मै हिंदू हू। लेकिन मै जब जब सारनाथ गया हू तब तब मुझे मेरे हिंदुस्थान की खूबसूरती की अनुभूती हुई है। ये बहुत शानदार स्थान है। मेरा गौतम बुद्ध के चरनों मे कोटी कोटी नमन।
भगवान बुद्ध द्वारा कहा गया प्रत्येक शब्द त्रिकाल सत्य है...वे ज्ञान एवं शिक्षा के महानतम स्त्रोत है...वे संपुर्ण मानवजाति के श्रेष्ठतम मार्गदर्शक हैं...!!! Love you Lord Buddha...!!!
@@BabarUhsmani tajmahal se ye problem h ki sirf ek raja ke pagalpan ke Karan Jin majdor ne use bnaya tha unhi log ka hath Katwa diye gye . Aur ek Mahatma bhudh h jo ki apna Raj pariwar chor ek bhikshu bn duniya ko Gyan ka updesh dene lge . Agr tum insaniyat se pyar karte hoge toh tumhe taj Mahal sirf ek pagal raja ki bnayi hui structure lgegi.
@P Series भारत अफगानिस्तान से कंबोडिया तक था तिबेट से श्रीलंका तक आज अफगानिस्तान पाकिस्तान और बांग्लादेश मुस्लिम राष्ट्र है सम्राट अशोक के परदादा जैन थे अंग्रेजो ने म्यांमार, अफगानिस्तान, श्रीलंका भारत से अलग किया समजो यह सब राष्ट्र एक होते तो भारत सहज बौद्ध राष्ट्र होता.
@@shamjadhav3541 har jagah ye nai gusana hota 😬 achhe se baudhh dharm pad le yaa fir baba ambedkar ko bhi padh le fir esi baate nai karega aake yaha pe
लोग डिसलाइक कर रहे है पता नहीं हमारे धर्म का मजाक लोग क्यो उड़ा रहे है बोध धर्म भाई चारे और अहिंसा की बात करता है पाकिस्तान और अफगनिस्तान में तो एक भी नहीं बचा है
Hindu,buddh dharm is best . Hamare Bharat ka Gyan ,sanskriti, art , science, technology, architect is best par angrejo or Muslim ne Bharat ko toda or luta . Abhi bhi Hindu 🤝buddh dharm ko aapas me ladakar todna chhate hai par aesa nahi hoga . Sabhi Hindu ek ho rahe hai . ........ Jai jawan Jai kisan ..........
🇮🇳🦚☸अखंड भारत के निर्माता प्रथम 👑चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य! अखंड भारत के संरक्षक विश्वविजेता 👑चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान मौर्य की जय!! ☸विश्व गुरु तथागत भगवान गौतम बुद्ध की करूणा हो!!! नमो बुद्धाय! सम्राट अशोक महान के पूर्वज बुद्धिस्ट और क्षत्रिय हैं!जय शाक्यवंशी-मौर्य! 🇮🇳🦚☸🌸❤️🌺💐🌹✌️🙏
@@vishalgupta6833 अबे गान्डू पहले इतिहास पढ। बकवास बाद मे कर यो। तुम जेसों ने अपने को नकारा ओर दूसरों से गांड marayi। इसी का नतीजा आज पुरा देश झेल रहा है
हम कहाँ से आये थे...और अब क्या हो गए?? हम सहेज नही पाए..निराश किया हमने अपने पूर्वजों को, जिनका खून अपने रग़ों में है उसको पहचानने की ज़रूरत है, ये जानने की ज़रूरत है कि हैं की " हैं कौन हम? " जागने की ज़रूरत है।
वौध्य इतिहास ही सबसे बड़ा इतिहास है जो भारत को पहचान देता है भारत वौध्य के नाम से ही जिंदा है नहीं तो भारत की कोई पहचान कही नहीं है 🙏🙏🙏 नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
@@happybunny6152Abe pagal hai kya waha se Shiva aur Vishnu aur Mata ki moortiya mili hai agnivedikaye mili hai jo yagya ke kaam aati hai thoda padha Karo with proof sabse oldest Religion hai Sanatan 😊
People who don't know about buddha always on mistaken to call him as mahatma he never talk and belive in psyche or god he only talk about the humane welfare and for this he teach simple doctrine equality justice fraternity and love to all leaving things
Really,, kuch to h is bhoomi me....jo samajhna kathin h....tb hi to saare adarsh Buddha, Kabir, Baba Vishwanath, Tulsidas, etc......sb k dhaage yhi se jude hue h😊😊😊
हमने युद्ध नही दुनिया को बुद्ध दिया है। जब प्रधानमंत्री मोदी दुसरे देशो मे जाकर कहते हैं कि भारत युद्ध नही दुनिया को बुद्ध दिया है। विश्व गुरु शाक्य मुनि गौतम बुद्ध की करूणा हो करूणा हो।
धमेक स्तूप की एलेक्जेंडर कनिंघम ने उपर से नीचे की तरफ लम्बवत खुदाई करवाया था कि इसके अन्दर कुछ होगा, केवल एक पत्थर मिला जिसपर लिखा था ( हे धम्मा हेतु प्रभवा हेतु ) यानी धर्म का प्रभाव सभी पर होना चाहिए ।
ह्वेनसांग ह्वेन त्सांग का जन्म चीन के लुओयंग स्थान पर सन 602 में हुआ था और मृत्यु 5 फरवरी, 664 में हुई थी।[1] ह्वेन त्सांग अपने चारों भाई-बहनों में सबसे छोटा था। इसके प्रपितामह राजधानी के शाही महाविद्यालय में प्रिफेक्ट थे और पितामह प्रोफैसर थे। इसके पिता एक कन्फ्यूशियनिस्ट थे। इसके बावजूद भी यह बौद्ध भिक्षु बनना चाहता था। इसके पिता की मृत्यु सन 611 में हुई जिसके बाद यह अपने बड़े भाई चेनसू (बाद में चांगजी कहलाय) के साथ जिंगतू मठ में रहा। इस काल में इसने थेरवडा और महायन बौद्ध धर्म का अध्ययन किया। 618 में सुई वंश के पतन के बाद दोनों भाई चांगान भाग गये, जिसे तांग वंश की राजधानी माना जाता था। वहां से दक्षिण में सिन्चुआन गये। वहां दोनों भाई कोंग हुई मठ में दो-तीन वर्ष पढ़े। वहीं अभिधर्मकोष शास्त्र का अध्ययहन भी किया। वहीं इसने बौद्ध भिक्षु बनने की बात की। तेरह वर्ष मात्र आयु में ही अपनी अद्वितीय प्रतिभा के कारण यह मठाधीश बन गया। सन 622 में इसे पूर्ण भिक्षु बनाया गया। जब यह बीस वर्ष का था। बौद्ध पाठ्यों में मतभेद और भ्रम के कारण इसने भारत जाकर मूल पाठ का अध्ययन करने का निश्चय किया। तब इसने अपन एभाई को छोड़कर चांगान वापस लौट कर विदेशी भाषाओं की शिक्षा लीं। और वह 626 में संस्कृत में पारंगत हो गया। इसी काल में इसे योग शिक्षा का भी शौक हुआ। संपादित करें सन 629 में उसे एक स्वपन में भारत जाने की प्रेरणा मिली। उसी समय तंग वंश और तुर्कों का युद्ध चल रहे थे। इस कारण राजा ने विदेश यात्राएं निषेध कर रखीं थीं। इसने कुछ बौद्ध रक्षकों से प्रार्थना करके लियांगज़ाउ और किंघाई प्रांत होते हुए तंग राज्य से पलायन किया। फ़िर इसने गोबी मरुस्थहोते हुए कुमुल, तियान शान पश्चिम दिशा में, हो कर तुर्फान पहुंचा। यह सन 630 की बात है। वहां के बौद्ध राजा ने इसे आगे की यात्रा हेतु सशस्त्र किया। उसने इसे कई परिचय हेतु पत्र भी दिये। फिर यह डाकुओं के साथ यांकी और थेरवाडा मठ होते हुए कुचा पहुंचा। वहां से पूर्वोत्तर होने से पहले आक्रु से गुजरा। फिर किर्घिस्तान के तियान शान दर्रे से होते हुए तोकमक, उज़्बेकिस्तान होकर महान खान से मिला। फिर वह पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में ताश्कंत में चे-शिह (वर्तमान राजधानी) पहुंचा। फिर और पश्चिम में मरुस्थल के बाद समरकंद पहुंचा, जो फारस के बादशाह के अधीन था। वहां वे बौद्ध खंडहरों में घूमे। उसने स्थानीय राजा को भी अपनी शिक्षाओं से प्रभावित किया। फिर और दक्षिण में इसने प्रसिद्ध पामीर पर्वतमाला को पार किया और अमु दरिया और तर्मेज़ पहुंचा। वहां इसे हज़ार से अधिक बौद्ध बिक्षु मिले। वहां से कुण्डूज़ पहुंचा और वहां के राजकुमार की अन्त्येष्टि देखी। वहीं उसकी मुलाकात भिक्षु धर्मसिंह से हुई। उसके बताने पर उसने बलख की यात्रा की और वहां अनेकों बौद्ध स्थल देखे। इनमें खास था नव विहार, या नवबहार; जिसे पश्चिमतम बौद्ध मठ कहा गय। वहां उसे लगभग 3000 भिक्षु मिले, जिनमें प्रज्ञानाकर भी थे। यहीं इसने महत्वपूर्ण महाविभाष पाठ्य देखा, जिसे बाद में चीनी में अनुवाद भी किया था। फ़िर दक्षिण में बामियान आये, जहां इसकी राजा से भेंट हुई और इसने दर थरवडा मठ और दो बड़े मठ भी देखे। फिर पूर्व में शिबर दर्रे को पार कर कापिसी पहुंचे, जो काबुल से साथ कि, मी, दूर है। यहां महायन के सौ मठ थे और 6000 भिक्षु थे। यह गांधार प्रदेश था। इस यात्रा में इसे हिन्दू और जैन भी मिले। फिर यह जलालाबाद और लघमनआया। यहां आकर इसको सन्तोष हुआ कि वह भारत पहुंच गया है। यह सन 630 की बात है।
गलत इंफॉर्मेशन उस समय इस्लाम था ही नही फिर ये खान कहा से आया हा उस समय जैन धर्म था पर बोथ धर्म की स्थापना नहीं हुई थी, तो फिर रास्ते में मथ कहां से आए, वह सब हिन्दू गुरुकुल थे अपनी नॉलेज को सही करो 😄😄😄🧐
Vishal Sharma Islam 613 AD me aaya , sahi hai. Par jain aur Buddh samkalin the ye bhi sahi hai. In dono dharm ki sthapana Islam ek 1000 sal pahle huyee hai. Itihas ye batata hai, aur google bhi. Par Sanskrit granth jo devnagri me likhe Gaye vo to kagaj ki khoj hone bad likhe. Aur devnagri ki khoj bhi Jain’s aur Buddh ek 700 Sal bad huyee. Jara isko bhi google karo ya itihas ki kitab me padho ki pahla hindu gurukul ya hindu mandir ya Sanskrit Granth pahli bar kis Raja ne kaun se jagah nirman kiya. Jain aur bauddh ke Shila lekh Brahmi lipi me aur pali bhasha me milte hai 300 BC se. to raste me jain ya Buddh math milenge agar mile bhi ho to. Koi Hindu mandir ya Hindu Gurukul nahi. Koi bhi itihas ki book ya google ka ref jaroor share karo.
Education Hub jab bhi jain Buddh ki bat aati hai to pali aur arthmagadhi bhasha ki bat jaroor aati hai. Kyo ki jain aur Buddh dono dharm ka prachar aur prasar inhi bhashavome kiya jo ki aam logoki boli bhasha thi aur Shila lekho se lekar tamra pat aur kagaj ki likhavat me bhi sab se jyada pali bhasha aur Brahmi lipi ka upyog kiya Gaya. Yaha tak ki Jatak kathaye bhi pali me likhi thi bad me anya Bhashavo me. Sanskrit me jo bhi likha hai, in dharmo ke bare, vo utana nahi hai jitna pali me likha hai, to Yuaan swang pali padha tha ya sanskrit. ? Matlab agar Buddh dharm ki padhayee karne VO aaya tha Beena pali ke gyan Buddh dharm ki padhayee purn nahi ho Sakthi.aur Kyo ki usne khud pali ka jikr kiya hai , sanskrit ka nahi. Kay ye thodosee be wafayee hai pali aur bharat ke rashtra dharm , bauddh dharm ke sath?
Our country is great. Pure world me Prem aur shanti ki sthapna karne wale Budha ka janam hamare desh me hua. Vishva Guru kahe jane wale us samay me yaha Takshshila,Vikramshila,Nalalanda jaise saikado university the jisme dusre desh k log education k liy aate the. Aaj us prem aur shanti ki aavasyakata hai. Where are you Budhha? Come Come Come.
भारत ने दुनिया को युद्ध नही..बल्कि महात्मा बुद्ध दिया है। 🇮🇳♥️
China is the best country in the world
@@tumkadohu2078 no
Aur dunya kisne diya 😂😂😂😂😂
@@gamermaan742 china jake dekho tab samajh jayega, swarg hai china.
Our India is the best in the world
इक्ष्वाकु वंश के शाक्य कुल में जन्में शाक्य मुनि गौतम बुद्ध को प्रणाम।
मै हिंदू हू। लेकिन मै जब जब सारनाथ गया हू तब तब मुझे मेरे हिंदुस्थान की खूबसूरती की अनुभूती हुई है। ये बहुत शानदार स्थान है। मेरा गौतम बुद्ध के चरनों मे कोटी कोटी नमन।
मैं सारनाथ से हूँ ... मुझे बहुत गर्व हो रहा है
Mai v 👍
जटाऊ चचा क दुकान ना दिख्उन कम से कम लच्छू दा क दिखा देवे के चाही
Mai v
@@SakshiSingh-13 अच्छा ... द
सीता की रसोई आओ ... खाना बनाते हैं ☺️😊☺️
Sarnath ak bar to jana hi pdega...
मैं भी बौद्ध धर्म को मानता हूं। लव यू बुद्धा में उत्तर प्रदेश के जिला मैनपुरी। Namo buddahay
Mad in buda god chaina 😂😂😂😂😂😂😂 bhai chaina jaw chhipkili khaw kira khana jrur 😆😆😆😆😆
@@vishalgupta6833 china is not Buddhist country..they are athiest(nastik).Only tibet is Buddhist
@@vishalgupta6833 china Nastik hai Or china Ka koy religion nay hai
@@vishalgupta6833 chl be andhbkaht
ua-cam.com/video/S9AqCsR7TWg/v-deo.html.,
I m proud of that I am a budhist monk
I always love buddha teachings and path
Why Buddhism no longer exist in Afghanistan, Pakistan and Kashmir, history tells that most people were Buddhist there
भगवान बुद्ध द्वारा कहा गया प्रत्येक शब्द त्रिकाल सत्य है...वे ज्ञान एवं शिक्षा के महानतम स्त्रोत है...वे संपुर्ण मानवजाति के श्रेष्ठतम मार्गदर्शक हैं...!!!
Love you Lord Buddha...!!!
ua-cam.com/video/J4XBz_uQX40/v-deo.html
क्या भारत की किताबों में बुद्ध के बारे में विस्तार से पढाया जा सकता है
Being a history student, I can tell you that we have detailed material about Gautam Buddha period. 😉
नहीं
qki hmlog ko bachan se bss babar akbar padhaya jata h .
kbhi v apne hindustan ke apne logo ko padhaya hi nhi gaya 😞
@@rajchouhan12 maybe because you read only about later mughal.
@@vshal3880 NCERT ka kamal hai yeh sab
"NEVER GIVE UP
GREAT THINGS TAKE TIME"
Gautam Buddha
Namo buddhay ,🚩🚩🚩har har Mahadev 🙏🙏🙏
जो भारत की पहचान ताजमहल के अलावा अन्य historical चीजों को मानते हैं PLEASE LIKE
Tajmahal se Kya prob h?
@@OmkarSingh-pj2wh 😍😍😍
@@OmkarSingh-pj2wh modi ji ne apne pichle Janam me banwaya hoga.😂🤣
@@BabarUhsmani tajmahal se ye problem h ki sirf ek raja ke pagalpan ke Karan Jin majdor ne use bnaya tha unhi log ka hath Katwa diye gye . Aur ek Mahatma bhudh h jo ki apna Raj pariwar chor ek bhikshu bn duniya ko Gyan ka updesh dene lge . Agr tum insaniyat se pyar karte hoge toh tumhe taj Mahal sirf ek pagal raja ki bnayi hui structure lgegi.
@@sanusingh4976 well!
.
Aaj kal k mahol k hisab se aap ye mention krna bhool gye ki wo majdoor hindu the.
.
Aur ise naam dedo tajmahal jihaad. 😄😃
एक देश में कई धर्मो (सनातन, सिख, जैन, बौद्ध आदि) का उत्पत्ति हुई वह देश है भारत।
Sanatan dharma nhi...padhe pahle
@P Series भारत अफगानिस्तान से कंबोडिया तक था तिबेट से श्रीलंका तक
आज अफगानिस्तान पाकिस्तान और बांग्लादेश मुस्लिम राष्ट्र है
सम्राट अशोक के परदादा जैन थे
अंग्रेजो ने म्यांमार, अफगानिस्तान, श्रीलंका भारत से अलग किया
समजो यह सब राष्ट्र एक होते तो भारत सहज बौद्ध राष्ट्र होता.
बुध्द हि सत्य है सत्य हि बुध्द. जयभीम जयसंविधान
@@shamjadhav3541 जय भीम कहा से आया यहा😁😁😁🤦
@@shamjadhav3541 har jagah ye nai gusana hota 😬 achhe se baudhh dharm pad le yaa fir baba ambedkar ko bhi padh le fir esi baate nai karega aake yaha pe
Budhaa is unique ❤️...budh jaisa aaj tak koi nahi bn paaya hai❤️
This is the land of Mahaveer, Budhh, Ram ......Proud and blessed to be an Indian.
Krishna too
Jai shree krishna
यहा भारत मे कूछ सच है तो वह बुद्ध ही हे।।ओर दुनिया भारत को बुद्ध की की वजह से ही जाणते है।।।
Namo budhay
भाई लोग मैं सारनाथ से ही हू
मुझे अपने शहर पर गर्व है
लोग डिसलाइक कर रहे है पता नहीं हमारे धर्म का मजाक लोग क्यो उड़ा रहे है बोध धर्म भाई चारे और अहिंसा की बात करता है
पाकिस्तान और अफगनिस्तान में तो एक भी नहीं बचा है
Mad in chaina god 😂😂😂😂😂😂😂
No yar your religion is best from hindu religion because it includes only good moral of hinduism
@@vishalgupta6833 abe chutiye
Islam or isaiyat to bahot acha he Respect for boddh dharam par aj ke naw boddh ne is shanti or ahinsa ke dharm ke badman kar diya he
Hindu,buddh dharm is best .
Hamare Bharat ka Gyan ,sanskriti, art , science, technology, architect is best par angrejo or Muslim ne Bharat ko toda or luta .
Abhi bhi Hindu 🤝buddh dharm ko aapas me ladakar todna chhate hai par aesa nahi hoga . Sabhi Hindu ek ho rahe hai .
........ Jai jawan Jai kisan ..........
🎉🎉🎉❤❤❤Nice,best andBeautiful 🎉🎉🎉🎉
भवतू सब्ब मंगलम💐
अप्प दीपो भवः -भगवान् बुद्ध
🇮🇳🦚☸अखंड भारत के निर्माता प्रथम 👑चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य! अखंड भारत के संरक्षक विश्वविजेता 👑चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान मौर्य की जय!! ☸विश्व गुरु तथागत भगवान गौतम बुद्ध की करूणा हो!!! नमो बुद्धाय! सम्राट अशोक महान के पूर्वज बुद्धिस्ट और क्षत्रिय हैं!जय शाक्यवंशी-मौर्य! 🇮🇳🦚☸🌸❤️🌺💐🌹✌️🙏
बुद्ध से ही भारत की पहचान है
nhi bhai Bharat se Gautam Buddha bn paaye. Harappa bhi bahut acchi thi Buddha se 5000 saal pehle thi wo
@@shaktishiva8099 I understand you are talking probably about Harrapan civilization.
Bharat ki pehachan Hindu shikh jen Buddhist se hai koy ak nahi hai ram budh guru nanak ye sab bharat ki pehachan hai rahege
Aare bewkuph Buda chaina se aaya he hahaha ab dekho oha chhipkili khakr korona ho gya he 😂😂😂😂 aare buda ne bhart ko bhinahi chhora 😷😷😷😷😷😷😷😷😷
@@vishalgupta6833 अबे गान्डू पहले इतिहास पढ। बकवास बाद मे कर यो। तुम जेसों ने अपने को नकारा
ओर दूसरों से गांड marayi। इसी का नतीजा आज पुरा देश झेल रहा है
Thank you so much History TV18 channel...
बुध्दम् शरणम् गच्छामि, संघम् शरणम् गच्छामि, धम्मम् शरणम् गच्छामि ।नमो बुध्दाय
Jai Bheem Jai Bharat
saarntah ghum ka aaya tha really what a amazing place
bhagwaan buddh always live there
I feel proud of my India.
Great lord buddha ,he teaches remedy on sorroful, life
मेरा भारत महान ।🇮🇳🇮🇳
I donot believe in budh but When I went there one thing I realise and that is eternal peace on this place.perfect place for meditation
What u don't believe?
Buddha also tought
to not believe but experience
@@darshakalways339 his teaching of ahingsa,bcoz that teaching made hindus weak
He beleive in fake hindu gods jiske koi praman nhi dharatal pe bss kitabon ne panditonyne likh diya h 😂😂😂
@@darshakalways339 that Buddha is god! He is a great man!
हम कहाँ से आये थे...और अब क्या हो गए?? हम सहेज नही पाए..निराश किया हमने अपने पूर्वजों को, जिनका खून अपने रग़ों में है उसको पहचानने की ज़रूरत है, ये जानने की ज़रूरत है कि हैं की " हैं कौन हम? " जागने की ज़रूरत है।
DHARM WAHI HAI JISME SABHI KO SAMNTA MILE JIS DHARM ME SAMNTA HAI MAI USI KO DHARM MANTA HOON🙏
वौध्य इतिहास ही सबसे बड़ा इतिहास है जो भारत को पहचान देता है भारत वौध्य के नाम से ही जिंदा है
नहीं तो भारत की कोई पहचान कही नहीं है
🙏🙏🙏 नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
Beta Indus valley civilization nam suna hai
Beta buddha ka janma nepal me huwa tha
@@shreeharibhavikIndus valley m koi religion nahi tha,ha wo Nature ki pooja krte the oar Sanatani ya buddh nahi the
@@happybunny6152Abe pagal hai kya waha se Shiva aur Vishnu aur Mata ki moortiya mili hai agnivedikaye mili hai jo yagya ke kaam aati hai thoda padha Karo with proof sabse oldest Religion hai Sanatan 😊
@@VeerChandijashiv ka prasad jada grahan kar liya hai tune pagal ho gayay hai tu be
People who don't know about buddha always on mistaken to call him as mahatma he never talk and belive in psyche or god he only talk about the humane welfare and for this he teach simple doctrine equality justice fraternity and love to all leaving things
A true atheist....
Mahatma is said to enlightened person like Buddha,Vivekanand
@@aksharjain4201 please don't do that . Please don't.
There are 3 brances of Buddhism - Hinayana, Mahayana and Vajrayana. Everyone can believe however thwy want.
Really,, kuch to h is bhoomi me....jo samajhna kathin h....tb hi to saare adarsh Buddha, Kabir, Baba Vishwanath, Tulsidas, etc......sb k dhaage yhi se jude hue h😊😊😊
Neha Markam adhyatma or brahmachary ki shakti hi is desh ko thame huye h.
Bhai is bharat ki pavan bhumi se budha , jain ro jude hi hai sath hi sath jesus bhi yahan kabhi aye the kashmir me...
*BHUDHAM SHARNAM GACHAMI....*
*SANGHAM SHARANAM GACHAMI....*
*SANGHAM SARANAM GACHAMI
..*
Modi ne bola tha🤭🤭
@@vandanapandey6276 Vo to votebank ke liye bola tha Modi Ji ne.
वंदना जी पहले ही बहुत लोग हमारे धर्म को खत्म करने के लिए लगे है आप भी हमारे धर्म का मजाक करेगे तो और तो ज्यादा मजाक करेगें।
👌🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤
महात्मा बुद्ध का कहना था."अप्प दीपो भव...🙏🙏🙏🙏
हमने युद्ध नही दुनिया को बुद्ध दिया है।
जब प्रधानमंत्री मोदी दुसरे देशो मे जाकर कहते हैं कि भारत युद्ध नही दुनिया को बुद्ध दिया है। विश्व गुरु शाक्य मुनि गौतम बुद्ध की करूणा हो करूणा हो।
Love buddha teachings and follow buddha teachings
Mind blowing information 🤗🤗🤗
Best video for geographic knowledge.
दुनिया में युद्ध नहीं बुध चाहिए भारत की पहचान बुद्ध तथागत बुद्ध हिना से सिर्फ बुद्धम ही बचा सकता जय भीम साथियों नमो बुद्धाय
चुप भीमटे तेरा बुद्ध से कोई लेना देना नही है
Proud buddhist ☸️ 💙 ❤️
Great_____🇮🇳🇮🇳🇮🇳
क्या अद्भुत नरेशन है... 🙏😇
बुद्धम शरणम गच्छामी🙏🏻🙏🏻🥰
one must visit , peace is guaranteed😌
Bhai bauddh dharm ko jaroor manana
काश पूरे संसार में बुद्ध ही बुद्ध हों
India is great 🙏
❤❤❤
युद्ध की संभावना में जी रहे सब देश ये सुन लें l
युद्ध भी है, बुद्ध भी हैं जिसे चाहें उसे चुन लें ll
मेरा भारत महान
जय हिंद जय भारत 🇮🇳🇮🇳🚩🚩🙏🙏
Your voice made its more interesting, marvelous ❤️
Great place with great history ❤❤
मानवता का धर्म..🙏
हिंदू धर्म और बौध धर्म का सही इतिहास पढ़ाने की जरूरत है। लोग इन दोनों ही धर्मों की शिक्षाओं को नहीं जानते।
Background music is awesome dil chhoo gaya
Thanks for Sharing 🙌🙏❤
बुद्धम शरणम गच्छामि धर्मं शरणं गच्छामि
Mind blowing History tv 18 thanks 😊😊 Love you 🙏🙏
Our India is Great 👍
Jai Sri bhudhah
Main yha jaa chuki hu bhut. Achi jgh h
Beautiful..💗💗
Nice dear
Superb
दिल को टच कर गया
*तथागत बुद्ध की वजह से भारत विश्वगुरू था....बुद्ध के मार्ग पर चलने से ही विश्व का कल्याण होगा...और भारत फिर से विश्वगुरू।।*
बा रजा ई तो हमार बनारस ह😍😍
Hindu baudd Sikh Jain ek hi hain alag Nahi hain ye.isi bharat ki bhumi se paida huye ek maa ke bete hain.
Sirf musalman hi akrmmnkari tha
साले बुद्दिस ओर जैन हिन्दू धर्म से बहुत अलग है समझा इनको हिन्दू जूठे धर्म से मत जोड़
@@nikhilganvir8263 are wo actul budhist k bare mai bol raha hai, dhong karane wale dharmantaran karake bane nakali budhist k bare mai nahi dost
@@nikhilganvir8263 dil ko bahlane ko khayal achcha hai
ua-cam.com/video/S9AqCsR7TWg/v-deo.html.,
Namo.... budhha 🙏
Super jai hind
U.p........bihar se ho to support karo....
#princehelpingteam
भगवा बुद्ध का हि रंग हे
सनातन.. सिख... जैन और बौद्ध धर्म का
बुद्ध सांतीचे मार्ग दाता ,🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Without the teaching of Buddha In ndia and world can't going to live without peace
waah sir kitne achhe se samjhaya❤
शानदार प्रस्तुति
मैं धर्म से हिंदू हु लेकिन बुद्ध को आदर्श मानता हूँ।
धमेक स्तूप की एलेक्जेंडर कनिंघम ने उपर से नीचे की तरफ लम्बवत खुदाई करवाया था कि इसके अन्दर कुछ होगा, केवल एक पत्थर मिला जिसपर लिखा था ( हे धम्मा हेतु प्रभवा हेतु ) यानी धर्म का प्रभाव सभी पर होना चाहिए ।
Thank u
ह्वेनसांग
ह्वेन त्सांग का जन्म चीन के लुओयंग स्थान पर सन 602 में हुआ था और मृत्यु 5 फरवरी, 664 में हुई थी।[1] ह्वेन त्सांग अपने चारों भाई-बहनों में सबसे छोटा था। इसके प्रपितामह राजधानी के शाही महाविद्यालय में प्रिफेक्ट थे और पितामह प्रोफैसर थे। इसके पिता एक कन्फ्यूशियनिस्ट थे। इसके बावजूद भी यह बौद्ध भिक्षु बनना चाहता था। इसके पिता की मृत्यु सन 611 में हुई जिसके बाद यह अपने बड़े भाई चेनसू (बाद में चांगजी कहलाय) के साथ जिंगतू मठ में रहा। इस काल में इसने थेरवडा और महायन बौद्ध धर्म का अध्ययन किया। 618 में सुई वंश के पतन के बाद दोनों भाई चांगान भाग गये, जिसे तांग वंश की राजधानी माना जाता था। वहां से दक्षिण में सिन्चुआन गये। वहां दोनों भाई कोंग हुई मठ में दो-तीन वर्ष पढ़े। वहीं अभिधर्मकोष शास्त्र का अध्ययहन भी किया। वहीं इसने बौद्ध भिक्षु बनने की बात की। तेरह वर्ष मात्र आयु में ही अपनी अद्वितीय प्रतिभा के कारण यह मठाधीश बन गया। सन 622 में इसे पूर्ण भिक्षु बनाया गया। जब यह बीस वर्ष का था। बौद्ध पाठ्यों में मतभेद और भ्रम के कारण इसने भारत जाकर मूल पाठ का अध्ययन करने का निश्चय किया। तब इसने अपन एभाई को छोड़कर चांगान वापस लौट कर विदेशी भाषाओं की शिक्षा लीं। और वह 626 में संस्कृत में पारंगत हो गया। इसी काल में इसे योग शिक्षा का भी शौक हुआ।
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सन 629 में उसे एक स्वपन में भारत जाने की प्रेरणा मिली। उसी समय तंग वंश और तुर्कों का युद्ध चल रहे थे। इस कारण राजा ने विदेश यात्राएं निषेध कर रखीं थीं। इसने कुछ बौद्ध रक्षकों से प्रार्थना करके लियांगज़ाउ और किंघाई प्रांत होते हुए तंग राज्य से पलायन किया। फ़िर इसने गोबी मरुस्थहोते हुए कुमुल, तियान शान पश्चिम दिशा में, हो कर तुर्फान पहुंचा। यह सन 630 की बात है। वहां के बौद्ध राजा ने इसे आगे की यात्रा हेतु सशस्त्र किया। उसने इसे कई परिचय हेतु पत्र भी दिये। फिर यह डाकुओं के साथ यांकी और थेरवाडा मठ होते हुए कुचा पहुंचा। वहां से पूर्वोत्तर होने से पहले आक्रु से गुजरा। फिर किर्घिस्तान के तियान शान दर्रे से होते हुए तोकमक, उज़्बेकिस्तान होकर महान खान से मिला। फिर वह पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में ताश्कंत में चे-शिह (वर्तमान राजधानी) पहुंचा। फिर और पश्चिम में मरुस्थल के बाद समरकंद पहुंचा, जो फारस के बादशाह के अधीन था। वहां वे बौद्ध खंडहरों में घूमे। उसने स्थानीय राजा को भी अपनी शिक्षाओं से प्रभावित किया। फिर और दक्षिण में इसने प्रसिद्ध पामीर पर्वतमाला को पार किया और अमु दरिया और तर्मेज़ पहुंचा। वहां इसे हज़ार से अधिक बौद्ध बिक्षु मिले। वहां से कुण्डूज़ पहुंचा और वहां के राजकुमार की अन्त्येष्टि देखी। वहीं उसकी मुलाकात भिक्षु धर्मसिंह से हुई। उसके बताने पर उसने बलख की यात्रा की और वहां अनेकों बौद्ध स्थल देखे। इनमें खास था नव विहार, या नवबहार; जिसे पश्चिमतम बौद्ध मठ कहा गय। वहां उसे लगभग 3000 भिक्षु मिले, जिनमें प्रज्ञानाकर भी थे। यहीं इसने महत्वपूर्ण महाविभाष पाठ्य देखा, जिसे बाद में चीनी में अनुवाद भी किया था। फ़िर दक्षिण में बामियान आये, जहां इसकी राजा से भेंट हुई और इसने दर थरवडा मठ और दो बड़े मठ भी देखे। फिर पूर्व में शिबर दर्रे को पार कर कापिसी पहुंचे, जो काबुल से साथ कि, मी, दूर है। यहां महायन के सौ मठ थे और 6000 भिक्षु थे। यह गांधार प्रदेश था। इस यात्रा में इसे हिन्दू और जैन भी मिले। फिर यह जलालाबाद और लघमनआया। यहां आकर इसको सन्तोष हुआ कि वह भारत पहुंच गया है। यह सन 630 की बात है।
Thanks for the important information
गलत इंफॉर्मेशन
उस समय इस्लाम था ही नही
फिर ये खान कहा से आया
हा उस समय जैन धर्म था पर बोथ धर्म की स्थापना नहीं हुई थी, तो फिर रास्ते में मथ कहां से आए, वह सब हिन्दू गुरुकुल थे
अपनी नॉलेज को सही करो
😄😄😄🧐
Very informative
Vishal Sharma Islam 613 AD me aaya , sahi hai.
Par jain aur Buddh samkalin the ye bhi sahi hai. In dono dharm ki sthapana Islam ek 1000 sal pahle huyee hai. Itihas ye batata hai, aur google bhi.
Par Sanskrit granth jo devnagri me likhe Gaye vo to kagaj ki khoj hone bad likhe. Aur devnagri ki khoj bhi Jain’s aur Buddh ek 700 Sal bad huyee. Jara isko bhi google karo ya itihas ki kitab me padho ki pahla hindu gurukul ya hindu mandir ya Sanskrit Granth pahli bar kis Raja ne kaun se jagah nirman kiya. Jain aur bauddh ke Shila lekh Brahmi lipi me aur pali bhasha me milte hai 300 BC se. to raste me jain ya Buddh math milenge agar mile bhi ho to. Koi Hindu mandir ya Hindu Gurukul nahi. Koi bhi itihas ki book ya google ka ref jaroor share karo.
Education Hub jab bhi jain Buddh ki bat aati hai to pali aur arthmagadhi bhasha ki bat jaroor aati hai. Kyo ki jain aur Buddh dono dharm ka prachar aur prasar inhi bhashavome kiya jo ki aam logoki boli bhasha thi aur Shila lekho se lekar tamra pat aur kagaj ki likhavat me bhi sab se jyada pali bhasha aur Brahmi lipi ka upyog kiya Gaya. Yaha tak ki Jatak kathaye bhi pali me likhi thi bad me anya Bhashavo me. Sanskrit me jo bhi likha hai, in dharmo ke bare, vo utana nahi hai jitna pali me likha hai, to Yuaan swang pali padha tha ya sanskrit. ? Matlab agar Buddh dharm ki padhayee karne VO aaya tha Beena pali ke gyan Buddh dharm ki padhayee purn nahi ho Sakthi.aur Kyo ki usne khud pali ka jikr kiya hai , sanskrit ka nahi. Kay ye thodosee be wafayee hai pali aur bharat ke rashtra dharm , bauddh dharm ke sath?
Apna shehar, apna Varanasi
Namo Buddhaya 😊
Great informative video
Our country is great.
Pure world me Prem aur shanti ki sthapna karne wale Budha ka janam hamare desh me hua.
Vishva Guru kahe jane wale us samay me yaha Takshshila,Vikramshila,Nalalanda jaise saikado university the jisme dusre desh k log education k liy aate the.
Aaj us prem aur shanti ki aavasyakata hai.
Where are you Budhha?
Come
Come
Come.
लोग आजकल महात्मा बुद्ध के उपदेशों पर नही बल्कि उनके इर्द-गिर्द अपनी राजनीति पर ध्यान देते हैं
मेरा भारत महान
Mesmerizing!
Ham ine baton se anjan the AAP aise hi video banate rahe Puri team ko shubhkamnaen
बहुत अच्छी जानकारी मिली
सारनाथ 🙏🇮🇳🙏
Jo Dhrm manvta ka path pdaye vo superb h phir hindu ho ya budhh .i respect humanism
🙏🙏🙏🙏
India is Great
Best video
I live in sarnath
Ur are lucky
Namo buddha 🙏❤️
Proud To Be Varanasians❤
Namo bhudda 💕
best wishes for you
best summary for ssc
हम 6 month पहले की गए थे bhut khubsurat hai sabko Jana chahiye
I love buddha
Har Mahadev 💕💕🚩
OM MANI PADME HUM🕉️☯️☸️