धर्म की सरल व्याख्या सरल भाषा मे समझाया है। धर्म तो एकही होता है। ..एक प्राकृतिक धर्म और दुसरा धर्म क्रुतिम..सत्य आचरण और दया ही धर्म का मुल स्वरूप है। सबसे पहले इन्सान बनिऐ..यह धर्म की सरल परिभाषा है।
बेटा यह गुण तो टाइप कर दिया लेकिन आपको इस दुनिया में इंसान कौन दिख रहा है इंसान कौन है जो सही मायने में इंसानियत सिखाएं यह बाबा भी हिंदुओं को बांट रहा है संगम में जो कृतियां फ्लेट हैं जो दूसरे धर्म के आकार के उसके ऊपर बाबा क्यों नहीं बोलना
Beta "Hindu" naam ka koi Dharm nahin hai...Hindu naam tumhen kaise Mila ...zara is shabd ke vishay mein bhi thoda jankari kar lo beta. @@ranjitsingh3000
फिर दो तीन लोगों को लेकर वे वह क्यों गए जब इसको ये दहलेल नहीं???फिर साहब के नलका पर स्नान करते काहे गाय संगम पर सब जानते है तन धोने जाते है मन तो घर पर भी धोया जा सकता है I love KABIR SAHEB I love Jai shree ram 💪💪💪💪💪
84 लाख योनियों के बाद मनुष्य जीवन मिलता है जो केवल सतभक्ति के लिए मिला है जो सतभक्ति करेगा उसका धर्म स्वतः सर्व गुणों से परिपूर्ण होगा । जो सतभक्ति नही करता वह इंसान नही राक्षस है जो अधर्म की राह पर चलता है ।
बहुत बहुत धन्यवाद बाबा जी ऐसे प्रबंधन देने के लिए बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी मैं जिला सीतापुर से आपके सभी प्रबचन सुनते हैं मेरा जीवन बदल गया है आपकी लाखों करोड़ों में एक वाणी है मनुष्य का जीवन सुधारने वाली आपको बहुत बहुत दिल से धन्यवाद शुभकामनाएं नमोबुद्धाय साधुवाद
बहुत सुंदर बहुत सुंदर वचन आपने कहा सर साहब जी आपको साहब बंदगी लेकिन जो नर्क में कूद चुका है अब एक दिन कूड़ा और चाहे बार बार कूद रहा है तो जब लड़की हम बन ही चुके हैं मन से और मदिरा पी ही चुके हैं हम पाप एक बार कर दिए तो हमारा अनजान में किया जान में किए पापी हो गए ना अब उसको हम भला बनकर हम क्या करेंगे हमें पापी है रहने देना है अच्छा है
घर्म है आपके भीतर के गुण जिसे आप मन,कर्म और वचन में धारण कर जितें है। धर्म सब्द के उत्पत्ति हिंदी के 'ध्री' धातु सब्द से हुई है। जिसका अर्थ है 'धारण' करना। अर्थात जो आप मन,कर्म,(क्रिया) बचन में जो धारण कर रखा है। वहीं धर्म है।।
ओम शांति मै ब्रह्मकुमारी हूँ हम भी शिव बाबा को मानते हैं और हम शुद्ध शाकाहारी भोजन करते हैं लहसुन प्याज भी नहीं खाते हैं लेकिन हम शिव बाबा में जल चढ़ाने नहीं जाने हैं क्योंकि शिव बाबा निराकार है उनके शरीर नहीं है वो सत्यम् शिवम् सुन्दरम् हैं वो परम पिता परमात्मा हैं वो सारे सृष्टि के रचयिता हैं । वो खुद पाँच विकारो से मुक्त हैं और हमें भी ए पांच विकार काम क्रोध लोभ मोह अहंकार समक्त बनाते हैं और शिव और शंकर में अंतर हैफ
कुंभ एक मेला नही, केवल गंगा के पानी में डुबकी लगाने ही नही जाते हैं। कुंभ में सम्पूर्ण विश्व के लोग विभिन्न विषयों विशेषज्ञ ज्ञानी तपस्वी, गरीब, अमीर, साधु सबको एक दूसरे को सुनने समझने का मौका मिलता है। वहीं से हर एक व्यक्ति अपनी स्वभाव के अनुसार कुछ न कुछ ग़हण करता है। महाराज हर एक व्यक्ति अपने अपने ढंग से ईश्वरीय प्रदत्त ज्ञान की विवेचना करते हैं लेकिन वह एक ही जिसकी सृष्टि है हम उसकी कृति हैं।
बहुत खूब... शानदार विवेचना, सुंदर अनुभूति की शानदार अभिव्यक्ति के लिए खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद! उम्मीद करते हैं आपकी बातों से समझदार लोग सीखेंगे और अपने साथ दूसरों के कल्याण के भी भागीदार बनेंगे।
परम धर्म श्रुति विदित अहिंसा ! परनिंदा सम अघ न गरीसा !! परहित सरिस धरम नहिं भाई ! परपीड़ा सम नहिं अधमाई !! जीवन में सद्गुणों को मनसा वाचा कर्मणा जीवन में धारण करना ही मानव धर्म है - धृति: क्षमा दमोस्तेयं शौचमिन्द्रिय निग्रह: ! धीर्विद्या सत्यमक्रोधो दशकं धर्म लक्षणम् !! जय सनातन !
धन्यवाद माननीय साहेब जी गुरु जी हों तो ऐसे होना चाहिए ,जब तक गुरु नहीं मिले सांचा।तब तक गुरु करो एक सौ पांचा।। अच्छी डिग्री पाने के लिए अच्छी शिक्षा उच्च शिक्षा लेनी पड़ेगी साहेब बंदगी साहेब चरन कमल वंदन साहेब बंदगी
ये जीवन देने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम, गुरु चरणों में सिर ये झुका दे मेरे खुदा हर बुराई हर धोखे से बचा ले मेरे खुदा, इस जीवन को चरणों से लगाने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम सलाम सलाम मेरे खुदा तुझे सलाम।🙏🙏
धर्म का अर्थ ही धारण करने योग्य को धारण करना। महान विचारक कबीर जी अपने समय के सबसे सरल भाषा में धर्म की व्याख्या करने वाले विद्वान् संत और महापुरुष थे जिन्हें अपने हर कथन को प्रमाणों से पुष्ट करते हुए कहा है।धर्म के सार को लोक भाषा में लोक तक पहुंचाने वाले ऐसे योगी साधक का मेरे ह्रदय में सम्मान है।
अग्यानी तो आप हैं उत्पत्ति को ही भूल गए तुम खुद पाप करते हो दूसरों की बुरी करते हो भूल गए बार जो देखन में चल बुरा न मालिया कोई, जो तन झांका आपने मुझसे बुरा न मालिया कोय।। संत जी आप आदरणीय हैं ईसाई नहीं सांप बिच्छू खाते हैं आप सांप बिच्छू सब का जाते हैं सत्य को जानो सत्य स्वतंत्र करेगा ,लौट आओ स्वर्ग का ,न्याय का समय निकट है,लौटना है बुराई करने से शैतानी भोजन करने से ,शैतान निभाया बोलना सबसे मैकेन फिराओ ध याद
Dhanya hai aap real satyavadi Baba Dhanya hai aap real satyavadi Baba Jo sab ki Aankhen khol rahe hain Satya ka darshan kara rahe hain pakhandi ko Bahar kar rahe hain rudhiwadi ta ko Mita rahe hain Dhanya hai aap
Satya hi dharm hai .daya hi dharm hai.. Manav ke alawa sabhi jeev apne apne dharm par hai..sachche dharmik to ye sabhi jeeve hai.. saheb bandagi saheb......
आक्रांताओं की बेड़ियों में सिसकते प्राचीन मंदिर मुक्त हो।आध्यात्मिक विरासत से अतिक्रमण हटें, जीर्णोद्धार हो। उनमें निहित शक्ति केंद्रों में अलौकिक ऊर्जा 🪔 का संचार आरंभ हो। भारत सोने की चिड़िया बनें।
बाबा जी के सत्य बचन के लिए कोटि कोटि प्रणाम/ बाबा जी ने असली सनातन और संस्कृति की बात किया है/ बहुत ही सत्य बाबा जी ने बताया लेकिन पाखंडी और अंध विस्वास् में आस्था रखने वाले लोगों को बाबा के बचन खराब लगेगा/क्योंकि सत्य बचन नीम से भी ज्यादा कड़वा होता है/
साहेब बंदगी। धर्म की सही व्याख्या करने के लिए कोटि कोटि नमन।
धर्म की सहज सरल और सटीक परिभाषा देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार
ऐसे संतों से भागवत कथा कराना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में सफल होंगे कोटी कोटी नमन साहेब
धर्म की सरल व्याख्या सरल भाषा मे समझाया है। धर्म तो एकही होता है। ..एक प्राकृतिक धर्म और दुसरा धर्म क्रुतिम..सत्य आचरण और दया ही धर्म का मुल स्वरूप है। सबसे पहले इन्सान बनिऐ..यह धर्म की सरल परिभाषा है।
बेटा यह गुण तो टाइप कर दिया लेकिन आपको इस दुनिया में इंसान कौन दिख रहा है इंसान कौन है जो सही मायने में इंसानियत सिखाएं यह बाबा भी हिंदुओं को बांट रहा है संगम में जो कृतियां फ्लेट हैं जो दूसरे धर्म के आकार के उसके ऊपर बाबा क्यों नहीं बोलना
Beta "Hindu" naam ka koi Dharm nahin hai...Hindu naam tumhen kaise Mila ...zara is shabd ke vishay mein bhi thoda jankari kar lo beta. @@ranjitsingh3000
❤
सच बोले गुरुजी पाखंडी लोगो को आपकी बाते चुभ रही है जो लोग धर्म के नाम से एक दूसरे से नफरत करते है
फिर दो तीन लोगों को लेकर वे वह क्यों गए जब इसको ये दहलेल नहीं???फिर साहब के नलका पर स्नान करते काहे गाय संगम पर सब जानते है तन धोने जाते है मन तो घर पर भी धोया जा सकता है I love KABIR SAHEB
I love Jai shree ram 💪💪💪💪💪
प्रकृति का धर्म ही मानवता का धर्म है । बहुत बहुत साधुवाद भंते जी !!
परम पूज्य जी आप को लाखों लाख प्रणाम
84 लाख योनियों के बाद मनुष्य जीवन मिलता है जो केवल सतभक्ति के लिए मिला है जो सतभक्ति करेगा उसका धर्म स्वतः सर्व गुणों से परिपूर्ण होगा । जो सतभक्ति नही करता वह इंसान नही राक्षस है जो अधर्म की राह पर चलता है ।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति बाबा जी ❤❤❤❤
आप को कोटी कोटी नमन करते हैं
Suna. Chintuo.
बहुत सुंदर है आप का ज्ञान कबीर साहब बंदगी ❤❤
बहुत बहुत धन्यवाद बाबा जी ऐसे प्रबंधन देने के लिए बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी मैं जिला सीतापुर से आपके सभी प्रबचन सुनते हैं मेरा जीवन बदल गया है आपकी लाखों करोड़ों में एक वाणी है मनुष्य का जीवन सुधारने वाली आपको बहुत बहुत दिल से धन्यवाद शुभकामनाएं नमोबुद्धाय साधुवाद
बहुत सुंदर बहुत सुंदर वचन आपने कहा सर साहब जी आपको साहब बंदगी लेकिन जो नर्क में कूद चुका है अब एक दिन कूड़ा और चाहे बार बार कूद रहा है तो जब लड़की हम बन ही चुके हैं मन से और मदिरा पी ही चुके हैं हम पाप एक बार कर दिए तो हमारा अनजान में किया जान में किए पापी हो गए ना अब उसको हम भला बनकर हम क्या करेंगे हमें पापी है रहने देना है अच्छा है
१००% सत्य है बाबा जी सत सत नमन है आपको 🙏🏻🙏🏻❤️
धन्यवाद साहेब जी।
साहेब बंदगी...❤
साहेब बंदगी साहेब जी सतगुरु देव जी कि जय हो इन्दौर से
घर्म है आपके भीतर के गुण जिसे आप मन,कर्म और वचन में धारण कर जितें है। धर्म सब्द के उत्पत्ति हिंदी के 'ध्री' धातु सब्द से हुई है। जिसका अर्थ है 'धारण' करना। अर्थात जो आप मन,कर्म,(क्रिया) बचन में जो धारण कर रखा है। वहीं धर्म है।।
परम पूज्य बाबा जी को कोटि कोटि प्रणाम।एकदम विसुद्ध बात करने के लिए।
सत्य वचन। लोगों को सत्यता का दर्पण दिखाने के लिए साधुवाद।
गुरु जी आपने बहुत ही अच्छी बातें बताई।आपको प्रणाम 🙏
ईन्सानही कुंभमेलामे जाते है !!! 👍👍🙏
Dear parampujya guruvarya Maharaj ji ko dil ki gehraiyon se sat sat naman 🙏 🙏
बहुत ही सुन्दर स्टीक विचार साहेब जी के क्योंकि धर्म की व्याख्या विस्तृत रूप से बताया।
धर्म की व्याख्या करने पर आपको कोटि-कोटि नमन
सत्य हमेशा सत्य है। रामाशंकर जी कबीर साहिब के असली संत व दुत हैं। सत्य निडर होता है राम राम जी साहिब ❤
कबीर महाराज जी की जय।❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
महा गुरू के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
रमाशंकर जी एक महान आत्मा
ओम शांति मै ब्रह्मकुमारी हूँ हम भी शिव बाबा को मानते हैं और हम शुद्ध शाकाहारी भोजन करते हैं लहसुन प्याज भी नहीं खाते हैं लेकिन हम शिव बाबा में जल चढ़ाने नहीं जाने हैं क्योंकि शिव बाबा निराकार है उनके शरीर नहीं है वो सत्यम् शिवम् सुन्दरम् हैं वो परम पिता परमात्मा हैं वो सारे सृष्टि के रचयिता हैं । वो खुद पाँच विकारो से मुक्त हैं और हमें भी ए पांच विकार काम क्रोध लोभ मोह अहंकार समक्त बनाते हैं
और शिव और शंकर में अंतर हैफ
आदरणीय क्रांतिकारी संत जी को कोटि कोटि प्रणाम है
कुंभ एक मेला नही, केवल गंगा के पानी में डुबकी लगाने ही नही जाते हैं। कुंभ में सम्पूर्ण विश्व के लोग विभिन्न विषयों विशेषज्ञ ज्ञानी तपस्वी, गरीब, अमीर, साधु सबको एक दूसरे को सुनने समझने का मौका मिलता है। वहीं से हर एक व्यक्ति अपनी स्वभाव के अनुसार कुछ न कुछ ग़हण करता है। महाराज हर एक व्यक्ति अपने अपने ढंग से ईश्वरीय प्रदत्त ज्ञान की विवेचना करते हैं लेकिन वह एक ही जिसकी सृष्टि है हम उसकी कृति हैं।
बहुत खूब...
शानदार विवेचना, सुंदर अनुभूति की शानदार अभिव्यक्ति के लिए खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
उम्मीद करते हैं आपकी बातों से समझदार लोग सीखेंगे और अपने साथ दूसरों के कल्याण के भी भागीदार बनेंगे।
यार तूं तो, जरूरत से ज्यादा ज्ञानी बन चुका है, तू खुद का खुद हि विधाता है,
कुछ कहना गलत हि हो जायेगा, इस लिए चुप रहता हूँ,
🎉🎉🎉🎉
Dimag s paidal hai
Mahabharat book ek bar sahi se padh lena
आपकों सत सत नमन सत्य वचन बोले
सच्चाई बताने के लिए आपको साधुवाद
❤❤❤ सत्य गुरू साहेब ❤❤❤
प्रकृति का धर्म ही मानवता का धर्म है आपको बहुत बहुत आभार
Aati Sundar koti koti abhinandan 🙏🙏🙏
परम धर्म श्रुति विदित अहिंसा !
परनिंदा सम अघ न गरीसा !!
परहित सरिस धरम नहिं भाई !
परपीड़ा सम नहिं अधमाई !!
जीवन में सद्गुणों को मनसा वाचा कर्मणा जीवन में धारण करना ही मानव धर्म है -
धृति: क्षमा दमोस्तेयं शौचमिन्द्रिय निग्रह: !
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो दशकं धर्म लक्षणम् !!
जय सनातन !
संत श्री रामाशंकर साहेब के पावन चरणों में कोटि कोटि प्रणाम साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब
धन्यवाद माननीय साहेब जी गुरु जी हों तो ऐसे होना चाहिए ,जब तक गुरु नहीं मिले सांचा।तब तक गुरु करो एक सौ पांचा।। अच्छी डिग्री पाने के लिए अच्छी शिक्षा उच्च शिक्षा लेनी पड़ेगी साहेब बंदगी साहेब चरन कमल वंदन साहेब बंदगी
संत कबीर अमृत वाणी।
धन्यवाद शहब जी शहेब बंदगी
धन्यवाद रमाशंकर जी
Saari duniya me buddh hi Satya hai baki sub kalpanic hai namo buddhay Jai bhim Jai samvidhan Jai vigyan Jai bharat Jai mulnivasi 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Bahut aachha
40 करोड़ आदमी जो नहाने के गया बाबा क्या वह सब ज्ञानी नहीं थे इतने बड़े बड़े संत जो गएथे
ये जीवन देने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम, गुरु चरणों में सिर ये झुका दे मेरे खुदा हर बुराई हर धोखे से बचा ले मेरे खुदा, इस जीवन को चरणों से लगाने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम सलाम सलाम मेरे खुदा तुझे सलाम।🙏🙏
बहुत अच्छा विचार दी है ऐसी विचार भारत को हर जिला में जाकर आपको करना चाहिए सर अंधभक्त छोड़ो मानव सेवासे
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
बहुत सुन्दर प्रस्तुति है धर्म क्या है उसकी सही परिभाषा यही है।
MAHATMA JI NE DHARAM KI BAHUT HI SUNDER AUR SATIK VISHLETION KIYA HAI.MAIN AAP KO KOTI KOTI CHARAN VANDAN KARTA HOON. JAI HIND,JAI BHARAT.
Saheb bandagi saheb bandagi Saheb bandagi
साहेब आपका सत्य वास्तविक ज्ञानार्थ प्रवचन साहेब कबीर के सिद्धांत पर अतिउत्तम।
सप्रेम साहेब बन्दगी3
बहुत सुंदर प्रवचन,
जय कबीर साहेब
साहेब बन्दगी सरकार आप हमेशा सत्य के मार्ग को दर्शाते है।
Bahut hi sarala sundar sandesh diya gaya hai itihas apna khyal rakhna hi Dharm hai tathagat buddh ki karuna ho bhawtu sabb manglam namo buddhay ❤❤❤❤
धर्म का अर्थ ही धारण करने योग्य को धारण करना। महान विचारक कबीर जी अपने समय के सबसे सरल भाषा में धर्म की व्याख्या करने वाले विद्वान् संत और महापुरुष थे जिन्हें अपने हर कथन को प्रमाणों से पुष्ट करते हुए कहा है।धर्म के सार को लोक भाषा में लोक तक पहुंचाने वाले ऐसे योगी साधक का मेरे ह्रदय में सम्मान है।
Sant Baba ko mera salut
Aap ka pawachan hame bahut hi achha laga
Yahi to hamara dharm hai.
❤
जी सत्य कथन है ❤
बिलकुल सही जवाब है ❤❤❤❤❤जय बाबा साहब जिंदाबाद नमो बुद्ध जिंदाबाद.
Saheb bandagi, ❤️🌹🎉💐🙏
साहेब बंदगी कोटी कोटी बंदगी
Apko vani se ham bhut khush hai
सतनाम साहेब बन्दगी साहेब जी
चरणवन्दन❤️❤️🙏🙏🌹🌹
Jo log dharm kahte hai, oh ek samajik ekjuta hai, sampraday hai.
❤
Sahev ji kote kote naman
बहुत सुंदर
सही बात बोले हैं बाबा
अग्यानी तो आप हैं उत्पत्ति को ही भूल गए तुम खुद पाप करते हो दूसरों की बुरी करते हो भूल गए बार जो देखन में चल बुरा न मालिया कोई, जो तन झांका आपने मुझसे बुरा न मालिया कोय।।
संत जी आप आदरणीय हैं ईसाई नहीं सांप बिच्छू खाते हैं आप सांप बिच्छू सब का जाते हैं सत्य को जानो सत्य स्वतंत्र करेगा ,लौट आओ स्वर्ग का ,न्याय का समय निकट है,लौटना है बुराई करने से शैतानी भोजन करने से ,शैतान निभाया बोलना सबसे मैकेन फिराओ ध याद
कबिरजी कहेते है , ऐसा कैसा नहाया रे मन मैला और तण काला , ऐसा कैसा नहाया रे , तुझंसे तो कागा भला रे।
जय हो समाज सुधारक
Dhanya hai aap real satyavadi Baba Dhanya hai aap real satyavadi Baba Jo sab ki Aankhen khol rahe hain Satya ka darshan kara rahe hain pakhandi ko Bahar kar rahe hain rudhiwadi ta ko Mita rahe hain Dhanya hai aap
Saheb..ko..lakh.lakh..bandagi
Param pujya great krantikari satguru Rama shankar sahab ke charno me sat sat Koti Koti naman vandan karta hoon sa Prem sahab bandagi
बिल्कुल सच कहा आपने आप ही इस पाखंड को दूर कर सकते हैं
Very nice Baba aapka Speech bahut hi real hai
आपको कोटि कोटि प्रणाम
आप जियो हजारों साल...
बाबा जी ठीक कहते समाज सुधारक
Bahut acchi Vani batate hain aap bahut bahut dhanyvad
बहुत बहुत धन्यवाद आपको जो भी सुनेगे कुछ तो बिचार करेंगे,🙏🙏🙏
Hor Hor mohadav ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
विश्व के सबसे सुपर संत शिरोमणि को बिश्राम गुरुजी दौसा राजस्थान की तरफ से क्रांतिकारी सैल्यूट
गुरु जी को मेरा प्रणाम❤🎉
Ganga snaan ya mandir jane se bahut sare mano vaigyaanik aur saririk fayda hoti hai,man me shaanti hoti hai
Jay ho kabhi Rajeev shakya ❤❤
Apko. Darm. Ka. Achha. Gyan. Hai. Guru ji. Sachha. Karm. Hi. Darm. Hai.
संतरमाशंकरसाहब। दादाजी। चरणछुकरप्रणामकरराहाहुँ। आपकापोता। 99999पंचसखा।श्रीरामबाण। विश्वगुरुसंतदेवराज। गुरुबोबाकासबसेछोटाखिलौना। छत्तीसगढ़काआँधीतुफान। ❤
❤हक्काकबीर❤मुंन्डीफोड़
Satya hi dharm hai .daya hi dharm hai..
Manav ke alawa sabhi jeev apne apne dharm par hai..sachche dharmik to ye sabhi jeeve hai.. saheb bandagi saheb......
परमेश्वर का राज्य खाना पीना नहीं लेकिन उसके समर्थ में है
आक्रांताओं की बेड़ियों में सिसकते प्राचीन मंदिर मुक्त हो।आध्यात्मिक विरासत से अतिक्रमण हटें, जीर्णोद्धार हो। उनमें निहित शक्ति केंद्रों में अलौकिक ऊर्जा 🪔 का संचार आरंभ हो। भारत सोने की चिड़िया बनें।
रमाशंकर जी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
Maharaj ji sateek bat kahi hai mai esi guru ki Charan chhuta hui
धन्यवाद साहेब जी सप्रेम साहेब बन्दगी साहेब🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bahut sundar satsang Kiya. Dhanyawad baba ji .saheb bandagi
मानवता अच्छे कर्म दया धर्म है
साहेब जी चरण बंदगी
Sahi kah rahe hai guru ji
बाबा जी के सत्य बचन के लिए कोटि कोटि प्रणाम/
बाबा जी ने असली सनातन और संस्कृति की बात किया है/
बहुत ही सत्य बाबा जी ने बताया लेकिन पाखंडी और अंध विस्वास् में आस्था रखने वाले लोगों को बाबा के बचन खराब लगेगा/क्योंकि सत्य बचन नीम से भी ज्यादा कड़वा होता है/
Satyname Saheb Ram
Sah Prem koti koti saheb bandagi 🙏🙏🙏🙏🙏
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🙏🌹🙏।