गीली मिट्टी से ही खिलौने बर्तन आदि बनते हैं पक्की हुई मिट्टी से कुछ भी नहीं बनता लिप्सा की आग में जिसकी भावना रूपी मिट्टी जल गई उसका ना भक्त बनना संभव है और ना ही धर्मात्मा और ना ही ज्ञानी बनना संभव है
मैंने शराबी फ़िल्म से अपना तादात्म्य जोड़ा तो उसके बाद पिताजी ने मेरा तादात्म्य ठीक कर दिया। फिर मैंने आशिकी फ़िल्म से अपना तादात्म्य जोड़ा तो गाँव मे पंचायत हो गई। उसके बाद हार थककर मैंने krish फिल्म्स अपना तादात्म्य जोड़ा तो टांग टूट गई। इसके बाद मैंने तादात्म्य जोड़ना बन्द कर दिया। जनहित में जारी तादात्म्य से बच कर रहे।
व्यक्ति का अकस्मात हो जाए,खून निकले उस व्यक्ति के शरीर को जो महसूस हो उसे वेदना कहते है और उस व्यक्ति का अकस्मात देखकर दूसरे व्यक्ति के मन जो महसूस करे उसे संवेदना कहते है
आचार्य प्रशांत जी का Favourite word
🙏🙏🙏3.00 Sadharanikaran🙏
जो जीता वही सिकंदर फ़िल्म देखने के बाद मैंने भी साइकिल को बहुत तेज़ चलाने की कोशिश की लेकिन ऐसा साइकिल से गिरा कि मेरा तादात्म्य ही सूझ गया।
😅😅😂😂😂😂😂😂😂😂😂
आपका lecture सूनते हुवे मैं भी तादात्म्य हो जाया करता हु सर
गीली मिट्टी से ही खिलौने बर्तन आदि बनते हैं पक्की हुई मिट्टी से कुछ भी नहीं बनता लिप्सा की आग में जिसकी भावना रूपी मिट्टी जल गई उसका ना भक्त बनना संभव है और ना ही धर्मात्मा और ना ही ज्ञानी बनना संभव है
Mai to apne ko rockey bhai smj baitha hu 😂kgf🤫
मैंने शराबी फ़िल्म से अपना तादात्म्य जोड़ा तो उसके बाद पिताजी ने मेरा तादात्म्य ठीक कर दिया।
फिर मैंने आशिकी फ़िल्म से अपना तादात्म्य जोड़ा तो गाँव मे पंचायत हो गई।
उसके बाद हार थककर मैंने krish फिल्म्स अपना तादात्म्य जोड़ा तो टांग टूट गई।
इसके बाद मैंने तादात्म्य जोड़ना बन्द कर दिया।
जनहित में जारी तादात्म्य से बच कर रहे।
🤣🤣🤣
😃😃😃
Bhai mere sath huaa he eyasahi
Nahi bhai tumme hi koi problem hai 😂😂😂
Namaskar shaheb Abhar
Yes sir, whenever we watch the serial, we feel that the heroine in that serial is us very impressive video sir
मम्मी देखती हैं मेरी सीरियल
और मैं मम्मी को देखता हूँ 😂😂😂
Main to jitni movies dekhi hn usme se aadhi akele dekhi hn 😁
Bs sahi movie air sahi show time choose krna hota h 😎
@@cyphergaurav 😃😀
Yes sir I tried it on aunt 😂😂
Vedna aur samvedna kya antar hota h sir
व्यक्ति का अकस्मात हो जाए,खून निकले उस व्यक्ति के शरीर को जो महसूस हो उसे वेदना कहते है और उस व्यक्ति का अकस्मात देखकर दूसरे व्यक्ति के मन जो महसूस करे उसे संवेदना कहते है
veer zaara
Right...... lagatar 3 baar dekhi maine
Ek baar se man nhi bhara
Love dharmyudh
😃😃😀
Tadatmya