 🎉
Salim BHAI yes
हरि बोल सलीम भाई हरि बोल 🙏🙏🙏😊😊😊
गुरु जैसे हम लोग रास्ता चलते किसी को भी श्रीमान या मिस्टर कहते है या कह सकते हैं
Great job... keep it up the good work 👍
Nice
Bhai aap KI AWAZ clear hai ji
Jai hind🎉🎉🎉
Good work
Thanks
आपकी डिबेट से यह सत्य सिद्ध हुआ कि मोहम्मद एक सम्मान सूचक शब्द है जैसे कि अपने भारत में आदरणीय, श्रीमान जी, महानुभाव इत्यादि प्रयोग किया जाता है और कुरान और हदीस कि अबाबील व हाथी क़ी कहानी काल्पनिक है क्योंकि इस कहानी का वहाँ के वातावरण से कोई जोड़ ही नहीं बैठ रहा है जैसे क़ी अपने यहाँ पर हर गांव में सरपंच होता है वैसे ही अरब के खित्ते में अनेक मोहम्मद हुए हैं लेकिन जिन्हें मोहम्मद मुस्तफ़ा कहा जाता है उन्होंने ने अपनी धन व शक्ति के दम पर छल से, बल से, दमन से सबको अपने अधीन कर लिया और एक साम्राज्य क़ी स्थापना करी जिसे नाम मजहब और ईश्वर के रूप में स्थापित कर दिया इसलिए जो कुरान हम पढ़ते हैं उसमे लगभग कोई भी इतिहास के प्रणाम नहीं सही फिट हो रहें हैं रही बात भारत उपमाहाद्वीप क़ी बात तो यहाँ पर देश नीति व नैतिकता प्रधान रहा है यहाँ पर चचेरी बहन हो, बहु हो इसे अनैतिक माना जाता है यह बात मौलवी, मौलाना, मुफ़्ती बताते ही नहीं है यदि कुरान और हदीस को यहाँ क़ी अनुवादित भाषा में एक सामान्य मुस्लिम को बताया जाएं तो बहुत से मुस्लिम इस्लाम से दूर हट जाएंगे. इस्लाम की कुछ बाते जो मानवता से हटकर हैं 1. इस्लाम में नास्तिक के लिए कोई स्थान नहीं है. 2. इस्लाम में यदि कोई आपका मित्र गैर मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 3. इस्लाम में रिस्तो की कोई मर्यादा नहीं है किसी चचेरी बहन को बहु बना लो, फिर उसका सम्बन्ध विच्छेद करवाकर अपनी पत्नी बना लो यह सर्वथा अनैतिक है. 4. इस्लाम में सह अस्तित्व की कोई भावना नहीं है. यानिकि दूसरे मत व संप्रदाय को यह पसंद नहीं करते है. 5.इस्लाम में विज्ञान के लिए कोई स्थान नहीं है. 6. इस्लाम में प्रकृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 7. इस्लाम में नारी का कोई सम्मान नहीं है बस उसे संतान पैदा करने का माध्यम माना जाता है. 8. इस्लाम में सत्य का कोई स्थान नहीं बस काल्पनिक कहानियाँ हैं. 9. इस्लाम में कर्म का कोई स्थान नहीं है 10. इस्लाम में यदि व्यक्ति सज्जन है लेकिन अगर वह मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 11. इस्लाम में कोई आर्थिक नीति नहीं है बस लूट -पाट को मालो -गनीमत है. 12. इस्लाम में देशप्रेम के लिए कोई स्थान नहीं है. 13. इस्लाम में किसी दूसरी संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 14. इस्लाम में अहिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. 15 इस्लाम में मानव मस्तिष्क यानिकि मानव की बुद्धि के लिए कोई स्थान नहीं है. इन्ही सब कारणों से मुस्लिम देश और मुस्लिम समाज आज भी बहुत पिछड़े हुए है और जो भी मुस्लिम के विकसित देश हैं वह भी गैर मुस्लिम की टेक्नोलॉजी पर निर्भर होकर विकसित हुए हैं
❤
JAY HIND 🙏VANDE MATARAM 🙏
Good job sir...🙏🏻
Very Nice
Lots of love ❤❤
😮😮😮
🌹🌹🌹🌹
राम राम सलीम भाई 🙏🙏
Namaste
Ye new ex muslim ki point toh solid h manna parega.
Exmuslim jinda shaheed
Adam seekar urdu 9.00pm Saturday Live 😂😂😂😂😂
जैसे मै कर रहा हूँ
🙏నమస్తే సలీమ్ జీ
💕😱💖💕😱💖💕😱💖💕😱💖💕😱💖💕😱💖💕😱💖
९० प्रतिशत मुस्लिम कुरान का अर्थ नही जानते
Fully support to ex muslim channel ❤
🌻💮💥🌻💮💥🌻💮💥🌻💮💥🌻💮💥🌻💮💥🌻💮
बह अबाबील पछी था जो हाथी को लेकर उड़ सकता लेकिन रेगिस्तान मे हाथी होते है क्या सुना नही
आपकी डिबेट से यह सत्य सिद्ध हुआ कि मोहम्मद एक सम्मान सूचक शब्द है जैसे कि अपने भारत में आदरणीय, श्रीमान जी, महानुभाव इत्यादि प्रयोग किया जाता है और कुरान और हदीस कि अबाबील व हाथी क़ी कहानी काल्पनिक है क्योंकि इस कहानी का वहाँ के वातावरण से कोई जोड़ ही नहीं बैठ रहा है जैसे क़ी अपने यहाँ पर हर गांव में सरपंच होता है वैसे ही अरब के खित्ते में अनेक मोहम्मद हुए हैं लेकिन जिन्हें मोहम्मद मुस्तफ़ा कहा जाता है उन्होंने ने अपनी धन व शक्ति के दम पर छल से, बल से, दमन से सबको अपने अधीन कर लिया और एक साम्राज्य क़ी स्थापना करी जिसे नाम मजहब और ईश्वर के रूप में स्थापित कर दिया इसलिए जो कुरान हम पढ़ते हैं उसमे लगभग कोई भी इतिहास के प्रणाम नहीं सही फिट हो रहें हैं रही बात भारत उपमाहाद्वीप क़ी बात तो यहाँ पर देश नीति व नैतिकता प्रधान रहा है यहाँ पर चचेरी बहन हो, बहु हो इसे अनैतिक माना जाता है यह बात मौलवी, मौलाना, मुफ़्ती बताते ही नहीं है यदि कुरान और हदीस को यहाँ क़ी अनुवादित भाषा में एक सामान्य मुस्लिम को बताया जाएं तो बहुत से मुस्लिम इस्लाम से दूर हट जाएंगे. इस्लाम की कुछ बाते जो मानवता से हटकर हैं 1. इस्लाम में नास्तिक के लिए कोई स्थान नहीं है. 2. इस्लाम में यदि कोई आपका मित्र गैर मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 3. इस्लाम में रिस्तो की कोई मर्यादा नहीं है किसी चचेरी बहन को बहु बना लो, फिर उसका सम्बन्ध विच्छेद करवाकर अपनी पत्नी बना लो यह सर्वथा अनैतिक है. 4. इस्लाम में सह अस्तित्व की कोई भावना नहीं है. यानिकि दूसरे मत व संप्रदाय को यह पसंद नहीं करते है. 5.इस्लाम में विज्ञान के लिए कोई स्थान नहीं है. 6. इस्लाम में प्रकृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 7. इस्लाम में नारी का कोई सम्मान नहीं है बस उसे संतान पैदा करने का माध्यम माना जाता है. 8. इस्लाम में सत्य का कोई स्थान नहीं बस काल्पनिक कहानियाँ हैं. 9. इस्लाम में कर्म का कोई स्थान नहीं है 10. इस्लाम में यदि व्यक्ति सज्जन है लेकिन अगर वह मुस्लिम है तो उसके लिए कोई स्थान नहीं है. 11. इस्लाम में कोई आर्थिक नीति नहीं है बस लूट -पाट को मालो -गनीमत है. 12. इस्लाम में देशप्रेम के लिए कोई स्थान नहीं है. 13. इस्लाम में किसी दूसरी संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है. 14. इस्लाम में अहिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. 15 इस्लाम में मानव मस्तिष्क यानिकि मानव की बुद्धि के लिए कोई स्थान नहीं है. इन्ही सब कारणों से मुस्लिम देश और मुस्लिम समाज आज भी बहुत पिछड़े हुए है और जो भी मुस्लिम के विकसित देश हैं वह भी गैर मुस्लिम की टेक्नोलॉजी पर निर्भर होकर विकसित हुए हैं
मै ही वकील मै ही जज और साला मै ही मुजरिम 😂😂😂
सलीम भाई आपकी आवाज बहुत ही गंदी हैं, थोड़ी आवाज को ठीक करो।।।
किसी दिन कपिल शर्मा अपना शो बंद कर देगा
In sanskrit Anamika
गुरु लोनी मे अपने मुहल्ले का कोई भी पार्ट टाइम रख लो जिसने कम्प्यूटर बेसिक का कोर्स किया हो, दसियो मुहल्ले मे ही मिल जायेगे
शुक्ला जी टाइम पास करने आये
yai saudi wala bhai sahi kwhw raha hai kewal salam bolte hai asal par jo kisi dusre ki jaban ko apnata hai wo chahata hai wo yaisi bhasha bolta hai ki samne wala samjhe ki wo pakka arbi hai
दारू हिन्दी मे शराब कहते, दोनो हिन्दी नाम है लेकिन गूगल पर सर्च करोगे एक भी नही मिलेगा, हिन्दी मे मद्य कहते है
Bakwas stream 💯🤣🤣🤣
आज से 550 वर्ष पूर्व बिश्नोई समाज संस्थापक गुरु जंभेश्वर भगवान ने पैडों और हर जीव जंतुओं की रक्षा का संदेश दिया रात को आक्सीजन देने वाले दो पेड़ है पीपल और कंकेडी कंकेडी मारवाड़ में उगने वाला पेड़ है
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Most talented logical ex muslim Salim Bhai ✅
Good
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